बाड़मेर तीन मासूमों की मौत के बाद चेता विभाग फैक्ट्रियों पर छापे, तीन आरोपी गिरफ्तारतीन मासूमों की मौत के बाद चेता विभाग फैक्ट्रियों पर छापे, तीन आरोपी गिरफ्तार बिना लाइसेंस 5 साल से चल रहा था ज्यूस बेचने का धंधा स्वास्थ्य विभाग, पुलिस प्रशासन की टीमें पहुंची, पीड़ितों के बयान लिए
गुड़ामालानी क्षेत्र में जहरीले ताजा मैंगो ज्यूस नामक बर्फ का पाउच पीने से तीन बच्चों की मौत के छह दिन बाद स्वास्थ्य विभाग, जिला प्रशासन और पुलिस ने गुरुवार को बिना ब्रांड के बिक रहे ज्यूस अन्य पदार्थ बनाने वाली बर्फ की फैक्ट्रियों पर छापेमारी की। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग ने सैंपल भी लिए और फैक्ट्रियों से निर्मित माल को नष्ट किया। पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। । इसके बाद कलेक्टर शिवप्रसाद नकाते और सीएमएचओ कमलेश चौधरी के निर्देश पर फूड इंस्पेक्टर भूराराम गोदारा मय टीम, गुड़ामालानी एसडीएम, तहसीलदार, डीएसपी मय पुलिस जाब्ता मौके पर पहुंचे। स्वास्थ्य विभाग ने ताजा मैंगो ज्यूस नामक पानी के पाउच के सैंपल लेकर परिजनों के बयान भी दर्ज किए। वहीं स्थानीय स्तर पर निर्मित होने वाले बिना ब्रांड के इस ज्यूस फैक्ट्री पर छापेमारी की गई। जहां से पाउच अन्य सामग्री को नष्ट किया गया।
आरजीटीथानाधिकारी राजेश कुमार ने तीन बच्चों की मौत के बाद तत्काल एफआईआर दर्ज कर लोगों से पूछताछ की और दूसरे दिन ही तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी रणछाराम पुत्र छोगाराम माली निवासी डाबड़, लक्ष्मणराम पुत्र हनुमानदास संत निवासी गुड़ामालानी, हनुमानराम पुत्र जांवताराम विश्नोई निवासी कांधी की ढाणी गुड़ामालानी को गिरफ्तार किया है। इन्हें कोर्ट में पेश कर पांच दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है। आरोपियों से गहन पूछताछ की जा रही है।
^लोगों से अपील की जाती है कि वे बिना ब्रांड की खाद्य सामग्री नहीं खरीदें, वो जहरीली हो सकती है। किसी की जान भी जा सकती है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की ओर से समय-समय पर सैंपल लिए जा रहे हैं। शुक्रवार को संयुक्त निदेशालय जोधपुर बाड़मेर स्वास्थ्य विभाग की टीम बाड़मेर-बालोतरा में खाद्य पदार्थों की जांच कर सैंपल लेगी। तीन बच्चों की मौत के मामले में मैंगो ज्यूस के सैंपल लिए है। शेष भर्ती बच्चों की तबीयत में सुधार है। -कमलेशचौधरी, सीएमएचओ
इसलिए हुई बच्चों की मौत, पुरानी होने से जहर बन गई : हनुमानरामने फैक्ट्री से 4 माह पहले होलसेलर लक्ष्मणराम संत को मैंगो ज्यूस की सप्लाई दी थी। इसके बाद रिटेलर रणछाराम ने 2 माह पहले एक महिला दुकानदार को सप्लाई दी। महिला के घर पर मैंगो ज्यूस बिक्री नहीं हुई। चार माह बाद बिक्री होने से पानी में मिलाया हुआ कलर और सेक्रीन जहर बन गया। बच्चों के पीने से मौत हो गई।
गुड़ामालानी में 4-5 फैक्ट्रियां बना रही जहर : गुड़ामालानीकस्बे में मैंगो ज्यूस सहित अलग-अलग नकली ब्रांड के नाम से 4-5 फैक्ट्रियां संचालित हो रही है। हालांकि अब सर्दियों की सीजन शुरू होने से पिछले दो माह से फैक्ट्रियां बंद है। इन फैक्ट्रियों के पास तो स्वास्थ्य विभाग से कोई लाइसेंस है और ही कोई ब्रांड का रजिस्ट्रेशन।
पानी में कलर और सेक्रीन मिलाकर बेचते थे : आरजीटीपुलिस की ओर से जहरीले ज्यूस के मामले में फैक्ट्री मालिक हनुमानराम को गिरफ्तार किया। पूछताछ में बताया कि उनके पास कोई लाइसेंस, अनुमति नहीं है। वो फैक्ट्री लगाकर पानी में कलर और सेक्रीन मिलाकर पाउच की पैकिंग कर बेचते थे। गांवों में बच्चे इसे एक रुपए, दो रुपए में अलग-अलग पाउच में खरीदते हैं। दुकानदार फ्रीज में रखकर इसे बर्फ के रूप में जमा देता है।