जैसलमेर सडक से रेत हटाने का कार्य प्रगति पर,एवं अन्य महत्वपूर्ण खबरे जैसलमेर, 07 जुलाई/ पिछले कुछ दिनों से रेत भरी आंधी चलने से कई सडक मार्ग पर आवागमन प्रभावित हुआ है, परन्तु सार्वजनिक निर्माण विभाग तथा ग्रेफ द्वारा विभिन्न सडको पर रेत हटाकर लगातार आवागमन सुचारु किया जा रहा है। जिला कलक्टर विश्वमोहन शर्मा के निर्देशों की पालना में अधीक्षण अभियंता पीडब्ल्यूडी सी.एस. कल्ला ने बताया कि सम-सियाम्बर, सम-सांगड, सम-दबडी, म्याजलांर-पोछिना-करडा-गुजंनगढ सडक मार्ग पर लगातार विभाग द्वारा मिटटी हटाकर आवागमन सुचारु किया जा रहा है तथा ग्रेफ द्वारा संधारित की जा रही सडको पर भी अविलंम्ब कार्यवाही कर आवागमन सुचारु किया जा रहा है। ग्रेफ द्वारा म्याजलार-गिराब, जैसलमेर-म्याजलार तथा सम-धनाना सडको पर आवागमन सुचारु किया गया है तथा विभाग द्वारा किसी भी स्थिति में आवागमन सुचारु रखने के लिए पूर्ण प्रयास किया जा रहे है। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त विभाग द्वारा आगामी मानसून को ध्यान मे रखते हुए महत्वपूर्ण नदी, नालें तथा रपटो पर फ्लड़ गेज लगाए गए है, जिससे आमजनता को वर्षा के दौरान बहते पानी की गहराई मालूम पड सकें। इसमें मुख्य रुप सें राष्टीªय राजमार्ग पर चांधन नदी, जैसलमेर सम रोड, सम्पर्क सडक रुपसी, कुलधरा, जाजिया, चुन्दी गणेश नदी प्रमुंख है।---इन ग्राम पंचायतों में लगेंगे पशु टीकाकरण कैंप जैसलमेर, 07 जुलाई/ पशुपालन विभाग द्वारा चलाए जा रहे टीकाकरण अभियान कार्यक्रमों की कडी में तहसील पोकरण में 8 व 9 जुलाई को सांकडा, नेडान, माधोपुरा में पशु टीकाकरण अभियान का आयोजन रखा गया है। संयुक्त निदेशक पशुपालन डाॅ. हरिसिंह बारहठ ने बताया कि इसी प्रकार तहसील पोकरण में 10 जुलाई को ग्राम पंचायत डिडाणियां, लवां, 11 व 12 जुलाई को गोमट व रामदेवरा, 13 जुलाई को उजलां व ताडाना में पशु टीकाकरण शिविर लगेगा। उन्होंने बताया कि तहसील फतेहगढ में 8 व 9 जुलाई को ग्राम पंचायत देवडा, चेलक में, 10 जुलाई को बईयां व झिनझिनयाली में, 11 जुलाई को तेजरावा व सतो में, 12 जुलाई को अडबाला व छतांगढ में तथा 13 जुलाई को कोटडी व नरसिंगो की ढाणी में पशु टीकाकरण कैंप आयोजित होगा। तहसील भणियाणा में 8 जुलाई को झलारिया व बारहठ का गांव, 9 जुलाई को सरदारसिंह की ढाणी व पन्नासर में, 10 जुलाई को ग्राम पंचायत दांतल व माडवा में, 11 जुलाई को जैमला में, 12 जुलाई को भैंसडा व लूणाकलां में तथा 13 जुलाई को जालोडा पोकरणा में पशु टीकाकरण कैंप रखा गया है। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार तहसील जैसलमेर में 8 जुलाई को भू, डाबला, सोढाकोर, जैसलमेर परकोटा व धायसर में, 9 जुलाई को मोकला, पारेवर, रीको काॅलोनी जैसलमेर व पोछीना में, 10 जुलाई को बैरसियाला, खुहडी, बाबा बावडी जैसलमेर व दव में, 11 जुलाई को बाहला, बाबा बावडी जैसलमेर व बोहा में, 12 जुलाई को सोनू, राघवा, रेवन्तसिंह की ढाणी जैसलमेर व काठोडी में तथा 13 जुलाई को अमरसागर, बडाबाग व रेवन्तसिंह की ढाणी जैसलमेर में पशु टीकाकरण शिविर आयोजित होंगे। उन्होंने इन ग्राम पंचायतो के पशुपालको से आहवान किया है कि वे अपने पशुओं का टीकाकरण इस अभियान के दौरान करावें।लम्बे अरसे के बाद किसानों केा राहत नहरी क्षेत्र के ग्राम पंचायत रामगढ एवं नवसृजित ग्राम पंचायत नेतसी के किसानों द्वारा वर्ष 2004 में मुरब्बा आवंटन हेतु जमा पत्रावलियों की आज लगभग 11 वर्ष के लम्बे अन्तराल के बाद उपायुक्त उपनिवेषन विभाग, जैसलमेर में गठित कमेटी द्वारा लाॅटरी के माध्यम से मुरब्बों का आवंटन किया गया। इस लाॅटरी आवंटन के पष्चात् उपस्थित काष्तकारों एवं ग्रामीणों ने प्रधान पंचायत समिति सम उषा सुरेन्द्रसिंह का लम्बे अन्तराल के बाद रामगढ एवं नेतसी क्षेत्र के मुरब्बा आवंटन की लाॅटरी कार्यवाही की सम्पन्नता पर विषेष खुषी जाहिर कर धन्यवाद दिया । लाॅटरी प्रक्रिया में प्रधान पंचायत समिति सम उषा सुरेन्द्रसिंह , विधायक जैसलमेर छोटूसिंह भाटी एवं उपायुक्त उपनिवेषन विभाग, जैसलमेर गजेन्द्रसिंह चारण उपस्थित थे।
जैसलमेर,समाचार डायरी आज के कचहरी परिसर से सरकारी समाचार 2 पंचायतीराज संस्थाओं के उप चुनाव के लिए जोनल मजिस्टेªट नियुक्त जैसलमेर, 07 जुलाई/ जिले में पंचायतीराज संस्थाओं के उप चुनाव में कानून व शांति व्यवस्था बनाए रखने तथा चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो इसके लिए जिला कलक्टर एवं जिला मजिस्टैªट विश्वमोहन शर्मा ने एक आदेश जारी कर जोनल मजिस्टेªट लगाए है। आदेश के अनुसार ग्राम पंचायत बरमसर, डाबला, भू, काणोद, नेहडाई, सुल्ताना, बांकलसर के लिए तहसीलदार जैसलमेर पीतांबर राठी को, ग्राम पंचायत माडवा, मानासर, सनावडा के लिए तहसीलदार पोकरण नारायण गिरी, ग्राम पंचायत मण्डाई, सत्तो व छतांगढ के लिए तहसीलदार फतेहगढ तथा ग्राम पंचायत म्याजलार, रामगढ, राघवा, खुईयाला व सियाम्बर के लिए उपखंड मजिस्टेªट जैसलमेर को 7 से 12 जुलाई तक के लिए जोनल मजिस्टेªट नियुक्त किया है। नियुक्त जोनल मजिस्टेªट भारतीय दण्ड संहिता 1973 में प्रदत कार्यपालक मजिस्टेªट की शक्तियों का प्रयोग कर सकते है।---1 जुलाई से वाहनो में वैध प्रदूषण नियंत्रण प्रमाण पत्र की अनिवार्यता सुनिश्चित जैसलमेर, 07 जुलाई/ परिवहन आयुक्त एवं शासन सचिव द्वारा माननीय नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल भोपाल द्वारा नवीन शर्मा बनाम राजस्थान सरकार में पारित आदेश की अनुपालना में प्रदेश में समस्त वाहनों में 1 जुलाई से वैध प्रदूषण नियंत्रण प्रमाण पत्र की अनिवार्यता सुनिश्चित की गई है। जिला रसद अधिकारी ओंकारसिंह कविया ने इस संबंध में उपखंड अधिकारियों, तहसीलदारों व विकास अधिकारियों, व्यवस्थापक समस्त पेट्रोल पंप को इस आदेश की प्रति प्रदान कर आग्रह किया है कि वे वैध प्रदूषण नियंत्रण प्रमाण पत्र की अनिवार्यता सुनिश्चित करावें। 1 जुलाई 2015 के पश्चात बिना वैध प्रदूषण नियंत्रण प्रमाण पत्र के किसी भी वाहन के संचालक नही होने की पालना करावें।---स्वाधीनता दिवस समारोह 2015 की तैयारी के संबंध में बैठक 13 जुलाई को जैसलमेर, 07 जुलाई/ जिला मुख्यालय पर आगामी स्वाधीनता दिवस (15 अगस्त 2015) समारोहपूर्वक मनाने के संबंध में व्यवस्थाओं, कार्यक्रमो एवं तैयारियों के निर्धारण के लिए बैठक जिला कलक्टर विश्वमोहन शर्मा की अध्यक्षता में 13 जुलाई, सोमवार को प्रातः 11 बजे कलेक्टेªट सभागार में रखी गई है। अतिरिक्त जिला कलक्टर भागीरथ शर्मा ने यह जानकारी दी।---स्टेनोग्रेड द्वितीय के पद के लिए सेवानिवृत कर्मचारियों से आवेदन पत्र 17 जुलाई तक आमंत्रित जैसलमेर, 07 जुलाई/ राजस्थान सिविल सेवा (पेंशन) नियम 1996 के नियम 164ए एवं कार्मिक विभाग के द्वारा जारी परिपत्र के निर्धारित दरों एवं शर्तों के अध्यधीन कार्यालय जिला कलक्टर जैसलमेर में रिक्त एक स्टेनो ग्रेड द्वितीय पद को सेवानिवृत कार्मिक की सेवा 29 फरवरी 2016 तक अथवा नियमित कर्मचारियों के पद भरे जाने तक जो भी पहले हो तक संविदा पर लेने के लिए 65 वर्ष से कम आयु के सेवानिवृत कर्मचारियों के आवेदन पत्र निर्धारित प्रपत्र में 17 जुलाई तक आमंत्रित किए गए है। अतिरिक्त जिला कलक्टर भागीरथ शर्मा ने बताया कि इस संबंध में विस्तृत जानकारी कलक्टर कार्यालय की कार्मिक शाखा से प्राप्त की जा सकती है।---गुरूवार को खुहडी व शुक्रवार को मूलाना में राजस्व लोक अदालत शिविर जैसलमेर, 07 जुलाई/ जिले में चल रहे राजस्व लोक अदालत अभियान शिविरों की कडी में गुरूवार, 09 जुलाई को जैसलमेर उपखंड क्षेत्र की ग्राम पंचायत खुहडी में राजस्व लोक अदालत अभियान एवं न्याय आपके द्वार शिविर का आयोजन रखा गया है। इसमें ग्राम पंचायत बैरसियाला एवं खुहडी के राजस्व प्रकरणों का निस्तारण किया जाएगा। अतिरिक्त जिला कलक्टर भागीरथ शर्मा ने बताया कि इसी प्रकार शुक्रवार, 10 जुलाई को फतेहगढ उपखंड क्षेत्र की ग्राम पंचायत मूलाना में लोक अदालत शिविर का आयोजन होगा। उन्होंने इन क्षेत्रों के ग्रामीणों से आग्रह किया है कि वे अधिक से अधिक संख्या में शिविर में पहुंचकर अपने राजस्व प्रकरणों का निस्तारण करके राहत प्राप्त करें।---जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल (से.नि.) राठौड अवाय में भूतपूर्व सैनिको की समस्याएं सुनेंगे जैसलमेर, 07 जुलाई/ कर्नल (से.नि.) बी.आर.एस. राठौड जिला सैनिक कल्याण अधिकारी 9 जुलाई, गुरूवार को ग्राम पंचायत अवाय का भ्रमण करेंगे। कर्नल राठौड अवाय में 9 जुलाई को प्रातः 9 बजे ग्राम पंचायत भवन में भूतपूर्व सैनिको, सैनिक विधवाओं, आश्रितों व वीरांगनाओं की समस्याओं को सुनेंगे। उन्होंने बताया कि यह शिविर उनके आधार कार्ड व जीवन प्रमाण पत्र बनाने सहित विभिन्न योजनाओं के लिए आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने शिविर में भूतपूर्व सैनिको, विधवाओं व आश्रितों से पूर्व सैनिक पहचान पत्र की छायाप्रति, डिस्चार्ज बुक व पीपीओ की छायाप्रति, बैंक डायरी की छायाप्रति, वोटर आईडी की छायाप्रति साथ लाने के लिए कहा गया है। शिविर में क्षेत्र के भूतपूर्व सैनिकों व सैनिक परिवारों की समस्याओं का समाधान किया जाएगा।---
नशा मुक्ति शिविर आज से सिणधरी मेंबाडमेर, 7 जुलाई। जिले में नया सवेरा योजना के तहत जिला प्रशासन, स्वास्थ्य, आबकारी व समाज कल्याण के संयुक्त तत्वाधान में जिले में डोडा पोस्त के परिमटधारी व्यसनियों को नशा मुक्त करने के उदेश से जिले में 8 जुलाई से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर 15 नशा मुक्ति शिविर आयोजित किए जाएगे।मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि प्रथम शिविर 8 जुलाई से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सिणधरी पर आयोजित किया जा रहा है। यह आठ दिवसीय शिविर 15 जुलाई तक चलेगा। शिविर के प्रभारी डा. दयाराम स्वामी कनिष्ठ विशेषज्ञ मनोचिकित्सा केन्द्र मेडिकल कालेज जयपुर को नियुक्त किया है। शिविर में भर्ती डोडा पोस्त के परममिटधारी व्यसनियों को चाय, नाश्ता, खाना, यात्रा भत्ता, दवाईयां आदि चिकित्सा विभाग की ओर से निशुक्ल उपलब्ध रहेगी। इसी प्रकार कि 22 से 29 जुलाई सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र धोरीमना, 7 से 14 अगस्त तक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बायतु, 18 से 28 अगस्त तक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र शिव, 26 अगस्त से 2 सितम्बर तक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र रामसर, 7 से 14 सितम्बर तक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बाटाड़ू, 15 से 22 सितम्बर तक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र गुडामालानी, 24 सितम्बर से 1 अक्टूबर तक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पाटोदी, 5 से 12 अक्टूबर तक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चैहटन, 23 से 30 अक्टूबर तक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र समदडी, 2 से 9 नवम्बर तक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कल्याणपुर, 23 से 30 नवम्बर तक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सेडवा, 7 से 14 दिसम्बर तक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र गडरारोड, 15 से 22 दिसम्बर तक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र राणीगांव, 23 से 30 दिसम्बर तक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नोखडा में डोडा पोस्ट नशा मुक्ति डी- एडीक्शन केम्प आयोजित किए जाएगंे।रावतसर में 35 छात्राओं को साईकिल वितरितबाडमेर, 7 जुलाई। जिले के बाड़मेर उपखण्ड के आदर्श राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय रावतसर में मंगलवार को निःशुल्क साईकिल वितरण समारोह आयोािजत कर 35 छात्राओं को साईकिलों का वितरण किया गया।समारोह की अध्यक्षता विद्यालय के प्रधानाचार्य भंवराराम चैधरी ने की जबकि मुख्य अतिथि सरपंच रावतसर रतनलाल चैपड़ा थे। इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने सरकारी योजनाओं का अधिकाधिक लाभ प्राप्त करने एवं सरकारी विद्यालय से जुड़ने का आहवान किया। इस अवसर विद्यालय के समस्त स्टाॅफ तथा ग्रामवासी उपस्थित थे।
जैसलमेर, ग्रामीणों ने राजस्व लोक अदालत शिविर का उठाया भरपूर लाभ
कनोई गांव में आयोजित शिविर में ग्रामीणों की कई राजस्व संबंधी समस्याओं का निस्तारण, एसडीएम जयसिंह व तहसीलदार पीतांबरदास राठी सहित अधिकारी-कर्मचारी रहे मौजूद जैसलमेर, 7 जुलाई। राज्य सरकार की ओर से चलाए जा रहे न्याय आपके द्वार कार्यक्रम के सिलसिले में मंगलवार को कनोई ग्राम पंचायत मुख्यालय पर आयोजित शिविर कनोई, डेढ़ा व दामोदरा पंचायतों के ग्रामीणों के लिए वरदान साबित हुआ। तीनों पंचायतों के ग्रामीणों ने अपनी राजस्व समस्याओं के समाधान के लिए शिविर का भरपूर लाभ उठाया। एसडीएम जयसिंह व तहसीलदार पीतांबर दास राठी के नेतृत्व में राजस्व कर्मचारियों ने ग्रामीणों की अनेक समस्याओं का निस्तारण किया। इस मौके पर एसडीएम जयसिंह ने ग्रामीणों से कहा कि राज्य सरकार की पहल पर लगाए जा रहे इन शिविरों का ग्रामीणों को खूब लाभ मिल रहा है। ग्रामीण अपने वाजिब वाद यहां लाएं और उनका निस्तारण कराएं। उन्होंने कहा कि आमतौर पर राजस्व वादों के निस्तारण में वर्षों लग जाते हैं और कई बार तो संबंधित व्यक्तियों की जिंदगी ही निकल जाती है। ऐसे में इन लोक अदालतों में लोगों की वर्षों से अटकी समस्याओं का मौके पर ही समाधान हो रहा है, जो अत्यंत प्रसन्नता का विषय है। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को सकारात्मक भाव और बेहतर सोच के साथ अपने प्रकरणों का निस्तारण करवाना चाहिए। एसडीएम ने राजस्व कर्मियों से कहा कि वे शिविरों के दौरान अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित करने की भावना से काम करें। इस शिविर में कनोई ,दामोदरा डेढा तथा आस-पास की ढांणियों के अच्छी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे। इस दौरान सरपंच चतुर्भुज प्रजापत, पटवारी गुड्डी मीणा, चतुर सिंह राठौड़, विक्रमसिंह सोढा, गोरधन सिंह, हरिराम विश्नोई, रावल सिंह, दलपत सिंह आदि भी मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि शिविर के दौरान धारा 135 के तहत नामान्तरकरण के 92 प्रकरण ,खाता दुरुस्ती फर्द के 12 मामले ,धारा 53 के अन्तर्गत खाता विभाजन के 23 प्रकरणों का मौके पर निस्तारण हुआ। इसी प्रकार सीमाज्ञान के 12 आवेदन प्राप्त हुए तथा 27 अन्य तरह के व नामान्तरकरण अपील के 2 प्रकरण निपटाए गए और 111 राजस्व नकले ली गई। --सफलता की कहानी सुजान सिंह को मिला 44 साल बाद खातेदारी अधिकारी जैसलमेर, 07 जुलाई। जिले के कनोई ग्राम पंचायत मुख्यालय पर मंगलवार को न्याय आपके द्वार कार्यक्रम के तहत लगा राजस्व लोक अदालत शिविर सलखा गांव के सुजानसिंह राजपूत के लिए वाकई न्याय दिलाने वाला साबित हुआ। अपनी पैतृक भूमि से करीब 44 वर्ष से वंचित सुजानसिंह को उसका खातेदारी अधिकार मिला। प्रकरण के मुताबिक, सलखा के सुजानसिंह के पिता की संयुक्त खातेदारी की भूमि 124.02 बीघा ग्राम सलखा में है। पिता का देहांत होने पर सभी भाइयों सहित सुजानसिंह का नाम भी दर्ज किया गया बाद में जमाबंदी चैसाला बनाते समय गलती से से सुजानसिंह का नाम रिकार्ड में दर्ज होने से रह गया। तब से लेकर अब तक सुजानसिंह ने कई बार कोशिशें की और राजस्व अभियान, रात्रि चैपालों में भी गुहार लगाई लेकिन उसे अपना हक नहीं मिला। राज्य सरकार की पहल पर चलाए जा रहे न्याय आपके द्वार अभियान की जानकारी उसे मिली तो उसने कनोई के अटल सेवा केंद्र पर पहुंचकर अपनी फरियाद दर्ज कराई। शिविर प्रभारी एसडीएम जयसिंह ने मामले को गंभीरता से लिया और संवेदनशीलता दिखाते हुए तहसीलदार पीतांबर राठी से रिकार्ड सहित वस्तुस्थिति की रिपोर्ट तत्काल देने को कहा। तहसीलदार ने जब रिकार्ड का निरीक्षण किया तो उन्हें यह स्पष्ट हो गया कि वास्तव में सुजानसिंह का नाम भूलवश छूट गया है। एसडीएम जयसिंह ने तुरंत कार्यवाही करते हुए प्रकरण को एलआर एक्ट 136 में दर्ज करते हुए सह खातेदारों के बयान कलमबद्व करवाएं। तहसीलदार राठी, सरपंच चतुर्भुज सहित अधिकारियों, कर्मचारियों व ग्रामीणों की मौजूदगी में एसडीएम ने शिविर में निर्णय लेते हुए सुजानसिंह को खातेदार घोषित किया एवं उसकी भूमि की कृषि जोत पासबुक बनवाकर सुपुर्द की। खातेदारी अधिकार पाकर सुजानसिंह की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।---दिनू खां आखिर बन गया दुले खां जैसलमेर, 07 जुलाई। जिले में राज्य सरकार की ओर से चलाए जा रहे न्याय आपके द्वार कार्यक्रम के तहत ग्राम पंचायत डांगरी में आयोजित राजस्व लोक अदालत शिविर ग्रामीण दुले खां के लिए खासा उपयोगी साबित हुआ। प्रकरण के मुतबिक, डांगरी में दुले खां के पिता के नाम से 4 खसरों में 151.05 बीघा खातेदारी भूमि है। पिता सुमार खां वर्ष 1990 में फौत हुआ तब वारिस के तौर पर ‘दुले खां’ का नाम ‘दिनू खां’ दर्ज हो गया। तब दुले खां नाबालिग था। कई वर्षो बाद दुले खां को राजस्व रिकार्ड में अपना नाम गलत होने की जानकारी मिली तो इसको शुद्ध करने के प्रयास किए, किंतु कहीं भी सफलता नहीं मिली। नाम गलत होने से दुले खां को बैंक ऋण व अन्य सरकारी सुविधाओं से वंचित होना पड रहा था। नाम शुद्वि के लिए सहायक कलक्टर (उपखंड अधिकारी) न्यायालय में भी उसने आवेदन किया लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ। डांगरी में आयोजित राजस्व लोक अदालत में एसडीएम जयसिंह ने इस आवेदन पत्र के संबंध में तहसीलदार से जांच करवाई।
तहसीलदार ने पटवारी डांगरी, भूअनि रासला से रिपोर्ट ली एवं मजमे आम से जानकारी लेकर नाम शुद्ध की सिफारिश की। तहसीलदार की रिपोर्ट एवं दस्तावेजों के आधार पर एसडीएम ने धारा 136 के प्रकरण को स्वीकार कर ‘दिनू खां’ के स्थान पर ‘दुले खां’ दर्ज करने के आदेश दिए। नाम शुद्धि का आदेश मिलते ही दुले खां की खुशी का ठिकाना ही नहीं रहा। उसने बताया कि नाम गलत होने की वजह से वह हमेशा परेशान व तनाव में रहता था तथा नाम शुद्ध होने की आशा ही छोड चुका था। राजस्व लोक अदालत ने ही उसे उसकी सही पहचान दी है।
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वायु सेना में भर्ती हेतु मार्गदर्षन षिविर आयोजित
जैसलमेर, 7 जुलाई। जिला रोजगार कार्यालय एवं वायु सेना भर्ती 5वां केन्द्र वायु सेना स्टेषन जोधपुर के तत्वावधान में जिला मुख्यालय स्थित श्री करणी बाल उच्च माध्यमिक विद्यालय में वायु सेना भर्ती के संबंध में मार्गदर्षन षिविर का आयोजन किया गया।
वायु सेना के विंग कमाण्डर, वायु सेना स्टेषन जोधपुर के एस. चक्रवती ने युवाओं को सम्बोधित करते हुए वायुसेना के बारे में विस्तृत रूप में बताया। उन्होंने बताया कि इसमें मेडिकल, टेक्नीकल, इलेक्ट्रिकल शाखाओं सहित कैरियर संभावनाओं के कई क्षेत्र हैं। उन्होंने इन क्षेत्रों में भर्ती के लिए परीक्षा कार्यक्रम आदि की जानकारी दी।
षिविर में जिला रोजगार अधिकारी भवानी प्रताप चारण ने वायु सेना की भर्ती में भाग लेने हेतु युवाओं को प्रेरित किया। इस अवसर पर वायु सेना स्टेषन जोधपुर के सार्जेट रंजीत, विद्यालय के अध्यापक सुमेर दान, सांवलदान, प्रधानाचार्य गिरधारी लाल एवं मंत्री बाबूदान चारण ने षिविर में उपस्थित अधिकारियों का आभार व्यक्त किया।
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बायतु में 132 के.वी. जी.एस.एस. की स्वीकृति से क्षैत्र में बिजली की
सुविधाऐं बढ़ेगी-कैलाष चौधरी।ओम प्रकाश सोनी जयपुरः-07 जुलाई 2015-बायतु विधायक कैलाष चौधरी ने मुख्यमंत्री वसुन्धराराजे जी और ऊर्जा मंत्री पुष्पेन्द्र सिंह राणावत से अथक प्रयास करकेबायतु के कानोड़ में 132 के.वी. जी.एस.एस. की स्वीकृति दिलवाई है। बायतुमें 132 के.वी. जी.एस.एस. की स्वीकृति दिलवाने के उपलक्ष में मुख्यमंत्रीवसुन्धरा राजे जी और ऊर्जा मंत्री पुष्पेन्द्र सिंह राणावत का धन्यवादज्ञापित किया।विधानसभा क्षैत्र बायतु में बिजली का 132 के.वी. का कोई जी.एस.एस. नहींहोने के कारण इस क्षैत्र मंे हमेषा बिजली की समस्या से जूझना पड़ रहा था।बायतु के कानोड़ में 132 के.वी. का जी.एस.एस. बनने से इस क्षैत्र केकिसानों, आमजन और सरकारी विभागों को बिजली कटौती की समस्या का सामना नहींकरना पड़ेगा।बायतु के कानोड़ में 132 के.वी. का जी.एस.एस. की स्वीकृति मिलने से आम जनमें खुषी की लहर है। इस उपलक्ष में कार्यकर्ताओं मिठाईयॉं बॉंट कर खुषीका इजहार किया। पाटोदी मंडल अध्यक्ष, नखतसिंह कालेवा, बायतु मंडलअध्यक्ष, चैनाराम चौधरी, गिड़ा मंडल अध्यक्ष, हैराजराम सऊ, जिला
कैसे करे उच्च शिक्षा का अध्ययनबालोतरा पी जी महाविद्यालय मंे रिक्त हैं शिक्षको के पद
ओम प्रकाश सोनी
बालोतरा । उपखंड मुख्यालय पर स्थित राजकिय छात्र महाविद्यालय में
प्राचार्य, उप प्राचार्य सहित कला संकाय के तमाम व्याख्याताओ के पद रिक्त
पड़े है। जिले के दूसरे सबसे बड़े महाविद्यालय में शिक्षको के पद रिक्त
होने से उपखंड के हजारो छा़त्रो का भविष्य अंधकार में है। परेशान छात्र
आज आंदोलन पर उतर आये। महाविद्यालय में शिक्षको के रिक्त पदो को भरने की
मांग को लेकर छात्रों ने महाविद्यालय के मुख्य प्रवेश द्वार के सामने
धरना देकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। छात्रो ने बताया कि राजनेतिक
द्धेषता के चलते बालोतरा के महाविद्यालय में शिक्षको के पदो को नही भरा
जा रहा है। छात्रो ने बताया कि कला संकाय में तो सभी पद रिक्त हो गये है,
जिससे छात्रो की पढाई राम भरोसे हो गई है। छात्रो ने बाद में कार्यवाहक
प्राचार्य को शिक्षा मंत्री के नाम का ज्ञापन दिया। छात्रो ने बताया कि
रिक्त पदो को शीघ्र नही भरा गया तो उन्हे आंदोलन पर उतरना पड़ेगा।
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पंचायत समिति की बैठक आयोजित
बालोतरा। नव गठित समदड़ी पंचायत समिति की पहली बैठक आज समिति के सभागार
में आयोजित हुई। बैठक में सांसद सोनाराम चौधरी, सिवाना विधायक हमरसिंह
भायल, प्रधान पिंकी देवी सहित पंचायत समिति सदस्यो ने भाग लिया। बैठक क
दोरान जन प्रतिनिधियो ने सांसद को समदड़ी क्षेत्र में पेयजल किल्लम ओर
अस्पतालो में चिकित्सको की कमी सहित अन्य समस्याओ से अवगत करवाते हुये
उनके निवारण की मांग की। सांसद ने समस्याओ का त्वरित निस्तारण करवाने का
आश्वाश्न दिया।
लक्ष्मणगढ़.सीकर में सड़क हादसा: दूध के साथ बहा खून, नौ की मौत
सीकर जिले के गांव छिछास के बस स्टैण्ड पर मंगलवार सुबह नौ बजे पिकअप व बोलेरो की आमने-सामने की भिड़ंत में चार साल की एक बच्ची समेत नौ जनों की मौत हो गई। सात जने गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी मृतक नागौर जिले के रहने वाले थे। यहां फतेहपुर में एक स्थान पर शराब छुड़वाने के लिए आ रहे थे। हादसे के बाद लोग दुर्घटनाग्रस्त वाहनों में फंस गए। आस-पास के लोगों ने कड़ी मशक्कत के बाद उन्हें बाहर निकाला।
थानाधिकारी सुरेन्द्र सिंह भाटी ने बताया कि पिकअप में फतेहपुर व आस-पास के गांवों से दूध लाया जा रहा था। वहीं नागौर जिले के चितावा थाना इलाके के लोगों से भरी बोलेरो फतेहपुर की ओर जा रही थी। गांव छिछास के बस स्टैण्ड के पास दोनों में जबरदस्त भिड़ंत हुई। पिकअप दो-तीन बार पहली खाई। बोलेरो के भी परखच्चे उड़ गए। हादसे में एक महिला समेत दो जनों की मौके पर ही मौत हो गई। चौदह जने घायल हो गए।
लोगों ने घायलों को 108 एम्बुलेंस से लक्ष्मणगढ़ के सरकारी अस्पताल में लाया गया। यहां से सभी को प्राथमिक उपचार देकर सीकर के एसके अस्पताल में रैफर किया गया। रास्ते में इनमें से छह जनों की मौत हो गई। इसके बाद सीकर से एक महिला को जयपुर रैफर किया, तब उसने भी रास्ते में दम तोड़ दिया।
मृतक व घायल
बोलेरो में सवार नागौर जिले के जिजोट निवासी विजेन्द्र (28), मनभरी देवी (65), जगदीश (35), विमला, नागौर के गोरियां निवासी खुशी (4), प्रेम कुमार, बिड़दाराम की मौत हो गई। दो मृतक महिला की शिनाख्त नहीं हो पाई है। पिकअप में सवार सीकर जिले के नरोदड़ा निवासी महिपाल, सैथलिया निवासी संदीप और बोलेरो में सवार जिजोट निवासी जयलाल, बाबूलाल, गौरियां निवासी भागीरथ, व मंजू देवी लाम्बा निवासी मीरादेवी घायल हुए हैं।
पिकअप में भरे थे दूध के ड्रम
पिकअप में दूध के करीब दस ड्रम रखे हुए थे। फतेहपुर व आस-पास के गांवों से दूध लाया जा रहा था। हादसे के बाद सड़क पर दूध व खून की नदी सी बही। पिकअप में दो ही जने सवार थे।
दिखाई तत्परता, फिर भी नहीं बचा सके
बस स्टैण्ड पर काम के सिलसिले में सीकर आने वाले काफी लोग बस का इंतजार कर रहे थे। अचानक हुए हादसे के बाद सभी लोग वाहनों में फंसे लोगों को निकालने में जुट गए। लोगों ने कड़ी मशक्कत के बाद उन्हें बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया, लेकिन नौ जनों को बचा नहीं सके। किसी ने मौके पर तो किसी ने अस्पताल ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया।
नई दिल्ली।बस में करंट लगने से 15 लोगों की मौत पर राजस्थान सरकार को नोटिस
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने राजस्थान के टोंक जिले में एक बस पर बिजली का तार गिरने से 15 लोगों की मौत और 31 के घायल होने पर राज्य के मुख्य सचिव को नोटिस जारी किया है।
आयोग ने इस घटना के बारे में मीडिया में आई रिपोर्ट का संज्ञान लेते हुए मुख्य सचिव को चार सप्ताह में नोटिस का जवाब देने को कहा है।
रिपोर्टों के अनुसार गत 12 जून को टोंक जिले में बारात की एक बस पर हाई वोल्टेज तार गिर गया जिससे पूरी बस में करंट प्रवाहित हो गया और उसमें सवार 15 लोगों की मौत हो गई तथा 31 घायल हो गए।
बस में करीब 50 यात्री सवार थे। आयोग ने कहा है कि हाई वोल्टेज और दूसरी बिजली लाइनों के कारण दुर्घटना रोकना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है।
इस घटना से कई लोगों की जान गई है और कई घायल हुए हैं। यह मानवाधिकार उल्लंघन का गंभीर मामला है। सरकार चार सप्ताह में घटना के बारे में विस्तार से रिपोर्ट दे।
पीलीभीत।युवती ने थाने में की मनचले की जमकर धुनाई, वीडियो हुआ वायरल
महिलाओं के खिलाफ दिन पर दिन बढ़ रहे अपराध को रोकने में पुलिस के असफल होने के बाद अब महिलाओं और लड़कियों ने खुद इससे लड़ने की ठान ली है। यूपी के पीलीबीत में ऐसा ही एक वाक्या सामने आया है। यहां एक स्टूडेंट ने छेड़छाड करने वाले लड़के को थाने में जमकर धुना। इस पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर बहुत तेजी से वायरल हो रहा है।
यूपी के पीलीभीत की रहने वाली एक स्टूडेंट ने कमेंट पास करने वाले मनचले से परेशान होकर सबक सिखाने की सोची। युवती ने छेड़छाड़ करने वाले लड़के को पकड़कर पहले तो पुलिस के हवाले किया। फिर अपने परिजनों के साथ थाने पहुंच कर मनचले की जमकर धुनाई की। यहीं नहीं लड़के से अपने पैर छुआ के माफी भी मंगवाई।
पुलिस पूरे प्रकरण में बीच-बचाव कराने की जगह घटना का वीडियो बनाने में लगी रही। अब यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस मामले की जांच की बात कर रही है।
राष्ट्रीय मरु उद्यान के संबंध में सीमाकंन को लेकर कवायद
जैसलमेर अपेक्षा के साथ आशंका भी!
राष्ट्रीय मरु उद्यान के संबंध में सीमाकंन को लेकर कवायद एक बार फिर शुरू हो गई है। ऐसे में डीएनएपी क्षेत्र को कम करने या फिर स्थान परिवर्तन करने को लेकर आशंकाएं भी हैं और अपेक्षाएं भी। ऐसे में सीमांकन का निर्णय लेने के दौरान जैसलमेर जिले का हित ध्यान में रखने की मांग अब जोर पकडऩे लगी है।
गौरतलब है कि बाड़मेर-जैसलमेर जिलों के सीमावर्ती क्षेत्र में राष्ट्रीय मरु उद्यान नाम से एक वन्य जीव अभयारण्य वर्ष 1980-81 में घोषित हुआ था। यह 3162 वर्ग किमी में फैला है। इस क्षेत्र में 73 राजस्व गांव एवं 200 बड़ी ढाणियां बसी हुई हैं।
आज भी ये क्षेत्र सरकारी रिकार्ड में राजस्व भूमि हैं। राष्ट्रीय मरु उद्यान का क्षेत्र कम करने या पुनर्सीमांकन की मांग स्थानीय जनता की ओर से कई बार उठी है।
कई कमेटियों ने अपना निर्णय दिया है। अंतिम कमेटी ने रणजीतसिंह की अध्यक्षता में वर्ष 2011 में क्षेत्र का निरीक्षण किया था।
उस कमेटी के सभी सदस्य सहमत थे कि गोडावण के संरक्षण के लिए सुदासरी का क्षेत्र जहां गोडावण विद्यमान है, उसे ही राष्ट्रीय मरु उद्यान की सीमा में रखा जाए। गोडावण का ऐसा क्षेत्र रामदेवरा गांव के पास भी है। वहां गोडावण का प्रजनन भी होता है।
यहां आशंका भी
वर्तमान में एक कमेटी ने दुबारा सर्वेक्षण किया है। इसकी रिपोर्ट पर राज्य सरकार को निर्णय करना है। पूर्व विधायक गोवद्र्धन कल्ला बताते हैं कि कमेटी का प्रयोजन केवल बाड़मेर जिले के क्षेत्र को हटा कर जैसलमेर जिले के अन्य क्षेत्र को जोडऩा है।
जो समस्याएं बाड़मेर जिले के क्षेत्र में हैं, वही जैसलमेर जिले के खुहड़ी, म्याजलार क्षेत्र की है, जहां घनी आबादी बसी हुई है। ऐसे में जैसलमेर जिले में अभयारण्य की सीमाएं बढ़ाना जैसलमेर की जनता के साथ अन्याय है।
यह है सुझाव
पूर्व में राज्य सरकार को कमेटियों ने सुझाव दिया था कि राष्ट्रीय मरु उद्यान को जैसलमेर के शाहगढ़ के क्षेत्र में स्थानांतरित किया जा सकता है। उस क्षेत्र की स्थिति वर्तमान अभयारण्य जैसी है। जनसंख्या भी कम है। रणजीतसिंह कमेटी शाहगढ़ क्षेत्र में अफ्रीकन चीते के लिए अभ्यारण बनाना चाहती थी, जिसका क्षेत्रफल 4000 वर्ग किमी था।
सरकार को बताए सुझाव
पूर्व विधायक गोवद्र्धन कल्ला ने इस संबंध में मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित कर अवगत कराया है कि यदि राष्ट्रीय मरु उद्यान के क्षेत्र को नहीं घटाया जा सकता तो इन सुझावों पर गौर किया जा सकता है।
गोडावण पक्षी संरक्षण के सुदासरी के क्षेत्र जो तारबंदी में हैं और अन्य कोई क्षेत्र जहां गोडावण प्रजनन हो रहा हो, उसको मरु उद्यान में रखा जाए।
जैसलमेर जिले के शाहगढ़ में 4000 वर्गकिमी क्षेत्र को जहां पूर्व में अफ्रीकन चीता अभयारण्य बनाने का प्रस्ताव था, उसे राष्ट्रीय मरु उद्यान के लिए सीमांकन कर नवीन अभयारण्य घोषित किया जाए।
राष्ट्रीय मरु उद्यान के लिए निर्धारित शर्तें
1. अभयारण्य का क्षेत्र इंदिरा गांधी नहर के कमांड क्षेत्र से दूर होना चाहिए।
2. क्षेत्र अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्र से दूर होना चाहिए।
3. यह अभयारण्य सुरक्षा एजेंसियों के अभ्यास क्षेत्र में नहीं होना चाहिए।
4. क्षेत्र में न्यूनतम जनसंख्या होनी चाहिए।
5. क्षेत्र में थार रेगिस्तान की समानता होनी चाहिए।
6. क्षेत्र में वन्यजीव की बहुतायात होनी चाहिए।
7. क्षेत्र में गोडावण पक्षी का संरक्षण होना चाहिए।
ये थे कमेटी में शामिल
जानकारी के मुताबिक डीएनपी क्षेत्र में हाल ही सर्वे करने पहुंची टीम में एडी. पीसीसीएफ एके उपाध्याय, सीसीएफ गोविन्द सागर भारद्वाज, राज्य बोर्ड सदस्य वन्यजीव विक्रम गरेवाल, राजपालसिंह तंवर, आरएस भंडारी, उप वन संरक्षक वन्यजीव जैसलमेर अनूप केआर शामिल थे।
बड़ीसादड़ी अश्लील वीडियो की धमकी, सहमी छात्रा ने की आत्महत्या
स्कूल शिक्षक की ओर से अश्लील वीडियो बनाकर वायरल करने की धमकी से परेशान छात्रा ने रविवार देर रात विषाक्त सेवन कर लिया। उदयपुर में उपचार के उसकी मौत हो गई।
मामले में पुलिस ने स्कूल संचालक और उसके अध्यापक भांजे के खिलाफ मामला दर्ज कर दोनों को हिरासत में लिया है। छात्रा की मौत के बाद परिजनों व गुस्साई भीड़ ने सोमवार दोपहर निजी विद्यालय के बाहर शव रखकर स्कूल में तोडफ़ोड़ की। बाद में दो मोटर साइकिल सहित फर्नीचर को आग लगा दी।
छात्रा का शव लेकर जैसे ही परिजन स्कूल के सामने पहुंचे उग्र भीड़ ने स्कूल में जमकर तोडफ़ोड़ की। फिर भवन एवं फर्नीचर को आग के हवाले कर दिया। स्थिति काबू करने पहुंचे अतिरिक्त पुलिस बल पर भी लोगों ने पथराव किया। वहीं आग बुझाने पहुंचे दमकल वाहन को करीब एक घंटे तक बीच मार्ग में रोके रखा।
विषम हालात में एक बारगी तो विद्यालय स्टाफ को जान बचाने के लाले पड़ गए, लेकिन पुलिस ने मुस्तैदी दिखाते हुए सभी को एक कमरे में बंद किया और मौका देख सुरक्षित घर पहुंचाया। देर शाम पुलिस ने स्कूल संचालक पूरण गिरी और उसके भांजे पुष्पेंद्र गिरी के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया। साथ ही पूरण व पुष्पेंद्र को हिरासत में भी लिया है।
जानकारी के अनुसार विषाक्त सेवन से हुई मौत के बाद 11वीं कक्षा की छात्रा का शव लेकर परिजन सीधे ही चित्तौडग़ढ़ मार्ग स्थित विवेकानंद सीनियर सैकण्डरी स्कूल पहुंचे। यहां परिजनों एवं उपस्थित अन्य लोगों ने आरोपित देवरी निवासी शिक्षक पुष्पेंद्र गिरी को उनके हवाले करने को कहा। शिक्षक के नहीं मिलने पर भीड़ उग्र हो गई और तोडफ़ोड़ शुरू कर दी।
सूचना पर स्थानीय पुलिस पहुंची, लेकिन बेकाबू भीड़ को काबू नहीं कर सकी। यहां भीड़ ने परिसर में रखी बाइक एवं कार में तोडफ़ोड़ कर आग लगा दी। फिर विद्यालय के कक्षाकक्षा में रखे फर्नीचर को एकत्र कर उसे भी आग के हवाले कर दिया। भीड़ ने कम्प्यूटर कक्ष में तोडफ़ोड़ कर शेष फर्नीचर को चित्तौडग़ढ़ मार्ग में रखकर आग लगा दी। निकुम्भ, डूगंला व मंगलवाड़ थाने से पहुंचे पुलिस बल पर लोगों ने पथराव किया। जवाबी पथराव कर पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर किया। लोगों ने आग बुझाने के लिए आए टैंकर को यहां परिसर में नहीं घुसने दिया। इधर आरोपित शिक्षक मौके से फरार था।
आक्रोशित भीड़ ने यहां सीसीटीवी कैमरों विज्ञान प्रयोगशाला में भी तोड़ फोड़ की। इधर, विद्यालय परिसर में तीसरे माले पर स्थापित छात्रावास में भीड़ पहुंच गई। बाद में उपखण्ड अधिकारी व तहसीलदार ने बच्चों को सुरक्षित किया। गौरतलब है कि ननिहाल में रहकर अध्ययनरत छात्रा ने शिक्षक पुष्पेंद्र पर अश्लील वीडियो बनाने और वायरल करने की धमकी देने का आरोप लगाया था। बाद में उसने विषाक्त सेवन कर लिया।
वीडियो वायरल करने की दे रहा था धमकी, हुई थी शिकायत
पुलिस के अनुसार परिजनों ने जानकारी दी कि आरोपित पुष्पेंद्र गिरी पिछले छह माह से बालिका को परेशान कर रहा था। हाल ही में उसने बालिका को अश्लील वीडियो बनाने और उसे वायरल करने धमकी भी दी थी। इससे बालिका घबरा गई थी।
बालिका ने परिजनों से इसकी शिकायत की थी। परिजनों ने भी इसकी जानकारी स्कूल संचालक पूरण गिरी को दी थी, लेकिन पूरण ने इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की। इससे पुष्पेंद्र के हौसले बढ़ गए और उसने बालिका को ज्यादा परेशान करना शुरू कर दिया। जिससे त्रस्त छात्रा ने आत्महत्या कर ली।
तोडफ़ोड़ आगजनी का मामला दर्ज
रविवार देर रात बड़ीसादड़ी स्थित एक स्कूल में अध्ययनरत बालिका ने विषाक्त पदार्थ का सेवन कर लिया था, जिसके बाद सोमवार को उसकी मौत हो गई। दोपहर को परिजनों व स्थानीय लोगों ने स्कूल के सामने प्रदर्शन किया। इस दौरान स्कूल में तोडफ़ोड़ की गई व आगजनी की घटना भी हुई। परिजन व अन्य लोगों ने स्कूल के एक कर्मचारी पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया है।
मामले में संचालक व उसके भांजे पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है। स्कूल संचालक पुलिस हिरासत में है। देर रात अन्य आरोपित को भी पकड़ लिया गया। तोडफ़ोड़ और आगजनी का भी मामला दर्ज किया गया है।
प्रसन्नकुमार खमेसरा, जिला पुलिस अधीक्षक, चित्तौडग़ढ़
पाली आपसी रंजिश में युवक की हत्या
शहर के प्रताप नगर क्षेत्र में कुम्हारों की गली के मुहाने पर चार-पांच बाइक पर आए करीब 8-10 हमलावरों ने पुरानी रंजिश के चलते दो भाइयों पर हमला कर दिया। इसमें एक भाई की मौत हो गई और बीच-बचाव करने आया एक अन्य युवक घायल हो गया।
घर से चंद कदम दूर हुई इस वारदात से सनसनी फैल गई। पुलिस मौके पर पहुंची और वारदात स्थल से साक्ष्य लिए हैं। थाना प्रभारी नरेन्द्र शर्मा ने बताया कि प्रताप नगर निवासी सोहनलाल पुत्र पन्नाजी भाट की कुछ युवकों से रंजिश चल रही थी। इसी के चलते कुछ युवक बाइक पर सवार होक र आए और सोहनलाल को तलाश किया। लेकिन घर के बाहर उसका भाई महेन्द्र खड़ा था।
जिस पर तलवारों से हमला कर दिया। इस हमले को देख थोड़ी दूर खड़ा राकेश पुत्र खीमाराम माली बीच-बचाव करने आया, लेकिन हमलावरों ने उस पर भी चाकू से हमला कर दिया। इसके बाद हमलावर वहां से भाग गए। आस-पास के लोगों ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया, जहां महेन्द्र की मौत हो गई। वहीं घायल राकेश को जोधपुर रैफर किया गया। पुलिस ने मौका तस्दीक की और आरोपितों की तलाश शुरू की। देर रात को दो युवकों को हिरासत में भी लिया गया है।
घर से महज चंद कदम दूर वारदात
यह वारदात जहां हुई, वहां से मात्र चंद कदम दूर ही मृतक का घर था। बताया जाता है कि मृतक को हमलावर घर से लेकर बुलाकर लाए और तलवारों से उस पर हमला कर दिया। एक तलवार उसके सिर पर लगी, जिससे वह घायल हो गया और यही उसकी मौत का कारण बनी।
छह जनों पर लगाया आरोप
मृतक के भाई सोहनलाल ने पुलिस को रिपोर्ट दी कि इस वारदात को अंजाम देने के पीछे महेश हरिजन, करण मेघवाल, रज्जाक, फिरोज, मुकेश खान सिंधी और जसराज हरिजन का हाथ है। देर रात एक बजे इस संबंध में रिपोर्ट दर्ज की गई। पुलिस ने देर रात दो जनों को हिरासत में भी लिया, लेकिन उनके नामों का खुलासा नहीं हो पाया है।
पहले साथ थी बैठक
स्थानीय लोगों ने बताया कि मृतक महेन्द्र के भाई सोहनलाल की आरोपितों के साथ ही बैठक थी, लेकिन बीते दिनों किसी बात को लेकर रंजिश हो गई थी। इसके बाद से सोहन का आरोपितों से झगड़ा होता था। कई बार महेन्द्र ने झगड़े में बीच-बचाव कर छुड़वाया था। सोमवार को भी सोहन और आरोपितों में झगड़ा हुआ, जिसे छुड़वाने के लिए महेन्द्र ने कुछ बोल दिया। जिससे महेन्द्र हमलावरों की नजरों में चढ़ गया। इसके बाद हथियारों से लैस होकर आए हमलावरों ने पहले सोहन को ढूंढा, लेकिन उसके नहीं मिलने पर महेन्द्र पर वार कर दिए।
आपराधिक प्रवृत्ति के आरोपित
वारदात की सूचना मिलते ही शहर वृताधिकारी रामदेव जलवानिया मय जाप्ता मौके पर पहुंचे। बताया जाता है कि आरोपित आपराधिक प्रवृत्ति के हैं और उनके खिलाफ पूर्व में कई मामले और वारंट भी जारी हो रखे हैं। लेकिन पुलिस की निष्क्रियता से वे पकड़े नहीं गए थे। इस बात से नाराज होकर जलवानिया ने थानाप्रभारी और जवानों को खरी-खरी भी सुनाई। रात दो बजे तक पुलिस अधिकारी हिरासत में लिए गए दो जनों से पूछताछ में जुटे हुए थे।
मेरठ। नहीं थम रहीं सांप्रदायिक तनाव की घटनाएं, अब मेरठ में बवाल
उत्तर प्रदेश के मेरठ में कंकरखेड़ा क्षेत्र में रविवार रात एक मामूली विवाद के बाद भड़की सांप्रदायिक हिंसा में 12 से अधिक लोग घायल हो गए। घटना के बाद इलाके में स्थिति तनावपूर्ण मगर नियंत्रण में है।
पुलिस ने सोमवार को बताया कि पावलीखास गांव के बाहरी छोर पर स्थित एक खेत में ईंट से भरी ट्रैक्टर ट्राली उतार देने पर विवाद शुरु हुआ। गांव में इसकी खबर फैली तो दोनों ही ओर से लोग मौके पर पहुंच गए और पथराव होने लगा।
इस दौरान करीब 15 राउन्ड फायरिंग भी हुई जिससे गांव में दहशत फैल गई। गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस और पीएसी तैनात किए जाने के साथ ही जिला मजिस्ट्रेट और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डेरा डाले हुए हैं।
इस सिलसिले में अब तक किसी को गिरफ्तार नही किया गया है हालांकि पुलिस का कहना है कि हिंसा में शामिल लोगों को चिन्हित करने का काम जारी है और शाम तक कुछ लोगों को हिरासत में लिया जा सकता है।
इस संबंध में जिलाधिकारी पंकज यादव का कहना है कि पुलिस बल के सहयोग से स्थिति को नियंत्रण में कर लिया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डी सी दूबे ने बताया कि दोनों पक्षों की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई की जा रही है।
उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी के साथ वह स्वयं भी गांव में डेरा डाले हुए हैं और एहतियात के तौर पर गांव में पुलिस और पीएसी तैनात कर दी गई है। पुलिस ने देर रात फ्लैग मार्च भी निकाला। ग्रामीणों का आरोप है कि कंकरखेड़ा पुलिस की लापरवाही के कारण गांव सुलग उठा।
उनका कहना था कि दोनों संप्रदायों के लोगों में चार दिन से तनाव की स्थिति बनी हुई थी इसके बावजूद पुलिस ने गंभीरता नहीं बरती।
लखनऊ उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव के कार्यकाल में एक से बढ़कर एक संगीन अपराध हो रहे हैं। अबकी बार पुलिस थाने में महिला से दुष्कर्म की कोशिश और पीडि़ता को जिंदा जलाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है।
दुष्कर्म में विफल बाराबंकी के कोठी थानाध्यक्ष ने अपने सहयोगी दारोगा के साथ मिलकर एक महिला को थाने में फूंक दिया।
झुलसी अवस्था में महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालत गंभीर होने पर लखनऊ रेफर कर दिया गया है।
महिला अवैध हिरासत से पति को छुड़ाने थाने गई थी। पुलिस अधीक्षक ने आरोपी थानाध्यक्ष व दारोगा को निलंबित कर उनके खिलाफ उसी थाने में मुकदमा दर्ज करा जांच के आदेश दिए हैं।
बाराबंकी के कोठी थाने के सामने सोमवार सुबह आग से लिपटी महिला को देख हड़कंप मच गया। महिला की चीखें थाने से बाहर आ रही थीं। लोगों ने किसी तरह आग को बुझाया और थाने के सिपाही हीरा यादव व पंकज द्विवेदी ने महिला को उसके पुत्र नीरज के साथ थाने की गाड़ी से जिला अस्पताल पहुंचाया। जहां चिकित्सक ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे लखनऊ रेफर कर दिया।
मांगे एक लाख रुपए
आंगनबाड़ी कार्यकत्री नीतू द्विवेदी अवैध हिरासत में रखे गए अपने पति राम नारायण द्विवेदी को छुड़ाने पुत्र नीरज के साथ थाने पहुंची थी। बताया कि जब वह एसओ के कमरे में गई तो उससे एक लाख रुपए की मांग की गई।
इसके बाद दोनों ने सोने की चेन और अंगूठी छीन ली। इसके उपरांत दुष्कर्म का प्रयास किया। विरोध करने पर दोनों ने पेट्रोल डालकर आग लगा दी। भाग कर थाने के गेट पर पहुंची जहां लोगों ने आग बुझाई।
पांडवों ने श्रीकृष्ण के मार्गदर्शन में महाभारत का युद्ध जीता था। कौरवों की पराजय हुई और उनके सभी योद्धाओं ने कुरूक्षेत्र की रणभूमि में प्राण गंवाए। वास्तव में यह कहानी यहीं समाप्त नहीं होती। इसमें एक रोचक तथ्य भी है।
युद्ध से बहुत पहले 4 पांडव भी प्राण गंवा चुके थे लेकिन बाद में उन्हें प्राणदान दिया गया। युधिष्ठिर की सूझबूझ और बुद्धिमानी के कारण उनके सभी भाई पुनर्जीवित हुए थे।
यह कहानी शुरू होती है पांडवों के वनवास से। जब जुए में हारने के बाद पांडवों को 12 वर्ष का वनवास और एक वर्ष का अज्ञातवास दिया गया। तब वे वनों में भटक रहे थे।
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एक दिन सभी पांडवों को प्यास लगी। इसलिए नकुल पानी लाने गए। जब वे पानी पीने लगे तो उन्हें एक आकाशवाणी सुनाई दी - मेरे सवालों के जवाब देने के बाद ही तुम जल पी सकते हो... लेकिन नकुल ने उसकी ओर ध्यान नहीं दिया और पानी पीने लगे।
पानी की एक घूंट लेते ही वे वहीं गिर गए और उनकी मृत्यु हो गई। इसी तरह सहदेव, अर्जुन और भीम भी जल लेने गए। उन्हें भी आकाशवाणी सुनाई दी लेकिन उन्होंने उसकी ओर ध्यान नहीं दिया और पानी की घूंट लेते ही भूमि पर गिर पड़े।
जब कोई भाई जल लेकर नहीं आया तो युधिष्ठिर को चिंता हुई। वे अपने भाइयों को ढूंढने गए। उन्होंने देखा, सभी तालाब के किनारे अचेत पड़े हैं। उनके शरीर में प्राण का कोई चिह्न नहीं है।
युधिष्ठिर ने सोचा, संभवतः इस सरोवर का पानी विषैला है। उन्होंने पानी पीना चाहा, तभी एक आकाशवाणी हुई - जल पीने से पहले मेरे प्रश्नों के उत्तर दो। अन्यथा तुम भी अपने भाइयों की तरह मृत्यु को प्राप्त हो जाओगे।
युधिष्ठिरन ने पूछा, आप कौन हैं?
उसने बताया कि वह एक यक्ष है और इस सरोवर के जल पर उसी का अधिकार है। युधिष्ठिर ने प्रश्न पूछने के लिए सहमति जता दी।
यक्ष ने पूछा, वह क्या है जिसमें धरती से भी ज्यादा भार होता है? आकाश से भी अधिक ऊंचाई किसकी है? किसकी गति वायु से भी तेज है? किसकी संख्या तिनकों से भी ज्यादा है?
युधिष्ठिर ने बताया, माता पृथ्वी से भी भारी यानी महान हैं। पिता का दर्जा आकाश से भी ऊंचा है। मन की गति वायु से भी तेज है। जीवन में चिंता की संख्या तिनकों से भी ज्यादा है।
यक्ष ने युधिष्ठिर से अनेक प्रश्न किए जो धर्म, नीति और व्यवहार कुशलता से संबंधित थे। उन्होंने सबके बिलकुल सही उत्तर दिए। जवाब सुनकर यक्ष प्रसन्न हो गया और उसने पांडवों को पुनः जीवित कर दिया। अपने भाइयों को जीवित देखकर युधिष्ठिर अत्यंत प्रसन्न हुए। उन्होंने सरोवर का जल पीया और वहां से प्रस्थान किया।