जैसलमेर,
ग्रामीणों ने राजस्व लोक अदालत शिविर का उठाया भरपूर लाभ
कनोई गांव में आयोजित शिविर में ग्रामीणों की कई राजस्व संबंधी समस्याओं का निस्तारण, एसडीएम जयसिंह व तहसीलदार पीतांबरदास राठी सहित अधिकारी-कर्मचारी रहे मौजूद
जैसलमेर, 7 जुलाई। राज्य सरकार की ओर से चलाए जा रहे न्याय आपके द्वार कार्यक्रम के सिलसिले में मंगलवार को कनोई ग्राम पंचायत मुख्यालय पर आयोजित शिविर कनोई, डेढ़ा व दामोदरा पंचायतों के ग्रामीणों के लिए वरदान साबित हुआ। तीनों पंचायतों के ग्रामीणों ने अपनी राजस्व समस्याओं के समाधान के लिए शिविर का भरपूर लाभ उठाया।
एसडीएम जयसिंह व तहसीलदार पीतांबर दास राठी के नेतृत्व में राजस्व कर्मचारियों ने ग्रामीणों की अनेक समस्याओं का निस्तारण किया। इस मौके पर एसडीएम जयसिंह ने ग्रामीणों से कहा कि राज्य सरकार की पहल पर लगाए जा रहे इन शिविरों का ग्रामीणों को खूब लाभ मिल रहा है। ग्रामीण अपने वाजिब वाद यहां लाएं और उनका निस्तारण कराएं। उन्होंने कहा कि आमतौर पर राजस्व वादों के निस्तारण में वर्षों लग जाते हैं और कई बार तो संबंधित व्यक्तियों की जिंदगी ही निकल जाती है। ऐसे में इन लोक अदालतों में लोगों की वर्षों से अटकी समस्याओं का मौके पर ही समाधान हो रहा है, जो अत्यंत प्रसन्नता का विषय है।
उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को सकारात्मक भाव और बेहतर सोच के साथ अपने प्रकरणों का निस्तारण करवाना चाहिए। एसडीएम ने राजस्व कर्मियों से कहा कि वे शिविरों के दौरान अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित करने की भावना से काम करें। इस शिविर में कनोई ,दामोदरा डेढा तथा आस-पास की ढांणियों के अच्छी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।
इस दौरान सरपंच चतुर्भुज प्रजापत, पटवारी गुड्डी मीणा, चतुर सिंह राठौड़, विक्रमसिंह सोढा, गोरधन सिंह, हरिराम विश्नोई, रावल सिंह, दलपत सिंह आदि भी मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि शिविर के दौरान धारा 135 के तहत नामान्तरकरण के 92 प्रकरण ,खाता दुरुस्ती फर्द के 12 मामले ,धारा 53 के अन्तर्गत खाता विभाजन के 23 प्रकरणों का मौके पर निस्तारण हुआ। इसी प्रकार सीमाज्ञान के 12 आवेदन प्राप्त हुए तथा 27 अन्य तरह के व नामान्तरकरण अपील के 2 प्रकरण निपटाए गए और 111 राजस्व नकले ली गई।
--सफलता की कहानी सुजान सिंह को मिला 44 साल बाद खातेदारी अधिकारी
जैसलमेर, 07 जुलाई। जिले के कनोई ग्राम पंचायत मुख्यालय पर मंगलवार को न्याय आपके द्वार कार्यक्रम के तहत लगा राजस्व लोक अदालत शिविर सलखा गांव के सुजानसिंह राजपूत के लिए वाकई न्याय दिलाने वाला साबित हुआ। अपनी पैतृक भूमि से करीब 44 वर्ष से वंचित सुजानसिंह को उसका खातेदारी अधिकार मिला।
प्रकरण के मुताबिक, सलखा के सुजानसिंह के पिता की संयुक्त खातेदारी की भूमि 124.02 बीघा ग्राम सलखा में है। पिता का देहांत होने पर सभी भाइयों सहित सुजानसिंह का नाम भी दर्ज किया गया बाद में जमाबंदी चैसाला बनाते समय गलती से से सुजानसिंह का नाम रिकार्ड में दर्ज होने से रह गया। तब से लेकर अब तक सुजानसिंह ने कई बार कोशिशें की और राजस्व अभियान, रात्रि चैपालों में भी गुहार लगाई लेकिन उसे अपना हक नहीं मिला। राज्य सरकार की पहल पर चलाए जा रहे न्याय आपके द्वार अभियान की जानकारी उसे मिली तो उसने कनोई के अटल सेवा केंद्र पर पहुंचकर अपनी फरियाद दर्ज कराई। शिविर प्रभारी एसडीएम जयसिंह ने मामले को गंभीरता से लिया और संवेदनशीलता दिखाते हुए तहसीलदार पीतांबर राठी से रिकार्ड सहित वस्तुस्थिति की रिपोर्ट तत्काल देने को कहा। तहसीलदार ने जब रिकार्ड का निरीक्षण किया तो उन्हें यह स्पष्ट हो गया कि वास्तव में सुजानसिंह का नाम भूलवश छूट गया है। एसडीएम जयसिंह ने तुरंत कार्यवाही करते हुए प्रकरण को एलआर एक्ट 136 में दर्ज करते हुए सह खातेदारों के बयान कलमबद्व करवाएं। तहसीलदार राठी, सरपंच चतुर्भुज सहित अधिकारियों, कर्मचारियों व ग्रामीणों की मौजूदगी में एसडीएम ने शिविर में निर्णय लेते हुए सुजानसिंह को खातेदार घोषित किया एवं उसकी भूमि की कृषि जोत पासबुक बनवाकर सुपुर्द की। खातेदारी अधिकार पाकर सुजानसिंह की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
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दिनू खां आखिर बन गया दुले खां
जैसलमेर, 07 जुलाई। जिले में राज्य सरकार की ओर से चलाए जा रहे न्याय आपके द्वार कार्यक्रम के तहत ग्राम पंचायत डांगरी में आयोजित राजस्व लोक अदालत शिविर ग्रामीण दुले खां के लिए खासा उपयोगी साबित हुआ।
प्रकरण के मुतबिक, डांगरी में दुले खां के पिता के नाम से 4 खसरों में 151.05 बीघा खातेदारी भूमि है। पिता सुमार खां वर्ष 1990 में फौत हुआ तब वारिस के तौर पर ‘दुले खां’ का नाम ‘दिनू खां’ दर्ज हो गया। तब दुले खां नाबालिग था। कई वर्षो बाद दुले खां को राजस्व रिकार्ड में अपना नाम गलत होने की जानकारी मिली तो इसको शुद्ध करने के प्रयास किए, किंतु कहीं भी सफलता नहीं मिली। नाम गलत होने से दुले खां को बैंक ऋण व अन्य सरकारी सुविधाओं से वंचित होना पड रहा था। नाम शुद्वि के लिए सहायक कलक्टर (उपखंड अधिकारी) न्यायालय में भी उसने आवेदन किया लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ। डांगरी में आयोजित राजस्व लोक अदालत में एसडीएम जयसिंह ने इस आवेदन पत्र के संबंध में तहसीलदार से जांच करवाई।
तहसीलदार ने पटवारी डांगरी, भूअनि रासला से रिपोर्ट ली एवं मजमे आम से जानकारी लेकर नाम शुद्ध की सिफारिश की। तहसीलदार की रिपोर्ट एवं दस्तावेजों के आधार पर एसडीएम ने धारा 136 के प्रकरण को स्वीकार कर ‘दिनू खां’ के स्थान पर ‘दुले खां’ दर्ज करने के आदेश दिए। नाम शुद्धि का आदेश मिलते ही दुले खां की खुशी का ठिकाना ही नहीं रहा। उसने बताया कि नाम गलत होने की वजह से वह हमेशा परेशान व तनाव में रहता था तथा नाम शुद्ध होने की आशा ही छोड चुका था। राजस्व लोक अदालत ने ही उसे उसकी सही पहचान दी है।
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वायु सेना में भर्ती हेतु मार्गदर्षन षिविर आयोजित
जैसलमेर, 7 जुलाई। जिला रोजगार कार्यालय एवं वायु सेना भर्ती 5वां केन्द्र वायु सेना स्टेषन जोधपुर के तत्वावधान में जिला मुख्यालय स्थित श्री करणी बाल उच्च माध्यमिक विद्यालय में वायु सेना भर्ती के संबंध में मार्गदर्षन षिविर का आयोजन किया गया।
वायु सेना के विंग कमाण्डर, वायु सेना स्टेषन जोधपुर के एस. चक्रवती ने युवाओं को सम्बोधित करते हुए वायुसेना के बारे में विस्तृत रूप में बताया। उन्होंने बताया कि इसमें मेडिकल, टेक्नीकल, इलेक्ट्रिकल शाखाओं सहित कैरियर संभावनाओं के कई क्षेत्र हैं। उन्होंने इन क्षेत्रों में भर्ती के लिए परीक्षा कार्यक्रम आदि की जानकारी दी।
षिविर में जिला रोजगार अधिकारी भवानी प्रताप चारण ने वायु सेना की भर्ती में भाग लेने हेतु युवाओं को प्रेरित किया। इस अवसर पर वायु सेना स्टेषन जोधपुर के सार्जेट रंजीत, विद्यालय के अध्यापक सुमेर दान, सांवलदान, प्रधानाचार्य गिरधारी लाल एवं मंत्री बाबूदान चारण ने षिविर में उपस्थित अधिकारियों का आभार व्यक्त किया।
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ग्रामीणों ने राजस्व लोक अदालत शिविर का उठाया भरपूर लाभ
कनोई गांव में आयोजित शिविर में ग्रामीणों की कई राजस्व संबंधी समस्याओं का निस्तारण, एसडीएम जयसिंह व तहसीलदार पीतांबरदास राठी सहित अधिकारी-कर्मचारी रहे मौजूद
जैसलमेर, 7 जुलाई। राज्य सरकार की ओर से चलाए जा रहे न्याय आपके द्वार कार्यक्रम के सिलसिले में मंगलवार को कनोई ग्राम पंचायत मुख्यालय पर आयोजित शिविर कनोई, डेढ़ा व दामोदरा पंचायतों के ग्रामीणों के लिए वरदान साबित हुआ। तीनों पंचायतों के ग्रामीणों ने अपनी राजस्व समस्याओं के समाधान के लिए शिविर का भरपूर लाभ उठाया।
एसडीएम जयसिंह व तहसीलदार पीतांबर दास राठी के नेतृत्व में राजस्व कर्मचारियों ने ग्रामीणों की अनेक समस्याओं का निस्तारण किया। इस मौके पर एसडीएम जयसिंह ने ग्रामीणों से कहा कि राज्य सरकार की पहल पर लगाए जा रहे इन शिविरों का ग्रामीणों को खूब लाभ मिल रहा है। ग्रामीण अपने वाजिब वाद यहां लाएं और उनका निस्तारण कराएं। उन्होंने कहा कि आमतौर पर राजस्व वादों के निस्तारण में वर्षों लग जाते हैं और कई बार तो संबंधित व्यक्तियों की जिंदगी ही निकल जाती है। ऐसे में इन लोक अदालतों में लोगों की वर्षों से अटकी समस्याओं का मौके पर ही समाधान हो रहा है, जो अत्यंत प्रसन्नता का विषय है।
उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को सकारात्मक भाव और बेहतर सोच के साथ अपने प्रकरणों का निस्तारण करवाना चाहिए। एसडीएम ने राजस्व कर्मियों से कहा कि वे शिविरों के दौरान अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित करने की भावना से काम करें। इस शिविर में कनोई ,दामोदरा डेढा तथा आस-पास की ढांणियों के अच्छी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।
इस दौरान सरपंच चतुर्भुज प्रजापत, पटवारी गुड्डी मीणा, चतुर सिंह राठौड़, विक्रमसिंह सोढा, गोरधन सिंह, हरिराम विश्नोई, रावल सिंह, दलपत सिंह आदि भी मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि शिविर के दौरान धारा 135 के तहत नामान्तरकरण के 92 प्रकरण ,खाता दुरुस्ती फर्द के 12 मामले ,धारा 53 के अन्तर्गत खाता विभाजन के 23 प्रकरणों का मौके पर निस्तारण हुआ। इसी प्रकार सीमाज्ञान के 12 आवेदन प्राप्त हुए तथा 27 अन्य तरह के व नामान्तरकरण अपील के 2 प्रकरण निपटाए गए और 111 राजस्व नकले ली गई।
--सफलता की कहानी सुजान सिंह को मिला 44 साल बाद खातेदारी अधिकारी
जैसलमेर, 07 जुलाई। जिले के कनोई ग्राम पंचायत मुख्यालय पर मंगलवार को न्याय आपके द्वार कार्यक्रम के तहत लगा राजस्व लोक अदालत शिविर सलखा गांव के सुजानसिंह राजपूत के लिए वाकई न्याय दिलाने वाला साबित हुआ। अपनी पैतृक भूमि से करीब 44 वर्ष से वंचित सुजानसिंह को उसका खातेदारी अधिकार मिला।
प्रकरण के मुताबिक, सलखा के सुजानसिंह के पिता की संयुक्त खातेदारी की भूमि 124.02 बीघा ग्राम सलखा में है। पिता का देहांत होने पर सभी भाइयों सहित सुजानसिंह का नाम भी दर्ज किया गया बाद में जमाबंदी चैसाला बनाते समय गलती से से सुजानसिंह का नाम रिकार्ड में दर्ज होने से रह गया। तब से लेकर अब तक सुजानसिंह ने कई बार कोशिशें की और राजस्व अभियान, रात्रि चैपालों में भी गुहार लगाई लेकिन उसे अपना हक नहीं मिला। राज्य सरकार की पहल पर चलाए जा रहे न्याय आपके द्वार अभियान की जानकारी उसे मिली तो उसने कनोई के अटल सेवा केंद्र पर पहुंचकर अपनी फरियाद दर्ज कराई। शिविर प्रभारी एसडीएम जयसिंह ने मामले को गंभीरता से लिया और संवेदनशीलता दिखाते हुए तहसीलदार पीतांबर राठी से रिकार्ड सहित वस्तुस्थिति की रिपोर्ट तत्काल देने को कहा। तहसीलदार ने जब रिकार्ड का निरीक्षण किया तो उन्हें यह स्पष्ट हो गया कि वास्तव में सुजानसिंह का नाम भूलवश छूट गया है। एसडीएम जयसिंह ने तुरंत कार्यवाही करते हुए प्रकरण को एलआर एक्ट 136 में दर्ज करते हुए सह खातेदारों के बयान कलमबद्व करवाएं। तहसीलदार राठी, सरपंच चतुर्भुज सहित अधिकारियों, कर्मचारियों व ग्रामीणों की मौजूदगी में एसडीएम ने शिविर में निर्णय लेते हुए सुजानसिंह को खातेदार घोषित किया एवं उसकी भूमि की कृषि जोत पासबुक बनवाकर सुपुर्द की। खातेदारी अधिकार पाकर सुजानसिंह की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
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दिनू खां आखिर बन गया दुले खां
जैसलमेर, 07 जुलाई। जिले में राज्य सरकार की ओर से चलाए जा रहे न्याय आपके द्वार कार्यक्रम के तहत ग्राम पंचायत डांगरी में आयोजित राजस्व लोक अदालत शिविर ग्रामीण दुले खां के लिए खासा उपयोगी साबित हुआ।
प्रकरण के मुतबिक, डांगरी में दुले खां के पिता के नाम से 4 खसरों में 151.05 बीघा खातेदारी भूमि है। पिता सुमार खां वर्ष 1990 में फौत हुआ तब वारिस के तौर पर ‘दुले खां’ का नाम ‘दिनू खां’ दर्ज हो गया। तब दुले खां नाबालिग था। कई वर्षो बाद दुले खां को राजस्व रिकार्ड में अपना नाम गलत होने की जानकारी मिली तो इसको शुद्ध करने के प्रयास किए, किंतु कहीं भी सफलता नहीं मिली। नाम गलत होने से दुले खां को बैंक ऋण व अन्य सरकारी सुविधाओं से वंचित होना पड रहा था। नाम शुद्वि के लिए सहायक कलक्टर (उपखंड अधिकारी) न्यायालय में भी उसने आवेदन किया लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ। डांगरी में आयोजित राजस्व लोक अदालत में एसडीएम जयसिंह ने इस आवेदन पत्र के संबंध में तहसीलदार से जांच करवाई।
तहसीलदार ने पटवारी डांगरी, भूअनि रासला से रिपोर्ट ली एवं मजमे आम से जानकारी लेकर नाम शुद्ध की सिफारिश की। तहसीलदार की रिपोर्ट एवं दस्तावेजों के आधार पर एसडीएम ने धारा 136 के प्रकरण को स्वीकार कर ‘दिनू खां’ के स्थान पर ‘दुले खां’ दर्ज करने के आदेश दिए। नाम शुद्धि का आदेश मिलते ही दुले खां की खुशी का ठिकाना ही नहीं रहा। उसने बताया कि नाम गलत होने की वजह से वह हमेशा परेशान व तनाव में रहता था तथा नाम शुद्ध होने की आशा ही छोड चुका था। राजस्व लोक अदालत ने ही उसे उसकी सही पहचान दी है।
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वायु सेना में भर्ती हेतु मार्गदर्षन षिविर आयोजित
जैसलमेर, 7 जुलाई। जिला रोजगार कार्यालय एवं वायु सेना भर्ती 5वां केन्द्र वायु सेना स्टेषन जोधपुर के तत्वावधान में जिला मुख्यालय स्थित श्री करणी बाल उच्च माध्यमिक विद्यालय में वायु सेना भर्ती के संबंध में मार्गदर्षन षिविर का आयोजन किया गया।
वायु सेना के विंग कमाण्डर, वायु सेना स्टेषन जोधपुर के एस. चक्रवती ने युवाओं को सम्बोधित करते हुए वायुसेना के बारे में विस्तृत रूप में बताया। उन्होंने बताया कि इसमें मेडिकल, टेक्नीकल, इलेक्ट्रिकल शाखाओं सहित कैरियर संभावनाओं के कई क्षेत्र हैं। उन्होंने इन क्षेत्रों में भर्ती के लिए परीक्षा कार्यक्रम आदि की जानकारी दी।
षिविर में जिला रोजगार अधिकारी भवानी प्रताप चारण ने वायु सेना की भर्ती में भाग लेने हेतु युवाओं को प्रेरित किया। इस अवसर पर वायु सेना स्टेषन जोधपुर के सार्जेट रंजीत, विद्यालय के अध्यापक सुमेर दान, सांवलदान, प्रधानाचार्य गिरधारी लाल एवं मंत्री बाबूदान चारण ने षिविर में उपस्थित अधिकारियों का आभार व्यक्त किया।
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