बुधवार, 17 जून 2015

बाड़मेर प्रदूषण नियंत्रण केन्द्र के लिए आवेदन आमंत्रित

बाड़मेर  प्रदूषण नियंत्रण केन्द्र  के लिए आवेदन आमंत्रित



बाड़मेर 17 जून। जिले में एक जुलाई से बिना पी.यू.सी. के वाहनों को ईधन नही भरवाया जाएगा। इसके कारण अधिक पी.यू.सी. जारी होने की संभावना के चलते नए प्रदूषण नियंत्रण केन्द्र खोलने के लिए आवेदन आमंत्रित किए जा रहे है।

जिला परिवहन अधिकारी डी.डी. मेघानी ने बताया कि 1 जुलाई, 2015 से नेशनल ग्रीन ट्रिब्युनल द्वारा प्रदत आदेशानुसार ऐसे वाहनों को ईधन नहीं दिया जाएगा, जिसके साथ वैध प्रदुषण नियंत्रण जाँच प्रमाण पत्र प्रदर्शित अथवा उपलब्ध न हो। इसलिए सभी वाहन स्वामियों को सूचित किया जाता है, कि अपने वाहन की प्रदुषण की जाँच करवा कर प्रमाण पत्र लें ले ताकि अनावश्यक परेशानी न हों। परिवाहन जिला बाड़मेर में वर्तमान में कुल 3 डीजल व 2 पेट्रोल के प्रदुषण जाँच केन्द्र अधिकृत है, जिनमें से 2 मोबाईल प्रदुषण जाँच केन्द्र है। परन्तु जिले में वाहनों की संख्या के मध्यनजर और पी.यू.सी.सी. सेन्टर दिये जाने है पेट्रोल पम्प स्वामी, अधिकृत वाहन डीलर, निर्माता कम्पनी का अधिकृत वर्कशाप, प्रदुषण जाँच उपकरण निर्माता कम्पनी जो छभ् प् से अनुमोदित हो, का अधिकृत एजेन्ट या प्रदुषण निरीक्षण उपकरण से सुसज्जित मोटरयान के स्वामी या मैकेनिकल इंजिनियरिंग में डिप्लोमा या डिग्री धारक बेरोजगार व्यक्ति को राज्य सरकार द्वारा निर्धारित शर्तो को पूर्ण करने पर तथा नियमानुसार निर्धारित फीस जमा कराने पर प्रदुषण जाँच केन्द्र हेतु 2 वर्ष के लिए अधिकृत किया जाएगा। इच्छुक फर्म या व्यक्ति प्रदुषण नियंत्रण केन्द्र खोजना चाहे तो जिला परिवहन अधिकारी बाड़मेर के समक्ष आवेदन कर सकता है तथ शर्तो की विस्तृत जानकारी कार्यालय समय में प्राप्त की जा सकती है।

बाडमेर निरीक्षण में खुली पोल नियमों पर खरे नहीं उतरने पर 77 पशु शिविर निरस्त


निरीक्षण में खुली पोल  नियमों पर खरे नहीं उतरने  पर 77 पशु शिविर निरस्त

बाडमेर, 17 जून। जिले में अकाल के हालात के मद्देनजर राहत गतिविधियों के लिए स्वीकृत पशु शिविरों में 77 शिविर तय मानकों के अनुसार संचालित नहीं होने पर निरस्त कर दिए गए है।

जिला कलक्टर मधुसूदन शर्मा ने बताया कि जिले में संचालित अकाल राहत गतिविधियों का समय-समय पर प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा निरीक्षण किया जाता है। निरीक्षण में अनियमितता पाई जाने पर 77 पशु शिविरों की स्वीकृति निरस्त कर उनका भुगतान रोक दिया गया है। आपदा प्रबन्धन एवं सहायता विभाग के द्वारा जारी विभिन्न आदेशों के विरूद्ध इस कार्यालय द्वारा जिले में अभावग्रस्त क्षेत्रों से प्राप्त प्रस्तावों के अनुसार पशु शिविर संचालन के विभिन्न आदेश जारी किए गये थे। आपदा प्रबन्धन एवं सहायता विभाग राजस्थान के दिशा निर्देशों की सभी सम्बन्धित पक्षों द्वारा पालना करने हेतु इस कार्यालय द्वारा संचालकों को सूचित कर दिया गया था। इस कार्यालय के द्वारा जिले में संचालित पशु शिविरों का सम्बन्धित उपखण्ड अधिकारी, तहसीलदार एवं अधीनस्थ कर्मचारियों के द्वारा आकस्मिक निरीक्षण के आदेश जारी किये गये। उक्त आदेश का पालना में सम्बन्धित उपखण्ड अधिकारी, तहसीलदार एवं अधीनस्थ कर्मचारियों के द्वारा आकस्मिक निरीक्षण कर प्रतिवेदन प्रस्तुत किये। प्राप्त निरीक्षण प्रतिवेदनों में पशु शिविरों में संचालक संस्था द्वारा इस कार्यालय के द्वारा जारी दिशा निर्देशों की पालना में अनियमितता पाई जाने पर निरीक्षण तिथि से शिविर संचालन की स्वीकृति निरस्त की जाती है तथा सम्बन्धित तहसीलदार इन निरस्त पशु शिविरों की संचालन संस्था के विरूद्ध नियमानुसार कानूनी कार्यवाही करना सुनिश्चित करेगें। सम्बन्धित उपखण्ड अधिकारी शिविर निरस्त तिथि से पशु शिविर अनुदान भुगतान नही करना सुनिश्चित करेगंे। निरस्त शिविरों में तहसील रामसर में 4, तहसील सेड़वा में 9, तहसील शिव में 5, तहसील गडरारोड में 7 व तहसील चैहटन में 52 पशु शिविर शामिल है।

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अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 को दो हजार से भी अधिक महिलाए करेगी योग



अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 को

दो हजार से भी अधिक

महिलाए करेगी योग


बाडमेर, 17 जून। अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर 21 जून को जिला मुख्यालय पर आदर्श स्टेडियम में पांच हजार से भी अधिक लोग योग करेंगे। इनमें दो हजार से भी अधिक संख्या में महिलाए शामिल होकर योग करेगी।

जिला कलक्टर मधुसूदन शर्मा ने बुधवार प्रातः कलेक्ट्रट सभागार में व्यापक स्तर पर आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम की विस्तृत समीक्षा की। उन्होने जिले में कार्यरत राजस्थान सरकार, भारत सरकार, अर्द्ध सरकारी संगठन, स्वायतशासी संस्थाए, राजकीय उपक्रम, निगम, बोर्ड तथा निजी कम्पनियों, स्वयंसेवी संस्थानों के सभी कार्मिकों को अपने जीवन साथी समेत उपस्थित होने की हिदायत दी।

व्यापक तैयारियां

जिला कलक्टर शर्मा ने बताया कि योग दिवस पर कार्यक्रम की व्यापक तैयारियां की जा रही है तथा सभी विभागों को व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने को कहा गया है। उन्होने बताया कि राज्य सरकार ने जिला मुख्यालय, ब्लाॅक मुख्यालय तथा ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर 21 जून को योग दिवस मनाने का निर्णय किया है। तय कार्यक्रम के अनुसार जिला मुख्यालय, ब्लाॅक मुख्यालय और ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर सुबह 6.30 से 7.30 बजे तक योग दिवस मनाया जाएगा। इसमें 33 मिनट तक योगाभ्यास होगा। शहर में आदर्श स्टेडियम में प्रातः 6.30 बजे कार्यक्रम शुरू होगा।

माॅनीटरिंग कमेटियां

शर्मा ने बताया कि माॅनिटरिंग के लिए जिला व ब्लाॅक स्तरीय कमेटियां गठित की गई है। पंचायत स्तर पर कमेटी के लिए एसडीओ को निर्देश दिए है। केन्द्र सरकार ने सभी जिले से अपडेट लेने के लिए नेशनल हेल्थ पोर्टल तैयार किया है। सभी जिला कलक्टर को योग दिवस की तैयारियों से संबंधित जानकारी ूूूण्दीचण्हवअण्पद पर देनी होगी। इस पोर्टल का लिंक ूूूण्पदकपंदउमकपबपदम ण्दपबण्पदण् पर दिया गया है। सरकार ने जिला प्रशासन, नगरीय विकास, महिला एवं बाल विकास, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज, खेल एवं युवा मामलात, सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग, प्रारम्भिक से लेकर उच्च शिक्षा विभाग व पुलिस विभाग को योग दिवस से जोडा है।

योग आधारित प्रदर्शनी

जिला कलक्टर ने बताया कि जिला मुख्यालय पर आदर्श स्टेडियम में आयोजित होने वाला कार्यक्रम विशाल तथा व्यापक होगा जिसमें पांच हजार से भी अधिक लोगों को एक साथ योग कराया जाएगा। इसमें एक विशाल मंच बनाया जाएगा जिस पर प्रशिक्षित योग गुरू द्वारा सबको योग कराया जाएगा। इसके अलावा कार्यक्रम स्थल पर योग से संबंधित प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। इसमें योग से संबंधित फोटो, पोस्टर समेत विभिन्न प्रोजेक्ट व साहित्य शामिल होगा।

प्रबन्ध कमेटियां

जिला कलक्टर ने बताया कि प्रथम बार आयोजित किए जा रहे अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह के संबंध में व्यापक स्तर पर तैयारियां की जा रही है। उन्होने आयोजन स्थल पर सफाई, पेयजल, टैन्ट व बैठक इत्यादि की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न कार्याे हेतु अलग-अलग कमेटिया बनाई है। जिला आयुर्वेद अधिकारी को योग प्रशिक्षकों को प्रशिक्षण सहित आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होने बताया कि सभी ब्लाॅक एवं ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर सुव्यवस्थित रूप से कार्यक्रम के सम्पादन हेतु संबंधित उपखण्ड अधिकारियों एवं विकास अधिकारियों को व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए है।

बैठक में पुलिस अधीक्षक परिस देशमुख, जिला प्रमुख श्रीमती प्रियंका मेघवाल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी गोपालराम बिरड़ा, अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ.पी. विश्नोई समेंत विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा संस्थानों के प्रतिनिधि मौजूद थे।



बाड़मेरबीएसआर दरांे मंे संषोधन के लिए कलक्टर को ज्ञापन सौंपा



बाड़मेरबीएसआर दरांे मंे संषोधन के लिए कलक्टर को ज्ञापन सौंपा
बाड़मेर, 17 जून। पंचायत समिति गिड़ा के सरपंच संघ अध्यक्ष हेराजराम की अगुवाई मंे सरपंच प्रतिनिधिमंडल ने जिला कलक्टर एवं अध्यक्ष जिला दर निर्णायक समिति को ज्ञापन सौंपकर बीएसआर 2015 मंे ग्रेवल, मुरम्म, भवन मलबा, चूना, बजरी एवं मिटटी परिवहन की दरांे मंे संषोधन करने की मांग की।

सरपंच संघ हेराजराम, सिगोड़िया सरपंच हनुमानराम बेनिवाल ने कलक्टर को ज्ञापन सौंपकर बताया कि पूर्व मंे वर्ष 2014 तक बीएसआर मंे ग्रेवल,मुरम्म, भवन का मलबा, चूना, बजरी मिटटी की परिवहन दरांे मंे वाहन किराये के अलावा डीजल एवं आयल की दरें अलग से देय थी। जबकि वर्ष 2015-16 मंे अनुमोदित दरांे मंे उक्त सामग्री पर डीजल एवं आयल सहित वाहन किराया दर्षाया गया है। डीजल एवं आयल व्यय के कालम मंे जानबूझकर षून्य अंकित किया गया है, इससे ऐसा प्रतीत होता है कि संवेदकांे को नुकसान पहुंचाने के लिए दर निर्धारित की गई है। संवेदक अब ग्राम पंचायत मंे निर्माण कार्य सामग्री परिवहन करने मंे असमर्थता जता रहे हैं। जबकि जब निविदाएं आमंत्रित की गई थी, उस समय वित्तीय प्रस्ताव मंे इनकी दरें नहीं दर्षायी गई थी। जिला कलक्टर से प्रतिनिधि मंडल ने बीएसआर मंे ग्रेवल, मुरम्म, भवन का मलबा, चूना, बजरी, मिटटी परिवहन की दरंे संलग्न प्रपत्र के अनुसार अनुमोदित कराने की मांग की है। ताकि महात्मा गांधी नरेगा योजना समेत अन्य ग्रामीण विकास योजनाआंे मंे निर्माण कार्य प्रारंभ किया जा सके

बाड़मेर। बूंद-बूंद पानी को तरस रहा है थार

बाड़मेर।  बूंद-बूंद पानी को तरस रहा है थार 



बाड़मेर रेगिस्तान के समंदर में लोग आज भी बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं। हालांकि थार के बाशिंदों का हलक तर करने के लिए हजारों करोड़ की पेयजल योजनाओं का काम चल रहा है, लेकिन गर्मियां आते ही हालात बद से बदतर हो जाते हैं।

इस वर्ष सीमावर्ती बाड़मेर जिले के करीब 1400 गांवों में अकाल की स्थिति रही। सरकार ने पहले एक महीने के लिए और फिर नब्बे दिन के लिए पशु शिविर स्वीकृत कर पशुओं को राहत देने का प्रयास किया, लेकिन उसके बाद एक-एक कर शिविर बंद होने लगे। फिलहाल राज्य सरकार की ओर से पशु शिविर चल रहे हैं।



इधर, भीषण गर्मियां शुरू होते ही थार में पेयजल संकट गहरा गया है। सीमावर्ती गांवों में स्थिति और ज्यादा विकट है। यहां पेयजल स्रोत सूख चुके हैं और सरकारी पानी बंद हुए महीनों बीत गए हैं। ऐसे में लोगों को बूंद-बूंद पानी के लिए भटकना पड़ रहा है।

हालांकि थार में पानी की राजनीति हमेशा से ही होती रही, लेकिन आज भी थारवासी हलक तर करने के लिए मीलों सफर करने को मजबूर हैं।

श्रीराधाकृष्ण के प्रेम का जीवित प्रमाण है ये वन

धार्मिक नगरी वृन्दावन में निधिवन एक अत्यन्त पवित्र, रहस्यमयी धार्मिक स्थान है। मान्यता है कि निधिवन में भगवान् श्रीराधा एवं श्रीकृष्ण आज भी अर्द्धरात्रि के बाद रास रचाते हैं। रास के बाद निधिवन परिसर में स्थापित रंग महल में शयन करते हैं। रंग महल में आज भी प्रसाद (माखन मिश्री) प्रतिदिन रखा जाता है। शयन के लिए पलंग लगाया जाता है तथा प्रातः बिस्तर को देखने से प्रतीत होता है कि यहां निश्चित ही कोई रात्रि विश्राम करने आया था और भोजन भी ग्रहण करके गया है।
लगभग दो-ढ़ाई एकड़ क्षेत्रफल में फैले निधिवन के वृक्षों की खासियत यह है कि इनमें से किसी भी वृक्ष के तने सीधे नहीं मिल पाएंगे तथा इन वृक्षों की डालियां नीचे की ओर झुकी तथा आपस में गुंथी हुई प्रतीत होती हैं। निधिवन परिसर में ही संगीत सम्राट् एवं धु्रपद के जनक श्री स्वामी हरिदास जी की जीवित समाधि, रंग महल, बांके बिहारी जी का प्राकट्य स्थल, राधारानी बंशी चोर आदि दर्शनीय
स्थान हैं।

निधिवन दर्शन के दौरान वृन्दावन के पंडे-पुजारी, गाईड इत्यादि द्वारा निधिवन के बारे में जो जानकारी दी जाती है, उसके अनुसार निधिवन में प्रतिदिन रात्रि में होने वाली श्रीकृष्ण की रासलीला को देखने वाला अंधा, गूंगा, बहरा, पागल और उन्मादी हो जाता है ताकि वह इस रासलीला के बारे में किसी को बता न सके। इसी कारण रात्रि 8 बजे के बाद पशु-पक्षी, परिसर में दिन भर दिखाई देने वाले बन्दर, भक्त, पुजारी इत्यादि सभी यहां से चले जाते हैं और परिसर के मुख्यद्वार पर ताला लगा दिया जाता है।

उनके अनुसार यहां जो भी रात रुक जाते हैं वह सांसारिक बन्धन से मुक्त हो जाते हैं और जो मुक्त हो गए हैं, उनकी समाधियां परिसर में ही बनी हुई हैं। इसी के साथ गाईड यह भी बताते हैं कि निधिवन में जो 16000 आपस में गुंथे हुए वृक्ष आप देख रहे हैं, वही रात में श्रीकृष्ण की 16000 रानियां बनकर उनके साथ रास रचाती हैं। रास के बाद श्रीराधा और श्रीकृष्ण परिसर के ही रंग महल में विश्राम करते हैं। सुबह 5:30 बजे रंग महल के पट खुलने पर उनके लिए रखी दातून गीली मिलती है और सामान बिखरा हुआ मिलता है जैसे कि रात को कोई पलंग पर विश्राम करके गया हो।

दुनिया की सबसे बुजुर्ग मां, एक साथ दिया 3 बच्चों को जन्म



हिसारः मामला हरियाणा के हिसार जिले का है। जहां पर एक 71 वर्षीय महिला ने एक साथ 3 बच्चों को जन्म दिया। पहली पत्नी को बांझ समझकर बच्चें की चाहत में दूसरी और फिर तीसरी शादी करने वाले पति की पहली पत्नी ने एक साथ 3 बच्चों को पैदा किया। इस बात को देख सभी हैरान है। एक साथ 3 बच्चों को पैदा करने वाली महिला हिसार की रहने वाली है और इस महिला की उम्र 71 वर्ष और नाम भतेरी देवी है। इस महिला ने शादी के 44 साल बाद 66 की उम्र में एक साथ 3 बच्चों को जन्म दिया, वो भी इन विट्रो फर्टिलाइजेशन तकनीक से। लेकिन अब बच्चे पाकर पति और पत्नी दोनों बहुत खुश हैं।

29 मई 2010 को दो लड़के और एक लड़की को जन्म देने वाली भतेरी देवी की शादी 50 साल पहले हिसार में देवा सिंह के साथ हुई थी। शादी के बाद कई साल तक कोई संतान पैदा नहीं हुई। संतान की चाह में देवा सिंह ने दो और शादियां कीं लेकिन उन दोनों से बच्चा नहीं हुआ। आखिरकार संतान सुख की चाहत हरियाणा के नेशनल फर्टिलिटी सेंटर ने पूरी कर दी। इन विट्रो फर्टिलाइजेशन तकनीक की बदौलत 66 साल की उम्र में भतेरी देवी मां बन पाईं।

यूरोप और अमेरिका में ये तकनीक काफी कामयाब रही है और इस तकनीक के बारे में डॉक्टरों का कहना है कि इसमें खतरा भी कम रहता है। इसके पहले नवंबर 2008 में हिसार में 70 साल की राजो देवी ने इनविट्रो फर्टिलिटी उपचार के बाद एक लड़की को जन्म देकर दुनिया भर में सुर्खियां बटोरी थीं। बहरहाल, पहली दो बार में सिर्फ दो-दो भूण प्रत्यारोपित किए गए थे, लेकिन तीसरी बार में उनकी बच्चेदानी में तीन भूण डाले गए थे।

मंगलवार, 16 जून 2015

योग दिवस की तैयारी में जुटे कलेक्‍टर, बाड़मेर में 2 लाख लोग करेंगे योग



#बाड़मेर #राजस्थान बाड़मेर जिले में 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह के तहत 2 लाख लोग योग करेंगे, जिला प्रशासन इसकी तैयारियों में जुट गया है.
योग दिवस की तैयारी में जुटे कलेक्‍टर, बाड़मेर में 2 लाख लोग करेंगे योग
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह को सफल बनाने के लिए केन्द्र सरकार के बाद अब राजस्थान सरकार ने अपने प्रशासन को अलर्ट कर दिया है. सभी को अपने जिले में योग से लोगों को जोड़ने के लिए कड़े दिशा निर्देश दिए हैं. इस कड़ी में राजस्थान सरकार ने भी सभी जिला कलेक्टर को टारगेट देकर इसको सफल बनाने की जिम्मेदारी सौपी है.

पंचायत स्‍तर पर तैयारी

बाड़मेर जिला कलेक्टर ने जिले में 2 लाख का टारगेट रख कर 21 जुन को योग करवाने की तैयारी शुरु कर दी है. बाड़मेर जिले की 485 ग्राम पंचायत की प्रत्येक पंचायत पर 500 लोगों का लक्ष्य रख कर तैयारी की जा रही है. जिला कलेक्टर बाड़मेर मधुसूदन शर्मा ने बताया कि बाड़मेर प्रशासन की अनूठी पहल के तहत इंडिया की सबसे बड़ी निजी कम्पनियों केयर्न तथा राजवेस्ट के हजारों कर्मचारियों को आने का न्योता दिया है. इसके लिए बैठकें की जा रही हैं.

धरने पर बैठी पत्रकार जगेंद्र की पत्नी की हालत बिगड़ी,मची अफरातफरी

धरने पर बैठी पत्रकार जगेंद्र की पत्नी की हालत बिगड़ी,मची अफरातफरी



शाहजहांपुर : बेमियादी धरने पर बैठी पत्रकार जगेंद्रसिंह  की पत्नी सुमन की हालत सोमवार शाम अचानक बिगड़ गयी। वह दो बार बेहोश हो गयी। उनकी हालत देख परिवार के लोगों में अफरातफरी मच गयी। फिलहाल धरना स्थल पर ही सुमन को ग्लूकोज चढ़ाया जा रहा है। परिवार के लोगों ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर सूचना दी, लेकिन प्रभारी चिकित्साधिकारी नहीं पहुंचे बल्कि फार्मेसिस्ट ने धरनास्थल पर जाकर उनका इलाज शुरू किया।
पत्रकार जगेंद्र ¨सह की हत्या के मामले में नामजद राज्यमंत्री राममूर्ति ¨सह वर्मा को तत्काल बर्खास्त करने, मामले की सीबीआइ जांच कराने, पीड़ित परिवार को मुआवजा एवं एक सदस्य को नौकरी तथा सभी नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पूरा परिवार रविवार से बेमियादी धरने पर बैठ गया है। कस्बा स्थित मुहल्ला कोट में जगेंद्र का परिवार मकान के बाहर पीपल के वृक्ष के नीचे धरना दे रहा है। तमाम राजनैतिक दलों के लोगों का यहां आने का सिलसिला बना हुआ है। सोमवार को सुबह जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना एवं पुलिस अधीक्षक बबलू कुमार ने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर उनकी मांगों तथा सुरक्षा व्यवस्था के बारे में मालूमात की। भाजपा नेत्री रागिनी ¨सह भी धरने पर बैठ गयी हैं।

इधर, सोमवार को शाम करीब पांच बजे धरनास्थल पर जगेंद्र ¨सह की पत्नी सुमन ¨सह अचानक बेहोश हो गयी। किसी तरह परिवार के लोगों ने उनके मुंह पर पानी छिड़ककर उनको होश में लाया गया। इसके करीब घंटे भर बाद सुमन फिर बेहोश हो गयीं। यह देख परिवार के लोगों में अफरा तफरी मच गयी। परिजनों ने तुरंत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को सूचना दी, लेकिन प्रभारी चिकित्साधिकारी तो पहुंचे नहीं। कुछ देर बाद स्वास्थ्य केंद्र के फार्मेसिस्ट अखिलेश कुमार धरना स्थल पर पहुंचे और बेहोश सुमन को ड्रिप लगा दी। फिलहाल सुमन की हालत स्थिर बनी हुई है। धरने पर जगेंद्र के पिता सुमेर ¨सह, पुत्र राघवेंद्र ¨सह एवं राहुल ¨सह, पुत्री दीक्षा उर्फ रचना, बहन लवली भी बैठे हैं। जगेंद्र के पिता सुमेर ¨सह पहले से ही शारीरिक रूप से कमजोर हैं। जगेंद्र की मौत से वह बुरी तरह टूट गए हैं।

बढ़ाई गई परिवार की सुरक्षा



सोमवार सुबह जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के भ्रमण के बाद जगेंद्र के परिवार की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गयी है। पहले सुरक्षा के नाम पर सिर्फ दो सिपाही तैनात थे। अब जिला मुख्यालय से भी पुलिस को बुलवाकर लगाया गया है। एसडीएम पुवायां लालबहादुर एवं सीओ उमेश शर्मा भी देर शाम तक यहां डटे रहे।

चहेतों के तबादलों के लिए भाजपा विधायकों-नेताओं ने झोंकी ताकत

चहेतों के तबादलों के लिए भाजपा विधायकों-नेताओं ने झोंकी ताकत


— सचिवालय में तबादला कराने वालों की उमडी भारी भीड
— तबादलों के लिए भाजपा विधायक उतरे मैदान में
— मंत्रियों के यहां विधायकों की लग रही है भीड
— मंत्रियों को तलाशने में विधायक और कार्यकर्ता लगा रहे हैं चक्कर
— कई विधायक डिजाइरों की सुध लेने मंत्रियों के पास आए




जयपुर। तबादलों पर छूट के आखिरी दिन सचिवालय में भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं की भारी भीड उमड रही है। तबादलों के लिए भाजपा विधायक भी मैदान में उतरे हुए हैं। सचिवालय के मंत्रालय भवन हो चाहे मुख्य भवन मंत्रियों के चैंबर्स, बाहर और भीतर नेताओं और कार्यकर्ताओं से भरे दिखाई दिए। फस्ट इंडिया ने सचिवालय का जायजा लिया।



तबादला चाहने वाले नेता और विधायक हर मंत्री के यहां जाकर कंफर्म करते दिखे कि उनकी ​तबादलों की डिजायर का क्या हुआ। तबादलों के लिए सोमवार को हर कोई बेताब नजर आया। ज्यादातर मंत्रियों के यहां ​भाजपा विधायक तबादलों के लिए डिजायर देते और पुरानी डिजायर पर तबादला हुआ कि नहीं इस पर पूछताछ करते दिखे।



सोमवार को जिस तरह तबादला कराने वालों की भीड उमडी वैसी भीड़ कम ही देखने को मिलती है। सचिवालय के स्वागत कक्ष पर जहां पास बनते है। वहां भी पास बनाने के लिए लंबी कतारे लगी थीं। भाजपा नेता, विधायक और कार्यकर्ता अपने चहेते कर्मचारियों के तबादलों के लिए जोर लगाने में कोई कसर बाकी नहीं रख रहे, लेकिन यह कोशिश कितनी कामयाब होती है यह तबादला सूची आने के बाद पता लगेगा। इतना तय है कि तबादला सूची आने के बाद भाजपा विधायकों और मंत्रियों दोनों को ही नाराजगी झेलने के लिए तैयार रहना होगा क्योंकि तबादला महाकुंभ में सबको राजी रखना लगभग असंभव है।

अब जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में बंटेगा आंगनबाडियों में पोषाहार

अब जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में बंटेगा आंगनबाडियों में पोषाहार


— पोषाहार वितरण में गडबडियां रोकने की कवायद
— सरपंच, वार्ड पंच, पार्षद की मौजूदगी में ही बंटेगा पोषाहार
— महिला बाल विकास मंत्री ने जारी किए निर्देश
— प्रदेश में 61 हजार आंगनबाडियां हैं
— हर आंगनबाडी पर बच्चों को सप्ताह भर के लिए दिया जाता है पोषाहार



जयपुर। प्रदेश भर की आंगनबाडियों में पोषाहार अब स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में ही बांटने की अनिवार्यता लागू की गई है। आंगनबाडियों में पोषाहर बांटते वक्त स्थानीय सरपंच, वार्ड पंच या पार्षद सहित कोई भी जनप्रतिनिधि मौजूद होना जरूरी होगा। महिला बाल विकास मंत्री अनिता भदेल ने अफसरों को नई व्यवस्था लागू करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। सभी जिलों में इसके आदेश भेजे जा रहे हैं।

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प्रदेश भर में 61 हजार आंगनबाडियां हैं, इन आंगनबाडियों पर बच्चों के साथ साथ गर्भवती महिलाओं को सप्ताह भर के लिए एक साथ पोषाहार दिया जाता है। पोषाहार सही हाथों में नहीं देने और इसमें गडबडियों की शिकायतें थी। इसके चलते अब जिन भी गर्भवती महिलाओं और बच्चों को पोषाहार बांटा जाएगा उस समय किसी भी स्थानीय जनप्रतिनिधि को बुलाकर उससे वेरिफाई करवाना होगा।
गांवों में सरंपच या वार्ड पंच और शहरों में पार्षद को बुलाना होगा।



इससे पहले यह प्रयोग खाद्य विभाग भी राशन बांटने में कर चुका है लेकिन सबसे बडा खतरा स्थानीय जनप्रतिनिधियों की अफसरों के साथ सांठगांठ का है। सवाल यह उठता है कि अगर स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ भी फील्ड स्टाफ ने सांठगांठ कर ली तो फिर पोषाहार में गडबडी कैसे रूकेगी।

BSNL पुरे देश में फ्री रोमिंग सुविधा

BSNL पुरे देश में फ्री रोमिंग सुविधा

जयपुर| भारत संचार निगम लिमिटेड यानि बीएसएनएल ने आज से पुरे देश में अपने मोबाईल उपभोक्ताओं के लिए एक वर्ष के लिए फ्री नेशनल रोमिंग सुविधा की सौगात दी है।जयपुर में पत्रकार वार्ता करते हुए बीएसएनएल के राजस्थान सर्किल के सीसीएमटी आरके मिश्रा ने बताया कि बीएसएनएल की फ्री नेशनल रोमिंग सेवा शुरु होने के बाद रोमिंग के दौरान अलग अलग मोबाईल सेट रखने के झंझट से छुटकारा मिलेगा और पूरे देश में कही भी जितनी देर चाहो उतनी देर फ्री इंकमिग का लाभ उठा सकेंगे।

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मिश्रा ने कहा कि इस सेवा के शुरु होने के बाद एक देश एक नम्बर का सपना साकार होगा। मिश्रा ने कहा कि इस सेवा का सबसे अधिक उन उपभोक्ताओ को लाभ मिलेगा जिनको एक राज्य से दूसरे राज्य में आना जाना लगा रहता है।

भरतपुर। दबंगो के डर से दलित सरपंच बेघर​

भरतपुर। दबंगो के डर से दलित सरपंच बेघर​


भरतपुर। ​देश को आजाद हुए कई दशक बीत गए है मगर प्रजातंत्र की कैसी विडंबना है कि दलितों को संविधान में समान अधिकार दिए जाने के बावजूद भी एक सरपंच को उसी की पंचायत के दबंगों से इतना डर सता रहा है, जिसकी बजह से वह अपने घर भी नहीं जा सकता है।

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मामला भरतपुर में कुम्हेर थाना क्षेत्र की लखन पंचायत का है जहां इस बार दलित प्रताप सिंह सरपंच चुना गया था और वह पंचायत में विकास कार्य भी अच्छे करा रहा है। मगर उसी पंचायत के दबंग धर्मवीर उर्फ़ धर्मा पहलवान सरपंच के कार्यों से खुश नहीं है। वह पंचायत में अपने हिसाव से विकास कार्यों को कराना चाहता है। लेकिन जब सरपंच ने उसकी नहीं मानी तो दबंग पहलवान ने सरपंच की जूतों से पिटाई कर दी ।



जब सरपंच इसकी शिकायत लेकर कुम्हेर थाने में पहुंचा तो दबंग ने फ़ोन पर उसे जान से मारने की धमकी दी। दबंग सरपंच को मारने के लिए पिस्टल लेकर घूम रहा है। स्थिति यह है कि सरपंच को अपनी जान बचाने के लिए दबंग के डर से अपने घर दूर छुपकर रहना पड़ रहा है।



सरपंच ने पुलिस से गुहार लगाई है कि उसकी जान बचाई जाए। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच में जुट गयी है। ​

लैला-मजनू की मजार, यहां लगता है प्रेमियों का मेला

लैला-मजनू की मजार, यहां लगता है प्रेमियों का मेला


अनूपगढ़। भारत-पाकिस्तान की सरहद पर बिंजौर गांव में एक मजार पर दिन ढलते ही कव्वाली की धुनों के बीच सैकड़ों युगल अपने प्रेम के अमर होने की दुआ मांगते देखे जा सकते हैं। यहां हर साल एक मेला लगता है जिसमें आने वालों को पूरा यकीन है कि उनकी फरियाद जरूर कुबूल होगी। लैला-मजनू की दास्तान पीढ़ियों से सुनी और सुनाई जा रही है।

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कहा जाता है कि लैला और मजनू एक दूजे से बेपनाह मोहब्बत करते थे लेकिन उन्हें जबरन जुदा कर दिया गया था। यहां के लोग इस मजार को लैला-मजनू की मजार कहते हैं। हर साल 15 जून को यहां सैकड़ों की तादाद में लोग पहुंचते हैं क्योंकि यहां इस दौरान मेला लगता है।



यह मजार श्रीगंगानगर जिले के अनूपगढ़ में है। पाकिस्तान की सीमा से यह महज पांच किलोमीटर की दूरी पर है। इस साल भी यहां सैकड़ों की संख्या में विवाहित और प्रेमी जोड़े पहुंचे। हालाँकि, इतिहासकार लैला-मजनू के अस्तित्व से इनकार करते हैं। वे इन दोनों को काल्पनिक चरित्र करार देते हैं। परंतु इस मजार पर आने वालों को इन बातों से कोई फर्क नहीं पड़ता। वे तो बस फरियाद लिए यहां चले आते हैं।



स्थानीय निवासी कहते हैं कि हर साल यहां सकड़ों जोड़े लैला-मजनू का अशीर्वाद लेने आते हैं। लोगो के अनुसार हिंदू और मुसलमान ही नहीं बल्कि सिख एवं ईसाई भी इस मेले में आते हैं।



मेले के दौरान मेला कमेटी द्वारा कुश्ती का आयोजन भी करवाया जाता है जिसमे दूर दराज के पहलवान आकर अपना दम खम दिखाते है विजेता पहलवान को मेला कमेटी द्वारा सम्मानित किया जाता है।



राजस्थान पर्यटन विभाग लैला मजनू की मजार पर आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए ऐतिहासिक और सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थल को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित कर रहा है। पर्यटन विभाग के सूत्रों के अनुसार विभाग ने लैला मजनू की मजार के रखरखाव और इसके सौंदर्यीकरण पर करीबन 25 लाख रूपये खर्च किये हैं।

सोमवार, 15 जून 2015

बाड़मेर। फंदे से झूली विवाहिता ,दहेद हत्या का मामला दर्ज

बाड़मेर। फंदे से झूली विवाहिता ,दहेद हत्या का मामला दर्ज 



बाड़मेर। सदर थाना क्षेत्र के गालाबेरी गांव में एक विवाहिता अपने घर में फंदे से झूलती हुई मिली। विवाहिता के पिता ने महिला थाने में दहेज हत्या का मामला दर्ज कराया।महिला थानाधिकारी अनिता रानी ने बताया कि सिणधरी निवासी प्रागाराम ने महिला थाने में रिपोर्ट पेश कर बताया कि उसकी पुत्री टीमों का विवाह ढाई वर्ष पहले गालाबेरी निवासी मेवाराम के साथ हुआ था।


विवाह के समय उन्होंने अपने सामथ्र्य के अनुसार दहेज दिया, लेकिन ससुराल वाले उसे और दहेज के लिए प्रताडि़त करते थे।शनिवार को टीमों देवी के ससुराल वालों ने मिलकर उसे मारकर लटका दिया। रविवार को पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव बरामद किया और मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाकर परिजन को सुपुर्द किया।टीमों के छह माह की एक बच्ची है। चूंकि विवाह को ढाई वर्ष ही हुए हैं, इसलिए मामले की जांच उपखण्ड अधिकारी बाड़मेर को सौंपी गई है।