29 मई 2010 को दो लड़के और एक लड़की को जन्म देने वाली भतेरी देवी की शादी 50 साल पहले हिसार में देवा सिंह के साथ हुई थी। शादी के बाद कई साल तक कोई संतान पैदा नहीं हुई। संतान की चाह में देवा सिंह ने दो और शादियां कीं लेकिन उन दोनों से बच्चा नहीं हुआ। आखिरकार संतान सुख की चाहत हरियाणा के नेशनल फर्टिलिटी सेंटर ने पूरी कर दी। इन विट्रो फर्टिलाइजेशन तकनीक की बदौलत 66 साल की उम्र में भतेरी देवी मां बन पाईं।
यूरोप और अमेरिका में ये तकनीक काफी कामयाब रही है और इस तकनीक के बारे में डॉक्टरों का कहना है कि इसमें खतरा भी कम रहता है। इसके पहले नवंबर 2008 में हिसार में 70 साल की राजो देवी ने इनविट्रो फर्टिलिटी उपचार के बाद एक लड़की को जन्म देकर दुनिया भर में सुर्खियां बटोरी थीं। बहरहाल, पहली दो बार में सिर्फ दो-दो भूण प्रत्यारोपित किए गए थे, लेकिन तीसरी बार में उनकी बच्चेदानी में तीन भूण डाले गए थे।
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