आंध्र प्रदेश पुलिस और चंदन तस्करों की मुठभेड़ में 20 चंदन तस्करों की मौत
आंध्र प्रदेश में चंदन तस्करों व पुलिस के बीच मुठभेड़ हो गई। प्राप्त ख़बरों के अनुसार इस मुठभेड़ में तकरीबन 20 चंदन तस्कर मारे गए हैं। यह तस्करी आंध्र प्रिदेश के चितूर के शेषाचलम के जंगलों में चल रही है। करीब 150 तस्कर चंदन की लकड़ी को काट कर उसकी तस्करी करते थे। इस बीच पुलिस को पता लगा कि वहां लकड़ी काटी जा रही है, तो मौके पर पहुंची पुलिस व तस्करों के बीच मुठभेड हो गई।आंध्र प्रदेश के नेल्लोर जिलों की शेषाचलम पहाड़ियों में बड़ी मात्रा में लाल चंदन की लकड़ी पाई जाती है। यहां तकरीबन पांच हैक्टेयर में लाल चंदन है और यहां के लोग इस लकड़ी की कटाई कर मोटे तौर पर तस्करी करते हैं।
गौरतलब है कि आंध्र प्रदेश की सरकार ने 1994 में इस लकड़ी को काटने पर रोक लगा दी थी। इसके बाद भी यह तस्कर चोरी से इस लकड़ी को काट कर तस्करी करते हैं। पहले यहां के निवासी इस लकड़ी को देवी-देवतओं की तस्वीर बनाने के काम में लेते थे।
आंध्र प्रदेश में चंदन तस्करों व पुलिस के बीच मुठभेड़ हो गई। प्राप्त ख़बरों के अनुसार इस मुठभेड़ में तकरीबन 20 चंदन तस्कर मारे गए हैं। यह तस्करी आंध्र प्रिदेश के चितूर के शेषाचलम के जंगलों में चल रही है। करीब 150 तस्कर चंदन की लकड़ी को काट कर उसकी तस्करी करते थे। इस बीच पुलिस को पता लगा कि वहां लकड़ी काटी जा रही है, तो मौके पर पहुंची पुलिस व तस्करों के बीच मुठभेड हो गई।आंध्र प्रदेश के नेल्लोर जिलों की शेषाचलम पहाड़ियों में बड़ी मात्रा में लाल चंदन की लकड़ी पाई जाती है। यहां तकरीबन पांच हैक्टेयर में लाल चंदन है और यहां के लोग इस लकड़ी की कटाई कर मोटे तौर पर तस्करी करते हैं।
गौरतलब है कि आंध्र प्रदेश की सरकार ने 1994 में इस लकड़ी को काटने पर रोक लगा दी थी। इसके बाद भी यह तस्कर चोरी से इस लकड़ी को काट कर तस्करी करते हैं। पहले यहां के निवासी इस लकड़ी को देवी-देवतओं की तस्वीर बनाने के काम में लेते थे।