बुधवार, 8 अप्रैल 2015

आंध्र प्रदेश पुलिस और चंदन तस्करों की मुठभेड़ में 20 चंदन तस्करों की मौत

आंध्र प्रदेश पुलिस और चंदन तस्करों की मुठभेड़ में 20 चंदन तस्करों की मौत



आंध्र प्रदेश में चंदन तस्करों व पुलिस के बीच मुठभेड़ हो गई। प्राप्त ख़बरों के अनुसार इस मुठभेड़ में तकरीबन 20 चंदन तस्कर मारे गए हैं। यह तस्करी आंध्र प्रिदेश के चितूर के शेषाचलम के जंगलों में चल रही है। करीब 150 तस्कर चंदन की लकड़ी को काट कर उसकी तस्करी करते थे। इस बीच पुलिस को पता लगा कि वहां लकड़ी काटी जा रही है, तो मौके पर पहुंची पुलिस व तस्करों के बीच मुठभेड हो गई।आंध्र प्रदेश के नेल्लोर जिलों की शेषाचलम पहाड़ियों में बड़ी मात्रा में लाल चंदन की लकड़ी पाई जाती है। यहां तकरीबन पांच हैक्टेयर में लाल चंदन है और यहां के लोग इस लकड़ी की कटाई कर मोटे तौर पर तस्करी करते हैं।


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गौरतलब है कि आंध्र प्रदेश की सरकार ने 1994 में इस लकड़ी को काटने पर रोक लगा दी थी। इसके बाद भी यह तस्कर चोरी से इस लकड़ी को काट कर तस्करी करते हैं। पहले यहां के निवासी इस लकड़ी को देवी-देवतओं की तस्वीर बनाने के काम में लेते थे।

बाड़मेर निजी विद्यालयो पर अंकुश क्यों नही साथ फीसदी तक फीस बढ़ाई हर साल प्रवेश षुल्क वसूल किताबो की दुकाने फिक्स

निजी विद्यालयो पर अंकुश क्यों नही साथ फीसदी तक फीस बढ़ाई हर साल प्रवेश षुल्क वसूल किताबो की दुकाने फिक्स

बाड़मेर अंग्रेजी माध्यम की स्कूल का नया सत्र आरम्भ होते ही अभिभावको को लुटने का काम शुरू हो गया।निजी विद्यालय प्रतिवर्ष साठ फीसदी तक फीस की बढ़ोतरी मनमाने तरिके से कर रहे हे वाही बुक्स और ड्रेस के लिए दुकाने फिक्स कर कमीशन बड़ी स्तर पर वसूल रहे हे।शिक्षा के अधिकार के नियमो को धज्जिया उदा रहे हे निजी विद्यालय।इधर हाई कुरी के स्पष्ट आदेश हे की तीन साल तक निजी विद्यालय फीस में बढ़ोतरी नहीं कर सकते इसके बावजूद फीस में भारी बढ़ोतरी की गयी।फीस के साथ इन विद्यालयो में छात्रो के प्रवेश शुल्क के नाम पर प्रतिवर्ष शुल्क वसूला जा रहा हे जो पूर्णत गलत हे।अभिभावक विरोध करे तो छात्र को विद्यालय से बाहर करने की धमकी दी जाती हे।जिला प्रशासन को एक टीम गठित कर कार्यवाही करनी चाहिए।।

10 वर्ष बाद भी प्रारंभ नहीं हुआ 1 करोड़ की लागत का केन्द्रीय बस स्टैंड

10 वर्ष बाद भी प्रारंभ नहीं हुआ 1 करोड़ की लागत का केन्द्रीय बस स्टैंड


भीलवाड़ा। जिले के शाहपुरा तहसील में 1 करोड़ से अधिक की लागत से 10 वर्ष पूर्व केन्द्र सरकार द्वारा प्रवर्तित आईडीएसएमटी योजना में निर्मित बस स्टैण्ड का सुचारू रूप से संचालन लाख जतन के बाद भी अब तक नहीं हो पाया है। नगर पालिका के साथ स्थानीय प्रशासन की ओर से अब तक करीब एक दर्जन बार प्रयास किये गये परंतु हर बार विफलता ही हाथ लगी। एक करोड़ रू. की लागत के बस स्टैण्ड का संचालन न होने से स्थनीय प्रशासन की कार्य कुशलता पर प्रश्न चिन्ह लगना स्वाभावकि है। इस बस स्टैंड का उद्धघाटन वर्तमान में शाहपुरा के विधायक व विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल ने ही 2005 में किया था उसके बाद भी बस स्टैंड का कई बाद उद्धघाटन हो चुका है।

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भीलवाड़ा रोड़ पर नगर पालिका द्वारा निर्मित बस स्टैण्ड का विधिवत शुभारंभ समारोह पूर्वक होने के पश्चात भी इसका संचालन शुरू न होने से शहर वासियों में यह चर्चा जोरों से है कि क्या कभी इसका संचालन शुरू हो पायेगा। नगर पालिका द्वारा केन्द्र सरकार की योजना के तहत इस बस स्टैण्ड का निर्माण 10 साल पहले कराया गया। निर्माण के 10 वर्ष बीत जाने के बाद भी इसका व्यविस्थत संचालन नहीं हो पाया है। इसका उपयोग न करने के कारण अब वो धीरे धीरे जीर्ण शीर्ण भी होने लगा है। रात्रि में तो यहां पर पियक्कड़ों की बहार आ जाती है। इसके संचालन के लिए जनप्रतिनिधि जहां अधिकारियों को जिम्मेदार बताते है वहीं अधिकारी जनप्रतिनिधियों की इच्छा शक्ति का अभाव बताते है।

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इस बस स्टैण्ड से पुलिस थाने की दूरी मात्र 200 मीटर की है, बावजूद इसके ऐसा सब कुछ हो रहा है। बस संचालकों के साथ कोई सख्ती नहीं हो रही है। शहर में स्थित पुराने बस स्टैण्ड पर दिन में कई बार जाम लगने से आवागमन में भारी असुविधा होती है। इतना सब होने के बाद भी समस्या के प्रति कोई गंभीर नहीं दिख रहा है। उल्लेखनीय है कि शाहपुरा के बस स्टैण्ड को सुव्यवस्थित संचालित करने के लिए जिला कलेक्टर द्वारा निजी व रोडवेज बसों का ठहराव सुनिश्चित करने संबधी अधिसूचना जारी कर दी गई है। इसको भी लंबा अरसा बीत जाने के बाद भी अब तक अधिसूचना का पालन नहीं हो रहा है। स्थानीय नागरिको को अब वर्तमान विधायक व विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल से आशा है कि वे ही इस बस स्टैंड का सुचारू रूप से संचालन करने के लिए कोई ठोस कदम उठाएंगे।

बालोतरा प्यासे हलक का पानी पी रहा टेक्सटाईल उद्योग



प्यासे हलक का पानी पी रहा टेक्सटाईल उद्योग

जल कारोबारी डार्क जोन में चोबीसो घंटे कर रहे नीर का दोहन

फेक्ट्रियो में आपुर्ती के लिये लूणी नदी मे बिछा दी दर्जनो पाइप लाईने


ओम प्रकाश सोनी की खास रिपोर्ट 

बालोतरा। बालोतरा उपखंड में एक ओर पानी की बुंद बुंद के लिये लोग तरस रहे

है वही दूसरी ओर जल माफियां डार्क जोन घोषित हो चुके इलाको में अवेध रूप

से टयुब वेल खोदकर चोबीसो घंटो जल का दोहन कर टेक्सटाइल उद्योगो को बेचकर

चांदी काट रहे है। जल माफियाओ ने लुणी नदी के किनारे टयुब वेल खोदकर लुणी

नदी में पाइप लाईने डालकर सीधे ही टेक्सटाईल युनिटो में पानी भेजने की

व्यवस्था कर रखी है। चोबीसो घंटे जल के दोहन से उपखंड का भुमिगत जल स्तर

रसातल पहुच चुका है। लुणी नदी के आस पास के बेसीन में डार्क जोन मे टयुब

वेल खोदने ओर पानी को बेचने के कारोबार से प्रषासन बखुबी वाकिफ है पर जल

माफियाओ के खिलाफ कोई कार्रवाई नही हो रही है।बालोतरा शहर में पीने के

पानी की किल्लत है पर टेक्सटाइल युनिटो को पानी देने के नाम पर लुणी नदी

की कोख को चीरकर जल माफियां पानी का चोबीसो घंटो दोहन कर रहे है। शहर के

पास ही स्थित सांकरणा क्षेत्र जो कि भुजल विभाग की ओर से डार्क जोन घोषित

है उसमें दर्जनो टयुब वेल खुदे हुये जिनमे से पाइप लाइनो के माध्यम से

प्रतिदिन लाखो गेलन पानी टेक्सटाईल उद्योगो को भेजा जा रहा है। पानी को

बेचने का कारोबार करने वाले लोगो ने प्रषासन से संाठगांठ कर कृषि कार्य

के लिये पानी को दूसरे स्थानो पर ले जाने के नाम पर लुणी नदी में पाईप

लाइने बिछा दी है। नियमानुसार नदी में किसी प्रकार की निजी पाइप लाइन नही

बिछाई जा सकती है। पर आष्चर्य की बात है कि लुणी नदी में दर्जनो पाइप

लाइने बिछी हुई जो सीधे की ओद्योगिक क्षेत्र में पानी की आपुर्ती करती

है। सांकरणा, बिठुजा, मांजीवाला आदि इलाको मे जल माफियाओ ने अवेध तरीके

से टयुब वेल खोद रखे है जिमसे से पानी को दोहन कर पानी को बेचने का

कारोबार संचालित हो रहा है। डार्क जोन में अभी भी प्रतिदिन नये टयुब वेल

खुद रहे है। यहां के लोग व किसान लंबे समय से प्रषासन से इन टयुब वेलो को

बंद करवाने ओर पानी के अंधाधुन दोहने को रोकने की मांग कर रहे है पर

प्रषासन के कानो पर जुं तक नही रेंग रही है। किसानो ने अनेक बार जल दोहन

को रोकने के लिये आंदोलन भी किये पर प्रषासन ने जल दोहन बंद करवाने की

बजाय किसानो के आंदोलन को ही कुचल दिया।

उधर बालोतरा का उपखंड प्रषासन भी डार्क जोन में जल के अंधाधुन दोहन ओर

लुणी नदी में निजी पाइप लाईने डालने के प्रष्न पर गोल मोल जवाब दे रहा

है। प्रषासन जल दोहन को रोकने के बारे में गंेद सरकार के पाले में डालकर

जल माफियाओ पर नकेल कसने की जिम्मेवारी से बच रहा है।

लुणी नदी के आस पास डार्क जोन में पानी के अंधाधुन दोहन ने मरू गंगा कही

जाने वाली लुणी नदी की उपजाउ कोख को लील लिया है। रसातल में जाते पानी के

स्तर ने किसानो के रोजगार पर प्रष्न खड़ा कर दिया है। बालोतरा उपख्ंाड के

आम लोगो के हिस्सा का पेयजल जल कारोबारी टेक्सटाइल उद्योगो को बेचकर

क्षेत्र के प्यासे लोगो के हितो पर कुठाराघात कर रहे है। उपर से स्थानिय

प्रषासन भी पेयजल के कारोबार में भागीदार बना हुआ है। एक ओर राम रूठा हुआ

तो दुसरी ओर राज भी रूठा हुआ नजर आ रहा है। बालोतरा उपखंड में अंधाधुन जल

दोहन को देखते हुए वह दिन दूर नही है जब पानी की एक एक बुंद पड़ोसी जिले

से महंगे दामो पर खरीदने को मजबुर होना पड़ेगा।

आरटेट में 60 प्रतिशत या अधिक पर नियुक्ति को हरी झंडी


appointment on 60 percent or more in rtet cleared
जयपुर

हाईकोर्ट ने तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती-2013 के तहत नियुक्ति का रास्ता साफ कर दिया है। कोर्ट ने कहा है कि सरकार राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (आरटेट) में 60 प्रतिशत या अधिक अंक लाने वाले चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति देने को स्वतंत्र है।




न्यायाधीश बेला एम त्रिवेदी ने मंगलवार को राज्य सरकार के जवाब के आधार पर अशोक धायल और अन्य की याचिकाओं को निस्तारित कर दिया है।




सरकार का जवाब

सुप्रीम कोर्ट में अपील तय होने तक 60 प्रतिशत से कम अंक वालों के लिए पद रखे जाएंगे। इनके पक्ष में फैसला आने पर चयनित हो चुके अभ्यर्थियों को नियुक्ति तिथि से वरिष्ठता का लाभ दिया जाएगा। लेकिन इस अवधि का आर्थिक लाभ नहीं मिलेगा।




कोर्ट का आदेश

पूरी भर्ती सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के अधीन रहेगी। चयनितों की आरटेट के अंकों के आधार पर तीन श्रेणियां बनाई जाए। पहली 60 प्रतिशत या अधिक, दूसरी 55-60 प्रतिशत व तीसरी श्रेणी 55 प्रतिशत से कम अंक वाले चयनित अभ्यर्थियों की बने।




याचिकाओं में कहा: तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती-2013 में चयन के बावजूद नियुक्ति प्रक्रिया के तहत आरटेट में 60 प्रतिशत से कम अंक वालों के दस्तावेज का सत्यापन नहीं किया जा रहा है, जबकि दूसरे चयनित अभ्यर्थियों का सत्यापन किया जा रहा है।




इसलिए तीन श्रेणी

- सरकार ने आरटेट में 55 प्रतिशत से कम अंक वाले कुछ वर्गों के अभ्यर्थियों को शिक्षक भर्ती में पात्र माना।




- हाईकोर्ट की एकलपीठ ने आरटेट में 55 प्रतिशत से कम अंक वालों को शिक्षक भर्ती में पात्र नहीं माना।




- हाईकोर्ट की खंडपीठ ने आरटेट में 60 प्रतिशत से कम अंक वालों को शिक्षक भर्ती में पात्र नहीं माना।




- अब हाईकोर्ट आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील लंबित है।

कांग्रेस नेता के फार्म हाउस पर जिस्मफरोशी, जुएं का अड्डा पकड़ा

सोनीपत हरियाणा की सोनीपत पुलिस ने कांग्रेस के पूर्व विधायक देवराज दीवान के फार्म हाउस पर छापा मार कर सैक्स रैकेट और जुए के अड्डे का भंडाफोड़ करते हुए इस सिलसिले में 5 महिलाओं सहित 62 लोगों को गिरफ्तार किया। 62 held as police bust sex, gambling racket at sonipat haryana

पुलिस उपाधीक्षक मुकेश कुमार और पूजा डाबला ने बताया कि मंगलवार को स्पेशल स्टाफ प्रभारी निरीक्षक अजय कुमार को सूचना मिली कि दीवान फार्म में कुछ युवक और युवतियां सैक्स रैकेट और जुआ खेलने का धंधा कर रहे हैं तो उन्होंने इस बारे में उन्हें सूचित किया। इस पर उन्होंने पुलिस टीम के साथ वहां छापा मारा।


छापे के दौरान अलग-अलगकमरों में पांच युवतियां आपत्तिजनक हालत में तथा ताश पत्तों के माध्यम से जुआ खेलते हुए 57 लोग पकड़े गए। इनमें देवराज दीवान का पुत्र ललित भी शामिल था। मौके से 5.80 लाख रुपए जुएं की राशि भी बरामद की गई।


पुलिस ने गिरफ्तार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर इन्हें अदालत में पेश किया जहां से ललित दीवान और चार अन्यों को 2424 हजार रुपए के मुचलके पर जमानत पर रिहा कर दिया गया।


उधर, देवराज दीवान ने इस घटनाक्रम को उन्हें फंसाने की राज्य सरकार और उसके नेताओं की साजिश करार दिया है। उन्होंने बताया कि एक दो दिन में मीडिया के सामने इस षडयंत्र में शामिल लोगों को बेनकाब करेंगे।

बाड़मेर आयुक्त का पदभार ऐ डी एम विश्नोई को सौंपा कलेक्टर ने

बाड़मेर आयुक्त का पदभार ऐ डी एम विश्नोई को सौंपा कलेक्टर ने 



बाड़मेर नगर परिषद आयुक्त धर्मपाल जाट को जिला कलेक्टर की शिकायत पर राज्य सरकार द्वारा निलंबित करने के बाद जिला कलेक्टर ने अतिरिक्त जिला कलेक्टर ओम प्रकाश विश्नोई को पदभार दिया। जिला कलेकटर मधु सूदन शर्मा ने बताया की आयुक्त का कार्य अतिरिक्त जिला कलेक्टर को दिया गया हे ,

बाड़मेर नेशनल हाइवे पर नकाबपोश बदमाशों ने पिस्तौल दिखाकर ट्रक को लूटा


बाड़मेर नेशनल हाइवे पर नकाबपोश बदमाशों ने पिस्तौल दिखाकर ट्रक को लूटा

शहर से पांच किलोमीटर दूर खेतसिंह की प्याऊ की घटना, गेटवे गाड़ी में आए थे बदमाश, आरोपियों का सुराग नहीं

 बाड़मेर सदरथाना क्षेत्र के खेतसिंह की प्याऊ के पास सोमवार रात में गेटवे गाड़ी में आए तीन नकाबपोश बदमाशों ने एक ट्रक को रुकवाकर दो जनों से 17 हजार रुपए नकद, दो मोबाइल कीमती सामान लूट लिया। सूचना के बाद पुलिस ने मुख्य मार्गों पर नाकाबंदी करवाई, लेकिन लुटेरे भाग निकले। मंगलवार को भी पुलिस ने कई जगह दबिश दी, लेकिन 24 घंटे बाद भी बदमाशों का कोई सुराग नहीं लगा।

पुलिस के अनुसार रमेश कुमार पुत्र पारसमल जैन निवासी गोलेच्छा की गली बाड़मेर ने मामला दर्ज करवाया कि धोरीमन्ना से ट्रक में जीरा भरकर नागौर ले जा रहे थे। सोमवार रात 1 बजे खेतसिंह प्याऊ के पास बिना नंबरी गेटवे गाड़ी में सवार होकर आए तीन बदमाशों ने गाड़ी को हाइवे पर आगे खड़ा कर ट्रक को रुकवाया।

चालक द्वारा ट्रक रोकने के बाद बदमाशों ने पिस्टल दिखाकर जान से मारने की धमकी दी। जेब में रखे 17 हजार रुपए, दो मोबाइल सहित कीमती सामान लेकर भाग गए। इनमें रमेश कुमार से 5 हजार, एक मोबाइल चालक प्रकाश पुत्र पोकरराम विश्नोई निवासी शोभाला जैतमाल से 12 हजार एक मोबाइल लूट लिया। इसके बाद बदमाश मौके से भाग निकले।

शातिराना अंदाज से दिया लूट को अंजाम

ट्रकमें सवार चालक अन्य एक जने को लूटने के बाद बदमाश मोबाइल भी लेकर भाग गए थे, ताकि पुलिस को इस मामले की सूचना समय पर नहीं मिले। इसके बाद अन्य गाड़ियों को रुकवाकर कर पुलिस को सूचना दी, तब तक घटना को आधे घंटे का समय बीत गया। थानाधिकारी आनंद सिंह मय पुलिस जाब्ता मौके पर पहुंचे और धोरीमन्ना, गुड़ामालानी, सिणधरी, बाड़मेर, ग्रामीण थाना पुलिस क्षेत्र में नाकाबंदी करवाई, लेकिन आरोपियों का कोई सुराग नहीं लगा।

बाड़मेर कलेक्टर की शिकायत पर नगर परिषद आयुक्त सस्पेंड


बाड़मेर  कलेक्टर की शिकायत पर नगर परिषद आयुक्त सस्पेंड

बाड़मेर लंबेसमय से चर्चाओं में रहे नगर परिषद बाड़मेर के आयुक्त धर्मपाल जाट को मंगलवार को स्वायत्त शासन विभाग ने अनियमितताओं के आरोप में सस्पेंड कर दिया।

बाड़मेर कलेक्टर ने पार्षदों जनता की नाराजगी, फोन नहीं उठाने, काम नहीं करने जैसी कई शिकायतें की थी। इसके बाद मंगलवार को स्वायत्त शासन संयुक्त सचिव पुरुषोत्तम बियाणी ने आयुक्त को सस्पेंड कर दिया। जाट इससे पहले बांदीकुई में भी सस्पेंड हो चुके है। बाड़मेर में कांग्रेस का बोर्ड बनने के बाद आयुक्त सभापति के बीच तालमेल का अभाव रहा था। इसको लेकर सभापति ने भी कलेक्टर को पत्र लिखकर आयुक्त की शिकायत की थी।

आयुक्त ने 16 अक्टूबर 2014 को ज्वाइन करने के साथ ही कार्मिकों को ड्यूटी के प्रति गंभीर रहने की नसीहत दी थी। राजनैतिक दबाव के बावजूद भी शहर में रात 12 बजे जेसीबी से सैकड़ों अतिक्रमण हटाए थे।

सस्पेंडकर मुख्यालय जयपुर किया

^आयुक्त को अनियमितता प्रकरण में एक विभागीय जांच अंतर्गत सीसीए नियम-16 में सस्पेंड किया गया है। राजस्थान सेवाएं नियम 1958 के नियम 13 के अंतर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए जाट का मुख्यालय उप निदेशक स्थानीय निकाय विभाग जयपुर किया गया। इस कलेक्र की शिकायतों पर कार्यवाही की गई है। पुरुषोत्तमबियाणी,संयुक्त सचिव,स्वायत्त शासन विभाग




इसलिए किया सस्पेंड

प्रमुखशासन सचिव मनजीतसिंह के मुताबिक बाड़मेर कलेक्टर मधुसूदन शर्मा ने आयुक्त की कार्यशैली को लेकर शिकायत की थी। पार्षदों जनता में आयुक्त के प्रति नाराजगी, फोन नहीं उठाने, जन सुनवाई नहीं करने,सरकारी आदेश की पालना नहीं करने सहित कई शिकायतों पर उन्हें सस्पेंड किया गया है। कलेक्टर आवास के पास बार-बार नाला ओवरफ्लो होने, शहर में बिगड़ी सफाई व्यवस्था को लेकर भी कलेक्टर की ओर से फटकार के बावजूद भी उसे अनसुना कर दिया गया।

पार्षदखेमे की नाराजगी

कांग्रेसके साथ भाजपा के पार्षद भी आयुक्त से नाराज थे। नए बोर्ड गठन के बाद पार्षदों की बोर्ड में नहीं चल रही थी। इससे नाराज कांग्रेसी पार्षद कई बार आयुक्त का विरोध कर चुके थे। इनके साथ भाजपा पार्षदों ने भी आयुक्त की भाजपा नेताओं से शिकायतें की। भाजपा की बैठकों में भी पार्षद पार्षदों की अनदेखी के आरोप लगा चुके है। पार्षदों का आरोप था कि शहर में सब विकास कार्य बंद है। कांग्रेस बोर्ड भी आयुक्त को ही शहर के विकास होने के पीछे जिम्मेदार ठहराता रहा।

विवादोंके कारण चर्चित रहे

नगरपरिषद सभापति लूणकरण बोथरा और आयुक्त के बीच शुरूआत से ही तनातनी रही थी। इस बीच एक फाइल गायब होने पर कार्मिक से हुए विवाद के बाद शहर का वाल्मिकी समाज और सफाई कार्मिक हड़ताल पर उतर या था। दो दिन तक नगर परिषद में कार्मिकों की हड़ताल रही। मुख्यमंत्री प्रमुख शासन सचिव के नाम ज्ञापन भेजे गए। इस मामले में भी कलेक्टर ने भाजपा नेताओं से मध्यस्थता करवाकर शांत करवाया था।

मंगलवार, 7 अप्रैल 2015

सिवाना!बकरियों की जान बचाने के लिये सिवाना के दो युवाओ ने लगाई अपनी जान की बाजी

सिवाना! बकरियों की जान बचाने के लिये सिवाना के दो युवाओ ने लगाई अपनी जान की बाजी   


रिपोर्टर :- जीत जाँगिड़ / सिवाणा


सिवाना! आज सुबह दस बजे! समुचा कस्बा थम सा गया! हर कोई स्तब्ध था! सबकी नजरे जा टिकी ऐतिहासिक दुर्ग की पहाड़ी पर! न तो कोई समारोह था और न ही कोई अन्य विशेष आयोजन! चर्चा का विषय थे तो दुर्ग की गहरी खाई में अपनी जान जोखिम में डालकर उतर रहे सिवाना के दो नौजवान! कस्बे के हर कोने से लोग उनपर नजरे गडाये हुए थे! हर कोई यह जानने को आतुर था कि आखिर ये क्या हो रहा हैं और इस का अंजाम क्या होने वाला हैं! सब अपने अपने घरों की छतों से उनको देख रहे थे! देखने वालो के कलेजे मुहँ को आ रहे थे! मगर इन सबसे से अनभिज्ञ बनकर वे नौजवान अपने काम में लगे हुए थे!

IMG-20150407-WA0147.jpg दिखाया जा रहा है
दरअसल कल दोपहर में सिवाना दुर्ग की पहाड़ी पर चरने के लिये गई बकरीयाँ दुर्गम पहाड़ी की खाई मे बीच में आकर फंस गई! अब यहाँ से वे पुनः ऊपर जाने में पुरी तरह असमर्थ हो गई! उनके मिमियाने की आवाज से शाम तक लोगो को खबर तो हो गई मगर रात के अंधेरे में दुर्गम खाई में उतर पाना संभव नही था! लिहाजा ये पुरी रात घाटी में फंसी रही! आज तडके पौ फटते ही लोगो ने रेस्क्यु ऑपरेशन शुरू किया मगर इस बार भी सफलता नही मिली! सुबह करीब नौ बजे इसकी सुचना मिलने पर गौरक्षा कमांडो फॉर्स और गौपुत्र सेना सिवाना के कार्यकर्ता दुर्ग पर पहुँचे और बचाव कार्य शुरू किया! गौपुत्र सेना के कपिलसिंह और समाजसेवी परबत सिंह पादरड़ी रस्सी की सहायता से खाई में उतर गए! लंबी जद्दोजहद के बाद करीब ५० फिट नीचे फंसी बकरीयों तक पहुँचे! दो घंटे की लंबी मशक्कत के बाद करीब साढे़ ग्यारह बजे इन बहादुरों ने बेजुबान पशुओं को बाहर निकाला लिया! बकरीयों को जीवनदान मिल चुका था! साथ ही इंसानियत की एक और नई मिशाल कायम हो गई! इस दौरान दुर्ग पर लोगो की भारी भीड मौजुद रही! हर कोई इन बहादुर नौजवानों के हौसले को देखकर दंग रह गया!

बाड़मेर। भू-माफिया के खि‍लाफ कार्रवाई करने वाला अफसर सस्पेंड

बाड़मेर।  भू-माफिया के खि‍लाफ कार्रवाई करने वाला अफसर सस्पेंड
                
                  धर्मपाल जाट को एक अनियमितता के मामले में सस्पेंड किया गया है.



रिपोर्ट :- दिनेश बोहरा / बाड़मेर 

हरियाणा सरकार ने पिछले दिनों ईमानदार आईएएस अफसर अशोक खेमका का तबादला किया. मामले को लेकर प्रदेश से लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की खूब भद पिटी, वहीं अब बीजेपी शासित राजस्थान में एक ईमानदार अधिकारी धर्मपाल जाट को सस्पेंड कर दिया गया है.



गौरतलब है कि राजस्थान के बाड़मेर में नगर परिषद आयुक्त के पद पर कार्यरत धर्मपाल जाट को भू-माफिया के खिलाफ कार्रवाई के लिए जाना जाता है. उन्होंने एक सप्ताह तक रात भर कार्रवाई कर शहर में तीस-चालीस साल पुराने कई अतिक्रमण को मुक्त करवाया था. इस दौरान कई बीजेपी नेताओं और रसूखदार लोगों के भी अतिक्रमण को तोड़ा गया था. लेकिन कार्यभार संभालने के छह महीने बाद ही अब धर्मपाल जाट को सस्पेंड कर दिया गया है.







'फैसले पर विचार करे सरकार'
कांग्रेस नेता और पार्षद नरेश देव सारण कहते हैं, 'ईमानदार अधिकारी ने एक सप्ताह तक रात में तीस-चालीस साल पुराने अतिक्रमण को हटाकर शहर को साफ-सुथरा बना दिया था. लेकिन बीजेपी नेताओं को यह बात नहीं पची इसलिए अधिकारी को ससपेंड कर दिया. यह जनता के साथ धोखा है. सरकार को अपने इस फैसले पर फिर से विचार करना चाहिए.



समाज सेवी राजेन्द्र सिंह भियाड़ का कहना है कि धर्मपाल जाट भी आईएएस अफसर अशोक खेमका की तरह ही नेताओं की भेट चढ़ गए हैं. वह कहते हैं, 'धर्मपाल जाट भू-माफिया की आखों को खटक रहे थे. जिस तरह धर्मपाल जाट ने सात दिन में पुराने अतिक्रमण को तोड़ा था कुछ लोगों को परेशानी होने लगी थी. लेकिन सरकार ने जिस तरह एक ईमानदार अफसर सस्पेंड किया है, कोई भी अफसर कार्रवाई करने से पहले हिचकेगा.'















बाडमेर शिव क्षेत्र में 40 पशु शिविर स्वीकृत

बाडमेर शिव क्षेत्र में 40 पशु शिविर स्वीकृत
बाडमेर, 7 अप्रेल। आपदा प्रबन्धन एवं स
हायता विभाग द्वारा बाडमेर जिले के लिए स्वीकृत 40 पशु शिविरों के अनुसरण में तहसील शिव में विभिन्न स्थानों पर 40 पशु शिविर स्वीकृत दिनांक से प्रथमतः 30 दिवस तक संचालन करने की स्वीकृति प्रदान की गई है।


जिला कलक्टर (आपदा प्रबन्धन एवं सहायता) मधुसूदन शर्मा ने बताया कि ग्राम पंचायत कोटडा में तालों का पार (हुकमसिंह की ढाणी पुराना पशु शिविर बाडा), तालों का गांव (पुराना पशु शिविर का बाडा), रामपुरा (सार्वजनिक टयूब वेल के पास) पाबुपुरा (सार्वजनिक होदी के पास) कोटडा द्वितीय (सार्वजनिक टांका हेमसिंह की ढाणी) व जालीला (देशलसिंह की ढाणी) जुनेजों की बस्ती ग्राम पंचायत में आदर्श बस्ती, सरगीलापार व धोलकिया, स्वामी का गांव ग्राम पंचायत में आन्तरा (जुजा फकीर की ढाणी), सूजाणियों की ढाणी, मतुओं कीढाणी व काने का गांव (संतोकाणियों की ढाणी), हाथीसिंह का गांव ग्राम पंचायत में मतुजा, मैगे का गांव, रावतका गांव, हाथीसिंह का गांव द्वितीय) व जसे का गांव (द्वितीय), हडवा ग्राम पंचायत में हडवा (द्वितीय) भैरूपुरा, हडवेचा (बाधेवा ढाणी) हडवेचा (द्वितीय)व हडवा (बवरला की ढाणी), गूंगा ग्राम पंचायत में गूंगा (द्वितीय), गूंगा (गुलाणी एवं डाउवाणियों की ढाणी) गूंगा (गोकलाणी एवं मंगलाव कुम्हारों की ढाणी) व चक गूंगा, बालासर ग्राम पंचायत में लीकडी, लीकडी (द्वितीय), मांगीणी, रूघानाडा व मांगीणी (शिवभाखरी), झाफलीकला ग्राम पंचायत में झाफलीकला (द्वितीय राजपूतों की बस्ती), नागणासर, झाफलीखुर्द, चक नेगरडा, नेगरडा (द्वितीय शोभाणियों की ढाणी) व भवरीसर (द्वितीय हाजी हमीर की ढाणी) तथा निम्बला ग्राम पंचायत में भगवानोणियों की ढाणी व निम्बला (द्वितीय) में स्वीकृत दिनांक से प्रथमतः 30 दिवस तक पशु शिविर संचालन की स्वीकृति प्रदान की गई है।

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पर्यटन स्थायी समिति की बैठक 13 को

बाडमेर, 7 अप्रेल। जिला स्तरीय पर्यटन स्थायी समिति की बैठक जिला कलक्टर मधुसूदन शर्मा की अध्यक्षता में 13 अप्रेल को अपरान्ह 3.00 बजे जिला कलक्टर कार्यालय में आयोजित की जाएगी।

संबंधित अधिकारियों को राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण के कार्यो अनुसार एजेण्डा सहित निर्धारित समय पर बैठक में उपस्थित होने के निर्देश दिए गए है।

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आठवीं वैकल्पिक बोर्ड

के सत्रांक आनलाईन

बाडमेर, 7 अप्रेल। आठवीं वैकल्पिक बोर्ड के सत्रांक आनलाईन किए जाएगे।

डाईट प्रधानाचार्य खेताराम चैधरी ने बताया कि अष्टम् बोर्ड वैकल्पिक परीक्षा 2015 के सत्रांक आनलाईन भरने हेतु बोर्ड वेबसाइट 10 अपै्रल तक खुली रहेगी। इस अवधि के मध्य सभी विद्यालयों को अपने विद्यालय के नियमित परीक्षार्थियों के सत्रांक आनलाईन इन्द्राज कर लाॅक करना अनिवार्य है। जिसकी संस्था प्रधान द्वारा प्रमाणित हार्ड काॅपी डाईट बाड़मेर में अनिवार्य रूप से जमा करानी होगी।

विद्यार्थियों के आवेदन-पत्रों में त्रुटि मंे संशोधन हेतु संस्था प्रधान आवश्यक संशोधन निर्धारित प्रारूप में भरकर 10 अपै्रल तक अनिवार्य रूप से डाईट में जमा करावें। इसके पश्चात् प्राप्त संशोधनो पर विचार नहीं किया जायेगा।

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अजमेर सरकारी जमीन कर दी आवंटित

अजमेर सरकारी जमीन कर दी आवंटित



अजमेर नगर सुधार न्यास में हुए भ्रष्टाचार की परतें खुलने का सिलसिला जारी है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने सात साल पहले न्यास में दो तैनात आरएएस अधिकारियों सहित पांच जनों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। आरोप है कि अधिकारियों ने सिवायचक भूमि का आवंटन कर राज्य सरकार को करोड़ों रुपए की हानि पहुंचाई।
goverment property alloted



नगर सुधार न्यास में वर्ष 2009 में तैनात तत्कालीन सचिव अश्फाक हुसैन, तत्कालीन विशेषाधिकारी (भूमि) श्वेता फगेडि़या तथा तत्कालीन सहायक लेखाधिकारी गोविंदराम ने मिलीभगत कर चौरसियावास स्थित सिवायचक भूमि खसरा संख्या 1602 तथा 1604 का आवंटन अजमत खान और विनयकांत ठाकुर को कर दिया। यह जमीन कुल 425.25 वर्ग गज है।


एसीबी की विशेष शाखा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को इसकी शिकायत मिली। इसकी एएसपी ने प्रकरण से सम्बन्धित दस्तावेजों की जांच कर अधिकारियों व कर्मचारियों के बयान दर्ज किए। इसके बाद रिपोर्ट तैयार कर एएसपी ने मुख्यालय को भेजा दिया। मुख्यालय ने प्रकरण दर्ज कर जांच निरीक्षक ओमप्रकाश सोलंकी को सौंप दी है।

अजमेर दो पटवारियों ने मांगी डेढ़ लाख रुपए की रिश्वत

अजमेर दो पटवारियों ने मांगी डेढ़ लाख रुपए की रिश्वत


kisangarh patwari demand bribe
अजमेर किशनगढ़ के दो पटवारियों पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने शिकंजा कसा है। दोनों पटवारियों ने भवन का नक्शा स्वीकृत कराने के बाद एक व्यक्ति से डेढ़ लाख की रिश्वत मांगी। एसीबी ने दोनों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया है।

एसीबी की अजमेर चौकी की स्पेशल विंग के समक्ष सितम्बर 2014 में किशनगढ़ निवासी शंकरलाल यादव ने शिकायत दी। शिकायत में उसने बताया कि उसे नगर परिषद से उसके भवन का नक्शा स्वीकृत कराना था। नक्शे पर सम्बन्धित पार्षद से अप्रूव कराना पड़ता है। इसके बाद नक्शे पर पार्षद की मोहर भी लगती है। शंकरलाल से पटवारी रामप्रकाश यादव और घनश्याम सिहं राठौड़ ने सम्पर्क किया। दोनों ने कहा कि वह नक्शे को अप्रूव करा देते हैं। इसके बदले शंकरलाल को डेढ़ लाख रुपए देने होंगे। शंकरलाल ने दोनों की बातचीत मोबाइल पर रिकॉर्ड कर ली। रिकॉर्डिंग से शिकायत का सत्यापन हो गया। एसीबी ने ट्रेप की तैयारी कर ली। लेकिन दोनों पटवारियों को इसकी भनक लग गई। ट्रेप विफल हो गया। एसीबी ने रिपोर्ट तैयार कर मुख्यालय भेज दी। मुख्यालय ने मंगलवार को दोनों पटवारियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान के लिए स्पेशल विंग को भेज दिया। अनुसंधान का जिम्मा निरीक्षक शमशेर खान को सौंपा गया है।

बीकानेर रास्ता भूल सीमारेखा पर पहुंचे पावणें

बीकानेर  रास्ता भूल सीमारेखा पर पहुंचे पावणें
forget the way in reached border

बीकानेरभारत भ्रमण करने के लिए आए ऑस्ट्रेलिया के चार युवक सोमवार रात को भटकते-भटकते बीकानेर जिले के बज्जू पहुंचे जहां पर राजस्थान पुलिस ने भटके सैलानियों को राह दिखाते हुए बीकानेर की संस्कृति को साकार किया।




आस्टै्रलिया के दो में से एक टैक्सी बज्जू से करीब 40 किलोमीटर दूर बीकमपुर में खराब हो गई जहां पर ग्रामीणों ने सैलानियों को पीकअप गाड़ी द्वारा बज्जू छोड़ा इस दौरान राजस्थान पत्रिका को सूचना मिलने पर युवकों को पुलिस स्टेशन पहुंचाया




और हैड कांस्टेबल आदेश कुमार के साथ मिलकर सैलानियों की पुरी मदद करते हुए रात को करीब 12.30 बजे एक ट्रक से सैलानियों व खराब टैक्सी को बीकानेर रवाना किया।




भारत भ्रमण करने पर पहुंचे आस्ट्रैलिया के यंग माइक्ल, कलीनट एनथोनी, बसकेयर विल्ले व सिमोसी विल्ले दो अलग-अलग टैक्सी लेकर जैसलमेर पहुंचे




जहां उन्हे जैसलमेर से बीकानेर के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग से सफर करना था मगर गलतफहमी की वजह से रास्ता बदलकर मोहनगढ होते हुए बज्जू पहुंच गये थे। चारों युवकों ने पत्रिका व राजस्थान पुलिस का धन्यवाद किया।




बज्जू क्षेत्र में आने पर लेनी होती है परमिशन-

अन्तराष्ट्रीय सीमा क्षेत्र बज्जू, पूगल, खाजूवाला, दंतौर थाना क्षेत्र में सैलानियों सहित अन्य राज्यों के लोगों को यहां पर आने पर उच्च अधिकारियों से अनुमति लेनी पड़ती है।




अन्तराष्ट्रीय सीमा नजदीक होने के कारण सुरक्षा के लिहाज से यह जरूरी होता है मगर भटके सैलानियों की इसकी जानकारी नही होने से बज्जू पहुंच गये जिनहे बाद में जैसलमेर व बीकानेर प्रर्यटन विभाग में सपर्क कर बीकानेर रवाना किया गया।