जोधपुर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) जोधपुर की विशेष विंग ने पाली के सोजत सिटी स्थित सार्वजनिक निर्माण विभाग कार्यालय में अधिशासी अभियंता दिलीप परिहार को 50 हजार रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में बुधवार रात गिरफ्तार कर लिया। पहले से चौकन्ने आरोपित ने दबिश से पहले रिश्वत राशि गायब कर दी।
उसने शौचालय के बहाने भागने का भी प्रयास किया। ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरपतसिंह के अनुसार मोहम्मद युनूस की सपना कन्स्ट्रक्शंस नामक फर्म को करीब एक वर्ष पूर्व पीडब्ल्यूडी से बगड़ी स्थित उप तहसील भवन के निर्माण के लिए 143 लाख रुपए का कार्यादेश मिला था। उसने भवन का कार्य पूरा कर दिया।
पांच लाख रुपए की लाइट फिटिंग का कार्य शेष था। शेष 43 लाख रुपए की राशि का भुगतान के लिए उसने अधिशासी अभियंता दिलीप परिहार से सम्पर्क किया तो उसने एक लाख रुपए रिश्वत की मांग की। 20 फरवरी को उसने ब्यूरो को शिकायत की।
ब्यूरो ने मंगलवार को शिकायत का गोपनीय सत्यापन कराया। इस दौरान अदिलीप परिहार ने पच्चीस हजार रुपए ले लिए। पचास हजार रुपए और देने के लिए मोहम्मद युनूस को बुधवार को कार्यालय में बुलाया। तय समय पर परिवादी उसके कार्यालय जा पहुंचा और पचास हजार रुपए दिए, लेकिन पहले से सचेत परिहार ने राशि हाथ में लेने की बजाय टेबल के पेन स्टैण्ड में रखवा दिए।
तभी कोई व्यक्ति उससे मिलने आ गया। कुछ ही देर में ब्यूरो के एएसपी नरपतसिंह के नेतृत्व में टीम ने दबिश दी, लेकिन तब तक आरोपित ने रिश्वत राशि गायब कर दी। ब्यूरो की टीम ने राशि के लिए पूरा कार्यालय व भवन छान मारा, लेकिन राशि का पता नहीं लग पाया। हालांकि पेन स्टैण्ड को धुलवाने पर रंग लगा मिल गया। जिसे बतौर साक्ष्य कब्जे में लिया गया है। रात को एसीबी ने आवास से दिलीप परिहार को गिरफ्तार कर लिया।
बाथरूम से भागने का प्रयास
कार्रवाई के दौरान परिहार ने लघुशंका का बहाना बनाया और कार्यालय में बने शौचालय में गया, जहां उसने दरवाजा अंदर से बंद कर लिया और पीछे की तरफ खिड़की से भागने का प्रयास किया। काफी देर तक उसके बाहर न आने पर एसीबी को संदेह हुआ। दरवाजा न खोलने पर ब्यूरो पीछे पहुंची और भागने का प्रयास कर रहे एक्सईएन को दबोच लिया।