शुक्रवार, 17 अक्टूबर 2014
शिक्षा विभाग में तबादलों पर रोक
दीपावली पर रोडवेज कर्मचारियों को लगा झटका
जयपुर। रोडवेज कर्मचारियों को इस बार दीपावली पर बोनस नहीं मिलेगा। रोडवेज में लगातार बढ़ते घाटे के कारण गुरूवार को हुई बोर्ड की बैठक में यह निर्णय लिया गया।
इसमें 2004 के बाद ज्वॉइन करने वाले कर्मचारियों के लिए मेडिक्लेम पॉलिसी लागू करने पर सहमति बनी। साथ ही महंगाई भत्ते, पेंशन संबंधी प्रस्ताव को वापस लेने का निर्णय भी किया है।
कर्मचारी बोनस नहीं देने के फैसले को रोडवेज के निजीकरण से जोड़ रहे हैं। इस फैसले से रोडवेज के 21 हजार से अधिक कर्मचारियों को निराश किया है।
रोडवेज कर्मचारी संगठनों ने निगम के फैसले के विरोध में शुक्रवार को बैठक बुलाई है। एटक के प्रदेशाध्यक्ष एम एल यादव ने बताया कि बोनस नहीं देने के फैसले से कर्मचारियों में असंतोष बढ़ा है।
इसलिए सारे कर्मचारी संगठन मीटिंग कर आगे की रणनीति तय करेगे। गौरतलब है कि रोडवेज के कर्मचारियों ने मंगलवार को मुख्यालय के गेट पर बोनस नहीं देने के फैसले का विरोध किया था। -
बाड़मेर कपूरड़ी लिग्नाइट परियोजना मे श्रमिक की मौत
बाड़मेर कपूरड़ी लिग्नाइट परियोजना मे श्रमिक की मौत
बाड़मेर जिले की गिरल लिग्नाइट परियोजना के डोजर से गिराने से एक श्रमिक की मौत हो गयी। जानकारी अनुसार बाड़मेर ग्रामीण थाना क्षेत्र के गिरल लिग्नाइट परियोजना में श्रमिक जो डोजर चालक था की डोजर से निचे गिरने से मौत हो गयी ,मृतक था। मृतक का शव् अन्त्य परीक्षण परिजनों को सौंप दिया
बिड़ला मंदिर है जयपुर का खूबसूरत दर्शनीय स्थल
भारत का प्रांत राजस्थान जिसकी राजधानी जयपुर जो अपने कई पर्यटन स्थलों के लिए जानी जाती है। यहां पर वैसे तो कई पर्यटन स्थल मौजूद है पर उनमें से ही एक है बिड़ला मंदिर जो अपनी खूबसूरती के कारण काफी प्रसिद्ध है और यहां पर पर्यटकों को आकर एक अलग शांति मिलती है।
पुरातन काल से ही राजस्थान अपनी चित्रकला के कारण काफी सुप्रसिद्ध है और यहां पर कई भव्य मंदिरों ,मस्जिदों,मक़बरे, समाधियों का निर्माण करवाया गया है। राजस्थान राज्य के जयपुर में स्थित बिड़ला मंदिर सबसे सुप्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। बिड़ला मंदिर को भगवान लक्ष्मी नारायण मंदिर के नाम से भी जाना जाता है।
बिड़ला मंदिर की बनावट का कार्य गंगा प्रसाद बिड़ला ने करवाया था।इस मंदिर के इंदराज़ पर श्री गणेश जी की सुंदर मूर्ति बनी हुई है और यहां पर पर्यटकों की भीड़ लगी रहती है। यहां पर पर्यटक संगमरमर से बने इस मंदिर की खूबसूरती को देखकर हैरान रह जाते है।यह मंदिर अपनी चित्रकला का अद्भभुत नमूना पेश करता है।
मंदिर की बाहर वाली दीवारों पर भी बहुत सुंदर ढंग से चित्रकारी की गई है।बिड़ला मंदिर में कई देवी देवताओं की मूर्तियों की खूबसूरती को देखकर भी पर्यटक हैरान रह जाते है।मंदिर में स्थापित मूर्तियों के दर्शन मंदिर के बाहर से भी कर सकते है और यहां पर लगा संगमरमर मंदिर की सुंदरता में चार चांद लगाता है।
मंदिर की मूर्तियों पर चित्रकारी इतने सुंदर ढंग से की गई है कि पर्यटक इन मूर्तियों को ही देखते रह जाते है।मंदिर के बाहर जो सीढियां बनी है उसके दोनों ओर दो मूर्तियां बनी हुई है एक मूर्ति ब्रजमोहन बिड़ला और उनकी पत्नी की है इन मूर्तियों को इस ढंग से बनाया गया है जैसे वो अपने हाथ जोड़कर भगवान को प्रणाम कर रहे हो।
यह मंदिर अपनी सुंदर चित्रकारी के कारण काफी सुप्रसिद्ध है। इस मंदिर में बने सुंदर बागान इसकी सुंदरता में चार चांद लगाते है।यहां पर बनी मूर्तियों को छूना सख्त मना है और प्रसाद की व्यवस्था भी मंदिर के अंदर ही होती है और बाहर से कोई भी वस्तु प्रसाद के रूप में स्वीकार नहीं की जाती ।यहां पर पर्यटकों को आकर मन को शांति का अनुभव होता है।
पुरातन काल से ही राजस्थान अपनी चित्रकला के कारण काफी सुप्रसिद्ध है और यहां पर कई भव्य मंदिरों ,मस्जिदों,मक़बरे, समाधियों का निर्माण करवाया गया है। राजस्थान राज्य के जयपुर में स्थित बिड़ला मंदिर सबसे सुप्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। बिड़ला मंदिर को भगवान लक्ष्मी नारायण मंदिर के नाम से भी जाना जाता है।
बिड़ला मंदिर की बनावट का कार्य गंगा प्रसाद बिड़ला ने करवाया था।इस मंदिर के इंदराज़ पर श्री गणेश जी की सुंदर मूर्ति बनी हुई है और यहां पर पर्यटकों की भीड़ लगी रहती है। यहां पर पर्यटक संगमरमर से बने इस मंदिर की खूबसूरती को देखकर हैरान रह जाते है।यह मंदिर अपनी चित्रकला का अद्भभुत नमूना पेश करता है।
मंदिर की बाहर वाली दीवारों पर भी बहुत सुंदर ढंग से चित्रकारी की गई है।बिड़ला मंदिर में कई देवी देवताओं की मूर्तियों की खूबसूरती को देखकर भी पर्यटक हैरान रह जाते है।मंदिर में स्थापित मूर्तियों के दर्शन मंदिर के बाहर से भी कर सकते है और यहां पर लगा संगमरमर मंदिर की सुंदरता में चार चांद लगाता है।
मंदिर की मूर्तियों पर चित्रकारी इतने सुंदर ढंग से की गई है कि पर्यटक इन मूर्तियों को ही देखते रह जाते है।मंदिर के बाहर जो सीढियां बनी है उसके दोनों ओर दो मूर्तियां बनी हुई है एक मूर्ति ब्रजमोहन बिड़ला और उनकी पत्नी की है इन मूर्तियों को इस ढंग से बनाया गया है जैसे वो अपने हाथ जोड़कर भगवान को प्रणाम कर रहे हो।
यह मंदिर अपनी सुंदर चित्रकारी के कारण काफी सुप्रसिद्ध है। इस मंदिर में बने सुंदर बागान इसकी सुंदरता में चार चांद लगाते है।यहां पर बनी मूर्तियों को छूना सख्त मना है और प्रसाद की व्यवस्था भी मंदिर के अंदर ही होती है और बाहर से कोई भी वस्तु प्रसाद के रूप में स्वीकार नहीं की जाती ।यहां पर पर्यटकों को आकर मन को शांति का अनुभव होता है।
आज कार्तिक संक्राति करेगी आपका भाग्य परिवर्तन
भारतीय वैदिक ज्याेतिष शास्त्र एवं उन पर आधारित पंचाग के अनुसार संक्रान्ति का अर्थ है कि सूर्य का एक राशि से दूसरी राशि में जाना। ज्याेतिष के अनुसार 12 राशियां हाेती हैं आैर सूर्य इन 12 राशियाें में भ्रमण करने के लिए पूरा एक वर्ष का समय लेते हैं आैर लगभग 1 राशि में 30 दिन तक विराजमान रहते हैं। जिस दिन में एक राशि से दूसरी राशि में जाते हैं उसी दिन से पंचागाें में अगला माह गिना जाता है। इस तरह से 12 माह आैर 12 संक्रान्ति बनती हैं तथा हर मास काे उसकी संक्रान्ति के साथ जाेड़ दिया जाता है। 17 अक्टूबर काे सूर्य शाम 6:09 मिनट तक तुला राशि में प्रवेश करेंगे। क्याेंकि यह कार्तिक मास का प्रारम्भ हाेगा इसलिए इसे कार्तिक संक्रान्ति कहा जाता है क्याेंकि सूर्य हमारे साैरमण्डल एवं भारतीय ज्याेतिष शास्त्र की मुख्य धूरी है इसलिए राशि परिवर्तन अलग-अलग राशियाें पर अपना प्रभाव छाेड़ेगा तथा उन प्रभावाें के कुछ निम्न परिणाम भी देखने काे मिलेंगे।
1. मेष- सूर्य की अपनी नीच राशि में जाने के कारण सीधी दृष्टि मेष राशि पर ही पड़ेगी ताे इस राशि के लिए कुछ समय कठिनाइयां एवं मेहनत वाला रह सकता है। इस महीने राेज सुबह सूर्य देवता के मंत्राें का उच्चारण नियमित रूप से करें।
2. वृष- अपने तथा अपने परिवार की सेहत के प्रति सजग रहें तथा पानी के व्यर्थ प्रयाेग से बचें, जल काे बर्बाद न करें।
3. मिथुन- इस राशि के लाेग खास ताैर पर विद्यार्थी वर्ग इस समय का पूरा लाभ उठाएं। उनकी अच्छी सफलता के याेग हैं मन काे केन्द्रित करें तथा नियमित रूप से ध्यान करें।
4. कर्क- कर्क राशि वालाें के लिए आज समय अच्छा रहेगा तथा व्यापार एवं नाैकरी से लाभ के आसार हैं। पुरूष वर्ग स्त्रियाें एवं बच्चाें के साथ अपना व्यवहार स्नेह पूर्ण बनाएं रखें।
5. सिंह- इस राशि वालाें काे कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी तथा कुछ कठिनाईयाें का सामना भी करना पड़ सकता है परंतु धैर्य न हारे तथा हनुमान चालिसा का पाठ नियमित रूप से करें।
6. कन्या- समय मिश्रित फल लेकर अाएगा इसलिए यह अच्छी तरह से साेच-समझ कर ही निर्णय लें, बुध देव के मंत्राें का उच्चारण अवश्य करें।
7. तुला- धन में ताे लाभ प्राप्त करेंगे परंतु स्वास्थ्य के प्रति थाेड़े लापरवाह रहेंगे। इस दिवाली पर पटाखाें से परहेज रखें ताे इनके लिए बहुत अच्छा रहेगा।
8. वृश्चिक- किस्मत के अनुसार समय अनुकूल है परंतु किसी भी प्रकार की विदेश यात्रा से अपनी दूरी बनाए रखें ताे इनके लिए अच्छा हाेगा।
9. धनु- समय धर्म-कर्म एवं सामाजिक कार्याें में इनके याेगदान के लिए उचित रहेगा। अपने भाग्य काे उदित करने के लिए एक पीपल का पेड़ लगाएं।
10. मकर- यह समय इन राशि वालाें के लिए अच्छा तथा बुरा दाेनाें तरह के प्रभावाें काे संजाेए रखेगा। यदि यह चाहते हैं कि अच्छे प्रभाव अधिक रहें ताे यह इस समय में मांसाहार, मदिरा-पान एवं जुए से अपने आप काे काेसाें दूर रखें।
11. कुंभ- समय नई उमंगे लेकर आएगा, नए कार्याें में इनकी रूची रहेगी बस यह ध्यान रखें कि किसी भी तरह के अनैतिक एवं अनितिपूर्ण कार्याें में सम्मिलित न हाें। शनि देव के मंत्राें का जाप करें।
12 मीन- समय खुशियाें एवं नई चनाैतियाें से भरा रहेगा। खास ताैर पर विद्या से संबंधित कार्याें में सफलता आपके कदम चूमेंगी। बस गरीबाें की सेवा करना न भूलें।
साभार ऐस्ट्रो गुरू गौरव कौचड़
agk@trinetoastoo.com
1. मेष- सूर्य की अपनी नीच राशि में जाने के कारण सीधी दृष्टि मेष राशि पर ही पड़ेगी ताे इस राशि के लिए कुछ समय कठिनाइयां एवं मेहनत वाला रह सकता है। इस महीने राेज सुबह सूर्य देवता के मंत्राें का उच्चारण नियमित रूप से करें।
2. वृष- अपने तथा अपने परिवार की सेहत के प्रति सजग रहें तथा पानी के व्यर्थ प्रयाेग से बचें, जल काे बर्बाद न करें।
3. मिथुन- इस राशि के लाेग खास ताैर पर विद्यार्थी वर्ग इस समय का पूरा लाभ उठाएं। उनकी अच्छी सफलता के याेग हैं मन काे केन्द्रित करें तथा नियमित रूप से ध्यान करें।
4. कर्क- कर्क राशि वालाें के लिए आज समय अच्छा रहेगा तथा व्यापार एवं नाैकरी से लाभ के आसार हैं। पुरूष वर्ग स्त्रियाें एवं बच्चाें के साथ अपना व्यवहार स्नेह पूर्ण बनाएं रखें।
5. सिंह- इस राशि वालाें काे कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी तथा कुछ कठिनाईयाें का सामना भी करना पड़ सकता है परंतु धैर्य न हारे तथा हनुमान चालिसा का पाठ नियमित रूप से करें।
6. कन्या- समय मिश्रित फल लेकर अाएगा इसलिए यह अच्छी तरह से साेच-समझ कर ही निर्णय लें, बुध देव के मंत्राें का उच्चारण अवश्य करें।
7. तुला- धन में ताे लाभ प्राप्त करेंगे परंतु स्वास्थ्य के प्रति थाेड़े लापरवाह रहेंगे। इस दिवाली पर पटाखाें से परहेज रखें ताे इनके लिए बहुत अच्छा रहेगा।
8. वृश्चिक- किस्मत के अनुसार समय अनुकूल है परंतु किसी भी प्रकार की विदेश यात्रा से अपनी दूरी बनाए रखें ताे इनके लिए अच्छा हाेगा।
9. धनु- समय धर्म-कर्म एवं सामाजिक कार्याें में इनके याेगदान के लिए उचित रहेगा। अपने भाग्य काे उदित करने के लिए एक पीपल का पेड़ लगाएं।
10. मकर- यह समय इन राशि वालाें के लिए अच्छा तथा बुरा दाेनाें तरह के प्रभावाें काे संजाेए रखेगा। यदि यह चाहते हैं कि अच्छे प्रभाव अधिक रहें ताे यह इस समय में मांसाहार, मदिरा-पान एवं जुए से अपने आप काे काेसाें दूर रखें।
11. कुंभ- समय नई उमंगे लेकर आएगा, नए कार्याें में इनकी रूची रहेगी बस यह ध्यान रखें कि किसी भी तरह के अनैतिक एवं अनितिपूर्ण कार्याें में सम्मिलित न हाें। शनि देव के मंत्राें का जाप करें।
12 मीन- समय खुशियाें एवं नई चनाैतियाें से भरा रहेगा। खास ताैर पर विद्या से संबंधित कार्याें में सफलता आपके कदम चूमेंगी। बस गरीबाें की सेवा करना न भूलें।
साभार ऐस्ट्रो गुरू गौरव कौचड़
agk@trinetoastoo.com
गुरुवार, 16 अक्टूबर 2014
70 साल की वृद्धा के साथ अपहरण कर की गंदी हरकत
झुंझुनूं। राजस्थान में झुंझुनूं जिले के उदयपुरवाटी क्षेत्र के जोधपुरा गांव के एक व्यक्ति ने शर्म, हया व रिश्तों को तार-तार करते हुए मां समान वृद्धा का अपहरण कर ज्यादती की।
जोधपुरा गांव के एक युवक ने चंवरा गांव की एक 70 वर्षीया मां समान वृद्धा के साथ ज्यादती करने का मामला थाने में दर्ज हुआ है।
गुढ़ागौड़जी थानाधिकारी चौथमल जाखड़ ने बताया कि चंवरा में एक वृद्धा खेत में मूंगफली लेने गई हुई थी। वहां से आरोपी जोधपुरा निवासी किशोर कुमार ने उसे जबरन गाड़ी में डालकर पंजी का बास ले गया। वहां पर उसके साथ ज्यादती की।
पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को सूचना मलते ही वृद्धा सहित आरोपी को थाने लेकर आए।
आरोपी युवक किशोर को शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार किया तथा वृद्धा का मेडिकल करवाने के बाद देर शाम उसे वृद्धा के साथ ज्यादती करने के मामले में गिरफ्तार कर लिया।
किशोर ज्यादती के प्रयास के मामले में पहले भी जेल जा चुका है। थानाधिकारी चौथमल जाखड़ ने बताया कि आरोपी किशोर के खिलाफ सात अप्रैल 2014 को भी खेतड़ी थाने में ज्यादती के प्रयास का मामला दर्ज हुआ था। जिसमें आरोपी जेल जा चुका है। -
पाकिस्तान के 200 सांसद-विधायक निलंबित
पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने अपनी संपत्ति का सालाना ब्योरा न सौंपने पर पाकिस्तानी संसद और प्रांतीय सभाओं के 200 से अधिक सदस्यों को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया।
संविधान के तहत सांसदों को हर साल 30 सितंबर तक अपनी संपत्ति का ब्योरा देना होता है। पाकिस्तान चुनाव आयोग (ईसीपी) डेडलाइन को 15 दिनों के लिए बढ़ा सकता है।
ईसीपी ने संपत्ति के ब्यौरे सौंपने के लिए 15 अक्टूबर की समयसीमा तय की थी। कुल 210 सांसदों ने अपनी संपत्तियों एवं देनदारियों के ब्योरे जमा नहीं किए। निलंबित किए गए सदस्यों में अधिकतर प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन से ताल्लुक रखते हैं।
समयसीमा खत्म होने पर जारी अधिसूचना में कहा गया था कि ईसीपी ने आदेश दिया है कि आदेश का पालन न करने पर सदस्य अपनी विधानसभाओं के सत्र में निलंबन की अवधि के दौरान शामिल नहीं हो सकेंगे।
दिल्ली में एसीपी की सरेराह जमकर की धुनाई, एम्स में भर्ती -
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के एसीपी की ही सरेराह कुछ लोगों ने जमकर धुनाई कर दी। फिलहाल एसीपी अमित कुमार को एम्स ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। घटना दिल्ली के लोदी श्मशान घाट के पास की है। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
स्पेशल सेल के ऑफिसर सादा वर्दी में ही रहते हैं। ऎसे में एसीपी अमित कुमार भी सादा वर्दी में पुलिस हेडक्वार्टर जा रहे थे। मौक ए वारदात पर मौजूद लोगों का कहना है कि वहां एक छोटा सा एक्सीडेंट हुआ था। इसके बाद लोगों ने एसीपी की जमकर धुनाई कर दी। बताया जा रहा है कि एसीपी को हेलमेट, रॉड और पत्थर से बुरी तरह से पीटा गया।
एसीपी पर हमला करने वाले परिवार का बेटा कार से जा रहा था, जबकि उसके माता-पिता मोटरसाइकिल पर उसके पीछे-पीछे जा रहे थे। एसीपी की कार को युवक की कार ने टक्कर मारी और उसके बाद दोनों पक्षों में वाद-विवाद हुआ और फिर पूरे परिवार ने मिलकर एसीपी को बुरी तरह से पीट दिया।
एसीपी को पीटने वाला परिवार दिल्ली के जीके-2 का रहने वाला है। एसीपी की कार से इस परिवार के लड़के जशिरात की कार टकराई थी, जिसके बाद यह झगड़ा हुआ था। उसके पीछे मोटरसाइकिल पर सवार उसके पिता का नाम रोहित है और इस परिवार का फाइनेंस का बिजनेस है, जबकि लड़का पढ़ाई करता है।
फेसबुक पर वसुंधरा राजे के 30 लाख प्रशंसक
जयपुर। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के फेसबुक पर उनके प्रशंसकों का आंकड़ा 30 लाख के पार पहुंच गया है। यह आंकड़ा बुधवार को पार गया। उसके बाद चार हजार और प्रशंसक उनके साथ और जुड़ गए हैं।
एक अंग्रेजी वेबसाइट के अनुसार, फिलहाल एक हफ्ते के सिंगापुर पर गई राजे ने इसके लिए उनके प्रशंसक, पार्टी कार्यकर्ता और प्रदेश के लोगो को धन्यवाद दिया है। उनके कार्यालय ने एक बयान जारी कर कहा कि देश में महिला राजनेता के तौर पर उनके सबसे ज्यादा प्रशंसक हैं। प्रदेश में सभी राजनेताओं के मुकाबले उनके सबसे ज्यादा प्रशंसक हैं।
उल्लेखनीय है कि पिछले साल दिसंबर मे उन्होंने जब दूसरी बार प्रदेश की सत्ता संभाली, तब फेसबुक पर उनके 10 प्रशंसक थे। -
एक अंग्रेजी वेबसाइट के अनुसार, फिलहाल एक हफ्ते के सिंगापुर पर गई राजे ने इसके लिए उनके प्रशंसक, पार्टी कार्यकर्ता और प्रदेश के लोगो को धन्यवाद दिया है। उनके कार्यालय ने एक बयान जारी कर कहा कि देश में महिला राजनेता के तौर पर उनके सबसे ज्यादा प्रशंसक हैं। प्रदेश में सभी राजनेताओं के मुकाबले उनके सबसे ज्यादा प्रशंसक हैं।
उल्लेखनीय है कि पिछले साल दिसंबर मे उन्होंने जब दूसरी बार प्रदेश की सत्ता संभाली, तब फेसबुक पर उनके 10 प्रशंसक थे। -
मोदी सरकार ने किया नौकरशाही में फेरबदल, मायाराम की जगह राजीव महर्षि होंगे नए वित्त सचिव -
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नौकरशाही में बड़ा बदलाव करते हुए देश का वित्त सचिव बदल दिया है। अरविंद मायाराम को वित्त सचिव के पद से हटाकर पर्यटन मंत्रालय भेजा गया है। उनकी जगह राजीव महर्षि को नया वित्त सचिव बनाया गया है। राजीव महर्षि राजस्थान के मुख्य सचिव हैं।
मायाराम और महर्षि दोनों राजस्थान कैडर के 1978 बैच के आईएएस अधिकारी है। मायाराम पर्यटन सचिव परवेज दीवान की जगह लेंगे। दीवान इस महीने के अंत में रिटायर हो रहे हैं। नौकरशाही में मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद यह पहला बड़ा बदलाव है। कुल 20 ब्यूरोक्रेट को बदला गया है जिनमें से ज्यादातर सचिव स्तर के हैं। महर्षि ने इसी साल 16 अप्रेल को राजस्थान के मुख्य सचिव का पदभार संभाला था। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के साथ मिलकर महर्षि ने राज्य में श्रम सुधारों को लेकर काम किया था। जिसके बाद हाल के महीनों में राजस्थान का बाजार व्यापार के लिए काफी खुल गया है।
खबरों के अनुसार महर्षि की नियुक्ति के पीछे वित्तमंत्री अरूण जेटली का समर्थन माना जा रहा है। जेटली और महर्षि पहले भी साथ काम कर चुके हैं। वित्त मंत्रालय में चार सचिव होते हैं, ये हैं आर्थिक मामले, व्यय, राजस्व और आर्थिक सेवा। वहीं अनिल स्वरूप को कोयला सचिव बनाया गया है, स्वरूप केन्द्रीय सचिवालय में तैनात थे। उन्होंने एसके श्रीवास्तव की जगह ली जो 31 अक्टूबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। -
बालोतरा। भाजपा सरकार अध्यापको की हितैषीःअमराराम चौधरी
बालोतरा। भाजपा सरकार अध्यापको की हितैषीःअमराराम चौधरी
रिपोर्टर :- ओमप्रकाश सोनी /बालोतरा
बालोतरा। बालोतरा में विभिन्न शिक्षक संघठनो के जिला स्तरीय शेक्षिक सम्मेलनो का आयोजन हुआ। महावीर गोशाला में अखिल राजस्थान प्रबोधक व पैराटीचर संघ के सम्मेलन का समारोह हुआ।
जिसमें पचपदरा विधायक अमराराम चैधरी, सिवाना विधायक हमीरसिंह भायल व नगरपरिषद के सभापती महेश चोहान ने शिरकत की। वही पंचायत समिति के सभागार में राजस्थान शिक्षक संघ प्रगतीषील संघ के शिक्षक सम्मेलन का आयोजन हुआ। समारोह में पचपदरा विधायक अमराराम चौधरी ने कहां कि सरकार हमेषा शिक्षक हित की सोच रखती है।
बालोतरा। प्राचार्या के तबादले के विरोध में एस.एफ.आई. ने कालेज पर जड़ा ताला,किया हाईवे जाम
बालोतरा। प्राचार्या के तबादले के विरोध में एस.एफ.आई. ने कालेज पर जड़ा ताला,किया हाईवे जाम
रिपोर्टर :- ओमप्रकाश सोनी /बालोतरा
बालोतरा। बालोतरा के राजकिय छात्र महाविद्यालय पर गुरूवार की दोपहर को एस.एफ.आई. के पदाधिकारियो ओर कार्यकर्ताओ ने ताला जड़ दिया ओर बाद में प्राचार्या के स्थानान्तरण के विरोध में सड़क पर उतर आये ओर कालेज के सामने से गुजर रहे जालोर हाईवे को जाम कर दिया। हाईव के जाम होने की जानकारी पर बालोतरा पूलिस मोके पर पहुची ओर छात्रो से समझाईस कर हाईवे का जाम खुलवाया।
बालोतरा। बालोतरा के राजकिय छात्र महाविद्यालय पर गुरूवार की दोपहर को एस.एफ.आई. के पदाधिकारियो ओर कार्यकर्ताओ ने ताला जड़ दिया ओर बाद में प्राचार्या के स्थानान्तरण के विरोध में सड़क पर उतर आये ओर कालेज के सामने से गुजर रहे जालोर हाईवे को जाम कर दिया। हाईव के जाम होने की जानकारी पर बालोतरा पूलिस मोके पर पहुची ओर छात्रो से समझाईस कर हाईवे का जाम खुलवाया।
बाद मे पुलिस ने आंदोलन कर रहे छात्रो से समझाईस कर कालेज के प्रवेष द्वार पर लगाये गये ताले को खुलवाने का प्रयास किया पर छात्र नही माने। जिस पर उपखंड अधिकारी उदयभानु चारण मोके पर आये ओर कालेज के द्वार पर लगा ताला खुलवाया। उपखंड अधिकारी के निर्देष पर कालेज छात्र संघ के अध्यक्ष ओमप्रकास डांगी सहित एस एफ आई के एक पदाधिकारी को हिरासत मे ले लिया। उपखंड अधिकारी ने कालेज की प्राचार्या विमला आर्य को भी छात्रो को भड़काने के आरोप में लताड़ पिलाई। दरअसल पूरा मामला छात्र राजनीती से जुड़ा है। कालेज में एस एफ आई का अध्यक्ष है। एस एफ आई ने छात्र संघ कार्यालय के उद्घाटन में छात्र संघ के किसी भी दुसरे पदाधिकारियो को नही बुलाया था। समारोह को लेकर प्राचार्या ओर ए.बी.वी.पी. के पदाधिकारियो में विवाद हुआ था। समारोह के बाद में प्राचार्या का स्थानान्तरण बाड़मेर हो गया। एस.एफ.आई. का कहना है कि प्राचार्या का तबादला राजनेतिक द्वेषता से किया गया है। एस.एफ.आई. के नगर अधयक्ष प्रहलाद चोधरी ने आरोप लगाया कि पुलिस व प्रषासन भी राजनेतिक दबाव में काम कर रहे है।
बाड़मेर। नगरपरिषद आयुक्त धर्मपाल जाट ने पदभार संभाला, देखी व्यवस्थाये
बाड़मेर।नगरपरिषद आयुक्त धर्मपाल जाट ने पदभार संभाला, देखी व्यवस्थाये
बाड़मेर। बाड़मेर के नगरपरिषद के नवनियुक्त्त आयुक्त धर्मपाल जाट ने पद भार सँभालते ही अपने कार्य करने की शैली को कर्मचारियों के सामने जाहिर कर दिया और जो चल रहा है वैसा नहीं चलेगा। और पूरे नगर परिषद की सफाई और वयवस्था को देखा।गुरूवार को सुबह नगरपरिषद में नव पदस्थापित आयुक्त धर्मपाल जाट ने पदभार सँभालते ही अधिकारीयों के साथ सबसे पहले अपने ही कार्यालय परिसर का दौरा किया। धर्मपाल जाट ने पूछा "डोक्युमेंटली डॉज" दूँ या फिर इससे पहले काम करने के तरीके को ठीक कर लोगे। जाट ने बाड़मेर नगरपरिषद के 343 सफाईकर्मियों के साथ बैठक करवाने के निर्देश अधिकारियो को दिए। और आयुक्त ने शहर की बैको जिनके पार्किंग स्टैंड या स्थान नही उनको नोटिस जारी करने के आदेश दिए।
बालोतरा। राजपुरोहित समाज का अखिल भारतीय शिक्षक सम्मेलन 19 व 20 अक्टुम्बर को आसोतरा में
बालोतरा। राजपुरोहित समाज का अखिल भारतीय शिक्षक सम्मेलन 19 व 20 अक्टुम्बर को आसोतरा में
रिपोर्टर :- ओमप्रकाश सोनी /बालोतरा
बालोतरा। श्री ब्रह्माजी का मंदिर एवं राजपुरोहित समाज विकास न्यास श्री खेतेष्वर तीर्थ आसोतरा के तत्वावधान में राजपुरोहित समाज का प्रथम अखिल भारतीय शिक्षक सम्मेलन 19 से 20 अक्टुम्बर को आसोतरा तीर्थ पर आयोजित होगा।
बालोतरा। श्री ब्रह्माजी का मंदिर एवं राजपुरोहित समाज विकास न्यास श्री खेतेष्वर तीर्थ आसोतरा के तत्वावधान में राजपुरोहित समाज का प्रथम अखिल भारतीय शिक्षक सम्मेलन 19 से 20 अक्टुम्बर को आसोतरा तीर्थ पर आयोजित होगा।
सम्मेलन के समन्वयक वेदांताचार्य ब्रह्मचारी श्री ध्यानारामजी महाराज ने बताया कि प्राचीन सामाजिक मुल्यो एवं संस्कारो के पुनरूत्थान की आवष्यकता, अप्रासंगिक प्रथाओ,रूढियो व अंधविष्वाष के उन्मुलन,महिला शिक्षा,राजपुरोहित समाज की शेक्षिक, राजनेतिक व सामाजिक दषा, व्यक्तित्व विकास एवं उसमें शिक्षक की भुमिका आदि विषयो पर समाज के एक हजार से भी ज्यादा शिक्षक भाग लेकर गहन विचार विमर्ष करेंगें । इस सम्मेलन में राजकिय विद्यालयो, महाविद्यालयो, महाविद्यालयो ओर विष्वविद्यालयो में सेवारत अथवा सेवानिवृत समाज के शिक्षक-शिक्षिकाओ सहित निजी संस्थाओ के संस्था प्रधान भाग लेंगे। दो दिवसीय इस सम्मेलन को लेकर समाज के शिक्षक-शिक्षिकाओ में भारी उत्साह है। यह अपने तरह का पहला अखिल भारतीस प्रयास है जिसमे देष के कोने कोने से आने वाले विद्धान शिक्षक भाग लेंगे। सम्मेलन में उद्घाटन ओर समापन सत्रो के अलावा पांच तकनीकी सत्र भी रखे गये है, जिनमें देष-विदेष के विषय विषेषज्ञ भाग लेंगे। सम्मेलन में भाग लेने के लिये आॅन लाईन पंजीयन भी तीर्थ की बेवसाईट पर करवाया जा सकता है।
कुंती को मिले श्राप का असर आज भी भुगत रही है नारी जाति
महाभारत युद्ध के उपरांत युधिष्ठिर ने धृतराष्ट्र के कहने पर युद्ध में वीरगति को प्राप्त हुए सभी वीरों के शवों का सम्मानपूर्वक अंतिम किया। तभी कुंती ने पांडवों को बताया की कर्ण उनका बड़ा भाई था। युधिष्ठिर इस सत्य को जानकर बहुत दुखी हुआ और उसने अपनी मां कुंती को ऐसा श्राप दिया जो आज भी संपूर्ण नारी जाति के लिए अभिशाप है। कुंती को मिले श्राप का असर आज भी भुगत रही है नारी जाति।
महाभारत युद्ध के उपरांत धृतराष्ट्र ने युधिष्ठिर से पूछा," इस युद्ध में कितने लोग वीरगति को प्राप्त हुए हैं?"
युधिष्ठिर ने कहा," इस युद्ध में एक अरब, छ्यासठ करोड़, बीस हजार वीर वीरगति को प्राप्त हुए हैं। इसके अतिरिक्त चौदह हजार अज्ञात हैं और दस हजार एक पैंसठ वीरों का भी कुछ अता-पता नहीं है।"
धृतराष्ट्र बोले," जितने भी वीर महाभारत युद्ध में वीरगति को प्राप्त हुए हैं उन सभी वीरों के शवों का सम्मानपूर्वक अंतिम संस्कार सनातन संस्कृति के अनुसार तुम्हें ही करवाना चाहिए।"
धृतराष्ट्र की बात से सहमत युधिष्ठिर ने अपने पुरोहित धौम्य व सुधर्मा, संजय, विदुर, युयुत्सु आदि को आदेश दिया सभी वीरों के शवों का अंतिम संस्कार विधिपूर्वक करवाएं।
सभी पांडव, धृतराष्ट्र और उनके अन्य सगे-संबंधी गंगा तट पर गए और मृतक वीरों को जलांजलि दी। तभी कुंती के मन में आया की अज्ञात वीरों को मेरे पुत्र विधि- विधान से जलांजलि अर्पित कर रहे हैं तो अपने भाई को क्यों नहीं कर सकते। उसने भरे कण्ठ से पांडवों को बताया कि कर्ण उनका बड़ा भाई था इसलिए उनके प्रति भी आप सभी को जलांजलि अर्पित करनी चाहिए। कर्ण को अपना भाई जान सभी पाण्डवों को बहुत दुख हुआ।
युधिष्ठिर ने कुंती से कहा," अगर आप इस रहस्य से पहले ही पर्दा उठा देती तो संभवत: महाभारत युद्ध को टाला जा सकता था।"
कुंती मौन रही। युधिष्ठिर ने शास्त्रीय विधि के अनुसार कर्ण का भी अंतिम संस्कार किया और उन्हें जलांजलि दी।
सभी वीरों का अंतिम संस्कार करने के उपरांत पांडव, धृतराष्ट्र और उनके अन्य सगे संबंधी गंगा तट पर एक महीने तक रहे। कर्ण को अपना श्रेष्ठ भ्राता जानकर युधिष्ठिर बहुत दुखी थे। प्रतिदिन वहां बड़े-बड़े ऋषियों और महर्षियों का आना-जाना लगा रहता था। सभी ने अपने-अपने तर्क-वितर्क देकर युधिष्ठिर को समझाने का प्रयास किया, लेकिन फिर भी युधिष्ठिर का शोक कम नहीं हुआ।
जब सभी प्रयास विफल हो गए तो माता कुंती ने युधिष्ठिर को समझाने का यत्न किया मगर युधिष्ठिर ने कहा," माता! आपने भ्राता कर्ण और हमारे रिश्ते को रहस्य बनाकर रखा जिस वजह से आज हमें मानसिक क्लेश से गुजरना पड़ रहा है। आज मैं नारी जाति को श्राप देता हूं कि आज से कोई भी स्त्री अपने ह्रदय में कोई भी रहस्य गुप्त नहीं रख पाएगी।"
ऐसे वचन बोल युधिष्ठिर दुखी होकर वन को जाने लगे मगर अर्जुन और भीम ने उन्हें जाने नहीं दिया।
महाभारत युद्ध के उपरांत धृतराष्ट्र ने युधिष्ठिर से पूछा," इस युद्ध में कितने लोग वीरगति को प्राप्त हुए हैं?"
युधिष्ठिर ने कहा," इस युद्ध में एक अरब, छ्यासठ करोड़, बीस हजार वीर वीरगति को प्राप्त हुए हैं। इसके अतिरिक्त चौदह हजार अज्ञात हैं और दस हजार एक पैंसठ वीरों का भी कुछ अता-पता नहीं है।"
धृतराष्ट्र बोले," जितने भी वीर महाभारत युद्ध में वीरगति को प्राप्त हुए हैं उन सभी वीरों के शवों का सम्मानपूर्वक अंतिम संस्कार सनातन संस्कृति के अनुसार तुम्हें ही करवाना चाहिए।"
धृतराष्ट्र की बात से सहमत युधिष्ठिर ने अपने पुरोहित धौम्य व सुधर्मा, संजय, विदुर, युयुत्सु आदि को आदेश दिया सभी वीरों के शवों का अंतिम संस्कार विधिपूर्वक करवाएं।
सभी पांडव, धृतराष्ट्र और उनके अन्य सगे-संबंधी गंगा तट पर गए और मृतक वीरों को जलांजलि दी। तभी कुंती के मन में आया की अज्ञात वीरों को मेरे पुत्र विधि- विधान से जलांजलि अर्पित कर रहे हैं तो अपने भाई को क्यों नहीं कर सकते। उसने भरे कण्ठ से पांडवों को बताया कि कर्ण उनका बड़ा भाई था इसलिए उनके प्रति भी आप सभी को जलांजलि अर्पित करनी चाहिए। कर्ण को अपना भाई जान सभी पाण्डवों को बहुत दुख हुआ।
युधिष्ठिर ने कुंती से कहा," अगर आप इस रहस्य से पहले ही पर्दा उठा देती तो संभवत: महाभारत युद्ध को टाला जा सकता था।"
कुंती मौन रही। युधिष्ठिर ने शास्त्रीय विधि के अनुसार कर्ण का भी अंतिम संस्कार किया और उन्हें जलांजलि दी।
सभी वीरों का अंतिम संस्कार करने के उपरांत पांडव, धृतराष्ट्र और उनके अन्य सगे संबंधी गंगा तट पर एक महीने तक रहे। कर्ण को अपना श्रेष्ठ भ्राता जानकर युधिष्ठिर बहुत दुखी थे। प्रतिदिन वहां बड़े-बड़े ऋषियों और महर्षियों का आना-जाना लगा रहता था। सभी ने अपने-अपने तर्क-वितर्क देकर युधिष्ठिर को समझाने का प्रयास किया, लेकिन फिर भी युधिष्ठिर का शोक कम नहीं हुआ।
जब सभी प्रयास विफल हो गए तो माता कुंती ने युधिष्ठिर को समझाने का यत्न किया मगर युधिष्ठिर ने कहा," माता! आपने भ्राता कर्ण और हमारे रिश्ते को रहस्य बनाकर रखा जिस वजह से आज हमें मानसिक क्लेश से गुजरना पड़ रहा है। आज मैं नारी जाति को श्राप देता हूं कि आज से कोई भी स्त्री अपने ह्रदय में कोई भी रहस्य गुप्त नहीं रख पाएगी।"
ऐसे वचन बोल युधिष्ठिर दुखी होकर वन को जाने लगे मगर अर्जुन और भीम ने उन्हें जाने नहीं दिया।
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