रविवार, 7 सितंबर 2014

सांई बाबा के बारे में सनसनी खेज खुलासा .सांई बाबा राजस्थान के.. फलोदी के होने मिले प्रमाण..

सांई बाबा के बारे में सनसनी खेज खुलासा 


सांई बाबा उर्फ बागमल थानवी.. सांई बाबा राजस्थान के..


फलोदी के होने मिले प्रमाण..  उनका पूरा परिवार फलोदी

 शहर में रहता है..


साभार -महेश सोनी||
इसे साईं बाबा का फलौदी स्थित मकान बताया जा रहा है..

फलोदी, पूरे भारत में जहां सांई बाबा की जाति पर धार्मिक अखाड़ों में विवाद पैदा हो रहा है तथा मंदिरों से साईं बाबा की मूर्तियाँ हटाने का सिलसिला शुरू हो चुका है, वहीं, इस मामले में एक नया मोड़ आ गया है.
सांई बाबा के धर्म और जाति पर उठ रहे सवालों को लेकर बड़ी ही चौंकाने वाली बात सामने आई है.
फलोदी के एक पुष्करणा ब्राहम्ण थानवी परिवार का कहना है कि सांई बाबा का सही नाम बागमल थानवी है और उनके पिता का नाम हरिराम थानवी है. यहीं नहीं फलोदी में रहने वाले सेवानिवृत न्यायाधीश को नेपाली बाबा ने भी सांई बाबा के फलोदी के थानवी परिवार होने की बात कही थी.
Saibaba
न्यायाधीश देवनारायण थानवी का कहना है कि नेपाली बाबा ने उनको इस बात की जानकारी दी थी कि सांई बाबा फलोदी के थानवी परिवार से संबंध रखते है.
गौरतलब है कि थानवी परिवार के लोगों के अनुसार तो फलोदी में उनका मकान भी है जो उनके पूर्वजों का है और आज खण्डहर में तब्दील हो गया है.
अगर सांई बाबा की पूरी जीवनी की बात फलोदी के थानवी परिवार के अनुसार कहें तो उनका कहना है कि सांई बाबा पहले से ही अपनी मां को कहते थे कि वे साधु बनेंगे और करीब 20 वर्श की आयु में वे गुमशुदा हो गए जिसके चलते उनके परिवार वाले सन् 1885-86 में मुम्बई से बागमल उर्फ सांई बाबा को ढूंढते नासिक पंहुचे. परिवार वालों ने बागमल उर्फ सांई बाबा को पहचान तो लिया लेकिन सांई बाबा ने अपने परिवार वालों को पहचानने से इनकार कर दिया .


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उदयपुर मेड़ता के उप सरपंच ने सरकारी जमीं पर बनाई कोठी ,ग्रामीणो ने की शिकायत




उदयपुर मेड़ता के उप सरपंच ने सरकारी जमीं पर बनाई कोठी ,ग्रामीणो ने की शिकायत


उदयपुर राजस्थान की पर्यटन नगरी उदयपुर की मेड़ता ग्राम पंचायत के रशुखदार उप सरपंच द्वारा सरकारी भूमि पर अपनी निजी कोठी बना ली। अपने राशुख का इस्तेमाल करते हुए उप सरपंच ने सरे कायदे कानून टाक में रख दिए ,जबकि जिस जमीं पर कोठी बनी वह सरकारी भूमि हे। ग्रामीणो ने इस आशय का ज्ञापन जिला कलेक्टर को भी दिया मगर कोई कार्यवाही अमल में नहीं लाई गयी ,


जानकारी के मुताबिख मेड़ता के सरपंच आरक्षित कोटे से और अनपढ़ होने के कारन पंचायत का सारा कार्य उप सरपंच देखते हैं ,मेड़ता गाँव की सरकारी रिकार्ड में दर्ज खसरा 581 चारागाह के रूप में सरकारी भूमि दर्ज हैं ,जिस पर उप सरपंच द्वारा अपनी शानदार कोठी का निर्माण कराया जिसकी कीमत लाखो रुपये आंकी जा रही हैं।

सरकार द्वारा अतिकर्मियो से सख्ती से निपटने के दावे मेड़ता में हवा होते नज़र आ रहे हैं। जिला कलेक्टर और संभागीय आयुक्त तक इस रशुखदार उप सरपंच के खिलाफ कार्यवाही करने का साहस जूता नहीं प् रहे ,ग्रामीणो ने एक बार फिर मुख्यमंत्री को इस बारे में लिखा हैं


उदयपुर जिले के मावली तहसील के मेड़ता ग्राम पंचायत के उप्सरपच ने सरकारी जमीन पर अवेध निर्माण कर के आलिशान महल बना लिया हे गाव के ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर तहसीलदार और पंचायती अधकारियो को ज्ञापन दिया पर प्रशासन खामोश हे ।।

हाल ही में इसी पंचायत के 2 बी पि एल परिवार पे प्रसासन की और से अतिक्रमण हटाया गया जिसमे से एक जमीन इसी उपसरपंच के हाथो बेचीं गयी हे आखिर सरकारी जमीन बेचने वाला होता कोण हे

पैलेस आॅन व्हील्स रविवार को जैसलमेर पहुंची ,भव्य स्वागत हुआ

पैलेस आॅन व्हील्स रविवार को जैसलमेर पहुंची ,भव्य स्वागत हुआ 





सैलानियों की सुरक्षा के लिये रेल्वे पुलिस फोर्स द्वारा कड़े सुरक्षा प्रबंध किये गये थे।

जैसलमेर गत 3 सितम्बर को इस सीजन के प्रथम फेरे के लिये नई दिल्ली से रवाना हुवे पैलेस आॅन व्हील्स रविवार को जैसलमेर पहुंवी। 22 कोच की इस गाड़ी में दिल्ली से 21 सैलानी बैठे थे लेकिन आज जैसलमेर केवल 16 ही सैलानी पहुंचे। पर्यटन विभाग द्वारा इनका तिलक लगाकर व माल्र्यापण कर स्वागत किया गया, जैसलमेर रेल्वे स्टेषन पर सैलानियों के लिये आकर्षित रंगोली बनाई गई थी तथा रेड कारपेट बिछाकर सैलानियों को अभिभूत करने के प्रयास किये गये थे।
पैलेस आॅन व्हील्स में सितम्बर व अपे्रल माह आॅफ सीजन के रूप में कहलाये जाते है ंइस दौरान सैलानियों को 25 प्रतिषत की छूट दी जाती हैं इन दोनो महिनों के लिये पैलेस आॅन व्हील्स का प्रतिदिन का किराया 430 डाॅलर प्रति दिन हैं जबकि बाकी महिनों के लिये इसका किराया 585 डाॅलर हो जाता है। इस बार के फेरे में बड़ी में ब्रिटिष सैलानियों ने पैलेस आॅन व्हील्स की बुकिंग करवाई हैं जिसमें करीब 500 से ज्यादा सेलानी ब्रिटेन के ग्रेट रेल जर्नी से संबंधित हैं, वैसे यह टेªन हर बुधवार दिल्ली से रवाना होकर जयुपर, सवाईमाधोपुर, चितौड़, उदयपुर, जैसलमेर, जोधपुर, भरतपुर व आगरा होते हुवे वापस दिल्ली पहुंवती हैं इसमें कुल 22 कोच हैं जिसमें 14 सैलून, 2 बार रूम, 2 डाईनिंग व एक स्पा सैलून हैं।

महिला खिलाड़ी मार्टिना नवरातिलोवा ने टीवी पर किया अपनी गर्लफ्रेंड को प्रपोज!

न्यूयार्क: दिग्गज टेनिस खिलाड़ी मार्टिना नवरातिलोवा ने लंबे समय से अपनी महिला मित्र जूलिया लेमिगोवा के साथ शादी करने का फैसला किया है। नवरातिलोवा ने यूएस ओपन के पुरूष सेमीफाइनल मैच के दौरान कल यहां अपनी महिला मित्र जूलिया लेमिगोवा से औपचारिक प्रणय निवेदन किया जिसे उनकी पार्टनर ने स्वीकार भी कर दिया।
नवरातिलोवा ने किसी फिल्मी दृश्य की तरह घुटनों पर झुकी और उन्होंने जूलिया के सामने अपना प्रस्ताव रखा। जूलिया ने भी तुरंत हां कर दी। उन्होंने कहा कि मैं जूलिया के सामने शादी का प्रस्ताव रखने के लिए सही समय का इंतजार कर रही थी। मुझे लगता है कि यह प्रणय निवेदन के लिए सही स्थान और सही समय था और मुझे हां में जवाब मिला।

डब्ल्यूटीए की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार अपने करियर में 18 ग्रैंडस्लैम एकल और कुल 167 खिताब जीतने वाली 57 वर्षीय नवरातिलोवा ने कहा कि वह प्रणय निवेदन करते समय काफी नर्वस थी।

उन्होंने कहा कि मैं बहुत नर्वस थी लेकिन ऐसा हो गया और उसने भी हां कर दी। तब मेरे पांव जमीन पर नहीं थे। यह अद्भुत अनुभव था क्योंकि आपने पहले भी किसी टूर्नामेंट के दौरान लोगों को प्रणय निवेदन करते हुए देखा होगा। आप फिल्मों और वास्तविक जिंदगी में इसे देखते हैं और अब यह मेरे साथ हो रहा था।

जूलिया ने पहली बार लोगों का ध्यान तब अपनी तरफ खींचा था जब वह 1981 में मिस सोवियत संघ बनी थी। वह 42 साल की हैं। नवरातिलोवा ने बाद में ट्वीट करके अपने प्रशंसकों का भी आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि शुभकामनाओं के लिए सभी का शुक्रिया। मैं बहुत खुश हूं तथा जूलिया और हमारा परिवार भी।

बाड़मेर रिफाइनरी मुद्दे पर राजस्थान के अधिकारियों से मिलेगी एच.पी.सी.एल.


मुंबई: हिंदुस्तान पैट्रोलियम ने उम्मीद जताई कि 37,230 करोड़ रुपए की बाड़मेर रिफाइनरी परियोजना निर्धारित समय के अनुसार आगे बढ़ेगी और प्रमुख मुद्दों के समाधान के लिए अगले 10 दिनों से राज्य के अधिकारियों के साथ बैठक होगी। कंपनी ने पिछले सितंबर में राजस्थान के बाड़मेर में रिफाइनरी स्थापित करने की घोषणा की थी। सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी को यह भी विश्वास है कि वह पर्यावरण मंजूरी हासिल कर लेगी।
बाड़मेर रिफाइनरी मुद्दे पर राजस्थान के अधिकारियों से मिलेगी एच.पी.सी.एल.
एच.पी.सी.एल. की चेयरपर्सन तथा प्रबंध निदेशक निशि वासुदेव ने सप्ताहांत संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम जल्दी ही राज्य के अधिकारियों के साथ बैठक की उम्मीद कर रहे हैं। हम उनके साथ अगले 10 दिन में बैठक की उम्मीद कर रहे हैं।’’ उनसे भाजपा राज्य सरकार की आपत्तियों के बारे में पूछा गया था। 90 लाख टन क्षमता की रिफाइनरी अशोक गहलोत की अगुवाई वाली पूर्व कांग्रेस सरकार की प्रमुख परियोजना थी और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सितंबर में इसकी आधारशिला रखी थी।

बाड़मेर की पचपदरा में लगने वाली परियोजना में राजस्थान सरकार की 26 प्रतिशत तथा एच.पी.सी.एल. के पास शेष हिस्सेदारी है। यह पूछे जाने पर कि क्या एच.पी.सी.एल. अपनी मौजूदा 74 प्रतिशत हिस्सेदारी में से कुछ और हिस्सेदारी देने को तैयार है, वासुदेव ने कोई सीधा उत्तर नहीं दिया। उन्होंने कहा, ‘‘इस बारे में अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी क्योंकि हमें इस बारे में आधिकारिक रूप से सरकार से कोई सूचना नहीं मिली है।’’

चीन सरकार ने दी अनुमति, पैदा करो दो बच्चे!

बीजिंग। चीन की राजधानी बीजिंग में सरकार ने बीते 21 फरवरी को परिवार नियोजन नीति को में छूट देते हुए करीब 20,000 दंपत्तियों को दूसरे बच्चे की अनुमति दी है।nearly 20 thousand couples allowed to have second child in beijing
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने बताया कि बीजिंग म्युनिसिपल कमिशन ऑफ हेल्थ एंड फैमिली प्लानिंग द्वारा रविवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, दूसरे बच्चे की चाहत रखने वाले 21,249 दंपत्तियों में से 19,363 दंपत्तियों के आवेदन स्वीकृत किए गए हैं।

साल 2013 के अंत में चीन ने अपनी दशकों पुरानी एक बच्चा नीति में ढील दी, जिसे जनसंख्या नियंत्रण के उद्देश्य से लागू किया गया था।

चीन में एक बच्चा नीति के कारण कई दंपत्ति गर्भपात का सहारा लेते थे, क्योंकि ज्यादातर लोगों की प्राथमिकता लड़की के बजाय लड़के का माता-पिता होना थी।

इस वजह से 2010 में चीन का लैंगिक अनुपात 100 महिलाएं प्रति 118 पुरूष हो गया था। - 

रंगीलो राजस्थान : राठौड़ राजाओं का समाधि स्थल जोधपुर का जसवंत थड़ा (Jaswant Thada)


रंगीलो राजस्थान : राठौड़ राजाओं का समाधि स्थल जोधपुर का जसवंत थड़ा (Jaswant Thada)

जोधपुर मेहरानगढ़ किले से निकलने के बाद हमारा अगला पड़ाव था जसवंत थड़ा (Jaswant Thada) यानि राजा जसवंत सिंह का समाधि स्थल। पर इससे पहले कि हम किले से बाहर निकलते, किले के प्रांगण में एक महिला कठपुतलियों को गढ़ती नज़र आई। चटक रंग के परिधानों से सजी इन कठपुतलियों को अगर ध्यान से देखेंगे तो पाएँगे कि स्त्रियों की बड़ी बड़ी आँखों और पुरुषों की लहरीदार मूँछों से सुसज्जित इन कठपुतलियों के पैर नहीं होते। राजस्थामी संस्कृति में कठपुतलियों का इतिहास हजार वर्ष पुराना बताया जाता है। कठपुतलियों के इस खेल को आरंभ करने का श्रेय राजस्थानी भट्ट समुदाय को दिया जाता है। राजपूत राजाओं ने भी इस कला को संरक्षण दिया। इसी वज़ह से लोक कथाओं , किवदंतियों के साथ साथ राजपूत राजाओं के पराक्रम की कहानियाँ भी इस खेल का हिस्सा बन गयीं।









मेहरानगढ़ से निकल कर थोड़ी दूर बायीं दिशा में चलने पर ही जसवंत थड़ा का मुख्य द्वार आ जाता है। पर यहाँ से समाधि स्थल हरे भरे पेड़ों की सघनता की वज़ह से दिखाई नहीं देता। मुख्य इमारत तक पहुँचने के पहले फिर राजस्थानी लोकगायक अतिथियों का मनोरंजन करते दिखे। राजस्थानी संगीत का आनंद लेने के बाद जब मैं राजा सरदार सिंह द्वारा अपने पिता की स्मृति में बनाए गए इस समाधि स्थल के सामने पहुँचा तो दोपहर की धूप में नहाई संगमरमर की इस इमारत को देख कर मन प्रसन्न हो गया। सफेद संगमरमर की चमक बारह बजे की धूप और पार्श्व के गहरे नीले आसमान के परिदृश्य में बेहद भव्य प्रतीत हो रही थी।


जसवत थड़ा के मुख्य अहाते में घुसने के लिए दो बार सीढ़ियाँ चढ़नी पड़ती हैं। इसका शिल्प राजस्थानी और मुगल कालीन स्थापत्य का मिश्रण है। सामने की ओर निकले बरामदे का स्थापत्य जहाँ मुगलों से प्रभावित है वहीं ऊपरी ढाँचा बीच में मंदिर की शक़्ल लिए है और दोनों ओर से छोटी बड़ी छतरियों से घिरा है।


समाधि स्थल के अंदर एक बड़ा सा हॉल है जो दो भागों में बँटा है। पहले कक्ष में जोधपुर का राठौड़ शासकों की तसवीरे है्। हॉल के दूसरे सिरे पर राजा जसवंत सिंह की समाधि है। जसवंत थड़ा की हर मुंडेर पर कबूतरों का वास है। चित्र में देखिए किस तरह हर कबूतर ने अपने लिए एक एक खोली आबंटित कर रखी है। पर इनके द्वारा त्याग किए अवशेषों की अम्लीयता से जगह जगह संगमरमर की दीवारें काली होती दिखाई पड़ीं।



जसवंत थड़ा का यूँ तो निर्माण 1899 में राजा जसवंत सिंह के समाधिस्थल के रूप में हुआ पर यहाँ राठौड़ वंश के अन्य शासकों की समाधियाँ भी हैं जो बाद में मुख्य इमारत की बगल में बनाई गयी हैं।


जसवंत थड़ा से मेहरानगढ़ को आप अपनी संपूर्णता में देख सकते हैं । वहीं मेहरानगढ़ से पूरे जसवंत थड़ा के आहाते का रमणीक दृश्य दिखाई देता है। अलग अलग तलों पर बने बागों और छोटी सी एक झील से घिरा जसवंत थड़ा मुसाफ़िरों को अपनी संगमरमरी दूधिया चमक से सहज ही आकर्षित करता है।


जसवंत थड़ा से निकलते निकलते दिन का एक बज गया था। भोजन के लिए हम On The Rock रेस्ट्राँ में गए। रेस्ट्राँ की साज सज्जा इस तरह की गई है कि आपको लगे कि आप हरे भरे पंराकृतिक वातावरण के बीच भोजन कर रहे हैं।


 साभार। http://travelwithmanish.blogspot.in/2013/03/jaswant-thada.html

वैदिक का विवादित बयान, "...तो मैं संसद पर थूक दूंगा"

अजमेर। राजनीतिक विश्लेषक वेद प्रताप वैदिक ने आतंकी हाफिद सईद से मुलाकात पर शनिवार को विवादास्पद बात कही। उन्होंने कहा, सईद से मिलने पर दो सांसदों ने मेरी गिरफ्तारी की मांग की। दो तो क्या 543 सांसद भी सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित करें कि वैदिक को गिरफ्तार कर फांसी पर चढ़ाओ, तो भी मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकते। मैं उस पूरी संसद पर थूक दूंगा। हालांकि बाद में वे सफाई देते रहे कि उनका कहने का मतलब ऎसे प्रस्ताव पर थूकने से था। वे अजमेर लिटरेचर फेस्टिवल के अंतिम दिन "सच बोलने के खतरे" विष्ाय पर बोल रहे थे।Ved Pratap Vaidik yet again raises controversy, says feel like spitting on MPs
मुशर्रफ सईद से भी खतरनाक
वैदिक ने यह भी कहा कि उन्हें गिरफ्तार करो, लेकिन उस बैरक में उनके साथ पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को भी भेजो, क्योंकि मनमोहन परवेज मुशर्रफ से मिले थे, जिन्होंने हमारे सैकड़ों लोगों को मरवा डाला और अरबों का नुकसान किया। इस तरह सईद से 100 गुना खतरनाक तो मुशर्रफ हैं। वैदिक ने कहा, इतिहास गवाह है, बड़ी से बड़ी समस्या का हल बातचीत से ही संभव है। इसी नाते मैं सईद से मिला था।

गौरतलब है कि हाफिज सईद से वैदिक की मुलाकात से देश में काफी विवाद हुआ था और विपक्ष का कहना था कि सरकार की जानकारी के बगैर नहीं हो सकती थी, जबकि सरकार ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया था। - 

बेंगलूरू। कातिल एक्ट्रेस: सात लोगों के साथ मिलकर कराई पति की हत्या -

बेंगलूरू। कन्नड़ फिल्मों में काम कर चुकी एक्ट्रेस श्रुति चंद्रलेखा को पति की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। 22 साल की श्रुति ने दो सहयोगियों और पांच अन्य की मदद से पति एस रोनाल्ड पीटर प्रिंजो की तमिलनाडु के मदुरावोयल में आठ महीने पहले हत्या की थी। South actress Shruthi Chandralekha arrested for killing husband
पीटर ने श्रुति को पोर्न मूवीज में काम करने के लिए कथित रूप से मजबूर किया था। श्रुति ने दो सह साजिशकर्ताओं के साथ मिलकर प्रिंजो को मार डाला। बाद में उसके शव को पांच अन्य की मदद से तिरूनावेली जिले के पलायमकोट्टी में दफना दिया। पुलिस ने श्रुति के सहयोगियों जॉन प्रिंसन,गांधीमथिनाथन,विजय,विनोथ निर्मल और रफीक को जनवरी में गिरफ्तार किया था।

पीटर की हत्या के मामले में उमा चंद्रन और एलिसा फरार है। प्रिंजो से शादी से पहले श्रुति ने मंजूनाथ नाम के शख्स से शादी की थी। श्रुति की उस वक्त उम्र 16 साल थी। बाद में वह प्रिंजो के प्यार में पड़ गई और मंजूनाथ से अपने संबंध को खत्म कर लिया। शादी के वक्त प्रिंजो तिरूनवेली में उमाचंद्रन और प्रिंसन के साथ ऑन लाइन ग्रोसरी शॉप चलाता था। घाटे के कारण उन्हें अपना बिजनेस बंद करना पड़ा।

जब उमाचंद्रन और प्रिंसन ने प्रिंजो से बिजनेस में किए गए निवेश के लिए अपना शेयर मांगा तो पीटर ने इनकार कर दिया और बेंगलूरू चला गया। एक जांच अधिकारी ने बताया कि पैसा वापस देने के दबाव के चलते प्रिंजो ने पोर्न मूवीज बनाने का फैसला किया और पत्नी श्रुति पर पोर्न मूवीज में काम करने के लिए दबाव बनाया। श्रुति ने बताया कि प्रिंजो चाहता था कि वह पोर्न फिल्म के लिए ग्रुप सेक्स में हिस्सा ले लेकिन मैंने मना कर दिया।

जांच अधिकारी के मुताबिक योजना के तहत चंद्रलेखा ने 18 जनवरी को मदुरावोयल स्थित अपने घर पर पति प्रिंजो को जहर मिला दूध दिया। जब प्रिंजो बेहोश हो गया तो प्रिंसन और उमा चंद्रन ने उसका गला दबाकर मार डाला। गांधीमथिनाथन,विजय,विनोथ निर्मल,एलिसा और रफीक की मदद से श्रुति ने प्रिंजो के शव को कार में डाला और उसे पलायमकोटि्ट के आर्शिवथा नगर में दफना दिया।

शव दफनाने के बाद श्रुति और उसके साथी घर लौटे और प्रिंजो की कीमती सामान और 75 लाख रूपए लेकर भाग गए। पंद्रन दिन बाद श्रुति ने मदुरावोयल पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में श्रुति ने कहा कि उसका पति गायब हो गया है। इस बीच प्रिंजो के भाई जस्टिन ने भी पलयमकोटि्ट पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई। जस्टिन ने प्रिंसन के बारे में जानकारी ली,जो प्रिंजो की कार को चलाते हुए देखा गया था। पुलिस ने प्रिंसन को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान प्रिंसन ने हत्या और हत्या की पूरी योजा का राज खोल दिया। प्रिंसन पुलिस को उस स्थान पर ले गया जहां प्रिंजो के शव को दफनाया गया था। -  

वीडियो: जोधपुर में की थी शादी, 49 लाख में बेची "किस"

जयपुर। भारतीय बहू रह चुकी इंग्लैंड की इस मशहूर मॉडल व अभिनेत्री का यह कदम आपको चौंका देगा। हम बात कर रहे हैं मॉडल व अभिनेत्री एलिजाबेथ हर्ली की।Elizabeth Hurley sells her kiss for USD 81000 to julian bharti
एलिजाबेथ एड्स को जड़ से मिटाने के लिए संघर्ष कर रहे एक ग्रुप के साथ भी जुड़ी हुई हैं। एड्स के मरीजों को राहत दिलाने की दिशा में ग्रुप की ओर से एलिजाबेथ की किस के निलामी की घोषणा की गई।

इस नीलामी में बड़े कारोबारियों ने हिस्सा लिया। गौर फरमाने वाली बात यह कि इस नीलामी में बाजी मारी भारतीय मूल के कनेडियन टाइकून ने।

एलिजाबेथ के किस की नीलामी जीतने वाले कनेडियन टाइकून जूलियन भारती अरबपति स्टैन भारती के बड़े बेटे हैं।

जूलियन ने नीलामी में आखिरी और सबसे महंगी बोली 81,000 डॉलर की लगाई थी।

भारतीय मुद्रा में इस किस की कीमत आंके तो यह तकरीबन 49 लाख रूपये के करीब बैठती है। उन्होंने यह बड़ी कीमत अदा की और एलिजाबेथ के साथ हॉट लिपलॉक किया।

जूलियन की ओर से दिए गई 49 लाख की रकम एड्स से पीडित मरीजों के इलाज में इस्तेमाल की जाएगी।

कौन हैं एलिजाबेथ हर्ली?
49 साल की एलिजाबेथ हर्ली के बारे में आपको बता दें कि उन्होंने 2007 में इंडियन टेक्सटाइल के उत्तराधिकारी अरूण नायर से शादी की।

इस शाही शादी का आयोजन जोधपुर के उम्मेद भवन में किया गया था। इस शादी समारोह में पूरे विश्व की जानीमानी हस्तियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी।

शादी ज्यादा दिनों तक नहीं चली। 2010 में एलिजाबेथ की करीबी ऑस्ट्रेलियन क्रिकेटर शेन वॉर्न से बढ़ने लगी थी।

मीडिया में उनकी शेन वॉर्न से बढ़ती करीबी की खबर पर एलिजाबेथ ने अपने टि्वटर एकाउंट से लोगों को सूचित किया था कि वे अरूण नायर से अलग हो चुकी हैं। - 

"संबंध नहीं बनाने पर पत्नी हिजड़ा कहती है"

मुंबई। वैवाहिक जीवन में ना जाने किस मामले पर दरार पड़ जाए ये कोई नहीं जानता।
strange reasons for dievorce

ऎसे दो अजीब मामलेद सामने आए है जिनके आधार पर कोर्ट ने पति-पत्नी को तलाक मंजूर कर दिया।

पहला मामला:
एक औरत अपने पति को हिजड़ा कहती थी। बार-बार हिजड़ा सुनकर परेशान हुए पति ने कोर्ट में तलाक की अर्जी लगा दी।

कोर्ट ने पति की पीड़ा समझते हुए तलाक मंजूर कर लिया। एक अंग्रेजी अखबार की खबर के अनुसार तलाक लेने वाली दंपति की शादी वर्ष 2011 में हुई थी।

पति ने आरोप लगाया कि उसकी पत्नी घरेलू कामकाज में रूचि नहीं लेती और सिर्फ शारीरिक संबंध बनाने को कहती है।

पीडित के अनुसार शारीरिक संबंध नहीं बनाने पर उसकी पत्नी खुद को नुकसान पहुंचाकर उसके परिजनों को फ ंसाने की धमकी देती थी।

वहीं कई बार उसकी पत्नी हिजड़ा कहकर मानसिक रूप से प्रताडित करती थी।

कोर्ट ने आरोप साबित होने पर मानसिक प्रताड़ना के आधार पर तलाक का फैसला सुना दिया।

दूसरा मामला:
दूसरे मामले में एक पत्नी ने अपने पति से इसलिए तलाक ले लिया क्योंकि वो उसे पंखा नहीं चलाने देता था।

पत्नी ने तलाक की अर्जी दाखिल कर तिाया कि उसका पति बेहद कंजूस है।

बिजली का बिल ज्यादा ना आ जाए इसलिए भीषण गर्मी में भी वो उसे पंखा नहीं चलाने देता था।

कोर्ट ने दोनों की तलाक की अर्जी मंजूर कर ली और पति को से महिला को 10 लाख रूपए गुजारा भत्ता देने का आदेश भी सुनाया। - 

होशंगाबाद। बंद कमरे में लड़के-लड़कियां मना रहे थे रंगरलियां



होशंगाबाद। मध्यप्रदेश के होशंगाबाद जिले के महिमा नगर के एक खाली मकान को किराए से लेकर कुछ लड़कों ने अय्याशी का अड्डा बना लिया था। शनिवार को दो लड़के-दो लड़कियां मकान के अंदर गए।
couple caught in Offensive Position in hoshangabad mp


वहीं मौजूद एक युवक मकान में बाहर से ताला लगाकर चला गया। मामला संदिग्ध लगने पर आसपास के लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मकान की घेराबंदी कर करीब एक घंटे तक कमरे में अंदर बंद लड़के-लड़कियों को बाहर निकलने की समझाइश दी, लेकिन वे नहीं माने। परेशान होकर पुलिस ने दरवाजे का ताला तोड़कर लड़के-लड़कियों को बाकहर निकाला और थाने ले आए।




प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि दोपहर लगभग दो बजे मुंह पर कपड़ा बांधे लड़के-लड़कियां मकान के अंदर गए। इसके बाद कुछ और युवक उस कमरे में आ गए। इसमें से दो युवक वापस चले गए।




उन्होंने मकान में बाहर से ताला लगा दिया। टीआई एसएन मुकाती के साथ महिला पुलिस ने दरवाजा खटखटाया। इसके बाद दरवाजे का ताला तोड़कर अंदर से लड़के-लड़कियों को बाहर निकाला गया।




खिड़की से देखा और छुप गए

मकान के बाहर पुलिस होने की आशंका पर कमरे की खिड़की खोलकर लड़कों ने बाहर देखा। इसके बाद वे अंदर छुप गए। पुलिस अधिकारी उन्हें बार-बार बाहर आने की समझाइश देते रहे, लेकिन लड़के न तो कुछ बोल रहे थे और ना ही बाहर नहीं निकल रहे थे।




शराब की बोतलें मिलीं

पुलिस ने कमरे की तलाशी ली तो वहां कई आपत्तिजनक सामग्री मिल। एक बिस्तर के आस-पास सिगरेट और शराब की खाली बोतलें मिली। वहीं डिस्पोजल मे रखी शराब भी पाई गई।




कोचिंग का बहाना

दोनों लड़कियां घर से कोचिंग जाने के लिए निकली थीं। इसक बाद वे लड़कों के साथ महिमा नगर आ गई। मोहल्ले के लोगों ने बताया कि इस तरह रोजाना वे मकान पर आ रही थीं। जिससे वह परेशान हो गए थे।




परिजन को सौंपा

पुलिस लड़के-लड़कियां को लेकर पुलिस कंट्रोल रूम लेकर पहुंची। वहां सभी से पूछताछ कर उनके परिजन को बुलाया गया। पुलिस के मुताबिक दोनों लड़कियां नाबालिग थीं, इसलिए उनके परिजन को सौंप दिया। वहीं लड़कों को पूछताछ के लिए कुछ देर रोक लिया था। -  

रेप से भी बुरी है राजस्थान की ये कुरीति

नई दिल्ली। रेप से भी बुरी राजस्थान की एक कुरीति है। दिल्ली की एक अदालत ने बाल विवाह को बलात्कार से भी बदतर बताया है।child marriage worse than rape says delhi court
अदालत ने कहा कि इस बुराई का समाज से पूरी तरह खात्मा होना जरूरी है।

कोर्ट ने कम उम्र में लड़की का विवाह करने पर लड़की के माता-पिता के खिलाफ मामला दर्ज करने को कहा।

मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट शिवानी चौहान ने लड़की के माता-पिता द्वारा उसके पति और ससुरालवालों के खिलाफ दहेज प्रताड़ना के मामले में ये फैसला दिया।

अदालत ने आदेश देते हुए कहा कि दहेज लेना और देना कानूनन जुर्म है। कोर्ट ने पुलिस को निर्देश दिए कि बाल विवाह रोकथाम कानून और दहेज निषेध कानून के तहत 14 वर्षीय लड़की के माता-पिता और उसके ससुरालवालों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए।

ससुरालवालों के खिलाफ घरेलू हिंसा का मामला पहले से ही दर्ज है।

मजिस्ट्रेअ ने कहा, "बाल विवाह बलात्कार से भी बदतर बुराई है और इसे समाज से पूरी तरह खत्म किया जाना चाहिए। यदि सरकार जैसे पक्षकार इस तरह के अपराध करने वालों के खिलाफ उचित कार्रवाई नहीं करेंगे तो ऎसा होना असंभव है।"

अदालत ने दक्षिण दिल्ली के पुलिस उपायुक्त को 19 अक्टूबर को प्रगति रिपोर्ट पेश करने को कहा। लड़की के माता-पिता की शिकायत के अनुसार उसकी शादी 2011 में हुई थी जब वो नाबालिग थी।

वहीं लड़की के पति और ससुरालवालों का तर्क था कि उसके माता-पिता ने शादी के वक्त वयस्क लड़की दिखाई थी। कोर्ट ने लड़की के स्कूल प्रमाण पत्र को सही मानते हुए पति की दलील अस्वीकार कर दी। - 

मंत्री के बयान पर बवाल, शिक्षक संगठनों ने दी चेतावनी -

जयपुर। शिक्षक दिवस के राज्य स्तरीय समारोह में शिक्षा मंत्री, पंचायती राज मंत्री और शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव की ओर से प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाने और शिक्षकों को कठघरे में खड़ा करने के बयान का विरोध शुरू हो गया है।

 kc saraf and gulab chand kataria statements against Protest teachers


शिक्षक संगठनों ने मुख्यमंत्री से दोनों केबिनेट मंत्री को हटाने, एसीएस को निलंबित करने और सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की है। ऎसा नहीं करने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। कई संगठनों ने तो 10 सितम्बर से विरोध स्वरूप प्रदेशभर में पुतला दहन व धरना देने की बात कही है।

राजस्थान शिक्षक-शिक्षाधिकारी संघर्ष समिति के प्रवक्ता प्रकाश मिश्रा के अनुसार प्रदेश में एकीकरण के विरोध में चल रहे आंदोलन से शिक्षा मंत्री कालीचरण सराफ बौखलाए हुए हैं और इसी कारण गलत बयानबानी की जा रही है।

उन्होंने पंचायत राज मंत्री गुलाबचंद कटारिया के शादी, अंतिम संस्कार व अन्य आयोजन में जाने का खर्च स्कूल खाते में जोड़ने के आरोप को सिद्ध करने के लिए कहा है। राजस्थान शिक्षा सेवा परिष्ाद के प्रदेशाध्यक्ष रणवीर सिंह ने इसे लोकतांत्रिक मूल्यों के विपरीत बताया।

राजस्थान पंचायती राज कर्मचारी संघ के प्रवक्ता नारायण सिंह ने मंत्रियों को हटाने की मांग की और कहा कि संघ स्तर पर दस सितम्बर को पुतला दहन किया जाएगा।

राजस्थान शिक्ष सेवा प्राध्यापक संघ (रेसला) के प्रदेशाध्यक्ष मोहन सिहाग का कहना है कि विद्यालयों में भौतिक सुविधाएं नहीं है। शिक्षकों की जनगणना, चुनाव, पल्स पोलिया व अन्य राष्ट्रीय कार्यक्रमों में ड्यूटी लगा दी जाती है। इसके बावजूद मंत्री-अफसर ने ऎसा बयान दिया, जिससे शिक्षकों में आक्रोश है।

इन्होंने भी बताया गलत
राजस्थान पुरस्कृत शिक्षक फोरम के महासचिव रामेश्वर प्रसाद शर्मा का कहना है कि शिक्षक सम्मान समारोह के मंच पर मंत्रियों की ऎसी बयानबाजी गलत है। इससे पुरस्कृत शिक्षकों की भावना आहत हुई है।

राजस्थान शिक्षक संघ (सियाराम) के प्रदेशाध्यक्ष सियाराम शर्मा और राजस्थान शिक्षक संघ के मुख्य महामंत्री गिरीश कुमार शर्मा ने कहा कि मंत्रियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। संघ एसीएस श्याम एस. अग्रवाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएगा।

राजस्थान शिक्षक संघ (प्रगतिशील) के प्रदेशाध्यक्ष विनय चतुर्वेदी का कहना है कि मंत्री कटारिया ने तो अंतिम संस्कार का खर्च भी स्कूल खर्च में जोड़ने का बयान देकर हद पार कर दी, जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्हें हटाने के लिए आंदोलन होगा।

ब्राह्मण समाज राजस्थान ने भी मंत्रियों के बयान को प्रदेशवासियों को नीचा दिखाने वाला बताया है।

राजस्थान प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षक संघ के अति. महामंत्री शशिमोहन शर्मा ने रोष्ा जताया।

विचार एक-संगठन अनेक के राष्ट्रीय संयोजक भगवत सिंह शक्तावत ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर दोनों मंत्रियों के इस्तीफे की मांग की है।

शनिवार, 6 सितंबर 2014

नशीली दवा खिलाकर कांस्टेबल करता था छात्रा का यौन शोषण -

जौनपुर। उत्तर प्रदेश के जौनपुर में कोतवाली क्षेत्र निवासी एक छात्रा को एक कांस्टेबल बीते 5-6 माह से नशीली दवा खिलाकर यौनशोषण करता रहा। मामला उजागर होने पर भी पीडिता न्याय के लिए दर - दर भटक रही है। आखिरकार शनिवार को जिले के अधिवक्ताओं का सब्र भी टूट गया और उन्होंने पीडिता को न्याय दिलाने तथा आरोपी कांस्टेबल के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग को लेकर न्यायिक कार्य का बहिष्कार किया। college girl sexual harassment by police constable in jaunpur
सुल्तानपुर, शकरमण्डी निवासी स्नातक की छात्रा ने आरोप लगाया है कि वर्तमान में मिर्जापुर जिले में तैनात कांस्टेबल राजेश बहादुर सिंह उसके पिता का परिचित था और उसके घर आरोपी का आना जाना था। आरोपी कांस्टेबल ने ही लड़की की बीए कक्षा में प्रवेश दिलाने में मदद की थी। लड़की के यौन शोषण मामले में रिपोर्ट दर्ज न करने के विरोध में वकीलों ने पूरे दिन न्यायिक कार्य का बहिष्कार किया और कलेक्ट्रेट परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। बाद में वकीलों ने जिलाधिकारी के सभागार में पहुंचकर तत्काल आरोपी कांस्टेबल के विरूद्ध रिपोर्ट दर्ज करने की मांग की।

पीडित लड़की ने आरोप लगाया है कि कांस्टेबल राजेश उसे नशीली दवा खिलाकर उसका यौन शोषण करता था। आरोपी ने दुपट्टे से गला दबाकर छात्रा को मार डालने की भी कोशिश की थी। कांस्टेबल ने पीडिता को धमकाया था कि किसी से शिकायत करने पर वह उसे मार डालेगा। लड़की ने आरोप लगाया है कि कांस्टेबल राजेश उसका पांच-छह महीने से यौन शोषण कर रहा था। कुछ दिनों पूर्व कांस्टेबल का तबादला मिर्जापुर हो गया था।

मिर्जापुर से जौनपुर आने पर भी कांस्टेबल पीडित लड़की का यौन शोषण करता था। कांस्टेबल का परिवार अभी जौनपुर में ही रहता है। इस मामले में आरोपी कांस्टेबल के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज न करने के विरोध में जौनपुर कलेक्ट्रेट अधिवक्ता संघ के सदस्यों ने शनिवार को कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में जिलाधिकारी सुहास एल वाई और पुलिस अधीक्षक बबलू कुमार से मिलकर आरोपी कांस्टेबल के विरूद्ध तत्काल प्राथमिकी दर्ज करके उसे गिरफ्तार किया जाए।

जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने वकीलों को आश्वस्त किया है कि जांच रिपोर्ट आ जाने के बाद आरोपी कांस्टेबल के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। इस मामले की पुलिस क्षेत्राधिकारी अल्का भटनागर जांच कर रही हैं।