बुधवार, 7 मई 2014

मरुधरा कि माटी से निकला नायब फनकार रोजे खान

मरुधरा कि माटी से निकला नायब फनकार रोजे खान

बाड़मेर राजस्थान कि लोक संस्कृति औ लोक गायिकी दे साक्षात् दर्शन धोरो कि धरती बाड़मेर में होते हें। इस मरू माटी ने कई बेहतरीन लोक फनकार दिए हें जिन्होंने देश विदेशो में अपना नाम कमाया ही हे साथ ही राजस्थानी लोक संस्कृति को बचाये रखा हें। ऐसे ही एक लोक फनकार जिले के भीयांड गाँव में रोज़े खां हैं . मांगनियार गायकी के उन चंद लोगों में से एक जो अपनी प्राचीन गायकी के हुनर को अब भी जीवित रखे हुए हैं. उनके घर पर जिस आत्मीयता के साथ मेरा स्वागत हुआ वो शब्द कहाँ बयां कर पाएंगे . थाली में सजे गेहूं के दाने और दीपक के साथ गुड़ जिसका एक छोटा टुकड़ा खिलाकर मेहमान को भीतर ले जाते हैं . उनका घर गाँव के आखिरी सिरे पर था पास में एक तालाब था जो अब पानी का रास्ता देख रहा था और रास्ता तो कई मोर भी देख रहे थे जो रोज़े खां के घर के पास ऐसे घूमते हैं मानो पालतू मुर्गियां हों अगली सुबह हमारी नींद बारिश की बूंदों ने खुलवाई क्योंकि हम छत पर सो रहे थे मेघों से घिरा आसमान ,जहां तक नजर जाये वहां तक फैली मरुभूमि और नीचे ज़मीन पर बादलों के स्वागत में नाचते मोर। अनूठा गाँव हें रोजे खान का। रोजे खान कि गायकी में जादू हें। रोजे खान अपने समाज में लुप्त हो रही लोक गायिकी को लेकर चिंतित हें। उनके प्रयास हें कि नै पौध तैयार करनी होगी ताकि राजस्थानी कि संस्कृति अक्षुण रहे


रोज़े खां और उनके परिवार ने लोक-संगीत का जो रस बरसाया उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता . गीतों को खड़ताल गति देते हैं तो कमायचा उसमे मरुभूमि का सारा का सारा सौन्दर्य भर देता है कमायचा मांगनियारों का अपना वाद्य है लेकिन इसका पहला सुर ही सुनने वाले को अहसास करा देता है की अब जो रस बरसेगा वो उस सोनारी धरती का होगा जिसे माडधरा कहते हैं एक विकल ध्वनि, जो गूंजती है तो प्यास जगाती भी है और प्यास बुझाती भी है . लेकिन ये कमायचा भी अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है . धीरे-धीरे ये वाद्य लुप्त हो रहा है एक तो इसे बजाने में नयी पीढ़ी की रूचि कम है उस पर अब इसे बनाने वाले भी कम होते जा रहे हैं जो बचे हुए लोग हैं वो कभी कभार बिकने के कारण इसे बनाना छोड़ चुके है इसीलिए अब ये बाज़ार में इतना महंगा बिकता है कि कोई गरीब लोक कलाकार इसे खरीदने का सपना ही देख सकता है . आर्थिक उदारवाद ने हमें जो कुछ दिया उसकी भरपूर कीमत भी वसूली है बाज़ार अब केवल उनके लिए आनंद का अवसर उपलब्ध कराता है जिनकी जेबें ठसाठस भरी हुई हैं बाकी लोगों के लिए तो ये तमाशा बस देखने की चीज़ है . --

सनावड़ा
सनावड़ा वैसे तो पश्चिमी राजस्थान का एक आम गाँव ही है लेकिन इसकी एक खासियत है यहाँ मौजूद राजस्थानी लोक कलाकार - मांगनियारों के लगभग ४५ परिवार. किसी एक ही गाँव में सैकड़ो कलाकार एक साथ रहते हैं ये कल्पना भी दुर्लभ लगती है लेकिन सनावड़ा आइये यहाँ के ४५ परिवारों का हर शख्स कलाकार है - महिलाएं और बच्चे भी . मैं सनावड़ा पहुंचा तो पहली मुलाकात बच्चों से ही हुई पर तब एक अजनबी से मिलने का संकोच उनमे था. आगे बढ़ा तो झूला झूलती लड़कियां मिल गयीं बहुत दिनों बाद दिखाई दिए इस दृश्य ने रूह को बहुत सुकून पहुँचाया .















जिस गाँव में सैकड़ो कलाकार रहते हो वहां किसी अन्जान अतिथि के प्रति भी आत्मीय व्यवहार देखने को मिले तो बहुत आश्चर्य चकित नहीं होना चाहिए . संगीत में इतनी सामर्थ्य तो शेष है कि तेजी से बदलते दौर में भी भारतीय मूल्यों को भारतीय जन-जन के मन में संजोकर रख सके . सनावड़ा में मुझे अपेक्षा से अधिक स्नेह मिल रहा था . गाँव के कच्चे घर जिन्हें झूपा कहते हैं मुझे बहुत आकर्षित कर रहे थे मैंने बहुत संकोच के साथ वहां कुछ वक़्त बिताने की अनुमति मांगी तो बहुत प्रसन्नता के साथ उन्होंने झूपा मेरे लिए खाली कर दिया . मिट्टी की दीवारें और मिट्टी के चूल्हे के साथ मिट्टी की खुशुबू भी मुझे वहां रुकने के लिए विवश कर रही थी लेकिन मैं जल्दी ही वहां से आगे चल पड़ा .


कच्चे घरों के साथ-साथ गाँव में पक्के घर भी बहुत थे एक घर के बाहर कुछ महिलाएं गीत गा रही थीं उनके स्वर में जो करूणा थी उसने मुझे वहां रुकने के लिए विवश कर दिया वो घर किसी मांगनियार का ही था और गीत गा रही महिलाएं भी मांगनियार ही थीं जो दिल को छू लेने वाली एक परंपरा का निर्वाह कर रहीं थीं . विवाह के बाद बेटी जब घर आती है और लौटकर ससुराल जाती है तो घर और आस-पड़ोस की महिलाएं उसके जाने के बाद घर के आँगन में बैठकर गीत गाती हैं कुरजां ,अरणी जैसे कई गीत हैं जो इस अवसर पर गाये जाते हैं ये लोक गीतों का मंचीय प्रदर्शन नहीं था ये लोक गीतों का मूल स्वरुप था इसलिए मैं बहुत देर तक वो गीत सुनता रहा गाने वाली महिलाओं के चेहरे ढंके हुए थे पर उनके स्वर में जो करूणा थी जो पीर थी उस पीर उस करूणा का अदृश्य चेहरा किसी को भी द्रवित कर सकता था . उन्होंने एक गीत गाया ..............
 

बाबेजी री कुरजों उड़ जासी म्हरो वहतोड़ो बाद्लियो बरस जासी
आज म्हारी धीयल बाई सासरिये जासे
 

म्हरो वहतोड़ो बाद्लियो बरस जासी


बेटी को ससुराल जाना है कुरजों को उड़ जाना है और रुके हुए बादल को बरस जाना है ये बादल और कुछ नहीं आँखों में रुके हुए आंसू ही तो हैं

घूंघट के पीछे उनके आंसू आँखों में थे या फिर वो बादल बरस गए थे ये तो मैं जान नहीं पाया पर उनके स्वर मैं बसी हुई पीड़ा मेरी आँखों से बरसने को आतुर हुई तो मैं वहां से चल पड़ा मैं उन बादलों को बाहर बरसने नहीं देना चाहता था मैं चाहता था की वो भीतर बरस जाएँ ताकि संवेदना की नमी बनी रहे मुझमे भी और मेरी कहानी में भी .................







मेरे नए उपन्यास का नायक मांगनियार है . इसीलिए उनके जीवन को करीब से देखने-समझने के लिए मैं राजस्थान गया था .लोक-गीत देश के हर हिस्से में गए जाते हैं लेकिन मांगनियार एक ऐसी जाति है जो लोक-गीतों का पर्याय बन चुकी है . संगीत इनके जीवन का आधार है . ये कलाकार मंचों पर तो कुछ ही समय से प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन संगीत से इनका रिश्ता सदियों पुराना है . अपने राजपूत यजमानों के यहाँ ख़ुशी के अवसर पर गीत गाना ही इनका पेशा है. जब धर्म के नाम पर अलगाव का आलम हो तब ऐसे लोगों के बीच होना कितना सुकून पहुंचता है जो हमारी गंगा-जमुनी तहजीब के प्रतीक हों . मांगनियार इस्लाम को मानते हैं लेकिन किसी भी राजपूत के यहाँ ख़ुशी का कोई अवसर हो तो इनकी उपस्थिति अनिवार्य होती है जिन रस्मों में केवल परिवार के लोग होते है ये वहां भी मौजूद रहते हैं. और जब कभी इनके यहाँ ख़ुशी या गम का कोई मौका हो तो इनकी सारी जरूरतें हिन्दू राजपूत पूरी करते हैं .


परस्पर रिश्ते का आलम ये है कि किसी हिन्दू यजमान के यहाँ किसी की मृत्यु हो जाये तो मुस्लिम मांगनियार के यहाँ शोक मनाया जाता है और इस दौरान वे रंगीन साफे के स्थान पर सफेद साफा बंधते हैं जो शोक का प्रतीक होता है . सनावड़ा एक ऐसा गाँव है जहां मांगनियारों के बहुत से घर हैं. मुझे एक घर में उनके गीत सुनने के लिए आमंत्रित किया गया संयोग से तीन पीढ़ियों के कलाकारों को एक साथ सुनने का मौका मिला बुजुर्ग निहाल खां जवान होता मोहम्मद नवास और नन्हा याकूब खां .सबके संगीत में मिट्टी की अद्भुत महक और मिट्टी से अनमोल जुड़ाव . मैं बहुत देर तक उनके गीत सुनता रहा . ये किसी व्यवस्थित महफ़िल की दास्ताँ नहीं है कमरे में मेरे साथ दो बकरियां थीं बाहर कुछ गायें थीं और कुछ दूर एक ऊँट था वो सब भी श्रोता थे बस एक ही फर्क था वो रोज़ सुनते हैं और मैं एक बार सुनने के बाद शायद ऐसी महफ़िल में फिर शामिल नहीं हो पाऊंगा ...... लेकिन मौका मिला तो मैं फिर जाऊंगा वहां जहां हर शख्स को ऐसी रूह मिली है जो इंसानियत के मायने समझाती है .

महंगा हो सकता है सांगरी का स्वाद!



बीकानेर। शाही सब्जी मानी जाने वाली और विवाह आदि समारोह में भोजन में "स्टेट्स सिम्बल" सांगरी इस बार प्रकृति की मार झेल रही है। इस बार अप्रेल में मौसम के बदलते तेवर ने सांगरी को लगभग लील लिया है। इससे सांगरी, केर एवं सूखे मेवे की शाही सब्जी बनाना और महंगा सौदा हो सकता है। बीकानेर में केर-सांगरी की सब्जी को चाव से खाया जाता है।

Sangri can be expensive tasteराजस्थान से बाहर सांगरी बादाम से महंगी बिकती है। राज्य वृक्ष खेजड़ी बदले मौसम के कारण सांगरी की बजाय अभी गिलडू से लदा हुआ है। इसे ग्रामीण "जमाने" के कमजोर संकेत के रूप में भी मानते हैं। होली के बाद हरी-भरी खेजडियां अप्रैल आते आते मंजरी (फूलों) से लद गई। अप्रैल माह में मौसम ने इतने रंग बदले की सांगरी की फसल को फूलों से फलों में बदलने ही नहीं दिया। तेज हवा चलने से मंजरी झड़ गई है। इससे सांगरी नहीं लग सकी। सांगरी तेज गर्मी में पकती है। अप्रेल माह में तेजी गर्मी की बजाय बारिश, ओले का मौसम रहा।

सींथल कस्बे सहित आस-पास के क्षेत्र में लगी खेजड़ी में इस वर्ष सांगरी नहीं लगी है। कृषि विभाग के अनुसंधान अधिकारी भंवरदान देथा ने बताया कि क्षेत्र में बड़ी संख्या में खेजड़ी के वृक्ष हैं। इनमें अधिकांश में सांगरी नहीं लगी है। हवा चलने से खेजड़ी के फूल भी झड़ गए हैं। ऎसा पहली बार हुआ है। बज्जू निवासी महिला कृषक शांति देवी का कहना है कि मौसम अनुकूल नहीं होने से खेजड़ी पर सांगरी के स्थान पर गिलडू बन जाते हैं। हरे रंग के गोल-गोल छोटे पत्थरनुमा गिलडू को देखकर ग्रामीणों की मान्यता होती है कि इस बार जमाना कमजोर रह सकता है।

सांगरी का इलाका
बीकानेर-चूरू जिला और इससे सटे इलाके में ही खेजड़ी से सांगरी का सर्वाधिक उत्पादन होता है। एक खेजड़ी में सूखी सांगरी का 10 किलो से ज्यादा उत्पादन होता है। सांगरी का बड़े स्तर पर व्यवसाय होता है। पश्चिमी राजस्थान से सांगरी देशभर में सूखी सब्जी के रूप विक्रय की जाती है। राजस्थान में सूखी सांगरी साढ़े तीन से चार सौ रूपए एवं बाहर हजार रूपए किलो तक बेची जाती है।

60 फीसदी तक नुकसान

सांगरी की फसल को आंधी आने तथा गर्मी नहीं होने के कारण उत्पादन में 60 प्रतिशत तक नुकसान हुआ है। खेजड़ी पर फूल आने के दौरान तेज हवा चली। इससे फूल झड़ गए। वहीं गर्मी नहीं होने से सांगरी पक नहीं पाई।
- प्रो. इन्द्र मोहन वर्मा, कृषि विशेषज्ञ, एसकेआरयू बीकानेर
- गोविंद चेलानी, अध्यक्ष, जयपुर फल थोक विक्रेता संघ

पाक में हिंदुओं का जीना दुश्वार

मोहम्मद अली जिन्ना का पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों को अपने धर्म को मानने की आजादी और बिना भेदभाव से जीने के अधिकार का वादा जुबानी जमा खर्च ही साबित हुआ।
life difficult for hindus in pakistanपाक में आज हालात इतने बदतर हैं कि हिंदुओं समेत अन्य अल्पसंख्यकों पर अत्याचार आए दिन की बात है। मंदिरों व अन्य अल्पसंख्यक धार्मिक स्थलों पर हमले हो रहे हैं।

ईश निंदा के आरोप जड़ अल्पसंख्यकों पर जुल्म किए जाते हैं। अल्पसंख्यकों का कहना है, उनकी सुरक्षा में विफल सरकार तालिबानियों से बात में जुटी है। अत्याचारों पर आंखें मूंदे हुए है।

20 साल का भयावह
मार्च में हिंदुओं पर 20 साल के दौरान सबसे ज्यादा हमले हुए। पांच मंदिरों को आग लगा दी गई। मूर्तियां खंडित कर आभूषण लूट लिए गए। वर्ष 2013 में इस प्रकार की 13 घटनाएं हुई। इसमें हिन्दु लड़कियों से बलात्कार व जबरन शादियां शामिल हैं।

ईश निंदा के नाम पर
पाक में कट्टरपंथियों के इन हमलों में अल्पसंख्यक समुदाय हिन्दु, ईसाई, अहमदिया व शियाओं को ईश निंदा के नाम पर निशाना बनाया जाता है। लाइफ फॉर ऑल नामक पाक मानवाधिकार संगठन का कहना है कि अल्पसंख्यकों पर अत्याचार की घटनाएं बढ़ी हैं।

शरीफ सरकार और बुरी
अधिकांश विशेषज्ञों का यह कहना है कि अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के मसले पर वर्तमान नवाज शरीफ सरकार पिछली सभी सरकारों से बदतर है। रूढ़ीवादी रूझान वाली इस सरकार की कट्टरपंथियों से सांठगांठ है। शरीफ सरकार से अल्पसंख्यकों को उम्मीद कम है।

फर्जी रसीदों से वसूले 1.26 करोड़!



जालोर। एसीबी ने जिले में पिछले एक साल से चल रहे फर्जी रसीदों के जरिए खनिज रॉयल्टी वसूलने का मामला पकड़ा है। प्रारम्भिक जांच में करीब एक करोड़ 26 लाख 6 हजार 130 रूपए की गड़बड़ी सामने आने के बाद खनिज अभियंता एवं रॉयल्टी ठेका फर्म के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है।

1.26 crore recovery from bogus receiptsदरअसल, जिले में बिना रवन्ना के फर्जी रसीद बुक के जरिए खनिज रॉयल्टी वसूलने की शिकायत पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो जालोर की टीम ने रॉयल्टी नाकों पर जांच की। टीम ने चाटवाड़ा, रोपसी, धानपुर क्षेत्र में विभिन्न नाकों से एक अप्रेल 2013 से 31 जनवरी 2014 तक की अवधि की बड़ी संख्या में रसीद बुक व अन्य कागजात जब्त किए।

गड़बड़ी सामने आने के बाद एसीबी की ओर से खनिज अभियंता विजय शंकर जयपाल व रॉयल्टी वसूलने वाली फर्म के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी।

प्रारम्भिक पड़ताल में गड़बड़ी सामने आने के बाद एसीबी की ओर से खनिज अभियंता विजय शंकर जयपाल व लाभार्थी फर्म के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है।
-राजेन्द्रसिंह राठौड़, उप अधीक्षक, एसीबी, जालोर

आग से झुलसी युवती ने तोड़ा दम




पोकरण। क्षेत्र के लवां गांव में सोमवार को झुलसी युवती ने मंगलवार सुबह जोधपुर में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया, जिस पर पुलिस में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के अनुसार सोमवार सुबह लवां निवासी दुर्गादेवी (29) पत्नी नारायणदास को आग से झुलस जाने के कारण स्थानीय राजकीय अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। यहां से चिकित्सकों ने उसे गंभीर हालत के कारण जोधपुर रैफर कर दिया।

झुलसी युवती ने मंगलवार को सुबह जोधपुर अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। उसके शव को सुबह पोकरण लाया गया। यहां पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सुपुर्द किया गया। पुलिस ने बताया कि सोमवार को झुलसी युवती की ओर से स्थानीय अस्पताल में बयान दिए गए थे कि उसके जेठ गणेशलाल व जेठानी खिवणीदेवी के बीच आपसी पारिवारिक विवाद चल रहा था।

सोमवार को सुबह किसी मामले में हुई आपसी कहासुनी के बाद जेठानी ने केरोसिन डालकर उसे आग लगा दी तथा उसका जेठ पास में खड़ा देखता रहा। पुलिस के अनुसार झुलसी युवती की ओर से दिए गए बयानों के आधार पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया था, लेकिन मंगलवार को उसकी मौत के बाद जेठ जेठानी के विरूद्ध केरोसिन डालकर हत्या करने का मामला दर्ज किया गया है।

कोटा में चार दोस्तों ने नाबालिग की लूटी अस्मत



कोटा। शहर में एक नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। घटना महावीर नगर थाना क्षेत्र की है। पुलिस ने इस मामले में चार युवकों को गिरफ्तार किया है।

mirror girl raped by four friends in kota 

वृताधिकारी प्रथम हिमांशु ने बताया कि 15 वर्षीय किशोर रविवार शाम करीब 6 बजे घर से निकली थी। रास्ते में उसे उसका परिचित युवक सोहराब मिल गया। वह उसे गाड़ी पर बैठाकर ले गया और इधर-उधर घुमाता रहा और देर शाम को अपने मित्र यूनुस के बोरखेड़ा में निर्माणधीन मकान में ले गया।

वहां उसके तीन अन्य साथी इरफान, समीर व यूनुस भी आ गए और चारों ने किशोरी से दुष्कर्म किया। इसके बाद ये युवक किशोरी को रेलवे स्टेशन की तरफ ले गए और रातभर वहीं रखा और सुबह उसके घर के पास छोड़ गए।

किशोरी ने घटना के बारे में परिजनों को बताया इसके बाद पिता ने थाने में रिपोर्ट दी। जिस पर पुलिस ने चारों युवकों के खिलाफ पोक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया।

बेरहम बाप ने मासूम बेटे के किए टुकड़े-टुकड़े



उदयपुर। पत्नी के पीहर से नहीं लौटने से खफा पति ने आवेश में अपने ही छह वर्षीय मासूम बेटे की तलवार से गर्दन काट हत्या कर दी।

father murdered son in jodhpurबच्चा अपने चार छोटे-बड़े भाइयों के साथ सो रहा था। उसकी चीख सुनकर सभी जाग गए। पिता चमन गमेती के हाथ में खून सनी तलवार व भाई प्रकाश गमेती का रक्त रंजित शव देख बच्चे सहम गए। उनकी चीख -पुकार व रूदन सुन कर चमन भाग गया।

दिल दहला देने वाली यह घटना सोमवार रात नाई थाना क्षेत्र के छोटी ऊंदरी फोफटा कर्मा खेड़ा गांव में हुई। पुलिस को इस हत्या की जानकारी मंगलवार सुबह आठ बजे चमन पुत्र अम्बा गमेती के काका हुरमा गमेती ने थाने आ कर दी।

पुलिस दल सात पहाडियों को पार कर घटनास्थल पर पहंुचा तो उसके पसीने छूट गए। पुलिसकर्मी शव को पहाड़ों से नीचे उतार कर लाए तथा उसका पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिया। पुलिस ने हुरमा की रिपोर्ट पर चमन के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया।

नशे में किए तलवार से वार
थानाधिकारी देवकिशन शर्मा ने बताया कि चमन अपनी पत्नी के साथ नशे में मारपीट कर रोज झगड़ा करता था। दो दिन पूर्व भी झगड़ा होने पर पत्नी अपने पांच बच्चों को छोड़ कर पीहर फोफटी चली गई। सभी बच्चे काका हुरमा के पास ही थे।

सोमवार को प्रकाश ने हुरमा को बताया कि वह अपनी पत्नी को लाने ससुराल जा रहा है। लेकिन पत्नी के नहीं आने पर वह रात को नशे की हालत में चिल्लाता हुआ घर लौटा।

हुरमा की उस पर नजर पड़ गई। उसके हाथ में तलवार देख कर डर के मारे वह पहाड़ पर भाग गया। इस बीच आरोपी ने घर में घुस कर तलवार से वार कर प्रकाश को मार डाला।

दरगाह के खादिमों में चली गोलियां



अजमेर।ख्वाजा साहब की दरगाह में मंगलवार को कुल की रस्म के बाद खादिम समुदाय के दो गुटों में खूनी संघष्ाü हो गया। गोलियां चलने की आवाज से जायरीन में अफरा-तफरी फैल गई। झगड़े में तीन खादिम लहूलुहान हो गए हैं। दरगाह में इनदिनों चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है। ऎसे में धारदार हथियारों से हुए हमले और रिवॉल्वर से गोली चलने की घटना ने पुलिस मुस्तैदी की पोल खोल दी है।

Chestnuts out of the shrine in Kadimon
पुलिस के अनुसार शाम 5.30 बजे दरगाह परिसर में शर्की गेट पर स्थित हुजरा नंबर 69 में खादिम सैयद तारिक चिश्ती के बेटे वसीम चिश्ती और शाहनवाज चिश्ती अपने चाचा सैयद सद्दीक चिश्ती के साथ मौजूद थे।


हथियारों से लैस होकर आए खादिम वाहिद हुसैन अंगारा, बिलाल हुसैन अंगारा और साथियों ने उन पर धारदार हथियारों से हमला कर दिया। कथित तौर पर इसी दौरान वाहिद और बिलाल अंगारा ने रिवॉल्वर से दो राउंड फायर किए। एक गोली शाहनवाज की पीठ को छूते हुए गुजर गई, जबकि रिवॉल्वर के बट से सिर पर वार किए गए। बचाव में दूसरा पक्ष भी उनसे भिड़ गया। आरोपी भाग गए। पुलिस ने सद्दीक चिश्ती की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर लिया है।


पुरानी रंजिश को लेकर खादिम समुदायके दो गुटों में झगड़ा हुआ है। एक पक्ष के दो जने जख्मी हुए हैं। दरगाह परिसर में गोली चलने की पुष्टि की जा रही है। आरोपियों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जाएगी।
महेंद्र सिंह चौधरी, पुलिस अधीक्षक, अजमेर

बीयर बार में युवती से दोस्ती फिर होटल में गैंगरेप



जयपुर। सिरसी रोड स्थित एक होटल के बीयर बार में तीन दोस्तों ने सोमवार देर रात एक युवती से दोस्ती की फिर सिंधीकैम्प के एक होटल में उसके साथ गैंग रेप किया। मंगलवार सुबह पीडिता ने होटल से पुलिस कंट्रोल रूम में फोन करके अपने साथ हुई ज्यादती की खबर दी।

gril gangrape in jaipurसूचना पर सिंधीकैम्प थाना पुलिस ने आरोपी दोस्त गिरफ्तार कर लिए और पीडिता का मेडिकल कराया। पुलिस ने बताया कि युवती पहले भी आदर्शनगर, सांगानेर, प्रतापनगर और ज्योतिनगर थाने में दुष्कर्म, दुष्कर्म का प्रयास के मुकदमे दर्ज करा चुकी है।

थानाधिकारी मनोज शर्मा ने बताया कि अभियुक्त वीनेश यादव मूलत: निवासी रेवाड़ी, हरियाणा सेना में लेफ्टिनेंट है और पंजाब में पोस्टिंग हैं। पंकज कटेवा निवासी निवारू रोड है। पंकज एक कम्पनी में इंजीनियर है। तीसरा अभियुक्त आकाश निवासी कावेरी पथ, झोटवाडा, जो उदयपुर में एक होटल में नौकरी करता है। तीनों दोस्त हैं। आरोप है कि तीनों ने एक युवती से दोस्ती की और होटल में तीनों ने उसके साथ बारी-बारी से रेप किया।

पुलिस के मुताबिक, पीडिता 28 वष्ाीüय युवती निवासी खिरणी फाटक, झोटवाड़ा है। सोमवार रात सिरसी रोड स्थित एक होटल के बीयर बार में युवती बैठी थी। वहां उसकी वीनेश यादव, पंकज कटेवा और आकाश से दोस्ती हुई।

युवती का आरोप है कि तीनों उसे देर रात करीब साढ़े ग्यारह बजे सिंधीकैम्प के होटल रूबी में ले आए। तीनों ने दो कमरे किराए पर लिए और उसके साथ दुष्कर्म किया। पीडिता का मेडिकल कराया गया है।

चैक आउट के बाद किया फोन
पुलिस ने बताया कि रातभर युवती और तीनों अभियुक्त होटल में रूके। सुबह छह बजे चैक आउट के बाद न जाने किस बात पर युवती और युवकों में कहासुनी हो गई। इसके बाद युवती ने कण्ट्रोल रूम को फोन कर दिया। पुलिस को आशंका है कि लेनदेन के बाद उनके विवाद हुआ होगा। जांच की जा रही है।

पहले भी करा चुकी है मामले दर्ज
सिंधीकैम्प में गैंगरेप का मामला दर्ज कराने वाली युवती शादीशुदा है। 14 अप्रेल-2014 तक वह पुलिस के लिए पहेली बनी हुई थी। युवती ने पहले अशोकनगर थाना में पहला मुकदमा दर्ज कराया था।

आरोपी की गिरफ्तारी के बाद उसने मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान बदल दिए। सांगानेर में दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया लेकिन राजीनामा कर लिया। प्रतापनगर और ज्योतिनगर में 14 अप्रेल को दुष्कर्म के प्रयास का मामला दर्ज करा चुकी है। ज्योतिनगर के मामले में 164 के बयान हो गए हैं।

प्रफुल्ल पटेल थामेंगे भाजपा का दामन!



नागपुर। मनमोहन कैबिनेट में केन्द्रीय मंत्री रहे और शरद पवार के बेहद करीबी राष्ट्रवादी कांग्रेस नेता पफुल्ल पटेल का भाजपा में जाना लगभग तय हो गया है। भाजपा के उच्च पदस्थ सूत्रों के हवाले से खबर है कि पटेल को भाजपा में लेने की बातचीत लगभग पूरी हो चुकी है।

praful patel lok sabha election after join bjp 

चुनाव बाद पटेल भाजपा का दामन थामेंगे। एनसपी नेता पटेल वर्तमान में गोंदिया से सांसद है और इस बार भी राष्ट्रवादी कांग्रेस के टिकट पर गोंदिया से मैदान में है।

चुनाव जीते तो इस्तीफा, हारे तो राज्यसभा जाएंगे
सूत्र बताते है कि पटेल के भाजपा में आने का लगभग तय होने के कारण ही मोदी की प्रस्तावित गौदिया रैली को रद्द कर दिया गया था।

जानकार बताते है कि पटेल यदि गोंदिया ये चुनाव जीतते है तो भी दिल्ली में नई सरकार के गठन के बाद लोकसभा से इस्तीफा दे देंगे और भाजपा के टिकट पर फिर से गोंदिया से चुनाव लडेंगे। यदि वे हार जाते है तो उन्हें भाजपा के कोटे से राज्यसभा भेजने की तैयारी है।

चुनाव लड़ने के इच्छुक नहीं थे पटेल
पटेल के करीबी नेता की माने तो प्रफुल्ल इस बार गोंदिया से चुनाव लड़ने के इच्छुक नहीं थे और वे राज्यसभा में जाना चाहते थे, लेकिन पटेल के घुर विरोधी महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और शरद पवार के भतीजे अजीत पवार के विरोध के चलते उनका पत्ता कट गया और आखिर में शरद पवार खुद राज्यसभा चले गए।

पटेल के करीबी नेता की माने तो पार्टी में अजीत पवार के बढते वर्चस्व से परेशान प्रफुल्ल के लिए नया राजनैतिक ठिकाना ढूढ़ना राजनैतिक मजबूरी बन गई है।
मुकेश अंबानी ने निभाई भूमिका

विश्वस्त सूत्र बताते है कि पटेल और भाजपा के बीच संपर्क सूत्र की भूमिका प्रफुल्ल के करीबी और नरेंन्द्र मोदी के भी उतने ही करीबी उद्योगपति मुकेश अंबानी ने निभाई है।

खबर यह भी है कि पटेल के पहल पर शरद पवार ने पहले एनडीए का हिस्सा बनने पर सहमति दे दी थी, लेकिन अपने भतीजे और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के कड़े विरोध और पार्टी में टूट की संभावना के चलते एनसीपी प्रमुख को अपने कदम वापस खीचने पड़ें थे।

बाड़मेर बिजली गिरने से महिला की मौत

बाड़मेर सेड़वा। बाखासर थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत पनोरिया के बोली गांव में रविवार रात 11 बजे बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिरने से एक महिला व दो बकरियों की मौत हो गई।
Woman killed by lightning तहसीलदार सूरजभान विश्नोई ने बताया कि बारिश के साथ तेज आंधी आने पर महिला बाड़े में बंधी बकरियां को घर के झौंपे में ला रही थी। झौंपे में पहुंचने से पांच फीट पहले अचानक तेज गर्जना के साथ आकाशीय बिजली गिर गई जिससे प्यारी देवी पत्नी मगाराम राव की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। हादसे में दो बकरियां भी मर गई। सोमवार सुबह बाखासर पुलिस मौके पर पहुंची व शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंपा। -

मंगलवार, 6 मई 2014

बाड़मेर सेल्यूट 108 ई एमटी लीला राम सेजु को"

बाड़मेर सेल्यूट 108 ई एमटी लीला राम सेजु  को"
 



बाड़मेर हेल्लो बाड़मेर 108एम्बुलेंस फलानी जगह एक्सीडेंट हुआ है इतना सुनते ही बाड़मेर जिला मुख्यालय से 108एम्बुलेंस के ई एमटी लीलाराम सेजु और पायलोट कंवरा राम मोके पर पहुँचते है और गंभीर घायल अवस्था में लोगो को अस्पताल तक पहुंचा कर उनकी जान बचाते है मै भी दो सालो से लगातार देख रहा हु की इन लोगो ने कितने लोगो की जान बचाकर परिवार में खुशिया लोटाई सेल्यूट इस 108 टीम को इनका प्यार और जज्बात को में कभी नहीं भूल पाउँगा! कई ऐसे हादसे हुए जन्हा पर इन लोगो ने अपनी जान दांव पर लगाकर कई लोगो की जान बचाई ! ऐसे व्यक्तियों के ड्युटी के प्रति जूनून देख कर हर कोई सोचने को मजबूर होगा लेकिन फिर भी लोग कई जगह 108 एम्बुलेंस नही पहुँचती है तो लोग उनको कोसते है फिर भी बेचारे बनकर सुन लेते है और दुसरे दिन अख़बार में हेडिंग आती है की 108 एम्बुलेंस के मोके पर नहीं पहुँचने से एक गई जान पर ये कभी नही लिखते की आज इन लोगो ने कितने लोगो की जान बचाई है फिर भी अपनी डयूटी के प्रति वफादार होते है "

बाड़मेर आंधी तूफान से कच्चा मकान गिरा 1 की मौत 2 घायल--

बाड़मेर आंधी तूफान से कच्चा मकान गिरा 1 की मौत 2 घायल--

बाड़मेर शहर के सदर थाना अंतर्गत मिठ्डा गाँव में मंगलवार शाम को 5:25 बजे आई तेज आंधी से जबरसिंह की ढाणी में बने 2 कच्चे कमरे गिरने से जेठुसिंह 12 साल की ईंटो से दबने से गंभीर घायल हो गया तथा जबरसिंह/विरधसिंह 80 और एवन पुत्री जुझारसिंह 16 भी घायल हो गये।
घटना की सूचना मिलते ही बाड़मेर से 108 के ई एम टी लीलाराम सेजु और पायलट कंवरा राम ने घायलों को बाड़मेर के राजकीय अस्पताल पहुचाया जिसमे गंभीर घायल जेठुसिंह को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया और जबरसिंह का पैर फ्रेक्चर हो गया। जिनका इलाज राजकीय अस्पताल बाड़मेर चल रहा है।

आखिर खुद की सुझबुझ से बच गए भजन गायक श्याम पालीवाल

आखिर खुद की सुझबुझ से बच गए भजन गायक श्याम पालीवाल


पुलिस व विधायक पर परिजनों व समर्थकों ने लगाया अभद्र व्यवहार व असहयोग का आरोप

बालोतरा। सोमवार शाम हुए भजन गायक श्याम पालीवाल के अपहरण मामले में पुलिस द्वारा कोई उचित कदम नहीं उठाए जाने को लेकर उनके परिजनों व समर्थकों में रोष व्याप्त है। विख्यात भजन गायक श्याम पालीवाल को सोमवार शाम 6 बजे अज्ञात लोगों ने एमआई फैक्ट्री के पीछे से मारपीट कर स्र्कोपियों गाड़ी में डालकर ले गए। इस मामले में एफआईआर दर्ज करवाने गए उनके पिता तेजाराम पुत्र गौरीशंकर पालीवाल के साथ बदसलूकी की गई। उनके पिता ने नामजद आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दी व साथी राजू माली की निशानदेहीं बताई गई स्र्कोपियों गाड़ी का भी हुलिया बताया और वो भी सहीं निकला लेकिन पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया। पुलिस ने मात्र औपचारिकता पूरी करने के लिए मौका मुआयना कर इति श्री कर ली। लोगों ने गाड़ी की पहचान व उसका पता भी बताया लेकिन पुलिस ने उस गाड़ी के मालिक से पूछताछ करना भी मुनासिब नहीं समझा और नहीं किसी भी वाहन को उन आरोपियों के पीछे भेजा गया। बालोतरा पुलिस द्वारा शाम करीब 4 बजे श्याम पालीवाल को थाने लाकर बयान दर्ज किए गए और उनका मेडीकल करवाया गया।

आखिर खुद बचाई जान

श्याम पालीवाल को अज्ञात लोग गाड़ी में डालकर पहले तो उमरलाई गांव के सुनसान जगह पर ले गए व उसके बाद आगोलाई गांव की सरहद के किसी सुनसान जगह पर ले जाकर बुरी तरह मारपीट की। इस दौरान उन्होंने रेलवे का बहाना बनाया तो आरोपी उन्हें रेलवे स्टेशन ले गए तो वहा पर श्याम पालीवाल ने चिल्लाकर अपनी जान बचाई। इस दौरान जीआरपी पुलिस भी आरोपियों के पीछे भागी लेकिन एक आरोपी खींयाराम पुत्र जयनारायण को धर दबोचा व अन्य आरोपी भागने में सफल हो गए।

विधायक पर अभद्र व्यवहार का आरोप

श्याम पालीवाल के पिता व समर्थक गुहार लेकर रात में विधायक के निवास स्थान पर पहुंचे थे। इस दौरान विधायक अमराराम चौधरी ने फरियादियों की एक नहीं सुनी और उन्हें ये कह कि आप मेरे पास क्यूं आए हो पुलिस अपना काम कर रहीं है। परिजनों ने आरोप लगाया कि विधायक वहा मौजूद छत्तीस कौम के लोगों को कहा कि सभी मेरे घर से चले जाओं वरना पुलिस को बुलवाकर खदेडऩा पड़ेगा। विधायक द्वारा अशोभानीय भाषा का इस्तेमाल करने व पुलिस द्वारा सहयोग नहीं करने पर बालोतरा के मौजिज लोगों ने इसकी घोर निंदा की है।

मारपीट तो हुई है और हमने एक आरोपी को पकड़ा है

जीआरपी चौकी प्रभारी मूलसिंह ने बताया कि सुबह रेलवे स्टेशन पर चिल्लने की आवाज आई तो हमने आरोपियों को पकडऩे की कोशिश की तब एक आरोपी को पकड़ा और अन्य फरार हो गए। हमने पालीवाल से पूछा तो वे रो रहे थे और उनको काफी चोटे आई हुई थी।

मूलसिंह,चौकी प्रभारी,जीआरपी थाना,जोधपुर

मुझे बूरी तरह मारा

आरोपी मुझे उठाकर ले जाने के बाद में कई अज्ञात स्थानों पर ले गए और मुझे बरी तरह मारा पीटा। उन लोगों ने मेरे हाथ,पैर,घुटनों व चेहरे लात घूंसो तथा लठ्ठ से मारपीट कर अधमरा कर दिया।

श्याम पालीवाल,पीडित

भंवरी देवी हत्याकांड: परसराम ने किया समर्पण



जोधपुर। एएनएम भंवरी देवी अपहरण और हत्याकाण्ड मामले में आरोपी परसराम विश्नोई ने मंगलवार को अदालत में समर्पण कर दिया। परसराम ने जमानत याचिका रद्द होने के बाद समर्पण किया। परसराम इसी मामले में आरोपी पूर्व विधायक मलखान सिंह विश्नोई का भाई है।

Bhanwri devi case: Parasram Vishnoi surrenders in court अदालत में समर्पण के बाद पुलिस ने परसराम को गिरफ्तार कर लिया। वहीं मामले में मुख्य आरोपी और पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा को बीमारी के चलते अदालत में पेश नहीं किया गया।

इसके बाद आरोपियों को अनुसूचित जनजाति एवं जनजाति मामलात की विशिष्ठ अदालत में न्यायाधीश नरेन्द्र कुमार सिंघल के सामने पेश किया गया। इस पर मामले की अगली सुनवाई 21 मई तक की गई। गौरतलब है कि परसराम के खिलाफ जिला एवं सत्र न्यायालय ने गैर जमानती अपराध संबंधी धाराएं हटाने के बाद उसे जमानत दे दी थी। लेकिन सीबीआई की निगरानी याचिका पर सुनवाई के बाद परसराम के खिलाफ गैरजमानती धाराएं फिर से जोड़ दी गई थी। इसके बाद वह पुलिस की गिरफ्त से बाहर चल रहा था।