सोमवार, 27 जनवरी 2014

पांचवी की छात्रा ने दिया बच्चे को जन्म

जयपुर। बांसवाड़ा में स्थित सरकार के मूक-बधिर छात्रावास में पढ़ने वाली ग्यारह साल की एक बच्ची ने रविवार देर रात सात महीने के एक शिशु को जन्म दिया है।

पेट दर्द की शिकायत के बाद बच्ची को रविवार शाम ही बांसवाड़ा के महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

सोमवार सवेरे बच्ची के परिजनों ने कोतवाली थाना इलाके में मामला भी दर्ज कराया है। कोतवाली के सर्किल अफसर गजेन्द्र सिंह जोधा ने परिजनों और छात्रावास स्टाफ के सामने बच्ची के बयान भी दर्ज किए हैं। पुलिस पीडिता के परिजनों के भी बयान दर्ज कर रही है।

मूक-बधिर छात्रावास स्टाफ के अनुसार पीडित छात्रा को पिछले सप्ताह ही उसके परिजनों ने छात्रावास में भर्ती कराया था, उसे पांचवी कक्षा में प्रवेश दिया गया था।

प्रवेश प्रक्रिया पूरी करने के बाद ही उसके परिजन उसे छात्रावास में छोड़ गए थे। रविवार शाम से ही छात्रा की तबीयत खराब थी और देर रात उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।

एंबुलेस में ही प्रसव
तबीयत बिगड़ने पर छात्रावास स्टाफ ने छात्रा को अस्पताल में भर्ती कराने के लिए 108 एंबुलेस से रवाना किया। स्टाफ की एक अध्यापिका भी छात्रा के साथ एंबुलेस में ही थी। अचानक बच्ची के पेट में और तेज दर्द होने लगा और एंबुलेंस में ही शिशु को जन्म दे दिया।

बच्ची की हालत स्थिर

बच्ची को महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उसकी तबीयत स्थिर है। बच्ची के सात माह के शिशु को भी अस्पताल में ही मशीन पर रखा गया है। अस्पताल के डॉक्टरों के अनुसार शिशु बेहद कमजोर हालत में है।

'मौत' के बाद भी 40 साल जिंदा रहा हिटलर?



नाज़ी तानाशाह अडॉल्फ हिटलर की मौत 1945 में नहीं बल्कि 1984 में हुई थी? एक नई किताब में दावा किया गया है कि हिटलर ने 1945 में बर्लिन में सूइसाइड नहीं किया था, बल्कि वह साउथ अमेरिका भाग गया था जहां 95 साल की उम्र में उसकी मौत हुई थी।
Adolf-Hitler
इतिहास की सबसे चर्चित और विवादित पर्सनैलिटीज़ में से एक अडॉल्फ हिटलर के बारे में यही माना जाता है कि उसने 1945 में दूसरे वर्ल्ड वॉर की हार के बाद सूइसाइड कर लिया था। लेकिन अब दावा किया गया है कि दरअसल हिटलर वहां से बच निकला था। एक नई किताब में दावा किया गया है कि हिटलर बर्लिन के अपने बंकर से भाग कर अर्जेंटीना चला गया था और बाद में उसकी मौत 1984 में 95 साल की उम्र में हुई।

इस किताब के लेखक का कहना है कि हिटलर पहले अर्जेंटीना पहुंचा और फिर वहां से पराग्वे गया। बाद में अडॉल्फ ब्राजील के माटो ग्रोसो राज्य में रहने लगा। लेखक का यह दावा है कि ब्राजील में हिटलर एक खजाने की खोज में लगा था जिसका नक्शा उसे वेटिकन के उसके साथियों ने दिया था। किताब में यह भी दावा किया गया है कि किसी को शक न हो इसलिए हिटलर एक अश्वेत महिला कटिंगा के साथ रहने लगा। पोस्ट ग्रेजुएट स्टूडेंट सिमोनी रेनी गुरेरो डियास ने अपनी किताब 'हिटलर इन ब्राजील-हिज लाइफ ऐंड हिज डेथ' में यह थिअरी सामने रखी है।




इस किताब में सिमोनी ने दावा किया है कि राज्य की राजधानी कूयाबा से 30 मील दूर एक छोटे से शहर में हिटलर अडॉल्फ लिपजिग के नाम से रह रहा था। सिमोनी कूयाबा की ही रहने वाली हैं। उन्होंने कहा है कि अडॉल्फ लिपजिग को स्थानीय लोग 'ओल्ड जर्मन' के नाम से जानते थे।

सिमोनी अब इस्राइल में रहने वाले हिटलर के एक रिश्तेदार का डीएनए टेस्ट कराने की योजना बना रही हैं। इतना ही नहीं, सिमोनी की लिव्रामेंटो नोसा सेनोरा में स्थित एक कब्र से अडॉल्फ लिपजिग के अवशेषों को भी निकालने की योजना है जिसकी अनुमति वह ले चुकी हैं। गौरतलब है कि अडॉल्फ के अवशेषों की जांच से सिमोनी के दावे की पुष्टि की जाएगी।

शिवपुराण के मतानुसार इन महाविद्याओं से सिद्धियों एवं मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है

शिवपुराण के मतानुसार भगवान शिव शंकर के दस अवतारों में आदशक्ति मां दुर्गा समस्त अवतारों में उनके साथ अवतरित हुई थी। दस महाविद्यायों के नाम से जानी जानें वाली महामाया मां जगत् जननी दुर्गा के ये दस रूप तांत्रिकों एवं उपासकों की आराधना का अभिन्न अंग हैं। इन महाविद्याओं के माध्यम से उपासक को बहुत सी सिद्धियों एवं मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है। मां दुर्गा एवं भगवान शिव शंकर के दस अवतार इस प्रकार हैं-
1 भगवान शिव शंकर के महाकाल अवतार के समय देवी महाकाली के रूप में उनके साथ अवतरित हुई।

2 भगवान शिव शंकर के तारकेश्वर अवतार के समय देवी तारा के रूप में उनके साथ अवतरित हुई।

3 भगवान शिव शंकर के भुवनेश अवतार के समय देवी भुवनेश्वरी के रूप में उनके साथ अवतरित हुई।

4 भगवान शिव शंकर के षोडश अवतार के समय देवी षोडशी के रूप में उनके साथ अवतरित हुई।

5 भगवान शिव शंकर के भैरव अवतार के समय देवी जगदम्बा भैरवी के रूप में उनके साथ अवतरित हुई।

6 भगवान शिव शंकर के छिन्नमस्तक अवतार के समय देवी छिन्नमस्ता के रूप में उनके साथ अवतरित हुई।

7 भगवान शिव शंकर के ध्रूमवान अवतार के समय धूमावती के रूप में उनके साथ अवतरित हुई।

8 भगवान शिव शंकर के बगलामुखी अवतार के समय देवी जगदम्बा बगलामुखी रूप में उनके साथ अवतरित हुई।

9 भगवान शिव शंकर के मातंग अवतार के समय देवी मातंगी के रूप में उनके साथ अवतरित हुई।

10 भगवान शिव शंकर के कमल अवतार के समय कमला के रूप में देवी उनके साथ अवतरित हुई।

'मेरे सामने ही अपने प्रेमी को बुलाती है मेरी बीवी'



मोदीनगर(गाजियाबाद) पत्नी और उसके प्रेमी से परेशान एक पति ने पुलिस से मदद की गुहार लगाई है। पति ने खुलेआम अपने प्रेमी को बुलाने वाली पत्नी के खिलाफ पहले तो सामाजिक स्तर पर मामले को सुलझाने की कोशिश की, लेकिन जब वहां मसला नहीं सुलझा तो उसने थाने में शिकायत देकर मदद मांगी है। इस पर पुलिस ने पति-पत्नी और कथित प्रेमी को थाने बुलाकर उनसे पूछताछ की। इस दौरान पति पुलिस के सामने ही सुबक-सुबक कर रो पड़ा। पुलिस ने दोनों पक्षों को पहले आपस में मामला सुलझाने की सलाह दी।
husband-wife
जानकारी के मुताबिक, शहर की भूपेंद्रपुरी कॉलोनी एक व्यक्ति अपनी पत्नी और उसके प्रेमी से परेशान है। इस पर पति अपनी पत्नी और उसके प्रेमी के खिलाफ शिकायत लेकर जिला पंचायत सदस्यों और आसपास के लोगों के साथ रविवार की सुबह थाने पहुंचा। बताया जा रहा है कि पीड़ित पति थाने में शिकायत करते हुए जोर-जोर से रोने लगा। उसने पुलिस को बताया कि वह 2 बच्चों का पिता है।

आरोप है कि उसकी पत्नी का अपने प्रेमी के साथ अवैध संबंध है। इतना ही नहीं महिला अपने प्रेमी को खुलेआम पति के सामने ही घर पर बुलाती है। पति का कहना है कि जब उसकी पत्नी का प्रेमी घर पर आता है तो वह उनसे काफी डर जाता है। उसकी हालत यह होती है कि जब दोनों कमरे में होते हैं तो वह बेड के नीचे जाने को मजबूर हो जाता है। आरोपी प्रेमी की शादी नहीं हुई है।

दूसरी तरफ, पुलिस ने पति की शिकायत पर आरोपी पत्नी और उसके प्रेमी को पूछताछ के लिए थाने ले आई। वहीं इस मसले पर पुलिस ने दोनों पक्षों को सोशल लेवल पर मामले सुलझाने का सुझाव दिया। इस पर वहां मौजूद जिला पंचायत सदस्य ने पुलिस को बताया कि समाज के लोगों ने महिला और उसके प्रेमी को समझाने की काफी कोशिश की। बात नहीं बनने पर ही मामले को थाने ले जाने की नौबत आई। इस मामले में पुलिस का कहना है कि अगर दोनों पक्षों के बीच सामाजिक स्तर पर समझौता नहीं हुआ तो आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस का कहना है कि इस मामले में महिला की गलती है, लेकिन मासूम बच्चों के भविष्य को लेकर उसका पति पत्नी को झेलने को मजबूर है।

रविवार, 26 जनवरी 2014

सर्वे में एक और किले के संकेत मिले!

आबूरोड. (सिरोही)। पुरातन चन्द्रावती नगरी में फिलहाल जहां खुदाई चल रही है, वह किले का परिसर है और सर्वे के बाद इस किले से करीब सौ मीटर के फासले पर ही एक और किला होने के संकेत मिले हैं। सर्वे में यह भी पता चला है कि नगरी से सटी पहाड़ी से कुछ ऊपरी हिस्से पर "रावला" बसा होगा।

जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ के निदेशक डॉ. जीवन खरकवाल ने "पत्रिका" को बताया कि सर्वे में दूसरा किला होने के संकेत मिले हैं। वर्तमान में दूसरे किले की खुदाई का प्लान नहीं है। हालांकि बाद में इसकी खुदाई पर भी विचार किया जा सकता है। पहाड़ी पर "रावला" होने की पुष्टि वहां कार्यरत महिला श्रमिक श्रीमती दुर्गा कंवर परमार ने इस आधार पर की है कि उनके पूर्वज वहीं रावला बसा होने की बात बताते आए हैं।


खुदाई में निकली "वारकी"



मकान के स्ट्रक्चरों को खुला करने के लिए की जा रही खुदाई के दौरान घी रखने के मिट्टी के बर्तन (वारकी) का टूटा हुआ नालचा मिला है। इसे देखने पर यह किसी कलाकृति से कम नहीं लगता। पूर्व में निकले मिट्टी के टूटे खिलौनों के हिस्सों को जोड़ने पर तरह-तरह के जानवरों की आकृतियां तैयार हो रही हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि ये या तो बच्चों के खिलौने रहे होंगे या घर सजाने के शो-पीस। टुकड़ों को जोड़ने पर यज्ञवेदी का मिट्टी से बना स्तंभ भी बना है।

"कुरी" व "बरटी" के दाने मिले


एक मकान के स्ट्रक्चर से मिट्टी के बर्तन में रखे "कुरी" व "बरटी" सरीखे मोटे अनाज के दाने निकले हैं। हालांकि इनमें अधिकतर दाने लुगदी में तब्दील हो गए हैं, लेकिन कई दाने साबुत होने से स्पष्ट पता लग रहा है। सिरोही जिले में वर्तमान में भी "कुरी" व "बरटी" की बुवाई की जाती है। गांवों में पहले इसकी रोटियां व तंदुल निकालकर छाछ में पकाकर राब बनाई जाती थी। हालांकि कई घरों में आज भी इनकी राब बनाई जाती है।

प्रवेश द्वार गहराई में


इस बीच चन्द्रावती में खुदाई का कार्य जारी है। जिस किले को खुला करने के लिए खुदाई की जा रही है उसका प्रवेश द्वार काफी गहराई में होने की सम्भावना है। शोधार्थी नपती कर गहराई का आकलन कर रहे हैं।

अपनी मातृ भाषा की कीमत पर अंग्रेजी सीख रहे हैं तो वे कहां जाएंगे?



फिल्म गीतकार जावेद अख्तर कहते हैं कि मध्य वर्ग से ताल्लुक रखने वाले बच्चे अपनी मातृ भाषा की कीमत पर अंग्रेजी सीख रहे हैं।
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अख्तर ने यहां शनिवार को कोलकाता ल्रिटेसी मीट में कहा कि मध्यवर्ग और उच्च मध्य वर्गों ने अंग्रेजी को वरीयता देने के लिए स्वयं को परित्यक्त कर दिया।

उन्होंने कहा कि यह एक त्रासदी है..शिक्षा प्रणाली, वैश्वीकरण और उदारीकरण ने समाज को संगठित किया। उन्होंने सवाल उठाया कि अंग्रेजी बाकी बची दुनिया से जोड़ने के लिए अत्यंत जरूरी हो गई। लेकिन हो क्या रहा है कि मध्य और उच्च मध्य वर्ग परिवारों के बच्चों अपनी मातृ भाषा की कीमत पर अंग्रेजी सीख रहे हैं तो वे कहां जाएंगे?
अख्तर के अनुसार, भाषा को बर्बाद करना एक पाप है, जिससे इतिहास और परंपरा की मौत होती है। उन्होंने कहा कि भाषा इतिहास, संस्कृति और परंपरा की वाहक है। आप अगर भाषा को मारते हैं तो अपना इतिहास, अपनी संस्कृति को मारते हैं और यही हो रहा है।

आप ने बागी विधायक बिन्नी को निकाला

नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) ने रविवार रात को लक्ष्मी नगर से अपने बागी विधायक विनोद कुमार बिन्नी को पार्टी से निकाल दिया है। आप की अनुशासन समिति ने उन्हें पार्टी से निकालने का फैसला लिया। गौरतलब है कि बिन्नी ने हाल ही मे पार्टी विरोधी बयान दिए थे। आप ने बागी विधायक बिन्नी को निकाला
वहीं, विनोद कुमार बिन्नी सोमवार से दिल्ली सरकार के खिलाफ अनशन पर बैठेंगे। बिन्नी जंतर-मंतर पर सरकार की नीतियों का विरोध करेंगे। बिन्नी को पार्टी से निकालने से आप यह संदेश देना चाहती है कि अगर वह अनशन पर बैठते हैं तो पार्टी को इससे कोई लेना देना नहीं होगा।

अनशन में शामिल होने के लिए बिन्नी ने आम लोगों से अपील की है। दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में जाकर वे लोगों को बता रहे हैं कि केजरीवाल सरकार अपने वादें भूल गई है। आप लोगों के साथ धोखा हुआ है। मैं अनशन के माध्यम से आवाज उठाउंगा। उन्होंने कहा कि अभी तक किसी के भी बिल माफ नहीं हुए हैं और न ही बिजली की दरें सस्ती हुई हैं।

बिन्नी की 25 टीमें दिल्ली में काम कर रही हैं जो कि बिन्नी का अनशन में साथ देने की अपील कर रही हैं। बिन्नी ने कहा कि लोग मेरे साथ हैं। वे लोग अनशन में मेरा साथ देंगे। जब तक मांगे पूरी नहीं हो जाती तब तक अनशन करूंगा।

कुल्हाड़ी से वार कर पत्नी की नृशंस हत्या

बीकानेर। राजस्थान में हनुमानगढ़ जिले के रावतसर थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति ने शनिवार रात अपने बच्चों के साथ सो रही पत्नी की कुल्हाडी से वार कर नृशंस हत्या कर दी।

पुलिस सूत्रों के अनुसार क्षेत्र के हरदासवाली पूर्वी गांव में बीती रात सुशीला अपने तीन बच्चों के साथ सो रही थी कि उसके पति विजय पाल ने उसकी गर्दन पर कुल्हाडी से ताबड़तोड़ वार कर लहुलुहान हालत में छोड़ कमरे की चिटकनी लगा कर फरार हो गया।

सूत्रों ने बताया कि रविवार सुबह नींद खुलने पर बच्चों ने अपनी मां को खून से लथपथ देखा तो शोर मचा कर आसपास के लोगों को सूचित किया। बच्चों की आवाज सुन नजदीक ही रह रहे दादा और चाचा घटना स्थल पर पहुंचे। पुलिस ने पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया तथा विजयपाल को पकड़ कर पूछताछ की जा रही है।

पड़ोसी से इश्क की खबर बेटे को लगी तो माता यूं बनी कुमाता



बिलासपुरछत्तीसगढ़ के बेमेतरा में खेत पर बेहोश मिले बच्चे को उसकी सौतेली मां ही मरवाना चाहती थी, इसके लिए उसने बाकायदा अपने चाचा को सुपारी दे रखी थी। तीसरी क्लास में पढ़ने वाले 9 साल के तुषार सिंह ठाकुर को बिलासपुर से अगवा कर हत्या करने की साजिश का पदार्फाश हो गया है। पुलिस ने हत्या की कोशिश में शामिल उसकी सौतेली मां देववती और मां के चाचा राजा उर्फ नाना को रविवार को हिरासत में ले लिया।

पुलिस के मुताबिक, राजा शुक्रवार को बच्चे को लेकर बेमेतरा जिले के ग्राम अंधियारखोर आ गया और खेत में बच्चे का गला घोंट दिया। बेहोश तुषार को मरा समझकर राजा वहां से भाग निकला। शनिवार सुबह गांव के लोगों को यह बच्चा मिला। होश आने पर बच्चे ने जब बयान दिया तब सारी गुत्थी सुलझ गई। बिलासपुर शहर के सरकंडा इलाके में रहने वाला तुषार 23 जनवरी से लापता था। अंधियारखोर गांव में रहने वाले किसान मनीराम साहू ने रविवार सुबह सबसे पहले तुषार को देखा। वह खेत में सिंचाई करने जा रहा था। अन्य ग्रामीणों के साथ उसने बच्चे को ऐम्बुलेंस में बेमेतरा के सरकारी हॉस्पिटल भेजा।

हॉस्पिटल में ही तुषार ने पुलिस और बेमेतरा के नायब तहसीलदार को पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। सूचना मिलते ही बिलासपुर पुलिस ने देववती और नवागढ़ में रहने वाले उसके रिश्तेदार राजा को हिरासत में ले लिया। तुषार बिलासपुर के अंकित स्कूल में तीसरी क्लास में पढ़ता है। बच्चे ने बताया कि 23 जनवरी को सुबह 8 बजे वह रोज की तरह स्कूल जाने के लिए निकला था। रास्ते में मिले राजा उर्फ नाना ने चॉकलेट खिलाने का लालच देकर उसे अगवा कर लिया।आरोपी बच्चे को टैक्सी में लेकर घूमता रहा। उसने नशीला पदार्थ खिलाकर बच्चे को निर्ममता से पीटा और टाई से गला घोंटने की कोशिश की। सांस रुक जाने से तुषार बेहोश हो गया। उसे होश आया, तो वह खेत में पड़ा हुआ था। तुषार के पिता महेश ने सरकंडा थाने में बेटे के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। बिलासपुर के सरकंडा थाने के अनुसार, बच्चे की सौतेली मां देववती ने तुषार को रास्ते से हटाने के लिए अपने चाचा को सुपारी दी थी। देववती का पड़ोस में रहने वाले एक युवक से रिश्ते बन गए थे, जिसका पता बच्चे को चल गया था।
बच्चा उसे मां कहकर नहीं बुलाता था, यह बात भी देववती को खलती थी। आरोपी राजा एड्स का मरीज है। उसके इलाज का पूरा खर्च देने का भरोसा दिलाकर देववती ने उसे बच्चे की हत्या के लिए तैयार किया। बेमेतरा सरकारी हॉस्पिटल में तुषार का उपचार कर रही डॉ. निधि मेश्राम ने बताया कि बच्चे की हालत स्थिर है। उसके पूरे शरीर में गंभीर चोट है। गला, कान और एक आंख पर भी चोट लगी हुई है। आंख जख्मों की वजह से बंद हो गई है। पेट और पीठ पर भी खरोंच के निशान हैं और कान से खून बह रहा है। उन्होंने बताया कि बच्चे को कुछ नशीला पदार्थ खिलाकर पिटाई की गई है। अभी प्राथमिक उपचार किया जा रहा है। अंदरूनी चोट काफी है, इसलिए सिटी स्कैन के लिए उसे मेकाहारा भेजा गया है।

दक्षिण अफ्रीका में सम्मानित की गईं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पोती

जोहानिसबर्ग : महात्मा गांधी की पोती ईला गांधी को दक्षिण अफ्रीका की आजादी की लड़ाई में उनके जीवनपर्यंत योगदान के लिए सम्मानित किया गया है। गांधी एवं अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस की सशस्त्र संघर्ष शाखा उम्खोन्तो वे सिज्वे के कई सदस्यों के कार्यो की सराहा गया । गांधी के अलावा भारतीय मूल के दो और दक्षिण अफ्रीकियों - सन्नी सिंह और मैक महाराज को सम्मानित किया गया।दक्षिण अफ्रीका में सम्मानित की गयीं महात्मा गांधी की पोती
साल 1994 में दक्षिण अफ्रीका के लोकतंत्र की राह पर आगे बढ़ने के साथ पूर्व उम्खोन्तो वे सिज्वे के सदस्यों को दक्षिण अफ्रीकी रक्षा बल में शामिल कर लिया गया था जब नेल्सन मंडेला को जेल से रिहा किया गया और वे पहले लोकतांत्रिक निर्वाचित राष्ट्रपति बने। देश की सेना ने अमादेलाकुफू पुरस्कारों की मेजबानी की। अमादेलाकुफू का मतलब जुलू भाषा में ‘बलिदान’ होता है। गांधी ने यह स्पष्ट किया कि वह कभी भी सशस्त्र शाखा की सदस्य नहीं रहीं लेकिन फिर भी उन्हें पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

ईला गांधी दक्षिण अफ्रीका में कई सामुदायिक परियोजनाएं चलाती हैं जिनमें फोनिक्स आश्रम में चल रही परियोजना शामिल है। महात्मा गांधी ने डरबन में रहते हुए इसी आश्रम में रंगभेद के खिलाफ आंदोलन चलाया था। सन्नी सिंह ने कहा कि जब वह 42 साल पहले स्वतंत्रता आंदोलन का हिस्सा बने थे तब उन्होंने कोई पुरस्कार मिलने की उम्मीद नहीं की थी । उन्होंने रंगभेद के खिलाफ जीत को सबसे बड़ा सम्मान बताया। सिंह ने कहा कि वह अपने काम को मान्यता मिलने से बहुत खुश हैं। महाराज समारोह में शामिल नहीं हो पाए। वह इस समय राष्ट्रपति जैकब जुमा के प्रवक्ता के तौर पर कार्यरत हैं। वह रोबेन द्वीप पर मंडेला के साथ रहे थे।

बच्ची की अस्मत लूटी, कर दी की हत्या

सीतापुर। हैवानियत पर उतारू दो दरिंदो ने न केवल मासूम बच्ची की अस्मत लूटी बल्कि उसे मौत के घाट उतार दिया। ये दरिंदे किसी भी घटना को अंजाम दे सकते है और अपनी हवस का शिकार भी बना सकते है। ऎसी ही घटना सीतापुर की है जहां एक सात साल की बच्ची के साथ घिनौना अपराध करने पर दो शख्स उतारू हो गए।
उत्तर प्रदेश में सीतापुर जिले के मिश्रिख क्षेत्र में दो युवकों ने बलात्कार के बाद एक बालिका की गला दबाकर हत्या कर दी। उसका शव रविवार को गन्ने के खेत से बरामद हुआ है।

पुलिस प्रवक्ता के अनुसार मिश्रिख इलाके के निवेदिया गांव निवासी कोमल की पत्नी अपनी सात साल की बच्ची के साथ जंगल में लकड़ी बीनने और शाक लेने गई थी। उन्होंने बताया कि इस दौरान उसकी सात साल की लड़क ी उससे कुछ दूर लकड़ी बीनने चली गई।

लड़की को अकेला देख गांव के ही दो युवकों खरू और उमेश ने उसे पकड़ लिया और गन्ने के खेते में ले जाकर उसके साथ बलात्कार किया और भेद खुलने के भय से उन्होंने बालिका की गला दबाकर हत्या कर दी ।

बालिका का शव रविवार को गन्ने के खेत से मिला। शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और इसके साथ हीें मामला दर्ज करा दिया गया है। पुलिस उनकी तलाश कर रही है।

सीकर जेल में गोलीबारी से कैदी घायल

सीकर। राजस्थान में सीकर स्थित जिला कारागार में जेल में रविवार सुबह एक अपराधी ने दूसरे अपराधी पर गोलीबारी की जिससे एक कैदी गंभीर रूप से घायल हो गया।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार जेल परिसर में सुबह करीब साढे नौ बजे पुरानी रंजिश के चलते पहले से बंद सुभाष बराल ने शनिवार को ही जयपुर जेल से सीकर लाए गए राजू ठेठ पर देसी कट्टे से दो गोली चलाई। एक गोली राजू के कन्धे पर तथा दूसरी गोली ठोडी पर लगी जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया।

सूत्रों ने बताया कि राजू को तुरन्त जयपुर भेजा गया जहां सवाईमानसिंह अस्पताल में उसकी हालत खतरे से बाहर बताई गई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच पडताल शुरू कर दी है।

सूत्रों ने बताया कि सुभाष के पास से जेल प्रशासन ने एक देसी कट्टा, दो खाली तथा दस भरे हुए कारतूस बरामद किए हैं। सूत्रों ने बताया कि जेल परिसर में हथियार बरामद होने की घटना की तहकीकात करने के लिए अतिरिकत महानिदेशक भूपेन्द्र दक तथा जेल महानिरीक्षक सरबर खान आए हुए हैं।

बाड़मेर बंतळ कार्यक्रम आयोजित। । राजस्थानी भाषा के रंगो से रंगा हमारा गणतंत्र दिवस







बाड़मेर बंतळ कार्यक्रम आयोजित। । राजस्थानी भाषा के रंगो से रंगा हमारा गणतंत्र दिवस

हम अपनी भाषा का अधिकार ले के रहेंगे। ओम प्रकाश गर्ग मधुप

बाड़मेर राजस्थानी भाषा राजस्थान के लोगो की मातृभाषा होने के साथ ही राजस्थानी संस्कृति की पहचान है। भाषा लोगो को बान्धे रखती है भाषा ही संस्कृति को आगे ले जाती है और भाषा के बिना राजस्थान की संस्कृति की कल्पना बेमानी है। उक्त विचारवरिष्ठ राजस्थानी साहित्यकार ओम प्रकाश गर्ग मधुप ने गणतंत्र दिवस पर तरुण माध्यमिक विद्यालय में आयोजित राजस्थानी बंतळ कार्यक्रम में मुख्य वक्त के रूप में कही। उन्होंने कहा कि आज के दिन देश के संविधान को लागु किया गया था मगर हमें आज भी हमारा भाषाई अधिकार नहीं मिला। उन्होंने कहा कि गांधी जी को मातृ भाषा से बहुत लगाव था। राजस्थानी हमारी मातृ भाषा है और हिन्दी राष्टभाषा। उन्होंने कहा कि राजस्थानी भाषा समृद्ध भाषा हें उसे कौन मान्यता दे सकता हें। उसे किसी मान्यता कि जरुरत नहीं मगर सरकारी काम काश में संवेधानिक मान्यता जरुरी होती हें। 

समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि प्रेमजीत धोबी ने कहा कि राजस्थानी को आठवी अनूसूची मे जोडने हेतु 25 अगस्त 2003 को विधानसभा में सकल्प प्रस्ताव पास किया गया। उन्होंने कहा कि राजस्थानी भाषा के बिना राजस्थान कि कल्पना नहीं कि जा। सकती समारोह को सम्बोधित करते हुए डॉ लक्ष्मी नारायण जोशी ने कहा कि आठवी अनुसूची में जुडने से प्रदेश के बच्चो को राजस्थानी तृतीय भाषा के रूप में लेने की सुविधा मिल जाएगी। भारतीय प्रशासनिक सेवा मे भी हिन्दी अग्रेजी के अलावा राजस्थानी भी माध्यम होगा। प्रदेश के सांसद विधायको को भी राजस्थानी मे शपथ लेने व संवाद की सुविधा मिल सकेगी। 

समारोह को सम्बोधित करते हुए प्रदेश उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने कहा कि विधानसभा सत्र के पहले दिन विधायको ने राजस्थानी भाषा में शपथ लेने कि बात रख राजस्थानी भाषा कि मान्यता के दरवाजे फिर खोल दिए ,उन्होंने कहा कि आज राजनेता राजस्थानी भाषा और उससे जुड़े तबके कि ताकत को पहचान गए हें ,उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भाषा कि मांग को घोषणा पात्र में शामिल कर सराहनीय कदम उठाया ,अब वसुंधरा राजे को केंद्र सरकार तक पैरवी करनी होगी। इस अवसर पर मंजूर मोहम्मद कुरैशी ने कहा कि हमें अपनी मायड़ भाषा कि मान्यता के लिए लड़ाई लड़नी पद रही हें जो दुर्भाग्य पूर्ण हें। जब सभी प्रदेशो कि अपनी मातृ भाषा को मान्यता हे तो राजस्थानी को क्यूँ नहीं। इस अवसर पर राजस्थानी साहित्य्कार गोर्धन सिंह जहरीला ने राजस्थानी साहित्य का पाठन किया ,इस अवसर पर शिक्षाविद महेश ददानी संगठन मंत्री भंवर लाल जैलिया ,अमृत लाल जैन ,तिला राम सेजु ,आईदान सिंह इंदा ,इंजिनियर केवल राम ,रुघाराम धतरवाल ,चेतन राम ,पप्पूराम ,खेमाराम सहित कई विद्वानो ने अपने विचार रखे। 


प्रतियोगिताओ का आयोजन। । गणतंत्र दिवस के उपलक्ष में समिति द्वारा राजस्थानी भाषा साहित्य ,भाषा ,संस्कृति ,इतिहास और परम्पराओ के सम्बन्ध में प्रतियोगिताओ का आयोजन भी किया ,विजेता छात्रो को भंवर लाल जेलिया और महेश दादनी द्वारा पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम का सञ्चालन गोर्धन सिंह जहरीला ने किया।

पेशावर में हिन्दू मंदिर के गार्ड की हत्या



पेशावर। उत्तर पश्चिम पाकिस्तानी शहर पेशावर में दो बंदूकधारियों ने रविवार को हिंदू मंदिर के गार्ड को गोली मार दी। अधिकारियों ने बताया कि गार्ड की मौत हो गई और हमलावर बाद में भाग गए। यह घटना झंडा बाजार में हुई। पाकिस्तान में हिंदुओं पर भी हमले होते रहते हैं।

पुलिस के अनुसार यह आतंकवादी हमला भी हो सकता है। इस शहर में हिन्दुओं की संख्या कुछ हजार है। यह शहर अलकायदा और तालिबान उग्रवादियों के खिलाफ संघर्ष में अग्रणी है।

गत वर्ष नवम्बर में पेशावर में एक चर्च के बाहर डयूटी पर तैनात पुलिसकर्मी को गोली मार दी गई थी। सितम्बर में शहर में एक चर्च पर हुए दो आत्मघाती हमलों में 82 लोग मारे गए थे।

राज्यमंत्री अजयसिंह किलक ने ध्वजारोहण कर सलामी ली

जिला स्तरीय समारोह आदर्श स्टेडियम में आयोजित

गणतन्त्र दिवस हर्षोल्लास से मनाया गया


बाडमेर, 26 जनवरी। गणतन्त्र दिवस का जिला स्तरीय समारोह रविवार को आदर्श स्टेडियम में हषोल्लास से मनाया गया। समारोह के मुख्य अतिथि सहकारिता विभाग राज्यमंत्री अजयसिंह किलक ने प्रात: 9.00 बजे ध्वजारोहण कर परेड का निरीक्षण किया तथा मार्च पास्ट की सलामी ली।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने सभी लोगों को गणतन्त्र दिवस की हार्दिक बधार्इ दी तथा खुशहाल राजस्थान तथा खुशहाल बाडमेर की कामना की। उन्होने कहा कि सरकार विकास के विजन को आगे लेकर बढेगी तथा सभी का सर्वागीण विकास किया जाएगा। उन्होने बाडमेर की धरा को वीरों की भूमि बताते हुए राजस्थान के विकास में उल्लेखनीय योगदान देने वाला बताया। सहकारिता राज्यमंत्री अजयसिंह किलक ने ध्वजारोहरण के पश्चात परेड का निरीक्षण किया तथा मार्च पास्ट की सलामी ली। परेड कमाण्डर आर.आर्इ. सुरेन्द्रसिंह के नेतृत्व में बी.एस.एफ., राजस्थान पुलिस, बोर्डर होम गार्डस, अरबन होम गार्डस, एन.सी.सी. सीनियर, एनसीसी जूनियर, राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवक एवं स्वयं सेविकाओं के दल, स्टूडेन्ट पुलिस दल, स्काऊट तथा गार्इड दल ने परेड में हिस्सा लिया। इसके पश्चात अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरूण पुरोहित द्वारा महामहिम राज्यपाल के सन्देश का पठन किया गया। मुख्य समारोह में स्थानीय शिक्षण संस्थाओं के लगभग 2000 बालक बालिकाओं द्वारा सामूहिक व्यायाम तथा समूह गान की प्रस्तुति दी गर्इ। इसी क्रम में स्थानीय शिक्षण संस्थाओं के लगभग 200 बालचरों द्वारा आकर्षक पिरामिड का प्रदर्शन किया गया।

इस अवसर पर बीएसएफ के डाग स्कावड द्वारा आकर्षक डाग शौ की प्रस्तुति दी गर्इ। इसके बाद विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ठ एवं रचनात्मक कार्यो में विशेष योगदान देने वाले व्यकितयों को प्रशसित पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। इसी कडी में ख्याति प्राप्त लोक कलाकार स्वरूप पंवार द्वारा देशभकित गीत प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम में विभिन्न विधालयों की बालिकाओं द्वारा सामूहिक लोक नृत्य की प्रस्तुति दी गर्इ। इसके पश्चात बीएसएफ के केमल स्कावड द्वारा केमल टेटू शौ की शानदार प्रस्तुति दी गर्इ। कार्यक्रम के अन्त में विभिन्न शिक्षण संस्थाओं एवं सरकारी विभागों द्वारा तैयार झांकियों का प्रदर्शन भी समारोह का मुख्य आकर्षण रहा।

समारोह में सांसद हरीश चौधरी, विधायक मेवाराम जैन, कैलाश चौधरी, जिला प्रमुख श्रीमती मदन कौर, नगर परिषद की सभापति श्रीमती उषा जैन, जिला कलक्टर भानु प्रकाष एटूरू, उप महानिरीक्षक बीएसएफ बी.के. मेहता, जिला पुलिस अधीक्षक हेमन्त शर्मा, मुख्य कार्यकारी अधिकारी एल.आर. गुगरवाल समेत पुलिस, प्रशासन, सेना, वायुसेना, बीएसएफ के अधिकारी, जन प्रतिनिधि तथा बडी संख्या में जन समूह मौजूद रहा। कार्यक्रम के समापन पर आकाश में गुब्बारे छोडे गये। गणतन्त्र दिवस के मौके पर सर्किट हाउस में स्नेह मिलन एट होम का भी आयोजन किया गया ।

रविवार को समूचे जिले में गणतन्त्र दिवस दिवस हर्षोल्लास एवं उत्साह के साथ मनाया गया। इस अवसर पर जिले मे विभिन्न सार्वजनिक संस्थानों तथा राजकीय कार्यालयों में राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया। जिला कलेक्ट्रेट में जिला कलक्टर भानु प्रकाष एटूरू ने ध्वजारोहण किया। वहीं पुलिस अधीक्षक कार्यालय में जिला पुलिस अधीक्षक हेमन्त शर्मा ने ध्वजारोहण किया। सूचना केन्द्र में जिला रसद अधिकारी सुरेश पुरोहित ने ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर मुख्य चौराहों एवं सरकारी भवनों पर आकर्षक रोशनी की सजावट की गर्इ थी।