गुरुवार, 16 जनवरी 2014

इस शैतानी बच्चे ने शहर पर किया हमला

इस छोटे से बच्चे को देख रहे हैं आप...
यह कोई साधारण बच्चा न होकर एक शैतानी बच्चा है जिसने कुछ ही समय पहले अमरीका के एक शहर पर हमला बोल दिया था। इसकी वजह से वहां के नागरिक डर के मारे यहां वहां भागने लगे और चारों तरफ अफरा तफरी सी मच गई ।

हुआ यूं कि एक अल सुबह न्यूयार्क के लोगों ने देखा कि एक छोटा सा बच्चा अपनी बग्गी में बैठा जोर जोर से रो रहा है और उसके पास कोई उसको संभालने वाला भी नहीं है।

कुछ लोग कौतूहलवश उसके पास जा पहुंचे और लगे उसे चुप कराने और फिर जो हुआ उसका किसी को भी अपने सपने में भी गुमान नहीं था।

उस बच्चे ने खून की उल्टियां करनी शुरू कर दी और लगा जोर जोर से हंसने ...

यह कोई और नहीं बल्कि एक शैतानी बच्चा था जिसने खास तौर से इस शहर पर अपना हमला कर दिया था।

लेकिन ठहरिए ....डरिए मत ...

क्योंकि यह बच्चा असल में एक खिलौना था जिसे एक हॉरर फिल्म "डेविल्स ड्यू" के प्रमोशन के लिए इस्तेमाल किया गया था और यह उस फिल्म की प्रमोशन का एक हिस्सा था।

होमोसेक्शुअलिटी से पाकिस्तान में आ रहे हैं जलजले, ज्यादा धार्मिक हुए स्टूडेंट्स

पाकिस्तान के शिक्षण संस्थान इन दिनों एक विशेष प्रकार की समस्या का सामना कर रहे हैं। शिक्षण संस्थानों की यह समस्या उनके प्रमुख धर्म इस्लाम से जुड़ी है। पाकिस्तान में इन दिनों नमाज के लिए छात्रों का अचानक क्लास से चले जाना एक गंभीर समस्या बनता जा रहा है।
होमोसेक्शुअलिटी से पाकिस्तान में आ रहे हैं जलजले, ज्यादा धार्मिक हुए स्टूडेंट्स
कायदे आजम यूनिवर्सिटी को पाकिस्तान की सबसे अच्छी यूनिवर्सिटी माना जाता है। यहां के लगभग सभी विभागों की यह प्रमुख समस्या बन चुकी है। संस्थान के प्रोफेसर सज्जाद अख्तर बताते हैं कि नमाज के लिए गए छात्र 30 मिनट से पहले वापस नहीं आते हैं। यहां तक कि उनमें से कुछ छात्र तो वापस ही नहीं आते।

यूनिवर्सिटी की तरफ से छात्रों को नमाज के लिए 15 मिनट का समय दिया गया है। उन्हे नमाज की आवाज सुनते ही क्लास से जाने की अनुमति है। आलोचकों का कहना है कि यूनिवर्सिटी के इस नियम से शिक्षा और छात्रों की सोशल लाइफ दोनो का स्तर गिर रहा है।
होमोसेक्शुअलिटी से पाकिस्तान में आ रहे हैं जलजले, ज्यादा धार्मिक हुए स्टूडेंट्स
कायदे आजम यूनिवर्सिटी में परमाणु भौतिकविद परवेज हुडबॉय कहते हैं कि जिस यूनिवर्सिटी में पाकिस्तान के सबसे अच्छे शिक्षक पढाते हैं, उसमें चार मस्जिदें तो हैं लेकिन एक भी बुकशॉप नहीं है। हुडबॉय कहते हैं कि आज यहां बहुत कम छात्र ही अन्य सांस्कृतिक कार्यों में भाग लेते हैं, जबकि 20 साल पहले ऐसा नहीं था। छात्रों में किसी भी प्रकार की बौद्धिक उत्सुकता नहीं है। लड़कियां ज्यातर खामोश ही रहतीं हैं।


हमेशा से ऐसी नहीं है यूनिवर्सिटी...

कायदे आजम यूनिवर्सिटी 1965 में सैन्य शासक जिया-उल-हक के शासनकाल में बनी थी। 1977 तक यूनिवर्सिटी किसी भी तरह की रूढीवाद से मुक्त थी। यहां का माहौल बहुत उदारवादी था। वर्तमान में यूनिवर्सिटी में किसी भी तरह के छात्र संगठन पर प्रतिबंध है। यहां इस्लामिक अध्ययन को अनिवार्य कर दिया गया है। यहां कुरान पढने वाले छात्रों अतिरिक्त अंक दिए जाते हैं।

1991 में यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट हुए जमील अहमद बताते हैं कि उनके समय में ऐसा नहीं था। लड़कियों को छूट होती थी और ऐसा कम ही देखने को मिलता था। पंजाब यूनिवर्सिटी के पूर्व प्रोफेसर हसन अंसारी कुछ समय से छात्रों का धर्म के प्रति आकर्षण बढा है। बढ़ते इस्लामीकरण मे शिक्षा की गुणवत्ता को प्रभावित किया है। वह बताते हैं कि पिछले साल लाहौर के एक स्कूल से मानव प्रजनन तंत्र पाठ सिलेबस से हटा दिया गया। उनका कहना था कि इससे अश्लीलता फैलती है। यह समझ से परे है।

सेक्‍स रैकेट की खबर पर सोमनाथ भारती ने मारा छापा, पुलिस पर सहयोग न करने का आरोप

नई दिल्‍ली. दिल्‍ली सरकार में कानून मंत्री और आम आदमी पार्टी के विवादित नेता सोमनाथ भारती ने अपने सहयोगियों के साथ बुधवार देर रात मालवीय नगर स्थित खिरकी एक्‍सटेंशन में छापा मारा। उन्‍होंने बताया कि उन्‍हें सूचना मिली थी कि यहां सेक्‍स रैकेट और नशीली दवाओं का धंधा होता है। इस छापे में विदेशी महिलाओं सहित कई लोगों को हिरासत में लिया गया है। वहीं सोमनाथ भारती ने इस छापे में दिल्‍ली पुलिस पर सहयोग न करने का आरोप लगाया। इस छापे को लेकर सोमनाथ भारती की पुलिस के साथ काफी बहस हुई। यह क्षेत्र कानून मंत्री के विधानसभा क्षेत्र में आता है। इस छापे के बाद सोमनाथ भारती के समर्थकों ने मालवीय नगर थाने पर जमकर हंगामा किया।
सेक्‍स रैकेट की खबर पर सोमनाथ भारती ने मारा छापा, पुलिस पर सहयोग न करने का आरोप
भारती और उनके सहयोगियों ने बताया कि यहां होने वाले गैरकानूनी धंधे में विदेशी लोग भी शामिल हैं और पुलिस उन पर कोई कार्रवाई नहीं करती है। छापे के बाद सोमनाथ भारती ने बताया कि मालवीय नगर पुलिस स्‍टेशन एसएचओ विजय पाल वहां आए और बिना कोई कार्रवाई किए चले गए। इस पर दोनों के बीच काफी देर तक बहस होती रही।सोमनाथ भारती ने कहा कि यहां रहने वाले लोगों की शिकायत थी कि इस क्षेत्र में सेक्‍स रैकेट और नशीली दवाओं का धंधा चलता है और इसमें नाइजीरिया के लोग भी शामिल हैं। इससे यहां रहने वाले लोगों को काफी परेशानी होती है। इस शिकायत पर उन्‍होंने यहां छापा मारा था।

कानून मंत्री ने कहा कि स्‍थानीय लोगों के मुताबिक यहां काफी संख्या में ऐसी युवतियां रहती हैं, जो सेक्‍स रैकेट में शमिल हैं। उन्‍होंने कहा कि छापे से पहले हमने पुलिस को सूचित किया था। उन्‍होंने पुलिस पर देरी से आने और छापा मारने से मना कर देने का आरोप लगाया। उन्‍होंने दिल्‍ली पुलिस पर उनकी बात न सुनने का भी आरोप लगाया।

बुधवार, 15 जनवरी 2014

प्रकाश चंद विश्नोई गुड़ा सांचोर के संयोजक नियुक्त

प्रकाश चंद विश्नोई गुड़ा सांचोर के संयोजक नियुक्त


बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर कि कार्यकारी का विस्तार कर प्रकाश चंद विश्नोई को गुड़ा मालानी उप खंड और सांचोर का संयोजक नियुक्त किया गया हें। समिति के प्रदेश उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने बताया राजस्थानी भाषा के अभियान से सक्रीय रूप से जुड़े प्रकाश चंद विश्नोई को गुड़ा ,धोरीमन्ना और सांचोर क्षेत्र में समिति के विस्तार के उद्देश्य से उन्हें उप खंड संयोजक बना कर सांचोर कि अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गयी हें। उन्हें सांचोर में समिति के गठन के निर्देश दिए गए हें। समिति धोरीमन्ना और गुड़ा ब्लॉक समिति का विस्तार जल्द करने निर्णय लिया हें।

शिव विधायक ने बिजली,पानी सहित अन्य जिलाधिकारियों की ली बैठक

अधिकारी जन समस्याओं का निराकरण को प्राथमिकता देंःसिंह
शिव विधायक ने बिजली,पानी सहित अन्य जिलाधिकारियों की ली बैठक


बाड़मेर। जनता को मिलने वाली मुलभूत सुविधाओं सुविधाओं में कोई कमी नहीं आनी चाहिए। अधिकारी जनता की समस्याओं को गंभीरता से सुने और उनका बिना विलंब निस्तारण करे। यह बात बुधवार को शिव विधायक मानवेन्द्रसिंह ने जिला मुख्यालय पर बिजली,पानी, सड़क के विभिन्न अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान कही।


उन्होंने कहा कि वे स्थानान्तरण की परिपाटी में विश्वास नही रखते। ऐसे में जनता की समस्याओं का जो अधिकारी तत्परता से निराकरण करेगे उन्हें किसी से डरने की जरूरत नहीं हैं। अधिकारी बिना किसी राजनीतिक रोड़ेबाजी के अपना कर्तव्य समझते हुए जनता को उनकी मूलभूत सुविधाए बिजली,पानी, सड़क की सुविधा उपलब्ध कराए। मानवेन्द्र ने कहा कि किसी भी विभाग अथवा योजना के लिए संसाधनों की कमी नहीं आने दी जाएगी।


मानवेन्द्र ने कहा कि नेता और अधिकारी दोनों ही इस कुर्सी पर इसलिए है, क्योकिं जनता की समस्याओं का त्वरित समाधान हो सके। उन्होनें कहा किअधिकारियों को भी चाहिए कि वह जनता के सामान्य कार्य के लिए उन्हें चक्कर ना कटवाए और काम की प्राथमिकता के अनुसार उनका समाधान करे। उन्होंने बैठक में विद्युत विभाग के अधिकारियों को कहा कि सरकार की मंशा के अनुरूप घरेलू उपभोक्ताओं को 24 घंटे निर्बाध बिजली मिले इसकी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। साथ ही कृषि फीडरों पर 7 घंटे बिजली किसानों को उपलब्ध हो ताकि रबी की फसल को नुकसान ना पहुंचे।
वहीं जलदाय विभाग के अधिकारियों को उन्होंने हिदायत दी कि ना सिर्फ शिव बल्कि जिले भर में जिन-जिन क्षेत्रों जलदाय विभाग की होदिया क्षतिग्रस्त हैं या पाईप लाईन टूटी फूटी हुई हैं उनको दुरूस्त करवाकर पेयजल संकट से निजात दिलाए। कुछ क्षेत्रों मंे सर्दी में भी पानी की समस्या की बात सामने आ रही हैं। अधिकारी उस क्षेत्र पर विशेष रूप से फोकस कर समस्या का समाधान करे। बैठक में विद्युत विभाग, जलदाय विभाग सहित अन्य विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित थे।
इस दौरान मानवेन्द्र ने बाड़मेर लिफ्ट केनाल योजना, नर्मदा नहर परियोजना सहित अन्य योजनाओं की प्र्रगति की समीक्षा भी की।

शम्मा खान राष्ट्रीय महासमिति सदस्य मनोनीत

शम्मा खान राष्ट्रीय महासमिति सदस्य मनोनीत



बाड़मेर 15 जनवरी। चोहटन प्रधान और कांग्रेस नेता शम्मा खान को अखिल भारतीय पंचायत परिषद का राष्ट्रीय महासमिति सदस्य मनोनीत किया गया हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री और अध्यक्ष अखिल भारतीय पंचायत परिषद सुबोध कान्त सहाय के निर्देशानुसार राजस्थान पंचायत के प्रदेशाध्यक्ष सुरेश जैन ने नियुक्ति पत्र जारी करते हुए उन्हें प्रदेश महामंत्री एवं सम्भाग प्रभारी की जिम्मेदारी भी सौंपी हैं। साथ ही त्रि स्तरीय पंचायती राज एवं निकाय के चुने हुए प्रतिनिधियों को संगठन से जोड़कर संगठन को सशक्त और सुदृढ़ बनाने को कहा गया हैं। शम्मा खान ने इस मनोयन पर भरोसा दिलाया कि वे संगठन के द्वारा सौंपे गये दायित्वो का पूरी तरह से पालन करेंगी।

पुलिस रही पीछे, वकीलों ने दिखाई हिम्मत


ग्रेटर नोएडा  दिल्ली के तिहाड़ जेल से सेक्टर-20 कोतवाली में दर्ज लूट के मामले में पेशी पर आए संजय की हत्या ने पुलिस की सुरक्षा पर सवाल खडे़ किए हैं। पेशी के बाद कोर्ट नंबर 6 के पास जब संजय पहुंचा, तो उसके साथ तीन पुलिसकर्मी थे। हत्या करने वाले ने आराम से उसकी पीठ पर तमंचा सटाया और उसे गोली मार दी। इसके बाद वह भागने लगा।

जैसे ही दिल्ली पुलिस के जवानों ने राइफल तानी, उसने तमंचा छोड़कर पुलिस को पिस्टल दिखा दी। दिल्ली पुलिस के जवान वहीं रुक गए। वहां सूरजपुर कोतवाली के पुलिसकर्मी भी तैनात थे, लेकिन वे भी हिम्मत नहीं जुटा सके।

जैसे ही यह आरोपी गेट नंबर-2 के पास पहुंचा, मौके पर इकट्ठा हुए वकीलों ने पत्थर मारकर उसे घायल कर दिया। वहां जुटी भीड़ ने आरोपी के साथ मारपीट भी की। बाद में पुलिसकर्मियों ने उसे अस्पताल में एडमिट कराया। सूरजपुर कोतवाली के इंस्पेक्टर शशांक चौधरी ने बताया कि दिल्ली पुलिस की तहरीर पर आरोपी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

वहीं एसीपी ओमप्रकाश भी पहुंचे। उन्होंने बताया कि मृतक संजय शातिर अपराधी था। इसके खिलाफ दिल्ली, हरियाणा और यूपी में 16 से अधिक अपहरण, मर्डर, लूट, डकैती, मारपीट आदि के मामले दर्ज है।

पूरी प्लानिंग के साथ मर्डर की आशंका
डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में पेशी के दौरान हत्या की घटना को अंजाम देने वाले आरोपी संजू ने पहले पूरी प्लानिंग की है। चर्चा यह भी है कि उसकी हत्या के लिए फील्डिंग लगाई गई थी और हत्यारा अकेला नहीं आया था। उसके और भी साथी हो सकते हैं, जो भीड़ का फायदा उठाकर आसानी से निकल गए। वहां मौजूद वकीलों की मानें, तो कोर्ट परिसर में अकेला कोई भी घटना को अंजाम नहीं दे सकता है। वहीं, आरोपी को यह भी मालूम था कि गेट नंबर-2 पर पुलिसकर्मी तैनात नहीं है। तभी वह उसी गेट की तरफ भागा था। आशंका यह भी है कि उस साइड में उसका कोई दोस्त बाहर कार लेकर भी खड़ा हो और उन्हें वहां से भागने के रास्ते की जानकारी हो। पुलिस भी इसी ऐंगल से जांच कर रही है। सीसीटीवी फुटेज भी खंगाली जा रही है।

पाकिस्तान में बस-ट्रक भिड़ंत में 22 बच्चों की मौत



पाकिस्तान के सिंध प्रांत में बुधवार को एक स्कूल बस और एक ट्रक के बीच हुई भिड़ंत में कम से कम 22 छात्रों की मौत हो गई और कई घायल हो गए।




जियो न्यूज के मुताबिक, दुर्घटना नवाबशाह शहर में हुई। दुर्घटना के शिकार बच्चों 10 से 16 साल तक की उम्र के थे।चिकित्सकों के मुताबिक घायलों में कुछ की हालत गंभीर है।
राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने दुर्घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है।

एसोसिएटेड प्रेस ऑफ पाकिस्तान (एपीपी) के मुताबिक, पीड़ितों के परिवारों को दिए गए एक संदेश में राष्ट्रपति ने कहा कि दुर्घटना में छात्रों की मौत से वह हैरान और दुखी हैं।

उन्होंने अधिकारियों से घायल छात्रों के लिए उपयुक्त चिकित्सकीय देखभाल सुनिश्चित करने को कहा

सेना दिवस: जवानों के साहस से थर्राता है दुश्मन

जयपुर। शौर्य, साहस और बलिदान का प्रतीक भारतीय सेना अपनी बढ़ती ताकत के साथ 66 वां सेना दिवस मना रही है। देश की रक्षा की पहरेदार बनकर खड़ी सेना ने हर मोर्चे पर अमिट इतिहास लिखा है, अमेरिका और चीन के बाद भारतीय सेना दुनिया की तीसरी बड़ी सैन्य टुकड़ी है।

आजादी के बाद लेफ्टिनेंट जनरल केएम करियप्पा (बाद में फील्ड मार्शल) द्वारा इस दिन सेना की कमान सम्ंभाले जाने के उपलक्ष्य में भारतीय थल सेना हर साल 15 जनवरी को सेना दिवस मनाती है।

देश की आजादी के बाद तो सेना ने पाकिस्तान और चीन के साथ हुई लड़ाइयों के अलावा विभिन्न सैन्य अभियानों के साथ साथ गोवा व बांगलादेश को आजाद करवाने में अहम भूमिका निभाई ही है, लेकिन संयुक्त राष्ट्र की शान्ति सेना के अंग के रूप में भी अपने अदम्य साहस और वीरता का परिचय दिया है। सेना का स्वर्णिम इतिहास उपलब्धियों से भरा पड़ा है। अदम्य साहस, वीरता और बलिदान आज भी भारतीय सेना के रग-रग में बसता है... साहस और बलिदान के तमाम अध्याय लिखने वाली हमारी सेना के तमाम पहलुओं को जानने के लिए पत्रिका डॉट कॉम की खास रिपोर्ट-


प्रथम विश्व युद्ध

प्रथम विश्व युद्ध के दौरान भारतीय सेना ने पश्चिम मोर्चे पर अहम भूमिका अदा की थी। बेटल ऑफ गल्लीपोली, सिनाई व फलीस्तीन अभियान, मेसौपोटामियां अभियान, और पूर्वी अफ्रीका (बैटल ऑफ टांगा सहित)में हमारी सेनाओं ने भाग लिया। विश्व युद्ध पूरा हो जाने के बाद सेना की टुकडियों ने फ्रांस, बेल्जियम,गल्लीपोली, सालोनिका, पेलेस्टीन, इजिप्ट, सुडान, मैसोपोटामियां, अडेन, सोमालीलैण्ड, कैमरून और पूर्वी अफ्रीका उत्तर पश्चिम पर्शिया तथा कुर्दीस्तान व पर्सियन खाड़ी स्थित उत्तर चीन में लड़ाई लड़ी।

दूसरा विश्व युद्ध

इस लड़ाई में भारतीय सेना ने मेडिटेरेनियन, मिडल ईस्ट व अफ्रीकन थियेटर में अहम भूमिका अदा की। इस दौरान ईस्ट अफ्रीकन कैम्पेन, नॉर्थ अफ्रीकन कैम्पेन (ऑपरेशन कॉम्पास, ऑपरेशन बैटलएक्स, ऑपरेशन क्रूसेडर, अल अलामिन का पहला व दूसरा युद्ध), एंगलो-इराकी युद्ध, सीरिया-लेबनान अभियान, इटालियन अभियान, (बैटल ऑफ मोन्टे कैसिनों समेत), हांगकांग का युद्ध, मलाया का युद्ध, सिंगापुर का युद्ध व बर्मा अभियान में अपने साहस का परिचय दियाा। रियासतों के सैन्य रिसालों ने विदेशों में लड़ाई लड़ी। इस युद्ध के बाद इन रियासती टुकडियों को भारतीय संघीय सेनाओं के रूप में मान्यता दी गई। दूसरे विश्व युद्ध में 49 राज्यों-रियासतों के 50 हजार से अधिक सैनिकों ने हिस्सा लिया। आजादी के बाद, भारत सरकार इन रियासती सेनाओं को अपने अधीन कर लिया और 1951 में इन्हें पूर्ण भारतीय थल सेना के रूप में मान्यता दी गई।

भारत-पाक युद्ध 1948

आजादी के ऎलान के बाद अक्टूबर 1947 में भारतीय सेना को जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान से पठानी कबाइलियों के आक्रमण से बचाने के लिए बुलाया गया। अक्टूबर 1947 से जनवरी 1949 तक जम्मू-कश्मीर के विषम भौगोलिक परिस्थितियों में भारतीय सैना ने पाकिस्तान के नापाक इरादों को नैस्ताबूद करते हुए ऎतिहासिक विजय हासिल की।

भारतीय सैनिकों ने कश्मीर व कश्मीर घाटी की रक्षा की। स्कार्डू किले की इकाई को आखिरी दम तक लड़ने का हुकम दिया गया। जोजिला पास टैंकों के बेहतरीन इस्तेमाल के जरिए वापस कब्जे किया गया। यह पहला मौका था जब भारत के सामरिक इतिहास में पहली बार 13 हजार फीट की ऊंचाई पर टैंकों का इस्तेमाल किया गया। एक जनवरी 1949 को संघर्ष विराम घोषित होने तक थिवाल व ऊरी भारतीय हाथों में आ चुके थे। इसी तरह पुंछ व द्रास-करगिल ने लेह व आगे की राह खोल दी थी। इस दौरान चौदह महीनों तक चले सैन्य अभियान में डेढ़ हजार सैनिक शहीद हुए, साढ़े तीन हजार जख्मी हुए और एक हजार का पता नहीं चला। जबकि पाकिस्तान के बीस हजार सैनिक हताहत हुए। इनमें से 6 हजार से ज्यादा को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। इस लड़ाई के लिए सेना को पांच परमवीर चक्र, 48 महावीर चक्र व 284 वीर चक्र के अलंकरणों से नवाजा गया। इनमें से दो परमवीर चक्र, 11 महावीर चक्र व 48 वीर चक्र मरणोपरान्त प्रदान किए गए।

गोवा मुक्ति अभियान

भारत से अंग्रेजों की विदाई के बाद भी पुर्तगाल ने गोवा, दमन व दीव पर कब्जा जमा रखा था और ये लोग स्वतंत्र भारत के साथ बात करने को भी तैयार नहीं थे। इस पर मेजर जनरल के पी चन्दैथ की अगुवाई में 17 इन्फेन्ट्री डिविजन को 48 व 63 इन्फेन्ट्री ब्रिगेड व 50 इन्डीपेन्डेंट पैरा ब्रिगेड को 1961 में गोवा को आजाद करवाने के लिए ऑपरेशन विजय शुरू करने का आदेश दिया गया। इस युद्ध में 76 भारतीय जवान हताहत हुए। इनमें से 22 शहीद हो गए और 54 जख्मी हुए, जबकि पुर्तगाली सेना के 87 लोग हताहत हुए इनमें से 30 मारे गए और 53 जख्ख्मी हुए।

भारत-चीन युद्ध 1962

चीन के 1962 में हुए हमले ने भारत को चकित कर दिया था। हिमालय की पहाडियों में चीनी सेना की घुसपैठ ने समूचे राष्ट्र को हतप्रभ कर दिया, लेकिन भारतीय सेना बहुत ही जल्दी इस सदमे से उबरने में कामयाब रही। नेफा क्षेत्र में भारतीय सेना ने थगला की पहाड़ी, तवांग से ला, बोमडिला व चाकू में चीन से लोहा लिया। इसके साथ चीनी सेना ने सुबनसिरी, सियांग, दिबांग और लोहित में भी हमला किया था। लद्धाख में चुशूल व रेजांगला में भीषण युद्ध हुआ। भयानक सर्दी में भी राशन, कपड़ों व अन्य सामग्री के साथ साथ युद्धक सामग्री की कमी के बावजूद हमारी सेनाओं ने अदम्म्य साहस का परिचय दिया।


चीनी सेना के छुड़ाए थे छक्के

आखिरी गोली व आखिरी आदमी तक भारतीय जवान चीनी आक्रमणकारियों के छक्के छुड़ाते रहे। इस लड़ाई ने भारतीय सेना के इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय जोड़ दिया। इस युद्ध में अदम्य साहस व बहादुरी के लिए भारतीय फौज को तीन परमवीर चक्र, 22 महावीर चक्र, 175 वीर चक्र प्रदान किए गए। इनमें से एक परमवीर चक्र, 11 महावीर चक्र व 32 वीर चक्र मरणोपरान्त प्रदान किए गए। इस युद्ध में 722 चीनी सैनिकों को जान से हाथ धोना पड़ा और 1697 जख्मी हुए। दो को बंदी बनाया गया। भारतीय सेना के 3128 जवानों ने इस लड़ाई में प्राणोत्सर्ग किया, 3123 को बंदी बनाया गया और 1047 भारतीय जवान जख्मी हुए।

पाक को दिया करारा जवाब

पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में घुसने के लिए गिलब्रेटर फोर्स का गठन करते हुए 5 अगस्त 1965 को सादी वर्दी में हजारों हथियारबन्द सैनिकों के साथ घुसपैठ की। फिर 15 अगस्त को भारतीय सेना ने इसका जवाब दिया और करगिल सेक्टर में सीएफएल के आगे तक कई ठिकानों पर कब्जा कर लिया, जो लेह तक संचार साधनों के लिए बड़ा खतरा थे। ऊरी व पुंछ को जोड़ने वाले हाजीपुर पास को भी कब्जे किया गया।

1 सितम्बर 1965 को पाकिस्तानी सेना ने छम्ब-जूरियां सेक्टर में अखनूर पर कब्जे के लिए ग्रांड स्लेम अभियान शुरू कर दिया। भारतीय थल सेना व भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया। 6 सितम्बर को सियालकोट सेक्टर में ताबड़तोड़ हमले के कारण सियालकोट व लाहोर सीधे निशाने पर थे। जम्मू-कश्मीर से लाहौर तक समूचे मोर्चे पर लड़ाई फैल गई। खेमकरण, कसूरव फाजिल्का व सुलेमंकी से लेकर बाड़मेर के धोरों व कच्छ-रण तक लड़ाई फैल गई। इसके बाद 23 सितंम्बर को संघर्ष विराम की घोषणा हुई। इस लड़ाई में भारत ने 740 वर्ग माइल्स में कब्जा किया। इस बहादुरी के लिए भारतीय सेना को दो परमवीर चक्र (दोनों मरणोपरान्त), 37 महावीर चक्र (11 मरणोपरान्त) व 175 वीर चक्र (44 मरणोपरान्त) प्रदान किए गए।

बांगलादेश मुक्ति अभियान 1971

दिसम्बर 1971 में 14 दिन चली लड़ाई में भारतीय सेना के पराक्रम की बदौलत बांगलादेश नाम नए देश का उदय हुआ। दुनिया के सामरिक इतिहास में अब तक के सबसे बड़े आत्मसमर्पण के साथ पाकिस्तान को अपना यह इलाका खोना पड़ा। दरअसल, पूर्वी पाकिस्तान राइफल्स, पूर्वी बंगाल रेजिमेन्ट व पुलिस ने असंख्य शरणार्थियों को भारतीय इलाके में धकेलना शुरू किया।

मई 1971 तक इनकी संख्या पांच लाख तक पहुंच गई। भारतीय सेना की पूर्वी कमान ने पूर्वी पाकिस्तान में फौजियों को खदेड़ने के लिए बड़ा अभियान शुरू किया ताकि चितोंग, तचलना व खुलना जैसे पूर्वी पाकिस्तान के एंट्री पोइन्ट्स पर कब्जा किया जा सके। पूर्वी पाकिस्तान के लोगों के स्वतंत्रता आन्दोलन के समर्थन में हुई सैन्य कार्रवाई 17 दिसम्बर 1971 को बांगलादेश की आजादी के साथ पूरी हुई। इसी दिन पाकिस्तानी सेना के बिना शर्त आत्मसमर्पण के समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।

पश्चिम मोर्चे पर 1971 की लड़ाई

पाकिस्तान ने 3 दिसंम्बर,1971 को बिना किसी चेतावनी के युद्ध शुरू कर दिया। पश्चिम मोर्चे पर यह लड़ाई बाड़मेर-जैसलमेर सेक्टर तक सीमित रही। भारतीय सेना ने पहली बार इस रेतीले इलाके में इतने बड़े सैन्य अभियान को हाथ में लिया था। 4 दिसंम्बर 1971 को भारतीय सेना ने ताबड़तोड़ हमले करते हुए 12,200 वर्ग किलोमीटर पाकिस्तानी इलाके पर कब्जा कर लिया और भारतीय सेना सिन्ध के ग्रीन बेल्ट तक पहुंचने ही वाली थी कि 17 दिसंम्बर 1971 को युद्ध विराम घोषित कर दिया गया।

सियाचिन ग्लेशियर

सियाचीन ग-लेशियर में भी भारतीय फौज ने दुश्मन की नापाक हरकतों का करारा जवाब दिया है। सियाचिन 18 से 21 हजार फीट ऊंचाई पर दुनिया का सबसे ऊंचा सामरिक स्थल के रूप में पहचाना जाता है। यह तापमान जमाव बिन्दु पर रहता है और नवंम्बर से अप्रेल तक यह माइनस 40 से 50 डिग्री तक पहुंच जाता है। मई से अक्टूबर तक भी यहां तापमान 10 से पन्द्रह डिग्री माइनस ही रहता है। भारतीय सेना ने यहां 13 अप्रेल 1984 को ऑपरेशन मेघदूत के तहत पाकिस्तान को करार जबाव दिया था।

करगिल युद्ध जीता

मई से जुलाई 1999 के बीच भारतीय सेना ने ऑपरेशन विजय के तहत करगिल सेक्टर में घुस आए 5 हजार से अधिक पाकिस्तान सैनिकों को खदेड़ निकाला था। इन पाकिस्तानी सैनिकों ने नियंत्रण रेखा पर 1998-99 में सर्दियों के दिनों के दौरान कई चौकियों पर कब्जा जमा लिया था। भारतीय जवानों ने पाकिस्तान की इस हरकत का करारा जवाब देते हुए न सिर्फ इन चौकियों पर वापस कब्जा किया, बल्कि पाकिस्तानी सैनिकों को खेदड़ बाहर निकाला।

संयुक्त राष्ट्र शांति सेना

भारतीय फौज ने विश्व शांति के लिए कोरिया, गाजा, लेबनान व कंगों में संयुक्त राष्ट्र शांति सेना के रूप में काम करते हुए अपने साहस व बहादुरी का परिचय दिया है। भारतीय सेना अभी 7 प्रमुख संयुक्त राष्ट्र शांति अभियानों में शामिल है। इनमें लेबनान, इजरायल व सीरिया की गोलन हाइट्स, कोंगो, सूडान, आइवरी कोस्ट, हैती व पूर्वी तैमूर प्रमुख हैं।


हिटलर ने की तारीफ

लड़ाई के मैदान में दुश्मन को धूल चटाने वाली भारतीय सेना की प्रशंसा सिर्फ देश ही नहीं करता,दूसरे देशों के नेता भी सेना की बहादुरी को सलाम करते हैं।

दुनिया के बड़े तानाशाहों में शुमार रहे हिटलर ने एक बार कहा था कि मैं सारा यूरोप जीत सकते हूं, लेकिन गोरखालैंड रेजीमेंट के अधिग्रहण करके, क्योंकि यही वो सेना है, जो जर्मनी और दूसरे मुल्कों की सेनाओं का सामना कर सकती है।

ओबामा का सेक्स स्कैण्डल! मिशेल से लेंगे तलाक

वाशिंगटन। अमरीका के राष्ट्रपति बराक ओबामा की शादीशुदा जिंदगी में तूफान आ गया है। एक अमरीकी समाचार पत्र के मुताबिक ओबामा अपनी पत्नी मिशेल ओबामा से तलाक लेने वाले हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक दोनों के बीच तब मनमुटाव हुआ जब ओबामा पत्नी मिशेल को छोड़कर अपनी बेटियों साशा और मलाया के साथ हवाई से रवाना हो गए थे। ओबामा का सेक्स स्कैण्डल! मिशेल से लेंगे तलाक
हवाई में ओबामा ने अपने परिवार के साथ क्रिसमस और नया साल मनाया था। एक समाचार पत्र के मुताबिक रिश्ते में आई दरार ओबामा की 22 साल पुरानी शादी के विघटन का संकेत है। कुछ अन्य समाचार पत्रों के मुताबिक दोनों के बीच विवाह संबंधी दिक्कते हैं। जिसकी छाया मिशेल ओबामा के 50 वें जन्मदिन पर पड़ती दिख रही है।

कुछ टेबलॉयड के मुताबिक मिशेल को उस वक्त गुस्सा आ गया जब उन्हें पता चला कि सीक्रेट सर्विस ने दो बार ओबामा की धोखेबाजी को छिपाया था। उन्हें पता चला कि उस वक्त ओबामा किसी महिला के साथ पकड़े गए थे। एक जासूस के मुताबिक इस मामले को दबा दिया गया था। एक सीक्रेट सर्विस के एजेंट ने ओबामा को महिला के साथ आपत्तिजनक अवस्था में देखा था। उस वक्त मिशेल शहर से बाहर थी।

एक समाचार पत्र ने ओवल ऑफिस इनसाडर के हवाले से बताया कि व्हाइट हाउस में ओबामा और मिशेल अलग अलग बेडरूम में सोते हैं। व्हाइट हाउस की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि जहां तक राष्ट्रपति की ओर से मिशेल ओबामा को बर्थ डे गिफ्ट देने का सवाल है अमरीका की प्रथम महिला अपने 50 वें बर्थ डे से पहले दोस्तों के साथ वक्त बिताने के लिए हवाई में रहेंगी।

मुख्यमंत्री ने रैनबसेरों की व्यवस्था देखी, कंबल बांटे

जयपुर। मकर संक्रांति पर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने रैन बसेरों की व्यवस्था देखी। उन्होंने रैन बसेरों में ठहरने वाले लोगों को कंबल बांटे। इस मौके पर दाती महाराज भी साथ रहे। 
मुख्यमंत्री ने रैनबसेरों की व्यवस्था देखी, कंबल बांटे

वसुंधरा राजे रात करीब पौने नौ बजे गंगा टावर के सामने खासाकोठी फ्लाईओवर के नीचे और रेलवे स्टेशन के पीछे स्थाई रैन बसेरे में कंबल बांटे। मुख्यमंत्री के आने से एन पहले खासाकोठी के रैन बसेरे में ठहरे हुए दिलीप कुमार की तबीयत बिगड़ गई थीं, जिसे एसएमएस भेजा गया। निगम सीईओ जगरूपसिंह यादव व अन्य अफसरों ने रैन बसेरों के आसपास की सफाई और व्यवस्थाएं चाकचौबंद कर दी थी।

राजधानी फिर शर्मसार, दिल्‍ली में विदेशी महिला के साथ गैंगरेप

नई दिल्‍ली. राजधानी में एक बार फिर विदेशी महिला के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया है। इस मामले में पुलिस ने आठ लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। डेनमार्क की रहने वाली 51 वर्षीय महिला भारत घूमने आई थी। बताया जाता है कि वह महिला आगरा से दिल्‍ली आई थी और यहां पहाड़गंज स्थित के एक होटल में रुकी हुई थी। मंगलवार को वह महिला नेशनल म्‍यूजियम घूमने गई और वहां से लौटते समय रास्‍ता भटक गई और कनाट प्‍लेस से नई दिल्‍ली रेलवे स्‍टेशन के बीच कहीं पहुंच गई।
राजधानी फिर शर्मसार, दिल्‍ली में विदेशी महिला के साथ गैंगरेप
बताया जाता है कि वहां मौजूद कुछ लोग उसे चाकू दिखाकर सुनसान इलाके में ले गए। इन लोगों ने पहले उस विदेशी महिला के साथ लूटपाट की और बाद में उसके साथ गैंगरेप किया। इस घटना के बाद महिला किसी तरह अपने होटल पहुंची और अपने एक मित्र और डेनमार्क दूतावास को इस बात की सूचना दी। इस मामले की जानकारी दूतावास के अधिकारियों ने दिल्‍ली पुलिस को दी। जानकारी मिलते ही दिल्‍ली पुलिस सकते में आ गई और उसने होटल पहुंचकर पीडि़त महिला का बयान दर्ज किया। इसके बाद पुलिस ने 8 लोगों के खिलाफ गैंगरेप और लूटपाट की विभिन्‍न धाराओं में केस दर्ज किया। पुलिस इन लोगों से पूछताछ कर रही है।

...जब रेप का आरोप निकला था फर्जी

इसी महीने 4 जनवरी को पौलेंड की एक महिला ने भी पहाड़गंज थाने में अपने साथ रेप का केस दर्ज कराया था। बाद में पुलिस जांच में यह मामला फर्जी निकला था। महिला ने आरोप लगाया था कि आगरा से दिल्‍ली आते समय रास्‍ते में एक कार चालक ने उसके साथ रेप किया था। पुलिस ने जब पीडि़ता और उसके परिचितों के मोबाइल सर्विलांस पर लिए, तो विदेशी महिला की यह कहानी फर्जी निकली।

मंगलवार, 14 जनवरी 2014

पति ने क्रूरता की हद पार की

पति ने क्रूरता की हद पार की


जयपुर। पत्नी के चरित्र पर शक कर एक व्यक्ति ने क्रूरता की हद पार कर दी। सोमवार सुबह दस बजे पत्नी के नीचे वाले होठ को बटका खाकर अलग कर दिया। इतना ही नहीं रसोई में रखे चाकू से चेहरे व हाथ पर पांच वार कर लहूलुहान कर दिया। फिर जान से मारने की धमकी देकर एक व्यक्ति के खिलाफ दुष्कर्म कर हमला करने के लिए झूठ बोलने को मजबूर किया और छह घंटे तड़पने के बाद महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती करा दिया। सोमवार रात को परिजनों के जयपुर पहुंचने पर वारदात का खुलासा हुआ। प्रताप नगर थाना पुलिस ने आरोपी पति को पड़ताल और पीडिता के बयान के बाद गिरफ्तार कर लिया।
पति ने क्रूरता की हद पार की


पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त 25 वष्ाीüय मूलत: सवाईमाधोपुर के बोलीं स्थित बांस परसा और हाल जगतपुरा स्थित पुरूष्ाार्थ नगर ए निवासी है। पुलिस ने बताया कि अभियुक्त के एक चार वष्ाीüय बेटा और सालभर की बेटी है। चरित्र पर शक होने पर पत्नी को पीहर छोड़ रखा था। सालभर पहले खुद के व पत्नी के पीहर वालों के दबाव में आकर पत्नी को गांव ले आया था। किसी भी व्यक्ति की तरफ देखने से ही पत्नी के साथ मारपीट करता। मारपीट की घटना से परेशान हो परिजनों ने मित्रपुरा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने की धमकी दी तो एक माह पहले ही जयपुर भागकर आया गया था।


सुबह दस बजे हमला, दोपहर 3 बजे अस्पताल पहुंचाया


आरोपी कुछ दिन पहले गांव गया था और तीन दिन पहले ही पत्नी व बेटी को साथ जयपुर ले आया था। यहां वह एक भवन निर्माण का काम कर रहा था। पत्नी भी उसके साथ गई थी। रविवार को काम करने के दौरान पत्नी को किसी व्यक्ति की तरफ देखने पर वहां ही झगड़ा करने लगा। रात को घर पर आकर फिर झगड़ा किया। सोमवार सुबह पत्नी से फिर झगड़ा कर उसका होठ दांतों से काटकर अलग कर दिया और चाकू से वार किए। दोपहर तीन बजे तक तड़पती रही। पकड़े जाने के डर से पत्नी को निर्माणाधीन भवन में वेल्डिंग करने वाले पर दुष्कर्म कर हमला करने के लिए दबाव बनाया। पुलिस तस्दीक कर रही थी, तभी सोमवार रात को गांव से पहुंचे परिजनों ने अभियुक्त की करतूत का खुलासा किया।

बाड़मेर सेक्स ,सीडी और धोखा

बलात्कार के मामलो में ढाई गुना ज्यादा इजाफे ने महिलाओ की सुरक्षा गंभीर सवाल फिर सेक्स ,सीडी और धोखा 


बाड़मेर जिले के धोरिमन्ना थाना क्षेत्र में शादी का झांसा देकर युवती के साथ यौन शोषण का सनसन्नीखेज मामला सामने आया है जहां आरोपी युवक राजु राम ने युवती को अपने जाल में फसाते हुए शादी का झांसा देकर देह शोषण किया साथ ही पीड़ीता का अस्लील क्लिप बनाकर ब्लेक मेल कर लम्बे समय तक देहशोषण करता रहा है और आखिर में गाव वालो के हथे चढ़ गया और जमकर धुनाई की तो अब आरोपी को गम्भीर हालात जोधपुर में रेफर कर दिया लेकिन इससे भी चौकाने वाली बात तो यह है बाड़मेर जिले में 2012 के मुकबाले में 2013 में ढाई गुना ज्यादा मामले दर्ज हुए है जिसने महिलाओ की सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े कर है 
 बाड़मेर जिले में दुष्कर्म की घटनाओं में पिछले तीन साल में काफी इजाफा हुआ है। 2010 में ऐसे 34 मामले दर्ज हुए थे, लेकिन 2011 व 2012 में 21-21 मामले सामने आए। वहीं 2013 में 52 मामले दर्ज हुए  पुलिस के साथ समाज के विभिन्न वर्ग इन घटनाओं को लेकर काफी चिंतित हैं। इस मामले में भी कई चौकाने वाले तथ्य सामने आए है पुलिस के अनुसार पीड़ीता जोधपुर में पढाई करते हुए आरोपी के सम्पर्क में आई जिसके बाद किसी सामने मुंह नही खोलते हुए पीड़ीता अपने गांव भुणीया भाटो का तला धोरिमन्ना पहुंच गई आरोपी ने पीड़ीता का यहां भी पीछा नही छोड़ा और उसके गांव पहुंच गया गांव पहुंचने के बाद आरोपी ग्रामीणौ के हथै चढ गया और ग्रामीणौ ने आरोपी युवक की जमकर धुनाई करते हुए बुरी तरह से घायल कर है बाड़मेर के एसपी हेमन्त शर्मा के अनुसार पीड़ीता के परिवार को जब इस बात की खबर लगी तो आरोपी के खिलाफ बलात्कार,ब्लेकमेल,आश्लील क्लीप बनाने का मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है। पुलिस के हाथ वो आश्लील क्लीप को भी जब्त  कर दिया है 

  वही आरोपी के अनुसार आश्लील क्लीप रजामंदी से बनाई गई है और अब मुझे बलैक्मैल किया जा रहा है पीड़िता का परिवार इसके एवज में मुझसे कई लाखो रूपए की माग करे है पीड़िता का परिवार मुझे फसा रहा है 


हथगोला फटा,फौजी की मौत,दो घायल



बीकानेर। पश्चिम राजस्थान के महाजन फील्ड रेंज में सैन्याभ्यास के दौरान हथगोला फटने से एक सैनिक की मौत हो गई जबकि दो हवलदार घायल हो गए।

पुलिस सूत्रों के अनुसार मैकेनाइज्ड इंफेंट्री यूनिट अंबाला के सैनिक रेंज में सोमवार को सैन्याभ्यास के बाद अपराह्न करीब चार बजे बिना फटे गोलों को एकत्रित करउन्हें निष्क्रिय कर रहे थे इस दौरान अचानक एक गोला फट गया। इससे नायक गौरीशंकर राय की मौके पर ही मौत हो गई जबकि हवलदार एसबी सिंह और एसवी पाटिल गंभीररूप से घायल हो गए।

उन्हें सूरतगढ के सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां हालत गंभीर होने पर पाटिल को चंडीगढ़ भेज दिया गया। सेना के सूत्रों ने बताया कि अधिकारियों ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं।