मंगलवार, 17 दिसंबर 2013

विधायक कर्नल मानवेन्‍द्रसिंह का स्‍वागत करने उमड़े लोग



विधायक कर्नल मानवेन्‍द्रसिंह  का स्‍वागत करने उमड़े लोग



बाड़मेर। शिव विधायक बनने के बाद पहली बार क्षैत्र के दौरे पर कर्नल मानवेन्‍द्रसिंह का स्‍वागत करने के लिए लोग उमड़ पड़े। मानवेन्‍द्र सिंह मंगलवार को शिव‍ विधानसभा के विभिनन गांवों का दौरा कर विधानसभा चुनावों में सहयोग के लिए लोगों का आभार जता रहे थे। इस दौरान हर गांव में उनके आगमन से पहले ही सैकडो की संख्‍या में लोगों का हुजूम पहले से उमड़ा नजर आया। लोगों में अपने नेता को माला पहनाने की होड़ मची रही।

इस बीच लोगों को संबोधित करते हुए विधायक मानवेन्‍द्रसिंह ने कहा कि पेयजल, शिक्षा और चिकित्‍सा उनकी पहली प्राथमिकताओं में शामिल है। मानवेन्‍द्र ने कहा कि पेयजल की अधुरी योजनाओं को पूरा करवाने के लिए बजट का प्रबंधन और नई योजनाओं के लिए त्‍वरित प्रयास किए जाएगें। विधायक ने कहा कि शिक्षा और चिकित्‍सा के क्षेत्र में लोगों को राहत पहुंचाने के लिए रिक्‍त पदों को जल्‍द से जल्‍द भरा जाएगा। मानवेन्‍द्र ने कहा कि पूर्ववती सरकार के कार्यकाल में क्षेत्र और जातिगत भेदभाव के आधार पर स्‍कूल और स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्र खोले गए थे, लेकिन ऐसा नही होगा। उन्‍होनें कहा कि अब जनता की जरूरत को ध्‍यान में रखते हुए पर्याप्‍य सुविधा और ससांधन युक्‍त स्‍कूल और अस्‍पताल खोले जाएगें।


मंगलवार को मानवेन्‍द्र ने चौहटन के जगदीशपुरी मठ, वीरातरा धाम के दर्शन करने के बाद सणाउ, घोनिया, बीजरियाड़, सेलाउ, गागरिया, रामसर, भाचभर, देरासर आदि गांवों का दौरा किया। इस दौरान मुराद अली मेहर, रणजीत चौधरी और अधिवक्‍ता रूपसिंह राठौड़ उनके साथ रहे।

रामदेव बोले, ज्यादातर कांग्रेसी समलैंगिक

नई दिल्ली। योग गुरू बाबा रामदेव ने समलैंगिकता को लेकर एक विवादास्पद बयान दिया है।
जब रामदेव से पूछा गया कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और सोनिया गांधी समलैंगिकता का समर्थन क्यों कर रहे हैं?

इस पर उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि ज्यादातर कांग्रेसी नेता समलैंगिक है, इसलिए वह इसका समर्थन कर रहे हैं।

रामदेव ने "आप" पर भी विवादास्पद बयान दिया। उन्होंने लोकसभा में आम आदमी पार्टी की सफलता की संभावना पर कहा कि हां संसद में दो-चार "आप" के नेता पहुंच सकते हैं, क्योंकि वहां दो-चार झाड़ू लगाने वालों की कमी है।

मालूम हो कि पिछले हफ्ते सुप्रीम कोर्ट ने हाई कोर्ट के 2009 के फैसले को पलटते हुए समलैंगिकता को अपराध की श्रेणी में रख दिया था।

इसके बाद से इस मुद्दे पर लगातार बयानबाजी हो रही है। बाबा रामदेव पहले ही सुप्रीम कोर्ट का समर्थन कर चुके हैं। उन्होंने कहा था कि समलैंगिकता एक बीमारी है और वह इसका इलाज कर सकते हैं।

कांग्रेस के कई नेताओं ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर दुख जताया था। सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने भी इसे निराशाजनक बताया था। वहीं भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने समलैंगिकता को अप्राकृतिक बताते हुए धारा 377 को सही ठहराया है।

बीकानेर/ केंद्रीय विद्यालय वार्षिकोत्सव आयोजित



बीकानेर/17 दिसम्बर/ केंद्रीय विद्यालय क्रमाक-1 की विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष एवं ब्रिगेडियर संजीव मेहरा ने विद्यालय प्रांगण में आयोजित वार्षिकोत्सव के मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए कहा कि केंद्रीय विद्यालय क्रमांक एक अपनी गुणवत्ता के साथ साथ विशिष्ठता प्रमाणित करता रहा है और युगीन आवश्यकता के रूप में शिक्षार्थी के सर्वांगीण विकास के लिए सक्रिय रूप से कार्यरत है। अपने उदबोधन में मेहरा ने बेहतर परिणाम हेतु विद्यार्थियों के हक में विद्यालय एवं अभिभावकों को मिलकर अपने प्रयासों को निरंतर निखारने का आह्वान किया। विशिष्ट अतिथि श्रीमती कंचन मेहरा ने विद्यालय की पाठ्यसहगामी गतिविधियों की विभिन्न प्रतियोगिताओं में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कार वितरित किए, इस अवसर पर विद्यालय सब स्टाफ सरवण कुमार को उनकी उल्लेखनीय सेवाओं के लिए सम्मानित किया गया तथा सदनवार प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पाने वाले सदनों के सदस्यों को सामूहिक रूप से सील्ड प्रदान की गई।

विद्यालय प्राचार्य राम मिलन ने अपने वार्षिक प्रतिवेदन में केंद्रीय विद्यालय संगठन के स्वर्ण जयंती के वर्ष पर जानकारी देते हुए वर्ष पर्यंत विद्यालय द्वारा संचालित गतिविधियों का संक्षिप्त परिचय देते हुए विद्यालय द्वारा अर्जित विविध विकास का ब्योरा दिया।

कार्यक्रम का आरम्भ मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन से किया गया। वंदना, स्वागतगान के पश्चात प्रस्तुत विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों में समग्र भारत की एकता एवं अखंडता की मर्मस्पर्शी तश्वीर उभर कर सामने आयी वही समकालीन समस्याओं पर भी प्रकाश डाला गया। गणेश, नटराज एवं सरस्वती की वंदना के बाद हिंदी अंग्रेजी एवं संस्कृत में स्वागतगीत प्रस्तुत किया गया। कन्या भ्रूण हत्या पर केंद्रित नृत्य-गीत नाटिका को सराहना मिली वही स्पेनिश नृत्य एवं भारत की एकता अखंडता को व्यंजित करता समूह गान दर्शकों को मोहित करने वाला रहा। प्राथमिक अनुभाग द्वारा प्रस्तुत मैंने कहा फूलों से हंसो तो गीत पर बच्चों के हाव-भाव नृत्य व मुस्कान की कार्यक्रम में भूरी भूरी प्रसंशा प्राप्त हुई। पंजाबी भंगड़ा, राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत मेरा कर्मा तू मेरा धर्मा तू गीत एवं केंद्रीय विद्यालय संगठन की स्वर्ण जयंती के अवसर पर तैयार संगठन गीत भी कार्यक्रम में प्रस्तुत किए गए। गणमान्य अतिथियों के साथ आगंतुक अभिभावकों का धन्यवाद उपप्राचार्य आर. के. मीना ने प्रगट किया तथा कार्यक्रम का संचालन डॉ. नीरज दइया एवं श्रीमती रेनू शर्मा के निर्देशन में विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा किया गया।

चलती ट्रेन से मां-बेटे को बाहर फेंका



बाड़मेर। राजस्थान के बाड़मेर जिले में भीलड़ी एक्सप्रेस ट्रेन से महिला और उसके बच्चे को फेंक देने की घटना सामने आई है।

इसके चलते बच्चे की मौत हो गई जबकि महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। महिला को जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

पुलिस ने बताया कि समदड़ी रेलवे स्टेशन से पहले पटरियों के पास एक महिला और एक बच्चे के पड़े होने की सूचना मिली थी। घटना देर रात की बताई जा रही है। हालांकि घटना के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया।

संभवतया लूट के चलते महिला और बच्चे को ट्रेन से धकेल दिया गया। इसके चलते बच्चे की मौके पर ही मौत हो गई जबकि महिला गंभीर रूप से घायल हो गई।

नर्सिग कॉलेज में यौन शोषण, प्रिंसिपल रूम पर करता था गंदी हरकत

भोपाल। एनआईएफटी के बाद राजधानी के एक और शैक्षणिक संस्थान में यौन प्रताड़ना का मामला सामने आया है। मानसरोवर नर्सिग कॉलेज की छात्रा द्वारा बीती रात जहर खाने के बाद अन्य छात्राओं ने वाइस प्रिंसिपल प्रणीत जैन पर यौन प्रताड़ना का आरोप लगाया है। कॉलेज परिसर में सोमवार को प्रदर्शन करते हुए छात्र-छात्राओं ने आरोप लगाया कि प्रबंधन उन्हें जानबूझकर परीक्षा में फेल कर देता है। कॉपी जांचने के नाम पर जैन छात्राओं को अकेले में बुलाकर उनसे अश्लील बातें करता है। यही नहीं फेल छात्र-छात्राओं को पास करने के लिए प्रबंधन उनसे मोटी रकम वसूलता है। नर्सिग कॉलेज में यौन शोषण, प्रिंसिपल रूम पर करता था गंदी हरकत

छात्राओं का प्रदर्शन

विद्यार्थियों के प्रदर्शन के दौरान आम आदमी पार्टी (आप) के करीब आधा दर्जन कार्यकर्ता भी वहां मौजूद थे। प्रदर्शन के दौरान कॉलेज में अफरा-तफरी का माहौल बन गया था। ऎसे में कॉलेज प्रबंधन को पुलिस बुलानी पड़ी। मौके पर पहुंची कोलार पुलिस टीम ने प्रदर्शन कर रही छात्राओं और आप कार्यकर्ताओं को समझाकर शांत कराया।


कॉलेज का इनकार

आरोपों को नकारते हुए कॉलेज प्रबंधन ने कॉलेज परिसर में प्रदर्शन करने वाली छात्राओं व आप कार्यकर्ताओं के खिलाफ कोलार थाने में शिकायत दी गई है। इसमें कहा गया है कि आप कार्यकर्ताओं ने छात्र-छात्राओं के साथ मिलकर प्रिंसिपल, शिक्षक व शिक्षिकाओं के साथ अभद्रता की और कॉलेज में हंगामा किया।


उप प्राचार्य...रूम पर भी बुलाता था

पीडित छात्रा ने आरोप लगाया कि वाइस प्रिंसिपल प्रणीत जैन फेल छात्राओं को पास कराने की जिम्मेदारी लेता है। वह पैसे का लेने के लिए लड़कियों से अकेले में मिलता है। इस दौरान लड़कियों से अश्लील बातें करता है। यही नहीं वह लड़कियों को महाबली नगर में अपने रूम पर भी बुलाता है।


11 हजार रूपए देकर हुई थी पास

पुलिस को सोमवार को दिए बयान में पीडित छात्रा ने बताया कि पिछले साल भी उसे बैक लगा था। तब उसने एक सीनियर के माध्यम से कॉलेज प्रबंधन को 11 हजार रूपए दिए थे। पैसे देने पर उसे पास कर दिया गया था। पिछले दिनों आए तीसरे वष्ाü के रिजल्ट में उसे फेल किया गया था। रिजल्ट आने के बाद उसे इस बात की चिंता था कि वह पास होने के लिए पैसों का इंतजाम कहां से करेगी।


कार्रवाई की मांग

प्रदर्शनकारियों ने कॉलेज प्रबंधन को ज्ञापन सौंपकर जैन के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। गौरतलब है कि कॉलेज में चौथे वष्ाü की छात्रा शोभा सोनी ने रविवार रात जहर खा लिया था। उसका निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है।

रोवर ने भेजी चांद की पहली तस्वीरें

बीजिंग। चांद पर पहुंचते ही चीन के जेड रैबिट रोवर ने काम शुरू कर दिया। चांद से पहली तस्वीरें आ चुकी है। शनिवार को चीन का अंतरिक्ष यान "चांग ई-3" चंद्रमा की सतह पर उतरा था। सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने सोमवार को रोवर की तस्वीरें जारी की। रोवर ने भेजी चांद की पहली तस्वीरें

तस्वीरों में चांद की सतह पर रोवर के पहियों के निशान देखे जा सकते हैं। सुनहरे फोइल से ढका रोवर सभी सोलर पैनलों को फैलाए काम पर लगा है। तस्वीरों में चीन का झंडा देखा जा सकता है। चीनी सरकार ने बयान जारी किया, यह मिशन चीन के अंतरिक्ष उद्योग की तरक्की के रास्ते में मील का पत्थर है, जो कॉमरेड शी जिनपिंग के नेतृत्व में मुमकिन हो पाया है।


तीसरा सफल देश -


अमरीका और सोवियत संघ के बाद चीन तीसरा देश है जिसने चांद की सतह पर सफलतापूर्वक रोवर उतारा हो। चीन ने अपने यान का नाम चंद्रमा की देवी चांग ई के पर रखा है। पौराणिक कथाओं में देवी को युटु नाम के खरगोश के साथ देखा जाता है। इसी पर यान के रोवर का नाम जेड रैबिट रखा गया है। रोवर के लिए बड़ी चुनौती चांद का पारा है जो 120 से माइनस 180 के बीच है।
रोवर ने भेजी चांद की पहली तस्वीरें

सैन्य मिशन का हिस्सा -

चंद्रमा में चीन की रूचि 50 के दशक से रही है। चांद मिशन सैन्य अभियान का भी हिस्सा रहा है। देश के अंतरिक्ष मामलों के विशेषज्ञ के कीसोंग कहते हैं, चीन का यह अभियान दुनिया को यह बताने का एक जरिया है कि हमारे पास अत्याधुनिक तकनीक है, जो कि परमाणु तकनीक से भी बेहतर है। इससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक बड़ी ताकत के रूप में मान्यता भी मिल सकेगी।


पांचवे लूनर प्रोब को भेजने का ऎलान -

सफलता से खुश चीन ने 5वां लूनर प्रोब को भेजने का ऎलान भी किया। अगला मिशन 2017 में लॉन्च किया जाएगा। चांद से मिट्टी-कई पत्थर भी लाए जाएंगे ताकि उन पर शोध किया जा सके। यह चीनी मिशन का तीसरा व आखिरी चरण होगा। 2020 में यात्री को चांद पर उतारने की योजना है।

प्यार के इस बांग में दो फूल सलीम और अनारकली



आज के समय में प्यार की अहमियत बहुत कम ही जानते है. ज्यादातर लोगों के प्यार महज क्षणिक मौज मस्ती का साधन है. लेकिन वास्तव में अगर प्यार की अहमियत को समझना है तो प्यार की उन सच्ची कहानियों की तरफ देखना होगा जो कई सौ सालों से आशिक बिरादरी में सुनाई जा रही हैं.


प्यार के इस बांग में दो फूल भारत में सबसे ज्यादा मशहूर हैं. एक है मुगल साम्राज्य के सलीम और दूसरी उनकी महबुबा अनारकली. दोनों के बारें में काफी कुछ सुनने और पढ़ने को मिलता है लेकिन कई लोग यह भी कहते है कि उनके बीच प्रेम जैसा कुछ नहीं था.


वैसे आजकल के नौजवानों में ऐसे भी कम नहीं होगे जिन्हें सलीम और अनारकली के बारें में कुछ पता ही नहीं होगा. प्यार को एक पवित्र दर्जे तक पहुंचाने में सलीम और अनारकली का काफी योगदान रहा है. आइयें जान लीजिए आप भी कौन है सलीम और कौन है अनारकली.

सलीम और अनारकली


मुग़ल साम्राज्य के राजकुमार सलीम अपने ही दरबार की एक खूबसूरत नर्तकी अनारकली से प्यार करने लगे. अनारकली के प्यार में पागल सलीम अपने पिता और मुगल शासक अकबर से जंग के लिए भी तैयार हो गए. पिता को बेटे का यह प्यार कतई मंजूर नहीं था. सलीम ने अपने पिता के खिलाफ जंग छेड़ दी, पर महाराजा के ताकत के सामने वह टिक नहीं पाए. आखिरकार उन्हें मौत की सजा सुनाई गई. सलीम के ही सामने अनारकली को ज़िन्दा दीवार में चुनवा दिया गया. लोगों का कहना है कि जहां अनारकली को चुनवाया गया उससे होकर एक सुरंग भी निकाली गई, ताकि अनारकली वहां से हमेशा के लिए चली जाए. कहते हैं कि वह फिर कभी लौटकर नहीं आई और इस तरह उनकी प्रेम-कहानी का अन्त हो गया.

कमरे का दरवाजा खोलते ही पति दिखा प्रेमिका संग, फिर शुरू हुई थप्पड़ों की बारिश



अम्बाला सिटी. एक एएसआई को प्रेमिका के साथ प्रेम के झूले में झूलना महंगा पड़ गया। ब्याहता पत्नी और परिवार वालों ने उसे प्रेमिका के साथ रंगे हाथ पकड़ लिया। पुलिसिया स्टाइल में ही उसे सबक सिखाया गया। बाद में यह मामला सदर थाने पहुंचा।



एएसआई बलकार सिंह के साले अमरीक सिंह ने बताया कि उसकी बहन पुलिस क्वार्टर में दो बच्चों के साथ रहती है। पुत्र की उम्र 20 व पुत्री की उम्र 19 साल है। बलकार सिंह का भावना नामक एक महिला से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। भावना के प्रेम में वह इतना डूब गया कि उसे अपनी पत्नी व बच्चे भी बेगाने लगने लगे। वह बच्चों की सुध लेने घर नहीं जाता था। भावना के पास जलबेहड़ा रोड़ पर स्थित एक किराए के मकान में रहने लगा।इस बात को लेकर परिवार में कई दिनों से तनाव चल रहा था। बहन आखिर कब तक बर्दाश्त करती। उसने अपने पति को सबक सिखाने की सोची। सोमवार को बलकार पर नजर रखी गई। पूरी तैयारी के साथ भावना के घर पर दबिश दी गई। बलकार मौके पर मिल गया। अमरीक ने बताया कि मौके पर भावना को लताड़ा गया। उसे कहा गया कि एक व्यक्ति के बसे बसाए घर को वह न उजाड़े। बच्चे भी अब बड़े हो गए हैं।




बलकार बीच में आ गया। लिहाजा उसे भी सबक सिखाना पड़ा। मौके पर काफी लोग जमा हो गए। पुलिस को भी बुलाया गया। बलकार व भावना को सदर थाने ले जाया गया। पुलिस को इन दोनों की करतूत के बारे में विस्तार से बताया गया। इधर सदर पुलिस का कहना था कि यह पारिवारिक मामला है। जांच की जा रही है। पुलिस ने यह भी बताया कि थाने में ही बलकार व उसके परिजन बहस कर रहे थे।




रहना चाहता है प्रेमिका के साथ

रंगे हाथों पकड़े जाने के बाद एएसआई बलकार सिंह ने कहा कि वह पत्नी के साथ नहीं रहना चाहता। भावना ही अब उसकी पत्नी है। बलकार के अनुसार पंचायती तौर पर वह अपनी जमीन-जायदाद बच्चों के नाम कर चुका है। उन्हें देने के लिए अब उसके पास कुछ नहीं है। इससे पहले बलकार की पत्नी ने प्रेमिका पर जमकर हाथ खोले। घर पर ही उसकी पिटाई की।भावना के खिलाफ भी परिजनों ने केस दर्ज करने की मांग की। पुलिस को एक शिकायत पत्नी की ओर से दी गई जिसमें कार्रवाई के साथ उसे बच्चों का खर्च देने की भी मांग की गई। शिकायत को लेकर पुलिस असमंजस की स्थिति में थी। कानूनी पहलुओं पर गौर करने के बाद ही कार्रवाई की बात कही गई।




जरूरत पड़ी तो डीसीपी से शिकायत करेंगे

एएसआई बलकार सिंह व प्रेमिका भावना के खिलाफ केस दर्ज कराने के लिए परिजन देर रात तक सदर थाने में डटे थे। साले अमरीक सिंह ने कहा कि अगर सदर पुलिस ने उनकी बहन की शिकायत पर कार्रवाई नहीं की तो वे मंगलवार सुबह डीसीपी विनोद कौशिक से मिलेंगे। थ ही उन्हें बलकार की हरकत के बारे में विस्तार से बताया जाएगा। अमरीक ने बताया कि बलकार के बर्ताव की वजह से वे करीब दो साल से परेशान हैं। कई बार उसे समझाया गया पर वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आया। उसे प्रेमिका के साथ रंगे हाथों पकड़ने के सिवाए कोई चारा नहीं था। अब हम चाहते हैं कि उसे उसके कर्म की सजा मिले

"मिट्टी" भेज दो, "मोल" नहीं चाहिए....।

बाड़मेर। सुरा गांव का बीस वर्षीय युवक दो वक्त की रोटी कमाने के लिए सऊदी अरब गया, वहां उसकी चार माह पूर्व संदिग्ध मृत्यु हो गई। मौत के समाचार ने परिजन पर वज्रपात कर दिया। दूसरे देश से खबर आई कि अब जो चला गया उसका क्या,इसकी मजदूरी के बकाया रूपए ले लो। हम यहीं मिट्टी के हवाले कर देते हैं। गरीब परिवार की खुद्दारी देखिए उन्होंने कहा "मिट्टी" दे दो हमें मोल नहीं चाहिए।
सुरा गांव का बीस वर्षीय मंगलाराम पुत्र सुरताराम रोजगार नहीं मिलने पर परिवार पालने की उम्मीद से सऊदी अरब चला गया। वहां ऊंट चराने की मजदूरी पर लगा था। परिवार वालों को आस थी कि दीपावली पर उनका बेटा रूपए भेजेगा और एक साल बाद मिलने भी आएगा, लेकिन तकदीर को कुछ अलग मंजूर था। करीब साढ़े तीन माह पूर्व परिवार के एक सदस्य को फोन आया कि मंगलाराम का शव यहां सुनसान में पड़ा है, वह अब नहीं रहा। इस चचेरे भाई ने यह बात मंगलाराम के परिवार को नहीं बताई।

जिस व्यक्ति के पास मंगलाराम कार्य कर रहा था, उससे बात की। उसने बताया कि दो महीने पहले ही मेरे पास से चला गया और मजदूरी भी लेकर गया है। अब कहां है मुझे नहीं मालूम। इस पर शहर में उद्यमी तनसिंह चौहान से संपर्क कर आग्रह किया कि उनके बेटे की "माटी" अरब से लाने में मदद करवाए। बकौल चचेरे भाई मांगाराम तनसिंह की मदद पर वहां से पार्थिव देह को लाने का इंतजाम हुआ। इस दौरान संबंधित व्यक्ति ने कहा कि एक लाख रूपए के करीब इसकी मजदूरी है और इतने रूपए पार्थिव देह को भारत भेजने में लग जाएंगे, यहीं अंतिम क्रियाकर्म कर लिया जाए। इस पर गरीब परिजनों ने कहा कि हमें "मिट्टी" भेज दो, "मोल" नहीं चाहिए....।

कोहराम मच गया
मंगलाराम की पार्थिव देह सोमवार शाम को सुरा गांव पहुंची। जवान कमाऊ बेटे के लौटने का इंतजार कर रहे मां-बाप को जब कहा गया कि मंगला अब नहीं रहा...। उसका अरब से शव आयाहै तो घर में कोहराम मच गया। मां-पिता, भाई-बहिन और मंगलाराम की पत्नी की आंखों के सामने अंधेरा छा गया। गांव वालों व परिजनों ने मुश्किल से संभाला। उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि यह सब कैसे हो गया। मंगलवार सुबह अंतिम संस्कार होना है।

परिवार में नहीं खबर
साढ़े तीन माह से मंगलाराम की पत्नी, मां, बहिन और पिता को यह पता नहीं था कि ढेरो खुशियों के साथ जिस मंगलाराम के आने का वे इंतजार कर रहे है,वह अब आएगा तो सही, लेकिन उनकी आंखों की सारी खुशियां छीन ले जाएगा..। मुस्कराता गया उनका बेटा अब मिट्टी बनकर लौटा।

"लालबत्ती"पर रूकने लगा राजे का काफिला

जयपुर। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का काफिला भी अब आम वाहनों की तरह चौराहों पर लालबत्ती होने पर रूकने लगा है। ऎतिहासिक जीत के बाद दूसरी बार राज्य की मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद राजधानी जयपुर की कायापलट करने के निर्देश देने के बाद सोमवार को लाल बत्ती पर रूककर राजे ने यह जता दिया कि उनके शासन में आम जनता को कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए।
राजे ने दिल्ली से लौटने पर हवाईअड्डे से अपने सरकारी आवास जाते समय बी2 बाईपास चौराहे पर लालबत्ती होने पर अपने काफिले को रोक दिया। इसके बाद होटल कलार्क्स आमेर, जवाहर कला केन्द्र केन्द्र और गांधी नगर मोड़ पर भी लाल बत्ती होने पर राजे का काफिला आम राहगीरो की तरह रूका। मुख्यमंत्री का काफिला बाइस गोदाम पुलिया के बाद राममंदिर चौराहे पर पहुंचा तो ट्राफिक नियमों का पालन करते हुए सर्किल का चक्कर लगाकर आगे बढ़ा जबकि इससे पहले चौराहों पर मुख्यमंत्री का काफिला गलत दिशा से गुजरता आया हैं।

उल्लेखनीय है कि राजे ने मुख्यमंत्री की शपथ लेते ही कह दिया था कि उनके काफिले की वजह से ट्राफिक व्यवस्था में कोई बदलाव नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि इससे आम लोगों को परेशानी होती हैं। राजे ने राहगीरों का ज्यादा समय जाया नहीं हो इसके लिए उन्होंने अपना काफिला भी छोटा कर दिया हैं। राजे की इस सोच के कारण अब राजधानी में उनके गुजरने पर लोगों को न तो करीब 20 मिनट तक रूकना पडेगा और न ही यातायत प्रभावित होगा। यह पहला मौका है कि किसी मुख्यमंत्री ने आम लोगों की दिक्कतों को पहचानकर ऎसा कदम उठाया हैं।

राजे ने गत तेरह दिसम्बर को मुख्यमंत्री की शपथ लेने के बाद जयपुर शहर के सौन्दर्यकरण को गंभीरता से लिया और शीघ्र अधिकारियों को शहर की साफ सफाई, सड़कों, डिवाइडरों आदि की मरम्मत के निर्देश दे दिए जिससे अधिकारियों में खलबली मच गई और मुख्यमंत्री के सचिव तन्मय कुमार ने रविवार को शहर के सौंदर्यकरण. रोड लाईट, पार्किंग, कचरा परिवहन की उचित व्यवस्था, साफ सफाई एवं सड़कों को दुरूस्त करने के लिए एक बैठक लेकर संबंधित अधिकारियों को इन कार्यो को प्राथमिकता से करने तथा इसमें कोई कोताही नहीं बरतने के आदेश दिए। इतना ही नहीं इस बैठक में मानसरोवर जोन आयुक्त नीलिमा तक्षक के नहीं आने को भी गंभीरता से लिया गया और उन्हें शीघ्र एपीओ कर यह जता दिया कि नई सरकार जनता के लिए बहुत कुछ करना चाहती हैं।

बिग बॉस के घर घुसी पुलिस,अरमान अरेस्ट

मुंबई। ऎसा लग रहा था कि जैसे यह भी बिग बॉस के घर में खेले जाने वाले नाटक का ही हिस्सा होगा। सोमवार शाम 5 बजे पुलिस के कुछ अधिकारी बिग बॉस के घर में घुसे और उसके बाद उन्होने वहां के एक प्रतियोगी को गिरफ्तार कर लिया।
लेकिन असल में यह नाटक न होकर सचमुच की पुलिस थी जिसने एक मॉडल की शिकायत के आधार पर यह कार्यवाही की।

यह मॉडल कोई और नहीं बल्कि सोफी हयात थी जिनकी लोनावला पुलिस में की गई गंभीर शिकायत के आधार पर बिग बॉस के एक अन्य प्रतियोगी अरमान कोहली को सोमवार को बिग बॉस के घर से गिरफ्तार कर लिया गया।

शो के दौरान लगाया पिटाई का गंभीर आरोप

सोफिया ने अरमान पर बदसलूकी और मार-पीट का आरोप लगाया गया है। अरमान को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। वे सोमवार की रात लॉक-अप में ही बिताएंगे। पुलिस कोर्ट से उन्हें रिमांड पर सौंपे जाने की मांग कर सकती है।

मालूम हो सोफी हयात भी बिग बॉस में एक प्रतियोगी के तौर पर शामिल हुई थीं और कुछ ही दिन पहले वे इस प्रतियोगिता से बाहर हो गई थी।

सोफिया की शिकायत का आधार एक वीडियो फुटेज है जिसमें सोफिया और अरमान साथ खड़े दिखाई दे रहे हैं और आपस में हाथापाई और गाली गलौज कर रहे हैं।

सोफिया ने घटना के बाद दिए गए अपने बयान के दौरान रोते हुए अपने चेहरे जख्म भी दिखाई गए।

बिग बॉस पर लगाया पक्षपात का आरोप
सोफिया ने अपने दिए बयान में बिग बॉस पर भी पक्षपात का आरोप लगाया और रोते हुए कहा कि अरमान के उनके साथ किए गए बुरे व्यवहार के बाद भी उन पर कोई कार्यवाही नहीं की गई।

उनका कहना था कि एक अन्य प्रतियोगी तुषार को तो सिर्फ किसी को धक्का देने के कारण ही दोषी पाए जाने पर घर से बाहर कर दिया गया था।

पहले की पूछताछ फिर गिरफ्तार

अरमान मशहूर निर्माता-निर्देशक राजकुमार कोहली के पुत्र हैं लेकिन बॉलीवुड में बतौर अभिनेता उन्हें कोई खास कामयाबी हासिल नहीं हुई। अरमान कोहली से पहले तो पुलिस ने घर के अंदर जाकर पूछताछ की और इसके कुछ देर बाद उन्हें हिरासत में लेकर घर से बाहर निकाल लिया गया।

अतिप्रसिद्ध तथा प्रख्यात मन्दिर है जिसे श्री मेंहदीपुर बालाजी मन्दिर के नाम से जाना जाता


श्री बालाजी महाराज

राजस्थान के सवाई माधोपुर और जयपुर की सीमा रेखा पर स्थित मेंहदीपुर कस्बे में बालाजी का एक अतिप्रसिद्ध तथा प्रख्यात मन्दिर है जिसे श्री मेंहदीपुर बालाजी मन्दिर के नाम से जाना जाता है । भूत प्रेतादि ऊपरी बाधाओं के निवारणार्थ यहां आने वालों का तांता लगा रहता है। तंत्र मंत्रादि ऊपरी शक्तियों से ग्रसित व्यक्ति भी यहां पर बिना दवा और तंत्र मंत्र के स्वस्थ होकर लौटते हैं । सम्पूर्ण भारत से आने वाले लगभग एक हजार रोगी और उनके स्वजन यहां नित्य ही डेरा डाले रहते हैं ।

बालाजी का मन्दिर मेंहदीपुर नामक स्थान पर दो पहाड़ियों के बीच स्थित है , इसलिए इन्हें घाटे वाले बाबा जी भी कहा जाता है । इस मन्दिर में स्थित बजरंग बली की बालरूप मूर्ति किसी कलाकार ने नहीं बनाई, बल्कि यह स्वयंभू है । यह मूर्ति पहाड़ के अखण्ड भाग के रूप में मन्दिर की पिछली दीवार का कार्य भी करती है । इस मूर्ति को प्रधान मानते हुए बाकी मन्दिर का निर्माण कराया गया है । इस मूर्ति के सीने के बाईं तरफ़ एक अत्यन्त सूक्ष्म छिद्र है, जिससे पवित्र जल की धारा निरंतर बह रही है । यह जल बालाजी के चरणों तले स्थित एक कुण्ड में एकत्रित होता रहता है, जिसे भक्त्जन चरणामृत के रूप में अपने साथ ले जाते हैं । यह मूर्ति लगभग 1000 वर्ष प्राचीन है किन्तु मन्दिर का निर्माण इसी सदी में कराया गया है । मुस्लिम शासनकाल में कुछ बादशाहों ने इस मूर्ति को नष्ट करने की कुचेष्टा की, लेकिन वे असफ़ल रहे । वे इसे जितना खुदवाते गए मूर्ति की जड़ उतनी ही गहरी होती चली गई । थक हार कर उन्हें अपना यह कुप्रयास छोड़ना पड़ा । ब्रिटिश शासन के दौरान सन 1910 में बालाजी ने अपना सैकड़ों वर्ष पुराना चोला स्वतः ही त्याग दिया । भक्तजन इस चोले को लेकर समीपवर्ती मंडावर रेलवेस्टेशन पहुंचे, जहां से उन्हें चोले को गंगा में प्रवाहित करने जाना था । ब्रिटिश स्टेशन मास्टर ने चोले को निःशुल्क ले जाने से रोका और उसका लगेज करने लगा, लेकिन चमत्कारी चोला कभी मन भर ज्यादा हो जाता और कभी दो मन कम हो जाता । असमंजस में पड़े स्टेशन मास्टर को अंततः चोले को बिना लगेज ही जाने देना पड़ा और उसने भी बालाजी के चमत्कार को नमस्कार किया । इसके बाद बालाजी को नया चोला चढाया गया । यज्ञ हवन और ब्राह्मण भोज एवं धर्म ग्रन्थों का पाठ किया गया । एक बार फ़िर से नए चोले से एक नई ज्योति दीप्यमान हुई । यह ज्योति सारे विश्व का अंधकार दूर करने में सक्षम है । बालाजी महाराज के अलावा यहां श्री प्रेतराज सरकार और श्री कोतवाल कप्तान ( भैरव ) की मूर्तियां भी हैं । प्रेतराज सरकार जहां द्ण्डाधिकारी के पद पर आसीन हैं वहीं भैरव जी कोतवाल के पद पर । यहां आने पर ही सामान्यजन को ज्ञात होता है कि भूत प्रेतादि किस प्रकार मनुष्य को कष्ट पहुंचाते हैं और किस तरह सहज ही उन्हें कष्ट बाधाओं से मुक्ति मिल जाती है । दुखी कष्टग्रस्त व्यक्ति को मंदिर पहुंचकर तीनों देवगणों को प्रसाद चढाना पड़ता है । बालाजी को लड्डू प्रेतराज सरकार को चावल और कोतवाल कप्तान (भैरव) को उड़द का प्रसाद चढाया जाता है । इस प्रसाद में से दो लड्डू रोगी को खिलाए जाते हैं और शेष प्रसाद पशु पक्षियों को डाल दिया जाता है । ऐसा कहा जाता है कि पशु पक्षियों के रूप में देवताओं के दूत ही प्रसाद ग्रहण कर रहे होते हैं । प्रसाद हमेशा थाली या दोने में रखकर दिया जाता है । लड्डू खाते ही रोगी व्यक्ति झूमने लगता है और भूत प्रेतादि स्वयं ही उसके शरीर में आकर बड़बड़ाने लगते है । स्वतः ही वह हथकडी और बेड़ियों में जकड़ जाता है । कभी वह अपना सिर धुनता है कभी जमीन पर लोट पोट कर हाहाकार करता है । कभी बालाजी के इशारे पर पेड़ पर उल्टा लटक जाता है । कभी आग जलाकर उसमें कूद जाता है । कभी फ़ांसी या सूली पर लटक जाता है । मार से तंग आकर भूत प्रेतादि स्वतः ही बालाजी के चरणों में आत्मसमर्पण कर देते हैं अन्यथा समाप्त कर दिये जाते हैं । बालाजी उन्हें अपना दूत बना लेते हैं । संकट टल जाने पर बालाजी की ओर से एक दूत मिलता है जोकि रोग मुक्त व्यक्ति को भावी घटनाओं के प्रति सचेत करता रहता है । बालाजी महाराज के मन्दिर में प्रातः और सायं लगभग चार चार घंटे पूजा होती है । पूजा में भजन आरतियों और चालीसों का गायन होता है । इस समय भक्तगण जहां पंक्तिबद्ध हो देवताओं को प्रसाद अर्पित करते हैं वहीं भूत प्रेत से ग्रस्त रोगी चीखते चिल्लाते उलट पलट होते अपना दण्ड भुगतते हैं ।

श्री प्रेतराज सरकार

बालाजी मंदिर में प्रेतराज सरकार दण्डाधिकारी पद पर आसीन हैं। प्रेतराज सरकार के विग्रह पर भी चोला चढ़ाया जाता है। प्रेतराज सरकार को दुष्ट आत्माओं को दण्ड देने वाले देवता के रूप में पूजा जाता है । भक्ति-भाव से उनकी आरती , चालीसा , कीर्तन , भजन आदि किए जाते हैं । बालाजी के सहायक देवता के रूप में ही प्रेतराज सरकार की आराधना की जाती है।
पृथक रूप से उनकी आराधना - उपासना कहीं नहीं की जाती , न ही उनका कहीं कोई मंदिर है। वेद , पुराण , धर्म ग्रन्थ आदि में कहीं भी प्रेतराज सरकार का उल्लेख नहीं मिलता। प्रेतराज श्रद्धा और भावना के देवता हैं।
कुछ लोग बालाजी का नाम सुनते ही चैंक पड़ते हैं। उनका मानना है कि भूत-प्रेतादि बाधाओं से ग्रस्त व्यक्ति को ही वहाँ जाना चाहिए। ऐसा सही नहीं है। कोई भी - जो बालाजी के प्रति भक्ति-भाव रखने वाला है , इन तीनों देवों की आराधना कर सकता है। अनेक भक्त तो देश-विदेश से बालाजी के दरबार में मात्र प्रसाद चढ़ाने नियमित रूप से आते हैं।

किसी ने सच ही कहा है , नास्तिक भी आस्तिक बन जाते हैं , मेंहदीपुर दरबार में ।

प्रेतराज सरकार को पके चावल का भोग लगाया जाता है , किन्तु भक्तजन प्रायः तीनों देवताओं को बूंदी के लड्डुओं का ही भोग लगाते हैं और प्रेम-श्रद्धा से चढ़ा हुआ प्रसाद बाबा सहर्ष स्वीकार भी करते हैं।


कोतवाल कप्तान श्री भैरव देव

कोतवाल कप्तान श्री भैरव देव भगवान शिव के अवतार हैं और उनकी ही तरह भक्तों की थोड़ी सी पूजा-अर्चना से ही प्रसन्न भी हो जाते हैं । भैरव महाराज चतुर्भुजी हैं। उनके हाथों में त्रिशूल , डमरू , खप्पर तथा प्रजापति ब्रह्मा का पाँचवाँ कटा शीश रहता है । वे कमर में बाघाम्बर नहीं , लाल वस्त्र धारण करते हैं। वे भस्म लपेटते हैं । उनकी मूर्तियों पर चमेली के सुगंध युक्त तिल के तेल में सिन्दूर घोलकर चोला चढ़ाया जाता है ।
शास्त्र और लोककथाओं में भैरव देव के अनेक रूपों का वर्णन है , जिनमें एक दर्जन रूप प्रामाणिक हैं । श्री बाल भैरव और श्री बटुक भैरव, भैरव देव के बाल रूप हैं। भक्तजन प्रायः भैरव देव के इन्हीं रूपों की आराधना करते हैं । भैरव देव बालाजी महाराज की सेना के कोतवाल हैं। इन्हें कोतवाल कप्तान भी कहा जाता है। बालाजी मन्दिर में आपके भजन , कीर्तन , आरती और चालीसा श्रद्धा से गाए जाते हैं । प्रसाद के रूप में आपको उड़द की दाल के वड़े और खीर का भोग लगाया जाता है। किन्तु भक्तजन बूंदी के लड्डू भी चढ़ा दिया करते हैं ।
सामान्य साधक भी बालाजी की सेवा-उपासना कर भूत-प्रेतादि उतारने में समर्थ हो जाते हैं। इस कार्य में बालाजी उसकी सहायता करते हैं। वे अपने उपासक को एक दूत देते हैं , जो नित्य प्रति उसके साथ रहता है।
कलियुग में बालाजी ही एकमात्र ऐसे देवता हैं , जो अपने भक्त को सहज ही अष्टसिद्धि , नवनिधि तदुपरान्त मोक्ष प्रदान कर सकते हैं ।

सोमवार, 16 दिसंबर 2013

सरहद के जवान मलेरिया कि चपेट में

सरहद के जवान मलेरिया कि चपेट में 

बाड़मेर देश की सीमाओ पर तैनात जवान हर वक्त सीमा की सुरक्षा के लिए तैनात रहते है। लेकिन इन दिनो इन जवानो को मलेरिया ने जकड़ रखा है। सर्दी के मौसम मे मलेरिया का होना अपने आप मे आश्चर्य की बात लगती है। लेकिन बाड़मेर के राजकीय चिकित्सालय मे इन दिनो आधा दर्जन बीएसएफ के जवान मलेरिया व उल्टी दस्त के शिकार है। और वहां हॉस्पीटल मे भर्ती हो रहे है चिकित्सालय मे भर्ती इन जवानो का मानना है की वह पहले बीएसएफ के हॉस्पीटल मे भर्ती रहे। लेकिन लगातार बुखार नही टूटने के कारण उन्हे यहां रैफर किया है। और उन्हे डैंगू बुखार होने की आंशका है। वही चिकित्सालय के प्रभारी अधिकारी हेमंत सिंहल के अनुसार 6 जवान एक साथ भर्ती हुए है। लेकिन उनके कुछ को मलेरिया है बाकी जांच की जा रही है। बाद मे इस बात का खुलासा होगा की क्या डेंगू है या नही।


शहीदो की शहादत को आज नमन किया

 शहीदो की शहादत को आज नमन किया 

भारत पाक युद्ध मे देश की रक्षार्थ प्राणो को न्यौछावर करने वाले शहीदो की शहादत को आज नमन किया गया। गौरव सैनिक सेवा परिषद बाड़मेर व नगर परिषद बाड़मेर के संयुक्त तत्वावधान मे आज स्थानीय शहीद स्मारक चौराहे पर विजय दिवस समारोह आयोजित हुआ। समारोह मे बैंड की धून पर आर्मी,एयरफोर्स,बीएसएफ व राजस्थान पुलिस के जवानो की और से गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इस मौके पर सेना प्रशासन के जनप्रतिनिधि व आमजन शहीदो के परिवार वालो ने शहीदो को श्रद्धाजलि अर्पित की। इसके बाद शहीदो के परिवारो का सम्मान किया गया। समारोह मे बाड़मेर जिला कलेक्टर भानू प्रकाश एटूरू नगर परिषद सभापति उषा जैन,जिला प्रमुख मदनकौर,शिव पूर्व विधायक जालमसिंह रावलौत एयर कंमाडर एयरफोर्स उत्तरलाई वीके शर्मा,कंमाडिंग ऑफिसर जसाई अमन कुमार गौरव सैनिक सेवा परिषद बाड़मेर के अध्यक्ष कैप्टन हीरसिंह भाटी कंमाडिंग ऑफिसर बीएसएफ 99 वीं बटालियन समेत कई अधिकारी व जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।


राज वेस्ट प्लांट में बोलेरो पलटी 12 घायल ,सुरक्षा नियम ताक पर

राज वेस्ट प्लांट में बोलेरो पलटी 12 घायल ,सुरक्षा नियम ताक पर
 

बाड़मेर जिले में निजी कम्पनियो में सुरक्षा नियमो को ताक पर रखकर
चंद रूपए बचाने के चककर में किस तरह अपने कर्मचारियो जान के साथ खिलवाड़
किया जा रहा है जिसके चलते आज भादरेश पॉवर प्लांट से लैबर व चोकीदारो को
लेकर बाड़मेर की तरफ आ रही बोलेरो गाड़ी पलटने से एक दर्जन लोग घायल हो
गये। इस गाड़ी में क्षमता से अधिक लोग सवार होने के कारन यह हादसा हुआ
घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामीण थाना पुलिस मौके पर पहुंची और घायलो को
तुरन्त राजकीय चिकित्सालय लाया गया जहां डॉक्टरो ने इलाज शुरु किया। वही
दो लोगो की हालत गंभीर होने पर उन्हे जोधपुर रैफर कर दिया। पुलिस के
अनुसार भादरेश पॉवर प्लांट से चोकीदार व लैबर एक बोलेरो मे सवार होकर
बाड़मेर की तरफ आ रहे थे अचानक बोलेरो पलटने से एक दर्जन लोग घायल हो गये
जिन्हे तुरन्त राजकीय चिकित्सालय लाये जहां पर दो लोगो की हालत गंभीर
होने के कारण जोधपुर रैफर कर दिया गया है। बाकी घायलो को प्राथमिक उपचार
के बाद छुट्टी दे दी गई है और बोलेरो ड्राईवर के खिलाफ मामला दर्ज कर
जांच की जायेगी।