रिफाइनरी : सरकार मौन, किसान आमने-सामने
रामसर में भरी हुंकार, किसानों ने धरना दिया
बाड़मेररिफाइनरी का मुद्दा दिन ब दिन गरमाता जा रहा है। रिफाइनरी बचाओ संघर्ष समिति के आह्वान पर शनिवार को रामसर उपखंड मुख्यालय पर धरना दिया गया। लीलाला में ही रिफाइनरी लगाने की मांग को लेकर किसानों ने विरोध प्रदर्शन किया। प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन एसडीएम रामसर को सौंपकर रिफाइनरी लीलाला में स्थापित करने की मांग रखी। सभा में वक्ताओं ने चेताया कि पचपदरा में किसी भी कीमत पर रिफाइनरी नहीं लगने देंगे।
जाट महासभा के अध्यक्ष कैलाश बेनीवाल ने कहा कि लीलाला में रिफाइनरी स्थापित करने के लिए सरकार ने एक बार भी किसानों से वार्ता नहीं की। बिना किसी आधार के रिफाइनरी पचपदरा में शिफ्ट करने की कवायद शुरू की। हम किसी भी कीमत पर पचपदरा में रिफाइनरी नहीं लगने देंगे। शिव के पूर्व विधायक डॉ. जालमसिंह रावलोत ने कहा कि रिफाइनरी हमारा हक है। लीलाला में रिफाइनरी स्थापित करने के लिए संघर्ष को तैयार है।
भाजपा नेत्री मृदुरेखा चौधरी ने कहा कि जब कपूरड़ी, जालीपा में लिग्नाइट के लिए जबरदस्ती जमीन अवाप्त की जा सकती है तो लीलाला में तो नब्बे फीसदी किसान जमीन देने को तैयार हैं। भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य एडवोकेट स्वरूपसिंह राठौड़ ने कहा कि जनता ने कांग्रेस की कड़ी से कड़ी जोड़ी। अब कांग्रेस के प्रतिनिधि ही रिफाइनरी के मुद्दे पर मौन हंै। किसानों व जिले के हित के बारे में कुछ बोल ही नहीं रहे हैं। यह तो आमजन के साथ कुठाराघात है। मजदूर नेता लक्ष्मण वडेरा ने कहा कि जान दे सकते हंै मगर रिफाइनरी पचपदरा नहीं जाने देंगे। पूर्व विधायक हरिसिंह सोढ़ा ने कहा कि सब लोग एकजुट होकर संघर्ष करेंगे तो रिफाइनरी लीलाला में ही स्थापित होगी। इस मौके पर श्यामसिंह रामसर, सरपंच प्रहलादराम, रविन्द्र पोटलिया, बी.डी. तातेड़ ने भी विचार रखे। सभा स्थल पर आसूराम सियाग, भलाराम सरपंच, मालाराम सेंवर, धर्मेन्द्र पूनिया, किशनाराम पूनिया, हुसैन, हेमराज मेवाल, पारसमल सेठिया समेत बड़ी तादाद में किसान मौजूद थे।
रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया: रिफाइनरी बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष चेतनराम सारण ने शनिवार सुबह सिणधरी चौराहे से रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह रथ सांय साढ़े चार बजे रामसर पहुंचा। यह रथ गांव गांव में रिफाइनरी के लिए होने वाली सभा का संदेश देगा। 12 अगस्त को चौहटन पहुंचेगा।
पचपदरा में शिलान्यास को लेकर सीएम से मिलेगा प्रतिनिधि मंडल
बालोतरा पचपदरा में रिफाइनरी के शिलान्यास में अवरुद्ध बने बायतु विधायक कर्नल सोना राम को समझाइश संदेश देने के लिए गिड़ा तहसील के कुंपलिया गांव में बैठक का आयोजन जाट समाज के पंच भीखाराम मांजू की अध्यक्षता में हुआ। बैठक में कई प्रस्ताव पारित किए गए। पचपदरा रिफाइनरी स्थापना संघर्ष समिति के अध्यक्ष दौलतराम प्रजापत ने बताया कि बैठक में लीलाला के किसानों के साथ दमनात्मक कार्रवाई नहीं हो, इसको लेकर चर्चा हुई।
वहीं मौजीज लोगों ने कहा कि एचपीसीएल की ओर से सभी की सहमति से रिफाइनरी पचपदरा स्थित सरकारी जमीन पर स्थापित होने की पूर्ण स्वीकृति के बाद कर्नल बायतु विधानसभा क्षेत्र में शिलान्यास में अवरुद्ध पैदा नहीं करें। बैठक में इतने बड़े उपक्रम में देरी नहीं कराने का प्रस्ताव पारित किया गया। वक्ताओं ने कहा कि जिले को जो लाभ मिलना है, वो लाभ सभी को साजियाली स्थापना पर भी लीलाला जैसा मिलेगा। उन्होंने कहा कि जब छह माह तक लीलाला सहमति नहीं दे रहा था, तब कर्नल कहा थे, अब सरकार अपनी जमीन पर स्थापना स्वीकृति दे चुकी है तो जनता को भ्रमित करने के सिवाय क्या कर रहे हैं, इस राजनैतिक चाल को हर साधारण व्यक्ति समझ रहा है।
मौजीज लोगों ने चेताया कि महापंचायत बुलाकर राजनीति नहीं करें, विपक्ष के साथ मिलकर इतनी बड़ी सौगात में देरी का खामियाजा बड़ा होगा। बैठक में यह प्रस्ताव लिए गए, जिस पर सभी ने सहमति जाहिर की। बैठक में साजियाली सरपंच बाबूलाल, ओम भाटिया, लक्ष्मण राम गोदारा, गोकल हीरा की ढाणी, खेताराम खोखसर, सता राम, रणधीर सिंह कुंपलिया, नखतसिंह कालेवा, अणदाराम पूनिया, लक्ष्मण राम चौधरी, हीरा राम रतेऊ, देदाराम गिड़ा, आदूराम मेघवाल सहित कई जने मौजूद थे। बैठक में निर्णय हुआ कि उपस्थित सदस्य पचपदरा में रिफाइनरी का शिलान्यास जल्द कराने को लेकर मुख्यमंत्री से मिलेंगे।