जम्मू सरकार ने किश्तवाड़ को राजनीतिक नेताओं की पहुंच से दूर कर दिया है. इतना ही नहीं कश्मीर सरकार ने अब जम्मू-कश्मीर के स्थानीय चैनलों, इंटरनेट और मोबाइल सेवाओं को ब्लॉक कर दिया है. इस बीच घाटी के कई शहरों में कर्फ्यू भी लगा दिया गया है.
उधर किश्तवाड़ में सम्प्रदायिक हिंसा से प्रभावित इलाकों का दौरा करने जा रहे बीजेपी नेता अरूण जेटली को जम्मू हवाई अड्डे पर रोक दिया गया. इससे पहले महबूबा मुफ्ती को भी किश्तवाड़ जाने से रोका गया है.
बीजेपी नेता अरुण जेटली को जम्मू एयरपोर्ट पर रोके जाने पर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया है कि जेटली को इस तरह से रोका जाना अलोकतांत्रिक है. उधर बीजेपी के राज्यसभा सांसद अविनाश राय खन्ना को भी पुलिस ने उस समय रोक दिया जब वे आज सुबह कठुआ में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे. जम्मू कश्मीर बीजेपी अध्यक्ष जुगल किशोर के नेतृत्व में जेटली की आगवानी करने आए दल ने उन्हें रोके जाने के खिलाफ जम्मू हवाई अड्डे पर विरोध प्रदर्शन किया.
वहीं, पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने दावा किया कि उन्हें श्रीनगर से उनके घर से उस समय निकलने से रोक दिया गया जब वे जम्मू क्षेत्र के हिंसा प्रभावित जिले का दौरा करना चाहती थी. उन्होंने कहा, ‘विपक्ष के नेता के तौर पर लोगों के प्रति मेरी कुछ जिम्मेदारी है. हम किश्तवाड़ में जारी तनाव को शांत करने के लिए वहां का दौरा करना चाहते थे. हमारी पार्टी एक जिम्मेदार पार्टी है.’
उधर सरकार जम्मू-कश्मीर सरकार ने अब जम्मू-कश्मीर के स्थानीय चैनलों को ब्लॉक कर दिया है. इतना ही नहीं जम्मू-कश्मीर में इंटरनेट और मोबाइल सेवा पर भी रोक लगा दी गई है. प्रशासन ने रविवार को जम्मू एवं कश्मीर के जम्मू एवं राजौरी कस्बों में सांप्रदायिक हिंसा बढ़ने से रोकने के लिए अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया है और सेना तैनात कर दी गई है.
राज्य के कठुआ, सांबा, ऊधमपुर, रेयासी और कटरा में कर्फ्यू बढ़ा दिया गया है. शुक्रवार को किश्तवाड़ में हुए दंगों के बाद से यहां लागू अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगातार तीसरे दिन बरकरार है. कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए शनिवार को अधिकारियों ने जम्मू शहर और राजौरी को भी कर्फ्यू क्षेत्र के दायरे में ले लिया. अमरनाथ यात्रा भी फिलहाल स्थगित कर दी गई है.
उधर जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने रविवार को आरोप लगाया कि कुछ राजनीतिक दल किश्तवाड़ में हुई हिंसा के बाद की स्थिति का नाजायज फायदा उठाने की कोशिश कर रहे हैं. उमर ने कहा, 'लोगों से मेरा आग्रह है. कृपया राजनीतिक दलों को अपनी संवेदना और स्थिति का फायदा न उठाने दें, जो मानव हित से ऊपर अपने राजनीतिक हित को रखते हैं.' उमर ने कहा कि जम्मू क्षेत्र के किश्तवाड़ में किसी भी राजनीतिक पार्टी के नेता को घुसने नहीं दिया जाएगा.
गौरतलब है कि किश्तवाड़ में शुक्रवार को ईद के दिन हुए सांप्रदायिक दंगों में उपद्रवियों द्वारा की गई गोलीबारी में 20 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। बाद में राज्य के अन्य हिस्सों में भी आगजनी हुई और तनाव फैल गया.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें