हार्ट अटैक के बाद कैसे करें सेक्स?
दिल का दौरा पड़ने के बाद ज्यादातर मरीजों को यह पूछने में झिझक महसूस होती है कि उन्हें कब और कैसे सेक्स करना चाहिए. लेकिन अब यूरोपियन सोसाइटी ऑफ कार्डियोलॉजी ओर अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन ने डॉक्टर्स की आम सहमति से एक डॉक्यूमेंट तैयार किया है, जिसमें बताया गया है कि किस तरह हार्ट अटैक के बाद स्वस्थ सेक्स लाइफ का मजा लिया जा सकता है.
दरअसल, हार्ट अटैक के बाद कई मरीजों को यह डर सताने लगता है कि सेक्स करने से उन्हें दिल की दूसरी बीमारी भी हो सकती है.
डॉक्टरों के इस डॉक्यूमेंट में हार्ट अटैक के बाद एक्सट्रामैरिटल सेक्स संबंध से दूरी बनाए रखने की सख्त हिदायत दी गई है. इसमें कहा गया है कि आरामदेह कमरे और जाने-पहचाने माहौन में अपने पार्टनर के साथ ही सेक्स करना चाहिए क्योंकि इससे कम तनाव होता है.
हार्ट अटैक, हार्ट ट्रांसप्लांट, स्ट्रोक और दिल की दूसरी बीमारियों से जूझ रहे मरीजों और उनके पार्टनर्स को सेक्स संबंधी सलाह देने वाला यह अपने किस्म का पहला डॉक्यूमेंट है.
इस डॉक्यूमेंट के मुख्य लेखक और अमेरिकी यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर ईलेन स्टेन्के के मुताबिक, 'यह मरीजों को इस तरह की सलाह देने वाला पहला वैज्ञानिक डॉक्यूमेंट है. ज्यादातर दिल के मरीज परेशान और अकसर डरे हुए रहते हैं कि कहीं सेक्स करने से उन्हें दिल की कोई दूसरी बीमारी ना हो जाए. लेकिन वे इस पर बात करने में झिझकते हैं.'
डॉक्यूमेंट में डॉक्टरों ने आम सहमति से सुझाव दिया है कि सेक्स के लिए अच्छा माहौल होना जरूरी है और जिन मरीजों को दिल की बीमारी है उन्हें अनजान माहौल में सेक्स नहीं करना चाहिए.
डॉक्यूमेंट के मुताबिक, 'यह सलाह एक अध्ययन के डेटा पर आधारित है. अध्ययन में पाया गया कि ज्यादातर दिल की बीमारी से जूझ रहे पुरुषों (92.6 फीसदी) की मौत एक्सट्रामैरिटल सेक्स के दौरान हुई. सिर्फ 19 मामले ही ऐसे थे जिनमें मरीज की मौत उसके अपने घर या लॉन्ग टाइम पाटर्नर के घर सेक्स के दौरान हुई.'
डॉक्यूमेंट में कहा गया है, 'ऐसा अनुमान है कि अनजान माहौल में चोरी छिपे सेक्स करने से बीपी और हार्ट रेट बढ़ जाता है और इसका परिणाम आकस्मिक मौत होती है.'
हालांकि डॉक्टरों में सेक्स पोजीशन को लेकर कोई आम सहमति नहीं बन पाई. लेकिन उनका कहना था कि एनल सेक्स कपल्स के लिए आनंददायी हो सकता है.