शनिवार, 6 जुलाई 2013

लम्बे समय से स्थार्इ वारंटी पुलिस की गिरफ्त में,छ और गिरफ्तार


लम्बे समय से स्थार्इ वारंटी पुलिस की गिरफ्त में,छ और गिरफ्तार
स्थार्इ वारंटी आले दर्जे का तार चोर

तार चोर का स्थार्इ वारंटीहिस्ट्रीशीटर गोरधनसिंह का सगा भार्इ है


जैसलमेर जिला पुलिस को तार चोरो के विरूद्ध बडी कामयाबी हाथ लगी जब पुलिस थाना झिझनियाली का स्थार्इ वारंटी डूंगरसिंह पुलिस के हत्थे चढ़ा, जो कि तार चोरी का शातिर चोर है तथा स्थार्इ वारंटीहिस्ट्रीशीटर गोरधनसिंह का सगा भार्इ है। ज्ञात रहे कि पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर पंकज चौधरी द्वारा तार चोरो की कुख्यात गैंग जिसमें गोरधनसिंह एवं उसके साथियों को गिरफतार करने के लिए पुलिस टीमों गठन कर पुलिस टीमों एवं थानाधिकारी झिझनियाली को सख्त निर्देश दिये गये। उक्त निर्देशों की पालना में पुलिस द्वारा लगातार प्रयास किये जा रहे है। दौराने तलाशी दिनांक 04.07.2013 को थानाधिकारी पुलिस थाना झिझनियाली नारायणलाल निपु को जरिये मुखबीर र्इतला मिली की डूंगरसिंह पुत्र र्इश्वरसिंह उम्र 45 साल निवासी म्याजलार जोकि ख्याला मठ के आगे जंगल में दिखार्इ दिया है। जिस पर नारायणलाल निपु थानाधिकारी पुलिस थाना झिझनियाली मय जाब्ता द्वारा ख्याला मठ से आगे जंगल में सूचना अनुसार छानबीन की, तो मुलजिम डूंगरसिंह पुत्र र्इश्वरसिंह उम्र 45 साल निवासी म्याजलार भागते हुए गिरफतार किया गया। स्थार्इ वारंटी आले दर्जे के तार चोर है। इसके विरूद्ध कर्इ चोरी के मुकदमें जिला एवं जिले से बाहर दर्ज है। इसकी गिरफतारी के बाद पुलिस केा अन्य चोरियों के सुराग मिलने में सहायता मिलेगी।गोरधनसिंह को पकड़ने वाले नागरिक, व्यकित एवं अधिकारी या जवान को विशेष रूप से पुरस्कृत किया जायेगा।




06 शातिर केबल तार चोर गिरफतार


जिला पुलिस अधीक्षक जैसलमेर पंकज चौधरी के निर्देशन में जैसलमेर क्षैत्र में चोरी नकबजनी की वारदातों पर अंकुश लगाने व चोरों, नकबजनों की गिरफ्तारी हेतु, जिले के समस्त वृताधिकारियोंथानाधिकारियों को अपने-अपने हल्का क्षेत्र में सघन गश्त एवं नाकाबंदी के निर्देश दिये गये। इसके साथ जिले में स्थापित विंड एनर्जी एवं कम्पनी में पदस्थापित सुरक्षा गार्ड की भी मिटींग लेकर उनको डयूटी पर मुस्तैद रहने की समझार्इश की गर्इ। उक्त निर्देशों की पालना में पुलिस एवं सुजलोन कम्पनी जैसलमेर द्वारा सतर्कतापूर्वक एवं मुस्तैदी से कार्यवाही करते हुए 06 शातिर चोरो को गिरफतार किया गया।


लक्ष्मीनारायण सहायक मैनेजर सिक्युरीटी सुजलोन कंपनी जैसलमेर ने हाजिर थाना होकर लिखित रिपोर्ट पेश की कि दिनांक 05.07.13 शाम के आकल शरहद में कंपनी के टावरों के पास गार्ड द्वारा चैकिंग के दौरान टावर सं0 ए0के0 411 के पास गाड़ी देखने पर गार्डो व सुपरवार्इजर को सुचित कर चैक किया तो गार्ड को देखकर चोर टावर में से निकल कर भाग गये तथा छ: चोरों को गार्ड व गांव वालों ने पकड़ लिया तथा कंपनी के मुख्य सुरक्षा अधिकारियों को सुचित कर 06 शातिर चोर 01. कमलसिंह पुत्र सतीदानसिंह राजपूत निवासी जसुवा पुथा खूहड़ी, 2. नरपतसिंह पुत्र भैरूसिंह राजपूत निवासी गोरेरा पुथा खूहड़ी, ,3. कमलसिंह पुत्र भैरूसिंह राजपूत निवासी गोरेरा पुथा खूहड़ी, 4. जेठुसिंह पुत्र नखतसिंह राजपूत निवासी भींया पुथा खूहड़ी ,5. पपुराम पुत्र तिलोकाराम मेघवाल निवासी हांसुवा पुथा खूहड़ी तथा 6. भैरूसिंह पुत्र आमसिंह राजपूत निवासी मेहरेरी पुथा सांगड़ को पकड़ कर पुलिस को पेश किया। इनके पास से दो सरिये तथा पाने तथा काटी गर्इ केबल मिली है। उक्त मुलजिमान ने कंपनी के लोकेशन नंबर 411 का दरवाजा तोड़कर अंदर घुसकर केबल काटकर चोरी कर ले गये है। पांच आदमी और थे जो गाड़ी लेकर भाग गये। उक्त रिपोर्ट पर पुलिस थाना जैसलमेर में विधुत अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर, पुलिस द्वारा 6 चोरो को गिरफतार किया जाकर मुकदमा की तफतीश शेराराम सउनि मय जाब्ता को सपुर्द की गर्इ। अनुसंधान जारी है।

जैसलमेर पुलिस बेड़े में भारी फेरबदल 07 इन्स्पेक्टर एवं 14 सब इन्स्पेक्टर के स्थानांतरण

जैसलमेर पुलिस बेड़े में भारी फेरबदल 07 इन्स्पेक्टर एवं 14 सब इन्स्पेक्टर के स्थानांतरण

जैसलमेर पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर पंकज चौधरी द्वारा पुलिस में फेरबदल करते हुए, 07 इन्स्पेक्टरों एवं 14 सब इन्स्पेक्टरों के स्थानांतरण किये गये।
ज्ञात रहे कि जिले में रेंज एवं अन्यत्र रेंज से पदस्थापन पर आये निरीक्षक पुलिस एंव उप निरीक्षक पुलिस के जिले में उपसिथत देने के बाद तथा इस जिले से भी अधिकारी अन्यत्र जाने से जिले के काफी थानों के थानाधिकारी के पद खाली थे। उक्त खाली पदों एवं कार्य के मूल्यांकन के बाद आज
पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर पंकज चौधरी द्वारा 07 निरीक्षक पुलिस का स्थानांतरण किया गया जिसमें से हरीश राठौड को थानाधिकारी कोतवाली जैसलमेर, नारायणलाल को थानाधिकारी पुलिस थाना सदर जैसलमेर, रमेश कुमार को थानाधिकारी पुलिस थाना रामगढ, मोहनसिंह को थानाधिकारी पुलिस थाना मोहनगढ, मुकेश चावडा को थानाधिकारी पुलिस थाना सांगड, कैलाशदान को थानाधिकारी पुलिस थाना सम एवं दिनेश कुमार को थानाधिकारी पुलिस थाना पोकरण लगाया गया। इसके साथ-साथ 14 उप निरीक्षकों का भी स्थानांतरण किया जिनमें से जब्बरसिंह को पुलिस थाना कोतवाली, धन्नाराम को पुलिस चौकी अस्पताल जैसलमेर, बुद्धाराम को पुलिस थाना सदर जैसलमेर, नरपतसिंह पुलिस थाना सदर जैसलमेर, अणदाराम को पुलिस थाना झिझनियाली, राजेन्द्रसिंह को पुलिस थाना नाचना, कमलकिशोर को थानाधिकारी पुलिस थाना खुहडी, मोहनलाल को थानाधिकारी पुलिस थाना फलसुण्ड, वीरसिंह को थानाधिकारी पुलिस थाना लाठी, रेवंतसिंह को थानाधिकारी पुलिस थाना रामदेवरा, माणकराम को प्रभारी यातायात शाखा जैसलमेर, प्र्रेमदान को अपराध शाखा, सहीराम को पुलिस थाना पोकरण तथा जीवणाराम को एल0ओ0 पुलिस लार्इन जैसलमेर पदस्थापित किया गया। उक्त समस्त अधिकारियों को अपने-अपने नवपदस्थान पद पर शीघ्रातिशीघ्र उपसिथती देने के आदेश दिये गये। 

बहु ने किया केस,सास-ननद ने की सुसाइड

बहु ने किया केस,सास-ननद ने की सुसाइड
बीकानेर। शहर के व्यास कालोनी थाना क्षेत्र मे शनिवार सुबह अपनी बहु से तंग आकर सास और ननद ने एक ट्रेन के आगे छलांग लगा दी। पुलिस के अनुसार क्षेत्र के पवनपुरी निवासी 54 वर्षीय विधवा किरण पुरी और उसकी बेटी गीतिका (30) तड़के करीब चार बजे घड़सीसर इलाके में पटरियों की तरफ गई और ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली।

इससे किरणपुरी की मौके पर मौत हो गई और गीतिका गंभीर रूप से घायल हो गई। गंभीर रूप से घायल गीतिका को पीबीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया,जहां इलाज के दौरान दोपहर को गीतिका की भी मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक 26 जून को किरणपुरी की पुत्रवधू ने अपने पति,विधवा सास किरणपुरी और ननद गीतिका के खिलाफ दहेज प्रताड़ना का मामला महिला थाने में दर्ज कराया था।

इस पर पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार करके न्यायालय में पेश किया जहां किरणपुरी और गीतिका को जमानत पर रिहा कर दिया गया जबकि उसके बेटे को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। उसके बाद से ही मां बेटी मानसिक रूप से परेशान थी।

दूल्हा 92 का और दुल्हन 22 की

दूल्हा 92 का और दुल्हन 22 की
नई दिल्ली। ऎसी कहावत है कि जोडियां ऊपर वाला ही तय करता है, लेकिन इस शादी को क्या कहेंगे कि एक व्यक्ति ने अपने से 70 साल छोटी युवती से निकाह करके नया ही रिकार्ड बना दिया। निकाह करने वाला व्यक्ति पेशे से किसान है।

इराक के 92 वर्षीय एक किसान ने हाल ही में अपनी उम्र से 70 साल छोटी युवती से ब्याह रचाया है। इस निकाह की खास बात है कि उसके दो किशोर पोतों का निकाह भी दादा के साथ ही हुआ है। इस निकाह कि खास बात यह है कि निकाह करीब 4 घंटे चला। इस दौरान खूब आतिशबाजी की गई और गाने-बाजों के साथ जश्न मनाया गया।

मीडिया खबरों के मुताबिक मुसली मोहम्मद अल-मुजामाय ने गुरूवार को बगदाद के उत्तरी छोर स्थित अपने गांव में 22 वर्षीय मुना मुख्लिफ अल-जुबूरी से निकाह किया है। तीन साल पहले मुजामाय की पहली पत्नी की मृत्यु हो गई थी। पहले निकाह से उनके 16 बच्चे हुए। मुजामाय ने 16-17 के अपने पोतों के साथ इसलिए निकाह किया ताकि उन्हें भी अपनी उम्र कम महसूस हो।

जैसलमेर ख़त्म होती संस्कृति और परम्पराओं से घटे पर्यटक



विश्व पर्यटन दिवस पर विशेष 

जैसलमेर पर्यटन सीजन पर विशेष लेख भाग 1 


आखिर क्यों आये विदेशी पर्यटक .....


ख़त्म होती संस्कृति और परम्पराओं से घटे पर्यटक 
जैसलमेर पश्चिमी राजस्थान का रेगिस्तानी ऐतिहासिक जिला जैसलमेर अपने पर्यटन व्यवसाय से लिए विश्व भर में मशहूर हें .कभी पर्यटकों की रेलम पेल बारहमास रहने लगी थी असि और नब्बे के दशक में इस जिले में प्रयातकों का काफी जोर था .खासकर विदेशी सैलानी थार क्षेत्र की लोक कला ,संस्कृति और ग्रामीण जीवन करीब से देख अभिभूत हो जाते थे .एक साल में करीब पांच से सात लाख देशी विदेशी प्रयातकों का जैसलमेर आना होता था जो अब घटकर तीन लाख तक पहुँच गया .विदेशी सैलानियों का जैसलमेर से मोहभंग सा हो गया .पूर्व में जन्हा विदेशी पर्यटक जैसलमेर जिले को औसत दस दिन देते थे अब पर्यटक एक दो दिन में ही जैसलमेर की सैर कर निकल जाते हें .विदेशी पर्यटकों के जैसलमेर से मोहभंग होने का मुख्य कारन चाहे कोई कुछ बताये मगर वास्तव में जब से जैसलमेर में आधुनिकता ने घर किया तभी से विदेशी पर्यटकों से मूंह मोड़ना आरम्भ कर दिया .


ग्रामीण जीवन शैली में बदलाव

पूर्व में जैसलमेर आने वाला पर्यटक अपना अधिकांस समय ग्रामीण जन जीवन को जानने में लगाते थे .गाँवो का स्वछन्द वातारण ,पानी से भरे तालाब ,अलमस्त जीवन ,ग्रामीण वेशभूषा , रेगिस्तानी धोरे और कच्चे मकान एक गाँव के सुखद वातावरण का अहसास पर्यटकों को करते थे .थार की लोक संस्कृति ,परम्पराओं ,और जीवन शैली से वे खासे प्रभावित होते थे .आज गाँव गाँव नहीं रहे .गाँव शहरों को मात देते नज़र आते हें ,कच्चे झोंपड़ो की जगह पक्के मकान ,घरो में आधुनिकता की साड़ी सुख सुविधाए ,रेफ्रिजेटर ,कूलर एयर कंडीशनर ,घरो के आस पास लगे मोबाइल टावर .जींस पहने ग्रामीण ,शहरी पोशाको में सजी महिलाए ....विदेशी पर्यटक भारत की असली तस्वीर जैसलमेर के गाँवों में तलाशने आते थे जो अब गायब सी हो गयी हें .पर्यटक गांवों में दो दो तीन तीन दिन ग्रामीणों के साथ रह कर उनकी जीवन शैली को अपने कमरों में कैद करते थे .शाम को जंगल से वापस गाँवों की और आने वाली भेड़ बकरियों की एवड उन्हें लुभाती थी ,तो सुहानी रात में रेगिस्तानी धोरो की शीतलता में खो जाता था एक दम शांत वातावरण पर्यटकों को लुभाता
था .अब गाँवो में शोर गुल के अलावा कुछ बचा नहीं रही सही कसर विंड पवार के टावरों के पूरी कर दी ,जैसलमेर के पर्यटन उद्योग को विंड पोवार ने ख़त्म सा कर दिया .


चिर निंद्रा में पर्यटन विभाग
विदेशी शैलानियों के जैसलमेर से मोह भंग होने के बावजूद पर्यटन विभाग को कोई परवाह नहीं .सालाना करोड़ों रुपयों का कारोबार देने वाले विदेशी पर्यटकों को वापस जैसलमेर की और रुख करने को लेकर कोई योजना नहीं .पर्यटन विभाग के पास जैसलमेर आने जाने वाले देशी विदेशी पर्यटकों के संख्यात्मक आंकड़े तक उपलब्ध नहीं हें .पर्यटन विभाग में कोई फोन अटेंड करने वाला नहीं .पर्यटन विभाग की अनदेखी भी विदेशी शैलानियो के जैसलमेर तक ना आना प्रमुख कारण हें .


जिला प्रशासन लूटने में लगा हें

जैसलमेर आने वाले देशी विदेशी पर्यटकों को सर्वाधिक परेशानी जिला प्रशासन की कार्यवाही से होती . डेजर्ट नेशनल पार्क घूमने के लिए जिला प्रशासन से विशेष अनुमति लेनी होती हें .इसके लिए इतनी कागज़ी कार्यवाही होती हें की पर्यटक आखिर कर इरादा बदल देता हें .जिसको स्वीकृति मिल जाती हें उसे इसके लिए बहूत .सा पैसा दलालों के माध्यम से देना पड़ता हें ,कई स्थान जिले में ऐसे हें जहां जाने के लिए प्रशासनिक स्वीकृति जरुरी होती हें इसके लिए उन्हें भारी रकम चुकानी पड़ती हें .नगर पालिका ,पुलिस थाना ,पार्किंग स्थल ,जैसलमेर विकास समिति ,सहित कैयो को सुविधा शुल्क देने के बाद भी काम नहीं होते ,फिल्म शूटिंग वाले इस लूट के चलते जैसलमेर में शूटिंग करना भी अब पसंद नहीं करते ,


राजस्थानी लोक संस्कृति के अनवरत अनदेखी और पाश्चात्य संस्कृति की नक़ल ने जैसलमेर को विदेशी पर्यटकों से दूर कर रखा हें .

हम लोग जैसलमेर के इतिहास ,संस्कृति और लोक जीवन को जानने समझने और सीखने आते हें ,जैसलमेर में अब पहले वाला माहौल नहीं रहा .जब जैसलमेर जैसा वातावरण मुंबई और दिल्ली में मिल रहा हें तो लोग क्यूँ आये .हम भी यंहा आके निराश हें ,जैसा हमने जैसलमेर के बारे में पढ़ा हमें वैसा कुछ नहीं दिखा .जेम्स हेनरी ..जर्मन पर्यटक


मुंबई में 19 साल की लड़की का मर्डर

मुंबई में 19 साल की लड़की का मर्डर
मुंबई। पश्चिमी उपनगर के जोगेश्वरी लिंक रोड पर शुक्रवार देर रात कुछ अज्ञात लोगों ने एक 19 वर्षीय लड़की की चाकू घोंप कर हत्या कर दी।

पुलिस सूत्रों के अनुसार मृतक पूजा के भाई सचिन राजू गायकवाड ने शिकायत दर्ज कराई है कि उसके बहन की किसी ने शुक्रवार रात नौ बजे चाकू घोंप कर हत्या कर दी।

हत्यारे ने पूजा पर चाकू के कई वार किए हैं और गला रेता हुआ है। शव को पोस्टमार्टम के लिए राजावाडी अस्पताल भेज दिया गया है। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

भाजपा का"रामराग",भड़की यूपी कांग्रेस

भाजपा का"रामराग",भड़की यूपी कांग्रेस
अयोध्या। भाजपा द्वारा शनिवार को "रामराग" छेड़ते ही कांग्रेस भड़क गई। कांग्रेस ने कहा है कि अयोध्या में बाबरी मस्जिद-रामजन्मभूमि का मामला फिलहाल सुप्रीमकोर्ट में विचाराधीन है तथा इस पर यथा स्थिति बनाए रखने के निर्देश है ऎसे में इस पर किसी पार्टी को बयानबाजी नहीं करनी चाहिए।

मालूम हो कि भाजपा के महामंत्री और पार्टी मामलों के प्रदेश प्रभारी अमित शाह ने शनिवार को कहा कि सुशासन के साथ राममन्दिर निर्माण पार्टी की प्राथमिकताओं में शामिल है। विवादित राम जन्मभूमि में प्रतिष्ठापित "रामलला" के दर्शन के बाद शाह ने कहा कि पार्टी की प्राथमिकताओं में सुशासन के साथ ही राम मन्दिर निर्माण शामिल है।

शाह के इस बयान के आते ही उत्तरप्रदेश कांग्रेस ने कहा कि भाजपा फिर से सांप्रदायिकता फैलाने की कोशिशों में जुट गई है। कांग्रेस ने अमित शाह के यूपी आने पर रोक की मांग भी की है।


अमित शाह ने अध्योध्या में रामलला मंदिर दर्शन करते वक्त रामलला से प्रार्थना की कि उनका "रामलला" का भव्य मंदिर जल्दी बने। उन्होंने कहा राममन्दिर क्लोज टू हार्ट है। पार्टी देश में सुशासन के साथ राम मन्दिर निर्माण की ओर आगे बढ़ना चाहती है। रामलला के दर्शन के बाद उन्होंने यहां के प्रसिद्ध हनुमानगढी का भी दर्शन किया। शाह ने "रामलला" के दर्शन कर यह सन्देश देने की कोशिश की है कि पार्टी हिन्दुत्व के एजेण्डे पर अभी पूर्ववत कायम है।

शाह ने कहा कि कांग्रेस से मुक्ति मिले बगैर देश का चौतरफा और संतुलित विकास नहीं होगा। भ्रष्टाचार समाप्त नहीं होगा और सभी के रोजी-रोटी की व्यवस्था नहीं होगी। कांग्रेस ने अपने हितों के लिए देश में साम्प्रदायिक तनाव फैलाने की कई बार कोशिश की। इस मौके पर मौजूद पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डा. लक्ष्मीकांत बाजपेई ने कहा कि राममन्दिर निर्माण के लिए भाजपा की केन्द्र में पूर्ण बहुमत की सरकार आना जरूरी है। पूर्ण बहुमत की सरकार बनते ही मन्दिर निर्माण का मार्ग अपने आप प्रशस्त हो जाएगा।

गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी के खास शाह ने "रामलला" और हनुमानगढी में दर्शन करने के बाद विश्व हिन्दू परिषद मुख्यालय कारसेवकपुरम् में पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में फैजाबाद, देवीपाटन और बस्ती मण्डलों के सांसद-विधायक व अवध क्षेत्र के पदाधिकारी और प्रदेश अध्यक्ष डा. लक्ष्मीकांत बाजपेई शामिल हुए।

भाजपा ने संगठन की दृष्टि से प्रदेश को आठ भागों में विभाजित कर इन तीन मंडलों को अवध क्षेत्र में रखा है। शाह ने इससे पहले गत दो जुलाई को मेरठ में पश्चिम क्षेत्र की बैठक की थी और रविवार को गोरखपुर जाएंगे। पार्टी की बूथ स्तर तक संगठन को मजबूत करने की योजना है। सूत्रों की मानें तो भाजपा लोकसभा में उत्तर प्रदेश की कुल 80 में से कम से कम 45 सीटें जीतना चाहती है।

प्रदेश के प्रदेश सह प्रभारी रामेश्वर चौरसिया काशी क्षेत्र का दूसरे औरसह प्रभारी सतीन्द्र कुशवाहा पांच जुलाई से 12 जुलाई तक बुन्देलखण्ड की जिलेवार बैठक लेंगे। शाह पूरे प्रदेश में क्षेत्रवार बैठक कर कार्यकर्ताओं से सीधे सम्पर्क साधना चाह रहे हैं।

वाह पुलिस! थाने में जूतम पैजार

वाह पुलिस! थाने में जूतम पैजार
जयपुर। राजधानी में बढ़ते अपराध पर अंकुश लगाने में नाकाम साबित हुई पुलिस अब आपस में ही झगड़कर कानून व्यवस्था का मखौल उड़ा रही है। शुक्रवार रात मामूली सी टोका-टोकी पर गांधी नगर थाने में एएसआई और थानाधिकारी में झगड़ा हो गया। नौबत जूतम पैजार तक हो गई। मामले को बढ़ता देख थाने में मौजूद पुलिस वालों ने आला अधिकारियों को भी मौके पर बुला लिया।

शुक्रवार रात को हुए इस घटनाक्रम के बाद दोनों का मेडिकल भी करवाया गया और मामले में एएसआई को निलंबित कर दिया गया हैं। पुलिस कमिश्नर ने भी पूरी घटना की जानकारी मांगी है।

जानकारी के अनुसार गांधी नगर थाने का एएसआई कन्हैयालाल शुक्रवार रात किसी काम से थाने से बाहर गया हुआ था। कुछ समय बाद लौटा तो थानाधिकारी मुकेश चौधरी ने उससे थाने से बाहर जाने का कारण पूछा। बताया जाता है कि थानाधिकारी का टोकना एएसआई को इतना नागवार लगा कि उसने गाली-गलौच शुरू कर दी, इस पर थानाधिकारी भी बिफर गया।

एक घंटे चला हंगामा
थाने में शोर शराबा सुन परिसर स्थित पुलिस क्वार्टर से भी पुलिसकर्मी बाहर निकल आए। बताया जाता है कि एएसआई और थानाधिकारी में काफी देर झगड़ा हुआ, झगड़े में एएसआई ने थानाधिकारी पर जमकर लात-घूंसे चलाए। वहीं थानाधिकारी ने भी जमकर उसकी धुनाई की। इस दौरान दोनों ने एक-दूसरे के कपड़े भी फाड़ दिए। इस दौरान पुलिसकर्मी तमाशबीन बने रहे।

मौके पर पहुंचे आलाधिकारी
झगड़े की सूचना मिलने पर ईस्ट जिले के एडीशनल डीसीपी योगेश दाधीच भी मौके पर पहुंच गए। बताया जाता है एडीसीपी ने झगड़े पर उतारू दोनों पुलिसकर्मियों को अलग-अलग करवाया और दोनों को जमकर लताड़ लगाई।

एडीसीपी ने मामले की रिपोर्ट डलवाते हुए एएसआई और थानेदार का मेडिकल मुआयना भी करवाया। मामले की गंभीरता को देखते हुए डीसीपी ईस्ट श्वेता धनखड़ ने मामले की जांच गांधी नगर सर्किल एसीपी डॉ. तेजपाल को सौंपी है। डीसीपी ने प्रथम दृष्टया दोनों को ही दोष्ाी मानते हुए कार्रवाई की है।

अफीम की मनुहार रंग उदयपुर रै राणा नै



यह अत्यंत आश्चर्य की बात है कि मेवाड़ व मालवा के इलाके, जहाँ अफीम की खेती की जाती है, उससे कही बहुत अधिक, इसका प्रचलन मारवाड़ में जैसलमेर व बाड़मेर के गाँवों में है, जहाँ कभी- कभी कोसों दूरी से पानी लाया जाता है। कहीं- कहीं तो पूरे ग्रामवासी अफीमची है। "डिंगल कोष' में अफीम के कई नाम दिये गये हैं-- नाग-झाग, कसनाग रा, काली, अमल (कुहात), नागफैण, पोस्त (नरक), आकू, कैफ (अखात), अफीण, कालागर, सांवलौ, दाणावत, कालौ आदि। बोलचाल की भाषा में इसे अफीम, अमल, कसूंबो, कहूंबो, कालियो आदि कहा जाता है।

यहाँ के समाज में संत जांभोजी का प्रभाव व्यापक था। उनके संपर्क में आकर राठौड़ों ने मांस तथा मदिरा का सेवन छोड़ दिया। अफीम ने शराब का स्थान ले लिया और धीरे- धीरे इसका महत्व बढ़ता गया। विवाह, सगाई, मरण, मिलन, विछोह, मान- मनुहार, मेलजोल व आपसी समझौते के समय अफीम की मनुहार का यहाँ विशेष महत्व है। अमल के समय विभिन्न इतिहास पुरुषों को स्मरण किया जाता है। इन्हें वे "रंग देना' कहते हैं। इसमें वे ब्रम्हा से लेकर देश के राजा व चौधरी तक को अपने अमूल्य योगदान के लिए रंग देते हैं। इनका एक उदाहरण इस प्रकार दिया जा रहा है --

""रंग उदयपुर रै राणा नै, रंग रुप नगर रै ढ़ाणा नै, रंग मंडोवर री बाड़ी नै, रंग नींबाज रा किंवाड़ा नै, रंग सूरा साकदड़ा नै, रंग कोटड़ा रा घोड़ा नै, रंग तेजा जूंझारा नै, रंग मेड़ता रा अमवारां नै, रंग जसवंत सिघ री हाडी राणी नै, रंग रुपादे मल्लीनाथ री राणी नै, रंग सीता रै सत नै, रंग लिछमण जती नै, रंग ईसरदास नै, रंग जेतमाल दसमा सालगराम नै, रंग जैसल री राणी नै, रंग भीम रा अपांण नै, रंग दीवाण रोहितास नै, रंग सती कागण नै, रंग पाबू रा भाला नै, रंग जायल रा जाट नै, रंग खिंवाड़ा रा चौधरी नै, रंग जेत रा थाल नै, रंग सोनगरा री आण नै, रंग सहजादी री जबान नै, रंग हम्मीरां रा हठ नै, रंग सवाईसिंध रा वट नै, रंग महाराजा ईष्ट नै, रंग ब्रम्हा रा तृष्ट नै।

समाज में एक- दूसरे को अफीम देने की प्रथा विद्यमान रही है। अक्षय तृतीया को सभी ग्रामवासी जागीरदार के दरीखाने में अफीम- सेवन के लिए एकत्रित होते थे। इस सभा को "रेयाण' कहते हैं। जागीरदार स्वयं उस दिन अपने दाहिने हाथ से प्रत्येक ग्रामवासी को अफीम का विशेष घोल सम्मान के साथ पिलाते थे। विशेष सम्मानस्वरुप ग्रामवासी जागीरदार के हाथ को अपने "साफे' को खोलकर उसके पल्लू से हाथ साफ करते थे। अपने हाथ से प्रत्येक व्यक्ति को अफीम की मनुहार करने के बाद, उसे अपना हाथ पीकदानी में धोना पड़ता था और स्वच्छ हाथ से दूसरे ग्रामवासी को अफीम की मनुहार की जाती थी।

यहाँ के गाँवों में रिवाज के अनुसार जमाई आने को सूचना"अमल के हेले' से होती है। ग्रामीण लोग बड़ी संख्या में अफीम की आस में उनके घर मिलने जाते हैं तथा तोले का तोला अफीम खा जाते हैं।

नियमित " मावे' से अमल लेने वालों को तीन बार हथेली भर कर अमल दिया जाता है। इसे तेड़ा कहते हैं। बड़े अफीमचियों को तृप्त करने के लिए हाथ की हथेली की अंगुलियों व अंगूठे को जोड़कर एक छोटी तलाई का रुप दिया जाता है। इस प्रकार की भरपूर हथेली को "खोबा' कहा जाता है। अधिक "खोबे' पीने वाले लोगों की चर्चा रेयाण में विशेष रुप से होती है। जिस अफीमची की मनुहार भारी पड़ रही हो, वह काव्यमयी भाषा में रंग देना प्रारंभ करता है। प्रत्येक रंग के साथ वह अपने अनामिका से हथेली में भरे हुए अफीम से छीटा देने लगता है। रंग देते हुए आधा अफीम छींटे देकर ही कम कर देता है। जितना अफीम आवश्यक लगता है, उतना पी लेता है। लेकिन परंपरानुसार जब तक अफीम समाप्त न हो जाए, हथेली को बिना हिलाए सामने की तरफ रखना पड़ता है।

जब किसी अफीमची को "अमल' ज्यादा लेना होता है, तो वे अपने निकट बैठे किसी सबल अफीमची के मुँह में जबरदस्ती अफीम दे देते थे, जिसके प्रतिक्रिया में वह दुगुनी मात्रा में सुखी अफीम उसके मुँह में डाल देता था, जिसके लिए वह पहले से तैयार रहता था। कुछ अफीमचियों को नशा चढ़ाने के लिए मजाक में ही हाथापाई करनी पड़ती है। कई अफीमची तो रेयाण मे मनुहार करने पर बड़ी मात्रा में अफीम मुँह में डाल लेते थे। फिर कभी बड़ी चालाकी से उसे अमल की हंडिया में संग्रहित कर लेते थे, जिसका बाद में पुनः प्रयोग किया जा सके। रेयाण में, ऐसी मजलिस प्रायः मध्याह्म तक चलती रहती है।

रेयाण की समाप्ति के बाद अफीम की कड़वाहट को दूर करने के लिए मिसली, बताशे जैसे मीठे खाद्य बाँटे जाते हैं। इसे खारभंजणा कहा जाता है। इसका वितरण आर्थिक स्थिति के अनुसार किया जाता है। ज्यादा "खारभंजणा' वितरित करने वालों की इज्जत बढ़ती है। वितरण की जिम्मेदारी गाँव के "नाई' की होती है, जिसके बदले उसे "नेग' मिलती है।

पहले दो समूहों के झगड़े को शांत करने के लिए, पंच लोग अफीम दिलाकर आपस में एक- दूसरे की सुलह कराते थे। ऐसी मान्यता थी कि कैसी भी पुरानी दुश्मनी हो, एक- दूसरे के हाथ से अफीम ले लेने के बाद बैर खत्म हो जाती है। विवाह- सगाई में भी अफीम की मनुहार के बाद ही बात पक्की मानी जाती थी। सगाई- संबंध के गवाह के रुप में ग्रामीणों को अफीम का हेला (न्योता) किया जाता रहा है। मृत्युपरांत शोक- संतप्त परिवार से मिलने आये रिश्तेदारों को भी अफीम की मनुहार की जाती है।

गाँवों में अफीम का प्रयोग कई प्रकार से, दवाओं के रुप में भी किया जाता है, शरीर के किसी अंग में दर्द होने पर अफीम की मालिश की जाती है। किसान अपनी
कमर दर्द कम करने के लिए तो प्रायः इसी घरेलु औषधि का प्रयोग करते हैं। अफीम कब्ज पैदा करने वाला पदार्थ है, अतः दस्त होने पर भी गाँव वाले इसका प्रयोग करते हैं। सर्दी- जुकाम में अफीम को गर्म करके लेने की भी परंपरा रही है। युद्ध के समय मल- मुत्र रोकने के लिए अफीम पी जाती थी।

अफीमचियों से अफीम की लत छुड़वाना, हमेशा से ही एक समस्या रही है। कर्नल टॉड ने भी माना है- राजपूतों का नाश अफीम ने किया। कई लोगों ने इस जहर से मुक्ति की दिशा में प्रयास किये हैं। वि. सं. १९२३ (सन् १८६६ ई.) में लिखित एक ग्रंथ में बाघसिंह का एक गुटका मिला है, जिसमें अमल छोड़ने की दवा का नुस्खा इस प्रकार दिया गया है --

।। षुरणांणी अजमो:।। कुचीला।। मोठ की जडः।। कटील की जड़।।

बॉलीवुड एक्ट्रेस को पति ने पीटा,केस दर्ज

बॉलीवुड एक्ट्रेस को पति ने पीटा,केस दर्ज
मुंबई। पूर्व मिस वर्ल्ड और बॉलीवुड एक्ट्रेस युक्ता मुखी ने अपने पति प्रिंस तुली के खिलाफ घरेलू हिंसा का केस दर्ज करवाया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक मुखी ने अपनी शिकायत में कहा है कि उसका पति अक्सर उसे पीटता है।

अंबोली पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि तुली के खिलाफ आईपीसी की धारा 498 ए(क्रूरता एवं प्रताड़ना) और 377(अप्राकृतिक सेक्स) के तहत केस दर्ज किया गया है। भारतीय मूल के तुली का न्यूयॉर्क में बिजनस है। वह फाइनेंसियल कंसलटेंट के रूप में काम करते हैं। शिकायत के बाद युक्ता मुखी का मेडिकल परीक्षण करवाया गया।

इस मामले में अभी कोई गिरफ्तार नहीं हुई है। इससे पहले भी मुखी कई बार पति के खिलाफ शिकायतें दर्ज करवा चुकी है। इन शिकायतों के बाद पुलिस थाने में तुली के खिलाफ कई गैर संज्ञेय अपराध के मामले दर्ज किए गए थे। गैर संज्ञेय अपराध वह होता है जिसमें कोर्ट की अनुमति या आदेश के बिना पुलिस किसी के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं कर सकती।

साथ ही गिरफ्तारी और जांच भी नहीं कर सकती। दिसंबर 1999 में युक्ता मुखी मिस वर्ल्ड बनी थी। मुखी को लंदन के ओलंपिया थियेटर में मिस वर्ल्ड का ताज पहनाया गया था। उस वक्त मुखी की उम्र 20 साल थी। वह कई बॉलीवुड फिल्मों में भी काम कर चुकी है। तुली के परिवार का सेंट्रल इंडिया में लंबा चौड़ा कारोबार है।

नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म

नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म
बालोतरा। जसोल गांव में एक नाबालिग का अपहरण कर सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज हुआ है। पीडिता के पिता ने बालोतरा थाने में रिपोर्ट पेश कर बताया कि जसोल निवासी माणक, पुखराज व दो अन्य आरोपितों ने बुधवार दोपहर उसकी नाबालिग पुत्री का अपहरण किया और उसे खेत में बने एक झोंपे में बंधक बना लिया। बाद में उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। पुलिस ने पीडिता का मेडिकल मुआयना करवाया। पुलिस उप अधीक्षक अमृत जीनगर ने मौका मुआयना किया। इस मामले में फिलहाल कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।

कांग्रेसी कर रहे जमीनों का गोरखधंधा-राजे

कांग्रेसी कर रहे जमीनों का गोरखधंधा-राजे
उदयपुरवाटी/ खंडेला/खाटूश्यामजी। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वसुन्धरा राजे ने शुक्रवार को सुराज संकल्प यात्रा में पचपदरा में लग रही रिफाइनरी के आस-पास जमीनों के गोरखधंधे का मुद्दा उठाया।

उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रोबर्ट वाड्रा पर जमीनों का धंधा करने का आरोप दोहराते हुए राज्य मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा पर गरीबों की और सरकारी जमीन हड़पने का आरोप लगाया। यात्रा शुक्रवार को नवलगढ़ से खाटूश्यामजी पहुंची। रास्ते में उदयपुरवाटी, खंडेला व खाटूश्यामजी समेत करीब आधा दर्जन जनसभाओं में राजे ने बीकानेर जिले में बीती रात एक नाबालिग बच्ची के साथ बस में हुई दुष्कर्म की घटना पर मुख्यमंत्री से जवाब मांगा। उन्होंने कांग्रेस सरकार को महिलाओं को सुरक्षा देने में पूरी तरह विफल करार दिया।

मंत्री ने खूब बनाई जमीनें
उदयपुरवाटी में मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा का नाम लिए बगैर राजे ने कहा कि आपके मंत्री ने खूब जमीनें इकट्ठी कर ली है। ये जमीन उन्होंने खरीदी नहीं, बल्कि गरीबों और सरकार की हथियाई है। राजे ने जनता का आह्वान किया कि वह ऎसे मंत्रियों की पार्टी को वापस सत्ता में नहीं लाए।

रिफाइनरी की आड़ में...
राजस्थान पत्रिका ने पचपदरा में रिफाइनरी की जगह तय होने से पहले जमीन हथियाने का गोरखधंधा उजागर किया था। इस संदर्भ में राजे ने कहा कि भ्रषचार में राजस्थान देश में पहले नम्बर पर आ गया है। कांग्रेस के लोग जमीनों का धंधा कर रहे हैं। रिफाइनरी की आड़ में भी यह धंधा चल रहा है।

सोनिया गांधी के दामाद वाड्रा को यहां की सरकार ने जैसलमेर, बाड़मेर और बीकानेर में सस्ते दामों में जमीन दिलवाकर महंगे दामों पर बिकवा दी। डार्क जोन क्षेत्र में कुएं खोदने और बिजली के ट्रांसफार्मर बदलने का उदाहरण देते हुए वे बोलीं, "इस सरकार में कोई भी काम बिना रिश्वत नहीं होता।"

रिश्वत में एसडीएम ने मांगी अस्मत!



रिश्वत में एसडीएम ने मांगी अस्मत!
टोंक। एक महिला ने भूमि विवाद का फैसला पक्ष में देने की एवज में अस्मत मांगने का आरोप पीपलू उपखण्ड मजिस्ट्रेट (एसडीएम) पर लगाया है। इस संबंध में पुलिस अधीक्षक एस. परिमाला को सौंपे गए परिवाद पर उन्होंने महिला थाना पुलिस को मामला दर्ज करने के आदेश दिए हैं। महिला की जमीन का मामला उपखण्ड मजिस्ट्रेट के समक्ष विचाराधीन है।

गत दिनों महिला उपखण्ड मजिस्ट्रेट के पास पेशी पर गई थी। उपखण्ड मजिस्ट्रेट ने उस पर एक रात क्वार्टर में आने को कहा। इस पर उसने इनकार कर दिया, लेकिन उपखण्ड मजिस्ट्रेट बार-बार दबाव बनाते रहे। इसके चलते महिला ने अस्मत मांगने का परिवाद पुलिस अधीक्षक को सौंपा।

उधर एसडीएम कन्हैयालाल मीमरोट का कहना है कि मैंने किसी के साथ अभद्र व्यवहार नहीं किया। महिला ने मुझ पर गलत आरोप लगाए हैं।

शुक्रवार, 5 जुलाई 2013

बाड़मेर सरकारी समाचार कचहरी परिसर से



डार्इट कार्य सलाहकार समिति की बैठक
स्तरीय शिक्षा के मूल्यांकन को सतत निरीक्षण के निर्देश

बाडमेर, 5 जुलार्इ। डार्इट कार्य सलाहकार समिति की बैठक शुक्रवार को जिला प्रमुख श्रीमती मदन कौर की अध्यक्षता में उनके कक्ष में सम्पन्न हुर्इ।

इस अवसर पर जिला प्रमुख श्रीमती मदन कौर ने कहा कि विधालयों में सतत एवं व्यापक मूल्यांकन का कार्य अति महत्वपूर्ण है, इसमें गुणवता का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होने कहा कि प्रशिक्षण कार्यक्रमों में गुणात्मक सुधार लाया जाना चाहिए तथा इसी बेस को ध्यान में रखकर कार्ययोजना बनार्इ जाए। उन्होने अधिकारियों को प्रभावी निरीक्षण करने तथा निरीक्षण के दौरान प्रशिक्षण कार्यक्रमों का फीडबैक लेने के निर्देश दिए।

इस अवसर पर डार्इट द्वारा शिक्षा सत्र 2012-13 में विभिन्न प्रभागों द्वारा निष्पादित विभिन्न गतिविधियों की समीक्षा की गर्इ। इस दौरान शिक्षा सत्र 2013-14 में डार्इट द्वारा सम्पादित किये जाने वाले कार्यक्रमों पर संबंंधित अधिकारियों से विस्तृत चर्चा पश्चात कार्यक्रमों का अनुमोदन किया गया।

बैठक में डार्इट प्रधानाचार्य खेताराम चौधरी ने सत्र 2012-13 की प्रगति की विस्तृत जानकारी करार्इ। बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी (मा.) कन्हैयालाल रैगर, अति. जिला शिक्षा अधिकारी (प्रा.) डूगरदास खींची सहित ब्लाक शिक्षा अधिकारी तथा संबंधित अधिकारी उपसिथत थे।

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स्वाधीनता दिवस समारोह 2013
कार्यक्रमों के निर्धारण हेतु बैठक अब 9 को

बाडमेर, 5 जुलार्इ। स्वाधीनता दिवस समारोह 2013 के अवसर पर आयोजित किये जाने वाले विभिन्न कार्यक्रमों के निर्धारण हेतु बैठक का आयोजन अब 9 जुलार्इ को प्रात: 11.00 बजे किया जाएगा।

अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरूण पुरोहित ने बताया कि पूर्व में उक्त बैठक 8 जुलार्इ को निर्धारित की गर्इ थी, जो अब 9 जुलार्इ को आयोजित की जाएगी।

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पंचायत मुख्यालयों पर

रात्रि चौपाल का आयोजन होगा

बाडमेर, 5 जुलार्इ। उपखण्ड अधिकारी बाडमेर श्रीमती विनीता सिंह द्वारा ग्रामीणों की समस्याओंअभियोगों का मौके पर निस्तारण करने के लिए ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर रात्रि चौपाल का आयोजन किया जाएगा।

उपखण्ड अधिकारी बाडमेर श्रीमती सिंह ने बताया कि 10 जुलार्इ को भादरेस, 15 को शिवकर , 18 को महाबार तथा 24 जुलार्इ को मारूडी ग्राम पंचायत मुख्यालय पर रात्रि 6.30 बजे से रात्रि चौपाल का आयोजन किया जाएगा।

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बैठक 11 को
बाडमेर, 5 जुलार्इ। अवैध खनननिगर्मन की रोकथान एवं पर्यावरण सुरक्षा हेतु गठित कमेटी की बैठक 11 जुलार्इ को सायं 5.00 बजे जिला कार्यालय में आयोजित की जाएगी।

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अनुसूचित जाति आयोग अध्यक्ष
मेघवाल आज सेवाली जाएगें

बाडमेर, 5 जुलार्इ। राजस्थान अनुसूचित जाति आयोग अध्यक्ष गोपराम मेघवाल आज सेवाली जाएगें।

निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार राजस्थान अनुसूचित जाति आयोग अध्यक्ष मेघवाल 6 जुलार्इ को समदडी से प्रात: 9.00 बजे प्रस्थान कर प्रात: 10 बजे सेवाली जाएगें तथा सामाजिक कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद सेवाली से भैसवाडा व रेवतडा (जालोर) जाएगें। वे 7 जुलार्इ को सिवाना विधानसभा क्षेत्र में विभिन्न कार्यकमों में शिरकत करेंगे तथा 8 जुलार्इ को समदडी में जन सुनवार्इ करेंगे। वे 9 जुलार्इ को खियासरिया व 10 जुलार्इ को रामदेवरा जाएगें तथा 10 जुलार्इ को दोपहर 12.00 बजे समदडी पहुंचेगे। वे 11 जुलार्इ को खण्डप जाएगें तथा 12 व 13 जुलार्इ को सिवाना व बालोतरा में विभिन्न कार्यक्रमों में शिरकत करने के बाद 14 जुलार्इ को समदडी से प्रात: 98.00 बजे जयपुर के लिए प्रस्थान कर जाएगें।

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एम.पी. स्थानीय क्षेत्र विकास कार्यक्रम

सांसद चौधरी की अनुशंषा

पर साढे नौ लाख की स्वीकृति

बाडमेर, 5 जुलार्इ। सांसद हरीश चौधरी की अनुशंषा पर सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास कार्यक्रम के अन्तर्गत नौ लाख पचास हजार रूपये के 3 कार्यो की प्रशासनिक स्वीकृति जारी की गर्इ है।

मुख्य कार्यकारी अधिकारी एल.आर. गुगरवाल ने बताया कि क्षेत्रीय सांसद चौधरी द्वारा अनुशंषित लोहरवा ग्राम पंचायत में राउप्रावि खरड स्कूल से गोरधन आसू की ढाणी पार्इप लार्इन से पूनमाणी पंचारो ंकी ढाणी तक पार्इप लार्इन हेतु 50 हजार, बांटा ग्राम पंचायत में भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केन्द्र से सहकार भवन बांटा तक सीसी रोड की चौडार्इ बढाने के कार्य हेतु पांच लाख तथा जालीपा ग्राम पंचायत में न्यू वीरमनगर में सुथारों, गोदारों, ओड व सांसियों की ढाणीयों में विधुतीकरण कार्य हेतु चार लाख की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गर्इ है।

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बीस सूत्री समीक्षा बैठक 11 को

बाडमेर, 5 जुलार्इ। बीस सूत्री आर्थिक कार्यक्रम वर्ष 2013-14 के लिये आवंटित लक्ष्यों के विरूद्ध माह जून तक अर्जित उपलबिधयों की समीक्षा हेतु बीस सूत्री कार्यक्रम के सन्दर्भ में गठित जिला द्वितीय स्तरीय मासिक समीक्षा बैठक 11 जुलार्इ को प्रात: 11.00 बजे कलेक्ट्रेट कांफ्रेन्स हाल में आयोजित की जाएगी।

मुख्य कार्यकारी अधिकारी एल. आर. गुगरवाल ने संबंधित अधिकारियों को माह जून तक की प्रगति रिपोर्ट के साथ बैठक में उपसिथत होने के निर्देश दिए है।

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लॉयन्स क्लब,जैसलमेर के सदस्य ९६ वें अर्न्तराष्ट्रीय सम्मेलन हेमबर्ग(जर्मनी)मे पंहुचे


लॉयन्स क्लब,जैसलमेर के सदस्य ९६ वें अर्न्तराष्ट्रीय सम्मेलन हेमबर्ग(जर्मनी)मे पंहुचे
जैसलमेर, लॉयन्स क्लब,जैसलमेर का १५ सदस्य एक दल लॉयन* अर्जुनदास चाण्डक अध्यक्ष(नवनिर्वाचित) के नेतृत्व में ९६ वें अर्न्तराष्ट्रीय सम्मेलन हेमबर्ग(जर्मनी) मे पंहुचा।
अर्न्तराष्ट्रीय लॉयन्स क्लब की हेमबर्ग(जर्मनी)में होने वाले सम्मेलन में भाग लेगे। जॅहा उनका तीन दिवस का प्रवास होगा। उसके पश्चात् दल के सदस्य इटली,वेटीकन,स्विटजरलेंड,फ्र्रांस,ब्रसेल्स,नीदरलेंड,जर्मनी जायेगे। वॅहा के ऐतिहासिक स्थलो का भ्रमण करेगे तथा इन देशो के विभ्भिन लॉयन्स क्लब के सदस्यो का मेल मिलाप होगा। और अपने अपने स्मृति चिन्हो का आदान प्रदान करेगे।
लॉयन जयनारायण भाटिया जोन चेयरमेन,लॉयन अशोक तंवर,लॉयन अशोक नाथ,लॉयन डी.पी.दाधीच,लॉयन मदन सोनी लायचा (सपरिवार)ग्रुप के साथ है।विदेश प्रवास के पश्चात् १८,जुलाई,२०१३ को जैसलमेर आने का कार्यक्र्रम है।*