शनिवार, 6 जुलाई 2013

भाजपा का"रामराग",भड़की यूपी कांग्रेस

भाजपा का"रामराग",भड़की यूपी कांग्रेस
अयोध्या। भाजपा द्वारा शनिवार को "रामराग" छेड़ते ही कांग्रेस भड़क गई। कांग्रेस ने कहा है कि अयोध्या में बाबरी मस्जिद-रामजन्मभूमि का मामला फिलहाल सुप्रीमकोर्ट में विचाराधीन है तथा इस पर यथा स्थिति बनाए रखने के निर्देश है ऎसे में इस पर किसी पार्टी को बयानबाजी नहीं करनी चाहिए।

मालूम हो कि भाजपा के महामंत्री और पार्टी मामलों के प्रदेश प्रभारी अमित शाह ने शनिवार को कहा कि सुशासन के साथ राममन्दिर निर्माण पार्टी की प्राथमिकताओं में शामिल है। विवादित राम जन्मभूमि में प्रतिष्ठापित "रामलला" के दर्शन के बाद शाह ने कहा कि पार्टी की प्राथमिकताओं में सुशासन के साथ ही राम मन्दिर निर्माण शामिल है।

शाह के इस बयान के आते ही उत्तरप्रदेश कांग्रेस ने कहा कि भाजपा फिर से सांप्रदायिकता फैलाने की कोशिशों में जुट गई है। कांग्रेस ने अमित शाह के यूपी आने पर रोक की मांग भी की है।


अमित शाह ने अध्योध्या में रामलला मंदिर दर्शन करते वक्त रामलला से प्रार्थना की कि उनका "रामलला" का भव्य मंदिर जल्दी बने। उन्होंने कहा राममन्दिर क्लोज टू हार्ट है। पार्टी देश में सुशासन के साथ राम मन्दिर निर्माण की ओर आगे बढ़ना चाहती है। रामलला के दर्शन के बाद उन्होंने यहां के प्रसिद्ध हनुमानगढी का भी दर्शन किया। शाह ने "रामलला" के दर्शन कर यह सन्देश देने की कोशिश की है कि पार्टी हिन्दुत्व के एजेण्डे पर अभी पूर्ववत कायम है।

शाह ने कहा कि कांग्रेस से मुक्ति मिले बगैर देश का चौतरफा और संतुलित विकास नहीं होगा। भ्रष्टाचार समाप्त नहीं होगा और सभी के रोजी-रोटी की व्यवस्था नहीं होगी। कांग्रेस ने अपने हितों के लिए देश में साम्प्रदायिक तनाव फैलाने की कई बार कोशिश की। इस मौके पर मौजूद पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डा. लक्ष्मीकांत बाजपेई ने कहा कि राममन्दिर निर्माण के लिए भाजपा की केन्द्र में पूर्ण बहुमत की सरकार आना जरूरी है। पूर्ण बहुमत की सरकार बनते ही मन्दिर निर्माण का मार्ग अपने आप प्रशस्त हो जाएगा।

गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी के खास शाह ने "रामलला" और हनुमानगढी में दर्शन करने के बाद विश्व हिन्दू परिषद मुख्यालय कारसेवकपुरम् में पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में फैजाबाद, देवीपाटन और बस्ती मण्डलों के सांसद-विधायक व अवध क्षेत्र के पदाधिकारी और प्रदेश अध्यक्ष डा. लक्ष्मीकांत बाजपेई शामिल हुए।

भाजपा ने संगठन की दृष्टि से प्रदेश को आठ भागों में विभाजित कर इन तीन मंडलों को अवध क्षेत्र में रखा है। शाह ने इससे पहले गत दो जुलाई को मेरठ में पश्चिम क्षेत्र की बैठक की थी और रविवार को गोरखपुर जाएंगे। पार्टी की बूथ स्तर तक संगठन को मजबूत करने की योजना है। सूत्रों की मानें तो भाजपा लोकसभा में उत्तर प्रदेश की कुल 80 में से कम से कम 45 सीटें जीतना चाहती है।

प्रदेश के प्रदेश सह प्रभारी रामेश्वर चौरसिया काशी क्षेत्र का दूसरे औरसह प्रभारी सतीन्द्र कुशवाहा पांच जुलाई से 12 जुलाई तक बुन्देलखण्ड की जिलेवार बैठक लेंगे। शाह पूरे प्रदेश में क्षेत्रवार बैठक कर कार्यकर्ताओं से सीधे सम्पर्क साधना चाह रहे हैं।

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