शुक्रवार, 5 जुलाई 2013

जनता ने पकड़ा चोर, पुलिस ने चोरी के धंधे में लगा दिया

जनता ने पकड़ा चोर, पुलिस ने चोरी के धंधे में लगा दिया 


बाड़मेर करीब एक महीने पहले एक घर में चोरी कर रहे चोर को जनता ने रंगे हाथों पकड़ लिया। उसको पुलिस को सौंप दिया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार करने की बजाए 20 हजार की मांग कर डाली। युवक ने इतने रुपए होने से इंकार किया तो पुलिस ने कहा कहीं से भी ला और उसे आजाद कर दिया। युवक फिर से चोरी करने में लग गया, लेकिन किस्मत खराब। फिर पकड़ा गया। लोगों ने जब धुनाई की तो उसने पुलिस पर ही आरोप लगा दिया। बोला क्या करूं पुलिस ने ही मुझे इस धंधे में लगा दिया। कहानी यहीं खत्म नहीं हुई। जनता के सामने ही उसने चौकी प्रभारी से फोन पर बात की तो उन्होंने 20 हजार रुपए नहीं लाने पर मुकदमा दर्ज करने की धमकी दी। 

पुलिस की पोल खोलती यह घटना गुरुवार को शहर के विष्णु कॉलोनी में सेंट पॉल स्कूल के पास क्षेत्र में हुई। जनता ने पुलिस अधिकारियों को सूचना देने से पहले  संवाददाता को भी मौके पर बुलवाया, ताकि मामला रफा-दफा नहीं हो सके। इसके बाद भी देर शाम तक ये ही कोशिश होती रही। मामला जब एसपी राहुल बारहट के ध्यान में आया तो उन्होंने तीन पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार एक युवक ने गुरुवार दोपहर को क्षेत्र में जामतसिंह महाबार के घर चोरी का प्रयास किया। मकान में महाबार के भाई रहते हैं। दोपहर में उसके भाई अस्पताल गए हुए थे। इसी का फायदा उठाकर चोर ने मकान का ताला तोड़कर बक्से में रखे चार मोबाइल व दस हजार रुपए चुरा लिए। इस दौरान जामतसिंह व उम्मेदसिंह वहां पहुंच गए और चोर को पकडऩे का प्रयास किया। मगर वह वहां से भाग छूटा। उन्होंने पीछा किया और शाम करीब साढ़े पांच बजे तीन किलोमीटर दूर उसको पकड़ लिया। इसके बाद वे लोग उसको वापस अपने घर ले आए तथा लोगों और पुलिस को फोन किया। इस संबंध में देर रात तक मामला दर्ज नहीं हुआ था।

चोर ने बताया: इसलिए की चोरी

मौके पर आरोपी ने अपना नाम ओमप्रकाश जाट निवासी सरली बताया। उसने बताया कि वह कमठा मजदूरी करता है। करीब एक महीने पहले हनुवंत विद्या मंदिर के पास उसने और उसके ममेरे भाई सुरेश निवासी डंडाली ने एक कमरे का ताला तोड़कर चोरी का प्रयास किया, लेकिन लोगों ने उन्हें पकड़ लिया। इसके बाद उन्हें सिणधरी रोड स्थित रीको पुलिस चौकी के हवाले कर दिया। उसने बताया कि एक युवक ने चार हजार रुपए चुराने का उस पर आरोप लगाया। जिस पर चौकी में तैनात तीन पुलिसकर्मियों ने उस चार हजार रुपए उस युवक को देने तथा उसे छोडऩे की एवज में पांच-पांच हजार रुपए रिश्वत व एक हजार रुपए कागजात के कुल 20 हजार रुपए मांगे। उसे बाद में पैसे पहुंचाने का कहकर छोड़ दिया गया।

जमा हो गई भीड़

चोरी के आरोपी को पकडऩे के बाद मकान के बाहर भीड़ जमा हो गई। इस दौरान आरोपी के साथ मारपीट भी की गई। करीब आठ बजे पुलिस मौके पर पहुंची तथा आरोपी को गिरफ्तार कर ले गई।

पहले भी हो चुकी है चोरी

मोहल्ले के उम्मेदसिंह ने बताया कि करीब डेढ़ महीने पहले उसके मकान में चोरी हो गई। इस पर रीको पुलिस चौकी में रिपोर्ट पेश की गई, लेकिन मुकदमा तक दर्ज नहीं हुआ।

डीएसपी को सौंपी जांच

मामले की सूचना मिलने पर एसपी राहुल बारहट ने डीएसपी नाजिम अली को जांच सौंपी। इस पर डिप्टी सदर थाने पहुंचे तथा चोर और पुलिसकर्मियों को बुलाकर पूछताछ शुरू कर दी।



पुलिस पर लगाए आरोप

आरोपी ओमप्रकाश ने पुलिस पर आरोप लगाया कि चौकी में कार्यरत तीन पुलिसकर्मी उसे पिछले एक महीने से पैसे पहुंचाने के लिए फोन कर रहे थे। उसने पुलिस वालों को अपनी हालत का हवाला देते हुए माफ करने की बात कही, लेकिन उसे मुकदमा दर्ज करने की धमकी दी। इस दबाव में उसने दूसरी घटना को अंजाम दे दिया।

रिपोर्ट एसपी को भेज दी है
॥मामले की सूचना मिलने पर एसआई को मौके पर भेजा था। वहां लोगों से मिले फोटोग्राफ्स और वीडियो में पुलिस कर्मियों की संदिग्ध भूमिका मिलने पर एसपी को रिपोर्ट दे दी है। चोरी के आरोपी के खिलाफ अभी मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है। कार्रवाई चल रही है।
ओमप्रकाश उज्जवल, एसएचओ, सदर थाना, बाड़मेर
तीन पुलिसकर्मी सस्पेंड
॥ डीएसपी को मामले की जांच सौंप दी है। मामले में हेड कांस्टेबल मेवाराम, कांस्टेबल गजे सिंह व पदमाराम को सस्पेंड कर दिया गया है। जांच जारी रहेगी। राहुल बारहट, एसपी, बाड़मेर

गुरुवार, 4 जुलाई 2013

राजस्थान के दो युवाओं सहित सताईस लोग हुए राष्ट्रीय युवा पुरस्कार से सम्‍मानित

pranab mukherjee

राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने पश्चिम बंगाल स्थित संगठन सहित 27 लोगों को राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में 2011-12 के लिये राष्ट्रीय युवा पुरस्कारों से सम्मानित किया.

इस अवसर पर युवा कल्याण एवं खेल मंत्री जितेंद्र सिंह और कई अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे. यह पहला अवसर है जब राष्ट्रपति ने राष्ट्रीय युवा पुरस्कार वितरित किये.

राष्ट्रीय युवा पुरस्कार की स्थापना 1985 में की गयी थी. इसे हर साल युवा विकास और सामाजिक सेवाओं के विभिन्न क्षेत्रों में अमूल्य योगदान देने वाले युवाओं को दिया जाता है. इस पुरस्कार के तहत व्यक्तिगत पुरस्कार विजेताओं को रजत पदक, प्रमाणपत्र और 40 हजार रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाता है जबकि संगठन को दो लाख रुपये का पुरस्कार मिलता है. पुरस्कार विजेताओं का पहले राज्य और फिर राष्ट्रीय स्तर पर चयन किया जाता है.

राष्ट्रीय युवा पुरस्कार विजेताओं की सूची:
1- एम रामुलु (आंध्र प्रदेश)
2- अलुवाला विष्णु (आंध्र प्रदेश)
3- तिलिंग याम (अरूणाचल प्रदेश)
4- प्रदीप राय (विकलांग, दिल्ली)
5- चंचल अग्रवाल (दिल्ली)
6- गिरीश कुमार (दिल्ली)
7- मालिसा जेमिरा सिमोस (गोवा)
8- सुमन (हरियाणा)
9- रूचि कौशिक (हरियाणा)
10- अशोक कुमार (हरियाणा)
11- गुरमीत कौर (हिमाचल प्रदेश)
12- बेसर दास हर्नोत (हिमाचल प्रदेश)
13- किरण कुमार शर्मा (जम्मू कश्मीर)
14- लक्ष्मीनारायण केजगादे (कर्नाटक)
15- बी हुममनथप्पा (कर्नाटक)
16- फैसल वारिस (केरल)
17- तारा उस्मान मुल्ला (महाराष्ट्र)
18- जगदाले शांतनु रामदास (महाराष्ट्र)
19- एस तरूणी देवी (मणिपुर)
20- किटबोकलांग नोंगफलांग (मेघालय)
21- एम तेजेश्वर (ओड़िशा)
22- ध्यानानंदा पांडा (ओड़िशा)
23- खुशमीत कौर बैंस (पंजाब)
24- गुरनाम सिंह सिद्धू (पंजाब)
25- लड्डू लाल जाट (राजस्थान)
26- गुलाब चंद साल्वी (राजस्थान)

संगठन
27- भविष्य एजुकेशनल एंड चैरिटेबल सोसायटी (पश्चिम बंगाल)




 

आखिर मिल गया एड्स का इलाज


आखिर मिल गया एड्स का इलाज
कुआलालंपुर।एचआईवी का इलाज अब तक नामुमकिन माना जा रहा है, लेकिन हाल के कुछ परिणामों ने इसके इलाज को नई दिशा दी है। जी हां! अमरीका के दो एचआईवी पॉजीटिव मरीज अब बिना दवा के जीवन जी रहे हैं, वो भी पूरी तरह स्वस्थ रहकर।


बुधवार को हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता टिमोथी हेर्निक और डेनियल कुरीट्स्टस ने बताया कि अमरीका के दो एचआईवी पीडित मरीज बोन मैरो ट्रांसप्लांट के बाद स्वस्थ प्रतिरोधक ब्लड सेल्स मिलने से अब बिना एंटी रेट्रोवायरल थैरेपी (एचआईवी की दवा) के आराम से जीवन जी रहे हैं। ये कदम इस बीमारी के इलाज की दिशा में किसी चमत्कार से कम नहीं है। भविष्य में ये पद्धति इलाज में कारगर साबित हो सकती है।


ये है माजरा


ये दोनों मरीज लंबे अर्से से एंटी एचआईवी ड्रग ले रहे थे। बाद में इन्हें ब्लड कैंसर हुआ, जिसके निदान के लिए उन्होंने बोन मैरो ट्रांसप्लांट कराया। ट्रांसप्लांट में उन्हें स्वस्थ शरीर के ताकतवर व प्रतिरोधक सेल्स मिले। सेल्स ने मरीज की प्रतिरोधक क्षमता इतनी बढ़ा दी कि वे एचआईवी वायरस की शक्ति क्षीण करते गए। अब ये दोनों ही मरीज बीते 15 और 7 सप्ताह से स्वस्थ्य जीवन जी रहे हैं।


यहां से मिली दिशा


स्वस्थ्य व प्रतिरोधक सेल्स हासिल कर एचआईवी को मात देने की पद्धति 2007 में सबसे पहले अमरीकी नागरिक टिमोथी रे ब्राउन पर आजमाई गई थी। वे एचआईवी के साथ-साथ ल्यूकेमिया (ब्लड कैंसर का एक प्रकार) से पीडित थे। उन्होंने एक ऎसे शख्स से स्टेम सेल्स हासिल किए, जिसके सेल्स की प्रतिरोधक क्षमता लाजवाब थी।

भविष्य में उम्मीद


शोधकर्ता डेनियल कुरीट्स्टस की मानें, तो ये इलाज पद्धति भविष्य में नई दिशा दिखा रही है। ताकतवर ब्लड सेल्स ही एचआईवी को कमजोर करने का हथियार हैं। हालांकि ये कहना जल्दबाजी होगी कि इस पद्धति से एचआईवी पूरी तरह खत्म हो जाएगा, क्योंकि एचआईवी वायरस कमजोर शरीर होते ही सक्रिय होता है।



जैसलमेर पुलिस अधीक्षर का स्थानान्तरण नहीं करने को लेकर जनता मिली कलेक्टर से

जैसलमेर पुलिस अधीक्षर का स्थानान्तरण नहीं करने को लेकर जनता मिली कलेक्टर से

मुख्यमंत्री के नाम भेजा ज्ञापन

जैसलमेर सरहदी जिले जैसलमेर में नियुक्त दबंग पुलिस अधीक्षक इ पंकज चौधरी के स्थानान्तरण की खबर मात्र से आम जनता में सरकार और जन प्रतिनिधियों के प्रति जबरदस्त आक्रोस फेल गया .जनता सडकों पर उतारी भरी तादाद में एकत्रित जनता ने जिला र उन्हें कलेक्टर कार्यालय पहुँच जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंप उनका प्रस्तावित स्थानान्तरण निरस्त करने की मांग की .जनता का कहना था की जैसलमेर में पहली मर्तबा दबंग पुलिस अधीक्षक आया जिनसे अपराधी और समाज कंटक भय खाते हें .उनकपदस्थापित होने के साथ शहर पहली मर्तबा भय मुक्त हुआ .समाज कंटकों और अपराधियों पर अंकुश लगा .विदेशी सेलानियो को लपको के चंगुल से मुक्त किया .आम जन की सीढ़ी सुनवाई के साथ जन प्रतिनिधियों के अनावश्यक दबाव पर अंकुश लगाया .आम जन ने आरोप लगाया की जन प्रतिनिधि ऐसे दबंग और जन हितकर कार्य करने वाले पुलिस अधीक्षक का स्थानान्तरण करना चाहते हें .आम जन ऐसा नहीं होने देगी

नवक्रमोन्नत उच्च माध्यमिक विद्यालयों में राजस्थानी भाषा संकाय शुरू करने की मांग

नवक्रमोन्नत उच्च माध्यमिक विद्यालयों में राजस्थानी भाषा संकाय शुरू करने की मांग

बाड़मेर राज्य सरकार द्वारा हाल ही में क्रमोन्नत किये गए बाड़मेर जिले के लगभग तीन दर्जन उच्च माध्यमिक विद्यालयों में राजस्थानी भाषा का संकाय खोलने की मांग जिला अधिकारी से राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर द्वारा की गई .संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने बताया कि
राज्य सरकार द्वारा हाल ही में बाड़मेर जिले में तीन दर्जन के करीब माध्यमिक विद्यालयों को उच्च माध्यमिक विद्यालय में क्रमोन्नत किया हें ,बाड़मेर जिले के विद्यार्थियों के लिए सुनहरा अवसर हें .सम्बंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापकों को जिले के युवाओं के भविष्य को ध्यान में रखते हुए क्रमोन्नत विद्यालयों में राजस्थानी भाषा के संकाय खोलने की मांग रखनी चाहिए .उन्होंने कहा की राजस्थानी भाषा विषय विद्यालयों में आरम्भ होने से राजस्थानी के अध्यापक भारती के रस्ते खुलेंगे वहीं स्थानीय छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं में लाभ मिलेगा . इस सम्बन्ध में समिति के एक दल ने जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में जाकर रमेश सिंह इन्दा के नेतृत्व में चर्चा की तथा सहयोग माँगा .उन्होंने बताया की समिति के पदाधिकारी जल्द क्र सहयोग मांगेंगे मोन्नत विद्यालयों के प्रधानाध्यापको से व्यक्तिशः मुलाक़ात

बाडमेर में सेना भर्ती रैली 16 से 25 अगस्त तक



बाडमेर में सेना भर्ती रैली 16 से 25 अगस्त तक
बाडमेर, 3 जुलार्इ। बाडमेर में 16 से 25 अगस्त तक तीन जिलों के अभ्यर्थियों की सेना भर्ती रैली आयोजित की जाएगी। भर्ती में बडी संख्या में युवाओं के आगमन के मददे नजर तैयारियों को लेकर जिला कलेक्टर भानु प्रकाष एटूरू की अध्यक्षता में बुधवार को बैठक आयोजित की गर्इ।

इस अवसर पर सेना भर्ती निदेशक कर्नल बी.एन. चेतन ने बताया कि 16 अगस्त को जैसलमेर जिले के युवाओं की भर्ती की जाएगी। इसी तरह 17 को बाडमेर जिले, 18 को जोधपुर जिले की फलोदी तथा शेरगढ तहसील, 19 को ओसिया तथा बिलाडा तहसील, 20 को भोपालगढ तथा पीपाडसिटी तहसील, 21 को लूनी तथा जोधपुर तहसील के युवाओं की भर्ती की जाएगी। 22 से 25 अगस्त तक चयनित उम्मीदवारों की मेडिकल जांच, दस्तावेज सत्यापन तथा अन्य सामान्य कार्य किये जाएगें।

इस दौरान जिला कलेक्टर ने भर्ती के लिये उपयुक्त स्थान का चयन करने के पश्चात वहां आवश्यक जरूरी सुविधाएं मुहैया कराने के लिए संबंधित विभागों को निर्देश दिए। उन्होने भर्ती स्थल पर कानून तथा शांति व्यवस्था के लिए पुलिस जाब्ता तैनात करने, दौड के लिए ट्रेक तैयार करने तथा प्रतिदिन इसकी पानी भिगोकर रोलर चलाने, भर्ती स्थल पर साफ सफार्इ, पेयजल, शौचालय, खाने पीने के स्टाल लगाने के निर्देश दिए। साथ ही भीड नियन्त्रण के लिए बेरिकेटिंग लगाने तथा छाया पानी की भी हिदायत दी।

बैठक में पुलिस अधीक्षक राहुल बारहठ, अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरूण पुरोहित तथा भर्ती से संंबंघित अधिकारी उपसिथत थे।

एस.एम.एस. आधारित वोटर हैल्प लार्इन सुविधा प्रारम्भ



एस.एम.एस. आधारित वोटर हैल्प लार्इन सुविधा प्रारम्भ
एक एस.एम.एस. से मिल सकेगी मतदाताओं को जानकारी

बाडमेर, 3 जुलार्इ। आगामी आम चुनावों के दृषिटगत मतदाताओं को मतदाता सूची में अपने नाम एवं मतदान केन्द्र की जानकारी देने के उदृेश्य से निर्वाचन विभाग द्वारा एस.एम.एस. आधारित वोटर हेल्प लार्इन सुविधा राज्य की समस्त 200 विधानसभा क्षेत्रों में प्रारम्भ कर दी गर्इ है।

उप जिला निर्वाचन अधिकारी अरूण पुरोहित ने बताया कि इस सुविधा के द्वारा मतदाता एक एस.एम.एस. करके अपने नाम एवं मतदान केन्द्र तथा अन्य जानकारी प्राप्त कर सकता है। उन्होने बताया कि इस सुविधा में दो विकल्प उपलब्ध है, प्रथम विकल्प में मतदाता को मतदाता सूची में अपना नाम एवं मतदान केन्द्र की जानकारी प्राप्त करने हेतु टव्ज्म्त्श्र ढसंबंधित मतदाता का पहचान पत्र संख्याझ यथा टव्ज्म्त्श्र ढप्ड।ध्0929711झ टार्इप कर मोबार्इल नम्बर 9251092103 पर ैण्डण्ैण् भेजना होगा। कुछ ही सैकण्डस में मतदाता के मोबार्इल पर संबंधित मतदाता के विधानसभा क्षेत्र का नाम, संबंधित मतदाता का नाम, संबंधित मतदाता की उम्र, संबंधित मतदाता का लिंग, संबंधित मतदाता के संबंधी का नाम, संबंघित मतदाता की भाग संख्या, संबंधित मतदाता का वोटर क्रमांक व संबंधित मतदाता के मतदान केन्द्र की सूचना प्राप्त होगी। इसी प्रकार द्वितीय विकल्प में संबंधित निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण पदाधिकारी ;म्ण्त्ण्व्ण्द्ध एवं बूथ लेवल अधिकारी ;ठण्स्ण्व्ण्द्ध का नाम एवं मोबार्इल नम्बर की जानकारी हेतु मतदाता को टव्ज्म्त्श्र ड ढसंबंधित मतदाता का पहचान पत्र संख्याझ यथा टव्ज्म्त्श्र ड ढप्ड।ध्0929711झ टार्इप कर मोबार्इल नम्बर 9251092103 पर ैण्डण्ैण् भेजना होगा। कुछ ही सैकण्डस में मतदाता के मोबार्इल पर संबंधित निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण पदाधिकारी ;म्त्व्द्ध का नाम, संबंधित निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण पदाधिकारी ;म्त्व्द्ध का मोबार्इल नम्बर तथा संबंधित बूथ लेवल आफिसर ;ठस्व्द्ध का नाम व मोबार्इल नम्बर की सूचना प्राप्त होगी।

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डार्इट कार्य सलाहकार समिति की बैठक 5 को

बाडमेर, 3 जुलार्इ। डार्इट कार्य सलाहकार समिति की बैठक 5 जुलार्इ को दोपहर 2.00 बजे जिला परिषद के सभा कक्ष में आयोजित की जाएगी।

जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्रधानाचार्य ने बताया कि उक्त बैठक में माह अप्रेल, 12 से मार्च 13 तक संस्थान द्वारा सम्पादित कार्यो की समीक्षा, वितीय वर्ष 2013-14 में सम्पादित किये जाने वाले कार्यक्रमों पर चर्चा एवं अनुमोदन के अलावा विभिन्न बिन्दुओं पर चर्चा की जाएगी।

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पचपदरा में प्रस्तावित रिफाइनरी रहने को ठौर नहीं,करोड़ों के मालिक



रहने को ठौर नहीं,करोड़ों के मालिक
जयपुर। मिलिए ओबाराम से...। इनकी दिहाड़ी मजदूर की जिन्दगी और तंगहाली पर मत जाइए,दरअसल ये एचपीसीएल की बाड़मेर जिले के पचपदरा में प्रस्तावित रिफाइनरी के निकट करोड़ों की जमीन के मालिक हैं। ये अलग बात है कि अपनी 140 बीघा जमीन के बारे में न तो ओबाराम कुछ जानते हैं और न ही कभी इस जमीन की खरीद-फरोख्त से हाथ बदलने वाले करोड़ों रूपयों में से एक फूटी कौड़ी भी उनकी जेब में जाएगी।


ये सच्चाई सिर्फ ओबाराम की ही नहीं,पचपदरा उप पंजीयन कार्यालय का रिकॉर्ड बताता है कि 2000 बीघा से ज्यादा जमीन दलित वर्ग के लोगों ने खरीदी। इन कागजी मालिकों को हमने ढूंढा, जब ये "करोड़पति" मिले तो पता चला कि उन्होंने न कभी पचपदरा की जमीन देखी और न उस पर उगने वाली रूपयों की फसल। 

और भी हैं लोग

अजिया, निवासी बागरा, बागुण्डी गांव में 55 बीघा जमीन
सूरजाराम, निवासी राजौद, बागुण्डी एवं खेड़ में 185 बीघा जमीन
पुसाराम, राजौद, नागौर, बागुण्डी में140 बीघा
किसनाराम, राजौद, बागुणडी में 30 बीघा
निमाजी, निवासी सिमरखिया, बाड़मेर पाटौदी एवं नवोड़ा बेरा गांव में 150 बीघा
फूलाराम, निवासी बागरा, कलावा में 30 बीघा
करनाराम, निवासी बागरा, खेड़ में 40 बीघा
ऎलीदेवी, निवासी लोणेरा, पाली, खेड़ गांव में 54 बीघा
बनवारी, निवासी खोरा, अलवर, खेड़ में 30 बीघा
तेजसिंह, निवासी गुलजार बाग, भरतपुर, खेड़ में 40 बीघा
कांतिलाल, निवासी बागरा, खेड़ एवं बागुण्डी में 60 बीघा

ये है जमीनों की कीमत

(दर रूपए प्रति बीघा में)

गांव डीएलसी बाजार कीमत (लाख में)
खेड़,बागुण्डी 1-3 लाख 15-17
कलावा 91 हजार 10-12
साजियाली 25 हजार 7-8
मेवा नगर 4.5 लाख 12-17
नेवाई 80 हजार 15-20



बाबूलाल पुत्र मकना मीणा

गांव :धनला,जिला पाली

हैसियत : गांव में आठ बीघा जमीन। खेती व मजदूरी करते हैं। एक बेटा दिहाड़ी मजदूर, दूसरा सहकारी समिति में अस्थायी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी।

रिफाइनरी के पास जमीन : खेड़ गांव में 54 बीघा।

मनैजर साब न ही पतो

संवाददाता : खेड़ गांव की जमीन खरीदने आया हूं।

बाबूलाल : साब, मैं म्हरा गांव रा मनैजर साब र हाथै पचपदरा ग्यो, बा न ही पतो जमीन कुण
री है।

बाबूलाल पुत्र आसाराम भील

गांव: बागरा, जिला जालौर।

हैसियत: गांव में दो बीघा जमीन। दिहाड़ी मजदूर है। परिवार गांव से बाहर खेत में एक झोंपड़ी में रहता है।

रिफाइनरी के पास जमीन : खेड़ और कलावा गांव में 87 बीघा जमीन।

म्हारै तो नाम री है

संवाददाता : पचपदरा के पास खेड़ और कलावा में आपकी जमीन है, बेचनी है?

बाबूलाल : म्हारै तो नाम री है। साब न ही पूछो।

धुकाराम पुत्र हीरा भील

निवासी: गांव साविदर, भीनमाल, जालौर।

पेशा- गांव के ही लक्ष्मण सिंह राजपुरोेहित के बेरे (खेत) पर मजदूरी।

बापजी म्हारी तो कौनी जमी

संवाददाता : पचपदरा के खेड़ और कलावा में आपकी 78 बीघा जमीन बिकाऊ है?

धुकाराम : (कान पकड़ कर घबराते हुए) बाप जी कसी जमीं? म्हारी तो कौनी जमी।

संवाददाता : पर, कागज तो आपके नाम है।

धुकाराम : मैं गांव से बार± ही कौनी गयो।

ओबाराम पुत्र वदा मेघवाल

गांव : बागरा, जालोर।

पेशा : दिहाड़ी मजदूरी। दोनों बेटे भी मजदूर।

हैसियत : एक टूटा-फूटा कमरा और एक कच्चा झोंपड़ा। गांव में दस बीघा जमीन। खेती केवल बरसाती।

कठे हैं म्हारी जमी

संवाददाता : क्या आपकी 140 बीघा जमीन बेचनी है?

ओबाराम : कठे हैं म्हारी जमी।

संवाददाता : बागुण्डी और खेड़ गांव में है ना।

ओबाराम : साब, म्हारी तो जमी खरीदबा की औकात ही कौनी।

क्यों हो रहा ये खेल

रिफाइनरी के आस-पास काफी जमीन दलितों की है,जो दलित वर्ग के लोग ही खरीद सकते हैं। भूमाफियाओं ने कानून से बचने के लिए ये गली निकाली है। मजदूरी,खेती या ऎसे ही छोटे-मोटे काम करने वाले गरीबों के नाम का इस्तेमाल कर जमीन खरीद ली जाती है।

ये है हकीकत

पंजीयन कार्यालय में जमीन के विक्रेता को आना जरूरी होता है। क्रेता के मौजूद रहने का कोई स्पष्ट नियम नहीं है। इसका फायदा उठाया जाता है। जमीन जिनके नाम पर खरीदी जाती है, उन्हें सौदे का पता ही नहीं होता, सिर्फ हस्ताक्षर, फोटो का इस्तेमाल होता है।

70 साल की उमर में चली गई 50 साल के प्रेमी के साथ



मौलासर (नागौर)। सौतेले बेटे और उनकी बहुओं की प्रताडऩा से परेशान 70 साल की महिला को 50 साल के अपने प्रेमी के घर शरण लेनी पड़ी। मौलासर थाना क्षेत्र के खाखोली गांव में बुगालियों की ढाणी में रहने वाली 70 साल की रतनी देवी 10 दिन पहले लापता हुई।

पुलिस जांच में यह महिला जैसलमेर में प्रेमी अर्जुनराम मेघवाल के घर पर मिली। बुधवार को पुलिस ने रतनी देवी को डीडवाना के उपखंड अधिकारी के समक्ष पेश किया जहां वृद्धा ने अर्जुनराम के साथ जाने की इच्छा जताई। इस पर पुलिस ने वृद्धा को अर्जुनराम को सौंप दिया।

रतनी देवी ने बताया कि उसके पति गोपीराम की 30 वर्ष पहले मृत्यु हो चुकी थी। वह गोपीराम की तीसरी पत्नी है, लेकिन सौतेले बेटों व बहुएं मारपीट करते रहते हैं।

प्राइवेट पार्ट में पेट्रोल-मिर्च डाल ले ली जान, परिजनों का बुरा हाल, मचा कोहराम!

प्राइवेट पार्ट में पेट्रोल-मिर्च डाल ले ली जान, परिजनों का बुरा हाल, मचा कोहराम!


जमुई। पुलिस रिमांड में कैदी मुन्ना सिंह की पिटाई से जख्मी और इलाज के दौरान मौत के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने मंगलवार को शहर भर में जमकर उपद्रव मचाया, पुलिस पर पथराव किया और जमुई-लखीसराय मुख्यमार्ग को दिन भर जाम रखा। साथी कैदी की मौत की खबर सुन कर जेल में भी हंगामा व भूख हड़ताल किया। दो पूर्व थानेदार और एसपी के दो बॉडीगार्ड पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। एसपी के एक बॉडीगार्ड को हिरासत में ले लिया गया है। अन्य फरार पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया है। इस बीच मुख्यमंत्री के निर्देश पर दीपक वर्णवाल को हटा कर जितेन्द्र सिंह राणा को जमुई के नए एसपी बनाए गए हैं। मृतक के परिजनों को जिला प्रशासन ने पांच लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है।

गुमराह युवाओं पर स्मैक का कहर!


गुमराह युवाओं पर स्मैक का कहर!
बाड़मेर। बाड़मेर शहर में करीब चार वर्ष पहले स्मैक के नाम से शायद ही कोई युवा वाकिफ रहा होगा, लेकिन आज दो सौ से अधिक युवा स्मैक की गिरफ्त में आ गए हैं। चार-पांच दोस्तों के बीच मौज मस्ती के मूड में अनजाने से शुरू हुआ स्मैक का सरूर अब सिर चढ़कर बोल रहा है।

शुरूआती दौर में स्मैक की चपेट में आए युवा बर्बादी के उस पार पहुंच गए हैं। आलम यह है कि पूरी तरह से स्मैकची बन चुके इन युवाओं को परिजनों ने भगवान भरोसे छोड़ दिया है। उन्हें इस लत से बाहर लाने के परिजनों के तमाम प्रयास बेकार हो चुके हैं। किशोरावस्था से युवावस्था की दहलीज तक पहुंचने से पहले ही दर्जन भर से अधिक बाड़मेर शहर के युवाओं की एक खेप असमय ही धीरे-धीरे मौत के मुंह में जा रही है। वहीं कई युवा इसी नक्शे कदम पर आगे बढ़ते जा रहे हैं।

बेसुध करने वाला सुरूर
स्मैक का सेवन करने वाले युवा चौबीस घण्टे से भी अधिक समय तक बेसुध हो जाते हैं। स्मैकची सिगरेट से जर्दा निकालकर उसमें स्मैक का चूरा भरते हैं और सिगरेट की तरह पीते हैं अथवा पन्नी के नीचे आंच देकर उसके ऊपर स्मैक रखकर सूंघते हैं। स्मैक का नशा करने के बाद पसर जाते हैं और कई घण्टों बाद होश में आते हंै।

रूपयों का जुगाड़ होते ही नशा
होश में आने के बाद ये स्मैक खरीदने के लिए रूपयों का जुगाड़ करने में जुट जाते हैं। हजार-पंद्रह सौ रूपए का जुगाड़ होते ही स्मैक खरीदते हैं और फिर उसी नशे के आगोश में चले जाते हैं। रूपयो के जुगाड़ के लिए ये नए साथी तलाशते हैं और उन्हें भी अपनी दुनिया में घसीट लेेते हैं। इस तरह इनका दायरा बढ़ता जा रहा है।

अजमेर व जोधपुर से डिलीवरी
स्मैकची युवाओं को अजमेर व जोधपुर से स्मैक की पुडिया की डिलीवरी मिलती है। बाड़मेर व बालोतरा शहर में कुछ तिपहिया टैक्सी वाले स्मैकचियों को डिलीवरी देते हैं। टैक्सी वाले सिर्फ माध्यम है। इनके छुटभैये सरपरस्त बाड़मेर व बालोतरा में ही है, जो अभी तक पुलिस की नजर से साफ-साफ बचे हुए हैं। पुराने स्मैकचियों की सीधी पहुंच अजमेर तक है।

प्रभावी कार्रवाई होगी
बालोतरा में पुलिस ने स्मैक के मामले में कार्रवाई की है। बाड़मेर में भी ऎसा कुछ है तो पुलिस निगरानी रखेगी और प्रभावी कार्यवाही करेगी।
राहुल बारहट, पुलिस अधीक्षक बाड़मेर

केस-1 अक्षय (परिवर्तित नाम) की उम्र महज उनतीस वर्ष है। वह साधन-सम्पन्न परिवार का युवक है। उसके वैवाहिक जीवन को महज छह-सात वर्ष ही हुए हैं। लेकिन स्मैक के कहर ने उसे इस हद तक अपनी गिरफ्त में जकड़ लिया है कि न तो उसे अपने परिवार की प्रतिष्ठा का ख्याल है, न ही दाम्पत्य जीवन की जिम्मेवारी का भान है। उसके लिए स्मैक का सरूर ही जीवन है।

केस-2 कपिल (परिवर्तित नाम) एक सीधा-सादा और पढ़ने वाला लड़का है। उसके माता-पिता सरकारी नौकरी में है। मां-बाप के लाड़ प्यार के चलते उसकी जेब अकसर फूली हुई रहती। दोस्तों के साथ एक बार कुछ ऎसा नशा किया, जिससे वह बेसुध हो गया। दरअसल स्मैकची बन चुके दोस्तों ने उसकी जेब देखकर ही उसे अपनी संगत में लिया। स्मैक की आदत के चलते कपिल अपराध के रास्ते पर भी चला गया।

 

पुलिस बेड़े में व्यापक फेरबदल चार इंसपेक्टर बदले




पुलिस बेड़े में व्यापक फेरबदल चार इंसपेक्टर बदले 


कोतवाल देवाराम को भेजा गुड़ामालानी, अनितारानी महिला थाना एसएचओ, एक-दो दिन में होंगे अन्य ट्रांसफर

 बाड़मेर  चुनावी साल में जिले के पुलिस बेड़े में व्यापक फेरबदल किया गया है। एसपी राहुल मनहरदान बारहट ने नौ पुलिस थानों में नए एसएचओ को लगाया है। ट्रांसफर लिस्ट में चार इंसपेक्टर व 6 सब इंसपेक्टर के नाम शामिल है। अलग-अलग थानों में तैनात 25 कांस्टेबल के भी तबादले किए गए हैं। 

कोतवाल देवाराम चौधरी को गुड़ामालानी भेजा गया है जबकि वहां तैनात गौरव अमरावत को क्राइम ब्रांच में लगाया गया है। कोतवाली में थाना प्रभारी के पद पर किसी को भी नहीं लगाया गया है। पहली बार महिला पुलिस थाना में एसएचओ पद पर महिला अधिकारी एसआई अनिता रानी को तैनात किया गया है। इसके साथ ही अन्य जिलों से स्थानांतरित होकर आए सात पुलिस अधिकारियों को भी पोस्टिंग दे दी गई है। अब भी जिले में कई सब इंसपेक्टरों को पोस्टिंग देनी बाकी है। वहीं एएसआई, हैड कांस्टेबल और कांस्टेबल ट्रांसफर की और भी सूचियां आने की संभावना है।

एसपी ऑफिस से जारी तबादला सूची के अनुसार करीब एक वर्ष से कोतवाली में तैनात इंसपेक्टर देवाराम चौधरी को गुड़ामालानी एसएचओ बनाया गया है। वहीं गुड़ामालानी एसएचओ गौरव अमरावत का क्राइम ब्रांच में अपराध सहायक के पद पर तबादला किया गया है। इंसपेक्टर दशरथसिंह को सेड़वा एसएचओ बनाया बया है। इधर, सदर थानाधिकारी ताराराम बैरवा को इंसपेक्टर से डिप्टी बनाए जाने के बाद यहां जोधपुर से स्थानांतरित होकर आए ओमप्रकाश उज्ज्वल को लगाया गया है।

छह एसआई बदले

इसी तरह, गिराब थाने में तैनात सब इंसपेक्टर देवीचंद को रामसर एसएचओ बनाया गया है। वहीं मनोज मूंढ़ को गिड़ा थानाधिकारी लगाया गया है। जालोर से ट्रांसफर होकर आए अमरसिंह को समदड़ी व अनितारानी को महिला थाना एसएचओ बनाया गया है। सिरोही से बाड़मेर भेजे गए भैरूसिंह को कल्याणपुर और सुभान खां को बींजराड़ थाना प्रभारी बनाया है।





बुधवार, 3 जुलाई 2013

पति को उम्रकैद,ससुर को 3 साल की सजा

पति को उम्रकैद,ससुर को 3 साल की सजा
दौसा। अपर जिला एवं सैशन न्यायाधीश (एडीजे) युधिष्ठर शर्मा ने बुधवार को दहेज हत्या के मामले में आरोपित पति को आजीवन व ससुर को तीन वर्ष के कारावास की सजा सुनाई है। लोक अभियोजक दिनेशकुमार शर्मा ने बताया कि निहालपुरा निवासी रामलाल बैरवा की पुत्री आशा का विवाह 13 फरवरी 2011 को महेश्वरा खुर्द निवासी मदनलाल बैरवा के साथ हुआ था।

शादी के बाद से ही पति, ससुर कन्हैयालाल सहित परिवार के अन्य लोग उसे दहेज के लिए प्रताडित करने लगे। इसके बाद तीन जुलाई को पति ने आशा को खाने में जहर मिलाकर दे दिया। इससे उसकी मौत हो गई। ससुर सहित परिवार के अन्य लोगों ने साक्ष्य मिटाने की नियत से कमरे में मरा हुआ सांप पटक दिया और मौत सर्पदंश से होना बता दिया।

मामले के अनुसार आशा के पिता ने सदर थाने में पति, ससुर सहित सीताराम, राजंती, पार्वती व बरफी देवी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया था। 21 गवाहों के बयानों के बाद एडीजे ने आरोपित पति को आजीवन कारावास व तीन हजार रूपए का जुर्माना तथा ससुर को तीन वर्ष का कारावास व एक हजार रूपए के जुर्माने की सजा सुनाई है। जबकि सीताराम, राजंती, पार्वती व बरफी को बरी कर दि

बाड़मेर में दो नये पुलिस थाने खोलने की अधिसूचना जारी करने को मंजूरी प्रदान की



बाड़मेर में दो नये पुलिस थाने खोलने की अधिसूचना जारी करने को मंजूरी प्रदान की

बाड़मेर राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री की बजट घोषणा में स्वीकृत बाड़मेर जिले के दो नए पुलिस ठाणे खोलने की अधिसूचना जारी कर स्वीकृति प्रदान की हें .राज्य सरकार ने आज आदेश जरी कर बाड़मेर जिले के बाड़मेर ग्रामीण और रागेश्वरी गैस टर्मिनल रावली नादे में नए ठाणे खोलने की सिकृति प्रदान की .


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दूदू में अघोषित कर्फ्यू,घरों में कैद हुए ग्रामीण

दूदू में अघोषित कर्फ्यू,घरों में कैद हुए ग्रामीण
जयपुर/बिचून। खनन कार्य के विरोध में मंगलवार को दूदू के मोर डूंगर में भड़की विरोध की आग दूसरे दिन भी ठंठी नहीं पड़ी है। गांव के चप्पे-चप्पे पर पुलिस की मौजूदगी और कर्फ्यू जैसे हालात में लोग घरों में कैद हो गए है। उगरियावास गांव में स्कूल,बाजार सब बंद हैं और सन्नाटा पसरा पड़ा है। उधर,पुलिस के अनुसार स्थिति नियंत्रण में है और जल्द ही माहौल सामान्य हो जाएगा।

उल्लेखनीय है कि दूदू मंडल के मोर डूंगर में जारी खनन कार्य के विरोध में मंगलवार को ग्रामीण उग्र हो गए थे। करीब 700-800 ग्रामीणों ने खनन कार्य में लगी मशीनों और कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया। पुलिस के वाहनों में भी तोड़फोड़ की थी। समझाइश को मौके पर पहुंचे डीएसपी से भी मारपीट की गई और उनके बचाव में आए गनमैन की रिवॉल्वर से एक छात्र मरलीधर जख्मी हो गया था।


पुलिस टीम को बचाने पहुंचा अतिरिक्त बल

मंगलवार को डीएसपी के साथ मारपीट के दौरान गोली लगने से छात्र के घायल होने के बाद और उग्र हुई भीड़ से डीएसपी,गनमैन और पुलिस के वीडियोग्राफर गजेन्द्र को बचाने पुलिस का अतिरिक्त जाप्ता पहुंचा और उन्हें छुड़ाया। जयपुर ग्रामीण एसपी अशोक नरूका के अनुसार हमले में डीएसपी सहित सात पुलिसकर्मी घायल हो गए। एसएमएस अस्पताल में गनमैन महेन्द्र की हालत गंभीर है।

महिला सहित 8 गिरफ्तार

पुलिस ने भीड़ को उकसाने के मामले में सरपंच नेमीचंद बैरवा,गजानंद कुमावत,प्रेमचंद कुमावत,कान्हाराम बैरवा,हनुमान बैरवा,लक्ष्मणराम कुमावत,कन्हैयालाल कुमावत और संतारी को गिरफ्तार किया है। जबकि पकड़े गए रामप्रसाद जाट की भूमिका की जांच कर रही है।

दो माह से जारी है विवाद

पहाड़ी को खनन कार्य के लिए लीज पर देने का ग्रामीण दो माह से विरोध कर रहे थे। कलक्टर और एसपी के साथ बैठक भी हो चुकी थी। साथ ही खान विभाग ने इस खनन कार्य को सही बताया था,लेकिन ग्रामीणों का आरोप था कि खनन से पहाड़ी पर बने मंदिर को नुकसान पहुंच रहा है। मंगलवार को ग्रामीणों ने आमसभा की और जुलूस के रूप में पहाड़ी पर बने गोरखनाथ मंदिर रवाना हुए। डीएसपी राजपाल सिंह ने समझाने का प्रयास किया,लेकिन वे पहाड़ी के पास लगे गेट को तोड़ अंदर घुस गए। चार पोपलीन मशीन,दो डम्पर व ट्रैक्टर के अलावा थड़ी एवं टैंट में आग लगा दी।