दूदू में अघोषित कर्फ्यू,घरों में कैद हुए ग्रामीण
जयपुर/बिचून। खनन कार्य के विरोध में मंगलवार को दूदू के मोर डूंगर में भड़की विरोध की आग दूसरे दिन भी ठंठी नहीं पड़ी है। गांव के चप्पे-चप्पे पर पुलिस की मौजूदगी और कर्फ्यू जैसे हालात में लोग घरों में कैद हो गए है। उगरियावास गांव में स्कूल,बाजार सब बंद हैं और सन्नाटा पसरा पड़ा है। उधर,पुलिस के अनुसार स्थिति नियंत्रण में है और जल्द ही माहौल सामान्य हो जाएगा।
उल्लेखनीय है कि दूदू मंडल के मोर डूंगर में जारी खनन कार्य के विरोध में मंगलवार को ग्रामीण उग्र हो गए थे। करीब 700-800 ग्रामीणों ने खनन कार्य में लगी मशीनों और कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया। पुलिस के वाहनों में भी तोड़फोड़ की थी। समझाइश को मौके पर पहुंचे डीएसपी से भी मारपीट की गई और उनके बचाव में आए गनमैन की रिवॉल्वर से एक छात्र मरलीधर जख्मी हो गया था।
पुलिस टीम को बचाने पहुंचा अतिरिक्त बल
मंगलवार को डीएसपी के साथ मारपीट के दौरान गोली लगने से छात्र के घायल होने के बाद और उग्र हुई भीड़ से डीएसपी,गनमैन और पुलिस के वीडियोग्राफर गजेन्द्र को बचाने पुलिस का अतिरिक्त जाप्ता पहुंचा और उन्हें छुड़ाया। जयपुर ग्रामीण एसपी अशोक नरूका के अनुसार हमले में डीएसपी सहित सात पुलिसकर्मी घायल हो गए। एसएमएस अस्पताल में गनमैन महेन्द्र की हालत गंभीर है।
महिला सहित 8 गिरफ्तार
पुलिस ने भीड़ को उकसाने के मामले में सरपंच नेमीचंद बैरवा,गजानंद कुमावत,प्रेमचंद कुमावत,कान्हाराम बैरवा,हनुमान बैरवा,लक्ष्मणराम कुमावत,कन्हैयालाल कुमावत और संतारी को गिरफ्तार किया है। जबकि पकड़े गए रामप्रसाद जाट की भूमिका की जांच कर रही है।
दो माह से जारी है विवाद
पहाड़ी को खनन कार्य के लिए लीज पर देने का ग्रामीण दो माह से विरोध कर रहे थे। कलक्टर और एसपी के साथ बैठक भी हो चुकी थी। साथ ही खान विभाग ने इस खनन कार्य को सही बताया था,लेकिन ग्रामीणों का आरोप था कि खनन से पहाड़ी पर बने मंदिर को नुकसान पहुंच रहा है। मंगलवार को ग्रामीणों ने आमसभा की और जुलूस के रूप में पहाड़ी पर बने गोरखनाथ मंदिर रवाना हुए। डीएसपी राजपाल सिंह ने समझाने का प्रयास किया,लेकिन वे पहाड़ी के पास लगे गेट को तोड़ अंदर घुस गए। चार पोपलीन मशीन,दो डम्पर व ट्रैक्टर के अलावा थड़ी एवं टैंट में आग लगा दी।
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