तारबंदी पर "घंटी" की योजना सफल नहीं
बीकानेर। सीमा पर घुसपैठ रोकने के लिए एहतियात के तौर पर तारबंदी के साथ घंटियां बांधने की सुरक्षा बल की योजना सफल नहीं रही है। सरहद पर कुछ जगह घंटियां बांधकर यह प्रयोग किया गया लेकिन, ये घंटियां हवा से या पशु के इनके पास पहुंचने से बज उठती थी। घंटी की आवाज सुनकर सीमा चौकी पर हलचल मच जाती थी। अब इस योजना पर अमल नहीं किया जाएगा। सीमा सुरक्षा बल के आईजी पी.सी.मीना ने बताया कि यह योजना प्रायोगिक तौर पर सफल नहीं रही है। कई तरह की परेशानी सामने आई है।
गरमी से बचाव
उन्होंने बताया कि गरमी के बावजदू बीएसएफ के जवान मुस्तैदी से सीमा की चौकसी कर रहे है। इनकी सुविधा के लिए बीओपी पर पर्याप्त संख्या में डेजर्ट कूलर और वाटर कूलर का इंतजाम किया गया है। दिया गया है। एक अन्य सवाल के उत्तर में बताया की पिछले दिनों खाजूवाला के पास सीमा पार कर पाकिस्तान पहुंची बालिका के मामले में स्थानीय स्तर पर रही कोताही की जांच चल रही है। इस मामले में कमेटी बनाई है और उसकी जांच रिपोर्ट नहीं आई है।
सोमवार, 20 मई 2013
घुसपैठिए से आज होगी पूछताछ
घुसपैठिए से आज होगी पूछताछ
श्रीगंगानगर। भारत-पाक अन्तरराष्ट्रीय सीमा पर बुधवार रात पकड़े गए पाकिस्तानी घुसपैठिये से सोमवार को गहन पूछताछ की जाएगी। रायसिंहनगर पुलिस घुसपैठिये को सुबह करीब दस बजे जिला मुख्यालय पर स्थित संयुक्त पूछताछ केन्द्र लाएगी।
बीएसएफ ने खाटां चौकी पर पाक घुसपैठिए पाकिस्तान के गुजरांवाला जिले की नौसेरां तहसील के छब्बा निवासी शफीक साजिद पुत्र मलिक फकीर हुसैन को दबोचा था और प्रारम्भिक पूछताछ के बाद रायसिंहनगर पुलिस के सुपुर्द कर दिया। खुफिया एजेंसिंयों के अधिकारियों ने बताया कि घुसपैठिए ने गत शुक्रवार को पूछताछ के दौरान विशेष्ा जानकारी नहीं दी थी, ऎसे में अब उससे फिर पूछताछ की जाएगी।
श्रीगंगानगर। भारत-पाक अन्तरराष्ट्रीय सीमा पर बुधवार रात पकड़े गए पाकिस्तानी घुसपैठिये से सोमवार को गहन पूछताछ की जाएगी। रायसिंहनगर पुलिस घुसपैठिये को सुबह करीब दस बजे जिला मुख्यालय पर स्थित संयुक्त पूछताछ केन्द्र लाएगी।
बीएसएफ ने खाटां चौकी पर पाक घुसपैठिए पाकिस्तान के गुजरांवाला जिले की नौसेरां तहसील के छब्बा निवासी शफीक साजिद पुत्र मलिक फकीर हुसैन को दबोचा था और प्रारम्भिक पूछताछ के बाद रायसिंहनगर पुलिस के सुपुर्द कर दिया। खुफिया एजेंसिंयों के अधिकारियों ने बताया कि घुसपैठिए ने गत शुक्रवार को पूछताछ के दौरान विशेष्ा जानकारी नहीं दी थी, ऎसे में अब उससे फिर पूछताछ की जाएगी।
निराश्रित गृह से 47 बालिकाएं गायब
निराश्रित गृह से 47 बालिकाएं गायब
उदयपुर। महिला मंडल परिसर में संचालित निराश्रित बालिका गृह में रविवार को बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) की आकस्मिक जांच में 47 बालिकाएं गायब मिली, जिनको वार्डन ने समिति से अनुमति लिए बगैर छुियों पर उनके रिश्तेदारों के साथ भेज दिया।
जयपुर में मूक-बधिर बालिकाओं के साथ दुष्कर्म का खुलासा होने के बाद राज्य सरकार ने सभी बालिका-गृह में विशेष सतर्कता के आदेश दिए थे। इस आदेश के बाद बाल कल्याण समिति अध्यक्ष मंजू वर्मा के नेतृत्व में सदस्य डा. धर्मेश जैन, बी.एस.सांखला ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा महिला मंडल में संचालित निराश्रित बालिका गृह की जांच की।
वहां पर 51 बालिकाओं में से महज चार बालिकाएं मिली। 47 बालिकाएं गत 1 से 15 मई के बीच अलग-अलग तारीखों में छुियों का आवेदन देकर रिश्तेदारों के साथ चली गई। नियमानुसार सीडब्ल्यूसी की बिना अनुमति से किसी भी बालिका को बाहर जाने की इजाजत नहीं है। इसके बावजूद 47 बालिकाओं के गायब होेने पर समिति ने कठोर निर्णय लेते हुए सभी बालिकाओं को वापस बुलाने तथा बिना उनकी अनुमति के छुट्टी नहीं देने के आदेश दिए।
उदयपुर। महिला मंडल परिसर में संचालित निराश्रित बालिका गृह में रविवार को बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) की आकस्मिक जांच में 47 बालिकाएं गायब मिली, जिनको वार्डन ने समिति से अनुमति लिए बगैर छुियों पर उनके रिश्तेदारों के साथ भेज दिया।
जयपुर में मूक-बधिर बालिकाओं के साथ दुष्कर्म का खुलासा होने के बाद राज्य सरकार ने सभी बालिका-गृह में विशेष सतर्कता के आदेश दिए थे। इस आदेश के बाद बाल कल्याण समिति अध्यक्ष मंजू वर्मा के नेतृत्व में सदस्य डा. धर्मेश जैन, बी.एस.सांखला ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा महिला मंडल में संचालित निराश्रित बालिका गृह की जांच की।
वहां पर 51 बालिकाओं में से महज चार बालिकाएं मिली। 47 बालिकाएं गत 1 से 15 मई के बीच अलग-अलग तारीखों में छुियों का आवेदन देकर रिश्तेदारों के साथ चली गई। नियमानुसार सीडब्ल्यूसी की बिना अनुमति से किसी भी बालिका को बाहर जाने की इजाजत नहीं है। इसके बावजूद 47 बालिकाओं के गायब होेने पर समिति ने कठोर निर्णय लेते हुए सभी बालिकाओं को वापस बुलाने तथा बिना उनकी अनुमति के छुट्टी नहीं देने के आदेश दिए।
आहोर. सजा मल्लीनाथ मंदिर, 23 को होगी प्रतिष्ठा
सजा मल्लीनाथ मंदिर, 23 को होगी प्रतिष्ठा 'दूसरों का हित सोचने वाले की मदद करते हैं भगवान' आलावा गांव की पहाड़ी पर स्थित मल्लीनाथ मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर मंदिर एवं गांव के प्रमुख मार्गों पर तोरण द्वार व रंग-बिरंगी रोशनी से सजाया, महोत्सव की तैयारियां जोरों पर करड़ा संत राजेंद्रानंद महाराज ने कहा कि वाणी पर नियंत्रण रखने वाला व्यक्ति अपने जीवन मेंं कभी पीछे नहीं रहता है। संत ने कहा कि जो व्यक्ति दूसरों के हित के बारे में सोचता है उनकी भगवान हमेशा मदद करते हैं। महाराज रविवार को कोटड़ा गांव मे जंभेश्वर मंदिर में सात दिवसीय जांभाणी हरिकथा व ज्ञान यज्ञ के शुभारंभ के अवसर पर प्रवचन दे रहे थे। उन्होंने कहा कि मनुष्य को दान अवश्य करना चाहिए। दान हमेशा सुपात्र को ही देना चाहिए। दान करने से जीवन सफल होता है साथ ही धन का सदुपयोग होता है। महाराज ने कहा कि मनुष्य को हमेशा परोपकार के कार्य करने चाहिए, जिससे उनका जीवन सफल हो जाता है।कथा के बीच बीच में भगवान जंभेश्वर के जयकारों से माहौल गूंजायमान हो गया। कथा श्रवण करने के लिए कोटड़ा समेत आस पास के गांवों के लोग पहुंच रहे हैं। कथा का वाचन प्रतिदिन दोपहर 12 से शाम 4 बजे तक होता है, कथा का समापन 26 मई को होगा। आहोर आलावा बी गांव की पहाड़ी पर स्थित नवनिर्मित मल्लीनाथ मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर मल्लीनाथ मंदिर विकास कमेटी के तत्वावधान में दो दिवसीय कार्यक्रम 22 मई से साधु-संतों के सानिध्य में आयोजित होंगे। प्राण-प्रतिष्ठा की तैयारियां जारों पर पर चल रही है। महोत्सव को लेकर मंदिर परिसर को आकर्षक रोशनी से सजाया गया है। महोत्सव के तहत 22 मई को सुबह गणपति पूजन के पश्चात गांव के प्रमुख मार्गों से जलयात्रा व शोभा यात्रा निकाली जाएगी। शोभा यात्रा में रथ, हाथी, घोड़े शामिल होंगे। इसी दिन मंदिर परिसर में लघु रुद्र हवन का आयोजन होगा, बुधवार की रात को भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा, जिसमें दिल्ली की प्रसिद्ध मनोज रिया एंड पार्टी एवं सामतीपुरा के वालाराम एंड पार्टी के कलाकारों द्वारा एक से बढ़ एक भजनों की प्रस्तुति दी जाएगी। 23 मई को मल्लीनाथ मंदिर में कलश स्थापना, दिशादेव स्थापना, शिव परिवार स्थापना एवं शिखर कलश व ध्वजा के साथ प्राण प्रतिष्ठा के साथ पूर्णाहुति एवं दोपहर में महाप्रसादी का आयोजन होगा। भजन संध्या कार्यक्रम को लेकर मंदिर परिसर में विशाल पांडाल भी तैयार किया जा रहा है। इनके बोले गए चढ़ावे मल्लीनाथ मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर मंदिर शिखर पर शिखर कलश स्थापना, ध्वजा दंड, शिखर ध्वजा, तोरण वंदन, लघु रुद्र हवन, गणपति स्थापना, मां चंद्रावती के मंदिर शिखर पर कलश, रूपादेवी मंदिर शिखर पर कलश, पार्वती की मूर्ति स्थापना, शिवलिंग स्थापना, कार्तिक स्वामी की मूर्ति स्थापना, रामदेव घोड़ा स्थापना, कुबेरदेव की मूर्ति स्थापना, धर्मराज मूर्ति स्थापना, वरूणदेव मूर्ति स्थापना, मंदिर शिखर पर घोड़ा स्थापना, मल्लीनाथ के केसर, जाजम बिछाने, महाआरती, बाल भोग, देवी देवताओं के पूजा व हार, प्रतिष्ठा में गुलाल वर्षा, तोप धमाके एवं जीव दया न्यौछावर, फले चूंदड़ी के कई चढ़ावों में लाभार्थियों ने भाग लेकर बोलियां लगाई। इन संतों का रहेगा सानिध्य मल्लीनाथ मंदिर में 23 मई को आयोजित होने वाले महोत्सव में लेटा व भैसवाड़ा महंत रणछोड़ भारती महाराज, जालोर स्थित भैरुनाथ अखाड़ा सिरे मंदिर महंत पीर गंगानाथ महाराज, थांवला महंत विष्णुभारती महाराज, गढ़ सिवाणा महंत अभयराम महाराज, जागनाथ महंत गंगाभारती महाराज, धुणिया महंत रघुनाथपुरी महाराज, सुरेश्वर मठ महंत पर्बतगिरी महाराज, कंवला हेमशाही महंत हरिपुरी महाराज, जाणा महंत लेहरगिरी महाराज सहित क्षेत्र सहित आसपास के साधु-संतों के सानिध्य में विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन होगा। |
गिर में देश का सबसे बड़ा मैंगो फेस्टिवल
गिर में देश का सबसे बड़ा मैंगो फेस्टिवल
अहमदाबाद।एशियाई शेरों के शरणगाह माने जाने वाले सिंह के लिए प्रसिद्ध सासण-गिर में फलों के राजा आम का सबसे बड़ा फेस्टिवल आयोजित किया जाएगा। गुजरात पर्यटन निगम लिमिटेड (टीसीजीएल) की ओर से यह फेस्टिवल राज्य के जूनागढ़ जिले में स्थित गिर में 7 जून को आरंभ हो रहा है। टीसीजीएल के अध्यक्ष कमलेश पटेल ने बताया कि यह फेस्टिवल तीन दिनों तक चलेगा। फेस्टिवल का मुख्य आकर्षण आमों की विभिन्न किस्में होंगी।
यह लगातार दूसरी बार है जब इस तरह के मैंगो फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है। पर्यटकों को लुभाने का यह एक अच्छा प्रयास है। इस फेस्टिवल के लिए राज्य के राजकोट, गांधीधाम, सूरत, भुज में रोड शो का भी आयोजन किया गया है। सासण गिर का केसर आम दुनिया भर में प्रसिद्ध है, लेकिन काफी कम लोगों को पता होगा कि राज्य सिर्फ केसर व वलसाडी आम ही नहीं, बल्कि आम की 60 से ज्यादा किस्मों का उत्पादन करता है।
यह फेस्टिवल राज्य के आम उत्पादक किसानों के लिए एक बेहतर मंच साबित होगा। साथ ही इससे ग्रामीण पर्यटन को भी लाभ होगा। आम को रोपे जाने तथा इसे बचाने के उपाय पर भी जानकारी व सुझाव उपलब्ध कराया जाएगा। इसमें आम के उत्पादन करने वाले किसानों, निर्यातकों व डीलरों के साथ सीधी बातचीत हो सकेगी। फेस्टिवल में अचार, चटनी, पाना, जूस, जेली, आम पापड़, मैंगो लस्सी व जाम जैसे आम के उत्पादों का भी प्रदर्शन किया जाएगा। इस फेस्टिवल में आम खाने की स्पर्धा भी होगी। यहां घूमने आने वाले लोगों के लिए मैंगो क्विज व मैंगो स्लोगन प्रतियोगिता भी होगी। ये लोग आमों की विभिन्न किस्मों का स्वाद भी चख सकेंगे। फेस्टिवल के दौरान इस क्षेत्र का परपंरागत सिद्दी धमाल डांस के साथ-साथ अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। किसानों तथा आम लोगों के लिए पुरस्कार की भी व्यवस्था की गई है। आमों की किस्मों के बारे में तीनों दिन तक आम के विशेषज्ञों का लेक्चर होगा। भारत आम का सबसे बड़ा उत्पादक देश है। यहां पर 900 से ज्यादा किस्में उपलब्ध हैं। मैंगो फेस्टिवल दिल्ली, मुंबई, पुणे व हैदराबाद जैसे शहरों में भी आयोजित होता है
अहमदाबाद।एशियाई शेरों के शरणगाह माने जाने वाले सिंह के लिए प्रसिद्ध सासण-गिर में फलों के राजा आम का सबसे बड़ा फेस्टिवल आयोजित किया जाएगा। गुजरात पर्यटन निगम लिमिटेड (टीसीजीएल) की ओर से यह फेस्टिवल राज्य के जूनागढ़ जिले में स्थित गिर में 7 जून को आरंभ हो रहा है। टीसीजीएल के अध्यक्ष कमलेश पटेल ने बताया कि यह फेस्टिवल तीन दिनों तक चलेगा। फेस्टिवल का मुख्य आकर्षण आमों की विभिन्न किस्में होंगी।
यह लगातार दूसरी बार है जब इस तरह के मैंगो फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है। पर्यटकों को लुभाने का यह एक अच्छा प्रयास है। इस फेस्टिवल के लिए राज्य के राजकोट, गांधीधाम, सूरत, भुज में रोड शो का भी आयोजन किया गया है। सासण गिर का केसर आम दुनिया भर में प्रसिद्ध है, लेकिन काफी कम लोगों को पता होगा कि राज्य सिर्फ केसर व वलसाडी आम ही नहीं, बल्कि आम की 60 से ज्यादा किस्मों का उत्पादन करता है।
यह फेस्टिवल राज्य के आम उत्पादक किसानों के लिए एक बेहतर मंच साबित होगा। साथ ही इससे ग्रामीण पर्यटन को भी लाभ होगा। आम को रोपे जाने तथा इसे बचाने के उपाय पर भी जानकारी व सुझाव उपलब्ध कराया जाएगा। इसमें आम के उत्पादन करने वाले किसानों, निर्यातकों व डीलरों के साथ सीधी बातचीत हो सकेगी। फेस्टिवल में अचार, चटनी, पाना, जूस, जेली, आम पापड़, मैंगो लस्सी व जाम जैसे आम के उत्पादों का भी प्रदर्शन किया जाएगा। इस फेस्टिवल में आम खाने की स्पर्धा भी होगी। यहां घूमने आने वाले लोगों के लिए मैंगो क्विज व मैंगो स्लोगन प्रतियोगिता भी होगी। ये लोग आमों की विभिन्न किस्मों का स्वाद भी चख सकेंगे। फेस्टिवल के दौरान इस क्षेत्र का परपंरागत सिद्दी धमाल डांस के साथ-साथ अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। किसानों तथा आम लोगों के लिए पुरस्कार की भी व्यवस्था की गई है। आमों की किस्मों के बारे में तीनों दिन तक आम के विशेषज्ञों का लेक्चर होगा। भारत आम का सबसे बड़ा उत्पादक देश है। यहां पर 900 से ज्यादा किस्में उपलब्ध हैं। मैंगो फेस्टिवल दिल्ली, मुंबई, पुणे व हैदराबाद जैसे शहरों में भी आयोजित होता है
युवती ने बालों से खींची बस
युवती ने बालों से खींची बस
माउंट आबू (सिरोही)। गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड व लिम्का बुक समेत कई रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज करवा चुकी भोपाल निवासी 30 वर्षीय सुश्री रानी रायकबाड़ ने रविवार को ब्रह्माकुमारी संगठन के ज्ञान सरोवर परिसर में सवारियों से भरी बस को बालों से खींचने का करतब दिखाया।
उन्होंने बताया कि बचपन से ही उनके मन में सबसे हटकर कुछ नया कर दिखाने का जज्बा था। इसी बीच उन्होंने बालों से वाहन खींचने वाले एक व्यक्ति का अखबार में फोटो देखा तो उससे प्रेरणा मिली। तबसे निरंतर अभ्यास करते हुए यह शौक जुनून में बदल गया।
ऎसे दर्ज हुआ गिनीज बुक में नाम
ऎरोप्लेन, पानी का जहाज, रेल इंजन समेत दर्जनों भारी वाहन खींचकर अपनी अदभुत क्षमता का जौहर दिखाने में कामयाब होकर जापान के 200 किलो से भी अधिक वजनी जिंगजांग का रिकॉर्ड तोड़ा। इस पर गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करवाया।
माउंट आबू (सिरोही)। गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड व लिम्का बुक समेत कई रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज करवा चुकी भोपाल निवासी 30 वर्षीय सुश्री रानी रायकबाड़ ने रविवार को ब्रह्माकुमारी संगठन के ज्ञान सरोवर परिसर में सवारियों से भरी बस को बालों से खींचने का करतब दिखाया।
उन्होंने बताया कि बचपन से ही उनके मन में सबसे हटकर कुछ नया कर दिखाने का जज्बा था। इसी बीच उन्होंने बालों से वाहन खींचने वाले एक व्यक्ति का अखबार में फोटो देखा तो उससे प्रेरणा मिली। तबसे निरंतर अभ्यास करते हुए यह शौक जुनून में बदल गया।
ऎसे दर्ज हुआ गिनीज बुक में नाम
ऎरोप्लेन, पानी का जहाज, रेल इंजन समेत दर्जनों भारी वाहन खींचकर अपनी अदभुत क्षमता का जौहर दिखाने में कामयाब होकर जापान के 200 किलो से भी अधिक वजनी जिंगजांग का रिकॉर्ड तोड़ा। इस पर गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करवाया।
पाली न्यूज़ बॉक्स ....आज की खबरें
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प्रताडित विवाहिता फंदे पर झूली
çख्ंावाड़ा। थाना क्षेत्र के सुमेर गांव में एक महिला ने दहेज की मांग से प्रताडित होकर अपने पीहर में फांसी का फन्दा लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने बताया कि सुमेर निवासी बाबूलाल देवासी ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसकी पुत्री रकू देवी की शादी राजपुरा गांव नथाराम के साथ हुई थी। लेकिन, दहेज की मांग को लेकर ससुराल वाले उसे तंग करते रहते थे। इस कारण रकूदेवी पीहर सुमेर गांव में ही रहती थी। उसने अपने पिता के घर पर रस्सी से फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है।
शराब ठेके पास मिला युवक का शव
देसूरी। कस्बे के राटेलाव चौराहा स्थित शराब के ठेके के पीछे एक युवक का शव मिला है। पुलिस ने शव को स्थानीय अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। मृतक एक निजी बस का चालक था। देसूरी थाना प्रभारी लाभूराम विश्नोई ने बताया कि एक युवक को बेसुध पड़ा देखकर लोगों ने उसे पानी पिलाने की कोशिश की तो पता चला कि उसकी मौत हो चुकी है।
उसकी शिनाख्त राजसमंद जिले के सरदारगढ़ निवासी मोहनसिंह पुत्र भानसिंह रावणा राजपूत के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि लोगों ने बताया कि युवक दो दिन से यहां शराब पी रहा था और तेज गर्मी में यहीं पड़ा था।
तीन बच्चों संग विवाहिता लापता
तखतगढ़। कस्बे के फालना मार्ग निवासी एक विवाहिता अपने तीन बच्चों सहित बिना बताए पीहर से लापता हो गई। 25 दिन तक तलाशी की। लेकिन, कहीं पर भी पता नहीं चला। रविवार को पुलिस में गुमशुुदगी दर्ज हुई है।
प्रताडित विवाहिता फंदे पर झूली
çख्ंावाड़ा। थाना क्षेत्र के सुमेर गांव में एक महिला ने दहेज की मांग से प्रताडित होकर अपने पीहर में फांसी का फन्दा लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने बताया कि सुमेर निवासी बाबूलाल देवासी ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसकी पुत्री रकू देवी की शादी राजपुरा गांव नथाराम के साथ हुई थी। लेकिन, दहेज की मांग को लेकर ससुराल वाले उसे तंग करते रहते थे। इस कारण रकूदेवी पीहर सुमेर गांव में ही रहती थी। उसने अपने पिता के घर पर रस्सी से फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है।
शराब ठेके पास मिला युवक का शव
देसूरी। कस्बे के राटेलाव चौराहा स्थित शराब के ठेके के पीछे एक युवक का शव मिला है। पुलिस ने शव को स्थानीय अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। मृतक एक निजी बस का चालक था। देसूरी थाना प्रभारी लाभूराम विश्नोई ने बताया कि एक युवक को बेसुध पड़ा देखकर लोगों ने उसे पानी पिलाने की कोशिश की तो पता चला कि उसकी मौत हो चुकी है।
उसकी शिनाख्त राजसमंद जिले के सरदारगढ़ निवासी मोहनसिंह पुत्र भानसिंह रावणा राजपूत के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि लोगों ने बताया कि युवक दो दिन से यहां शराब पी रहा था और तेज गर्मी में यहीं पड़ा था।
तीन बच्चों संग विवाहिता लापता
तखतगढ़। कस्बे के फालना मार्ग निवासी एक विवाहिता अपने तीन बच्चों सहित बिना बताए पीहर से लापता हो गई। 25 दिन तक तलाशी की। लेकिन, कहीं पर भी पता नहीं चला। रविवार को पुलिस में गुमशुुदगी दर्ज हुई है।
टिकटों की दलाली पकड़ी
टिकटों की दलाली पकड़ी
छोटी खाटू। जोधपुर के सीनियर डीसीएम आर.पी. मीणा ने रविवार को छोटीखाटू रेलवे स्टेशन का औचक निरीक्षण किया। रेलवे टिकटों के लिए हो रही दलाली की शिकायत के चलते यहां पहुंचे सीनियर डीसीएम मीणा ने टिकट विण्डो पर रखे आवेदनों को देखा। जिसमें एक ही व्यक्ति की लिखावट मिली।
दलालों को मीणा के आगमन की सूचना मिलते ही मौके से भाग छूटे। मीणा ने बताया कि दलाली करने पर श्रवणलाल नाई के खिलाफ जीआरपी में मुकदमा दर्ज करवाया है। मीणा ने बताया कि वरिष्ठ बुकिंग बाबू श्रवणराम बेन्दा के खिलाफ भी सबूत मिले हैं। इसलिए बेंदा को छोटी खाटू से हटाकर बासनी, जोधपुर लगाने के लिए आदेश दिए गए हैं। अन्य रेलवे कर्मचारियों की मिलीभगत की आशंका के चलते आगे जांच की जा रही है। सीनियर डीसीएम मीणा ने आरोप लगाया कि स्थानीय पुलिस ने सहयोग नहीं किया।
सक्रिय है दलालों की टीम
मौके पर मौजूद यात्रियों ने बताया कि कस्बा निवासी श्रवणलाल पुत्र मनोहरलाल नाई ने लड़काें की टीम बना रखी है, जो यहां दलाली का काम करते हैं। यात्रियों से टिकट के बदले अधिक रूपए लेते हैं। बुकिंग बाबू बाबूखान के फ ोन पर भी दलाल श्रवणलाल नाई के कॉल मिले हैं। दलालों ने कस्बे में रहने वाले कैलाश माली के साथ भी टिकट को लेकर मारपीट की।
वरना पकड़ते रंगे हाथों
सीनियर डीसीएम मीणा ने बताया कि यहां आने की सूचना पहले ही पहुंच गई। बुकिंग बाबू बाबूखान ने पूछताछ में बताया कि डेगाना सीएमआई बृजेश कुमार ने उसे सूचना दी। डेगाना सीएमआई को समदड़ी सीएमआई विरेन्द्र चावड़ा ने तथा चावड़ा को जोधपुर में कार्यरत मुख्य पार्सल सुपरवाइजर सुभाष मीणा ने सूचना दी। इससे सारी योजना चौपट हो गई। वरना दलालों को रगें हाथों पकड़ते।
पिलाई लताड़
रेलवे स्टेशन पर अव्यवस्थाओं और गंदगी को देखकर मीणा भड़क गए। उन्होंने ट्रेफिक खलासी रसूलखां को भी लताड़ पिलाई। रेलवे ऑफिस व प्लेटफ ार्म की सफाई सुचारू करने के निर्देश दिए।
छोटी खाटू। जोधपुर के सीनियर डीसीएम आर.पी. मीणा ने रविवार को छोटीखाटू रेलवे स्टेशन का औचक निरीक्षण किया। रेलवे टिकटों के लिए हो रही दलाली की शिकायत के चलते यहां पहुंचे सीनियर डीसीएम मीणा ने टिकट विण्डो पर रखे आवेदनों को देखा। जिसमें एक ही व्यक्ति की लिखावट मिली।
दलालों को मीणा के आगमन की सूचना मिलते ही मौके से भाग छूटे। मीणा ने बताया कि दलाली करने पर श्रवणलाल नाई के खिलाफ जीआरपी में मुकदमा दर्ज करवाया है। मीणा ने बताया कि वरिष्ठ बुकिंग बाबू श्रवणराम बेन्दा के खिलाफ भी सबूत मिले हैं। इसलिए बेंदा को छोटी खाटू से हटाकर बासनी, जोधपुर लगाने के लिए आदेश दिए गए हैं। अन्य रेलवे कर्मचारियों की मिलीभगत की आशंका के चलते आगे जांच की जा रही है। सीनियर डीसीएम मीणा ने आरोप लगाया कि स्थानीय पुलिस ने सहयोग नहीं किया।
सक्रिय है दलालों की टीम
मौके पर मौजूद यात्रियों ने बताया कि कस्बा निवासी श्रवणलाल पुत्र मनोहरलाल नाई ने लड़काें की टीम बना रखी है, जो यहां दलाली का काम करते हैं। यात्रियों से टिकट के बदले अधिक रूपए लेते हैं। बुकिंग बाबू बाबूखान के फ ोन पर भी दलाल श्रवणलाल नाई के कॉल मिले हैं। दलालों ने कस्बे में रहने वाले कैलाश माली के साथ भी टिकट को लेकर मारपीट की।
वरना पकड़ते रंगे हाथों
सीनियर डीसीएम मीणा ने बताया कि यहां आने की सूचना पहले ही पहुंच गई। बुकिंग बाबू बाबूखान ने पूछताछ में बताया कि डेगाना सीएमआई बृजेश कुमार ने उसे सूचना दी। डेगाना सीएमआई को समदड़ी सीएमआई विरेन्द्र चावड़ा ने तथा चावड़ा को जोधपुर में कार्यरत मुख्य पार्सल सुपरवाइजर सुभाष मीणा ने सूचना दी। इससे सारी योजना चौपट हो गई। वरना दलालों को रगें हाथों पकड़ते।
पिलाई लताड़
रेलवे स्टेशन पर अव्यवस्थाओं और गंदगी को देखकर मीणा भड़क गए। उन्होंने ट्रेफिक खलासी रसूलखां को भी लताड़ पिलाई। रेलवे ऑफिस व प्लेटफ ार्म की सफाई सुचारू करने के निर्देश दिए।
एक साथ उठी पांच अर्थियां
एक साथ उठी पांच अर्थियां
डीडवाना। निकटवर्ती ग्राम बेगसर में रविवार को मातम छाया रहा। कल शाम तक जहां शादी के मंगल गीत गूंज रहे थे, अब हाहाकार मचा हुआ था। गमजदा माहौल में सुबह जब एक साथ पांच अर्थियां उठी तो माहौल और गमगीन हो गया। परिवार की महिलाएं रो-रो कर बेसुध हो गई। गांव में चूल्हे तक नहीं जले। सीकर जिले के मूडवाड़ा ग्राम के पास शनिवार दोपहर मिनी बस व इनोवा कार में हुई भिड़ंत बेगसर गांव के कई घरों को दर्द दे गई।
मच गया कोहराम
रविवार को सुबह 7 बजे गांव के पांच युवकों के शव जब गांव पहुुंचे तो कोहराम मच गया। मृतकों के शव अलग-अलग वाहनों में उनके घर पहुंचाए गए। जैसे ही शव पहुंचे, घर की महिलाएं बेसुध हो गई। यह मंजर देखकर हर किसी का दिल पसीज गया। लोगों ने उन्हें ढाढस बंधाया। सुबह 7.30 बजे सभी मृतकों की अंतिम यात्रा प्रारम्भ हुई। इसमें आस-पास के गांवों के सैकड़ों लोग शामिल हुए।
सुबह पहंुचे सभी शव
सीकर के कल्याण अस्पताल से सभी शवों को रात को ही बेगसर के लिए रवाना कर दिया गया। लेकिन शाम होने से शवों को दौलतपुरा-सीकर तिराहे पर ही रोक लिया गया। यहां रामसापीर परिषद् के संरक्षक श्याम प्रतापसिंह व राजपूत समाज के युवक रातभर यहीं पर डटे रहे।
सुबह तक नहीं चल पाया पता
हादसे की इत्तला तीन मृतकों के परिजना को देर रात मिल गई थी, जबकि दो मृतकों के परिजन सुबह तक हादसे से अंजान थे। सुबह जब लाशें पहुंची तो उन्हें हादसे के बारे में पता चला।
रो-रोकर गुजारी रात
शादी वाले घर की महिलाओं को देर रात हादसे की जानकारी मिली। जिससे शादी की खुशियां मातम में बदल गई। शोक में डूबी महिलाएं पूरी रात विलाप करती रहीं। इससे माहौल गमजदा बना रहा।
नहीं कर सका बहन को विदा
हादसे का शिकार हुआ करणसिंह (30) के घर भी शादी का माहौल था। उसकी छोटी बहन की 21 मई को शादी होना तय है। इसके लिए वैवाहिक कार्यक्रम भी प्रारम्भ हो चुके हैं। लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था। जिस घर से बहन की डोली उठनी थी, उसी घर से दो दिन पहले भाई की अर्थी उठी।
विवाह की निभाई औपचारिकताएं
हादसे के बाद श्रवणसिंह की शादी की रस्में जल्दी-जल्दी निपटाकर औपचारिकताएं पूरी की गई। श्रवणसिंह की दुल्हन को उसी की सगी बहन के बेगसर स्थित ससुराल में उतारा गया। दुल्हन की बहन भी कल ही इसी गांव में ब्याही गई थी।
बंधाया ढाढ़स
मृतकों की अंतिम यात्रा में विधायक रूपाराम डूडी, भाजपा नेता युनूस खां, भाजपा के सचेतक राजेन्द्र राठौड़, प्रेमसिंह बाजौर, पूर्व मंत्री उम्मेद सिंह, श्याम प्रतापसिंह राठौड़, देवीसिंह बड़ाबरा, रघुनाथदास मोट, उपखण्ड अधिकारी जवाहर चौधरी सहित अनेक लोग गांव पहुंचे और मृतकों के परिजनों को ढाढस बंधाया।
उल्लेखनीय है कि बेगसर गांव निवासी मदनसिंह के बेटे श्रवणसिंह की बारात शनिवार रानोली इलाके के मकसूदपुरा के लिए रवाना हुई थी बारात में शामिल कार की मूंडवाड़ा के निकट मिनी बस से भिड़ंत हो गई। इस हादसे में छह युवकों की मौत हो गई तथा छह अन्य घायल हो गए थे। मृतकों में से एक चितावा निवासी था।
डीडवाना। निकटवर्ती ग्राम बेगसर में रविवार को मातम छाया रहा। कल शाम तक जहां शादी के मंगल गीत गूंज रहे थे, अब हाहाकार मचा हुआ था। गमजदा माहौल में सुबह जब एक साथ पांच अर्थियां उठी तो माहौल और गमगीन हो गया। परिवार की महिलाएं रो-रो कर बेसुध हो गई। गांव में चूल्हे तक नहीं जले। सीकर जिले के मूडवाड़ा ग्राम के पास शनिवार दोपहर मिनी बस व इनोवा कार में हुई भिड़ंत बेगसर गांव के कई घरों को दर्द दे गई।
मच गया कोहराम
रविवार को सुबह 7 बजे गांव के पांच युवकों के शव जब गांव पहुुंचे तो कोहराम मच गया। मृतकों के शव अलग-अलग वाहनों में उनके घर पहुंचाए गए। जैसे ही शव पहुंचे, घर की महिलाएं बेसुध हो गई। यह मंजर देखकर हर किसी का दिल पसीज गया। लोगों ने उन्हें ढाढस बंधाया। सुबह 7.30 बजे सभी मृतकों की अंतिम यात्रा प्रारम्भ हुई। इसमें आस-पास के गांवों के सैकड़ों लोग शामिल हुए।
सुबह पहंुचे सभी शव
सीकर के कल्याण अस्पताल से सभी शवों को रात को ही बेगसर के लिए रवाना कर दिया गया। लेकिन शाम होने से शवों को दौलतपुरा-सीकर तिराहे पर ही रोक लिया गया। यहां रामसापीर परिषद् के संरक्षक श्याम प्रतापसिंह व राजपूत समाज के युवक रातभर यहीं पर डटे रहे।
सुबह तक नहीं चल पाया पता
हादसे की इत्तला तीन मृतकों के परिजना को देर रात मिल गई थी, जबकि दो मृतकों के परिजन सुबह तक हादसे से अंजान थे। सुबह जब लाशें पहुंची तो उन्हें हादसे के बारे में पता चला।
रो-रोकर गुजारी रात
शादी वाले घर की महिलाओं को देर रात हादसे की जानकारी मिली। जिससे शादी की खुशियां मातम में बदल गई। शोक में डूबी महिलाएं पूरी रात विलाप करती रहीं। इससे माहौल गमजदा बना रहा।
नहीं कर सका बहन को विदा
हादसे का शिकार हुआ करणसिंह (30) के घर भी शादी का माहौल था। उसकी छोटी बहन की 21 मई को शादी होना तय है। इसके लिए वैवाहिक कार्यक्रम भी प्रारम्भ हो चुके हैं। लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था। जिस घर से बहन की डोली उठनी थी, उसी घर से दो दिन पहले भाई की अर्थी उठी।
विवाह की निभाई औपचारिकताएं
हादसे के बाद श्रवणसिंह की शादी की रस्में जल्दी-जल्दी निपटाकर औपचारिकताएं पूरी की गई। श्रवणसिंह की दुल्हन को उसी की सगी बहन के बेगसर स्थित ससुराल में उतारा गया। दुल्हन की बहन भी कल ही इसी गांव में ब्याही गई थी।
बंधाया ढाढ़स
मृतकों की अंतिम यात्रा में विधायक रूपाराम डूडी, भाजपा नेता युनूस खां, भाजपा के सचेतक राजेन्द्र राठौड़, प्रेमसिंह बाजौर, पूर्व मंत्री उम्मेद सिंह, श्याम प्रतापसिंह राठौड़, देवीसिंह बड़ाबरा, रघुनाथदास मोट, उपखण्ड अधिकारी जवाहर चौधरी सहित अनेक लोग गांव पहुंचे और मृतकों के परिजनों को ढाढस बंधाया।
उल्लेखनीय है कि बेगसर गांव निवासी मदनसिंह के बेटे श्रवणसिंह की बारात शनिवार रानोली इलाके के मकसूदपुरा के लिए रवाना हुई थी बारात में शामिल कार की मूंडवाड़ा के निकट मिनी बस से भिड़ंत हो गई। इस हादसे में छह युवकों की मौत हो गई तथा छह अन्य घायल हो गए थे। मृतकों में से एक चितावा निवासी था।
"हरम"से बचने को ब्रिटेन भागी युवती
"हरम"से बचने को ब्रिटेन भागी युवती
लंदन। दक्षिण अफ्रीकी देश स्वाजीलैंड से भाग कर ब्रिटेन पहुंची 22 वर्ष की एक युवती ने आश्रय की दरख्वास्त की है। इस महिला ने 13 पत्नियों वाले स्वाजी बादशाह मस्वाती-तृतीय के हरम में शामिल होने से इनकार कर दिया है।
टिंटस्वालो नगोबेनी ने विलासितापूर्ण जीवन जीने के लिए मशहूर खरबपति बादशाह की नजर पड़ने के बाद ब्रिटेन भाग निकली। स्वाजी रिवाज के मुताबिक 45 वर्षीय बादशाह मस्वाती-तृतीय को हर वर्ष एक नई दुल्हन चुनने की छूट है। बादशाह के 27 बच्चे हैं। बादशाह की छठी रानी पिछले वर्ष शाही हरम से भाग निकली। छठी रानी ने पति पर भावनात्मक और शारीरिक प्रताड़ना देने का आरोप लगाया।
अब बरमिंघम में रह रही नगोबेनी ने बताया कि जब वह 15 साल की थी तब बादशाह ने उसे अपनी चौथी पत्नी के घर पर देख उसकी ओर आकर्षित हुआ था। उन्होंने बताया कि बादशाह की शादी के इरादे के बारे में पढ़ने के बाद वह डर गई।
बादशाह की रानियां अपने महलों में कैद रहती हैं। महल के चारों तरफ अंगरक्षकों का पहरा लगा रहता है और वे बादशाह की अनुमति के बगैर कहीं भी नहीं जा सकती हैं। वे केवल वर्ष में एक बार अमेरिका जा सकती हैं क्योंकि बादशाह उन्हें खरीदारी भत्ता देते हैं।
नगोबेनी आरामदायक जीवन वाले निजी स्कूल छोड़ कर ब्रिटेन भागने पर मजबूर हुई। उसने बताया कि मेरे पास कोई चारा नहीं था। कोई भी राजा की आज्ञा का उल्लंघन नहीं कर सकता या आज्ञा का निरादर करने का साहस नहीं दिखा सकता, इसलिए मैं वहां से गुम हो गई। ब्रिटेन में आने के बाद से ही नगोबेनी स्वाजी के दमनकारी शासक के खिलाफ खुलेआम विरोध जता रही है।
लंदन। दक्षिण अफ्रीकी देश स्वाजीलैंड से भाग कर ब्रिटेन पहुंची 22 वर्ष की एक युवती ने आश्रय की दरख्वास्त की है। इस महिला ने 13 पत्नियों वाले स्वाजी बादशाह मस्वाती-तृतीय के हरम में शामिल होने से इनकार कर दिया है।
टिंटस्वालो नगोबेनी ने विलासितापूर्ण जीवन जीने के लिए मशहूर खरबपति बादशाह की नजर पड़ने के बाद ब्रिटेन भाग निकली। स्वाजी रिवाज के मुताबिक 45 वर्षीय बादशाह मस्वाती-तृतीय को हर वर्ष एक नई दुल्हन चुनने की छूट है। बादशाह के 27 बच्चे हैं। बादशाह की छठी रानी पिछले वर्ष शाही हरम से भाग निकली। छठी रानी ने पति पर भावनात्मक और शारीरिक प्रताड़ना देने का आरोप लगाया।
अब बरमिंघम में रह रही नगोबेनी ने बताया कि जब वह 15 साल की थी तब बादशाह ने उसे अपनी चौथी पत्नी के घर पर देख उसकी ओर आकर्षित हुआ था। उन्होंने बताया कि बादशाह की शादी के इरादे के बारे में पढ़ने के बाद वह डर गई।
बादशाह की रानियां अपने महलों में कैद रहती हैं। महल के चारों तरफ अंगरक्षकों का पहरा लगा रहता है और वे बादशाह की अनुमति के बगैर कहीं भी नहीं जा सकती हैं। वे केवल वर्ष में एक बार अमेरिका जा सकती हैं क्योंकि बादशाह उन्हें खरीदारी भत्ता देते हैं।
नगोबेनी आरामदायक जीवन वाले निजी स्कूल छोड़ कर ब्रिटेन भागने पर मजबूर हुई। उसने बताया कि मेरे पास कोई चारा नहीं था। कोई भी राजा की आज्ञा का उल्लंघन नहीं कर सकता या आज्ञा का निरादर करने का साहस नहीं दिखा सकता, इसलिए मैं वहां से गुम हो गई। ब्रिटेन में आने के बाद से ही नगोबेनी स्वाजी के दमनकारी शासक के खिलाफ खुलेआम विरोध जता रही है।
रविवार, 19 मई 2013
अबॉर्शन न कराने पर महिला की पिटाई
अबॉर्शन न कराने पर महिला की पिटाई
इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में एक गर्भवती महिला की ससुराल पक्ष के लोगों ने जमकर पिटाई कर दी। पिटाई की वजह महिला द्वारा गर्भपात न कराना बताया जा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार महू थाना क्षेत्र में गिरिजा बाई नाम की महिला के दो बेटियां हैं और वह इन दिनों गर्भवती है। ससुराल पक्ष के लोगों को तांत्रिक ने बहू का गर्भपात करने की सलाह दी।
गिरिजा बाई का आरोप है कि ससुराल पक्ष के लोगों ने उस पर दवाब डाला कि वह गर्भपात कराए। वह जब इसके लिए तैयार नहीं हुई तो सभी ने मिलकर लाठी-डंडों से उसकी पिटाई की। घायल महिला को महू के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। महिला की शिकायत पर पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिया है।
इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में एक गर्भवती महिला की ससुराल पक्ष के लोगों ने जमकर पिटाई कर दी। पिटाई की वजह महिला द्वारा गर्भपात न कराना बताया जा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार महू थाना क्षेत्र में गिरिजा बाई नाम की महिला के दो बेटियां हैं और वह इन दिनों गर्भवती है। ससुराल पक्ष के लोगों को तांत्रिक ने बहू का गर्भपात करने की सलाह दी।
गिरिजा बाई का आरोप है कि ससुराल पक्ष के लोगों ने उस पर दवाब डाला कि वह गर्भपात कराए। वह जब इसके लिए तैयार नहीं हुई तो सभी ने मिलकर लाठी-डंडों से उसकी पिटाई की। घायल महिला को महू के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। महिला की शिकायत पर पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिया है।
महिलाओं ने कंधों पर ढोए शव
महिलाओं ने कंधों पर ढोए शव
बीजापुर। गंगालूर के एडसमेटा में बीती रात हुए नरसंहार के बाद मानवता तब शर्मसार हुई जब एडसमेटा की महिलाओं ने सात शवों को अपने कंधे पर ढोकर गंगालूर तक पहुंचाया। घटना के बाद गांव तक किसी प्रकार की सरकारी मदद नहीं पहुंची। ग्रामीण डरे सहमे हुए हैं। दो दिन पहले हुई इस घटना के बाद शवों से बदबू आनी शुरू हो गई थी। फोर्स की फायरिंग के बाद लापता हुए 22 ग्रामीणों का अभी तक कोई सुराग नहीं है। आक्रोशित महिलाओं ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पथराव भी किया।
एक साथ दो बाप-बेटों की अर्थी उठी
एडसमेटा की घटना से कारम परिवार पर दु:ख का पहाड़ टूट पड़ा। इस परिवार के पिता जोगा और उनके पुत्र बदरू तथा पाण्डु व उनका पुत्र गुड्डु की मौत फायरिंग की जद में आने से हो गई। पोस्टमार्टम के बाद दोनों पिता पुत्रों की अर्थी एक साथ उठाकर उनके परिजन ले गए। इससे कारम परिवार उजड़ गया। अब इस परिवार में सिर्फ दो महिलाएं और एक बच्चा ही है।
एक भी घर में नहीं जला चूल्हा
घटना के बाद से गांव में मातम छाया हुआ है। गोंडी भाषी ग्रामीण आप बीती बताने में समर्थ नहीं है। सात लोगों के मारे जाने और गांव के पुरूषों के भाग जाने के बाद किसी भी घर का चूल्हा नहीं जला। दुधमुंहे व छोटे बच्चे रोते रहे लेकिन उन्हें देखने वाला कोई नहीं था। महिलाओं ने जब शवों को अपने कांधे में उठाकर गंगालूर ले जाने का फैसला किया तो माहौल गमगीन था।
सरकार को कोसा ग्रामीणों ने
मीडिया से बात करते हंुए ग्रामीणों ने आक्रोश व्यक्त करते हुऎ कहां कि हमारे गांव में स्कूल अस्पताल आंगनबाडी राशन दुकान जैसी कोई भी सरकारी सुविधा नहीं है बावजूद हम जंगलों के सहारे अपना जीवन यापन कर रहे हैं। ऎसे में भी सरकार हमें जीने नही दे रही है। हम लोग नक्सली और पुलिस दोनों तरफ से पीस कर मर रहे हैं।आक्रोशित ग्रामीणों ने प्रशासन की ओर से सहयोग देने पहुंचे तहसीलदार व एसडीएम का विरोध किया और पथराव भी किया।
दो दिन बाद घायल पहुंच पाए अस्पताल
घटना में घायल पांच ग्रामीण कारम छोटू (10), कारम सोनू (40), पूनेम सोमलू (15), कारम आयतू (30 व एक बच्चा भी शामिल है।दो दिन बाद बमुश्किल जगदलपुर अस्पताल पहुंच पाए। घायल दो दिन तक गांव में पड़े रहने के कारण अधिक रक्तस्राव के चलते गंभीर हैं। दो ग्रामीणों के शरीर में अभी भी गोली धंसी हुई है।
बीजापुर। गंगालूर के एडसमेटा में बीती रात हुए नरसंहार के बाद मानवता तब शर्मसार हुई जब एडसमेटा की महिलाओं ने सात शवों को अपने कंधे पर ढोकर गंगालूर तक पहुंचाया। घटना के बाद गांव तक किसी प्रकार की सरकारी मदद नहीं पहुंची। ग्रामीण डरे सहमे हुए हैं। दो दिन पहले हुई इस घटना के बाद शवों से बदबू आनी शुरू हो गई थी। फोर्स की फायरिंग के बाद लापता हुए 22 ग्रामीणों का अभी तक कोई सुराग नहीं है। आक्रोशित महिलाओं ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पथराव भी किया।
एक साथ दो बाप-बेटों की अर्थी उठी
एडसमेटा की घटना से कारम परिवार पर दु:ख का पहाड़ टूट पड़ा। इस परिवार के पिता जोगा और उनके पुत्र बदरू तथा पाण्डु व उनका पुत्र गुड्डु की मौत फायरिंग की जद में आने से हो गई। पोस्टमार्टम के बाद दोनों पिता पुत्रों की अर्थी एक साथ उठाकर उनके परिजन ले गए। इससे कारम परिवार उजड़ गया। अब इस परिवार में सिर्फ दो महिलाएं और एक बच्चा ही है।
एक भी घर में नहीं जला चूल्हा
घटना के बाद से गांव में मातम छाया हुआ है। गोंडी भाषी ग्रामीण आप बीती बताने में समर्थ नहीं है। सात लोगों के मारे जाने और गांव के पुरूषों के भाग जाने के बाद किसी भी घर का चूल्हा नहीं जला। दुधमुंहे व छोटे बच्चे रोते रहे लेकिन उन्हें देखने वाला कोई नहीं था। महिलाओं ने जब शवों को अपने कांधे में उठाकर गंगालूर ले जाने का फैसला किया तो माहौल गमगीन था।
सरकार को कोसा ग्रामीणों ने
मीडिया से बात करते हंुए ग्रामीणों ने आक्रोश व्यक्त करते हुऎ कहां कि हमारे गांव में स्कूल अस्पताल आंगनबाडी राशन दुकान जैसी कोई भी सरकारी सुविधा नहीं है बावजूद हम जंगलों के सहारे अपना जीवन यापन कर रहे हैं। ऎसे में भी सरकार हमें जीने नही दे रही है। हम लोग नक्सली और पुलिस दोनों तरफ से पीस कर मर रहे हैं।आक्रोशित ग्रामीणों ने प्रशासन की ओर से सहयोग देने पहुंचे तहसीलदार व एसडीएम का विरोध किया और पथराव भी किया।
दो दिन बाद घायल पहुंच पाए अस्पताल
घटना में घायल पांच ग्रामीण कारम छोटू (10), कारम सोनू (40), पूनेम सोमलू (15), कारम आयतू (30 व एक बच्चा भी शामिल है।दो दिन बाद बमुश्किल जगदलपुर अस्पताल पहुंच पाए। घायल दो दिन तक गांव में पड़े रहने के कारण अधिक रक्तस्राव के चलते गंभीर हैं। दो ग्रामीणों के शरीर में अभी भी गोली धंसी हुई है।
बाड़मेर दहेज प्रताडऩा के तीन आरोपी गिरफ्तार
शहर के गांधीनगर निवासी चंदा पुत्री विशंबरदास लालवानी सिंधी ने पति बाड़मेर निवासी नानक लालवानी, ससुर घनश्यामदास पुत्र रूपचंद लालवानी, सास कविता, प्रेम पुत्र घनश्याम लालवानी, गीता पत्नी नरेश केवलानी, जोनी पुत्र प्रतापराय लालवानी के खिलाफ दहेज प्रताडऩा व स्त्रीधन हड़पने का मामला दर्ज कराया था। पुलिस ने चंदा के पति नानक, ससुर घनश्यामदास लालवानी व सास कविता को गिरफ्तार कर लिया। बताया गया कि चंदा लालवानी ने गत 13 मार्च को महिला थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसकी शादी बाड़मेर निवासी नानक पुत्र घनश्यामदास लालवानी के साथ नवंबर 2008 में हुई थी। पिता ने शादी में दो लाख 21 हजार रुपए, सोने-चांदी के जेवरात, घरेलू सामान व बिस्तर आदि दहेज के रूप में दिए। इसके बावजूद कुछ समय बाद पति व ससुराल पक्ष के लोग एक लाख रुपए नकद, जेवर व मोटरसाइकिल की मांग करने लगे। बार-बार परेशान करने पर चंदा के पिता ने अलग-अलग कर 50 व 20 हजार रुपए और नकद दे दिए, लेकिन ससुराल पक्ष के लोग 30 हजार, जेवर व मोटरसाइकिल की मांग पर अड़े रहे। पिता द्वारा हैसियत से ज्यादा दहेज देने के कारण और दहेज देने में असमर्थता जताने पर पति नानक समेत ससुराल पक्ष के लोगों ने उससे मारपीट की तथा जान से मारने का प्रयास करने लगे।
लपकागिरी करता 01 लपका पुलिस की गिरफ्त में
लपकागिरी करता 01 लपका पुलिस की गिरफ्त में
जैसलमेर पंकज चौधरी पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर के आदेशानुसार ''आपरेशन वेलकम'' के तहत कल दिनांक 18.05.2013 थानाधिकारी पुलिस थाना सम मय जाब्ता द्वारा सम सेण्ड डयुज पास पर्यटको को परेशान करते हुए सुभानखां पुत्र बचलखां मुसलमान नि0 सगराें की बस्ती को गिरफतार कर 13(1)(2) राज0 पर्यटक अधिनियम के तहत मुकदमा न0 18 पुलिस थाना सम में दर्ज कर कार्यवाही की गर्इ।
शांति भंग के आरोप में 01 गिरफतार
जैसलमेर पुलिस थाना कोतवाली के हल्का क्षैत्र में कानून एवं शांति व्यवस्था भंग करने के आरोप में कैलाश पुत्र भोजराज माली निवासी गांधी कालोनी जैसलमेर को भंवरसिंह सउनि पुलिस थाना जैसलमेर मय जाब्ता द्वारा कस्बा जैसलमेर से गिरफतार किया गया।
बाड़मेर नकबजन गिरफ्तार लाखों का माल बरामद
नकबजन गिरफ्तार लाखों का माल बरामद
बाड़मेर तीन दिन पूर्व बाड़मेर शहर मे हुर्इ बड़ी नकबजनी की वारदात का केातवाली पुलिस ने खुलासा करते हुऐ नकबजन को गिरफ्तार कर लाखों के जेवरात बरामद करने मे सफलता हसिल की है।पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट ने बताया कि जैन दादावाड़ी के पास, सरदारपुरा बाड़मेर निवासी शान्तीलाल दर्जी करीब 3 माह पूर्व अपने व्यवसाय के सिलसिले मे अपना घर बन्द कर परिवार सहित नवसारी गुजरात गया हुआ था तथा वापिस सौलह जून को सुबह घर आया तो घर के अन्दर कमरे का ताला टूटा हुआ मिला एवं घर मे रखे करीब 10 तोला सोने के जेवरात एवं करीब 3 किलो चांदी के जेवरात तथा करीब एक लाख रूपये नकद गायब मिले। पुलिस को सूचना मिलने पर जिला पुलिस अधीक्षक श्री राहुल बारहट ने बड़ी वारदात की त्वरित जांच पड़ताल एवं मुलजिमान की गिरफतारी हेतुु वृत्ताधिकारी श्री नाजिम अली के निर्देषन मे थानाधिकारी पुलिस थाना कोतवाली श्री देवाराम चौधरी, सहायक उपनिरीक्षक श्री शंकरलाल, कानि. इन्द्रसिंह व कंवराराम की विषेष टीम का गठन किया। इस टीम द्वारा घटनास्थल पर मिली विषेष जानकारी के आधार पर जांच की दिषा तय करते हुऐ मामले मे संदिग्ध सरूप उर्फ सवार्इलाल पुत्र नाथुराम दर्जी निवासी जैन दादावाड़ी के पास, सरदारपुरा बाड़मेर जो घटनास्थल का पड़ौसी है को हिरासत मे लेकर गहन पूछताछ की गर्इ तो सरूप उर्फ सवार्इलाल दर्जी ने उक्त वारदात कारना कबूल किया। मुलजिम सरूप उर्फ सवार्इलाल दर्जी के कब्जे से करीब 8 तोला सोने के जेवरात एवं 2 किलो चांदी के जेवरात बरामद कर लिये गये है। प्रकरण में अग्रीम अनुसंधान व पूछताछ जारी है।
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