एक साथ उठी पांच अर्थियां
डीडवाना। निकटवर्ती ग्राम बेगसर में रविवार को मातम छाया रहा। कल शाम तक जहां शादी के मंगल गीत गूंज रहे थे, अब हाहाकार मचा हुआ था। गमजदा माहौल में सुबह जब एक साथ पांच अर्थियां उठी तो माहौल और गमगीन हो गया। परिवार की महिलाएं रो-रो कर बेसुध हो गई। गांव में चूल्हे तक नहीं जले। सीकर जिले के मूडवाड़ा ग्राम के पास शनिवार दोपहर मिनी बस व इनोवा कार में हुई भिड़ंत बेगसर गांव के कई घरों को दर्द दे गई।
मच गया कोहराम
रविवार को सुबह 7 बजे गांव के पांच युवकों के शव जब गांव पहुुंचे तो कोहराम मच गया। मृतकों के शव अलग-अलग वाहनों में उनके घर पहुंचाए गए। जैसे ही शव पहुंचे, घर की महिलाएं बेसुध हो गई। यह मंजर देखकर हर किसी का दिल पसीज गया। लोगों ने उन्हें ढाढस बंधाया। सुबह 7.30 बजे सभी मृतकों की अंतिम यात्रा प्रारम्भ हुई। इसमें आस-पास के गांवों के सैकड़ों लोग शामिल हुए।
सुबह पहंुचे सभी शव
सीकर के कल्याण अस्पताल से सभी शवों को रात को ही बेगसर के लिए रवाना कर दिया गया। लेकिन शाम होने से शवों को दौलतपुरा-सीकर तिराहे पर ही रोक लिया गया। यहां रामसापीर परिषद् के संरक्षक श्याम प्रतापसिंह व राजपूत समाज के युवक रातभर यहीं पर डटे रहे।
सुबह तक नहीं चल पाया पता
हादसे की इत्तला तीन मृतकों के परिजना को देर रात मिल गई थी, जबकि दो मृतकों के परिजन सुबह तक हादसे से अंजान थे। सुबह जब लाशें पहुंची तो उन्हें हादसे के बारे में पता चला।
रो-रोकर गुजारी रात
शादी वाले घर की महिलाओं को देर रात हादसे की जानकारी मिली। जिससे शादी की खुशियां मातम में बदल गई। शोक में डूबी महिलाएं पूरी रात विलाप करती रहीं। इससे माहौल गमजदा बना रहा।
नहीं कर सका बहन को विदा
हादसे का शिकार हुआ करणसिंह (30) के घर भी शादी का माहौल था। उसकी छोटी बहन की 21 मई को शादी होना तय है। इसके लिए वैवाहिक कार्यक्रम भी प्रारम्भ हो चुके हैं। लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था। जिस घर से बहन की डोली उठनी थी, उसी घर से दो दिन पहले भाई की अर्थी उठी।
विवाह की निभाई औपचारिकताएं
हादसे के बाद श्रवणसिंह की शादी की रस्में जल्दी-जल्दी निपटाकर औपचारिकताएं पूरी की गई। श्रवणसिंह की दुल्हन को उसी की सगी बहन के बेगसर स्थित ससुराल में उतारा गया। दुल्हन की बहन भी कल ही इसी गांव में ब्याही गई थी।
बंधाया ढाढ़स
मृतकों की अंतिम यात्रा में विधायक रूपाराम डूडी, भाजपा नेता युनूस खां, भाजपा के सचेतक राजेन्द्र राठौड़, प्रेमसिंह बाजौर, पूर्व मंत्री उम्मेद सिंह, श्याम प्रतापसिंह राठौड़, देवीसिंह बड़ाबरा, रघुनाथदास मोट, उपखण्ड अधिकारी जवाहर चौधरी सहित अनेक लोग गांव पहुंचे और मृतकों के परिजनों को ढाढस बंधाया।
उल्लेखनीय है कि बेगसर गांव निवासी मदनसिंह के बेटे श्रवणसिंह की बारात शनिवार रानोली इलाके के मकसूदपुरा के लिए रवाना हुई थी बारात में शामिल कार की मूंडवाड़ा के निकट मिनी बस से भिड़ंत हो गई। इस हादसे में छह युवकों की मौत हो गई तथा छह अन्य घायल हो गए थे। मृतकों में से एक चितावा निवासी था।
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