"हरम"से बचने को ब्रिटेन भागी युवती
लंदन। दक्षिण अफ्रीकी देश स्वाजीलैंड से भाग कर ब्रिटेन पहुंची 22 वर्ष की एक युवती ने आश्रय की दरख्वास्त की है। इस महिला ने 13 पत्नियों वाले स्वाजी बादशाह मस्वाती-तृतीय के हरम में शामिल होने से इनकार कर दिया है।
टिंटस्वालो नगोबेनी ने विलासितापूर्ण जीवन जीने के लिए मशहूर खरबपति बादशाह की नजर पड़ने के बाद ब्रिटेन भाग निकली। स्वाजी रिवाज के मुताबिक 45 वर्षीय बादशाह मस्वाती-तृतीय को हर वर्ष एक नई दुल्हन चुनने की छूट है। बादशाह के 27 बच्चे हैं। बादशाह की छठी रानी पिछले वर्ष शाही हरम से भाग निकली। छठी रानी ने पति पर भावनात्मक और शारीरिक प्रताड़ना देने का आरोप लगाया।
अब बरमिंघम में रह रही नगोबेनी ने बताया कि जब वह 15 साल की थी तब बादशाह ने उसे अपनी चौथी पत्नी के घर पर देख उसकी ओर आकर्षित हुआ था। उन्होंने बताया कि बादशाह की शादी के इरादे के बारे में पढ़ने के बाद वह डर गई।
बादशाह की रानियां अपने महलों में कैद रहती हैं। महल के चारों तरफ अंगरक्षकों का पहरा लगा रहता है और वे बादशाह की अनुमति के बगैर कहीं भी नहीं जा सकती हैं। वे केवल वर्ष में एक बार अमेरिका जा सकती हैं क्योंकि बादशाह उन्हें खरीदारी भत्ता देते हैं।
नगोबेनी आरामदायक जीवन वाले निजी स्कूल छोड़ कर ब्रिटेन भागने पर मजबूर हुई। उसने बताया कि मेरे पास कोई चारा नहीं था। कोई भी राजा की आज्ञा का उल्लंघन नहीं कर सकता या आज्ञा का निरादर करने का साहस नहीं दिखा सकता, इसलिए मैं वहां से गुम हो गई। ब्रिटेन में आने के बाद से ही नगोबेनी स्वाजी के दमनकारी शासक के खिलाफ खुलेआम विरोध जता रही है।
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