बुधवार, 8 मई 2013

पोतों की चिंता और रोटी के जुगाड़ में दादी भूली हंसी

पोतों की चिंता और रोटी के जुगाड़ में दादी भूली हंसी

सीकर। बूढ़ी आंखों में बहते आसू.....मासूम पोते को गोद में लेकर दुलारती नाथी अब हंसी भूल गई। उसे हर समय चिंता है दो बहुओं और उनके बच्चों के लिए दो जून की रोटी का जुगाड़ करने की। पोलोग्राउंड में टूटे-फूटे घर में कोने में बैठी नाथी बस इतना ही कह पाती है कि 15 वर्ष पहले बड़ा बेटा काल का ग्रास बन गया। एक महीने पहले छोटे रमेश की लाश सड़क पर पड़ी मिली। रमेश की मौत हादसा या हत्या इसकी पुलिस जांच कर रही है, लेकिन नाथी के लिए बड़ी समस्या है कि रमेश के तीन बच्चों के लिए रोटी की व्यवस्था कहां से होगी। बड़े भाई के बच्चों की व्यवस्था रमेश करता था। अब तो उनका भी सहारा छिन गया है।

कौन बनेगा सहारा
रमेश के जाने के बाद परिवार के सभी लोगों के सामने आर्थिक संकट आ गया है। पत्नी मीना का रो-रोकर बुरा हाल है। आर्थिक तंगी से जूझ रहे परिवार को अब यहीं चिंता सता रही है कि परिवार का अब कौन सहारा बनेगा। घर पर छोटा बेटा आकर मीना से पिता के बारे में पूछता है तो कुछ कहने की बजाय उसकी आंखों से आसंू छलक पड़ते हैं। हालांकि रमेश के दो छोटे भाई भी है, लेकिन उनकी आर्थिक स्थिति भी कमजोर है।

राज में नहीं हुई सुनवाई
हादसे के बाद कई जगह गुहार लगा चुका परिवार आर्थिक स्थिति से टूटने के बाद इंसाफ के लिए भी भटक रहा है। रमेश की हत्या की आशंका जताकर परिजन पुलिस से जांच करने की गुहार लगाते है, लेकिन पुलिस उन्हें टकरा कर लौटा देती है। एक महीना बीत जाने के बाद भी पुलिस अभी तक कॉल डिटेल भी नहीं निकलवा पाई है। परिजन इस मामले में उद्योग मंत्री से लेकर पुलिस के आला अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं।

यह था मामला
दस अप्रेल को मौत के शिकार हुए रमेश के तीन बेटे हैं। सबसे बड़ा पांच साल का विक्रम, मंझला ढाई साल का संजू व सबसे छोटा छह माह का सोनू। घर पर कमाने वाला रमेश ही एकमात्र व्यक्ति था। रमेश पर बड़े भाई के परिवार के सदस्यों का गुजारा चलाने की भी जिम्मेदारी थी।

जीनगर समाज के सामुदायिक भवन का लोकार्पण


जीनगर समाज के सामुदायिक भवन का लोकार्पण 



जैसलमेर 
जीनगर समाज सेवा संस्थान जैसलमेर के सामुदायिक भवन का लोकार्पण सोमवार को जीनगर समाज के टीकमदास महाराज के सान्निध्य में किया गया। इस अवसर पर विधायक छोटू सिंह भाटी, नगर परिषद सभापति अशोक तंवर ने फीता काटकर भवन का उद्घाटन किया। अतिथियों का साफा व शॉल ओढ़ाकर अभिनंदन किया गया। विधायक छोटू सिंह भाटी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि समाज को सामाजिक व राजनैतिक स्तर पर एकजुटता का परिचय देकर विकास करने की आवश्यकता है। उन्होंने विधायक कोटे से हरसंभव सहयोग देने की बात कही। भवन के लिए भूखंड दान देने वाले बीकानेर निवासी भामाशाह मेघराज जीनगर के पुत्र ताराचंद का संस्थान की ओर से अभिनंदन किया गया। इस अवसर पर पूर्व पार्षद जेठमल जीनगर का भी अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नगर परिषद के सभापति तंवर ने समाज के मुक्तिधाम के लिए नगर परिषद द्वारा चार दीवारी पूर्ण करवाने का आश्वासन दिया साथ ही विश्राम भवन के लिए सात लाख रुपए के विकास कार्य की भी बात कही। तंवर ने वर्षा पंवार व शालिनी पंवार को शॉल ओढ़ाकर अभिनंदन किया। संस्थान के अध्यक्ष मेघराज पंवार ने अतिथियों का आभार प्रकट किया तथा कार्यक्रम का संचालन टीकम चंद पंवार व घनश्याम ने किया। 

जगाणी को राजस्थानी भाषा अकादमी का सदस्य मनोनीत किया

जगाणी को राजस्थानी भाषा अकादमी का सदस्य मनोनीत किया

जैसलमेर राजस्थानी भाषा मान्यता आंदोलन से जुड़े एवं राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति के जिला पाटवी आनंद जगाणी को राजस्थानी भाषा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी बीकानेर की आयोजन उपसमिति का सदस्य मनोनीत किया गया है। अकादमी सचिव पृथ्वीराज रतनू के अनुसार आयोजन उपसमिति के सदस्य के रूप में जैसलमेर की ओर से आनंद जागणी को मनोनीत किया गया है। इससे पूर्व जगाणी वर्ष 2004-05 से 2006-07 तक अकादमी की वित्त उपसमिति में सदस्य के रूप में कार्य कर चुके हैं।

श्रीगंगानगर।गोली बनी पहेली

श्रीगंगानगर।गोली बनी पहेली

श्रीगंगानगर। करणी मार्ग पर चक 2 ई छोटी के एक खेत में काम कर रहे युवक के सिर में लगी गोली किसने चलाई, यह रहस्य अभी भी बरकरार है। पुलिस के लिए रहस्य बनी इस घटना से सेना ने भी खुद को अलग कर लिया है।

पुलिस इस मामले को लेकर कितनी गंभीर है, इसका अंदाज इससे लगाया जा सकता है कि घटना के छह दिन बाद मंगलवार को मुकदमा दर्ज किया है।खेत में काम कर रहे पीलीबंगा निवासी मदनलाल के सिर में गोली लगी है, इसकी पुष्टि उसे निजी चिकित्सालय में भर्ती कराए जाने के बाद हुई।

जिला चिकित्सालय के चिकित्सक तो इसे मामूली छर्रा मानकर इलाज कर रहे थे। निजी चिकित्सालय में सिटी स्कैन हुआ तो मदनलाल के सिर में गोली फंसी होने का पता चला। ऑपरेशन से निकाली गई गोली अब पुलिस के कब्जे में है। इस गोली के आधार पर पुलिस मामले की तह तक पहुंच सकती है। उस हथियार का पता भी लगाया जा सकता है, जिससे गोली दागी गई।
बयान को नहीं आई पुलिस

खेत में काम कर रहे मदनलाल के सिर में गोली लगने की घटना के छह दिन बाद भी पुलिस सुखाडिया मार्ग स्थित निजी चिकित्सालय में उसके बयान लेने के लिए नहीं आई। पुलिस ने उसके परिजनों के बयान लेने की भी जरूरत नहीं समझी। घायल युवक के मामा गुरनाम सिंह की ओर से सोमवार को जवाहरनगर थाने में परिवाद दिए जाने के बाद पुलिस ने मंगलवार को अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। परिजन का आरोप है कि खेत से सटी छावनी के चांदमारी क्षेत्र से आई गोली लगने से मदनलाल घायल हुआ।

खेतों तक आती है गोलियांघायल युवक के परिजन तथा चक 2 ई व 1 ई छोटी के किसान शुरू से ही गोली छावनी छेत्र से आने की बात कह रहे हैं। परिजनों का आरोप सही है या गलत इसका खुलासा तो पुलिस जांच से ही होगा।

घटनास्थल को देखने पर पता चलता है कि कृçष्ा अनुसंधान केन्द्र के गेट नंबर दो से सटी साधुवाली छावनी में चांदमारी के लिए करीब बीस फीट ऊंची दीवार है। केन्द्र में काम करने वाले कर्मियों का कहना है कि गुरूवार के दिन छावनी में अभ्यास के दौरान गोलियां चलने की आवाजें आती है। जिस खेत में मदनलाल को गोली लगी उसकी दूरी सेना के अभ्यास स्थल से हजार से बारह सौ मीटर है। सेना पिछले कई दिनों से अभ्यास स्थल और घटनास्थल की दूरी नाप कर यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि अभ्यास स्थल से इतनी दूरी तक उनके हथियार की गोली जा सकती है या नहीं?

गोली उठाएगी पर्दा
मदनलाल के सिर से जो गोली निकाली गई है, वह अब पुलिस के कब्जे में है। इस गोली से पुलिस यह पता लगा सकेगी कि किस हथियार से इसे दागा गया है। जवाहरनगर थाना प्रभारी अरविन्द बेरड़ से गोली से संबंधित हथियार के बारे में पूछा गया तो उनका कहना था कि इस तरह की गोली का उपयोग स्टेनगन, इन्सास रायफल, पिस्टल में होता है। बेरड़ का कहना था कि पुलिस लाइन के आरमोर अभी अवकाश पर हैं, उनके आने पर गोली की जांच करवाई जाएगी।

सेना ने दिया स्पष्टीकरण
सेना ने मंगलवार को जिला कलक्टर को इस घटना के संबंध में स्पष्टीकरण दिया। सेना की ओर से बताया गया है कि उनकी फायरिंग शॉर्ट रेंज में होती है। सेना के दक्ष जवान क्वालिफाइड प्रशिक्षक की देखरेख में सुरक्षा इंतजाम के साथ फायरिंग करते हैं। सैन्य अधिकारियों की ओर से मौका निरीक्षण व गोली देखने से प्रतीत होता है कि यह गोली फायरिंग रेंज से नहीं गई। फायरिंग रेंज से निकली गोली 1.1 किलोमीटर दूर नहीं जा सकती। बेैलेस्टिक के आधार पर ऎसा संभव नहीं। सेना ने बताया कि गोली में किसी प्रकार का निशान नहीं है। इसका मतलब वह किसी से टकराकर युवक के नहीं लगी। हो सकता है सैन्य हथियार के अलावा किसी अन्य हथियार से किसी अन्य स्थान से फायर किया हुआ हो। इस घटना की जांच में सेना हर संभव सहयोग करने को तैयार है।

नाबालिग के यौन शोषण का आरोपी गिरफ्तार

नाबालिग के यौन शोषण का आरोपी गिरफ्तार

बीकानेर । जामसर के चक 13 जेएमडी में शादी का झांसा देकर कई माह तक नाबालिग का यौन शोषण करने व गर्भपात कराने के मामले में आरोपी युवक हुसैन खां को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया। मंगलवार को ही अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण जयनारायण मीणा व पुलिस उप अधीक्षक लूणकरनसर प्रहलादसिंह ने मौका देखा और आसपड़ोस के लोगों से पूछताछ की।

इस दौरान पता चला कि लड़की बीकानेर के मोहल्ला पजाबगरान की है। वह पिता के साथ खेत की ढाणी में रहती है। आरोपी का पिछले कुछ माह से उसकी ढाणी में आना-जाना था। पुलिस उप अधीक्षक प्रहलादसिंह ने आरोपी युवक को गिरफ्तार किया और पीडिता का पीबीएम अस्पताल में मेडिकल परीक्षण कराया। आरोपी को बुधवार को अदालत में पेश किया जाएगा।

चालक की हत्या कर गाड़ी उड़ाई

चालक की हत्या कर गाड़ी उड़ाई

नोखा। शादी के बहाने नोखा के लिए टवेरा गाड़ी किराए पर लेकर सोमवार को बीकानेर से रवाना हुए चार अज्ञात युवकों ने चालक की हत्या करके शव को बीकानेर हाईवे पर बुधरों की ढाणी के पास एक सूने ढाबे की कुंडी में डाल गाड़ी लेकर चम्पत हो गए।

पुलिस के अनुसार मृतक का नाम भंवरलाल जाट (24) पुत्र रूघाराम है। वह नोखा के मान्याणा गांव का रहने वाला था। इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी तथा कोटगेट व नोखा थाना पुलिस की ढिलाई को लेकर आक्रोशित परिजनों व ग्रामीणों ने मंगलवार रात आठ बजे बुधरों की ढाणी के पास बीकानेर हाईवे को जाम कर दिया। परिजनों के आक्रोश के कारण शव को कुंडी से नहीं निकाला जा सका है। जाम के कारण रात साढे दस बजे तक दोनों ओर पांच से छह किलोमीटर तक वाहनों की लम्बी कतारें लग गई।

रोडवेज बसें भी फंसी
जाम में रोडवेज की अनेक बसें भी फंस गई। मौके पर मौजूद कोटगेट थाना प्रभारी गोविंदराम मेघवाल ने बताया कि अज्ञात चार युवक सोमवार को दोपहर करीब साढ़े तीन बजे भंवरलाल के पास आए और नोखा में एक शादी में चलने के लिए उसकी टवेरा गाड़ी को किराए पर लिया। रात को नौ बजे भंवरलाल ने अपने घर पर फोन किया देर रात तक वह बीकानेर पहुंच जाएगा और खाना घर पर ही खाएगा।

लेकिन सुबह तक वह नहीं पहुंचा तो घर वालों को चिंता हुई। कोटगेट थाने में भी सूचना दी। दोपहर को नोखा थाने में भी सम्पर्क किया। लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला। इस बीच परिजन एसपी से भी मिले। शाम को इसी दौरान बीकानेर हाईवे पर ढाबों की तलाशी के दौरान बुधरों की ढाणी के पास एक सूने ढाबे के पास खून के निशान दिखे। बाद में ढाबे की कुंडी को देखा तो उसमें भंवरलाल का शव मिल गया। मृतक के मामा चेतनराम निवासी बरसिंहसर की रिपोर्ट पर कोटगेट थाने में चारों अज्ञात युवकों के विरूद्ध हत्या का मामला दर्ज किया है।

पुलिस की ढिलाई को लेकर आक्रोश
मौके पर मौजूद परिजनों ने बताया कि सुबह तक भंवरलाल घर नहीं लौटा। उसका मोबाईल भी स्वीच ऑफ मिलने लगा तो किसी अनहोनी की आशंका में चिंता में पड़ गए। कोटगेट थाने में गए और पूरा वाकिया बताया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।

दोपहर में नोखा थाने पहुंचे। नोखा पुलिस ने कोटगेट थाने का मामला बताकर कोई कार्रवाई नहीं की। शाम को एसपी से मिले तब कहीं जाकर कोटगेट पुलिस ने मामला दर्ज किया। मृतक के परिजनों व ग्रामीणों ने इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी और कोटगेट व नोखा पुलिस के विरूद्ध कार्रवाई नहीं होने तक शव लेने से इंकार कर दिया। देर शाम को एडीशनल एसपी राजेन्द्रसिंह व एसडीएम मोहनदान रतनू मौके पर पहुंच गए। रात ग्यारह बजे तक जाम नहीं खुला।

दुष्कर्म का मामला दर्ज

दुष्कर्म का मामला दर्ज

चितलवाना। थाना क्षेत्र के तेतरोल गांव में एक नाबालिग को घर से बहला-फुसलाकर दुष्कर्म करने का मामला थाने मे दर्ज हुआ है। थानाधिकारी घेवरसिह ने बताया कि आकोली का गोलिया निवासी जीवाराम कलबी एवं सुरते की ढाणी सांकड निवासी राजुराम विश्Aोई सोमवार दोपहर को तेतरोल की सरहद में एक नाबालिग लड़की को बहला-फुसलाकर गाड़ी में डालकर ले गए व रातभर उसके साथ दुष्कर्म किया।

मंगलवार को आरोपितों ने सुबह चितलवाना से जालोर जाने वाली बस में नाबालिग को चढ़ाया । नाबालिग बस से झाब उतरने पर सूचना मिलने पर पुलिस व परिजन नाबालिग को थाने लाए। नाबालिग ने पुलिस को बताया कि आरोपित उसे बहला फुसलाकर ले गए व उसके साथ दुष्कर्म किया।पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।

मुझे मारने के लिए सुपारी दी गई : अन्ना

मुझे मारने के लिए सुपारी दी गई : अन्ना

नागौर। बीकानेर से नागौर के रास्ते जोधपुर जाते समय सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने मंगलवार दोपहर सर्किट हाउस में समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे देश से जनतंत्र नेस्तनाबूद हो गया है। हमें देश की इस भ्रष्टाचारयुक्त व्यवस्था को बदलना है। आप और हम इकट्ठा हो गए तो यह व्यवस्था बदल सकते हैं। इसके लिए चाहे जेल जाना पड़े, चाहे डंडे खाना पड़े, सब करेंगे लेकिन यह लड़ाई हमें जीतनी है।

अन्ना ने कहा, मुझे मारने के लिए केन्द्र सरकार के मंत्रियों ने दो बार 30-30 लाख की सुपारी दी, लेकिन सुपारी लेने वालों ने मुझे मारने से मना कर दिया। लोग हार्टअटेक से मरते हैं। मैं अगर देश के लिए लड़ते-लड़ते मर गया तो मेरा सौभाग्य होगा। अन्ना ने कहा कि इस जीवन में कुछ नहीं रखा है, जब तक जीना है देश और समाज के लिए जीना है। उन्होंने अपने समर्थकों को जगाते हुए कहा कि एक-एक मतदाता के हाथ में बदलने की शक्ति है। जनता सोच ले तो गद्दारों को सत्ता से हटा सकती है, लेकिन लोग पैसा लेकर वोट देते हैं। ऎसे में कैसे हमारा देश बदलेगा। हमें जागरूक होकर लोकपाल बिल की लड़ाई लड़नी है। इस दौरान अन्ना ने भारत माता एवं वंदे मातरम् के नारे भी लगवाए।

कृष्ण गोपाल गो सेवा समिति में मंगलवार को अन्ना हजारे ने गोभक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि वे लोगों को देश की वर्तमान स्थिति के बारे में अवगत कराने व भ्रष्टाचार को जड़ से मिटाने के लिए भारत यात्रा कर रहे हैं।अन्ना ने कहा कि इस देश को भ्रष्टाचार मुक्त करना है और भ्रष्टाचार मुक्त करने के लिए जनता को आगे आना होगा।

सर्किट हाउस में किया भोजन
बीकानेर से नागौर पहुंचे अन्ना हजारे ने सर्किटहाउस में करीब आधे घंटे से ज्यादा देर तक रूक कर कार्यकर्ताओं को संबोधित किया तथा उसके बाद भोजन भी किया। भोजन करने के बाद अन्ना हजारे रथ में बैठकर जोधपुर के लिए रवाना हो गए।

समर्थक हुए निराश
नागौर सर्किट हाउस में अन्ना हजारे से मिलने एवं उनका स्वागत करने के लिए काफी समर्थक उपस्थित हुए, लेकिन अन्ना के साथ आए कुछ लोगों ने समर्थकों को नजदीक नहीं आने दिया। इससे कुछ कार्यकर्ता निराश होकर लौट गए, जबकि कुछ जिद भी करने लगे। खैराज सांगवा ने सर्किट हाउस में ठहरे अन्ना हजारे को माला पहनाने के लिए काफी देर जिद की, लेकिन उन्हें अंदर नहीं जाने दिया। इसके बाद वे निराश होकर लौट गए। इसी प्रकार अन्ना के जाने के बाद भी सर्किट हाउस में चर्चा चलती रही कि आम आदमी की बात करने वाले अन्ना आम आदमियों से मिले बिना ही लौट गए।

मंगलवार, 7 मई 2013

पीएम और सोनिया में नहीं बन रही!

पीएम और सोनिया में नहीं बन रही!

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के बीच मतभेद की खबर है। सूत्रों के मुताबिक सोनिया गांधी चाहती है कि जिन मामलों को लेकर सरकार को मुसीबतों का सामना करना पड़ा है उन पर प्रधानमंत्री मीडिया के समक्ष सरकार का पक्ष रखें लेकिन मनमोहन सिंह इसके लिए राजी नहीं है।

प्रधानमंत्री 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले सहित भ्रष्टाचार के किसी भी मामले पर मीडिया से बात नहीं करना चाहते। प्रधानमंत्री ने रेलवे बोर्ड घूस कांड,रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स अधिकारियों का ट्रांसफर और पोस्टिंग स्कैण्डल व कोयला घोटाले पर मीडिया से बात करने से इनकार कर दिया है।

सूत्रों के मुताबिक विवादित रेल मंत्री पवन कुमार बंसल और कानून मंत्री अश्विनी कुमार को लेकर भी कांग्रेस और प्रधानमंत्री की राय अलग अलग है। बताया जाता है कि बंसल और अश्विनी कुमार प्रधानमंत्री के करीबी हैं। प्रधानमंत्री विशेष रूप से कानून मंत्री का बचाव कर रहे हैं जबकि कांग्रेस के एक वर्ग का मानना है कि जिस तरह के आरोप दोनों मंत्रियों पर लगे हैं उससे सरकार और पार्टी को शर्मिदगी झेलनी पड़ रही है।

लिफ्ट से गिरे इमरान खान,सिर में चोट

लिफ्ट से गिरे इमरान खान,सिर में चोट

लाहौर। पाकिस्तान के लाहौर में एक रैली के दौरान पूर्व क्रिकेटर और तहरीक ए इंसाफ पार्टी
के प्रमुख इमरान खान हादसे का शिकार हो गए।

रैली को संबोधित करने के लिए जा रहे इमरान खान लिफ्ट से गिर गए। उनके सिर में गंभीर
चोट लगी है। इमरान को शौकत खनूम अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे में इमरान के दो समर्थक भी घायल हुए हैं।

हादसा लाहौर के गालिब मार्केट में हुआ। इमरान खान को एक लिफ्ट के जरिए मंच पर ले जाया जा रहा था। लिफ्टे में उनके समर्थक भी थे। संतुलन नहीं बना पाने के कारण इमरान और समर्थक लिफ्ट से गिर गए।

इमरान के सिर और चेहरे पर चोट लगने के कारण खून बहने लगा। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया। मंच पर मौजूद पार्टी नेताओं ने बताया कि इमरान खान रैली को संबोधित करने केलिए आएंगे। इमरान खान चार सीटों से चुनाव लड़ रहे हैं।

सोनिया ने सुषमा को गले लगाया

सोनिया ने सुषमा को गले लगाया
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने संसद में जारी गतिरोध को खत्म करने की मंगलवार को पहल की। सोनिया गांधी ने सेंट्रल हॉल के बाहर लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष सुषमा को गले लगाया।

लोकसभा की कार्यवाही स्थगित होने के बाद जब सुषमा स्वराज पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण लालकृष्ण आडवाणी और अन्य सांसदों के साथ जब सेंट्रल हॉल की तरफ जा रही थी तभी सोनिया गांधी वहां पहुंची। कांग्रेस अध्यक्ष ने एक हाथ सुषमा स्वराज के कंधे पर रखा और उन्हें गले लगाया।

सोनिया और सुषमा कुछ कदम साथ साथ चली। दोनों को बात करते हुए कई सांसदों ने देखा। इन सांसदों ने बताया कि दोनों ने जोशीले अंदाज में एक दूसरे से बात की। हालांकि भाजपा नेताओं ने यह नहीं बताय कि दोनों के बीच किस मसले पर बातचीत हुई।
सोनिया गांधी चाहती है कि 10 मई को समाप्त हो रहे बजट सत्र से पहले खाद्य सुरक्षा और जमीन अधिग्रहण विधेयक पारित हो जाए।

खाद्य सुरक्षा विधेयक लोकसभा में पेश भी किया जा चुका है लेकिन विपक्ष के हंगामे के कारण बिल पर चर्चा नहीं हो पा रही है। भाजपा रेल मंत्री पवन बंसल और कानून मंत्री अश्विनी कुमार के इस्तीफे की मांग पर अड़ी हुई है। सुषमा स्वराज ने सोमवार को कहा था कि जब तक दोनों मंत्री इस्तीफा नहीं देते तब तक संसद नहीं चलते देंगे और न ही कोई बिल बिना चर्चा के पारित कराने दिया जाएगा। हालांकि भाजपा दोनों विधेयकों पर सैद्धांतिक रूप से सहमत है। पार्टी ने कुछ संशोधनों के सुझाव दिए हैं।

सोनिया और सुषमा की जुगलबंदी हैरान करने वाली थी क्योंकि गत शुक्रवार को सुषमा स्वराज ने आरोप लगाया था कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के कारण उन्हें लोकसभा में बोलने नहीं दिया गया। सुषमा ने कहा था कि सोनिया गांधी ने अपने सांसदों को हंगामा करने के लिए उकसाया,जिस कारण वह अपनी बात लोकसभा में नहीं रख पाई।

खास खबर ...जैसलमेर कुलधरा में भूतो और प्रेतातामाओ से बातचीत का दावा

PHOTOS: किसी ने मेरे कंधे पर हाथ रखा, पर वहां कोई नहीं था!

भूत प्रेत व आत्माओं पर रिसर्च करने वाली टीम ने कुलधरा में की भूतों से बात, दिल्ली से आई पेरानार्मल सोसायटी की टीम ने कुलधरा गांव में बिताई रात। टीम ने माना कि यहां कुछ न कुछ असामान्य जरूर है।


जैसलमेर. भूत प्रेत व आत्माओं की उपस्थिति के बारे में विख्यात किस्से कहानियों पर कोई विश्वास करता है तो कोई नहीं। लेकिन भूत प्रेत व आत्माओं के डर को दूर करने व इसके रिसर्च में जुटी संस्था पेरानॉर्मल सोसायटी दिल्ली भी मानती है कि ऐसे भयानक स्थानों पर कुछ न कुछ असामान्य जरूर है। हालांकि उनके अनुसार डरने वाली कोई चीज नहीं है, बस आत्मविश्वास बढ़ जाए तो असामान्य स्थिति भी नजर नहीं आती है। टीम के एक सदस्य ने बताया कि विजिट के दौरान रात में कई बार मैंने महसूस किया कि किसी ने मेरे कंधे पर हाथ रखा, जब मुड़कर देखा तो वहां कोई नहीं था।




दिल्ली की पेरानॉर्मल सोसायटी की टीम अध्यक्ष गौरव तिवारी के नेतृत्व में शनिवार की रात्रि में कुलधरा गांव पहुंची। ऐसी धारना है कि कुलधरा में रात बिताना मुमकिन नहीं है, यहां कई आत्माओं का वास है। इसी डर को दूर करने के लिए सोसायटी के 18 सदस्य एवं अन्य 10-12 लोग रात्रि में कुलधरा गांव में रहे। इसके लिए इस टीम ने कलेक्टर से परमिशन भी ली थी।


टीम के सदस्यों के साथ गए कुछ लोगों ने बताया कि वास्तव में कुलधरा में आत्माएं निवास करती है। टीम ने इलेक्ट्रोनिक उपकरणों से इसका पता लगाया जिसमें कई असामान्य स्थितियां सामने आई। कहीं परछाई नजर आई तो कहीं कुछ आवाजें और तो और टीम की गाडिय़ों पर बच्चों के हाथ के निशान भी दिखाई दिए।


आत्माओं ने अपने नाम भी बताए


पेरानॉर्मल सोसायटी के उपाध्यक्ष अंशुल शर्मा ने बताया कि हमारे पास एक डिवाइस है जिसका नाम गोस्ट बॉक्स है। इसके माध्यम से हम ऐसी जगहों पर रहने वाली आत्माओं से सवाल पूछते हैं। कुलधरा में भी ऐसा ही किया जहां कुछ आवाजें आई तो कहीं असामान्य रूप से आत्माओं ने अपने नाम भी बताए।



अचानक तापमान में उतार चढ़ाव


इस टीम के पास एक के-2 मीटर डिवाइस थी जिससे वे तापमान को रिकार्ड कर रहे थे। रात्रि में कुलधरा में करीब एक बजे जहां तापमान 41 बता रहा था वहीं कुछ दूर चलने पर अचानक तापमान 31 हो गया। शर्मा का कहना है कि कुछ न कुछ पेरानॉर्मल था। टीम के सदस्यों को शुरूआत में ऐसा अहसास हुआ कि उनके कंधे पर कोई हाथ रख रहा है वहीं कुछ स्थानों पर लेजर किरणों में ऐसा महसूस हुआ कि परछाई के रूप में कोई जा रहा है।






बच्चों के हाथ के निशान मिले


शनिवार की रात्रि में जो टीम कुलधरा गई थी उनकी गाडिय़ों पर बच्चों के हाथ के निशान मिले। टीम के सदस्य जब कुलधरा गांव में घूमकर वापस लौटे तो उनकी गाडिय़ों के कांच पर बच्चों के पंजे के निशान दिखाई दिए।



अंधविश्वास व डर को दूर करना उद्देश्य


टीम के सदस्यों ने बताया कि टीम इस विषय पर रिसर्च कर रही है और उनका मुख्य उद्देश्य अंधविश्वास और डर को दूर करना। रात्रि में कुलधरा गांव में जहां शुरूआत में कुछ असामान्य स्थिति सामने आई वह धीरे धीरे कम होती गई। जैसे जैसे टीम के सदस्यों का आत्मविश्वास बढ़ा वैसे वैसे ही असामान्य चीजें खत्म होती गई। शर्मा ने बताया कि पेरानॉर्मल सोसायटी ऐसी डरावनी व भयानक 500 जगहों का अवलोकन कर चुकी है। जहां ऐसी धारणा होती है कि रात बिताना मुमकिन नहीं है वहां वे रात बिताते हैं और लोगों के भय को दूर करने का प्रयास करते हैं।






दिखी असामान्य चीजें

हमने कुलधरा में एक रात बिताई, जहां कुछ असामान्य चीजें सामने आई। गाडिय़ों पर पंजों के हाथ के निशान, गोस्ट बॉक्स से सवाल पूछे गए तो कुछ नाम भी सामने आए और इसके अलावा कुछ असामान्य अहसास भी हुआ। हालांकि यह सब डरावना नहीं था, जैसे जैसे आत्मविश्वास बढ़ा वैसे ही असामान्य स्थितियां कम होती गई। हमारा उद्देश्य अंधविश्वास व डर को दूर करना है।


अंशुल शर्मा, उपाध्यक्ष, पेरानॉर्मल सोसायटी दिल्ली





राजस्थान के बेरिजगार युवाओ के लिए ख़ास खबर

राजस्थान के बेरिजगार युवाओ के लिए ख़ास खबर 

युवा उधमिता प्रोत्साहन सुविधा केन्द्र का शुभारम्भ

बाडमेर, 7 मर्इ। जिला उधोग केन्द्र बाडमेर में मंंगलवार को राजस्थान वित निगम बालोतरा के प्रबन्धक हरीसिंह चौधरी एवं जिला उधोग केन्द्र के महाप्रबन्धक आलोक पाण्डेय द्वारा युवा उधमिता प्रोत्साहन सुविधा केन्द्र का शुभारम्भ किया गया।

इस अवसर पर राजस्थान वित निगम बालोतरा के प्रबन्धक चौधरी ने युवा उधमिता प्रोत्साहन योजना की विस्तार पूर्वक जानकारी करार्इ। उन्होने बताया कि सुविधा केन्द्र में युवा उधमी जिनकी आयु 35 वर्ष तक है एवं आर्इआर्इटी, आर्इटीआर्इ, स्नातक की शैक्षणिक योग्यता रखते है, को युवा उधमिता प्रोत्साहन योजना का मार्ग दर्शन प्रदान किया जाएगा। योजना के तहत आन लार्इन फार्म भरने का कार्य एक मर्इ से प्रारम्भ कर दिया गया है, जिसकी अनितम तिथि 31 मर्इ, 2013 है।

उन्होने बताया कि आन लार्इन प्राप्त आवेदनों मे से 5000 युवा उधमियों का पैनल द्वारा चयन किया जाएगा, जिन्हें 15000 रूपये प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। तत्पश्चात 5000 आवेदनों मे से 1000 युवा उधमियों का चयन किया जाएगा जिन्हे रीकों औ़धोगिक क्षेत्र में उधोग लगाने हेतु राजस्थान वित निगम पच्चीस से नब्बे लाख तक साढे तेरह प्रतिशत ब्याज दर से ऋण दिया जाएगा। समय पर ऋण भुगतान करने पर राज्य सरकार द्वारा 6 प्रतिशत ब्याज का पुनर्भरण किया जाएगा।

उन्होने युवाओं से अधिक से अधिक योजना का लाभ उठाने का आहवान किया है। इस संंबंध में विस्तृत जानकारी निगम की वेबसार्इwww.rfc.rajasthan.gov.inपर प्राप्त की जा सकती है।

आरयूआर्इडीपी के परियोजना निदेशक ने लिया निर्माण कार्यो का जायजा


आरयूआर्इडीपी के परियोजना निदेशक ने लिया निर्माण कार्यो का जायजा
निर्माण कार्यो को शीध्र पूर्ण करने के निर्देश
बाडमेर, 7 मर्इ। राजस्थान शहरी ढांचागत विकास परियोजना के परियोजना निदेशक डा. पृथ्वीराज ने मंगलवार को बाडमेर शहर में चल रहे विभिन्न निर्माण कार्यो का निरीक्षण किया तथा निर्माणाधीन कार्यो की प्रगति की समीक्षा की।
इस अवसर पर परियोजना निदेशक ने निर्माणाधीन रेलवे आवर बि्रज के रेलवे सीमा में रेलवे द्वारा कराये जाने वाले निर्माण की धीमी गति पर चिन्ता व्यक्त करते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्माण कार्य में गति लाने के निर्देश दिए ताकि बि्रज का कार्य शीध्र पूर्ण होकर जनता के उपयोग में आ सकें। उन्होने बाडमेर शहर के लिये निर्माणाधीन सिवरेज परियोजना एवं सिवरेज ट्रीटमेन्ट प्लांट का भौतिक अवलोकन कर सन्तोष व्यक्त करते हुए निर्माण कार्यो को निर्धारित समयावधि में पूर्ण करने के निर्देश दिए।
परियोजना निदेशक डा. पृथ्वीराज ने निर्माणाधीन जलदाय परियोजना के तहत कराली नाडी पर किये गये निर्माण कार्यो का जायजा लिया। स्थानीय लोगों ने अवगत कराया कि पूर्व में सात दिन मे पानी की सप्लार्इ होती थी जबकि अब 72 घण्टे में पानी की सप्लार्इ मिल रही है। उन्होने जलदाय विभाग के अधिकारियों से मौके पर निर्माणाधीन जलदाय परियोजना को शीध्रतिशीध्र पूर्ण कर लोगों के उपयोग में लाने के प्रयास करने पर जोर दिया। उन्होने उक्त परियोजना को जनोपयोगी बनाने के उदृेश्य से आवश्यक सभी निर्माण कार्यो को जुलार्इ माह तक पूर्ण करने के निर्देश दिए ताकि लोगों को वर्तमान मे 72 घण्टे से मिल रही पानी की सप्लार्इ को 48 घण्टे तक किया जा सकें।
इसी क्रम में उन्होने जिला कलक्टर भानु प्रकाष एटूरू से मुलाकात कर शहर में चल रहे निर्माण कार्यो एवं उनमें आ रही समस्याओं के बारे में विस्तृत चर्चा की।
उन्होने बाडमेर शहर में चल रहे कार्यो को दु्रतगति से पूर्ण करने का भरोसा दिलाया एवं आवश्यकतानुसार अतिरिक्त धनराशि उपलब्ध करवाकर शेष रहे क्षेत्रों मे भी सिवरेज लार्इन डलवाने का भी आश्वासन दिया।
भ्रमण के दौरान आरयूआर्इडीपी के अधीक्षण अभियन्ता जोन जोधपुर राजेश मेहता, टीम लीडर एसएनसी लेवलिन पी.सी. चौहान, अधिशाषी अभियन्ता आर्इपीआर्इयू बाडमेर एल.एन. सैनी सहित संबंधित अधिकारी उपसिथत थे।
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बाडमेर सीमावर्ती गांवों में रात्रिकालीन विचरण पर प्रतिबन्ध


सीमावर्ती गांवों में रात्रिकालीन विचरण पर प्रतिबन्ध

बाडमेर, 7 मर्इ । जिला मजिस्टे्रट भानु प्रकाष एटूरू ने दण्ड प्रकि्रया संहिता 1973 की धारा 144 के तहत बाडमेर जिले मे भारत पाक अन्तर्राष्ट्रीय सीमा पर भारत के अन्दर की ओर दो किलोमीटर क्षेत्र में रात्रिकालीन विचरण पर प्रतिबन्ध लगा दिया है।

जिला मजिस्टे्रट द्वारा जारी आदेश के मुताबिक रात्रिकालीन प्रतिबन्ध बाडमेर जिले में भारत पाक सीमा से लगते हुए दो किलोमीटर क्षेत्र के समस्त ग्रामों में लागू होगा।

प्रतिबन्ध वाले गांव

बूठिया, जुमा फकीर की बस्ती, तालब का पार, सजन का पार, सून्दरा, पांचला, हमीराणी, मोती की बेरी, रोहिडी, सगोरालिया, मुनाबाव, अकली, मालाणा, छोटी खडीन, मखन का पार, अमी का पार, तामलोर, त्रिमोही, गडरारोड, केरला, पदमडा, रिछयाली, बाडमेरों का पार, सजनाणी, नारे का पार, केरकोरी, पादरिया, पीरे का पार, पांधी का पार, लकडियाली, बनों की बस्ती, लधे का पार, तालब का पार, चान्दाणियों का पार, झैलून, बिन्दुसियाणी, कबूल की ढाणी, सजन का पार, कुम्हारों का टीबा, रासबानी, राठौडों का तला, माधुरी का तला, भभूते की ढाणी, भीलों का तला, सादुलाणियों की गफन, हेजम का तला, उम्मेदपुरा, कल्याणपुरा, केलनोर, समेलों का तला, मीठडाऊ, मीये का तला, जाटों का बेरा, बरवाल, देहवा, लालपुर, ब्राहमणों की ढाणी, रेलिया, सोमराड, बसिये का तला, जानपालिया, सरार्इयों का तला, दीपला, सारला, समोते का पार, शोभाला जेतमाल, हुरों का तला, तालसर, हुसैन का तला, रडवा, सुजों का निवाण उर्फ मेगे की बेरी, नवातला, बाखासर, सरूपे का तला, आगिनशाह की ढाणी, सैयद मौज अली का तला, कृष्ण का तला, रते का तला, भाडा, एकल, रामपुरा, हाथला, बछवाल, भलगाव समिमलित है।

प्रतिबनिधत समय

जिला मजिस्टे्रट के आदेश के अनुसार इन गांवों में सायं 7.00 बजे से प्रात: 6.00 बजे तक आवागमन प्रतिबंधित रहेगा। जिले में भारत-पाक सीमा से लगते हुए उक्त वर्णित 2 किलोमीटर क्षेत्र में प्रवेश व विचरण करने वाले समस्त व्यकितयों को सख्त चेतावनी दी गर्इ है कि वे उक्त प्रतिबनिधत क्षेत्र में रात्रि के समय सक्षम अधिकारी की वैध अनुमति के बिना गमनागमन अथवा विचरण नहीं करें। आदेश का उल्लंधन करने वाले व्यकितयों के विरूद्ध दण्ड प्रकि्रया संहिता के तहत कडी कार्यवाही की जायेगी।

इनको रहेगी छूट

जिला मजिस्टे्रट के आदेश के अनुसार समस्त कार्यपालक मजिस्टे्रट, पुलिस, सीमा सुरक्षा बल एवं अन्य एजेनिसयों के अधिकारियों कर्मचारियों जो अवांछित गतिविधियों की रोकथाम तथा कानून एवं व्यवस्था की डयूटी के लिए उक्त क्षेत्रों में उक्त समय के लिये तैनाती पर है, पर प्रभावी नहीं होगा। उक्त आदेश आगामी दो माह के लिये प्रभावी होगा।

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