शुक्रवार, 15 फ़रवरी 2013

कोख में दफन बेटियों के लिए हवन



कोख में दफन बेटियों के लिए हवन

॔पधारो म्हारी लाडो’ जागरूकता महाअभियान के तहत राज्य में पहली बार होगा अनूठा कार्यक्रम

बाडमेर। जिले में बेटियों को बचाने को लेकर चल रहे जागरूकता महाअभियान ॔पधारो म्हारी लाडो’ के तहत एक बेहद संवेदनशील कार्यक्रम का आयोजन सोमवार को जिला स्वास्थ्य भवन में होगा। इस दिन कोख में दफन हो चुकी बेटियों की आत्मिक भांति और ऐसे कुकृत्य भविश्य में न हो इसके लिए जिम्मेदार लोगों को सद्बुद्धि देने के लिए हवन यज्ञ किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग के आईईसी अनुभाग, केयर्न इंडिया, स्माईल फाउंडेशन इंडिया और हेल्पेज इंडिया के तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला प्रमुख मदनकौर करेंगी। मुख्य अतिथि विधायक मेवाराम जैन, मुख्य वक्ता पुलिस अधीक्षक राहुल बारहठ, विशिश्ट अतिथि नगर परिशद चैयरमेन उशा जैन, बाडमेर पंचायत समिति प्रधान धाईदेवी, चौहटन प्रधान भामा बानो, केयर्न अधिकारी महेश अय्यर और सीएमएचओ डॉ. जितेंद्रसिंह होंगे।

जिला आईईसी समन्वयक विनोद बिश्नोई ने बताया कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग कार्यालय (जिला स्वास्थ्य भवन) में सुबह दस बजे कार्यक्रम भाुरू होगा। यहां तीन वशर तक की 20 नन्हीं बालिकाओं का केक काटकर जन्मदिन मनाया जाएगा और उन्हें उपहार स्वरूप भौक्षणिक किट प्रदान की जाएगी। इसके अलावा तीन माह तक की पांच बेटियों का हेल्थ किट प्रदान की जाएगी। हाल ही में जन्मी बेटियों की खुशी में थाली बजाकर आमजन को बेटियों के जन्म पर थाली बजाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इसी दौरान मुख्य वक्ता पुलिस अधीक्षक राहुल बारहठ युवाओं को उद्बोधन देकर बेटियों को बचाने और बेटेबेटियों के बीच के भेदभाव समाप्त करने के लिए शपथ दिलाएंगे। वहीं सा़े 11 बजे स्वास्थ्य भवन परिसर में हवन का आयोजन किया जाएगा, जिसमें अतिथिगणों के साथ ही भाहर के युवा व अन्य जन आहुति देंगे। हवन का मुख्य उद्देश्य कोख में मारी जा चुकी बेटियों को आत्मिक भांति देना और भविश्य में कन्या भू्रण हत्या न हो इसके लिए जिम्मेदार लोगों को सद्बुद्धि देना है। इस दौरान अभियान को लेकर प्रचारप्रसार सामग्री भी वितरण की जाएगी।

न्यूज़ बॉक्स ....आज की प्रशासनिक खबरे


न्यूज़ बॉक्स ....आज की प्रशासनिक खबरे 


राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी आज बाड़मेर आएगें 

बाडमेर, 15 फरवरी। राजस्व, उपनिवोन एवं जल संसाधन मंत्री हेमाराम चौधरी आज बाडमेर आएगें। 
निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार राजस्व मंत्री चौधरी 16 फरवरी को जोधपुर से प्रातः 8.00 बजे प्रस्थान कर प्रातः 11.00 बजे बाडमेर पहुंचेगे। वे 17 एवं 18 फरवरी को बाडमेर जिले तथा विधानसभा क्षेत्र का दौरा कर लोगों के अभाव अभियोग सुनेंगे तथा स्थानीय कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। इसके पचात वें 19 फरवरी को दोपहर 2.00 बजे बाडमेर से जयपुर के लिए प्रस्थान कर जाएगें। 
0- 
रक्षा पेंशन   अदालत 25 व 26 को बीकानेर में 

बाडमेर, 15 फरवरी। बीकानेर आर्मी एरिया में 25 एवं 26 फरवरी को रक्षा  पेंशन  की पेंशन संबंधी समस्याओं के निराकरण हेतु पोंन अदालत आयोजित की जाएगी। 
जिला सैनिक कल्याण अधिकारी मेजर प्रेमसिंह भाटी ने बताया कि गौरव सेनानी एवं उनके आश्रित अपनी पोंन संबंधी समस्याओं के निराकरण हेतु उक्त पोंन अदालत में उपस्थित होकर लाभ उठा सकते है। 
0- 
युवा कार्यक्रम सलाहकार समिति की बैठक 22 को 

बाडमेर, 15 फरवरी। जिला युवा कार्यक्रम सलाहकार समिति की बैठक जिला कलेक्टर भानु प्रकाश एटूरू की अध्यक्षता में 22 फरवरी को सायं 4.00 बजे नेहरू युवा केन्द्र कार्यालय बाडमेर में आयोजित की जाएगी। 
0- 
राजस्व अघिकारियों की बैठक 22 को 

बाडमेर, 15 फरवरी। जिले के राजस्व अधिकारियों की बैठक जिला कलेक्टर भानु प्रकाश एटूरू की अध्यक्षता में 22 फरवरी को दोपहर 12.00 बजे कलेक्ट्रेट कांफ्रेन्स हॉल में आयोजित की जाएगी। 
अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरूण पुरोहित ने पूर्व एजेण्डानुसार 31 जनवरी तक की सूचनाएं निर्धारित प्रपत्रों में तैयार कर 19 फरवरी को भिजवाने के निर्दो दिए है। 
0- 
राजस्थान दिवस समारोह 
पूर्व तैयारियों के संबंध में बैठक 28 को 

बाडमेर, 15 फरवरी। राजस्थान दिवस समारोह 2013 मनाये जाने के संबंध में पूर्व तैयारियों हेतु जिला कलेक्टर भानु प्रकाश एटूरू की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन 28 फरवरी को प्रातः 11.00 बजे किया जाएगा। 
0- 
अवैध खनन की रोकथाम हेतु बैठक 21 को 

बाडमेर, 15 फरवरी। अवैध खनन/निर्गमन की रोकथाम हेतु प्रभावी कदम उठाये जाने एवं पर्यावरण सुरक्षा हेतु गठित कमेटी की बैठक जिला कलेक्टर भानु प्रकाश एटूरू की अध्यक्षता में 21 फरवरी को सायं 4.00 बजे कलेक्ट्रेट कांफ्रेन्स हॉल में आयोजित की जाएगी। 
0- 
-2- 
पंचायती राज संस्थाओं के रिक्त पदों 
के उप चुनाव का कार्यक्रम निर्धारित 

बाडमेर, 15 फरवरी। राज्य निर्वाचन आयोग जयपुर के निर्दोानुसार पंचायती राज संस्थाओं के रिक्त पदों के उप चुनाव का कार्यक्रम निर्धारित कर दिया गया है। 
उप जिला निर्वाचन अधिकारी अरूण पुरोहित ने बताया कि जिले में ग्राम पंचायत बीजासर के सरपंच, ग्राम पंचायत थापन के उप सरपंच व ग्राम पंचायत सिणली जागीर के उप सरपंच तथा ग्राम पंचायत भाौभाला जेतमाल के वार्ड पंच संख्या 1, ग्राम पंचायत सियाणी के वार्ड पंच संख्या 9 व 3, ग्राम पंचायत मांगता के वार्ड संख्या 11, ग्राम पंचायत थापन के वार्ड संख्या 7 व ग्राम पंचायत सिणली जागीर के वार्ड पंच संख्या 9 रिक्त पदों के उपचुनाव होंगे। उन्होने बताया कि पंच/सरपंच के रिक्त पदों के उप चुनाव के लिए कार्यक्रम जारी किया गया है। इसके अनुसार 14 फरवरी को लोक नोटिस जारी कर दिया गया है। 22 फरवरी को नाम निर्दोन पत्रों की प्राप्ति प्रातः 8.00 से 11.00 बजे तक की जाएगी। नाम निर्दोनों की सवींक्षा प्रातः 11.30 बजे से की जाएगी एवं अपरान्ह 3.00 बजे तक अभ्यार्थिता वापस ली जा सकेगी। मतदान यदि आवयक हुआ तो 28 फरवरी को होगा। मतदान का समय प्रातः 8.00 बजे से सायं 5.00 बजे तक रहेगा तथा मतों की गणना मतदान समाप्ति के तुरन्त पचात होगी। उप सरपंच का उप चुनाव एक मार्च,2013 को होगा। 
0- 
ग्राम गदर ग्रामीण पत्रकारिता पुरस्कार 
के लिए प्रविश्टियां आमन्ति्रत 

बाडमेर, 15 फरवरी। कन्ज्यूमर यूनिटी एण्ड ट्रस्ट सोसायटी जयपुर द्वारा ग्राम गदर ग्रामीण पत्रकारिता पुरस्कार के लिए प्रविश्टियां आमन्ति्रत की गई है। प्रविश्टियां 31 मार्च, 2013 तक जमा करवाई जा सकेगी। 
सोसायटी हर साल ग्रामीण संचार के क्षेत्र में लेखन और उत्कृश्ठ पत्रकारिता को प्रोत्साहित करने के उदृेय से ग्राम गदर ग्रामीण पत्रकारिता पुरस्कार प्रदान करती है। इस बार ॔॔ महिलाओं के प्रति हिंसा व उनकी सुरक्षा ॔॔ विशय पर लिखे गये आलेखों पर पुरस्कार प्रदान किए जाएगें। पुरस्कार के तहत चयनित पत्रकार को दस हजार रूपये का नकद पुरस्कार एवं प्रास्ति पत्र प्रदान किया जाता है। प्रविश्टि के साथ अपना पूरा नाम व पता, टेलीफोन नम्बर, पत्रकारिता का पूर्ण विवरण एवं वशर 2012 के दौरान उक्त विशय पर विभिन्न समाचार पत्रों में छपे लेख व खबरों की कटिंग भेजनी होगी। प्रविश्टियां सोसायटी के जयपुर स्थित कार्यालय डी217 भास्कर मार्ग बनीपार्क जयपुर के पते पर भेजी जा सकती है। 
0- 

छेड़खानी कर रहे 3 नक्‍सलियों को गांव वालों ने सरे आम दी सजा-ए-मौत, पुलिस ने बताया बहादुरी का काम

गुमला/रांची। झारखंड के गुमला जिले में छेड़खानी करना नक्सलियों के लिए भारी पड़ा। गांव के लोगों ने इन नक्‍सलियों की इतनी पिटाई की कि उन्‍होंने मौके पर ही दम तोड़ दिया। घटना सदर थाना से 15 किमी दूर संवारिया डाड़टोली गांव की है। शुक्रवार सुबह सात बजे नक्‍सली संगठन पीएलएफआई के तीन नक्‍सलियों को गांव वालों ने दौड़ा कर पकड़ लिया और घर में रखे हथियारों से बुरी तरह पीटा। तीनों नक्‍सलियों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।छेड़खानी कर रहे 3 नक्‍सलियों को गांव वालों ने सरे आम दी सजा-ए-मौत, पुलिस ने बताया बहादुरी का काम
घटना की सूचना मिलने पर पुलिस गांव में पहुंची और तीनों शवों को जिला मुख्‍यालय गुमला ले आई। घटनास्थल से पुलिस ने दो पिस्तौल, छह कारतूस और तीन मोबाइल बरामद किया है। पुलिस ने इसे गांव वालों की बहादुरी करार देते हुए पूरी सुरक्षा देने का भरोसा दिया है।

मारे गए नक्‍सलियों में से एक की पहचान सिसई थाना क्षेत्र के डोढ़ीटोली निवासी परमेश्वर उरांव, पिता बालेश्वर उरांव के रूप में की गई है। जबकि दो नक्सलियों की पहचान नहीं हो सकी है। पुलिस ने तीनों शवों का गुमला सदर अस्पताल के पोस्टमार्टम कराया है।

धोरों पर बिछी ओलों की चादर


धोरों पर बिछी ओलों की चादर 


बाड़मेर पश्चिमी विक्षोभ के कारण शुक्रवार को मौसम में आए बदलाव के बाद शहर में ओलो की बारिश हुई, । बाड़मेर और आसपास के आठ से 10 किलोमीटर क्ष्ेात्र में ओले ही ओले नजर आने लगे। ग्रामीणों के अनुसार सायं साढ़े चार बजे शुरू हुई ओलावृष्टि का असर यह था कि धोरों पर आधा-आधा फीट तक ओलों की चादर बिछ गई। ओले गिरने से एक बकरी की मौत हो गई वहीं खेतों में खड़ी फसलों को भी नुकसान पहुंचा है। ग्रामीण क्षेत्रो में भी अच्छी बारिश हुई। शाम बाद मौसम में आए इस बदलाव के बाद सर्दी का असर बढ़ गया। दिन में बादल छाने के बाद भी दिन का अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि बीती रात का न्यूनतम तापमान 14.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इससे पहले दिन तल्ख धूप छाई रही, वहीं बासंती हवा भी लोगों को अच्छी लग रही थी। यह दौर दोपहर तीन बजे तक चलता रहा। इसके कारण अचानक मौसम में बदलाव आया और बादल छाने लगे। कुछ ही देर में शहर में बूंदाबांदी शुरू हो गई। बूंदाबांदी से शुरू हुई बरसात ने मुसलाधार का रूप ले लिया साथ ही ओले गिराने लगे .बरसात कम और ओले ज्यादा गिर रहे थे ,गत कई सालो में ऐसे ओले नहीं पड़े .सड़को तथा घरो की छाते सफ़ेद ओलो से भर गई ,बच्चो ने ओलो का भरपूर आनंद लिया .

--

अंतिम शाही स्नान,50 लाख ने लगाई डुबकी

अंतिम शाही स्नान,50 लाख ने लगाई डुबकी
कुंभनगर। दुनिया के सबसे बड़े आध्यात्मिक समागम महाकुंभ में संगम तट पर बसन्त पंचमी के अवसर पर दोपहर तक 50 लाख लोग डुबकी लगा चुके हैं। इस अवसर पर महाकुम्भ का चौथा बड़ा स्नान पर्व और तीसरा व अंतिम "शाही स्नान" भी सुबह तड़के शुरू हुआ ।

आधिकारिक प्रवक्ता के अनुसार अंतिम शाही स्नान के लिए सुबह सवा पांच बजे अखाड़ों के साधु संत गाजे-बाजे के साथ संगम तट पर पहुंचे और स्नान करना शुरू किया। अखाड़ों के स्नान के लिए मेला प्रशासन ने समय निर्धारित कर रखा है। इसके अलावा लोगों के लिए 14 घाटों पर स्नान की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि शाही स्नान के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था के कडे इंतजाम किए गये हैं।

2 करोड़ लोग लगाएंगे डुबकी

बसन्त पंचमी के मौके पर गुरूवार आधी रात से ही यहां श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया था और करीब दो करोड़ लोगों के आने की यहां आने की सम्भावना है। अबतक लाखों श्रद्धालु संगम तट पर डुबकी लगा चुके हैं।

6 हजार बसें,विशेष गाडियों का इंतजाम

सूत्रों के अनुसार राज्य सडक परिवहन निगम ने शाही स्नान के मद्देनजर छह हजार बसों की व्यवस्था की है जबकि इसी के साथ विशेष गाडियां चलाई जा रही हैं। ये इलाहाबाद के विभिन्न स्टेशनों से चल रही है। झूंसी,नैनी और सिविल लाइन इलाकों में बनाए गए अस्थायी बस अड्डों को बसों के संचालन के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। जबकि ट्रेनें नैनी,प्रयाग और इलाहाबाद स्टेशनों से रवाना हो रही हैं।

रेलवे सुरक्षा बल और पुलिस सतर्क

मौनी अमावस्या के स्नान में ढ़ाई करोड लोगों ने स्नान किया था लेकिन बसों और ट्रेनों की कम संख्या के कारण मेला प्रशासन को दिक्कत हुई थी । अटावन वर्ग किमी में फैले इस मेले में सुरक्षा के मद्देनजर मेलाकुंभ में दुबारा भगदड़ न हो इसके लिए रेलवे सुरक्षा बल तथा राजकीय रेलवे पुलिस को सतर्क कर दिया गया है।

60 क्लोज सर्किट कैमरे

इस बीच इलाहाबाद के पुलिस महानिरीक्षक आलोक शर्मा ने बताया कि मेला क्षेत्र में सुरक्षा के लिए पुलिस,पीएसी और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है तथा संदिग्ध लोगों की निगरानी के लिए 60 क्लोज सर्किट कैमरे लगाए गए हैं।

पुलिस को निर्देश नम्रता से करें बात

पुलिस अधिकारियों को श्रद्धालुओं से नम्रता से पेश आने के लिए कहा गया है क्योंकि पहले इलाहाबाद रेलवे स्टेशन पर श्रद्धालुओं पर पुलिस बल का प्रयोग हुआ था। यातायात नियंत्रण के मद्देनजर गुरूवार से ही क्षेत्र में भारी वाहनों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी गई है तथा पुलिस प्रशासन से समन्वय कर यातायात योजना तैयार की गई है।

आग लगने से एक की मौत

महाकुंभ मेले में शुक्रवार सुबह आग लगने से एक व्यक्ति की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए। पुलिस के अनुसार कुंभ मेला क्षेत्र के सेक्टर-4 में सुबह आग लग गई,जिससे एक अज्ञात व्यक्ति की जान चली गई। आग पर तत्काल काबू पा लिया गया,लेकिन तब तक 10 तंबू जल चुके थे। ज्ञाता हो कि गुरूवार शाम भी यहां कुछ तंबुओं में आग लग गई थी।

दहेज के लिए विवाहिता की हत्या

दहेज के लिए विवाहिता की हत्या
बाड़मेर गुड़ामालानी क्षेत्र के आलपुरा गांव में दहेज को लेकर एक विवाहिता को मारपीट करने के बाद पति, सास, ससुर व जेठ द्वारा गला दबाकर उसकी हत्या करने का मामला पुलिस ने दर्ज हुआ। गुड़ामालानी पुलिस उप अधीक्षक अर्जुनसिंह ने बताया कि चूनाराम पुत्र खेताराम निवासी टोली (बांटा) ने मामला दर्ज करवाकर बताया कि उसकी पुत्री श्रीमती भंवरी देवी का विवाह आठ वर्ष पूर्व लालाराम पुत्र रामाराम निवासी आलपुरा के साथ हुआ। शादी के तीन चार वर्ष पूर्व दहेज में पचास हजार रूपए की मांग को लेकर ससुराल वालो ने मिल कर मारपीट कर प्रताडित कर घर से निकाल दिया। सामाजिक पंचायती के बाद वह ससुराल जाने लगी।

दहेज को फिर लेकर पति, सास व ससुर मारपीट कर प्रताडित करने लगे। वह उसे जान से मारने की धमकी देने लगे। 13 फरवरी को दहेज को फिर उसकी पुत्री भंवरीदेवी के साथ पति लालाराम , जेठ फगलुराम, ससुर रामाराम पुत्र खेताराम एवं सास पेमी देवी ने मिलकर मारपीट की एवं गला दबा कर उसकी हत्या कर दी। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची एवं गुरूवार को शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सुपुर्द किया। इधर, मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या करने का तथ्य सामने आया है। पुलिस ने विवाहिता की हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू की।

बदलेंगे भाजपा के जिलाध्यक्ष!

बदलेंगे भाजपा के जिलाध्यक्ष!
जयपुर। भारतीय जनता पार्टी में नए प्रदेशाध्यक्ष के कमान संभालने के बाद अब लंबे समय से विवादित चल रहे नौ जिलाध्यक्षों का फैसला हो सकता है। माना जा रहा है कि इन पदों पर नई नियुक्तियां होंगी। गौरतलब है कि तत्कालीन प्रदेशाध्यक्ष अरूण चतुर्वेदी के कार्यकाल में प्रदेश के नौ जिलों के जिलाध्यक्ष को लेकर काफी बवाल हुआ था।

इसी विवाद के चलते लंबे समय तक नौ जिलों के जिलाध्यक्ष घोçष्ात नहीं किए जा सके थे। प्रदेशाध्यक्ष ने सबसे बाद में इन जिलों के जिलाध्यक्ष घोçष्ात किए थे। इसके बाद भी इनका जिलों में जमकर विरोध हुआ था। यह विवाद जिलों से दिल्ली तक पहुंच गया था। स्थानीय नेताओं ने भी इन जिलाध्यक्षों के कार्यक्रमों का अघोçष्ात बहिष्कार तक कर दिया था।

यहां पर हो सकते हैं बदलाव
जयपुर,दौसा,झालावाड़,सवाईमाधोपुर सहित नौ जिलों के जिलाध्यक्ष को लेकर सबसे अधिक विवाद रहा था। इन क्षेत्रों के विधायक इस विष्ाय पर संगठन से लगातार मांग करते रहे हैं। जयपुर में तो चार विधायकों ने श्ौलेंद्र भार्गव को शहर अध्यक्ष तक मानने से इंकार कर दिया था। ऎसे में इन जिलों में बदलाव की संभावना बताई जा रही है।

प्रदेश कार्यकारिणी पर टिकी नजरें
दिल्ली में पार्टी की राष्ट्रीय परिष्ाद की बैठक 2 और तीन मार्च को होनी है। इस बैठक में प्रदेश से प्रदेश कार्यकारिणी के पदाधिकारी, जिलाध्यक्ष, मोर्चा प्रकोष्ठ के प्रदेशाध्यक्ष भी शामिल होंगे।

जानकारों के मुताबिक चतुर्वेदी के त्यागपत्र के बाद पुरानी कार्यकारिणी के स्थान पर नई कार्यकारिणी बननी है। नए पदाधिकारी ही राष्ट्रीय परिष्ाद में जाएंगे। पार्टी के कुछ लोगों का मानना है नए कार्यकारिणी का गठन नहीं होने तक पुरानी कार्यकारिणी के पदाधिकारी भी शामिल हो सकते हैं।

गुरुवार, 14 फ़रवरी 2013

बलात्कार और अश्लील विज्ञापनों में मीडिया की भूमिका : गोपाल प्रसाद

बलात्कार और अश्लील विज्ञापनों में मीडिया की भूमिका : गोपाल प्रसाद................................................................................................................
मीडिया का नैतिक कर्तव्य है की समाज में फैली हुई कुरीतियों से समाज को
सजग करे, देश और समाज के हित के लिए जनता को जागरूक करे ; परन्तु ऐसा
लगता है की धन कमाने की अंधी दौड़ में लोकतंत्र का यह चौथा स्तंभ अपनी सभी
मर्यादाओं को लाँघ रहा है। सभी समाचार पत्रों में संपादक प्रतिदिन
बड़ी-बड़ी पांडित्यपूर्ण सम्पादकीय लिख कर जनमानस को अपनी लेखनी की शक्ति
से अवगत करते हैं परन्तु व्यावहारिक रूप में ऐसा लगता है की पैसा कमाने
के लिए सभी कायदे कानूनों को तक पर रख दिया गया है . सभी समाचारपत्रों
में अश्लील एवं अनैतिक विज्ञापनों की भरमार है , जिससे समाज के लोग
गुमराह होते हैं . समाचारपत्र केवल एक लाइन लिखकर लाभान्वित हो जाता है .
क्या कभी किसी समाचारपत्र ने ऐसे विज्ञापनों की सत्यता को जांचने की
कोशिश की ? क्या ऐसे अश्लील और अनैतिक विज्ञापनों को समाचारपत्रों में
छपने भर से वह अपनी जिम्मेवारी से मुक्त हो सकता है?
ऐसे बहुत से विज्ञापन हैं जिनमें कोई पता नहीं होता , केवल मोबाईल नंबर
दे दिया जाता है क्योंकि लाख कोशिश करने के बाबजूद भी ऐसे विज्ञापनदाताओं
ने अपना पता नहीं बताया। इस तरह की कई शिकायतें थाने में दर्ज भी कराई
गई है , परतु उस पर कारवाई नहीं के बराबर होता है। ऐसे विज्ञापनदाता जनता
से धन ऐंठकर चम्पत हो जाते हैं। क्या इनके दुराचार में मीडिया भी बराबर
का भागीदार नहीं है? संपादक को चरित्रवान एवं देश व समाज के प्रति
जिम्मेदार होना चाहिए , तभी उनके सम्पादकीय की गरिमा का आभास जन मानस को
हो सकेगा और उनके विद्वता का लाभ देश और समाज को मिल सकेगा।
आज सामाजिक पतन के लिए काफी हद तक मीडिया भी जिम्मेदार है . यदि
इन्टरनेट की बात छोड़ दें तो, इस प्रकार के गुमराह करने वाले विज्ञापनों
से की जाने वाली कमाई से देश में और खासकर महानगरों में बलात्कार जैसी
घटनाएँ नहीं होंगी तो और क्या होगा?
पच्चीस बर्ष पहले भी जब पंजाब केसरी समाचारपत्र में विदेशी महिलाओं के
अश्लील फोटो छपते थे तो कई सजग पाठकों ने इसका विरोध भी किया था परन्तु
यह आज तक जारी है। खास बात यह है कि बहुत से लोग केवल इसी कारण इस
समाचारपत्र को पसंद करते हैं . अब तो प्रायः सभी अखबार यही कर रहे हैं।
खेद की बात है कि हर आदमी धनवान बनना चाहता है , चाहे उसके लिए समाज और
देश को कोई भी कीमत क्यों न चुकानी पड़े। जब हम निर्मल बाबा और दूसरे धर्म
के ठेकेदारों , भ्रष्ट नेताओं को कोसते हैं ,तो संपादक मंडल को भी अपने
गिरेबान में झांकने की जरूरत है कि हम क्यों पेड़ न्यूज़ और भ्रामक
विज्ञापन के द्वारा चंद लोगों के लाभ के लिए
समाज के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं? समाज के कई भद्र कुलीन व्यक्ति इन
धोखेबाज लोगों के शिकार होते हैं, परन्तु अपनी बदनामी से बचने के लिए
आवाज नहीं उठाते, आवश्यकता है कि जनहित में छद्म ग्राहक बनकर इनकी
गतिविधियाँ जानकर उसका भंडाफोड़ करने के लिए सजग लोग अग्रसर हों। क्या
संपादक मंडल राष्ट्रहित में लिंगवर्धन , मसाज पार्लर , महिलाओं से
दोस्ती जैसे भ्रामक विज्ञापनों पर रोक लगाने का भरसक प्रयास करेगे?
............................................................................................................................
लेखक गोपाल प्रसाद स्वतंत्र पत्रकार एवं आरटीआई एक्टिविस्ट है।

पशुप्रेम हो तो ऐसा : गोपाल प्रसाद



पशुप्रेम हो तो ऐसा : गोपाल प्रसाद
.*लेखक गोपाल प्रसाद स्वतंत्र पत्रकार एवं आर.टी.आई  एक्टिविस्ट हैं .  *
................................................................

दिल्ली की शकरपुर निवासी दया सावंत कहती हैं कि उनकी स्वर्गीय पुत्री लता को ब्लोपाईपर की तरह कौआ , अन्य चिड़िया, चूहे , बिलाड सहित कई अन्य जानवरों के आवाज़ नक़ल करने की आदत थी। एक बार एक कुत्ता नाली में गिर गया था, उसे सबसे पहले नहलाया, फिर चम्मच से दूध पिलाया . चूंकि वह रोता बहुत था इसलिए उसे जाड़े के दिनों में थोडा शराब पिलाकर रजाई के अन्दर सुला दिया करती थी . बाद में उसने उस कुत्ते का नाम जैकी रखा था।

एक बार एनी नाम की कुतिया को जुएँ होने के कारण एक व्यक्ति उसे मारने ले जा रहा था . लता ने एनी के मालिक से अनुरोध कर न केवल उसे मरने से बचाया बल्कि मालिक से लेकर उसका बाल काटा, जख्म पर मिटटी का तेल डालकर रूई से तीन दिन तक साफ करने के बाद डाक्टर से इलाज कराया . एनी से लगभग पचास बच्चे पैदा हुए , जिसे उसने मुफ्त में बांटा . दया सावंत का मानना है कि कुत्ता वास्तव में साक्षात् भैरव का अवतार है , इसलिए उसे बेचना नहीं चाहिए क्योंकि कुत्ता बेचने वाले को कभी संतान प्राप्ति नहीं होती। पशु पालन भी दो तरह का होता है।वे लोग जो ममतावश जानवरों को शौकिया पालते तो हैं पर बेचते नहीं, वे निश्चित रूप से संवेदनशील होते हैं, मगर जो व्यावसायिक रूप से पालते हैं और जिनका उद्देश्य मात्र पैसा कमाना होता है, वे संवेदना शून्य होते हैं। वर्तमान में एनी की संतान सैम नामक कुत्ता एवं किटी नामक कुतिया मात्र ही इनके पास अमानत के तौर पर है। “एनी का साथी कुत्ता टफी जिससे इतने बच्चे पैदा हुए,के मृत्यु पर तो बजाप्ता मनुष्य की तरह दाह संस्कार कराया गया। वहीं उसके कर्मकांड हेतु बिहार के मधुबनी जिले के पंडित मनोज झा "हर्ष"को दक्षिणा स्वरुप एक सौ एक रूपए भी दिए गए।“

दया सावंत की छोटी पुत्री पिंकी के मरने पर एनी दो महीने तक ठीक से खाना नहीं खाया। वह गेट पर ही इन्तजार में बैठी रहती थी। दया सावंत प्रेतात्मा एवं भूत के चक्कर में दुखी रहती थी , जिसके डर से बचने के लिए कुत्ता पाला . मगर वह भूत उपकारी भी था, क्योंकि वह हैंडपाईप से पानी भी भर जाता था। प्रेतात्मा रात भर छत पर चलता रहता था . मकान बदलने के बाद वह उनके किराए के मकान में भी आ गया . वहां वह प्रेतात्मा उनकी सुपुत्री को परीक्षा में आनेवाले प्रश्न भी बता जाता था . पिंकी ने तो एक बार भूत को देखा भी था। पिंकी की मौत के बाद भूत का आना बंद हो गया . दया सावंत ने दार्शनिक अंदाज में कहा की आत्मा कभी नहीं मरती .जहाँ गंदी आत्मा का भूत दूसरे को परेशान करता है , वहीं अच्छी आत्मा का भूत दूसरे को कष्ट नहीं देता . वास्तव में आयु पूरी नहीं होने के कारण ही भूत भटकता रहता है वहीं वह उसकी रक्षा करता है जो उसका वंशज होता है।

लता की पुत्री हिना में पशुओं के प्रति माँ की तरह संवेदना तो नहीं है परन्तु सामान्य प्रेम तो है ही। हाँ उसकी दोस्त ट्विंकल कुत्ते के चक्कर में कर्जदार जरूर हो गई। हिना कहती है कि ट्विंकल कई कुत्तों की बाल कटिंग पशु- प्रेमवश करवा चुकी है। जहाँ शकरपुर में कुत्ते की बाल कटिंग 450 रूपए में होती है, वहीं ग्रेटर कैलाश में 750 रूपए तक लग जाते हैं। गणेश नगर की ब्रौनिका नाम की लड़की भी कुत्ते के चक्कर में ही कर्जदार हो गई . शकरपुर में ही एक निजी स्कूल की संचालिका एवं प्राचार्य ने तो कुत्ते के लालन पालन हेतु साढ़े सात हजार प्रतिमाह पर एक नौकर ही रख लिया है। यह नौकर उन कुत्तों के लिए दस किलो मीट प्रतिदिन बनाता है . इन्होने कुत्ते के कैंसर का इलाज डिफेंस कालोनी के फ्रेंडिस्को नामक अस्पताल में कराया जिसके ऑपरेशन एवं एक्सरे पर साढ़े सत्रह हजार खर्च हुए जो बाद में मर गई।

सांस्कृतिक संस्था हरिओम शरणं की संचालिका नंदा सावंत ने बताया की पुरातन काल में कुत्ते ने तो एक ऋषि को शाप दे दिया था, कुत्ते के कारण महाभारत हुआ, कुत्ता भैरव के साथ-साथ यमराज का का भी रूप है।

जैसलमेर: ढाई दशक बाद मिला जमीन का मालिकाना हक



प्रशासन गांवों के संग अभियान ने दिया तोहफा

जैसलमेर: ढाई दशक बाद मिला जमीन का मालिकाना हक

बरसों की तमन्ना मिनटों में हुई पूरी


जैसलमेर, 14 फरवरी/ राजस्थान के सरहदी जिले जैसलमेर में प्रशासन गांवों के संग अभियान लोक कल्याण का महाभियान बना हुआ है। प्रशासन गांवों के संग अभियान के अन्तर्गत जिले में ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर आयोजित शिविरों में ग्रामीणों के बरसों पुराने प्रकरणांे और कामों को निस्तारण हो रहा हैै। ख़ासकर अपने कब्जे की भूमियों का मालिकाना हक दिलाने की दिशा में ये शिविर वरदान सिद्ध हो रहे हैं। इन शिविरों की बदौलत हाथों हाथ स्वामित्व के दस्तावेज पाकर ग्रामीण भावविभोर होकर सरकार को लाख-लाख धन्यवाद देने लगे हैं।

जैसलमेर जिले की सम पंचायत समिति अन्तर्गत सोनू ग्राम पंचायत के ग्राम सेरावा के केसुसिंह पुत्र समर्थ सिंह का राजस्व रिकार्ड में नाम संवत 2044-47 की जमाबंदी बनाते समय भूल से दर्ज होने से छूट गया। तभी से केसूसिंह अपनी विरासती पैतृक जमीन में हक होने के बावजूद असली भूमि के दस्तावेजी स्वामित्व से वंचित चला आ रहा था। उल्लेखनीय है कि स्वर्गीय समर्थ सिंह के दो पुत्र केसुसिंह व तग सिंह थे लेकिन जमाबंदी में उस समय केवल तगसिंह का ही नाम दर्ज हुआ था।

उल्लेखनीय है कि गरीब परिवार का केसुसिंह अपनी भूमि का राजस्व रिकार्ड में नाम दर्ज कराने के लिए वर्षो से प्रयास कर रहा था लेकिन ऐसा हो नहीं पाया। सोनू ग्राम पंचायत मुख्यालय पर आयोजित शिविर की जानकारी पाकर केसुसिंह शिविर में पहुँचा तथा शिविर प्रभारी एवं उपखण्ड अधिकारी जैसलमेर रमेशचन्द जैन्थ के समक्ष अपनी पैतृक भूमि मंे नाम दर्ज करने का प्रार्थना पत्र पेश किया।

शिविर प्रभारी जैन्थ ने गरीब केसुसिंह की फरियाद को संवेदनशीलता से सुना एवं ग्रामीणों से उसकी पैतृक भूमि के बारे में विस्तार से पूछताछ की तो पता लगा कि वास्तव में जमाबन्दी बनाते समय उसका नाम दर्ज होने से छूट गया था।

शिविर प्रभारी ने हाथों-हाथ पटवारी एवं भू-अभिलेख निरीक्षक को आदेश जारी किये कि केसूसिंह का नाम राजस्व रिकार्ड में दर्ज किया जाये। भू-अभिलेख रामगढ़ द्वारा की गई जांच के उपरान्त तहसीलदार पीताम्बर राठी ने रिपोर्ट प्राप्त कर शुद्धि पत्र के जरिए केसूसिंह का नाम जमाबंदी में दर्ज कर उसकी पैतृक भूमि का हिस्सा दिलवा कर उसकी बरसों पुरानी ख्वाहिश पूरी कर दी।

शिविर में खुशी मिली इतनी ....

ढाई दशक बाद कहीं जाकर राजस्व रिकार्ड में केसूसिंह का नाम दर्ज होने से वह अब भूमि का असली मालिक बन गया है। यह शिविर केसूसिंह के लिए ख़ासा सुकूनदायी रहा जिसने उसे भूमि का मालिकाना हक दिलाया। बरसों से जिस काम के लिए वह घूम रहा था, वही काम उसकी आँखों के सामने चंद मिनटों में ही होने तथा हाथों हाथ मालिकाना हक मिलने की खुशी के अतिरेक में केसूसिंह की आँखें छलछला उठी और भावविभोर होते हुए उसने शिविर प्रभारी रमेशचन्द्र जैन्थ तथा प्रदेश सरकार के प्रति तहे दिल से शुक्रिया अदा किया।

गरीबों की जिन्दगी रौशन कर रहे हैं शिविर

अन्तर्मन से प्रफुल्लित केसूसिंह ने कहा कि उस जैसे गरीब को शिविर में चंद मिनट में जो सुकून मिला है, उसके लिए सरकार को लाख-लाख धन्यवाद है जिसने मेरे जैसे गरीबों की जिन्दगी में रोशनी भर दी और जीने का सुकून दिया है। ये शिविर तो गरीबों की तकदीर सँवारने वाले ही हैं। अपनी प्रशासन गांवों के संग अभियान के शिविर की बदौलत अपनी पैतृक भूमि का असली मालिक बना केसूसिंह कहता है कि अब वह अपनी जमीन को विकसित करने के लिए बैंक से अपने नाम ऋण भी ले सकेगा और सरकारी योजनाओं का लाभ भी।

---000---

8 बच्चों की मां ने दामाद से की शादी

समस्तीपुर।। बिहार के समस्तीपुर जिले में रिश्ते की मर्यादा को तार-तार करते हुए 8 बच्चों की मां ने अपने ही दामाद से शादी रचा ली। हालांकि, बाद में बदनामी की वजह से उसने जहर खाकर खुदकुशी करने की कोशिश की।marriage
अशोक कुमार यादव की शादी दो साल पहले बेगूसराय के छौराही थाने में डुमरी गांव की रहने वाली गंगो देवी की बड़ी बेटी के साथ हुई थी। शादी के बाद गंगो देवी अपनी बेटी और दामाद के साथ खगड़िया के होटेल में काम करने लगी। तीनों एक ही साथ हसनपुर थाने के मल्हीपुर गांव में एक छोटे से कमरे में रहने लगे। इसी दौरान सास और दामाद में प्यार हो गया और दोनों ने शादी रचा ली। इसके बाद मां ने अपनी बेटी को घर से निकाल दिया।

गांव के लोगों को पूरे मामले की जानकारी मिली, तो पंचायत बुलाई गई। पंचायत में भी दोनों ने अलग होने से इनकार करते हुए एक साथ जीने-मरने की बातें कीं। इसके बावजूद पंचायत सामाजिक मान्यताओं का हवाला देते हुए दोनों पर अलग होने का दबाव बनाती रही। जब दोनों नहीं माने, तो महिला के बड़े बेटे को बुलाने का फैसला किया गया। इसकी खबर मिलने महिला ने जहर खा लिया। बेहोशी की हालत में महिला को ग्रामीण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए। महिला की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच, पटना रेफर कर दिया गया।

मंत्री का सेक्सी कमेंट,मांगा इस्तीफा

मंत्री का सेक्सी कमेंट,मांगा इस्तीफा
नई दिल्ली। केरल में गुरूवार को उस वक्त हंगामा खड़ा हो गया जब केन्द्रीय मंत्री व्यालार रवि को कैमरे के सामने एक महिला के खिलाफ सेक्सी कमेंट करते हुए देखा गया। मंत्री ने महिला रिपोर्टर के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल किया। इससे केरल की अन्य महिला रिपोर्टर्स भड़क गई। उन्होंने मंत्री के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है।

महिला रिपोर्टर व्यालार रवि से 1996 के सूर्यानेल्ली गैंग रेप केस में राज्यसभा के उप सभापति पीजे कुरियन की कथित भूमिका के बारे में प्रतिक्रिया मांग रही थी। रवि ने रिपोर्टर से कहा कि क्या तुम्हारी कुरियन से निजी खुन्नस है? मुझे लगता है कि ऎसा ही है।

क्या पूर्व में आपके और कुरियन के बीच कुछ हुआ था। इतना कहते ही महिला रिपोर्टर उखड़ गई। इसके बाद अन्य महिला पत्रकार भी उसके समर्थन में आ गई और उन्होंने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस बीच भाजपा ने मंत्री के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। पार्टी नेता स्मृति ईरानी ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि मंत्री ने इस तरह का बर्ताव किया। अगर कैमरे के सामने ऎसा हो सकता है तो सोचिए कि जहां कैमरे नहीं होते होंगे वहां क्या होता होगा?

माफी मांगने से कुछ नहीं होगा। उन्हें सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी होगी। अगर आप अपने पद का दुरूपयोग करते हैं तो आप बहुत बुरा उदाहरण पेश करते हैं। व्यालार रवि के बर्ताव के लिए कांग्रेस को उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। कांग्रेस ऎसे मामलों पर कार्रवाई नहीं कर गलत उदाहरण पेश कर रही है। मुझे पता है कि प्रधानमंत्री कार्यालय को इस घटना की जानकारी है। इस तरह के बर्ताव पर चुप्पी से ऎसा संदेश जाता है कि कांग्रेस आलाकमान का पूरा समर्थन प्राप्त है।

रिश्वत के साथ लड़कियों का इस्तेमाल

रिश्वत के साथ लड़कियों का इस्तेमाल
नई दिल्ली। इटली की कंपनी ने भारत से हेलीकॉप्टरों का सौदा करने के लिए हर हथकंडा अपनाया। उसने भारतीय नेताओं के लिए 12 अगस्ता वेस्टलैण्ड हेलीकॉप्टर का सौदा करने के लिए लड़कियों का भी इस्तेमाल किया। एक समाचार पत्र ने इटली की कोर्ट में पेश की गई जांच रिपोर्ट के हवाले से यह खबर दी है।

समाचार पत्र के मुताबिक बिचौलियों ने पूर्व वायुसेना अध्यक्ष पीसी त्यागी तक पहुंच के लिए लड़कियों का इस्तेमाल किया गया। रिपोर्ट के मुताबिक दलाल गाइडो हैश्के पूर्व वायुसेना अध्यक्ष से 6-7 बार मिला था। यह मुलाकात 2005 से 2007 के दौरान हुई थी। उस वक्त त्यागी वायुसेना प्रमुख थे।

दो बार मुलाकात उनके रिश्तेदारों के दफ्तर में और एक बार बेंगलुरू एयर शो में हुई थी,जिसका आयोजन हर दो साल पर होता है। यह त्यागी के उस दावे के बिल्कुल उलट है जिसमें उन्होंने माना था कि उनकी मुलाकात उस व्यक्ति से एक बार हुई थी जिसे इस सौदे में दलाल बताया जा रहा है।

जांचकर्ताओं की रिपोर्ट के मुताबिक त्यागी परिवार को करीब 70 लाख रूपए की रिश्वत दी गई। दलाली की बाकी रकम आईडीएस इंडिया नामक कंपनी ने सर्विस कॉन्ट्रैक्ट के जरिए संबंधित लोगों तक पहुंचाई। इटली की कोर्ट में बिचौलियों की बातचीत का ब्योरा पेश किया गया है। इसके मुताबिक दलालों ने अपनी गर्लफ्रेंड्स के जरिए त्यागी के रिश्तेदारों से संपर्क साधा। खासकर जूली त्यागी से जिसे इस मामले में रकम दिए जाने का दावा किया जा रहा है।

त्यागी परिवार के सदस्यों और बिचौलियों के बीच दोस्ती की शुरूआत 2001 में हुई थी जब कार्लो गेरोसा इटली में एक शादी में जूली से मिला था। 2000-01 में ही भारतीय वायुसेना ने अतिविशिष्ट लोगों के लिए वीआईपी हेलिकॉप्टर की मांग रखी थी।

जांतकर्ताओं ने त्यागी के रिश्तेदारों जूली,डोस्का और संदीप की पहचान उन मध्यस्थों के रूपए में की है जिन्होंने फिनमेकेनिका को 3600 करोड़ रूपए की हेलिकॉप्टर डील दिलाने में मदद की। जांच रिपोर्ट से पता चलता है कि जब अगस्ता-वेस्टलैंड को लगा कि वह डील से बाहर हो सकती है तो कंपनी ने कार्लो और उसके बॉस राल्फ से संपर्क साधा। ये दोनों एस.पी.त्यागी के रिश्तेदारों से परिचित थे।

दरअसल अगस्ता-वेस्टलैंड के हेलिकॉप्टर 18000 फीट की ऊंचाई पर उड़ान नहीं भर सकते जबकि वीआईपी हेलिकॉप्टर के लिए निकाले गए टेंडर में यह शर्त रखी गई थी। बाद में टेंडर में बदलाव करके हेलिकॉप्टर की उड़ान क्षमता घटाकर 15 हजार फीट कर दी गई। इससे अगस्ता-वेस्टलैंड को फायदा हुआ और डील उसे मिल गई।

इटली में इस सौदे की जांच के दौरान बताया गया है कि दलाली के प्रभाव में आकर भारतीय वायुसेना ने न सिर्फ हेलिकॉप्टर की अधिकतम ऊंचाई में उड़ने की क्षमता की शर्त में बदलाव किया बल्कि इंजन बंद हो जाने की स्थिति में उड़ान की जांच की शर्त जोड़ दी गई। टेंडर में शामिल हेलिकॉप्टरों में फिनमेकेनिका का हेलिकॉप्टर ही तीन इंजन वाला था।

राजस्थानी सौंदर्य का प्रतीक. अमर प्रेम के प्रतीक मूमल-महेन्द्रा


मरुभूमि की एक अमर प्रेम-कथा …

राजस्थानी सौंदर्य का प्रतीक. अमर प्रेम के प्रतीक मूमल-महेन्द्रा

जैसलमेर। अद्वितीय सौन्दर्य की स्वामिनी मूमल व अदम्य साहस के प्रतीक महिन्द्रा के अटूट प्रेम को हजारों वर्ष बाद भी लोकप्रियता हासिल है। एक-दूसरे से बेइंतहा प्रेम करने वाले इन दीवानों के प्रेम का हालांकिदु:खद अंत हुआ, लेकिन स्वर्णनगरी के भ्रमण को आने वाले देशी-विदेशी सैलानी यहां मूमल की मेड़ी को देखकर उसकी प्रेम कहानी से काफी प्रभावित होते हंै।
मन में प्रेम कथा का विचार कौंधते ही मानस पटल पर प्रेम के पुजारी हीर-रांझा, सोहनी-महीवाल, शीरी फरहाद, जूलियट-सीजलर, लैला-मजनू और बूवना-जलाल का नाम सामने आ जाता है। ऎसे में मरूप्रदेश की मूमल व अमरकोट (पाकिस्तान) निवासी उनके प्रियतम महेन्द्रा की प्रेम कहानी को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। मूूमल की कलात्मक मेड़ी का बखान लोक गीतों में भी किया जाता है। बुजुर्ग बताते हैं कि जैसलमेर की प्राचीन राजधानी लौद्रवा (जिला मुख्यालय से 14 किमी दूर) में शिव मंदिर के समीप व काक नदी के किनारे आज भी मूमल की मेड़ी के अवशेष मौजूद है, जो कि इस अमर प्रेम कहानी के मूक गवाह बने हुए है। यहां आने वाले सैलानी भग्नावशेष के रूप में दिखाई देने वाली मेड़ी को देखकर उन दिनों की कल्पना करते हैं जब रेगिस्तान के मीलों लंबे समंदर को पार कर अमरकोट से महेन्द्रा अपनी प्रियतमा मूमल से मिलने यहां आता था।


यह है कथा


इतिहासविदों व साहित्यकारों ने मूमल-महेन्द्रा की प्रेम कथा को अलग-अलग ढंग से पेश किया है, लेकिन सभी में एक बात सामान्य है कि उनका इस लोक में सुखद मिलन नहीं हो पाया। कहानी कुछ इस प्रकार है कि सुंदरता की स्वामिनी मूमल की ख्याति सुनकर अमरकोट का महेन्द्रा उसकी एक झलक पाने के लिए काक नदी के समीप मूमल के महल के समीप पहुंचा और अपनी सूझबूझ से महल की सभी बाधाओं व भूलभुलैया को पार कर मूमल को अपना दीवाना बना दिया।
महेन्द्रा प्रतिदिन अमरकोट से ऊंट पर सवार होकर सौ कोस दूर स्थित लौद्रवा में मूमल से मिलने उसके महल आता और भोर होने से पहले ही लौट जाता। एक दिन दुर्भाग्यवश देरी से पहुंचे महेन्द्रा ने मूमल को पुरूष वेश में उसकी बहिन सूमल के साथ देखा, जिससे उसके मन में दुर्भावनाओं ने घर कर लिया। उसके बाद वह मूूूमल से मिले बिना ही वहां से लौट गया और फिर लौटकर उसके पास कभी नहीं आया। महेन्द्रा के कई दिनों तक लौद्रवा न आने से मूमल भी विरह वेदना में जलती रही। जब महेन्द्रा का भ्रम दूर हुआ तब तक बहुत देर हो चुकी थी। हालांकि दोनों प्रेमियों इसके बाद कभी मिलन नहीं हुआ, लेकिन उनकी प्रणय कथा सच्चे प्रेमियों के लिए आदर्श बन चुकी है।
सुंदरता का पर्याय
मरूप्रदेश में सुंदर बेटी या बहू को मूमल की उपमा दी जाती है। अन्तरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त मरू महोत्सव में भी प्रतिवर्ष मिस मूमल सौन्दर्य प्रतियोगिता होती है। इस प्रतियोगिता को जीतने का सपना संजोए न केवल जिले से, बल्कि दूर-दराज की कई युवतियां यहां पहुंचती है।

रिश्‍ते शर्मसार: भाई ने बहन और बाप ने बेटी का किया बलात्‍कार

रिश्‍ते शर्मसार: भाई ने बहन और बाप ने बेटी का किया बलात्‍कार

नई दिल्‍ली। पंजाब के गांव झावां निवासी एक युवक के खिलाफ अपनी ही मौसी की बेटी को शादी का झांसा देकर भगा ले जाने व उससे दुष्कर्म के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने लड़की व लड़के दोनों को पकड़ लिया है, वहीं लड़के की मदद कर रही लड़के की दादी को भी गिरफ्तार किया गया है। महिला ने बताया कि उसकी नाबालिग बेटी को 6 नवंबर को उसकी बहन का लड़का भगाकर ले गया। यह काम उसने अपनी दादी की शह पर किया। दादी ने न सिर्फ उसे भगाने में मदद की बल्कि उन्हें कहीं छुपा दिया। पुलिस द्वारा जब लड़के की दादी से पूछताछ की गई तो उसने सब बता दिया और पुलिस पार्टी ने एएसआई अश्विनी कुमार के नेतृत्व में लड़का-लड़की दोनों को पठानकोट से पकड़ लिया।

नाबालिग बेटी ने दुष्कर्मी पिता को पकड़वाया

भरतपुर। एक पटवारी ने अपनी आठवीं कक्षा में पढ़ रही नाबालिग बेटी के साथ दुष्कर्म किया। पिता के चार-पांच मित्रों ने भी इस छात्रा से ज्यादती की। परेशान बच्ची ने हिम्मत दिखाते हुए बुधवार को स्कूल प्राचार्य को जानकारी दी। इस पर प्रशासन ने कार्रवाई में करते हुए बच्ची का मेडिकल कराया। बाद में पुलिस ने आरोपी पिता को हिरासत में ले लिया। अन्य आरोपियों की भी पुलिस ने तलाश शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि छात्रा ने कई साल से दुष्कर्म होने की जानकारी दी है।

बच्ची ने बताया कि दुष्कर्म के बाद पिता धमकियां भी देता था। इसकी जानकारी बच्ची ने मां और दादी को भी दी, लेकिन बदनामी के कारण सब चुप रहे। बच्ची ने मामा के यहां भी जाने की जिद की तो मां ने भेजने से इसलिए इनकार कर दिया। हिम्मत करके छात्रा ने बुधवार को प्राचार्य को आपबीती सुनाई। प्राचार्य ने मामले की जानकारी जिला कलेक्टर को दी तो पुलिस ने जांच शुरू की। एसपी अंशुमन भौमियां ने बताया कि छात्रा से पूछताछ करने के लिए टीम बनाई गई है इस टीम ने पीडि़त छात्रा से बातचीत की और बयान के आधार पर महिला थाना में मामला दर्ज किया। इसके बाद छात्रा का मेडिकल कराया गया। इसके बाद पिता को हिरासत में ले लिया गया है।