गुरुवार, 3 जनवरी 2013

लोक नृत्यों से राजस्थान की पहचान पूरे देश में

लोक नृत्यों से राजस्थान की पहचान पूरे देश में


राजस्थानी लोक नृत्य


  राजस्थान को लोक कलाओं का अजायबघर कहा जाये तो अतिशयोक्ति न होगी। राजस्थान के ठेठ ग्रामीण जीवन को समझना है तो आपको उनकी भाषा के साथ उनके मनोरंजन के तरीकों की जानकारी प्राप्त करनी होगी। लोक कलाओं ने उनको कभी भी एकाकी नहीं होने दिया। समष्टिगत जीवन के आल्हादित क्षणों को राजस्थान के निवासियों ने लोक कलाओं के माध्यम से अभिव्यक्त किया है। यही कारण है कि विपरीत परिस्थितियों में भी उनकी जिजिविषा बनी रही।



लोक नृत्य

लोक नृत्यों से राजस्थान की पहचान पूरे देश में है। लोक नृत्यों में शास्त्रीय नृत्य की तरह ताललय आदि का कड़ाई से पालन नहीं होता। समय-समय पर प्रसंग विशेष के अनुरूप जनमानस द्वारा रचे गये लोक नृत्यों में मानव जीवन का सहज चित्रण होता है। लोकोत्सवपर्वतीज-त्योहारलोकानुष्ठान आदि के मोकों पर रंग-बिरंगी वेशभूषा और स्थान विशेष की परम्पराओं के अनुसार लोकनृत्य परम्परा शताब्दियों से चली आ रही है। मारवाड़ का डांडियामारवाड़ व मेवाड़ का गैरशेखावाटी का गीदड़जसनाथी सिद्धों का अग्नि नृत्य,अलवर-भरतपुर का बम नृत्यलगभग पूरे प्रदेश में प्रचलित घूमरचंग एवं डांडिया राजस्थान के लोकप्रिय नृत्य हैं। राजस्थान की जनजातियों के लोक नृत्यों में भीलों के गवरीगरासियों के वालरगूजरों का चरी नृत्यरामदेवजी के भोपों का तेरहताली नृत्यपेशेवर लोकनर्तकों का भवाई नृत्य आदि रंग-बिरंगी छटा बिखरते हैं। राजस्थान में प्रचलित प्रमुख लोक नृत्यों का परिचय निम्नांकित है -


अग्नि नृत्य
अग्नि नृत्य जसनाथी सम्प्रदाय का प्रसिद्ध नृत्य है। इसका उद्गम स्थल बीकानेर जिले के कतरियासर गाँव में हुआ। यह मुख्यतः चूरूनागौर और बीकानेर की जाट जाति का नृत्य है। यह नृत्य धधकते अंगारों पर पुरुषों द्वारा प्रस्तुत किया जाता हैनृत्यकार अंगारों से मतीरा फोड़ना का कार्य करते हैं। आग के साथ राग और फाग खेलना जसनाथी सम्प्रदाय के अलावा कहीं भी देखने को नहीं मिलता है।

इण्डोनी नृत्य

इण्डोनी कालबेलिया जाति का प्रसिद्ध नृत्य है। इसमें पूँगी व खंजरी वाद्य यन्त्रों का प्रयोग किया जाता है। यह गोलाकार आकृति में होता है। इण्डोनी में औरतों की पोशाक व मणियों की सजावट कलात्मक होती है।

कच्छी घोड़ी 
कच्छी घोड़ी शेखावाटी क्षेत्र का प्रसिद्ध नृत्य है। इसमें चार-चार व्यक्ति आमने-सामने खड़े होते हैंजो आगे-पीछे बढ़ने का कार्य तीव्र गति से करते हैं। इस नृत्य में पंक्ति का तीव्र गति से बनने का और बिखरने का दृश्य फूल की पंखुड़ियों के खुलने का आभास दिलाता है।

गरबा नृत्य
गरबा बाँसवाड़ा और डूँगरपुर क्षेत्र का प्रसिद्ध नृत्य है। इसका स्वरूप रासडांडिया गवरी नृत्यों से अभिव्यक्त होता है। इसमें गीतों की लय भक्तिपूर्ण होती है। यह नवरात्रों में विशेष रूप से किया जाता है। इसमें समाज बिना भेदभाव से नृत्य का आनन्द लेता है। इसमें लोक जीवनभक्ति एवं शक्ति का चित्रण किया जाता है।

गवरी नृत्य
गवरी मेवाड़ क्षेत्र के भीलों के द्वारा किया जाने वाला प्रसिद्ध नृत्य है। यह सावन-भादों माह में किया जाता है। इसमें पार्वती की पूजा की जाती है। इस नृत्य में मांदल और थाली के प्रयोग के कारण इसे राई नृत्य के नाम से भी जाना जाता है। यह केवल पुरुषों का नृत्य है। शिवजी की अर्द्धांगिनी गौरी के नाम से इसका नाम गवरी पड़ा।

गीदड़ नृत्य

होली के अवसर पर किया जाने वाला गीदड़ शेखावाटी क्षेत्र का प्रसिद्ध नृत्य है। इसमें तालसुर और नृत्य का समन्वय देखने को मिलता है। इसे केवल पुरुष ही प्रस्तुत करते हैं। इस नृत्य के मुख्य वाद्य यंत्र नगाड़ाढोलडफ व चंग हैं। नगाड़े की चोट पर पुरुष अपने दोनों हाथों के डण्डे को परस्पर टकराते हुए नृत्य करते हैं। यह नृत्य समाज की एकता का सूत्रधार है।

गैर नृत्य
गैर मारवाड़ क्षेत्र का प्रसिद्ध नृत्य हैइसकी लोकप्रियता बाड़मेर में भी है। यह होली के अवसर पर पुरुषों को उल्लास व स्फूर्ति प्रदान करता है। पुरुष लकड़ी की छड़ियाँ लेकर गोल घेरे में नृत्य करते हैं। घेरे में नृत्य करने के कारण इसे गैर नाम से जाना जाता है। कृषक फसल काटने से नई फसल की बुवाई तक गैरकरते रहते है।  

घुड़ला नृत्य

घुडलाजो अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त हैजोधपुर का प्रसिद्ध नृत्य है। इसमें जयपुर के मणि गांगुली और उदयपुर के देवीलाल सामर का मुख्य योगदान है। राजस्थान संगीत नाटक अकादमी के भूतपूर्व मंत्री कमल कोठारी ने घुड़ला को राष्ट्रीय मंच प्रदान कियाजिससे राजस्थानी कला आमजन में लोकप्रिय बनी। इसमें छिद्रित मटके में दीपक जलता रहता हैउसे स्त्री अपने सिर पर उठाकर और सुन्दर श्रृ ंगार से घूमर और पणिहारी अन्दाज में चक्कर बनाकर नृत्य करती है और साथ में गीत भी गाती है।

घूमर नृत्य
नृत्यों का सिरमौर घूमर राज्य नृत्य के रूप में प्रसिद्ध है। यह मांगलिक अवसरोंपर्वों आदि पर महिलाओं द्वारा किया जाता है। स्त्री-पुरुष घेरा बनाकर नृत्य करते हैं। लहंगे के घेरे को घूम्म कहते हैं। इसमें ढोल,नगाड़ा और शहनाई आदि वाद्य यन्त्रों का प्रयोग किया जाता है। इस नृत्य में बार-बार घूमने के साथ हाथों का लचकदार संचालन प्रभावकारी होता है।
 
चंग नृत्य
चंग शेखावाटी क्षेत्र का प्रसिद्ध नृत्य है। इसमें प्रत्येक पुरुष चंग के साथ नृत्य करते हैं। यह मुख्यतः होली के दिनों में किया जाता है। चंग को प्रत्येक पुरुष अपने एक हाथ से थाम कर और दूसरे हाथ से कटरवे का ठेका बजाते हुए वृत्ताकार घेरे में नृत्य करते हैं। घेरे के मध्य में एकत्रित होकर धमाल और होली के गीत गाते हैं।

चकरी नृत्य
चकरी हाड़ौती क्षेत्र का प्रसिद्ध नृत्य है। यह कंजरकालबेलिया और बेड़ियाँ जाति की कु ंवारी लड़कियों द्वारा किया जाता है। इस नृत्य की प्रख्यात नृत्यांगना गुलाबो है। गुलाबो ने पेरिस में आयोजित भारतीय उत्सवमें अपनी कला का प्रदर्शन किया था। इसमें नृत्य करने वाली लड़कियाँ चंग की ताल पर तेज गति से चक्राकार रूप में नृत्य करती हुई चकरी की तरह घूमती है।

चरी नृत्य
चरी किशनगढ़ (अजमेर) का प्रसिद्ध नृत्य है। चरी नृत्य में बांकियाढोल एवं थाली का प्रयोग किया जाता है। इसे गुर्जर जाति पवित्र मानती है। स्त्रियाँ अपने सिर पर सात चरियाँ रखकर नृत्य करती हैं। इनमें से सबसे ऊपर की चरी में काकड़ा के बीज में तेल डालकर जलाये जाते हैं।

डांडिया नृत्य

डांडिया मारवाड़ का प्रसिद्ध नृत्य है। यह होली के बाद किया जाता है। फाल्गुन की शीतल चाँदनी में नर्तक नगाड़ा लकर मैदान में बैठ जाता है और इस मैदान के चौक के बीच में शहनाई वाले तथा गवैये (गायक) बैठते हैं। पुरुष लोक ख्यात को लय से गाते हैं। नर्तक बराबर लय से डांडिया टकराते हुए वृत्त में आगे बढ़ते जाते हैं। तेरहताली नृत्य तेरहताली नृत्य में मंजीरातानपुर व चौतारा वाद्य यन्त्रों का प्रयोग किया जाता है। इसका प्रदर्शन उत्सवों व मेलों में देखने को मिलता है। नर्तकियाँ ध्वनि की लय को सुनने के पश्चात् बैठकर नृत्य करती हैं। इसमें तेरह मंजीरों की आवश्यकता होती हैजिसमें से नौ मंजीरे दायें पाँव परदो हाथों की कोहनी के ऊपर और एक-एक दोनों हाथों में होते हैं। हाथ वाल मंजीरे के टकराने से ध्वनि उत्पन्न होती है। यह नृत्य मुख्य रूप से रामदेव जी के मेल में देखने को मिलता है। कामड जाति तेरहताली नृत्य के साथ रामदेवजी का यशोगान करती है।

बम नृत्य

बम नृत्य भरतपुर और अलवर क्षेत्र का प्रसिद्ध नृत्य है। यह नई फसल आने और फाल्गुन की मस्ती पर गाँवों में पुरुषों द्वारा किया जाता है। इस नृत्य में नगाड़ेथालीचिमटाढोलक आदि वाद्य यन्त्रों का प्रयोग किया जाता है। बम एक बड़ा नगाड़ा होता हैजिसे दोनों हाथों के मोटे डण्डे से बजाते हैं। बम की ध्वनि से रसिया गायन किया जाता हैजिसे बमरसिया भी कहा जाता है।

भवाई नृत्य
भवाई उदयपुर संभाग का प्रसिद्ध नृत्य है। यह शंकरियासूरदासबीकाजी और ढोला मारू नाच के रूप में प्रसिद्ध है। इसमें अनूठी नृत्य अदायगीशारीरिक क्रियाओं का अद्भुत चमत्कार और लयकारी की विविधता आकर्षक होती है। इसमें तेज लय के साथ सिर पर सात-आठ मठकी रखकर नृत्य करनाजमीन पर गिरे रूमाल को मुँह से उठानागिलासों पर नाचनाथाली के किनारों पर नृत्य करना आदि क्रियाएँ की जाती है।

वालर नृत्य

वालर सिरोही क्षेत्र का प्रसिद्ध नृत्य है। बिना वाद्य यन्त्रों के इसे गरासिया जाति के व्यक्ति करते हैं। यह नृत्य स्त्री-पुरुषों द्वारा विवाह के अवसर पर किया जाता है। इस वालर नृत्य का प्रारम्भ पुरुष अपने हाथों में तलवार या छाता लेकर करते हैं।

शंकरिया नृत्य

शंकरिया नृत्य कालबेलिया जाति के सपेरों द्वारा किया जाता है। यह प्रेम कहानी पर आधारित होने के कारण स्त्री-पुरुष दोनों के द्वारा प्रस्तुत किया जाता है। इसमें अंग संचालन अति सुन्दर होता है।


द. कोरिया : पांच लड़कों से दुष्कर्म करने वाले को नपुंसक बनाने का आदेश

सियोल: दक्षिण कोरिया में बाल यौन शोषण के लिए दोषी पाए गए एक व्यक्ति को यहां की अदालत ने नपुंसक बनाने के आदेश दिए हैं। देश में यह ऐसा पहला मामला है।द. कोरिया : पांच लड़कों से दुष्कर्म करने वाले को नपुंसक बनाने का आदेश
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, सियोल दक्षिणी जिला अदालत ने 31-वर्षीय पायो को 15 साल की कैद की सजा सुनाई है। जेल में ही उसे ऐसी दवाएं दी जाएंगी, जिससे उसके भीतर यौन इच्छा समाप्त की जा सके।

न्यायालय ने कहा कि पायो 'स्वयं पर नियंत्रण' रखने में अक्षम है। उसे नवंबर 2011 से मई 2012 के बीच पांच किशोरों के साथ दुष्कर्म करने के लिए दोषी ठहराया गया है। उसने यौन वीडियो इंटरनेट पर प्रसारित करने की धमकी भी दी थी। पायो के आपराधिक आंकड़े अगले 10 साल के लिए सार्वजनिक रहेंगे।

बाड़मेर शिव थाना क्षेत्र में युवक का शव मिला .हत्या का अंदेशा


शिव थाना क्षेत्र में युवक का शव मिला .हत्या का अंदेशा 




बाड़मेर सरहदी बाड़मेर जिले के शिव थाना क्षेत्र में गुरूवार को एक युवक का शव मिला ..नए साल के बाद शव मिलाने की यह दूसरी घटना हें ,इससे पाहे गांधव में पुलिस को नग्न अवस्था में शव मिला था जिसकी अभी तक शिनाख्त नहीं हुई .पुलिस सूत्रों के अनुसार शिव तहसील के बिस्सू भियाड रोड पर सुनसान जगह पर ग्रामीणों ने एक नव्युवाक का शव देखा ,जिसकी सूचना पुलिस को दी गई .सूचना मिलाने पर शिव थाना अधिकारी सुखराम विश्नोई घटनास्थल पर पौंच मौका मुआयना की .युवक की पहचान गिडा थाना क्षेत्र के निवासी के रूप में की गई हें ,प्रथम द्रष्टि में युवक की हत्या कर शव फेंका गया हें ,युवक के स्कूल की वर्दी पहनी हुई हें ,इधर घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हें .

रेप के आरोपी कांग्रेसी नेता की धुनाई

रेप के आरोपी कांग्रेसी नेता की धुनाई

गुवाहाटी। दिल्ली गैंग रेप की घटना के बाद जहां एक ओर सरकार पर कठोर कानून बनाने का दबाव है,वहीं जन प्रतिनिधियों के इस तरह के अपराध में लिप्त होने के आरोप भी सामने आ रहे हैं। अब असम के चिरांग जिले में कांग्रेस के एक नेता के दुष्कर्म के मामले में लिप्त होने की खबर आई है। विक्रम सिंह ब्रह्मा के खिलाफ स्थानीय जनता में इस कदर आक्रोश था कि उनकी महिलाओं ने सार्वजनिक रूप से जमकर धुनाई की और उनके कपड़े फाड़ डाले। इसके बाद उन्हें पुलिस के हवाले कर दिया गया।

स्थानीय टीवी न्यूज चैनलों के अनुसार बोडोलैंड टेरिटॉरियल एरिया डिस्ट्रिक्ट्स कांग्रेस कॉर्डिनेशन कमेटी के प्रेसिडेंट विक्रम सिंह ब्रह्मा ने बीती रात एक महिला के साथ दुष्कर्म करने की कोशिश की। पीडिता दो बच्चों की मां बताई जा रही है। पुलिस ने ब्रह्मा को हिरासत में ले लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।

भारत में "छोटा पाकिस्तान" और "लादेन नगर"

भारत में "छोटा पाकिस्तान" और "लादेन नगर"

मुंबई। भले ही मुंबई की एक झुग्गी बस्ती नाला सोपारा को "छोटा पाकिस्तान" और "लादेन नगर" नाम से पुकारा जाना अजीब लगे,लेकिन यह सच है कि यहां के नागरिक इसी तरह के पते के साथ जीने को मजबूर है। चौंकाने वाली बात तो यह है कि यहां के निवासियों के बिजली बिल में भीपते के साथ "छोटा पाकिस्तान" लिखा गया है।

महाराष्ट्र राज्य बिजली वितरण कंपनी की ओर से दिए जा रहे बिलों के पते में "छोटा पाकिस्तान" लिखे होने की जानकारी उस वक्त मिली,जब यहां के नागरिकों ने आधार कार्ड बनवाने के लिए पते के सबूत के रूप में बिजली के बिल पेश किए। यहां मुस्लिम समुदाय की आबादी अधिक है और बस्ती को "छोटा पाकिस्तान" नाम से पुकारे जाने पर यहां के नागरिक खफा है।

उनका कहना है कि इसका वास्तविक नाम लक्ष्मी नगर है,लेकिन इसे "छोटा पाकिस्तान" के नाम से ही पुकारा जाता है। हिंदुस्तानी नागरिक होने के नाते पते को इस तरह की पहचान दिए जाने से वे खुश नहीं हैं। खबर के प्रकाश में आने के बाद राज्य अल्पसंख्यक आयोग ने महाराष्ट्र राज्य बिजली वितरण कंपनी को इस गंभीर त्रुटि की जांच करने के लिए कहा है।

अनूठी पहल आत्म रक्षा के लिए बाड़मेर पुलिस देगी महिलाओं को ट्रेनिंग




















अनूठी पहल 


आत्म रक्षा के लिए बाड़मेर पुलिस देगी महिलाओं को ट्रेनिंग 

बाड़मेर में पुलिस की पहल, महिलाओं को देंगे ट्रेनिंग 

बाड़मेर  दिल्ली दुष्कर्म मामले के बाद राजस्थान पुलिस महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सतर्क हो गया है। अब अपनी सुरक्षा के लिए महिलाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाने के लिए ट्रेनिंग दी जाएगी। राज्य स्तर पर कवायद शुरू होने के बाद बाड़मेर पुलिस ने महिलाओं को आत्मरक्षा की ट्रेनिंग देने की कार्ययोजना तैयार की है। पहले डेमो के जरिए आत्म रक्षा के बारे में बताया जाएगा। इसके बाद पुलिस लाइन में अलग अलग चरणों में ट्रेनिंग दी जाएगी, ताकि महिलाएं अपने बूते पर जवाब दे सके। 

महिलाओं पर बढ़ते अत्याचारों से भय का माहौल बना है। दिल्ली की दुष्कर्म की घटना ने समूचे महिला वर्ग को गहरा झटका दिया। पुलिस ने महिलाओं में आत्मरक्षा की भावना जाग्रत करने की पहल की है। जयपुर व जोधपुर में पुलिस की ओर से महिलाओं को आत्मरक्षा की ट्रेनिंग देने की कवायद शुरू हो चुकी है। बाड़मेर पुलिस ने भी ट्रेनिंग देने का निर्णय लिया है। पुलिसलाइन पर में पहले डेमो देने की तैयारियां शुरू हो गई है। इसके बाद महिलाओं को आत्म रक्षा के गुर सिखाए जाने के लिए ट्रेनिंग दी जाएगी। यह ट्रेनिंग अलग अलग चरणे मे दी जाएगी। महिलाओं को जूडो, कराटे के जरिए आत्म रक्षा के गुर सिखाएं जाएंगे।

अब आएगी जाग्रति 

॥महिलाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाएं जाएंगे। डेमो के लिए तैयारियां चल रही है। इसके बाद ट्रेनिंग दी जाएगी।

राहुल बारहट, एसपी बाड़मेर

अब तक पुरुष प्रधान समाज में महिलाएं अत्याचारों के खिलाफ आवाज बुलंद नहीं कर पा रही थी। अशिक्षा व जागरूकता के अभाव में अधिकतर मामले स्थानीय स्तर पर समझौते के जरिए दबा दिए जाते थे। अब पुलिस की पहल के बाद महिलाओं में जाग्रति आएगी। वे अत्याचार के खिलाफ संघर्ष कर सकेगी।


बुधवार, 2 जनवरी 2013

गुजरात में ऑनलाइन होंगी सभी यूनिवर्सिटी की परीक्षाएं



अहमदाबाद। गुजरात राज्य की सभी यूनिवर्सिटी परिक्षाएं अब ऑनलाइन ली जाएंगी। सीएनबीसी आवाज को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक गुजरात में साइंस, कॉमर्स और आर्ट्स मिलाकर 710 कॉलेज अब ऑनलाइन परीक्षा लेंगे।
 


गुजरात में कॉलेजों की सालाना परीक्षा हाईटेक होने वाली है। क्योंकि गुजरात सरकार राज्य के करीब 710 कॉलेजों की परीक्षा ऑनलाइन लेने की तैयारी कर रही है। शिक्षा विभाग ने इसके लिए सर्वे का काम शुरू कर दिया है। आर्ट्स, कॉमर्स और साइंस के सभी विषयों की परीक्षाएं ऑनलाइन होंगी। अच्छी बात ये है कि ऑनलाइन होने के साथ स्टूडेंट को महीने भर में करीब 10 अलग अलग दिन के विकल्प मिलेंगे और छात्र अपनी पंसद की तारीख पर परीक्षा दे पाएंगे।



ऑनलाइन परिक्षा ऑब्जेक्टिव और सब्जेक्टिव दोनों होंगे। सब्जेक्टिव परीक्षा के लिए जिन छात्रों को टाइपिंग नहीं आती होगी, उनके लिए लिखित परीक्षा का भी विकल्प होगा। ऑनलाइन परिक्षा के लिए हर एक कॉलेज के पास 2,500 वर्ग फीट का एक बड़ा हॉल होना चाहिए। साथ ही 50 कंप्यूटर की एक लैब जिसमें इंटरनेट की सुविधा और प्रिंटर भी लगे होना चाहिए।



गुजरात सरकार इस ऑनलाइन एग्जाम के प्रोजेक्ट को सफल बनाने के लिए एप्पल, माइक्रोसॉफ्ट और इंटेल जैसी कंपनियों से भी बातचीत कर रही है। माना जा रहा है कि 2013 के मई में होने वाले एग्जाम में करीब 20 कॉलेज में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर ये एग्जाम लिए जाएंगे। और 2014 में इस पूरे प्रोजेक्ट को अमल में लाया जाएगा।

भारत-पाकिस्तान सीमा क्षेत्र में लगाई जाएगी तैरती फैंसिंग



भारत-पाकिस्तान के बीच सिरक्रीक सीमा क्षेत्र में भारत ने तैरती फैंसिंग लगाने की योजना बनाई है। ये करीब 135 किलोमीटर लंबी होगी। यह अंतरराष्ट्रीय सीमा से करीब 150 मीटर भीतर बनाई जाएगी। इससे घुसपैठ पर अंकुश लगेगा। अभी इस इलाके में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की तैरती चौकी भी काम कर रही है।
 

फेंसिंग के लिए विशेष तरह का बेज (खंभा) तैयार किया जाएगा। यह इतना मजबूत होगा कि इस पर ड्रिलिंग भी करना संभव नहीं होगा। एक बेज का वजन 20 टन के करीब होगा। सेंट्रल पब्लिक वर्क्‍स डिपार्टमेंट (सीपीडब्ल्यूडी) और बीएसएफ इसके लिए काम कर रही है। इसमें निजी क्षेत्र से भी मदद ली जा रही है। सिरक्रीक में ज्वार-भाटे के चलते समुद्री पानी के आने-जाने का क्रम चलता रहता है। पानी हटने पर दलदल रह जाता है।


जी-46 तक गए

जम्मू-कश्मीर से भारत-पाकिस्तान की सीमा रेखांकित हुई है। जम्मू में जमीनी सीमा पर एक नंबर का खंभा (पिलर) है। गुजरात में इस तरह के कुल 46 पिलर हैं। ये जी-पिलर कहलाते हैं। जी-46 (क्रम के हिसाब से 1175वां) भारत-पाकिस्तान सीमा का अंतिम पिलर है।

बाड़मेर अठारह वर्षीय युवक बुधवार से लापता

बाड़मेर अठारह वर्षीय युवक बुधवार से लापता


बाड़मेर बाड़मेर जिले की मौजा सरहद रेलवे स्टेशन भाचभर से बुधवार से एक अठारह वर्षीय युवक लापता हें ,,लापता युवक के पिता सोहन लाल संत ने बताया की उनका लड़का जुगत दास संत उम्र अठारह कल गाँव था .दोपहर बाद से गाँव से अचानक गायब हो गया .उसकी विभिन स्थानों पर तलाश की गई ,रिश्तेदारों के यहाँ भी तस्दीक की .मगर उसका अता पता नहीं चल .लापता युवक के पिता ने बताया की किसी भी व्यक्ति को युवक मिले तो इन नम्बरों पर सूचित करे 8290075155 9571513908.

जैसलमेर अज्ञात लाश की शिनाख्त हेतु


अज्ञात लाश की शिनाख्त हेतु 


जैसलमेर पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर ममता राहुल ने बताया कि आज दिनांक 02.01.2013 को जोधपुरबाडमेर लिंक रोड, होटल फोर्ट रजवाडा के करिब वन विभाग की पुरानी चौकी के अंदर अज्ञात युवक की लाश मिली है। जिसकी उम्र करिबन 25 साल, रंग सावला, लम्बाई करिबन सो पॉच फिट, जिस्म दरमियाना, नगा बदन, जिसके सिर पर चोट लगी हुई है। जिसके वारिशान की तलाश की जानी है। अज्ञात लाश को जवाहर चिकित्सालय के मुर्दाखाना में रखी गई। उक्त अज्ञात लाश की शिनाख्त हेतु पुलिस थाना कोतवाली से सम्पर्क करे।

आचार्य महाश्रमण का धवल सेना के साथ हुआ प्रस्थान



आचार्य महाश्रमण का धवल सेना के साथ हुआ प्रस्थान

बाड़मेर 2 जनवरी। अणुव्रत अनुशास्ता आचार्य महाश्रमण बाड़मेर में छः दिवसीय आध्यात्मिक उद्बोधन की प्रेरणा देते हुए प्रातः 7.50 पर तेरापंथ भवन से विहार कर आराधना भवन, रिखबदास वडेरा के घर पर पहुंचकर उनके परिवार को मंगल आशीर्वाद प्रदान किया। समाजसेवी तनसिंह चौहान के घर पर आशीर्वाद दिया और नशामुक्ति का संकल्प दिलवाया। वहां से आचार्य प्रवर अपनी धवल सेना के साथ चामुण्डा चौराह, कृषि मण्डी होते हुए जसदेर धाम पहुंचें।

जहां पर स्वामी प्रतापपुरी महाराज ने प्रवर का स्वागत एवं अभिनंदन किया। आचार्य प्रवर ने जसदेर धाम का अवलोकन किया। तत्पश्चात भारी संख्या में श्रद्घालुओं के साथ डाईट होते हुए उतरलाई पहुंचें।

इस अवसर पर प्रवास समिति के संयोजक अशोक कुमार गोलेच्छा, तेरापंथ सभा के अध्यक्ष सोहनलाल गोलेच्छा, मंत्री जवेरीलाल सालेंचा, जवेरीलाल चौपड़ा, अणुव्रत समिति के मंत्री पारसमल गोलेच्छा, उपाध्यक्ष जितेन्द्र बांठिया, तेयुप अध्यक्ष रूपेश मालू, ओमप्रकाश गोलेच्छा, कैलाश कोटड़िया, कैलाश बोहरा, नेमीचंद छाजेड़, जे. पी. गोलेच्छा गौतम बोथरा, कन्या मण्डल, महिला मण्डल किशोर मण्डल उपस्थित थें।

सेन्ट्रल एक्साईज इन्स्पेक्टर चालीस हज़ार रिश्वत लेते गिरफ्तार

सेन्ट्रल एक्साईज इन्स्पेक्टर चालीस हज़ार  रिश्वत लेते गिरफ्तार 

बाड़मेर भारस्ताचार निरोधक ब्यूरो ने कोटा में सेन्ट्रल एक्साईज इन्स्पेक्टर नवनीत गोयल को सेल टेक्स सम्बंधित कार्यवाही न करने किएवज में चालीस हज़ार की राशी रिश्वत लेते रेंज हाथो गिरफ्तार किया .ब्यूरो के महानिरीक्षक उमेश मिश्र ने बताया की कोटा नियुक्त सेन्ट्रल एक्साईज इन्स्पेक्टर नवनीत गोयल ने परिवादी इमरान खान से उसके कोचिंग पर सेल टेक्स कार्यवाही ना करने की एवज में चालीस हज़ार की राशी रिश्वत में मांगी थी .जिसकी पुष्टि होने पर ब्यूरो टीम ने रिश्वत की राशी देते रेंज हाथो नवनीत गोयल को गिरफ्तार कर अग्रीम कार्यवाही कर रहे हें 

ब्रेकिंग न्यूज़ ...अजमेर पुलिस अधीक्षक थानाधिकारियों से वसूली राशि सहित पकडे गए


अजमेर पुलिस अधीक्षक थानाधिकारियों से वसूली राशि सहित पकडे गए 
ब्रेकिंग न्यूज़

दलाल भी हत्थे चडा 


बाड़मेर अजमेर पुलिस अधीक्षक राजेश मीना अजमेर के समस्त थानाधिकारियों से महीनेवार वसूली की राशि सहित एक दलाल के साथ भारस्ताचार निरोधक की के हत्थे चढ़ गए .इनके ड्राईंग रूम से दो लाख पांच हज़ार की राशी बरामद की हें ,भारस्ताचार निरोधक के महा निरीक्षक उमेश मिश्रा ने बताया की उन्हें सूचना थी कि पुलिस अधीक्षक अजमेर राजेश मीना अजमेर के थनाअधिकरियो से जोधपुर निवासी रामदेव नमक दलाल के माध्यम से महीनेवार राशि वसूलते हें ,उन्होंने इसके लिए टीम गठित की .आज मीना के कहे अनुसार रामदेव सभी थनाअधिकरियो से राशी वसूल कर पुलिस अधीक्षक के घर राशि पहुँचाने गया ,दोनों ड्राईंग रूम में बैठे थे ,रामदेव द्वारा उन्हें दो लाख पांच हज़ार की वसूली राशी सुपुर्द की उसी समु ब्यूरो की टीम ने दबिस देकर उन्हें धर लिया .

06 जनवरी जिला मुख्यालय एवं पोकरण में कानिस्टेबल भर्ती का आयोजन


06 जनवरी जिला मुख्यालय एवं पोकरण में कानिस्टेबल भर्ती का आयोजन 


जैसलमेर पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर ममता राहुल ने बताया कि जिला जैसलमेर में जिला मुख्यालय एवं पोकरण में दिनांक जनवरी 2013 को 02.00 पीएम से 04.00 पीएम तक कानिस्टेबल भर्ती वर्ष 2013 का आयोजन किया जायेगा। उक्त भर्ती हेतु जिला मुख्यालय 39 एवं पोकरण में 17 परीक्षा केन्द्र विभिन्न शिक्षण संस्थाओें में बनाये गये है। जिसमें 24349 परीक्षार्थी भाग लेंगे। उक्त परीक्षा के शांतिपूर्ण एवं व्यस्थित ंग से सम्पादित हेतु पुलिस अधीक्षक कार्यालय में अति0 पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में चैनाराम प्रभारी बल शाखा के नेतृत्व में परीक्षा कंट्रोम रूम स्थापित किया गया है जिसमें कनिष्ठ लिपिक किशनसिंह भाटी, महावीरसिंह, पुष्पेन्द्रसिंह, गिरवरसिंह एवं कानि0 मदनलाल, ओमप्रकाश एवं अचलाराम को शामिल किया गया है। परीक्षा में केन्द्रधीक्षक/सहायक केन्द्राधीक्षक वीक्षक की ड्यूटीयॉ संबंधी नियंत्रण अधिकारियों की सुची पुलिस कार्यालय में उपलब्ध है। सूचियों के अनुसार समस्त शिक्षको की ड्यूटी शिक्षण संस्थाओं में लगा दी गई है। शिक्षण अपनीअपनी ड्यूटी की जानकारी संबंधित अधिकारियों से प्राप्त कर सकते है। इसके अलावा उक्त ड्यूटियों की सूचियॉ जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक/प्राथमिक, ब्लॉक शिक्षा अधिकारी जैसलमेर/सम/पोकरण का भी भिजवा दी गई है। परीक्षा संबंधी किसी भी प्रकार की कोई भी जानकारी प्राप्त करनी हो तो भर्ती कंट्रोल के टेलिफोन नम्बर 2522100 से सम्पर्क कर सकते। 

इसके अलावा पुलिस अधीक्षक ने समस्त परीक्षार्थियो से अपील की है कि वह भर्ती को शांतिपूर्वक आयोजन करने हेतु पुलिस का हरसम्भव सहयोग करे। परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थी अपने साथ परीक्षा से संबंधित सामान तख्ती, पेन, पेन्सिल एवं रबड अपने साथ लेकर आवे। परीक्षार्थी परीक्षा केन्द्रो पर अपने साथ मोबाईल न लेकर आवे। परीक्षार्थी भर्ती परीक्षा में किसी भी प्रकार से नकल करने की कोशिश न करे। अगर कोई परीक्षार्थी नकल करते हुऐ पाया गया या किसी के विऱुद्ध इस प्रकार की जानकारी पुलिस की नजर में आई तो उसके विरूद्ध कठोर कानूनी कार्यवाही की जावेगी।

परियोजना निदेशक ने किया विकास कार्यों का निरीक्षण



परियोजना निदेशक ने किया विकास कार्यों का निरीक्षण

गरल ग्राम पंचायत में वांकल नाडी में श्रमिकों के मजदूरी नहीं करते पाए जाने पर कार्य बंद करने के निर्देश
बाड़मेर, 02 जनवरी। ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग के परियोजना निदेशक एवं उप सचिव ईजीएस खजानसिंह ने बुधवार को ग्रामीण विकास कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान गरल ग्राम पंचायत में वांकल नाडी खुदाई कार्य पर 97 में से 58 श्रमिक उपस्थित मिले। वहीं कोई भी श्रमिक काम करते हुए नहीं पाया गया। इसको गंभीरता से लेते हुए परियोजना निदेशक ने तत्काल नाडी खुदाई कार्य बंद करने के निर्देश दिए।

परियोजना निदेशक ईजीएस खजानसिंह के इस कार्य निरीक्षण के दौरान पिछले 12 दिन से संचालित इस नाडी खुदाई कार्य पर श्रमिकों द्वारा वास्तविक रूप से कोई कार्य नहीं होना पाया गया। परियोजना निदेशक ने इस मामले की कार्यक्रम अधिकारी से विस्तृत जांच करवाकर दोषी कार्मिक एवं अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही करने के निर्देश दिए है। दो दिवसीय दौरे पर बाड़मेर पहुंचे सिंह ने मंगलवार को शिव पंचायत समिति की उंडू एवं नागड़दा ग्राम पंचायत में महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत टांका निर्माण, भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केन्द्र, खरंजा निर्माण, पौधारोपण, इंदिरा आवास, सांसद कोष से निर्मित कार्यों का निरीक्षण किया। परियोजना निदेशक ने बुधवार को जिला मुख्यालय पर जिला प्रमुख श्रीमती मदनकौर एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी एल.आर.गुगरवाल से जिले में विभिन्न ग्रामीण विकास योजनान्तर्गत चल रहे कार्यों की विस्तार से जानकारी प्राप्त की। उन्होंने महात्मा गांधी नरेगा योजनार्न्तगत हुए टांका निर्माण कार्यों की सराहना करते हुए इसको ग्रामीणों के लिए वरदान बताया।