सोमवार, 26 नवंबर 2012

मजबूर छात्रा को घर बुलाया, सामने आया चेयरमैन का घिनौना चेहरा!

अजमेर.भगवंत यूनिवर्सिटी की एक छात्रा ने रविवार को भगवंत ग्रुप के चेयरमैन अनिल सिंह पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। छात्रा ने क्रिश्चियनगंज थाना पुलिस को इस आशय की लिखित शिकायत भी पेश की है।पुलिस ने अनिल सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
मजबूर छात्रा को घर बुलाया, सामने आया चेयरमैन का घिनौना चेहरा! 
पुलिस ने अनिल सिंह के घर पर दबिश भी दी, लेकिन घर पर ताला लगा मिला। बताया जाता है कि छात्रा की करीब ढाई लाख रु. फीस बकाया है, इसीलिए चेयरमैन ने उसे घर पर बुलाया था। पुलिस जांच कर रही है कि अवकाश के दिन छात्रा को घर पर क्यों बुलाया गया। पीड़िता ने बताया कि हॉस्टल वार्डन वसुधा दोपहर को उसे अनिल सिंह के घर पर ले गई थी। इसके बाद वह चली गई। अनिल ने दरवाजा बंद कर लिया और छेडख़ानी करने लगे। इसपर पीड़िता दरवाजा खोलकर वहां से चली गई।

पुलिस ने वार्डन वसुधा को थाने लाकर पूछताछ की। वसुधा ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को निराधार बताया। उन्होंने कहा कि वह छात्रा को लेकर कहीं नहीं गई थी। छात्रा का मानसिक संतुलन सही नहीं है। घटना के बारे में अनिल सिंह से बात करने की कोशिश की गई लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।

वसुधा को देखकर छात्रा अपना आपा खो बैठी और पुलिस की मौजूदगी में उसने हंगामा खड़ा कर दिया। घटना की जानकारी मिलते ही कांग्रेस के कई नेता थाने पहुंच गए और शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर जांच की मांग की।

पुलिस ने आरोपी सिंह के खिलाफ भादंसं की धारा 342, 354 के तहत छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार आंध्रप्रदेश निवासी भगवंत यूनिवर्सिटी में बीटेक एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग तृतीय वर्ष की छात्रा है। घटना के बारे में ग्रुप के चेयरमैन से उनके दिल्ली और राजस्थान के नंबरों पर भास्कर ने बात करने के लिए कई बार फोन किए, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।

थाने में हॉस्टल वार्डन को देख छात्रा ने खोया आपा

छात्रा की शिकायत पर पुलिस हॉस्टल वार्डन वसुधा को पूछताछ के लिए थाने ले आई। थाने में वसुधा को देखते ही छात्रा अपना आपा खो बैठी। पुलिस मौजूदगी में उसने हंगामा खड़ा कर दिया। छात्रा ने आरोप लगाया कि हॉस्टल वार्डन अब तक कई लड़कियों की जिंदगी खराब कर चुकी है। पुलिस ने बड़ी मुश्किल से छात्रा को शांत करने का प्रयास कर दोनों को अलग-अलग किया।

पीड़िता की सुनवाई नहीं होने पर कांग्रेस नेताओं ने जताई नाराजगी

छात्रा ने अपनी साथ हुई बदसलूकी की जानकारी कांग्रेस नेता सैयद फखरे मोइन, कुलदीप कपूर, पार्षद विजय यादव व पूर्व पार्षद रमेश सेनानी को दी। चारों नेता पीड़िता की मदद के लिए थाने पहुंचे। थाने में छात्रा द्वारा हंगामा करने के बाद थाना प्रभारी सुनील विश्नोई ने मीडिया सहित कांग्रेस नेताओं को थाने से बाहर करने का प्रयास किया। इस पर कांग्रेस के नेता नाराज हो गए।

फखरे मोइन ने आरोप लगाया कि पुलिस पीड़िता की शिकायत पर कार्रवाई करने के बजाय आरोपियों को बचाने पर लगी हुई है। नेताओं की नाराजगी को देखते हुए एएसपी डॉ. राजीव पचार ने हस्तक्षेप कर मामले को शांत किया।

थाने में नहीं महिला कांस्टेबल

छात्रा की शिकायत पर हॉस्टल वार्डन वसुधा को पूछताछ के लिए थाने पर लाया गया। लेकिन उस समय थाने पर कोई महिला कांस्टेबल मौजूद नहीं थी। जबकि बिना महिला कांस्टेबल के किसी भी महिला को पूछताछ के लिए थाने पर नहीं लाया जा सकता है।

सभी आरोप निराधार

हॉस्टल वार्डन वसुधा ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को निराधार बताया है। उन्होंने कहा कि वह छात्रा को लेकर कहीं नहीं गई थी। वसुधा ने बताया कि छात्रा का मानसिक संतुलन सही नहीं है। वह अपनी कॉलेज फीस भी जमा नहीं करवा पाई है। करीब ढाई लाख रुपए की फीस बकाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि छात्रा ने कई छात्रों को ठगा भी है और वह किसी भी तरह का आरोप लगा सकती है।

छात्रा के माता पिता नहीं हैं

कांग्रेस के नेता फखरे मोइन ने बताया कि 22 नवंबर को उनकी छात्रा से नगीना बाग स्थित बैंक ऑफ आंध्रा में मुलाकात हुई थी। वह तेलुगु में मैनेजर से बात करते-करते फूट फूट कर रो पड़ी। मैंने मैनेजर से पूछा था कि यह बच्ची क्यों रो रही है। उन्होंने बताया कि यह एजुकेशन लोन लेना चाहती है। मैं यहां से लोन दे नहीं सकता। इसके माता पिता भी अब इस दुनिया में नहीं हैं।

यूनिवर्सिटी सेमेस्टर परीक्षा में इसे नहीं बिठा रहा। करीब ढाई लाख रुपया फीस बकाया है। पूर्व विधायक डॉ. राजकुमार जयपाल के साथ हम लोग यूनिवर्सिटी पहुंचे और मानवता के नाते परीक्षा में बिठाने और फीस माफ करने का आग्रह किया। विवि प्रशासन ने भरोसा भी दिया, लेकिन उसी दिन शाम को छात्रा का फोन आया कि विवि प्रशासन अब उसे इस बात के लिए टॉर्चर कर रहा है कि कांग्रेस के लोगों को साथ क्यों लाई। इसके बाद आज यह घटना सामने आई।

जेठमलानी सस्पेंड,पार्टी से भी जाएंगे!

जेठमलानी सस्पेंड,पार्टी से भी जाएंगे!

नई दिल्ली। भाजपा ने वरिष्ठ वकील एवं राज्यसभा सांसद राम जेठमलानी को पार्टी से निलम्बित कर दिया है,उन्हें पार्टी से निकाले जाने के बारे में सोमवार शाम को पार्टी की संसदीय बोर्ड की बैठक में फैसला लिया जाएगा। जेठमलानी पार्टी के राज्यसभा सदस्य हैं और सांसद पर अनुशासन की कार्रवाई करने का हक पार्टी के संसदीय बोर्ड के ही पास है। इससे पहले जेठमलानी ने हाईकमान को चुनौती देते हुए कहा था कि उन्हें पार्टी से निकालने का दम किसी में नहीं है। जेठमलानी के खिलाफ कार्रवाई के बाद गडकरी के खिलाफ जुबां खोलने वाले यशवंत सिंह और शत्रुध्न सिन्हा को लेकर भी कयास लगाए जा रहे हैं।

जेठमलानी ने हाल ही में पार्टी अध्यक्ष नितीन गडकरी का इस्तीफा मांगा था तथा नए सीबीआई प्रमुख की नियुक्ति पर पार्टी के रूख का विरोध किया है। भाजपा ने रामजेठमलानी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के संकेत दे दिए थे।


भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा,पिछले कुछ समय से जेठमलानी भाजपा अध्यक्ष गडकरी के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं तथा अब वे राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरूण जेटली व लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज के खिलाफ बोले हैं। पार्टी ने जेठमलानी के बयानों को गंभीरता से लिया है।


उल्लेखनीय है कि जेठमलानी ने शनिवार को गडकरी को पत्र लिखकर नए सीबीआई प्रमुख की नियुक्ति के विरोध में पीएम को पत्र लिखने की निंदा की थी। सुषमा व जेटली का कहना है कि राज्ससभा की सलेक्ट कमेटी ने सिफारिश की है कि सीबीआई प्रमुख की नियुक्ति एक कॉलेजियम द्वारा की जाए। इसके बावजूद सरकार ने नए सीबीआई प्रमुख की नियुक्ति कर दी।


शाहनवाज ने कहा,भाजपा अपने नेताओं के खिलाफ जेठमलानी के आरोपों को खारिज करती है व निंदा करती है। इससे पहले जेठमलानी ने भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते गडकरी से अपने पद से तुरंत इस्तीफा देने की मांग की थी।

पोकरण दौरे तो दर्जनों लेकिन व्यवस्थाएं जीरो


पोकरण  दौरे तो दर्जनों लेकिन व्यवस्थाएं जीरो


पोकरण पोकरण अस्पताल में मरीजों की बढ़ती भीड़ तथा संसाधनों व मेन पॉवर की कमी के चलते अस्पताल के चिकित्सक परेशान हैं। डॉक्टरों ने आरोप लगाते हुए बताया कि मुफ्त दवा योजना के बाद सरकारी अस्पतालों में मरीजों की भीड़ में यकायक इजाफा हुआ मगर मरीजों की संख्या के आधार पर चिकित्सा कर्मियों की संख्या नहीं बढ़ाई गई। उसपर नेशनल हाइवे के चलते कई बार बड़ी दुर्घटना में घायलों की संख्या ज्यादा होने से उनके इलाज में समय लग जाता है। जिसपर मरीज के परिजन चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाने के साथ अस्पताल में हंगामा खड़ा कर देते हैं। इसके अलावा उपखंड मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र इन दिनों राजनेताओं तथा जनप्रतिनिधियों की राजनीति का केन्द्र बनता जा रहा है। विधायक से लेकर प्रशासनिक अधिकारी व नगरपालिका अध्यक्ष तक सभी राजकीय अस्पताल में अव्यवस्थाओं की शिकायत को लेकर चिकित्सकों पर अपनी भड़ास निकाल रहे हैं। मगर स्थानीय नेता से लेकर क्षेत्रीय जन प्रतिनिधी ने व्यवस्थाओं में सुधार को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया।

ठीक 10 बजे पहुंचते हैं जनप्रतिनिधि : ग्रामीण क्षेत्रों के मरीज इलाज के लिए बसों से सुबह 10 बजे अस्पताल आते हैं। जिससे आउटडोर में मरीजों की लाइनें लग जाती है। ऐसे समय में जनप्रतिनिधि का दौरा मरीजों की जांच में बाधा बन जाता है।

दर्जनों दौरे के बाद भी नहीं मिल रही सुविधा : राजकीय चिकित्सालय में जनप्रतिनिधियों द्वारा दर्जनों दौरे किए गए हैं। जनप्रतिनिधि चिकित्सकों को अस्पताल में फैली अव्यवस्थाओं को लेकर फटकार भी लगाते हैं। लेकिन इतने तूफानी दौरों के बाद भी चिकित्सालय में किसी प्रकार की व्यवस्थाओं में सुधार होता नजर नहीं आ रहा है। अस्पताल के हालात- सेठ वि_लदास राजकीय अस्पताल में लैब टेक्नीशियनों की कमी, चिकित्सकों की कमी, सफाई कर्मचारियों की कमी के चलते सफाई व्यवस्था अस्पताल के लिए नासूर बनती जा रही है। वहीं अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी किसी प्रकार के इंतजाम नहीं होने से आए दिन परिसर में आवारा पशुओं, असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। पार्किंग व्यवस्था नहीं होने से इन दिनों अस्पताल परिसर को पार्किंग स्थल बना रखा है। जिससे अस्पताल में आने वाले मरीजों, आपातकालीन सेवा 108, जननी सुरक्षा 104 तथा एम्बुलेंस वाहनों को अस्पताल परिसर में लाने में भी परेशानी होती है।



जनप्रतिनिधियों द्वारा अस्पताल के आए दिन दौरे करने के बाद भी व्यवस्थाओं में किसी प्रकार का सुधार नहीं किया गया



॥अस्पताल में अव्यवस्थाओं को सुधारने के लिए जनप्रतिनिधियों द्वारा दौरा तो किया जाता है। लेकिन उनके दौरों के बाद भी मूलभूत सुविधाओं में कोई इजाफा नहीं हुआ ,और न ही मरीजों को वंचित सुविधाएं मिल पाई है।
नेनूसिंह चंपावत, समाजसेवी
॥जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारियों ने 75 बैड का अस्पताल बनाने की घोषणा की थी। लेकिन लोगों को सुविधा नहीं मिल रही है।
गोविंदनारायण दवे, समाजसेवी
॥अस्पताल में कार्यरत स्त्रीरोग चिकित्सक की सेवाएं अन्य शिविरों में दी जा रही है। जिसके कारण प्रसुताओं के इलाज के लिए अस्पताल में भटकना पड़ रहा है। कई बार जनप्रतिनिधियों ने व्यवस्थाएं सुधारने की घोषणाएं भी की लेकिन स्थिति जस की तस है
अमृतलाल प्रजापत, समाजसेवी
॥जब भी दुर्घटना होती है अस्पताल में खून की मांग बढ़ जाती है। खून के अभाव में मरीज को जोधपुर रैफर किया जाता है। जनप्रतिनिधियों द्वारा ब्लड बैंक की कई बार घोषणा की ,लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
गफार धोबी, स्थानीय निवासी





आगेवा में तनाव,हमले में तहसीलदार घायल

आगेवा में तनाव,हमले में तहसीलदार घायल

जैतारण (पाली)। जिले के आगेवा गांव में एक धार्मिक आयोजन के बाद रविवार रात तनाव हो गया। गुस्साए लोगों ने पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों पर पत्थर फेंके। पत्थरबाजी में तहसीलदार और कुछ सिपाहियों के चोटें आई हैं। तहसीलदार की सरकारी गाड़ी का कांच भी पत्थरबाजी से टूट गया। हालात काबू करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। हल्का बल प्रयोग भी किया। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए गांव में पुलिस बल तैनात किया गया है।

अचानक हुआ हमला
पुलिस उपाधीक्षक के.सी. यादव ने बताया कि एक धार्मिक समारोह को लेकर दो वर्गोü में तनाव चल रहा था। इस बार भी आयोजन को लेकर एक वर्ग की ओर से शिकायत की गई थी। इस पर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने शनिवार दोपहर दोनों पक्षों से वार्ता कर बीच का रास्ता निकाल लिया।

रविवार शाम आयोजन खत्म होने के बाद जब पुलिस अधिकारी वापस लौटने की तैयारी कर रहे थे तो कुछ लोगों ने पुलिस व अधिकारियों को चारों ओर से घेर लिया और पत्थर बरसाने शुरू कर दिए। पत्थरबाजी में तहसीलदार हरेन्द्रसिंह रावत के चेहरे पर गंभीर चोटें आई और उनकी सरकारी गाड़ी का कांच भी टूट गया। उन्हें जैतारण के राजकीय अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। पुलिस सरगर्मी से हमलावरों की तलाश कर रही है।

अकीदत से मनाया मोहर्रम

अकीदत से मनाया मोहर्रम


मोहर्रम पर हुसैनी रंग में रंगा शहर
 


बाड़मेर या हुसैन हम नहीं थे.... की आवाज के साथ ही रविवार को शहर के मुख्य मार्गों पर मुस्लिम समुदाय की ओर से ताजिया निकाल हसन और हुसैन की कुर्बानी को याद किया। मातम का पर्व मोहर्रम शहर में अकीदत के साथ मनाया गया। इस पर्व पर बड़े, बूढ़े तथा बच्चों ने भाग लेकर धर्म के नाम पर दी कुर्बानी को याद किया। ताजिया का जुलूस रविवार सुबह दस बजे कुरैशियों के मोहल्ले से सिपाहियों के मोहल्ले से रवाना होकर बावड़ी में शाम चार बजे तक पहुंचा। उसके बाद कोटवालों के मोहल्ले से होते हुए फकीरों का कुआं से करबला के मैदान पहुंचा। शनिवार की रात को कत्ल की रात के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर मुसलमानों ने ताजिये निकाल रस्म की अदायगी की। जिन-जिन मार्गों से ताजिये गुजरे वहां मुस्लिम महिलाओं ने अपने छोटे बच्चों को ताजिये छुआ कर उनके स्वस्थ एवं तंदरुस्त रहने की मन्नत मांगी गई। जुलूस के आगे मुस्लिम युवक गले में डाले बड़े बड़े ढोल बजाते हुए चल रहे थे। इसके आगे युवक हाथों में लाठियां लेकर आपस में दंड युद्ध के कौशल का प्रदर्शन करते हुए चल रहे थे। मोहर्रम के अवसर पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने रोजे रखकर इबादत की। इस दौरान शहर में शांति एवं व्यवस्था बनाए रखने को लेकर पूरे शहर में सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद रही। जुलूस के दौरान शांति व्यवस्था बनी रही।


 
बालोतरा। नगर सहित उपखंड बालोतरा व सिवाना क्षेत्र में रविवार को मोहर्रम का मातमी पर्व अकीदत के साथ मनाया गया। मोहर्रम पर्व को लेकर नगर स्थित ताबूतों के चौक से रविवार दोपहर 12 बजे ताजिये का जुलूस रवाना हुआ।

इसमें सबसे आगे करीब एक दर्जन युवक ढोल व ताशों को बजाते हुए चल रहे थे। वहीं अखाड़े बाज शारीरिक व्यायाम के प्रदर्शन की प्रस्तुतियां दे रहे थे। मुख्य बाजार, गौर का चौक, शास्त्री चौक, पुराना बस स्टैण्ड से होते हुए ताजिया मौलाना अब्दुल कलाम आजाद स्कूल के आगे पहुंचा। इसमें शामिल मुस्लिम समाज के युवकों व लोगों ने ताजिए के चक्कर लगाकर हसन व हुसैन को याद किया। विभिन्न संगठनों द्वारा शबील व हलीम की व्यवस्था की गई। मौलाना अब्दुल कलाम स्कूल के आगे नगरपालिका द्वारा आयोजित कार्यक्रम में अखाड़े बाजों ने हैरतअंगेज कारनामों की प्रस्तुतियां दी। जुलूस के मौलाना अब्दुल कलाम आजाद स्कूल पहुंचने पर यहां नगरपालिका की ओर से सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।

सांसद हरीश चौधरी, विधायक मदन प्रजापत, नगरपालिका अध्यक्ष महेश बी. चौहान, प्रधान जमनादेवी गोदारा, पूर्व मंत्री अमराराम चौधरी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरेन्द्रसिंह मीणा, नगरपालिका प्रतिपक्ष नेता रतन खत्री, ओसवाल समाज अध्यक्ष मदनराज चौपड़ा, नायब तहसीलदार दलपतसिंह रामसर, कृषि मंडी समिति उपाध्यक्ष पारसमल भंडारी का मुस्लिम समाज ने सम्मान किया। ताजिया लाईसेंसदार फकीर मोहम्मद मोयला के अलावा हनीफ मोहम्मद मोयला, मुस्लिम समाज संरक्षक शेख मोहम्मद युसूफ, अखाड़ा उस्ताद मोहम्मद भाई, बरकत खां, जमाल चड़वा, साबिर चड़वा, रफीक खां पठान ने सेवाएं दी। संचालन गुलाम रसूल टॉक ने किया। इस अवसर पर मुस्लिम समाज अध्यक्ष हाजी फय्याज खां, उपाध्यक्ष सफी मोहम्मद मोयल, सचिव महबूब खां सिंधी मौजूद थे। इसके अलावा पाटोदी व बड़नावा जागीर में भी मोहर्रम का मातमी पर्व अकीदत से मनाया गया।

सिवाना. कस्बे में मातमी पर्व मोहर्रम रविवार को अकीदत के साथ मनाया गया। सवेरे 11 बजे जामा मस्जिद से ढोल व ताशों व मातमी धुन के साथ ताजिये का जुलूस रवाना हुआ। दोपहर दो बजे ताजिया सदर बाजार पहुंचा। इस अवसर पर सैकड़ो अकीदत मंदों ने ताजिए पर फूल व सिरणी चढ़ाकर खुशहाली की दुआएं की। अखाड़ेबाजों ने हैरत अंगेज कारनामों की प्रस्तुतियां दी। लाईसेंसदार इकराम खान पठान को बक्शु खां ने साफा पहनाकर इस्तकबाल किया। अखाड़ा उस्ताद जलाल खां को भंवरूखा न पठान ने साफा पहनाया। इसके बाद सिपाहियो का मौहल्ला होते हुए ताजिया करबला पहुंचा। जहां उसे दफनाया गया।

समदड़ी. मोहर्रम पर्व रविवार को कस्बे में अकीदत के साथ मनाया गया। इस दिन मोहर्रम चौक से दोपहर में ताजिए का जुलूस रवाना हुआ। ताजिए के जुलूस के मुख्य बाजार में पहुंचने पर राज्य अनुसूचित जाति आयोग अध्यक्ष गोपाराम मेघवाल, विधायक कानसिंह कोटड़ी, पूर्व जिला प्रमुख बालाराम चौधरी, सरपंच बाबूलाल परिहार, तहसीलदार भागीरथ चौधरी, पंचायत समिति सदस्य पुरूषोतम सोनी, सिलोर सरपंच माधोसिंह राजपुरोहित, राजीव गांधी ब्रिगेड के प्रदेश सचिव हुकमसिंह अजीत, घेवरचंद प्रजापत, खंगारराम गहलोत आदि ने अकीदत के साथ ताजिए पर फूलमालाएं चढ़ाई। इसके बाद जुलूस मुख्य बाजार, बस स्टेण्ड, बालोतरा रोड़ होते हुए शाम को करबला मैदान पहुंचा। जहां ताजिए को परंपरानुसार ठण्डा किया गया। जुलूस में बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोगों ने भाग लिया।

अवैध परिवहन कर ले जाए जा रहे 19 बछड़े बरामद

अवैध परिवहन कर ले जाए जा रहे 19 बछड़े बरामद
बालोतरा। बालोतरा के आबकारी दल ने पचपदरा में नाकाबंदी के दौरान एक ट्रक में अवैध रूप से परिवहन कर ले जाए जा रहे 19 बछड़े बरामद किए है।

इनमें से 18 बछड़े जिंदा थे व एक मृत अवस्था में पाया गया। पचपदरा थानाधिकारी जगदीशप्रसाद शर्मा के अनुसार आबकारी थाना बालोतरा के एएसआई भोमाराम मय टीम ने पचपदरा के गुलाब सर्कल पर नाकाबंदी कर रखी थी। इस दौरान मेगा हाईवे से गुजर रहे एक ट्रक को रूकवाने की कोशिश की गई तो चालक नाकाबंदी तोड़कर तेज रफ्तार से ट्रक भगा ले गया। पुलिस ने ट्रक का काफी दूरी तक पीछा किया। सुनसान में मौका देखकर चालक व खलासी ट्रक को लावारिस हालत में छोड़कर फरार होने में कामयाब रहे।

आबकारी दल ने ट्रक की तलाशी ली तो इसमें अमानवीय तरीके से गौ वंश भरा पाया गया। सूचना मिलने पर पचपदरा थाने के हैड कांस्टेबल अमराराम ने मौके पर पहुंचकर ट्रक व बछड़े जब्त किए। ट्रक के चालक व खलासी के खिलाफ गौ वंश अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया। मृत बछड़े का पोस्टमार्टम करवाकर उसे दफनाया तथा जिंदा बछड़ों को आकड़ली स्थित मामडियाई गोशाला को सुपुर्द किया।

शराब पीकर आए दूल्हे को बैरंग लौटाया

शराब पीकर आए दूल्हे को बैरंग लौटाया
जयपुर/सैंथल। राजधानी से शनिवार रात सैंथल कस्बे गई एक बारात को बैरंग ही लौटना पड़ा। दूल्हे के शराब पीने और वधू के लिए कपड़े-जेवर नहीं ले जाने पर बहस हुई और आखिर में दुल्हन ने विवाह से इनकार कर दिया। दुल्हन के पिता ने रविवार को ही जयपुर में दूसरी जगह रिश्ता तय कर बेटी का विवाह करवाया।

पुलिस के मुताबिक, जयपुर स्थित पुलिस एकेडमी क्षेत्र निवासी रामशरण पांचाल के बेटे विवेक की शादी सैंथल कस्बे के मुन्नालाल पांचाल की बेटी गीता के साथ तय थी। बारात शनिवार को सैंथल पहुंची तो वधू-पक्ष को दूल्हे और उसके पिता के नशे में होने का आभास हुआ। इस बीच बैण्ड-बाजे वाले ने दूल्हे के पिता से पैसे मांगे। पैसे न मिलने पर वह दुल्हन के पिता के पास पहुंचा।

इस बीच वधू-पक्ष के लोगों ने दुल्हन के कपड़े-जेवर मांगे। सामान नहीं मिलने पर बहस शुरू हो गई और मामला हाथापाई तक पहुंच गया। यह देख दुल्हन गीता ने विवाह से इनकार कर दिया। सैंथल थाना प्रभारी भूपेन्द्र सिंह ने बताया कि वधू पक्ष ने वर पक्ष पर बैण्ड के पैसे नहीं देने, दूल्हेे व उसके पिता के शराब पीकर आने और जेवर-कपड़े नहीं लाने का आरोप लगाया, जबकि वर पक्ष ने इसे निराधार बताया।

चालक भागा तो दूल्हे ने चलाई बस
हाथापाई की सूचना पर बारात लेकर आया बस चालक डर के मारे भाग निकला। वर पक्ष ने उसे बहुत तलाश किया, लेकिन वह नहीं मिला। ऎसे में दूल्हे ने ही बस का स्टेयरिंग संभाला और बारात लेकर लौटा।

जयपुर से ही गई दूसरी बारात
दुल्हन के पिता मुन्नालाल ने रविवार सुबह ही घाटगेट निवासी रिश्तेदार जनसीराम के बेटे राजेश से रिश्ता तय कर दिया। जनसीराम रविवार को ही बारात लेकर सैंथल पहुंचे और शाम करीब साढ़े पांच बजे तक शादी हो गई।

रविवार, 25 नवंबर 2012

अनिता का राजेश खन्ना ने किया था शोषण?

अनिता का राजेश खन्ना ने किया था शोषण?

मुंबई। बॉलीवुड के पहले सुपर स्टार राजेश खन्ना की 10 साल तक लिव इन पार्टनर रहने का दावा करने वाली अनिता आडवाणी ने नया खुलासा किया है। अनिता का कहना है कि जब वह 13 साल की थी तब राजेश खन्ना ने उसे अचानक बांहों में भर लिया और किस कर लिया। इसके बाद राजेश खन्ना ने उसका देह शोषण किया।

एक समाचार पत्र ने अनिता के हवाले से बताया कि उस वक्त वह न तो मानसिक रूप से और न ही शारीरिक रूप से इसके लिए तैयार थी। गौरतलब है कि हाल ही में अनिता ने अक्षय कुमार,डिंपल कपाडिया,टि्वंकल खन्ना और रिंकी खन्ना के खिलाफ घरेलू हिंसा का केस दर्ज करवाया था। अनिता का कहना है कि राजेश खन्ना के साथ उसके 33 साल पुराने संबंध हैं। अनिता के मुताबिक राजेश खन्ना के साथ संबंधों के बारे में किसी को जानकारी नहीं थी।

राजेश खन्ना ने अनिता से इस रिश्ते के बारे में किसी को कुछ भी बताने से मना किया था। राजेश खन्ना का कहना है कि रिश्ते के उजागर होने से उनकी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंच सकती है। अनिता राजेश खन्ना के प्यार में पागल थी इसलिए वह राजी हो गई। बाद में वह आगे की पढ़ाई के लिए जयपुर आ गई। उसने जयपुर आकर पुरानी बातों को भूलने की कोशिश की लेकिन वह नाकाम रही।


जब वह दोबारा मुंबई लौटी तो फिर राजेश खन्ना से टकरा गई। अनिता ने राजेश खन्ना से पूछा कि आपने मेरा शोषण क्यों किया था? इस पर राजेश खन्ना ने कहा कि पुरानी बातों को भूल जाओ और रिलेशनशिप में जुड़ जाओ।

साल 2000 में दोनों ने एक पार्टी में एक दूसरे को किस किया। राजेश खन्ना ने अपने रिश्ते को सार्वजनिक करने की बात कही। इसके बाद अनिता राजेश खन्ना से चिपक गई। वह शादी के रिश्तों को ठुकराती रही। दोनों एक साथ रहने लगे। इस दौरान राजेश खन्ना ने कहा कि डिंपल से उनका तलाक संभव नहीं है।

पाक में 5 किशोरियों के साथ गैंगरेप

पाक में 5 किशोरियों के साथ गैंगरेप

इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में पांच किशोरियों के साथ आठ लोगों द्वारा कथित रूप से दुष्कर्म किए जाने का मामला सामने आया है। ये पांचों एक श्रमिक की बेटी और भतीजियां हैं।

मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक पुलिस का कहना है कि यह घटना शेखुपुरा जिले के नारंगमंडी में उस वक्त हुआ जब श्रमिक मुहम्मद बूटा, मारा जाट और जहीर जाट के खेत पर काम करने के बदले में अपना पारिश्रमिक मांगने गया।

इस दौरान खेत के मालिकों ने उसे और उसकी पत्नी को बांध कर उसकी 13 वर्षीय बेटी और 15,18, 13 और 14 वर्षीय भतीजियों के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। मारा और जाहिर को हिरासत में लिया जा चुका है जबकि छह अन्य दोषी फरार हैं।

पुलिस ने दोषियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के बाद पीडित किशोरियों को चिकित्सकीय जांच के लिए भेज दिया। ये पांचों लड़कियां भी इनके खेत पर काम किया करती थीं।

जैसलमेर अज्ञात व्यक्ति की मृत्यु

जैसलमेर अज्ञात व्यक्ति की मृत्यु 

जैसलमेर शनिवार को  108 एम्बुलेंस द्वारा एक अज्ञात व्यक्ति जिसका हुलिया रंग सांवला, बाल काले, छोटी मुंछे, ठोडी पर दा़ी आई हुई, बदन दुबला पतला, कद्द करीबन सा़े पांच फिट, उम्र करीब 30 साल हैं तथा पहनने को धारीदार कमीज, फिकी आसमानी आसमानी पेंट पहने हुए हें जिसका दाहिना पेर घुटना से कटा हुआ हैं रेल्वे स्टेशन के पास मिला जिसे राजकीय जवाहिर चिकित्सालय जैसलमेर में भर्ती करवाया गया। दौराने ईलाज रात में उसकी मृत्यु हो गई। जिस पर शव को मोर्चरी रूम में रखवाया गया हैं। उक्त अज्ञात व्यक्ति की मृत्यु के सिलेसिले में पुलिस जांच जारी हैं।

बाड़मेर बालिका का अपहरण किया


बाड़मेर बालिका का अपहरण किया 

बाड़मेर जिला मुख्यालय पर महिला ठाणे में एक बालिका के अपहरण का मामला दर्ज हुआ ,पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट ने बताया की राजूराम पुत्र धारूराम जाति भील निवासी महाबार पीथल ने मुलजिमान भगवतसिंह राजपूत निवासी टोंक के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिमान द्वारा मुस्तगीस की पुत्री कुमारी नोखा का अपहरण कर ले जाना वगेरा पर मुलजिमान के विरूद्व महिला पुलिस थाना बाड़मेर पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।

बाड़मेर पौने दो किलोग्राम अफीम के दुध के साथ एक गिरफ्तार

बाड़मेर पौने दो किलोग्राम अफीम के दुध के साथ एक गिरफ्तार

बाड़मेर जिला पुलिस ने जिले में अवेध रूप से ले जाई जा रहे पौने दो किलोग्राम अफीम का दूध बरामद करने में सफलता हासिल की हें ,राहुल बारहट जिला पुलिस अधीक्षक बाड़मेर द्वारा मादक पदार्थो की रोकथाम हेतु दिये गये निर्देशानुसार श्री धन्नाराम उ.नि. थानाधिकारी पुलिस थाना गिड़ा मय पुलिस पार्टी द्वारा मुखबीर की इतला पर मुलजिम गुमनाराम पुत्र ईशराम जाति विश्नोई उम्र 60 साल निवासी डोली कला को अवैध रूप से अपनी अल्टो कार आरजे04सीए-0588 में बिना परमिट 1 किलो 700 ग्राम अफीम के दुध को परिवहन कर ले जाना वगैरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना गिड़ा पर एनडीपीएस एक्ट के अन्तर्गत मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।

जैसलमेर पर्दाफाश ...चौबीस घंटे से पहले हत्या का अरोपी गिरफतार, अनुसंधान जारी


जैसलमेर पर्दाफाश ...चौबीस घंटे से पहले हत्या का अरोपी गिरफतार, अनुसंधान जारी 




जैसलमेर जैसलमेर पुलिस की तत्परता से हत्या के आरोपी को चौबीस्द घंटे मह ही गिरफ्तार कर लिया .पुलिस अधिक्स्हज ममता राहुल विश्नोई ने बताया की शनिवार रात आठ बजे प्रयागसिंह पुत्र गोरधनसिंह जाति राजपूत उम्र 60 साल पेशा खेती निवासी पारेवर पुलिस थाना मोहनग जिला जैसलमेर ने हाजिर थाना होकर लिखित रिपोर्ट पेश की कि मेरी पुत्री टीपुकंवर जो कि आज से करीब नौ साल पहले रघुनाथसिंह पुत्र आईदानसिंह निवासी रायमला के साथ विवाह हुआ। शादी के बाद से मेरी पुत्री को उसका पति रघुनाथसिंह ,किशनकंवर (सास), लहरां पत्नी पीरदानसिह (जेठानी) द्वारा प्रताड़ित किया जाता था। मेरी पुत्री टीपुकंवर के पति रघुनाथसिंह के अपने बड़े भाई की पत्नी के साथ अवैध संबध थे। मेरी पुत्री को इनके द्वारा प्रताड़ित करने की मुझे व मेरे परिवार को जानकारी मिलने पर मैने मेरे गांव के मौजीज व्यक्तियों के साथ गांव रायमला पहुंचकर सामाजिक स्तर पर पंचायती भी करवाई थी। तब मेरी पुत्री के ससुराल वालों ने मुझे आश्वासन दिया था कि आईन्दा आपकों ओलुंबा देने का मौका नही देगें। लेकिन उसके बाद भी इन लोगों ने मेरी पुत्री को प्रताड़ित करना बंद नही किया । दिनांक 24.11.2012 को दिन में करीब 10.30 एएम 11.00 एएम पर मेरी पुत्री टीपुकंवर को उसके पति रघुनाथसिंह ,सास किशनकंवर ,जेठानी लहरांकंवर ने मिलकर उस पर केरोसिन डालकर जिंदा जलाकर मार दिया है। इस घटना के बारे में प्रतापसिंह पुत्र पूनमसिंह को रामग में किसी के द्वारा जानकारी दी जाने पर वह स्वंय तथा लखसिंह ,खेतसिंह ,पूनमसिंह को रायमला पहुंचकर साथ में लेकर तथा टीपुकंवर के ससुराल वालों को उसका दाह संस्कार पीहर वालों के आने तक नहीं करने का कहकर मेरे पास मेरे मुरब्बा 24 एसएलडी पर आये व मुझे पूरी बात बताई जिस पर मैं इनको अपने गांव पारेवर जाकर परिवार वालों को साथ लेकर आने का कहकर गांव आया तथा गांव में मेरे भतीजे डूंगरसिंह पुत्र अखेसिंह ने फोन पर पुलिस थाना रामग को इस घटना की जानकारी दी। मेरे व मेरे परिवार के लोगों के मेरी पुत्री के ससुराल रायमला पहुंचने से पूर्व में तथा पुलिस के आने से पहले ही उसके ससुराल ,गांव वालों ने मेरी पुत्री की लाश टेक्टर में डालकर आनन फानन में श्मशान घाट ले जाकर मेरी पुत्री टीपुकंवर का दाह संस्कार कर दिया तथा घर में घटना के सबूत मिटाने के लिये आंगन में गोबर का लेप कर सभी सबूत नष्ट करके मौके से सभी लोग फरार हो गये। टीपुकंवर के जेठ पीरदानसिंह व उसके के पति रघुनाथसिंह ने अन्य के साथ मिलकर मेरी पुत्री की लाश को जलाकर सबूत नष्ट कर दिये है। जिस पुलिस थाना रामग में हत्या का मामला दर्ज कर अनुसंधान मुकेश चावडा निपु को सोपी गई तथा उक्त घटना की सुचना पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर को दी गई। उक्त घटना को गम्भीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर ममता राहुल द्वारा वृताधिकारी वृत जैसलमेर शायरसिंह एवं थानाधिकारी पुलिस थाना रामग उक्त मामले में अरोपियो को जल्द से जल्द गिरफतार करने के निर्देश दिये। जिस पर शायरिंसह वृताधिकारी वृत जैसलमेर के नेतृत्व में मुकेश चावडा निपु थानाधिकारी पुलिस रामग मय पुलिस थाना रामग में तैनात देवीसिंह सउनि, हैड कानि0 मुकनाराम, कानि0 अमरिंसह, उमरदीन, महेन्द्रकुमार की एक टीम का गठन कर मौका मुआयना किया गया तथा मौके पर सभी पुछताछ की गई तथा फरार वांछित की तलाश हल्खा क्षैत्र एवं अन्य क्षैत्रो में की गई। आज दिनांक 25.11.2012 को जरिये मुखबिर सुचना अनुसार मुख्य आरोपी रघुनाथसिंह को पुलिस टीम द्वारा थाना हल्खा क्षेत्र में गिरफतार किया गया। अरोपी से पुछताछ जारी है।



64वां एनसीसी स्थापना दिवस उम्मेद भवन पैलेस मं मनाया गया


64वां एनसीसी स्थापना दिवस उम्मेद भवन पैलेस मं मनाया गया

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64वां एन.सी.सी. स्थापना दिवस जोधपुर रन फॉर फन तथा अन्य बहुत सारे आयोजनों के साथ आज मनाया गया। एनसीसी की स्थापना 18 जुलाई 1948 को विश्व विद्यालय संगठन के रूप में भारतीय सशस्त्र सेना एक्ट 1917 के तहत गर्वनर जनरल ने किया।



उस समय जब हमारे लीडरों की मांग थी कि भारतीयों को भी सेना के कमान की कड़ी में सम्मिलित किया जाये और ऑफिसर पद पर नियुक्त किया जाये। भारतीय नवयुवकों में इसकी लहर एक ज्योति की तरह प्रज्वलित हुई और आज यह वर्दीधारी संगठन दुनिया का सबसे बड़ा समुदाय के रूप में मौजूद है।



आज एन.सी.सी. जोधपुर रन फॉर फन ब्रिगेडियर आई.जे.एस. हुण्डन, स्टेशन कमाण्डर जोधपुर द्वारा पोलो ग्राउण्ड से प्रारंभ होकर उम्मेद भवन पैलेस में सम्पन्न हुई।

बाड़मेर इरानी नागरिक बहरोज जेल से रिहा .फिर बना सरकारी मेहमान


इरानी नागरिक बहरोज जेल से रिहा .फिर बना सरकारी मेहमान 


बाड़मेर सीमावर्ती बाड़मेर जिले के बाखासर सरहद में पाक सीमापार कर सात साल पहले सीमा सुरक्षा बल के हत्थे छाडे इरानी नागरिक बहरोज की सजा   समाप्त होने के बाद उसे पुनः बाड़मेर पुलिस ने संदिग्ध अवस्था में घूमते और विदेशी अधिनियम के तहत गिरफ्तार कर लिया ,बहरोज को शिव थाना क्षेत्र में गिरफ्तार किया गया हें ,उलेखनीय हें की सात साल पह बहरोज बाखासर सीमा से भारतीय सीमा में आया तथा एक गाँव की सरहद पर रुक गया ,बहरोज को प्यास लड़ी तो उसने बकरी के थन से सीधे दूध पीना शुरू किया यह द्रश्य देख कर ग्रामीणों के उसके बाहरी नागरिक होने का संदेह हुआ ,ग्रामीणों ने सीमा सुरक्षा बल को इतला कर उसे गिरफ्तार कराया ,बहरोज से स्थानीय पुलिस और सुरक्षा और खुफिया एजेंसिया कुछ नहीं उगला पाई .बहरोज को पूछताछ के लिए जयपुर भी ले जाया गया इसके बाद भी बहरोज ने कोई राज नहीं उगला तो उसे अदालत में पेश किया जन्हा उसे तीन साल के अदालती चक्करों के बाद चार साल की सज़ा मिली .बहरोज तीन रोज पूर्व अपनी सजा समाप्त कर जेल से रिहा हुआ तो बाड़मेर पुलिस ने उसे फिर विदेशी अधिनियम के तहत गिरफ्तार कर लिया जिसकी पुष्टि पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट ने की 

उल्लेखनीय हें की जिले के सीमावर्ती बाखासर सेक्टर में सीमा के स्तम्भ चिन्ह संख्या 905 के पास से एक ईरानी ने पाकिस्तान के रास्ते भारतीय सीमा में प्रवेश किया, जिसे गांव वालों की सहायता से सीमा सुरक्षा बल ने गिरफ्तार किया। पुलिस ने उसके खिलाफ बाखासर थाने में विदेशी अधिनियम-1946 के तहत अवैध रूप से सीमा पार करने का मामला दर्ज किया गया था . 3 मार्च, 2005 को देर रात में इस व्यक्ति ने कंटीली बाड़ के पास गड्ढा खोदकर भारतीय सीमा में प्रवेश किया था। इस घुसपैठ से जहां एक ओर सुरक्षा इंतजामों पर सवालिया निशान लगा वहीं उस घुसपैठिये से पूछताछ पर सामने आए तथ्यों ने तमाम सुरक्षा एजेन्सियों को भी पेसोपेश में डाल दिया। बाड़मेर में संयुक्त पूछताछ के बाद अदालत ने उसे रिमाण्ड पर जयपुर भेज दिया था मगर बहरोज की नागरिकता और निवास प्रमाणित नहीं होने के कारन संदिघ्ध मान उसका चालान अदालत में पेश किया था जिस पर उसे चार साल की सज़ा मिली थी यह सज़ा दीवाली के बाद समाप्त हो गई ,रिहाई के बाद बहरोज  को फिर सरकारी मेहमान बना दिया ,