गुरुवार, 22 नवंबर 2012

बीकानेर में सड़क हादसा, 14 यात्रियों की मौत

जयपुर।। राजस्थान में बीकानेर संभाग के चुरु जिले में जयपुर से श्रीगंगानगर जा रही निजी बस और ट्रक की भिड़ंत में 14 लोगों की मौत हो गई, जबकि 38 अन्य घायल हो गए। पुलिस सूत्रों ने बताया कि हादसा उस समय हुआ जब बस ओवरटेक करते वक्त सामने से आ रहे ट्रक से बस टकरा गई। सरदारशहर तहसील मुख्यालय से तीन किलोमीटर दूर मेगा हाइवे मोड़ पर हरियासर गांव के पास हुए इस हादसे में गंभीर रुप से घायलों को बीकानेर, चुरु, सरदारशहर और हनुमानगढ़ के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।

सूत्रों ने बताया कि सरदारशहर तहसील से तीन किलोमीटर दूर मेगा हाइवे मोड़ पर हरियासर गांव के पास तड़के हुए हादसे में 14 लोगों की मौत हो गई, जबकि 38 अन्य घायल हो गए। निजी बस जयपुर से श्रीगंगानगर जा रही थी।

सूत्रों के अनुसार, दुर्घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस महानिरीक्षक सहित तमाम बड़े अधिकारी मौके पर पहुंचकर घायलों एवं प्रभावितों को आस पास स्थानों पर पहुंचाने के निर्देश दिए। संभागीय आयुक्त एवं पुलिस महानिरीक्षक भी बीकानेर से घटनास्थल पर पहुंच गए।सरदारशहर पुलिस थानाधिकारी इस्लाम खान के अनुसार, पुलिस ने तत्परता से ग्रामीणों की मदद से यात्रियों को बस से निकाला और घायलों को राजकीय चिकित्सालय में ले जाया गया। यहां से गंभीर रूप से घायलों को बीकानेर चुरु एवं सरदारशहर के अस्पतालों में भर्ती कराया गया। भिड़ंत से बस एवं ट्रक बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए।

'मेरी रखैल बन जा, तुझे दो लाख रुपए सालाना की जागीर दूंगा'

PICS: 'मेरी रखैल बन जा, तुझे दो लाख रुपए सालाना की जागीर दूंगा'



जयपुर. रोमियो-जूलियट, शीरी-फरहाद, लैला-मजनूं, सोहनी-माहिवाल और ना जाने ऐसे कितने गुमनाम जोड़े जो इश्क के दरियां में फना हो गए एक दूजे की खातिर। लेकिन महबूब के प्रति इनका समर्पण दुनिया वालों के दिलों में बस गया और आज उनकी कहानी लोगों की जुबां पर तैरती हैं। हालांकि इन किस्सों के बारे में प्रमाण जुटाना खासा मुश्किल हैं। इसके बावजू बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक पर आज पढि़ए राजस्थान की चर्चित प्रेम कहानियों में से एक केहर-कंवल की प्रेम कहानी...
आगे तस्वीरों के साथ पढि़ए केहर-कंवल की रोचक प्रेम कहानी...



गुजरात का बादशाह महमूद शाह अपने अहमदाबाद के किले में मारवाड़ से आई जवाहर पातुर की बेटी कंवल को लालच दे रहा था, " मेरी बात मान ले, मेरी रखैल बन जा। मैं तुझे दो लाख रूपये सालाना की जागीर दूंगा और तेरे सामने पड़े ये हीरे-जवाहरात भी तेरे। जिद मत कर मेरा कहना मान और मेरी रखैल बनना स्वीकार कर ले। इतना कहने के बाद बादशाह ने एक हीरों का हार कंवल के गले में डालने की कोशिश की, लेकिन कंवल ने बादशाह की बात ठुकराते हुए हीरों का हार तोड़कर फेंक दिया। कंवल की माँ जवाहर पातुर ने बेटी की हरकत पर बादशाह से माफी मांगते हुए बेटी को समझाने के लिए थोड़ा समय माँगा। माँ ने कंवल को बहुत समझाया कि बादशाह की बात मान ले और उसकी रखैल बन जा तू गुजरात पर राज करेगी। लेकिन कंवल ने माँ से साफ़ कह दिया कि वह "केहर" को प्यार करती है और उसकी हो चुकी है इसलिए गुजरात तो क्या, अगर कोई दुनियां का बादशाह भी आ जाये तो उसके किस काम का..कँवर केहरसिंह चौहान महमूद शाह के अधीन एक छोटीसी जागीर "बारिया" का जागीरदार था और कंवल उसे प्यार करती थी। कंवल की माँ ने उसे खूब समझाया कि तू एक वेश्या की बेटी है एक पातुर है, तुने किसी एक की चूड़ी नहीं पहन रखी है। लेकिन कंवल ने साफ कह दिया कि "केहर जैसे शेर के गले में बांह डालने वाली उस गीदड़ महमूद के गले कैसे लग सकती है"। पास के ही कमरे में उपस्थित महमूद के कानों में जब ये शब्द पड़े तो वह गुस्से से भर गया। उसने कंवल को महल में कैद करने के आदेश देने के साथ ही कंवल से कहा "अब तू देखना तेरे शेर को पिंजरे में मैं कैसे कैद करके रखूँगा।बादशाह ने अपने सिपहसालारों को बुलाकर एलान कर दिया कि केहर को कैसे भी कैद करने वाले को जागीर बारिया जब्त कर दे दी जाएगी। लेकिन केहर जैसे योद्धा से कौन टक्कर ले, दरबार में उपस्थित उसके सामन्तों में से एक जलाल आगे आया। उसके पास छोटी सी जागीर थी। सो लालच में उसने यह बीड़ा उठा लिया। प्लान के मुताबिक साबरमती नदी के तट पर शीतला माता के मेले के दिन महमूद शाह ने जलक्रीड़ा आयोजित की, जलाल एक तैराक योद्धा आरबखां को जलक्रीड़ा के समय केहर को मारने हेतु ले आया, जलक्रीड़ा शुरू हुई और आरबखां केहर पर पानी में ही टूट पड़ा। लेकिन केहर भी तैराकी व जल युद्ध में निपुण था। दोनों के बीच इस युद्ध में केहर ने आरबखां को मार डाला। केहर द्वारा आरबखां को मारने के बाद मुहमदशाह ने बात सँभालने हेतु केहर को शाबासी के साथ मोतियों की माला पहना शिवगढ़ की जागीर भी दी।बादशाह द्वारा आरबखां को मौत के घाट उतारने के बावजूद केहर को सम्मानित करने की बात केहर के सहयोगी सांगजी व खेतजी के गले नहीं उतरी। वे समझ गए कि बादशाह कोई षड्यंत्र रच रहा है उन्होंने केहर को आगाह भी कर दिया, लेकिन केहर को बादशाह ने यह कह कर रोक लिया कि दस दिन बाद फाग खेलेंगे और फाग खेलने के बहाने उसने केहर को महल के जनाना चौक में बुला लिया। इसके बाद षड्यंत्र पूर्वक उसे कैद कर एक पिंजरे में बंद कर कंवल के महल के पास रखवा दिया। ताकि वह अपने प्रेमी की दयनीय हालत देख दुखी होती रहे।कंवल रोज पिंजरे में कैद केहर को खाना खिलाने खुद आती और मौका देख केहर से निकलने के बारे में चर्चा करती। एक दिन कंवल ने एक कटारी व एक छोटी आरी केहर को लाकर दी। उसी समय केहर की दासी टुन्ना ने वहां सुरक्षा के लिए तैनात फालूदा खां को जहर मिली भांग पिला बेहोश कर दिया। इस बीच मौका पाकर केहर पिंजरे के दरवाजे को काट आजाद हो गया और किसी तरह महल से बाहर निकल अपने साथियों सांगजी व खेतजी के साथ अहमदाबाद से बाहर निकल आया।केहर की जागीर बारिया तो बादशाह ने जब्त कर जलाल को दे दी थी सो केहर मेवाड़ के एक सीमावर्ती गांव बठूण में आ गया और गांव के मुखिया गंगो भील से मिलकर आपबीती सुनाई। गंगो भील ने अपने अधीन साठ गांवों के भीलों का पूरा समर्थन केहर को देने का वायदा किया। अब केहर बठूण के भीलों की सहायता से गुजरात के शाही थानों को लुटने लगा, सारा इलाका केहर के नाम से कांपने लगा। केहर को मारने के लिए बादशाह ने कई योद्धा भेजे पर हर मुठभेड़ में बादशाह के योद्धा ही मारे जाते, महमूदशाह का कोई सामंत केहर के आगे आने की हिम्मत नहीं करता सो वह बार बार जलाल को ख़त लिखता कि केहर को ख़त्म करे। लेकिन एक दिन बादशाह को समाचार मिला कि केहर की तलवार के एक वार से जलाल के टुकड़े टुकड़े हो गए।कंवल केहर के ज्यों ज्यों किस्से सुनती, उतनी ही खुश होती और उसे खुश देख बादशाह को उतना ही गुस्सा आता पर वह क्या करे, बेचारा बेबस था। केहर को पकडऩे या मारने की हिम्मत उसके किसी सामंत व योद्धा में नहीं थी। कंवल महमूद शाह के किले में तो रहती पर उसका मन हमेशा केहर के साथ होता। वह महमूद शाह से बात तो करती पर ऊपरी मन से। केहर की वीरता का कोई किस्सा सुनती तो उसका चेहरा चमक उठता और वह दिन रात किले से भागकर केहर से जा मिलने के मनसूबे बनाती।छगना नाई की बहन कंवल की नौकरानी थी। एक दिन कंवल ने एक पत्र लिख छगना नाई के हाथ केहर को भिजवाया। केहर ने कंवल का सन्देश पढ़ा- "मारवाड़ के व्यापारी मुंधड़ा की बारात अजमेर से अहमदाबाद आ रही है। रास्ते में आप उसे लूटना मत और उसी बारात के साथ वेष बदलकर अहमदाबाद आ जाना। पहुँचने पर मैं दूसरा सन्देश आपको भेजूंगी। ईश्वर ने चाहा तो आपका और मेरा मनोरथ सफल होगा। अजमेर-अहमदाबाद मार्ग पर मुंधड़ा की बारात में केहर और उसके चार साथी बारात के साथ हो लिए केहर जोगी के वेश में था। उसके चारों राजपूत साथी हथियारों से लैस थे। मुंधड़ा भी खुश था कि हथियारों से लैस बांके राजपूतों को देख रास्ते में बारात को लुटने की किसी की हिम्मत नहीं पड़ेगी।

पाकिस्‍तान में कसाब की चाची बोलीं, गर्व है भतीजे पर

फरीदकोट (पाकिस्तान)। कसाब के गांव फरीदकोट में दोस्तों को यकीन ही नहीं है कि उनका दोस्त बंदूक भी उठा सकता है। हालांकि, उसकी आंटी शाहनाज सुघरा ने कहा, हमें कसाब पर गर्व है। यह खबर हमारे लिए बहुत बुरी है। यदि उसने कुछ गलत किया भी है तो मुझे गर्व है कि उसने दुश्मन के घर में घुसकर उसे सबक सिखाया। कसाब के पड़ोसी हाजी मोहम्‍मद सलीम ने कहा कि वह बेहद विनम्र परिवार से था। उसके पिता दहीबड़े बेचते थे। कसाब ने कभी अपने घर पैसा नहीं पहुंचाया। उसका परिवार आज भी बेहद गरीब है। उसे किसी धार्मिक समूह ने तरीके से इस्तेमाल किया है।

पाकिस्‍तान में कसाब की चाची बोलीं, गर्व है भतीजे पर

कसाब के गांव जाने से पत्रकारों को रोका

पाकिस्तानी सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों ने बुधवार को पत्रकारों और टीवी कैमरामैन को कसाब के गृहनगर जाने से रोक दिया। यह सुरक्षाकर्मी सादे कपड़ों में थे और अपने आपको गांव वाला ही बता रहे थे।

कसाब का परिवार 'गायब', इमाम ने गांववालों पर लगाई पाबंदी

लाहौर। हिंदुस्‍तान में भले ही अजमल कसाब को उसके गुनाह की सजा मिल गई हो लेकिन पाकिस्‍तान में कोई उसका नाम लेने वाला नहीं है। उसे जिस फरीदकोट गांव का बताया गया, वहां उसके परिवार का कोई शख्‍स नहीं है। कुछ साल पहले इस गांव के जिस घर को मीडिया ने उसका घर बताया था, आज वहां किरायेदार रह रहा है। किरायेदार का कहना है कि वह साढ़े तीन साल से इस घर में रह रहा है।
कसाब का परिवार 'गायब', इमाम ने गांववालों पर लगाई पाबंदी 
पहली बार जब कसाब का नाम पाकिस्‍तान से जुड़ा था तो पड़ोसी मुल्‍क ने इससे साफ इंकार कर दिया था। फरीदकोट गांव के लोग आज भी इस बात से इंकार कर रहे हैं कि कसाब का अब गांव से कोई ताल्‍लुक रहा है। गांव के एक बुजुर्ग का कहना है कि आमिर कसाब (कसाब के पिता) और उसकी पत्‍नी कुछ वक्‍त फरीदकोट में रहे थे।

गांव के बड़े बुजुर्ग से लेकर युवाओं तक को इस बात की साफ हिदायत दी गई है कि कसाब के बारे में किसी से बात नहीं करे। स्‍थानीय इमाम ने मस्जिद से ऐलान किया कि कसाब के मामले से पूरे गांव के लोगों को दूर रहना चाहिए। नतीजा, यह है कि फरीदकोट में कोई भी कसाब के बारे में बात नहीं करना चाहता है।

बुधवार को पुणे में जैसे ही कसाब को फांसी दी गई, फरीदकोट में पत्रकारों की जमात पहुंचनी शुरू हो गई। लेकिन उन्‍हें जाने से प्रशासन ने रोक दिया। कुछ चुनिंदा पत्रकार ही वहां पहुंच सके। पाकिस्‍तानी अखबार 'डॉन' के प्रतिनिधि भी बुधवार को फरीदकोट गए। उनका कहना है कि फरीदकोट से कसाब का रिश्‍ता एक रहस्‍य बना हुआ है। दिसंबर, 2008 में जिस घर को कसाब का घर बताया गया था, वह घर आज भी वैसा ही है। लेकिन घर में रहने वाले शख्‍स का कहना है कि वह साढ़े तीन साल से किराये पर उस घर में रह रहा है।

रिश्वत लेने के आरोपी को एक वर्ष की सजा

रिश्वत लेने के आरोपी को एक वर्ष की सजा

सिणधरी। सिणधरी विद्यालय में कंप्यूटर ठेके के बदले में रिश्वत लेने के आरोपी रह प्रधानाचार्य को एक साल की कारावास की सजा भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो न्यायालय ने सुनाई है। प्रकरण अनुसार सिणधरी विद्यालय में कम्प्यूटर शिक्षा देने का ठेका जोधपुर की एक फर्म को देने के बाद बाड़मेर जिले में कम्प्यूटर शिक्षा का सब कांटेक्ट राजाराम को दिया था। सिणधरी विद्यालय में राजाराम के वर्ष 2007-08 में 55,127 रूपए का भुगतान बकाया होने पर प्रधानाचार्य सत्यनारायण अग्रवाल से इसकी मांग की।

अजीत निवासी राजाराम प्रजापत ने 21 अप्रेल 2008 को एसीबी चौकी बाड़मेर में प्रकरण दर्ज करवाया कि प्रधानाचार्य ने भुगतान के बदले उससे रिश्वत मांगी। एसीबी ने 27 अप्रेल 2008 को तेरह हजार की रिश्वत के साथ आरोपी को रंगे हाथों गिरफ्तार किया। इस प्रकरण में सुनवाई के बाद विशेष न्यायाधीश चंद्रभान गुप्ता ने मंगलवार को दोषी ठहराते हुए तत्कालीन प्रधानाचार्य सत्यनारायण अग्रवाल को एक वर्ष के कारावास समेत तीन हजार रूपए अर्थदंड की सजा सुनाई।

अवैध शराब बरामद, दो गिरफ्तार, एक फरार


अवैध शराब बरामद, दो गिरफ्तार, एक फरार


जैसलमेरआबकारी विभाग की ओर से अवैध शराब विक्रेताओं की धरपकड़ के लिए चलाए गए अभियान में अवैध शराब बरामद की । जिला आबकारी अधिकारी अशोक मंगल ने बताया कि सहायक आबकारी अधिकारी नरेन्द्र कुमार मीणा, आबकारी निरीक्षक वृत जैसलमेर में नाजायज शराब विक्रेताओं की धरपकड़ के लिए की गई कार्रवाई में बाबा बावड़ी निवासी मंगलसिंह पुत्र पदमसिंह के कब्जे से प्लास्टिक कट्टों में 15 बोतल किंगफिशर स्ट्रांग बीयर एवं 20 पव्वे बेगपाइपर व्हिस्की बरामद की गई। अभियुक्त को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया। इसी प्रकार अमरसागर टैंपो स्टैंड के पास सुरेन्द्र सिंह पुत्र मनोहरसिंह निवासी अमरसागर के कब्जे से 43 पव्वे मेक्डोवल थ्री एक्स रम बरामद कर आरोपी को गिरफ्तार किया गया। राघवा गांव में लूण सिंह पुत्र जवाहर सिंह के कब्जे से प्लास्टिक ड्रम में भरी 13 बोतल अवैध शराब भी बरामद की। लूण सिंह मौके से फरार हो गया। मंगल ने बताया कि देशी मदिरा कंपोजिट दुकान सोनू के निरीक्षण में आबकारी नियमों का उल्लंघन पाए जाने पर अनुज्ञाधारी बादलसिंह व सेल्समैन भूर सिंह के खिलाफ राजस्थान आबकारी अधिनिमय के तहत प्रकरण दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि मनोहरसिंह व सुरेन्द्र सिंह को न्यायालय में पेश किया गया जहां से न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया।

जमीन के लिए भाई को 27 साल पहले ही मृत बता दिया


जमीन के लिए भाई को 27 साल पहले ही मृत बता दिया

बाड़मेर



जमीन की खातिर भाई भाई का दुश्मन बन जाता है। यह बात सुभान के परिवार पर सोलह आने सच साबित हो रही है। धनोड़ा निवासी सुभान के भाई ने ही उसे 27 साल पहले मृत घोषित कर ग्राम पंचायत से मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार कर दिया। खातेदारी जमीन हड़पने के लिए यह कदम उठाया गया। जब हकीकत का पता चला तो सुभान बोला मैं तो जिंदा हूं। इतना ही नहीं खातेदारी भूमि को लेकर विवाद बढ़ा तो सुभान ने न्यायालय की शरण ली।

खमीशा उर्फ सुभान पुत्र अली मोहम्मद निवासी धनोड़ा (भादरेस) की पैतृक गांव में खसरा न. 113 व 154 में संयुक्त खातेदारी भूमि है। उसके भाई ने खातेदारी जमीन हड़पने के लिए 19 अक्टूबर 2001 को ग्राम पंचायत भादरेस में खमीशा उर्फ सुभान का मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार करवाया। जिसमें बताया कि 15 अप्रैल 1985 में खमीशा की मृत्यु होने की पुष्टि की गई।

इस प्रमाण पत्र के आधार पर खातेदार भूमि अपने नाम करवाने की साजिश रची गई। इसकी सूचना मिलने पर सुभान ने ग्राम पंचायत के सरपंच के समक्ष उपस्थित होकर जिंदा होने का दावा किया। इस पर तत्कालीन सरपंच सुखाराम ने खमीशा के जिंदा होने का प्रमाण पत्र जारी कर दिया। इस दरम्यान उसके भाइयों ने ही खातेदार भूमि पर कब्जा कर दिया। विवाद बढ़ा तो मामला कोर्ट में चला गया। बावजूद इसके खमीशा के भाई उक्त भूमि पर कब्जा करने में जुटे हैं। इस पर खमीशा ने न्यायालय में एक वाद दायर कर खातेदारी भूमि पर यथास्थिति बनाए रखने के लिए स्टे देने का प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया है। एडवोकेट मदन सिंघल ने बताया कि खमीशा का वाद दायर किया गया है। उसे न्याय मिलने की उम्मीद हैं।




भाइयों ने किया मेरे साथ धोखा



ग्राम पंचायत भादरेस के धनोड़ा गांव का मामला, भाई ने बनवाया फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र, खुलासा हुआ तो पीडि़त ने न्यायालय की शरण ली



॥ मेरे भाइयों ने ही मुझे मृत बताकर फर्जी प्रमाण पत्र तैयार करवा दिया था। मुझे पता लगा तो मैं हाजिर हो गया। यह कृत्य खातेदारी भूमि हड़पने के लिए किया गया। अब मैंने न्यायालय की शरण ली है।
खमीशा उर्फ सुभान निवासी भादरेस

बुधवार, 21 नवंबर 2012

अब अफजल गुरू को फांसी की मांग

अब अफजल गुरू को फांसी की मांग
नई दिल्ली। 26/11 मुंबई हमले के दोषी कसाब को फांसी दिए जाने के बाद अब पार्लियामेंट अटैक के दोषी अफजल गुरू को भी फांसी देने की मांग उठने लगी है। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह सहित कई नेताओं ने अफजल गुरू को फांसी पर लटकाने की मांग की है।

नरेन्द्र मोदी ने कसाब को फांसी दिए जाने की खबर के बाद माइक्रो सोशल नेटवर्किग साइट टि्वटर पर कहा है कि कसाब को फांसी देकर सरकार ने अच्छा काम किया है लेकिन अब संसद हमले के दोषी अफजल गुरू का क्या होगा? उसे फांसी कब दी जाएगी?

उधर,कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने भी टि्वटर पर लिखा.. अंतत: कसाब को फांसी दे दी गई। केंद्र सरकार को इस मामले से जुडे अन्य पाकिस्तानी अपराधियों के खिलाफ मामले को तेज करना चाहिए। अफजल गुरू का मामला भी तेजी से निपटाया जाना चाहिए।

भारतीय जनता पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रवी शंकर प्रसाद ने अफजल गुरू के मामले में हो रहे विलंब पर प्रश्न उठाते हुए कहा कि उच्चतम न्यायालय ने उसकी दलील ठुकरा चुका है तथा उसकी पुर्नविचार याचिका भी खारिज की जा चुकी है लेकिन फिर भी सरकार ने इस पर कार्रवाई नहीं की है। उन्होंने उम्मीद जताई कि सरकार अफजल गुरू की दया याचिका की प्रक्रिया को निपटाने में अब तेजी लाएगी।

आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य ने कसाब को फांसी का स्वागत करते हुए बुधवार को जारी बयान में कहा कि वर्ष 2001 में नई दिल्ली में संसद की रक्षा करते समय अपने प्राणों की आहूति देने वाले जवानों को सच्ची श्रद्धांजलि तभी होगी जब संसद पर हमला करने वाले आतंकी अफजल गुरू को भी फांसी देने के सुप्रीम कोर्ट के निर्णय पर जल्द से जल्द क्रियान्वित किया जाए। उन्होंने कहा कि इस न्यायपूर्ण अपेक्षा को पूरा कर भारत सरकार आतंकवाद के विरूद्ध कठोर कार्रवाई कर अपनी घोषणा को सार्थक करे।

केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने अफजल गुरू की दया याचिका पर कब तक निर्णय होगा इस बारे में बुधवार को कुछ कहने से इनकार कर दिया। संसद भवन पर 13 दिसंबर 2001 को हुए हमले के सिलसिले में उच्चतम न्यायालय ने 2004 में अफजल गुरू को मृत्युदंड सुनाया था। उसकी दया याचिका राष्ट्रपति के पास लंबित है।


उल्लेखनीय है कि आमतौर पर कांग्रेस अफजल गुरू की फांसी के सवाल से टालती रही है,लेकिन अब खुद पार्टी के आला नेता इसकी मांग करते नजर आए हैं।

ज्ञात हो कि कसाब को पुणे की यरवदा जेल में बुधवार सुबह 7.30 बजे फांसी दे दी गई। इस खबर के बाद भाजपा के मुख्तार अब्बास नकवी ने कसाब को फांसी दिए जाने के बाद के फैसले पर खुशी जताते हुए कहा कि देरी से ही सही लेकिन मुंबई हमले के पीडितों को न्याय मिल गया है।

एक्ट्रेस करिश्मा कपूर का तलाक!

एक्ट्रेस करिश्मा कपूर का तलाक!
मुंबई। बॉलीवुड एक्ट्रेस करीना कपूर जहां हाल ही विवाह बंधन में बंधीं वहीं बड़ी बहन करिश्मा कपूर और बिजनसमैन संजय कपूर की शादीशुदा जिंदगी खत्म होने के कगार पर है। खबर है कि दोनों ने अलग होने का फैसला कर लिया है। एक अखबार के अनुसार उन्होंने कोर्ट में तलाक के लिए अर्जी दाखिल कर दी है।


सूत्रों के अनुसार दोनों के बीच तलाक को लेकर आपसी रजामंदी है। केवल ऑफिशियली कार्रवाई होना बाकी है। उनके बीच दोनों बच्चों समायरा व कियान की कस्टडी को लेकर बातचीत चल रही है।


कहा जा रहा है संजय व करिश्मा की शादीशुदा जिंदगी में उधमी प्रिया चटवाल की वजह से आग लगी है। कुछ समय पहले संजय व प्रिया के बीच डेटिंग की खबरें आई थीं। तभी से करिश्मा व संजय के रिश्तों में तूफान आ गया।


2003 में की थी शादी -

संजय व करिश्मा की 2003 में शादी हुई थी। 2005 में उनके घर बेटी समायरा व 2010 में बेटे कियान का जन्म हुआ था। करिश्मा संजय की दूसरी पत्नी हैं। संजय की पहली पत्नी नंदिता मेहता थी जिससे उनका तलाक हो चुका था।


मालूम हो कि पहले भी इनके रिश्ते में तनाव को लेकर दोनों के अलग रहने की खबरें आई थी। हालांकि समझौते के बाद फिर से दोनों एक साथ रहने लग गए थे।

बाड़मेर कचहरी परिसर से आज की ताज़ा खबरे



अर्न्तराष्ट्रीय कॉल्स का करना होगा इन्द्राज

बाड़मेर, 21 नवम्बर। जिले में आपराधिक एवं अवांछनीय गतिविधियों पर रोक लगाने एवं दूर संचार के माध्यम से महत्वपूर्ण गोपनीय सूचनाएं प्रेशित करने से रोकने के लिए जिले की अन्तर्राश्ट्रीय सीमा के समीप स्थित क्षेत्रों के टेलीफोन बूथों पर की जाने वाली अन्तर्राश्ट्रीय फोन कॉल्स का इन्द्राज करना आवयक होगा। इस संबंध में जिला मजिस्ट्रेट भानु प्रकाश एटूरू ने पब्लिक टेलीफोन बूथों के धारकों को आदो जारी किए है।

जिला मजिस्ट्रेट एटूरू ने राष्ट्रीय उच्च मार्ग संख्या 15 के पश्चिम में स्थित सभी पीसीओ एवं बाड़मेर शहर के पीसीओ के माध्यम से किए जाने वाले अन्तर्राष्ट्रीय कॉल के लिए पीसीओ के मालिकों तथा एजेन्टों को पृथक से एक रजिस्टर आवश्यक रूप से संधारित करने के आदेश जारी करते हुए हिदायत दी है कि वे अपने बूथ से किए जाने वाले प्रत्येक अन्तर्राष्ट्रीय कॉल का पूर्ण विवरण सहित इन्द्राज करेंगे। गोयल द्वारा उन्हें यह भी हिदायत दी है कि वे उक्त प्रकार के कॉल करने वाले प्रत्येक व्यक्ति के कॉल किए जाने से पूर्व निर्धारित प्रपत्र में सूचना प्राप्त करेंगे तथा रिकार्ड संधारित करते हुए सूचना प्रति सप्ताह संबंधित थानाधिकारी को आवश्यक रूप से प्रस्तुत करेंगे तथा इसकी सूचना क्षेत्र के उपखण्ड मजिस्ट्रेट को भी देंगे। साथ ही वे किसी संदिग्ध व्यक्ति द्वारा टेलीफोन करने पर उसकी सूचना तत्काल निकट के पुलिस थाना या पुलिस अधीक्षक को देंगे।

बूथ धारकों द्वारा संधारित उक्त रजिस्टर की समय समय पर तहसीलदार, कार्यपालक मजिस्ट्रेट, पुलिस, सीमा सुरक्षा बल एवं सुरक्षा एजेन्सियों के अधिकारियों द्वारा जांच की जाएगी। उक्त आदेशों की अवहेलना करने पर संबंधित व्यक्ति को भारतीय दण्ड संहिता की धारा 188 के तहत दण्ड भुगतना पड़ सकता है। यह आदेश आगामी दो माह के लिए प्रभावशील रहेगा।

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अल्पसंख्यक मामलात राज्यमंत्री अमीन खान

आज जिले की यात्रा पर रहेंगे


बाडमेर, 21 नवम्बर। अल्पसंख्यक मामलात एवं वक्फ राज्यमंत्री अमीन खान 22 नवम्बर को जिले की यात्रा पर रहेंगे। इस दौरान वे लोगों के अभाव अभियोग सुनेंगे तथा जन समस्याओं का निराकरण करेंगे।

निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार अल्पसंख्यक राज्यमंत्री खान 21 नवम्बर को जालोर से दोपहर 2 बजे रवाना होकर सांय 5 बजे देताणी पहुंच वहां रात्री विश्राम करेंगें। वे देताणी से रवाना होकर 11 बजे पंचायत समिति चौहटन के बिजराड़ ग्राम में पेयजल, विद्युत, टांका निर्माण तथा विधायक/सांसद स्कीमों से संबंधित समीक्षात्मक बैठक लेंगें तथा सांय 5 बजे वापस देताणी ग्राम पहुंचेंगे।

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पाक सिम पर प्रतिबन्ध

जिला मजिस्ट्रेट ने राश्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से जारी किया आदो

बाडमेर, 21 नवम्बर। जिला मजिस्ट्रेट एवं जिला कलेक्टर भानु प्रकाश एटरू ने सीमावर्ती क्षेत्रों में पाकिस्तानी लोकल सिम के उपयोग पर प्रतिबन्ध लगाते हुए ऐसा करते पाए जाने पर कानूनी कार्यवाही की चेतावनी दी है।

जिला मजिस्ट्रेट एटरू ने बताया कि बाड़मेर जिले से लगने वाली अन्तर्राश्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तानी इलाके में लगे मोबाईल टावरों का नेटवर्क भारतीय सीमा के करीब 34 किलोमीटर अन्दर तक आ रहा है, ऐसे में पाकिस्तानी सिम से पाकिस्तानी नेटवर्क के जरिये आसानी से सम्पर्क होने की आांका को देखते हुए धारा 144 दण्ड प्रकि्रया संहिता 1973 के अन्तर्गत पाकिस्तानी सिम के उपयोग पर प्रतिबन्ध लगाया गया है। आदो के अनुसार बाडमेर जिले मे किसी भी क्षेत्र जहां से पाकिस्तानी लोकल सिम से पाकिस्तानी नेटवर्क के द्वारा सम्पर्क स्थापित किया जा सकता है, मे कोई भी व्यक्ति पाकिस्तानी लोकल सिम का उपयोग नहीं करेगा। साथ ही किसी भी व्यक्ति को ऐसा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। आदो का उल्लंधन करते पाए जाने पर व्यक्ति के विरूद्ध कानूनी प्रावधानों के अनुसार कडी काय्रवाही की जाएगी।

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मोहर्रम 25 को कानून व्यवस्था के लिए

क्षेत्रवार मजिस्ट्रेट नियुक्त


बाडमेर, 21 नवम्बर। जिला मजिस्ट्रेट भानु प्रकाश एटरू ने एक आदेश जारी कर 25 नवम्बर को मोहर्रम के मध्यनजर कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए दण्ड प्रकि्रया संहिता की धारा 22 के तहत क्षेत्रवार मजिस्ट्रेट नियुक्त किये है।

जिला मजिस्ट्रेट एटरू द्वारा जारी आदेशानुसार उपखण्ड मजिस्ट्रेट बाडमेर तथा तहसीलदार एवं कार्यपालक मजिस्ट्रेट बाड़मेर को शहर में मोहर्रम/ताजिया निकलने के स्थान से करबला स्थल तक मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया है। इसी प्रकार उपखण्ड मजिस्ट्रेट बालोतरा को बालोतरा शहर में मोहर्रम /ताजिया निकलने के स्थान से करबला स्थल तक, तहसीलदार एवं कार्यपालक मजिस्ट्रेट पचपदरा एवं नायब तहसीलदार जसोल को ग्राम पाटोदी में मोहर्रम/ ताजिया निकलने के स्थान से करबला स्थल तक, उपखण्ड मजिस्ट्रेट बायतु को ग्राम बड़नावा जागीर तहसील पचपदरा में मोहर्रम/ताजिया निकलने के स्थान से करबला स्थल तक, उपखण्ड मजिस्ट्रेट सिवाना को कस्बा सिवाना में मोहर्रम/ताजिया निकलने के स्थान से करबला स्थल तक तथा तहसीलदार एवं कार्यपालक मजिस्ट्रेट सिवाना को कस्बा समदड़ी में मोहर्रम/ताजिया निकलने के स्थान से करबला स्थल तक कानून एवं शांति व्यवस्था बनाये रखने हेतु मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया है।

राजस्थान अनुसूचित जाति के अध्यक्ष

26 तक बाड़मेर की यात्रा पर


बाड़मेर, 21 नवम्बर। राजस्थान अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष गोपाराम मेघवाल 27 नवम्बर तक बाड़मेर जिले की यात्रा पर रहेंगे।

राजस्थान अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष गोपाराम मेघवाल 22 नवम्बर को प्रातः 10 बजे समदड़ी में विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेंगे। वे 23 नवम्बर को समदड़ी से बालेसर में पूर्व मंत्री खेतसिंह की पुण्यतिथि कार्यक्रम में शामिल होंगे तथा वहां जनसुनवाई करेंगें। इसी प्रकार 24 को समदड़ी से रवाना होकर जोधपुर विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेकर वापस समदड़ी आकर रात्री विश्राम करेंगें। वे 25 नवम्बर को समदड़ी में जनसुनवाई करेंगे। 26 को समदड़ी से रवाना होकर बाड़मेर पहुचेंगे यहां वे तरूण राजकीय उच्च मा.वि. बाड़मेर में राजस्थान शिक्षक संघ अम्बेडकर के कार्यक्रम में शरीक होंगें। दोपहर एक बजे वे जालोर के लिए रवाना होकर 4 बजे जालोर में विभिन्न कार्यक्रमों में एवं सामाजिक समारोह में शरीक होंगें। सांय 5 बजे जालोर से रवाना होकर अजमेर में विभिन्न कार्यक्रमों में भाग ले रात्रि विश्राम कर 27 नवम्बर को सुबह जयपुर के लिए प्रस्थान करेंगे।

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पंचायत उप चुनाव

रिटर्निर्ग एवं सहायक रिटर्निग ऑफिसर नियुक्त


बाड़मेर, 21 नवम्बर। जिला निर्वाचन अधिकारी भानु प्रकाश एटरू ने एक आदेश जारी कर पंचायत समिति बायतु के पंचायत समिति सदस्य संख्या 2 के उप चुनाव सम्पन्न करवाये जाने हेतु रिटर्निग एवं सहायक रिटर्निग ऑफिसरों की नियुक्ति की है।

आदेशानुसार उक्त चुनाव हेतु उपखण्ड मजिस्ट्रेट बायतु को रिटर्निग ऑफिसर एवं तहसीलदार बायतु को सहायक रिटर्निग ऑफिसर नियक्त किया गया है।

जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि रिटर्निग ऑफिसर एवं सहायक रिटर्निग ऑफिसर राज्य निर्वाचन आयोग राजस्थान जयपुर के निर्देशानुसार पंचायत उप चुनावों में सम्पूर्ण चुनाव प्रकि्रया सम्पादित करेंगे। उक्त रिटर्निग आँफिसर नामनिर्देशन पत्र प्राप्त करने हेतु 26 नवम्बर 2012 तक पंचायत समिति कार्यालय बायतु में बैठकर नामनिर्देशन पत्र सम्बन्धित कार्य सम्पन्न करेंगें।

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अपराधियों में पुलिस का भय होना जरुरी ...बारहट

अपराधियों में पुलिस का भय होना जरुरी ...बारहट


बाड़मेर जिला पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट, ने जिले के समस्त थानाधिकारीगण व वृताधिकारीगण की अपराध गोष्ठी ली गई। अपराध गोष्ठी में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति एवं वर्ष में दर्ज अपराधों की समीक्षा कर पेण्डिग प्रकरणों का नियमित निस्तारण करने, मोहर्रम त्यौहार पर शांति व्यवस्था बनाये रखने, सर्दी के मौसम में चोरी व नकबजनी की रोकथाम करने, मालखाना आईटम का निस्तारण करने, सम्मन वारंट ज्यादा से ज्यादा तामिल करवाने, वांछित अपराधियो की गिरफ्तारी करने, वाहन चोरी की घटनाओ की रोकथाम व पतारसी करने, गुमशुदा व्यक्तियो का शीघ्र पता लगाने, महिला एवं एससी/एसटी अत्याचार की रोकथाम करने, परिवादो में शीघ्र जांच कर उचित निस्तारण करने, हिस्ट्रीशीटर को नियमित चैक करने, सर्किय बदमाशान की हिस्ट्रीशीट खोलने व गुण्डा एक्ट के तहत कार्यवाही करने, पुलिस अधिकारी/कर्मचारी को विजिबल पुलिसिंग कर अपराधो पर नियंत्रण रखने, लोकल एवं स्पेशल एक्ट के तहत अधिकाधिक कार्यवाही करने के साथ साथ सड़क दुर्घटनाओ की रोकथाम व फर्जी वाहनो को दस्तयाब करने के लिए संघन चैकिंग कर मोटर वाहन अधिनियम के तहत कार्यवाही करने व कस्बा बाड़मेर व बालोतरा में पुलिस अधिनियम के तहत कार्यवाही करने के सम्बन्ध में विस्तार से विचारविमशर कर आवश्यक निर्देश दिये गये।

कार्यकर्तायों से आगामी चुनावों के लिए तैयार होने का आहृवान



स्‍थानीय सर्किट हाउस में कार्यकर्ताओं से मिले मानवेन्‍द्र

कार्यकर्तायों से आगामी चुनावों के लिए तैयार होने का आहृवान



बाड़मेर। पूर्व सांसद मानवेन्‍द्र सिंह ने मंगलवार को स्‍थानीय सर्किट हाउस में जिले भर से भाजपा के कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। कार्यकर्ताओं से मुलाकात के दौरान पूर्व सांसद ने जिले में पार्टी की मौजुदा स्थिति के बारे में फीडबैक लेने के साथ कार्यकर्ताओं को आगामी चुनावों के मदेनजर अभी से तैयार रहने की बात कही। मानवेन्‍द्र ने कहा कि वर्तमान में पार्टी के पक्ष में पूरा माहौल बना हुआ है और जनता उम्मीद के साथ भाजपा की तरफ देख रहा है और आगामी चुनाव में निश्चित रूप से भाजपा भारी बहुमत से विजय हासिल करेगी। पूर्व सांसद ने कार्यकर्ताओं से कहा कि कांग्रेस सरकार की विफलताओं को जनता के बीच ले जाएं।



कार्यकर्ताओं से मुलाकात के दौरान पूर्व सांसद ने भाजपा का कार्यकर्ता आधारित पार्टी बताते हुए कहा कि कार्यकत्ता ही संगठन का आधार है और जब कार्यकर्ता मजबूत होगा तभी पार्टी को मजबूतीह मिलेगी। उन्‍होनें कहा कि मनमुटाव व मतभेद को भुलाकर संगठन के प्रति एकजुटता के साथ समर्पित रहें, तभी आगामी चुनाव में भाजपा भारी बहुमत से परचम फहराएगी। इस मौके पर उपस्थिति कार्यकर्ताओं ने भी पूर्व सांसद के सुझावों पर सहमति व्‍यक्‍त करते हुए क्षेत्र में पार्टी को और अधिक मजबूत करने में पूरजोर सहयोग करने की बात कही।



मंगलवार को मानवेन्‍द्र से मुलाकात करने वालों में भाजपा नेता वीरसिंह भाटी, हमीरसिंह भायल,तेजदान चारण, भवानीसिंह टापरा, रतनलाल बोहरा, मालाराम बागरी, दिनेश विश्‍नोई, अमिता चौधरी,मृदुरेखा चौधरी, बलवंतसिंह भाटी, बालाराम मूंढ़, महावीर जीनगर, पूनमाराम मेघवाल, कमालुदृीन,रोशनदीन, मूलाराम भांभू सहित कई लोग शामिल थे।

लश्‍कर ने कसाब को बताया 'हीरो', दी और हमलों की धमकी

मुंबई. 26 नवंबर 2008 को मुंबई में हुए आतंकी हमले के गुनहगार अजमल आमिर कसाब को बुधवार सुबह पुणे के यरवदा जेल में फांसी दे दी गई। उसे जेल के पास ही एक मैदान में दफन भी कर दिया गया। बताया जाता है कि दो दिन पहले ही उसके लिए कब्र खोद ली गई थी। उसकी कब्र पर कोई पहचान नहीं होगी
लश्‍कर ने कसाब को बताया 'हीरो', दी और हमलों की धमकी 
केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने दिल्‍ली में बताया कि 16 अक्‍तूबर को कसाब की दया याचिका राष्‍ट्रपति को भेजी गई थी। 5 नवंबर को राष्‍ट्रपति ने उसे खारिज कर दिया था। 7 नवंबर को उन्‍होंने (गृह मंत्री ने) उन पर दस्‍तखत कर दिए। अगले दिन महाराष्‍ट्र सरकार को इसकी जानकारी दे दी गई और उसी दिन तय हो गया था कि 21 तारीख को कसाब को फांसी होगी। इस फैसले पर एकदम गोपनीय तरीके से अमल कर लिया गया।

शिंदे ने यह भी बताया कि कसाब को फांसी दिए जाने की जानकारी उसे 12 नवंबर को ही दे दी गई थी। उसने कहा था कि उसकी मां को यह जानकारी दे दी जाए। इसकी सूचना पाकिस्‍तान को भी दे दी गई थी। उन्‍होंने बताया कि भारतीय मिशन के जरिए पाकिस्‍तानी विदेश मंत्रालय को सूचना भेजी गई। मंत्रालय ने चिट्ठी स्‍वीकार नहीं की तो फैक्‍स से जानकारी भेजी गई। कसाब के परिवार को भी कूरियर के जरिए फांसी के बारे में बता दिया गया था।

कसाब की फांसी पर पाकिस्‍तान की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन लश्‍कर-ए-तैयबा के कमांडर ने समाचार एजेंसी 'रायटर' को बताया कि कसाब 'हीरो' था और उसकी 'शहादत और हमलों के लिए प्रेरणा देगी'।

एक किलो गांजा बरामद, दो आरोपी गिरफ्तार

एक किलो गांजा बरामद, दो आरोपी गिरफ्तार

बाड़मेर । बालोतरा पुलिस ने मंगलवार को कार्यवाही करते हुए दो व्यक्तियों के कब्जे से आधा-आधा किलो गांजा बरामद किया। एनडीपीएस के तहत मामला दर्ज कर आवश्यक कार्यवाही शुरू की। पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट के अनुसार बालोतरा थानाधिकारी कैलाशचन्द्र मीणा के नेतृत्व में  पुलिस ने मंगलवार को जबरसिंह पुत्र हनुमानसिंह, भंवरलाल पुत्र दलाराम दोनों की हाल निवासी बालोतरा के कब्जे से आधा-आधा किलो गांजा बरामद किया। ये दोनों ही बाजार में खरीदारों को गांजा बेच रहे थे। पुलिस की गठित टीम ने इन्हें धर दबोचा। इसके बाद एनडीपीएस के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की।

जिस्म के बाजार की बेताज बादशाह ने जेल में किया आत्महत्या का प्रयास

जिस्म के बाजार की बेताज बादशाह ने जेल में किया आत्महत्या का प्रयास 


नई दिल्ली: एशिया के सबसे सुरक्षित माने जाने वाले तिहाड़ जेल में सेक्स रैकेट सरगना गीता अरोड़ा उर्फ़ सोनू पंजाबन ने सोमवार रात खुदकुशी की कोशिश की।
जिस्म के बाजार की बेताज बादशाह ने जेल में किया चौंकाने वाला कांड! 

सूत्रों के मुताबिक पहले उसने नींद की गोलियां खाई और फिर सीलिंग फैन के सहारे फांसी लगाने की कोशिश की। पहले उसे जेल के अस्पताल में भर्ती किया गया लेकिन, हालत खऱाब होने पर दीन दयाल उपाध्याय हस्पताल ले जाया गया। मंगलवार शाम उसे अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया।


गौरतलब है कि सोंवार को ही सोनू पंजाबन के पास से मोबाइल फोन बरामद हुआ था जिसके बाद उसे सेल नंबर 6 में शिफ्ट किया गया था।