अब अफजल गुरू को फांसी की मांग
नई दिल्ली। 26/11 मुंबई हमले के दोषी कसाब को फांसी दिए जाने के बाद अब पार्लियामेंट अटैक के दोषी अफजल गुरू को भी फांसी देने की मांग उठने लगी है। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह सहित कई नेताओं ने अफजल गुरू को फांसी पर लटकाने की मांग की है।
नरेन्द्र मोदी ने कसाब को फांसी दिए जाने की खबर के बाद माइक्रो सोशल नेटवर्किग साइट टि्वटर पर कहा है कि कसाब को फांसी देकर सरकार ने अच्छा काम किया है लेकिन अब संसद हमले के दोषी अफजल गुरू का क्या होगा? उसे फांसी कब दी जाएगी?
उधर,कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने भी टि्वटर पर लिखा.. अंतत: कसाब को फांसी दे दी गई। केंद्र सरकार को इस मामले से जुडे अन्य पाकिस्तानी अपराधियों के खिलाफ मामले को तेज करना चाहिए। अफजल गुरू का मामला भी तेजी से निपटाया जाना चाहिए।
भारतीय जनता पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रवी शंकर प्रसाद ने अफजल गुरू के मामले में हो रहे विलंब पर प्रश्न उठाते हुए कहा कि उच्चतम न्यायालय ने उसकी दलील ठुकरा चुका है तथा उसकी पुर्नविचार याचिका भी खारिज की जा चुकी है लेकिन फिर भी सरकार ने इस पर कार्रवाई नहीं की है। उन्होंने उम्मीद जताई कि सरकार अफजल गुरू की दया याचिका की प्रक्रिया को निपटाने में अब तेजी लाएगी।
आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य ने कसाब को फांसी का स्वागत करते हुए बुधवार को जारी बयान में कहा कि वर्ष 2001 में नई दिल्ली में संसद की रक्षा करते समय अपने प्राणों की आहूति देने वाले जवानों को सच्ची श्रद्धांजलि तभी होगी जब संसद पर हमला करने वाले आतंकी अफजल गुरू को भी फांसी देने के सुप्रीम कोर्ट के निर्णय पर जल्द से जल्द क्रियान्वित किया जाए। उन्होंने कहा कि इस न्यायपूर्ण अपेक्षा को पूरा कर भारत सरकार आतंकवाद के विरूद्ध कठोर कार्रवाई कर अपनी घोषणा को सार्थक करे।
केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने अफजल गुरू की दया याचिका पर कब तक निर्णय होगा इस बारे में बुधवार को कुछ कहने से इनकार कर दिया। संसद भवन पर 13 दिसंबर 2001 को हुए हमले के सिलसिले में उच्चतम न्यायालय ने 2004 में अफजल गुरू को मृत्युदंड सुनाया था। उसकी दया याचिका राष्ट्रपति के पास लंबित है।
उल्लेखनीय है कि आमतौर पर कांग्रेस अफजल गुरू की फांसी के सवाल से टालती रही है,लेकिन अब खुद पार्टी के आला नेता इसकी मांग करते नजर आए हैं।
ज्ञात हो कि कसाब को पुणे की यरवदा जेल में बुधवार सुबह 7.30 बजे फांसी दे दी गई। इस खबर के बाद भाजपा के मुख्तार अब्बास नकवी ने कसाब को फांसी दिए जाने के बाद के फैसले पर खुशी जताते हुए कहा कि देरी से ही सही लेकिन मुंबई हमले के पीडितों को न्याय मिल गया है।
नई दिल्ली। 26/11 मुंबई हमले के दोषी कसाब को फांसी दिए जाने के बाद अब पार्लियामेंट अटैक के दोषी अफजल गुरू को भी फांसी देने की मांग उठने लगी है। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह सहित कई नेताओं ने अफजल गुरू को फांसी पर लटकाने की मांग की है।
नरेन्द्र मोदी ने कसाब को फांसी दिए जाने की खबर के बाद माइक्रो सोशल नेटवर्किग साइट टि्वटर पर कहा है कि कसाब को फांसी देकर सरकार ने अच्छा काम किया है लेकिन अब संसद हमले के दोषी अफजल गुरू का क्या होगा? उसे फांसी कब दी जाएगी?
उधर,कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने भी टि्वटर पर लिखा.. अंतत: कसाब को फांसी दे दी गई। केंद्र सरकार को इस मामले से जुडे अन्य पाकिस्तानी अपराधियों के खिलाफ मामले को तेज करना चाहिए। अफजल गुरू का मामला भी तेजी से निपटाया जाना चाहिए।
भारतीय जनता पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रवी शंकर प्रसाद ने अफजल गुरू के मामले में हो रहे विलंब पर प्रश्न उठाते हुए कहा कि उच्चतम न्यायालय ने उसकी दलील ठुकरा चुका है तथा उसकी पुर्नविचार याचिका भी खारिज की जा चुकी है लेकिन फिर भी सरकार ने इस पर कार्रवाई नहीं की है। उन्होंने उम्मीद जताई कि सरकार अफजल गुरू की दया याचिका की प्रक्रिया को निपटाने में अब तेजी लाएगी।
आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य ने कसाब को फांसी का स्वागत करते हुए बुधवार को जारी बयान में कहा कि वर्ष 2001 में नई दिल्ली में संसद की रक्षा करते समय अपने प्राणों की आहूति देने वाले जवानों को सच्ची श्रद्धांजलि तभी होगी जब संसद पर हमला करने वाले आतंकी अफजल गुरू को भी फांसी देने के सुप्रीम कोर्ट के निर्णय पर जल्द से जल्द क्रियान्वित किया जाए। उन्होंने कहा कि इस न्यायपूर्ण अपेक्षा को पूरा कर भारत सरकार आतंकवाद के विरूद्ध कठोर कार्रवाई कर अपनी घोषणा को सार्थक करे।
केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने अफजल गुरू की दया याचिका पर कब तक निर्णय होगा इस बारे में बुधवार को कुछ कहने से इनकार कर दिया। संसद भवन पर 13 दिसंबर 2001 को हुए हमले के सिलसिले में उच्चतम न्यायालय ने 2004 में अफजल गुरू को मृत्युदंड सुनाया था। उसकी दया याचिका राष्ट्रपति के पास लंबित है।
उल्लेखनीय है कि आमतौर पर कांग्रेस अफजल गुरू की फांसी के सवाल से टालती रही है,लेकिन अब खुद पार्टी के आला नेता इसकी मांग करते नजर आए हैं।
ज्ञात हो कि कसाब को पुणे की यरवदा जेल में बुधवार सुबह 7.30 बजे फांसी दे दी गई। इस खबर के बाद भाजपा के मुख्तार अब्बास नकवी ने कसाब को फांसी दिए जाने के बाद के फैसले पर खुशी जताते हुए कहा कि देरी से ही सही लेकिन मुंबई हमले के पीडितों को न्याय मिल गया है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें