जैसलमेर जैसलमेर पुलिस अधीक्षक ममता राहुल ने फलसुंड थानाधिकारी सहित तीन जनों को आज निलंबित कर दिया ,निलंबन के दौरान तीनो का मुख्यालय पुलिस लाइन जैसलमेर किया गया हें ,पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर ममता राहुल को सुचना मिली की 420 भादस के मामले में एक व्यक्ति को पुलिस थाना फलसुण्ड में पुछताछ हेतु लाये जाने की सुचना पर पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर ममता राहुल के निर्देशानुसार वृताधिकारी वृत पोकरण कल्याणमल बंजारा द्वारा पुलिस थाना फलसुण्ड को अचानक चैक करने पर सुचना की पुष्टी होने पर थानाधिकारी पुलिस थाना फलसुण्ड कमलिंकशोर उनि, हैड कानि0 बांकसिंह एवं कानि0 वीरसिंह को तुरंत प्रभाव से निलम्बित कर तीनो का मुख्यालय पुलिस लाईन जैसलमेर रखा गया।
मंगलवार, 6 नवंबर 2012
हजारिका से 'लव अफेयर' के दावों पर कोर्ट जाएंगी लता मंगेशकर
सिंगर और कंपोजर भूपेन हजारिका से लव अफेयर की खबरें आने के बाद लता मंगेशकर ने अदालत का दरवाजा खटखटाने का मन बनाया है। दरअसल भूपेन हजारिका की पहली बरसी पर एक टीवी चैनल को दिए साक्षात्कार में उनकी पत्नी प्रियंवदा ने कहा था कि लता मंगेशकर के हजारिका के साथ संबंध थे।
प्रियंवदा के इन आरोपों के बाद से ही लता मंगेशकर बेहद खफा हैं। यही नहीं भूपेन हजारिका के साथ ४० साल तक रहीं फिल्म निर्माता कल्पना लाजिमी भी प्रियंवदा के इस बयान से गुस्से में हैं। उन्होंने भी कोर्ट जाने की बात कही है।
असम के एक टीवी चैनल को दिए साक्षात्कार में प्रियंवदा ने कहा था कि भूपेन हजारिका का साथ छोड़ने का एक कारण लता मंगेशकर से उनके प्रेम संबंध थे। प्रियंवदा करीब 50 साल पहले भूपेन हजारिका से अलग हो गईं थी। प्रियंवदा ने कहा कि लता जब कोलकाता आईं थी तब उनके ही तीन बेडरूम के मकान में ठहरी थी। पुराने वक्त को याद करते हुए प्रियंवदा ने कहा, 'मेरे पति ने मुझसे कहा था कि भारत में संगीतकार को तरक्की करने के लिए लता से गाने गवाना जरूरी है। और वो लता के साथ एक ही कमरे में सोते थे।'
आजकल कनाडा के ओटावा में रह रही प्रियंवदा के आरोपों से स्तब्ध लता मंगेशकर ने मानहानि का मुकदमा करने की बात कही है। उन्होंने कहा, 'मैं इस महिला से सिर्फ एक ही बार मिली हूं, मैं नहीं जानती उसने यह सब बातें क्यों कहीं हैं लेकिन मैं निश्चित तौर पर उसके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज करने जा रही हूं।'
गौरतलब है कि भूपेन हजारिका ने अपनी आत्मकथा 'मोई एती जाजाबर' में अपनी जिंदगी में एक बड़ी महिला कलाकार के होने का जिक्र किया था। उन्होंने एक घटना का जिक्र करते हुए लिखा कि कोलकाता एयरपोर्ट पर एक बड़ी कलाकार को देखकर मेरी पत्नी प्रियंवदा रोने लगी थी।
प्रियंवदा के इन आरोपों के बाद से ही लता मंगेशकर बेहद खफा हैं। यही नहीं भूपेन हजारिका के साथ ४० साल तक रहीं फिल्म निर्माता कल्पना लाजिमी भी प्रियंवदा के इस बयान से गुस्से में हैं। उन्होंने भी कोर्ट जाने की बात कही है।
असम के एक टीवी चैनल को दिए साक्षात्कार में प्रियंवदा ने कहा था कि भूपेन हजारिका का साथ छोड़ने का एक कारण लता मंगेशकर से उनके प्रेम संबंध थे। प्रियंवदा करीब 50 साल पहले भूपेन हजारिका से अलग हो गईं थी। प्रियंवदा ने कहा कि लता जब कोलकाता आईं थी तब उनके ही तीन बेडरूम के मकान में ठहरी थी। पुराने वक्त को याद करते हुए प्रियंवदा ने कहा, 'मेरे पति ने मुझसे कहा था कि भारत में संगीतकार को तरक्की करने के लिए लता से गाने गवाना जरूरी है। और वो लता के साथ एक ही कमरे में सोते थे।'
आजकल कनाडा के ओटावा में रह रही प्रियंवदा के आरोपों से स्तब्ध लता मंगेशकर ने मानहानि का मुकदमा करने की बात कही है। उन्होंने कहा, 'मैं इस महिला से सिर्फ एक ही बार मिली हूं, मैं नहीं जानती उसने यह सब बातें क्यों कहीं हैं लेकिन मैं निश्चित तौर पर उसके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज करने जा रही हूं।'
गौरतलब है कि भूपेन हजारिका ने अपनी आत्मकथा 'मोई एती जाजाबर' में अपनी जिंदगी में एक बड़ी महिला कलाकार के होने का जिक्र किया था। उन्होंने एक घटना का जिक्र करते हुए लिखा कि कोलकाता एयरपोर्ट पर एक बड़ी कलाकार को देखकर मेरी पत्नी प्रियंवदा रोने लगी थी।
PICS: श्वेता किन्नर है रिवॉल्वर के लिए क्रेजी, छूटते हैं लोगों के पसीने
श्वेता की खाशियत ये है की वो स्त्री शक्ित के लिए आवाज उठाने के लिए हर पल तैयार रहती है। श्वेता के पास दो-दो लाइसेंसी असलहे हैं। जिसकों उसने ऐसे मर्दों को सबक सिखाने के लिए रखा है जो समाज में बंदूक के सहारे दहशत पैदा करते हैं। यही नहीं श्वेता लोगों के घर जब नाच गाने के लिए पहुंचती है तो वो ठुमके भी रिवाल्वर लेकर ही लगाती है। श्वेता की मानें तो सबसे ज्यादा अपराध महिलाओं के साथ हो रहे हैं। कई बार असलहों के दम पर मर्द महिलाओं से बदतमीजी करते हैं। उन्हें अगर कहीं से यह बात पता चलती है तो वह अपना रिवाल्वर लेकर मदद को निकल पड़ती हैं। श्वेता का कहना है की कई बार ऐसे दबंग मिल जाते हैं, जिनके पास कई असलहे होते हैं। उनके लिए मेरे दो ही असलहे काफी हैं, जिसकों देखकर दबंगों को पसीने आने लगते हैं। श्वेता बताती है कि वह ग्रेजुएट हैं और बलिया से प्रधानमंत्री स्व.चन्द्रशेखर के खिलाफ चुनाव भी लड़ चुकी हैं। स्व.चन्द्रशेखर के खिलाफ चुनाव लड़ने के बाद श्वेता की पहचान पूर्वांचल में बन गई थी। श्वेता रिवाल्वर साड़ी के पल्लू में लगा कर नाचती और गाती हैं। एडवोकेट गोपाल निषाद बताते हैं कि वह साड़ी पर रिवाल्वर लगा कर मर्दों की तरह मर्दानगी दिखाते हुए चलती हैं तो हथियारधारी मर्द अपने हथियार को छिपा लेते हैं। बुजुर्ग महिला सरोज केसरवानी बताती है कि हम लोग काफी दिनों से श्वेता को जानते हैं। जब भी कोई फंक्शन होता है तो उसकों जरुर बुलाया जाता है। यही नहीं कई बार तो वो बिन बुलाये ही जिले में महिलाओ के मदद को पहुच जाती है। नगर पालिका पूर्व चेयरमैन अरसद जमाल ने बताया की श्वेता को जिले में शायद ही ऐसा कोई हो, जो न जानता हो। असलहों के साथ नाच गाकर लोगों को बधाई देने का ये नायाब तरीका है।
'सेक्स' की लड़ाई, सड़क तक आई, तस्वीरों में देखिए पति की धुनाई
बगावत तेज: आडवाणी होंगे नए भाजपा अध्यक्ष? गडकरी ने मांगी माफी
नई दिल्ली. दुनिया का सबसे ताकवर देश अमेरिका जहां नया राष्ट्रपति चुन रहा है, वहीं भारत की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी भाजपा को नया अध्यक्ष चुनना पड़ सकता है।
भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। गडकरी के खिलाफ पार्टी में बगावत के सुर तेज हो गए हैं। अध्यक्ष पद को लेकर बीजेपी के भीतर मंथन तेज हो गया है। सियासी पारा चढ़ने के साथ ही सुषमा स्वराज और नितिन गडकरी की मुलाकात हुई है। सुषमा से पहले अरुण जेटली से मिलने वाले गडकरी आज ही लाल कृष्ण आडवाणी से भी मिलने वाले हैं। आडवाणी के घर भाजपा की कोर कमेटी की बैठक है।
इसी बीच विवेकानंद की तुलना दाऊद इब्राहिम से करने वाले बयान पर गडकरी ने लिखित बयान जारी कर माफी मांग ली है। गडकरी ने अपने बयान में कहा है कि उन्होंने विवेकानंद की दाऊद से तुलना नहीं की थी लेकिन फिर भी किसी की भावनाएं आहत हुईं हैं तो वो माफी मांगते हैं।
वहीं टीवी रिपोर्टों के मुताबिक सुषमा ने गडकरी से साफ साफ कह दिया है कि भ्रष्टाचार के आरोपों पर पार्टी अब और उनका बचाव नहीं कर सकती है। माना जा रहा है कि सुषमा ने गडकरी से कहा कि पार्टी के सबसे बुजुर्ग और बुद्धिमान शख्स को अध्यक्ष पद बनाया जाना चाहिए। ऐसे में सुषमा ने इसके संकेत दिए कि यदि गडकरी हटते हैं तो आडवाणी को पार्टी का नया अध्यक्ष बनाया जा सकता है। हालांकि सुषमा ने ट्वीट कर कहा, 'मीडिया में आ रही यह खबर बिल्कुल गलत है कि मैं नितिन गडकरी का समर्थन नहीं कर रही हूं। मैंने हमेशा उनका समर्थन किया है और आज भी इसे दोहराती हूं।'
बेटे महेश जेठमलानी के इस्तीफे के बाद बाद अब खुद राम जेठमलानी भी गडकरी के खिलाफ खुलकर मैदान में आ गए हैं। सीनियर बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद जेठमलानी ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि जसवंत सिंह, यशवंत सिंह और शत्रुघ्न सिन्हा भी गडकरी के इस्तीफे की मांग में उनके साथ हैं।
जेठमलानी के मुताबिक लंदन में उन्होंने गडकरी के मसले पर आरएसएस नेता गुरुमूर्ति से बात की तो उन्होंने शांत रहने के लिए कहा था, लेकिन जब वह दिल्ली लौटे तो गुरुमूर्ति से उनकी मुलाकात ही नहीं हो सकी। उन्होंने कहा, 'मुझे लगा था कि गडकरी अपने आप इस्तीफा दे देंगे, लेकिन वह ऐसा नहीं कर रहे हैं।'
राम जेठमलानी का कहना है कि गडकरी कभी भी कोई वादा नहीं निभाते हैं। उनके मुताबिक, 'बहुत पहले उन्होंने मुझसे मिलने का वादा किया था लेकिन आज तक नहीं मिले।' राम जेठमलानी का कहना है विवेकानंद पर गडकरी के दिए गए बयान के बाद हम उनसे कोई संबंध नहीं रखना चाहते हैं। उनके बेटे महेश जेठमलानी ने भी सोमवार को गडकरी के खिलाफ खुले आम बगावत की थी।सूत्रों का कहना है कि भाजपा के वरिष्ठ नेता जसवंत सिंह और यशवंत सिन्हा की संघ विचारक गुरुमूर्ति के दो घंटे लंबी बातचीत हुई है। बातचीत ऐसे वक्त में हुई, जब कुछ वक्त पहले ही एक चैनल को दिए साक्षात्कार में राम जेठमलानी ने इस बात का खुलासा किया था कि पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेता गडकरी को हटाना चाहते हैं। भाजपा में चल रहे विवाद पर पार्टी की प्रवक्ता निर्मला सीतारमन का कहना है कि मैं नहीं जानती हूं कि क्या हो रहा है। लेकिन जैसे ही पार्टी कोई फैसला लेगी, मीडिया को सूचित कर दिया जाएगा।
बीजेपी नेता विनय कटियार ने कहा कि जेठमलानी के बयानों का कोई महत्व नहीं है इसलिए उन्हें कोई तवज्जो नहीं दी जानी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि नितिन गडकरी के मसले पर बीजेपी में किसी तरह का असंतोष नहीं है।
दूसरी ओर, भाजपा के विवाद पर कांग्रेस महासचिव दिग्गविजय सिंह ने अब चुप्पी साध ली है। उनका कहना है कि यह भाजपा का अंदरुनी मसला है। इसके बारे में मैं कुछ नहीं जानता।
भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। गडकरी के खिलाफ पार्टी में बगावत के सुर तेज हो गए हैं। अध्यक्ष पद को लेकर बीजेपी के भीतर मंथन तेज हो गया है। सियासी पारा चढ़ने के साथ ही सुषमा स्वराज और नितिन गडकरी की मुलाकात हुई है। सुषमा से पहले अरुण जेटली से मिलने वाले गडकरी आज ही लाल कृष्ण आडवाणी से भी मिलने वाले हैं। आडवाणी के घर भाजपा की कोर कमेटी की बैठक है।
इसी बीच विवेकानंद की तुलना दाऊद इब्राहिम से करने वाले बयान पर गडकरी ने लिखित बयान जारी कर माफी मांग ली है। गडकरी ने अपने बयान में कहा है कि उन्होंने विवेकानंद की दाऊद से तुलना नहीं की थी लेकिन फिर भी किसी की भावनाएं आहत हुईं हैं तो वो माफी मांगते हैं।
वहीं टीवी रिपोर्टों के मुताबिक सुषमा ने गडकरी से साफ साफ कह दिया है कि भ्रष्टाचार के आरोपों पर पार्टी अब और उनका बचाव नहीं कर सकती है। माना जा रहा है कि सुषमा ने गडकरी से कहा कि पार्टी के सबसे बुजुर्ग और बुद्धिमान शख्स को अध्यक्ष पद बनाया जाना चाहिए। ऐसे में सुषमा ने इसके संकेत दिए कि यदि गडकरी हटते हैं तो आडवाणी को पार्टी का नया अध्यक्ष बनाया जा सकता है। हालांकि सुषमा ने ट्वीट कर कहा, 'मीडिया में आ रही यह खबर बिल्कुल गलत है कि मैं नितिन गडकरी का समर्थन नहीं कर रही हूं। मैंने हमेशा उनका समर्थन किया है और आज भी इसे दोहराती हूं।'
बेटे महेश जेठमलानी के इस्तीफे के बाद बाद अब खुद राम जेठमलानी भी गडकरी के खिलाफ खुलकर मैदान में आ गए हैं। सीनियर बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद जेठमलानी ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि जसवंत सिंह, यशवंत सिंह और शत्रुघ्न सिन्हा भी गडकरी के इस्तीफे की मांग में उनके साथ हैं।
जेठमलानी के मुताबिक लंदन में उन्होंने गडकरी के मसले पर आरएसएस नेता गुरुमूर्ति से बात की तो उन्होंने शांत रहने के लिए कहा था, लेकिन जब वह दिल्ली लौटे तो गुरुमूर्ति से उनकी मुलाकात ही नहीं हो सकी। उन्होंने कहा, 'मुझे लगा था कि गडकरी अपने आप इस्तीफा दे देंगे, लेकिन वह ऐसा नहीं कर रहे हैं।'
राम जेठमलानी का कहना है कि गडकरी कभी भी कोई वादा नहीं निभाते हैं। उनके मुताबिक, 'बहुत पहले उन्होंने मुझसे मिलने का वादा किया था लेकिन आज तक नहीं मिले।' राम जेठमलानी का कहना है विवेकानंद पर गडकरी के दिए गए बयान के बाद हम उनसे कोई संबंध नहीं रखना चाहते हैं। उनके बेटे महेश जेठमलानी ने भी सोमवार को गडकरी के खिलाफ खुले आम बगावत की थी।सूत्रों का कहना है कि भाजपा के वरिष्ठ नेता जसवंत सिंह और यशवंत सिन्हा की संघ विचारक गुरुमूर्ति के दो घंटे लंबी बातचीत हुई है। बातचीत ऐसे वक्त में हुई, जब कुछ वक्त पहले ही एक चैनल को दिए साक्षात्कार में राम जेठमलानी ने इस बात का खुलासा किया था कि पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेता गडकरी को हटाना चाहते हैं। भाजपा में चल रहे विवाद पर पार्टी की प्रवक्ता निर्मला सीतारमन का कहना है कि मैं नहीं जानती हूं कि क्या हो रहा है। लेकिन जैसे ही पार्टी कोई फैसला लेगी, मीडिया को सूचित कर दिया जाएगा।
बीजेपी नेता विनय कटियार ने कहा कि जेठमलानी के बयानों का कोई महत्व नहीं है इसलिए उन्हें कोई तवज्जो नहीं दी जानी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि नितिन गडकरी के मसले पर बीजेपी में किसी तरह का असंतोष नहीं है।
दूसरी ओर, भाजपा के विवाद पर कांग्रेस महासचिव दिग्गविजय सिंह ने अब चुप्पी साध ली है। उनका कहना है कि यह भाजपा का अंदरुनी मसला है। इसके बारे में मैं कुछ नहीं जानता।
जाटव रैंगर महासभा के प्रदेश संगठन मंत्री नियुक्त
जाटव रैंगर महासभा के प्रदेश संगठन मंत्री नियुक्त
बाड़मेर 6 नवम्बर। अखिल भारतीय रैंगर महासभा के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष मोडूलाल वर्मा ने एक आदेश जारी कर छगनलाल जाटव को अखिल भारतीय रैंगर महासभा राजस्थान का प्रदेश संगठन मंत्री नियुक्त किया हैं। इस दौरान जाटव को प्रदेश संगठन मंत्री नियुक्त करने पर पूर्व पार्षद बस्तीराम बांकोलिया, अखिल भारतीय रैंगर महासभा के जिलाध्यक्ष मोहनलाल कुर्डिया, जटिया समाज के अध्यक्ष मोहन गोसाईवाल, कांग्रेस कच्ची बस्ती प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष भेरूसिंह फुलवारिया, जटिया समाज के कोषाध्यक्ष ईश्वरचंद नवल, धोरीमन्ना ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दिनेश कुलदीप, चंदन जाटोल, नाथूलाल चौहान, अमृतलाल जाटोल, लक्ष्मण कुर्डिया, प्रेम बांकोलिया, सहित रैंगर समाज के सैकड़ो लोगो ने खुशी जाहिर करतें हुए अखिल भारतीय रैंगर महासभा के, राष्ट्रीय अध्यक्ष टी आर वर्मा, राष्ट्रीय महासचिव के एल कमल व प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष मोडूराम वर्मा का आभार व्यक्त किया।
बाड़मेर 6 नवम्बर। अखिल भारतीय रैंगर महासभा के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष मोडूलाल वर्मा ने एक आदेश जारी कर छगनलाल जाटव को अखिल भारतीय रैंगर महासभा राजस्थान का प्रदेश संगठन मंत्री नियुक्त किया हैं। इस दौरान जाटव को प्रदेश संगठन मंत्री नियुक्त करने पर पूर्व पार्षद बस्तीराम बांकोलिया, अखिल भारतीय रैंगर महासभा के जिलाध्यक्ष मोहनलाल कुर्डिया, जटिया समाज के अध्यक्ष मोहन गोसाईवाल, कांग्रेस कच्ची बस्ती प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष भेरूसिंह फुलवारिया, जटिया समाज के कोषाध्यक्ष ईश्वरचंद नवल, धोरीमन्ना ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दिनेश कुलदीप, चंदन जाटोल, नाथूलाल चौहान, अमृतलाल जाटोल, लक्ष्मण कुर्डिया, प्रेम बांकोलिया, सहित रैंगर समाज के सैकड़ो लोगो ने खुशी जाहिर करतें हुए अखिल भारतीय रैंगर महासभा के, राष्ट्रीय अध्यक्ष टी आर वर्मा, राष्ट्रीय महासचिव के एल कमल व प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष मोडूराम वर्मा का आभार व्यक्त किया।
पुलिस के चंद आला अधिकारीगण अपराधियों के गुलाम की तरह कार्य करते हैं
एकलव्य सिंह का खुलासा ...
पुलिस के चंद आला अधिकारीगण अपराधियों के गुलाम की तरह कार्य करते हैं
राज्य के वरिष्ठ आई.ए.एस. अधिकारी अजीत कुमार सिंह के पुत्र एकलव्य सिंह ने आज एक प्रेस कॉन्फे्रन्स कर नितीश कटारा हत्याकांड की याद ताजा करते हुए यह उजागर किया कि कुछ अपराधियों से उसकी जान एवं स्वतंत्रता के ऊपर घोर खतरा उमड़ रहा है। अपराधीगण अत्यन्त ही प्रभावशाली व्यक्ति हैं। इनका राज्य एवं राष्ट्र स्तरीय राजनेताओं के साथ घनिष्ठ सम्बन्ध है। पुलिस के चंद आला अधिकारीगण अपराधियों के गुलाम की तरह कार्य करते हैं, जिससे पूरे पुलिस विभाग की बदनामी होती है। एकलव्य सिंह द्वारा अपराधियों के विरूद्ध दायर एफ.आई.आर. के प्रकरण में पुलिस अधिकारियों ने सारे कानून को दरकिनार करते हुए, राज्य के एक वरिष्ठ मंत्री के निर्देश पर एफ.आर. लगा दी। एकलव्य सिंह के अनुसार पुलिस द्वारा न्यायालय में प्रस्तुत दस्तावेजों से स्पष्ट है कि राज्य के इस वरिष्ठ मंत्री के ऊपर कांग्रेस पार्टी के एक राष्ट्रस्तरीय प्रभावशाली राजनेता, जो पूर्व में केन्द्र सरकार में मंत्री रहे हैं, द्वारा दबाव बनाया गया था। राज्य के एक विधायक के द्वारा भी आई.ए.एस. अधिकारी के ऊपर दबाव डाला गया था, एवं विधान सभा में प्रश्न उठाकर बदनाम करने की धमकी दी गई थी। इसके अतिरिक्त कई वर्तमान एवं पूर्व मंत्रियों द्वारा भी अपराधियों के साथ समझौता करने का दबाव डाला गया।
पुलिस के चंद आला अधिकारीगण अपराधियों के गुलाम की तरह कार्य करते हैं
राज्य के वरिष्ठ आई.ए.एस. अधिकारी अजीत कुमार सिंह के पुत्र एकलव्य सिंह ने आज एक प्रेस कॉन्फे्रन्स कर नितीश कटारा हत्याकांड की याद ताजा करते हुए यह उजागर किया कि कुछ अपराधियों से उसकी जान एवं स्वतंत्रता के ऊपर घोर खतरा उमड़ रहा है। अपराधीगण अत्यन्त ही प्रभावशाली व्यक्ति हैं। इनका राज्य एवं राष्ट्र स्तरीय राजनेताओं के साथ घनिष्ठ सम्बन्ध है। पुलिस के चंद आला अधिकारीगण अपराधियों के गुलाम की तरह कार्य करते हैं, जिससे पूरे पुलिस विभाग की बदनामी होती है। एकलव्य सिंह द्वारा अपराधियों के विरूद्ध दायर एफ.आई.आर. के प्रकरण में पुलिस अधिकारियों ने सारे कानून को दरकिनार करते हुए, राज्य के एक वरिष्ठ मंत्री के निर्देश पर एफ.आर. लगा दी। एकलव्य सिंह के अनुसार पुलिस द्वारा न्यायालय में प्रस्तुत दस्तावेजों से स्पष्ट है कि राज्य के इस वरिष्ठ मंत्री के ऊपर कांग्रेस पार्टी के एक राष्ट्रस्तरीय प्रभावशाली राजनेता, जो पूर्व में केन्द्र सरकार में मंत्री रहे हैं, द्वारा दबाव बनाया गया था। राज्य के एक विधायक के द्वारा भी आई.ए.एस. अधिकारी के ऊपर दबाव डाला गया था, एवं विधान सभा में प्रश्न उठाकर बदनाम करने की धमकी दी गई थी। इसके अतिरिक्त कई वर्तमान एवं पूर्व मंत्रियों द्वारा भी अपराधियों के साथ समझौता करने का दबाव डाला गया।
पुलिस मुख्यालय के आला अधिकारी ने प्रकरण में गृह विभाग के आदेश की अवहेलना कर एस.ओ.जी. शाखा से अनुसंधान नहीं होने दिया, एवं यह झूठी दलील दी कि उसके ऊपर माननीय मुख्य मंत्री का दबाव था। इस आला अधिकारी ने माननीय मुख्य मंत्री के नाम को बदनाम करने में कोई भी हिचकिचाहट नहीं की। एकलव्य सिंह ने उल्लेख किया कि समस्या की जड़ अपराधियों द्वारा फर्जी दस्तावेज की कूट रचना कर उसे भागीदारी फर्म से बाहर करने और उसके हिस्से को अपराधी देवेन्द्र कुमार द्वारा हड़प लेने के कारण पुलिस थाना गॉधीनगर (जयपुर) में दायर की गई एफ.आई.आर. सं. 183/2009 है।
अपराधियों के आला प्रशासनिक अधिकारियों के साथ भी घनिष्ठ सम्बन्ध हैं। इनकी सांठगांठ के कारण जैसलमेर में सारे नियमकानूनों को दरकिनार करते हुए, शहर की कीमती भूमि का भूपरिवर्तन कर उसी दिन ही अपराधियों को आवंटित कर दी गयी। इसी प्रकार सारे नियमों का उल्लघंन कर, जैसलमेर नगरपालिका के कमिश्नर ने अपराधियों द्वारा बनाये जा रहे होटल की ऊॅचाई की 40’ फीट करने की अनुमति दे दी, जबकि नगर नियोजन विभाग ने एवं स्वयं नगरपालिका मंडल ने मात्र 25’ फीट की ऊॅचाई स्वीकृत की थी। अपराधी देवेन्द्र कुमार के भाई पृथ्वीराज ने एक वरिष्ठ आई.ए.एस. अधिकारी का नाम लेकर, जैसलमेर में पर्यटन के क्षेत्र में कार्यरत एक विदेशी कम्पनी के मालिक को उसी के देश में जाकर कम्पनी में भागीदारी मांगी एवं धमकी दी कि ऐसा नहीं होने पर कई तकलीफें भुगतनी पड़ेगी। विदेशी मालिक के मना करने पर अपराधियों ने कम्पनी को काफी परेशान किया। अन्ततः प्रकरण में मालिक को मुख्य सचिव की शरण लेनी पड़ी।
एकलव्य सिंह ने यह भी बताया कि आरोपियों की विधि अधिकारियों के साथ भी सांठगांठ है। एकलव्य सिंह और अपराधियों के मध्य विचाराधीन दिवानी प्रकरण में एक महत्वपूर्ण फैसले की तारीख के कुछ दिन पूर्व, राज्य के एक अतिरिक्त महाधिवक्ता (॥ळ) ने यह धमकी दी कि राजीनामा किया जावे, वरना वह अपने प्रभाव का उपयोग कर माननीय उच्च न्यायालय में स्टे करा देगा एवं फाईल को ’कोल्ड स्टोरेज॔ में बंद करा देगा। इस संदर्भ में एकलव्य सिंह ने यह भी बताया कि विधि विभाग ने अपने आदेश दि. 23.11.2010 द्वारा नोटरी श्री दान सिंह मेहता एवं नोटरी श्रीमती बसन्ती माथुर का लाईसेन्स रद्द कर दिया है एवं नोटरी पेशा से आजीवन विवर्जित कर दिया है। दोनो नोटरी के खिलाफ यह कार्यवाही इसलिए की गई थी, क्योंकि इन्होंने अवैधिक रूप से दस्तावेजों का सत्यापन उन दिवसों को किया था, जिन तिथियों को एकलव्य सिंह विदेश में था। इन दस्तावेजों में से एक के द्वारा एकलव्य सिंह को अपराधियों ने भागीदारी फर्म से रिटायर दिखाकर उसके हिस्से को हड़प लिया था। इस संदर्भ में उल्लेखनीय है कि नोटरी अधिनियम के अनुसार विधि विभाग का सक्षम अधिकारी ही नोटरी के विरूद्ध एफ.आई.आर. प्रेषित कर सकता है। परन्तु कई आवेदनों उपरान्त करीब दो वर्ष का समय व्यतीत होने के पश्चात भी अपराधियों के प्रभाव के कारण विधि विभाग के अधिकारियों द्वारा एफ.आई.आर. दर्ज नहीं कराई गई है।
एकलव्य सिंह ने यह भी बताया कि अपराधियों ने उसे और उसके पिता को ब्लैकमेल करने के लिए न्यायालय में एक इस्तगासा कर एफ.आई.आर. दर्ज करायी। प्रकरण में अनुसंधान उपरान्त न्यायालय में एफ.आर. प्रस्तुत करने के उपरान्त, अपराधियों के घनिष्ठ पुलिस आयुक्त, जयपुर ने न्यायालय से पत्रावली को पुनः अनुसंधान हेतु मंगा ली। पुनः अनुसंधान पश्चात अन्वेषण अधिकारी द्वारा पुनः एफ.आर. प्रस्तावित की गई, परन्तु पुलिस आयुक्त ने अपने पद का दुरूपयोग करते हुए कनिष्ठ अधिकारियों को एफ.आर. स्वीकृत नहीं करने का निर्देश दिया एवं यह झूठी दलील दी कि माननीय मुख्य मंत्री की ऐसी ही इच्छा है। इस संदर्भ में यह उल्लेखनीय है कि पुलिस आयुक्त की अपराधियों से दोस्ती तब से है जब वह जैसलमेर में पुलिस अधीक्षक थे। कुछ अपराधियों को पुलिस हिरासत में लेने के दिन वह सी.बी.आई., चण्डीग़ में पदस्थापित थे। इन्होंने उस समय भी अपराधियों के पक्ष में राज्य के आला पुलिस अधिकारियों पर दबाव बनाया था। प्रकरण में पुलिस आयुक्त ने कई बार मुख्य मंत्री कार्यालय एवं अतिरिक्त मुख्य सचिव, गृह को झूठी सूचनाऐं भी दी है। दूसरी तरफ अपराधियों द्वारा एकलव्य सिंह का गाड़ी में पीछा करने के सम्बन्ध में दर्ज कराई गयी शिकायत पर पुलिस कमिश्नर के दबाव के कारण आदिनांक तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है।
अपराधीगण विचाराधीन दिवानी वाद के महत्वपूर्ण पहलु पर जिला न्यायाधीश न्यायालय, माननीय उच्च न्यायालय एवं माननीय सर्वोच्च न्यायालय में हार चुके हैं। विचाराधीन आपराधिक प्रकरण में भी जल्द ही सजा होने की पूर्णतः उम्मीद है। अतः अपराधीगण बौखला गये हैं। दूसरी तरफ पुलिस, प्रशासन एवं विधि के आला अधिकारियों एवं राज्य तथा राष्ट्र स्तरीय राजनेताओं के साथ सांठगांठ के कारण इनके हौसले बुलन्द है। तीन अपराधी भाईयों में से एक मानसिक रूप से अस्थाई प्रकृति का है। अतः अपराधियों द्वारा मेरे जीवन पर अत्यन्त खतरा मंडरा रहा है। पुलिस आयुक्त भी ऐन केन प्रकरेण मुझे हिरासत में लेना चाहते हैं। उपरोक्त परिप्रेक्ष्य में एकलव्य सिंह ने माननीय मुख्य मंत्री से आग्रह किया है कि अपराधियों के विरूद्ध कार्यवाही की जावे। उन आला पुलिस अधिकारियों के खिलाफ भी कार्यवाही की जावे जिन्होंने झूठ बोलकर माननीय मुख्य मंत्री के तथाकथित निर्देश पर अवैधानिक कृत्य किया है, एवं माननीय मुख्य मंत्री को बदनाम किया है। इसके अतिरिक्त नियम विरूद्ध अपराधियों को किए भूमि आवंटन एवं होटल भवन की ऊॅचाई ब़ाने की स्वीकृति निरस्त की जावे। एकलव्य सिंह ने सम्बन्धित अतिरिक्त महाधिवक्ता (॥ळ) के विरूद्ध भी कार्यवाही करने की प्रार्थना की, ताकि अपराधियों का मनोबल कमजोर हो और उसके जीवन एवं स्वतंत्रता की सुरक्षा हो सके।
अपराधियों के आला प्रशासनिक अधिकारियों के साथ भी घनिष्ठ सम्बन्ध हैं। इनकी सांठगांठ के कारण जैसलमेर में सारे नियमकानूनों को दरकिनार करते हुए, शहर की कीमती भूमि का भूपरिवर्तन कर उसी दिन ही अपराधियों को आवंटित कर दी गयी। इसी प्रकार सारे नियमों का उल्लघंन कर, जैसलमेर नगरपालिका के कमिश्नर ने अपराधियों द्वारा बनाये जा रहे होटल की ऊॅचाई की 40’ फीट करने की अनुमति दे दी, जबकि नगर नियोजन विभाग ने एवं स्वयं नगरपालिका मंडल ने मात्र 25’ फीट की ऊॅचाई स्वीकृत की थी। अपराधी देवेन्द्र कुमार के भाई पृथ्वीराज ने एक वरिष्ठ आई.ए.एस. अधिकारी का नाम लेकर, जैसलमेर में पर्यटन के क्षेत्र में कार्यरत एक विदेशी कम्पनी के मालिक को उसी के देश में जाकर कम्पनी में भागीदारी मांगी एवं धमकी दी कि ऐसा नहीं होने पर कई तकलीफें भुगतनी पड़ेगी। विदेशी मालिक के मना करने पर अपराधियों ने कम्पनी को काफी परेशान किया। अन्ततः प्रकरण में मालिक को मुख्य सचिव की शरण लेनी पड़ी।
एकलव्य सिंह ने यह भी बताया कि आरोपियों की विधि अधिकारियों के साथ भी सांठगांठ है। एकलव्य सिंह और अपराधियों के मध्य विचाराधीन दिवानी प्रकरण में एक महत्वपूर्ण फैसले की तारीख के कुछ दिन पूर्व, राज्य के एक अतिरिक्त महाधिवक्ता (॥ळ) ने यह धमकी दी कि राजीनामा किया जावे, वरना वह अपने प्रभाव का उपयोग कर माननीय उच्च न्यायालय में स्टे करा देगा एवं फाईल को ’कोल्ड स्टोरेज॔ में बंद करा देगा। इस संदर्भ में एकलव्य सिंह ने यह भी बताया कि विधि विभाग ने अपने आदेश दि. 23.11.2010 द्वारा नोटरी श्री दान सिंह मेहता एवं नोटरी श्रीमती बसन्ती माथुर का लाईसेन्स रद्द कर दिया है एवं नोटरी पेशा से आजीवन विवर्जित कर दिया है। दोनो नोटरी के खिलाफ यह कार्यवाही इसलिए की गई थी, क्योंकि इन्होंने अवैधिक रूप से दस्तावेजों का सत्यापन उन दिवसों को किया था, जिन तिथियों को एकलव्य सिंह विदेश में था। इन दस्तावेजों में से एक के द्वारा एकलव्य सिंह को अपराधियों ने भागीदारी फर्म से रिटायर दिखाकर उसके हिस्से को हड़प लिया था। इस संदर्भ में उल्लेखनीय है कि नोटरी अधिनियम के अनुसार विधि विभाग का सक्षम अधिकारी ही नोटरी के विरूद्ध एफ.आई.आर. प्रेषित कर सकता है। परन्तु कई आवेदनों उपरान्त करीब दो वर्ष का समय व्यतीत होने के पश्चात भी अपराधियों के प्रभाव के कारण विधि विभाग के अधिकारियों द्वारा एफ.आई.आर. दर्ज नहीं कराई गई है।
एकलव्य सिंह ने यह भी बताया कि अपराधियों ने उसे और उसके पिता को ब्लैकमेल करने के लिए न्यायालय में एक इस्तगासा कर एफ.आई.आर. दर्ज करायी। प्रकरण में अनुसंधान उपरान्त न्यायालय में एफ.आर. प्रस्तुत करने के उपरान्त, अपराधियों के घनिष्ठ पुलिस आयुक्त, जयपुर ने न्यायालय से पत्रावली को पुनः अनुसंधान हेतु मंगा ली। पुनः अनुसंधान पश्चात अन्वेषण अधिकारी द्वारा पुनः एफ.आर. प्रस्तावित की गई, परन्तु पुलिस आयुक्त ने अपने पद का दुरूपयोग करते हुए कनिष्ठ अधिकारियों को एफ.आर. स्वीकृत नहीं करने का निर्देश दिया एवं यह झूठी दलील दी कि माननीय मुख्य मंत्री की ऐसी ही इच्छा है। इस संदर्भ में यह उल्लेखनीय है कि पुलिस आयुक्त की अपराधियों से दोस्ती तब से है जब वह जैसलमेर में पुलिस अधीक्षक थे। कुछ अपराधियों को पुलिस हिरासत में लेने के दिन वह सी.बी.आई., चण्डीग़ में पदस्थापित थे। इन्होंने उस समय भी अपराधियों के पक्ष में राज्य के आला पुलिस अधिकारियों पर दबाव बनाया था। प्रकरण में पुलिस आयुक्त ने कई बार मुख्य मंत्री कार्यालय एवं अतिरिक्त मुख्य सचिव, गृह को झूठी सूचनाऐं भी दी है। दूसरी तरफ अपराधियों द्वारा एकलव्य सिंह का गाड़ी में पीछा करने के सम्बन्ध में दर्ज कराई गयी शिकायत पर पुलिस कमिश्नर के दबाव के कारण आदिनांक तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है।
अपराधीगण विचाराधीन दिवानी वाद के महत्वपूर्ण पहलु पर जिला न्यायाधीश न्यायालय, माननीय उच्च न्यायालय एवं माननीय सर्वोच्च न्यायालय में हार चुके हैं। विचाराधीन आपराधिक प्रकरण में भी जल्द ही सजा होने की पूर्णतः उम्मीद है। अतः अपराधीगण बौखला गये हैं। दूसरी तरफ पुलिस, प्रशासन एवं विधि के आला अधिकारियों एवं राज्य तथा राष्ट्र स्तरीय राजनेताओं के साथ सांठगांठ के कारण इनके हौसले बुलन्द है। तीन अपराधी भाईयों में से एक मानसिक रूप से अस्थाई प्रकृति का है। अतः अपराधियों द्वारा मेरे जीवन पर अत्यन्त खतरा मंडरा रहा है। पुलिस आयुक्त भी ऐन केन प्रकरेण मुझे हिरासत में लेना चाहते हैं। उपरोक्त परिप्रेक्ष्य में एकलव्य सिंह ने माननीय मुख्य मंत्री से आग्रह किया है कि अपराधियों के विरूद्ध कार्यवाही की जावे। उन आला पुलिस अधिकारियों के खिलाफ भी कार्यवाही की जावे जिन्होंने झूठ बोलकर माननीय मुख्य मंत्री के तथाकथित निर्देश पर अवैधानिक कृत्य किया है, एवं माननीय मुख्य मंत्री को बदनाम किया है। इसके अतिरिक्त नियम विरूद्ध अपराधियों को किए भूमि आवंटन एवं होटल भवन की ऊॅचाई ब़ाने की स्वीकृति निरस्त की जावे। एकलव्य सिंह ने सम्बन्धित अतिरिक्त महाधिवक्ता (॥ळ) के विरूद्ध भी कार्यवाही करने की प्रार्थना की, ताकि अपराधियों का मनोबल कमजोर हो और उसके जीवन एवं स्वतंत्रता की सुरक्षा हो सके।
खबरे बाड़मेर से ...आज की सरकारी खबरे
मुख्यमंत्री ब्याज मुक्त फसली ऋण योजना विशेश रबी का अभियान आज से
प्रभारी मंत्री चौधरी करेंगे शुभारम्भ
बाडमेर, 6 नवम्बर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा फलेगशिप का दायरा बाते हुए मुख्यमंत्री ब्याज मुक्त फसली ऋण योजना की घोशणा की गई है, जिसके तहत दी बाडमेर सैन्ट्रल कोआपरेटिव बैंक लिमिटेड द्वारा जिले में विोश रबी ऋण वितरण अभियान 7 नवम्बर से 10 नवम्बर तक चलाया जाएगा।
दी बाडमेर सैन्ट्रल कोआपरेटिव बैंक लिमिटेड के प्रबन्ध निदोक राजेन्द्र चौधरी ने बताया कि इस विोश फसली ऋण वितरण अभियान के अन्तर्गत जिले के कातकारों को जिले की सहकारी समितियों एवं बैंक की भाखाओं के माध्यम से रबी फसल हेतु ऋण वितरण किया जाएगा। उन्होने बताया कि मुख्यमंत्री फसली ऋण योजना के तहत रबी ऋण वितरण अभियान का भाुभारम्भ संसदीय सचिव एवं जिले के प्रभारी मंत्री दिलीप चौधरी द्वारा 7 नवम्बर को प्रातः 11.00 बजे बैंक बैंक भाखा परिसर पादरू में किया जाएगा। समारोह की अध्यक्षता बाडमेरजैसलमेर सांसद हरीा चौधरी करेंगे एवं जिला प्रमुख श्रीमती मदन कौर, सिवाना विधायक कानसिंह कोटडी एवं जिला कलक्टर भानुप्रकाश एटूरू विश्ट अतिथि होंगे। इस दौरान पादरू क्षेत्र की सहकारी समितियों के कृशक सदस्यों को लगभग 3 करोड रूपये का रबी ऋण वितरण चैक के माध्यम से किया जाएगा।
बैंक के अध्यक्ष डूंगराराम चौधरी ने बताया कि विोश रबी ऋण वितरण अभियान के तहत सहकारी समितियों/ाखाओं पर कैम्प आयोजित कर जिले के किसानों को 80 करोड रूपये का ऋण प्रदान किया जाएगा। इस ऋण का देय तिथि पर चुकारा करने पर कृशकों से किसी भी प्रकार का ब्याज वसूल नहीं किया जाएगा। ऋण पर देय ब्याज की राि राज्य सरकार/केन्द्र सरकार द्वारा वहन की जाएगी। उन्होने जिले के किसानों से अनुरोध किया है कि वे इस विोश ऋण वितरण अभियान में भाग लेकर लाभ उठावें।
0-
पूर्व सैनिकों के बच्चों को छात्रवृति के लिए आवेदन पत्र आमन्ति्रत
बाडमेर, 6नवम्बर। प्रधानमंत्री छात्रवृति योजनान्तर्गत तकनीकी एवं व्यवसायिक पाठयक्रम में अध्ययनरत पूर्व सैनिकों के बच्चों से वशर 201213 के लिए छात्रवृति हेतु आवेदन पत्र आमन्ति्रत किये गये है।
जिला सैनिक कल्याण अधिकारी मेजर पी.एस. भाटी ने बताया कि आवेदन फार्म एवं दि निर्दो मिनिस्ट्री ऑफ डिफेन्स की वेबसाइट ूण्कमेूण्हवअण्पद पर उपलब्ध है। आवेदन पत्र जिला सैनिक कल्याण कार्यालय बाडमेर में प्रस्तुत करने की अन्तिम तिथि 25 नवम्बर, 12 निर्धारित की गई है। उन्होने बताया कि अधिक जानकारी के लिए जिला सैनिक कल्याण कार्यालय बाडमेर से सम्पर्क किया जा सकता है।
0-
प्रभारी मंत्री चौधरी आज पादरू आएगें
बाडमेर, 6 नवम्बर। संसदीय सचिव एवं जिले के प्रभारी मंत्री दिलीप चौधरी अपनी एक दिवसीय यात्रा पर बुधवार को पादरू आएगें।
निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार प्रभारी मंत्री चौधरी 7 नवम्बर को प्रातः 7.00 बजे जैतारण से प्रस्थान कर प्रातः 10.30 बजे पादरू आएगें तथा ग्राम पादरू वे नव निर्मित राजीव गांधी सेवा केन्द्र का उद्घाटन करेंगे। वे प्रातः 11.00 बजे ग्राम पादरू में मुख्यमंत्री ब्याज मुक्त फसली योजना रबी ऋण वितरण अभियान के भाुभारम्भ कार्यक्रम में भाग लेंगे। इसके पचात वे पादरू से सायं 4.00 बजे जैतारण के लिए प्रस्थान कर जाएगें।
0-
-2-
गुडामालानी उपखण्ड अधिकारी का मुख्यालय स्थानान्तरित
बाडमेर, 6 नवम्बर। जिले के गुडामालानी उपखण्ड अधिकारी का मुख्यालय स्थानान्तरित कर दिया गया है। अब तक जिला मुख्यालय पर संचालित इस कार्यालय को अब गुडामालानी मुख्यालय पर स्थापित किया गया है।
जिला कलेक्टर भानु प्रकाश एटूरू ने बताया कि राज्य सरकार के राजस्व (गु्रप1) विभाग राजस्थान जयपुर द्वारा जारी अधिसूचना क्रमांक प 9 (37) राज/गु्रप1006 दिनांक 238-2012 से राजस्थान भू राजस्व अधिनियम 1956 की धारा 16 के प्रावधानों के अनुसरण में जिला बाडमेर की तहसील गुडामालानी के उपखण्ड अधिकारी गुडामालानी का मुख्यालय जनहित की दृश्टि से बाडमेर के स्थान पर गुडामालानी में किये जाने की स्वीकृति प्रदान की गई है।
उन्होने बताया कि उक्त अधिसूचना की पालना में उपखण्ड अधिकारी गुडामालानी मुख्यालय बाडमेर को निर्दो दिए गए है कि उपखण्ड अधिकारी गुडामालानी का मुख्यालय जनहित में दिनांक 7 नवम्बर, 2012 तक गुडामालानी में तहसील कार्यालय के उपलब्ध भवन में स्थापित कर पालना से अवगत कराएं।
0-
आरयूआईडीपी के परियोजना निदेशक डॉ. पृथ्वीराज ने जैसलमेर में ली बैठक,
आरयूआईडीपी के परियोजना निदेशक डॉ. पृथ्वीराज ने जैसलमेर में ली बैठक,
शहरी विकास गतिविधियों की समीक्षा की, अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश,
सभी कामों में गुणवत्ता और समय सीमा का ध्यान रखने को कहा
जैसलमेर, 6 नवंबर/राजस्थान शहरी आधारभूत विकास परियोजना(आरयूआइडीपी) के परियोजना निदेशक डॉ. पृथ्वीराज ने विभागीय अधिकारियों से आरयूआईडीपी तथा इससे संबंधित सभी प्रकार के निर्माण कार्यों एवं सामुदायिक गतिविधियों में गुणवत्ता का पूरापूरा ख्याल रखने तथा समय पर कार्य संपादन करने के निर्देश दिए हैं।
परियोजना निदेशक डॉ. पृथ्वीराज ने मंगलवार को जैसलमेर सर्किट हाउस में आरयूआईडीपी के अधिकारियों तथा विभिन्न संबंधित विभागीय अधिकारियों की बैठक में इस आशय के निर्देश प्रदान किए।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर परशुराम धानका, जैसलमेर यूआईटी के अध्यक्ष उम्मेदसिंह तँवर, नगर परिषद अध्यक्ष अशोक तँवर सहित दो दर्जन से अधिक अधिकारीगण उपस्थित थे।
परियोजना प्रबन्धक डॉ. पृथ्वीराज ने जैसलमेर में आररयूआईडीपी से संबंधित तमाम गतिविधियों की समीक्षा की और इन कार्यों से संबंधित सभी अधिकारियों से बिन्दुवार जानकारी लेते हुए समय पर कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए।
कामों में तेजी लाएँ, गंभीरता अपनाएं
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे निर्माण और विकास से संबंधित तमाम गतिविधियों में तेजी लाएं और जनता के प्रति जवाबदेही सुनिश्चित करते हुए लोक सुविधाओं के प्रति अपने सभी उत्तरदायित्वों के निर्वाह में गंभीरता बरतें।
डॉ. पृथ्वीराज ने कहा कि इसके लिए यह जरूरी है कि सभी काम पूरी गुणवत्ता और बेहतरी के साथ पूरे हों तथा जो भी काम हाथ में लिए जाएं, उन्हें निर्धारित समय सीमा के भीतर पूर्ण कर लिया जाए ताकि इनका सार्वजनीन उपयोग भली प्रकार सुनिश्चित हो सके।
लिई बर्दाश्त नहीं होगी
उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट चेतावनी दी कि किसी भी प्रकार के कार्य में लिई को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने प्रत्येक कार्य की अब तक की प्रगति की समीक्षा की और हर कार्य की पूर्णता एवं संपादन के बारे में स्पष्ट तिथियों का प्रावधान करते हुए कहा कि तय समय सीमा में सभी काम होने चाहिएं, इसके लिए अधिकारियों को गंभीर रहना होगा।
सामंजस्य रखकर काम करें
उन्होंने कहा कि अधिकारियों को चाहिए कि वे सभी प्रकार के कामों को उत्तम गुणवत्ता के साथ समय पर पूर्ण करने के लिए परस्पर सारमंजस्य बनाए रखें और अच्छे से अच्छे परिणाम देने की भावना से काम करें।
परियोजना निदेशक ने पानी के मीटर स्थापित करने का काम दिसम्बर तक पूर्ण करने के पक्के प्रयास करने, सोनार दुर्ग से संबंधित गतिविधियों को जल्द से जल्द पूर्ण करने, प्रत्येक काम में तकनीकि गुणवत्ता का ध्यान रखने, सीवर लाईन व ठोस कचरा निस्तारण गतिविधियों को पूर्ण करने आदि के सख्त निर्देश दिए।
एडीएम धानका ने दी विकास की जानकारी
अतिरिक्त जिला कलक्टर परशुराम धानका ने जैसलमेर जिले में विकास गतिविधियों के संबंध में परियोजना निदेशक को जानकारी दी।
पर्यटन के हिसाब से हो शहरी विकास
यूआईटी अध्यक्ष उम्मेदसिंह तँवर ने आरयूआईडीपी से संबंधित सभी प्रकार के कार्यों में तेजी लाए जाने, पुरानी शिथिलताओं की पुनरावृत्ति न होने देने के लिए परियोजना निदेशक से आग्रह किया और कहा कि जैसलमेर के पर्यटन विकास को ध्यान में रखते हुए जैसलमेर का स्वस्थ एवं सौन्दर्यशाली विकास किया जाना जरूरी है ताकि स्थानीय लोगों के साथ ही देशीविदेशी पर्यटकों को सुकून प्राप्त हो सके।
नगर परिषद शहरी विकास में सदैव अग्रणी
जैसलमेर नगर परिषद के अध्यक्ष अशोक तँवर ने जैसलमेर शहर के बेहतर विकास तथा जन सुखसुविधाओं की ब़ोतरी एवं समस्याओं के निस्तारण में नगर परिषद की भूमिका पर प्रकाश डाला और कहा कि नगर परिषद क्षेत्राीय विकास की प्रत्येक गतिविधि में ब़चढ़ कर भागीदारी अदा करेगी।
आरयूआईडीपी एवं नगर परिषद के स्थानीय अधिकारियों ने शहरी विकास से संबंधित तमाम निर्माण और विकास कार्यों पर विस्तार से जानकारी दी।
-
परियोजना निदेशक डॉ. पृथ्वीराज ने जैसलमेर में विकाय कार्यों का अवलोकन किया
जैसलमेर, 6 नवंबर/राजस्थान शहरी आधारभूत विकास परियोजना(आरयूआइडीपी) के परियोजना निदेशक डॉ. पृथ्वीराज ने मंगलवार को जैसलमेर शहर में आरयूआईडीपी तथा इससे संबंधित सभी प्रकार की गतिविधियों व निर्माण कार्यों का अवलोकन किया और इन कार्यों को निर्धारित समय सीमा में पूरी उत्कृष्टता के साथ पूर्ण करने के निर्देश दिए।
डॉ. पृथ्वीराज ने जेठवाई मार्ग पर सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, गजरूप सागर स्थित फिल्टर प्लांट, गांधी कॉलोनी एवं जयनारायण व्यास कॉलोनी में सीवरेज कार्यों आदि का अवलोकन किया और तकनीकि अधिकारियों से इसके बारे में जानकारी ली।
इस दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर परशुराम धानका एवं यूआईटी अध्यक्ष उम्मेदसिंह तंवर सहित विभिन्न विभागों एवं नगर परिषद के अधिकारी साथ थे।
सतर्कता समिति की मासिक बैठक 30 नवंबर को
जैसलमेर, 6 नवंबर/जिला जन अभाव अभियोग निराकरण एवं सतर्कता समिति की बैठक 30 नवंबर को प्रातः 11 बजे जिला कलक्ट्री सभकक्ष में जिला कलक्टर शुचि त्यागी की अध्यक्षता में होगी। यह जानकारी अतिरिक्त जिला कलक्टर परशुराम धानका ने दी और बताया कि अपने अभाव अभियोगों के निराकरण के लिए कोई भी नागरिक जिला कलक्टर को इस बैठक से पूर्व शिकायत/समस्या प्रस्तुत कर सकता है।
उचित मूल्य दुकानों पर फोर्टीफाइड आटा सप्लाई करने के निर्देश
जैसलमेर, 6 नवंबर/ जिले में ग्रामीण क्षेत्राीय उचित मूल्य की दुकानों पर नवम्बर माह का फोर्टीफाइड एपीएल आटा मिलेगा। यह दस किलोग्राम पैकिंग में प्रति किलोग्राम 8.60 रुपए की दर पर उपलब्ध होगा।
जिला रसद अधिकारी महावीरप्रसाद व्यास ने इसके लिए आटा सप्लायर नवदुर्गा रोलर फ्लोर मिल बीकानेर को निर्देश दिए हैं और 20 नवंबर तक सभी संबंधित उचित मूल्य दुकानों पर आटा पहुंचाए जाने को कहा है।
इसके अन्तर्गत पोकरण तहसील क्षेत्रा में 72 उचित मूल्य दुकानों के लिए 22 हजार 999 एपीएल कार्डधारियों के लिए 1 हजार 992 क्विंटल, जैसलमेर तहसील में 53 उचित मूल्य दुकानों के लिए 19 हजार 511 एपीएल कार्डधारियों के लिए 1 हजार 695 क्विंटल तथा फतेहग़ तहसील में 29 उचित मूल्य दुकानों से संबंधित 9 हजार 640 एपीएल कार्ड धारियों के लिए 835 क्विंटल फोर्टीफाईट आटा निर्धारित तिथि तक सप्लाई कर देने के निर्देश दिए गए हैं।
बेरोजगार युवाओं को रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण के बाद रोजगार उपलब्ध करवाया जायेगा जिला कलक्टर
बेरोजगार युवाओं को रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण के बाद
रोजगार उपलब्ध करवाया जायेगा जिला कलक्टर
जोधपुर 6 नवम्बर। जिला कलक्टर गौरव गोयल ने जिले में कार्यरत विभिन्न एजेंसियों को निर्देशित किया है कि वे 16 से 35 आयुवर्ग के बेरोजगार युवाओं को रोजागारोन्मुखी प्रशिक्षण दिलवाने के लिये हर संभव प्रयास करें तथा प्रशिक्षण पूरा होने के बाद उन्हें रोजगार भी उपलब्ध करवायें।
जिला कलक्टर आज जोधपुर जिले में कार्यरत सर्विस प्रोवाइडर्स के प्रतिनिधियों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जोधपुर जिले में कुल 11 सर्विस प्रोवाइडरों को प्रशिक्षण केन्द्र खोलने की अनुमति दी गई है। इनमें से 3 सर्विस प्रोवाइडरों ग्रेट इण्डिया ड्रीम फाउण्डेशन ने ओसियां में, आई सी ए ने जोधपुर स्थित मानजी का हत्था में तथा स्टेन ने कमला नेहरू नगर जोधपुर में अपने दक्षता विकास केन्द्र आरंभ कर दिये हैं। इन तीनों केन्द्रों पर फिलहाल 2525 युवाओं को विभिन्न रोजगार गतिविधियों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिला कलक्टर ने शेष सर्विस प्रोवाइडर्स को भी अपने केन्द्र शीघ्र स्थापित करने के निर्देश दिये।
जिला कलक्टर ने बताया कि नगर निगम जोधपुर द्वारा शहरी बीपीएल परिवारों के 1000 युवाओं को विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण के लिये चिहि्नत किया है। इन युवाओं को भी शीघ्र ही प्रशिक्षण कार्यक्रमों से जोड़ा जायेगा। इसके लिये एडीएम सिटी राजेन्द्रसिंह राठौड़ को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। जिला कलक्टर ने जिले के बेरोजगार युवाओं से अपील की है कि वे अपने क्षेत्र के स्थानीय निकाय अर्थात नगर निगम, नगर पालिका,पंचायत समिति अथवा जिला रोजगार कार्यालय से सम्पर्क करके वहां फार्म भरकर जमा करवायें ताकि उन्हें उनकी मर्जी का प्रशिक्षण दिलवाया जा सके।
जिला कलक्टर ने बताया कि राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम द्वारा संचालित प्रशिक्षण कार्यक्रमों के तहत राष्ट्रीय स्तर की संस्थाओं द्वारा जोधपुर जिले में प्रति वर्ष कम से कम 7000 युवाओं को रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण दिये जायेंगे। प्रशिक्षण के पश्चात इन्हें रोजगार भी उपलब्ध करवाया जायेगा। सर्विस प्रोवाइडर कम से कम 70 प्रतिशत प्रशिक्षित युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवायेंगे। राज्य में रोजगार उपलब्ध होने पर प्रति माह कम से कम 5000 तथा राज्य से बाहर रोजगार उपलब्ध होने पर कम से कम 7500 रुपये का वेतन होना अनिवार्य रखा गया है। यदि किसी युवा ने पहले भी किसी सरकारी योजना में प्रशिक्षण ले रखा है तो उसे दूसरा प्रशिक्षण लेने की छूट है। सभी प्रकार का प्रशिक्षण निशुल्क रखा गया है। रजिस्ट्रेशन फीस के रूप में सामान्य वर्ग के युवाओं से 600 रुपये तथा एस सी, एस टी, महिला, ओबीसी, बीपीएल युवाओं से 300 रुपये लिये जायेंगे। यदि कोई युवा चाहेगा तो उसे राज्य से बाहर भी ट्रेनिंग दिलवाई जा सकती है। समस्त प्रशिक्षणों की अवधि से 60 से 80 दिनों की है।
आज की बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर डॉ. भागचंद बधाल, राजेन्द्रसिंह राठौड़, शिवांगी, सहायक निदेशक (रोजगार) पी. आर. नागौरा, डीपीएम गोपाल लाल सुथार, शिवांगी स्वर्णकार आदि अधिकारियों सहित विभिन्न सर्विस प्रोवाइडर्स उपस्थित थे।
जोधपुर 6 नवम्बर। जिला कलक्टर गौरव गोयल ने जिले में कार्यरत विभिन्न एजेंसियों को निर्देशित किया है कि वे 16 से 35 आयुवर्ग के बेरोजगार युवाओं को रोजागारोन्मुखी प्रशिक्षण दिलवाने के लिये हर संभव प्रयास करें तथा प्रशिक्षण पूरा होने के बाद उन्हें रोजगार भी उपलब्ध करवायें।
जिला कलक्टर आज जोधपुर जिले में कार्यरत सर्विस प्रोवाइडर्स के प्रतिनिधियों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जोधपुर जिले में कुल 11 सर्विस प्रोवाइडरों को प्रशिक्षण केन्द्र खोलने की अनुमति दी गई है। इनमें से 3 सर्विस प्रोवाइडरों ग्रेट इण्डिया ड्रीम फाउण्डेशन ने ओसियां में, आई सी ए ने जोधपुर स्थित मानजी का हत्था में तथा स्टेन ने कमला नेहरू नगर जोधपुर में अपने दक्षता विकास केन्द्र आरंभ कर दिये हैं। इन तीनों केन्द्रों पर फिलहाल 2525 युवाओं को विभिन्न रोजगार गतिविधियों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिला कलक्टर ने शेष सर्विस प्रोवाइडर्स को भी अपने केन्द्र शीघ्र स्थापित करने के निर्देश दिये।
जिला कलक्टर ने बताया कि नगर निगम जोधपुर द्वारा शहरी बीपीएल परिवारों के 1000 युवाओं को विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण के लिये चिहि्नत किया है। इन युवाओं को भी शीघ्र ही प्रशिक्षण कार्यक्रमों से जोड़ा जायेगा। इसके लिये एडीएम सिटी राजेन्द्रसिंह राठौड़ को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। जिला कलक्टर ने जिले के बेरोजगार युवाओं से अपील की है कि वे अपने क्षेत्र के स्थानीय निकाय अर्थात नगर निगम, नगर पालिका,पंचायत समिति अथवा जिला रोजगार कार्यालय से सम्पर्क करके वहां फार्म भरकर जमा करवायें ताकि उन्हें उनकी मर्जी का प्रशिक्षण दिलवाया जा सके।
जिला कलक्टर ने बताया कि राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम द्वारा संचालित प्रशिक्षण कार्यक्रमों के तहत राष्ट्रीय स्तर की संस्थाओं द्वारा जोधपुर जिले में प्रति वर्ष कम से कम 7000 युवाओं को रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण दिये जायेंगे। प्रशिक्षण के पश्चात इन्हें रोजगार भी उपलब्ध करवाया जायेगा। सर्विस प्रोवाइडर कम से कम 70 प्रतिशत प्रशिक्षित युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवायेंगे। राज्य में रोजगार उपलब्ध होने पर प्रति माह कम से कम 5000 तथा राज्य से बाहर रोजगार उपलब्ध होने पर कम से कम 7500 रुपये का वेतन होना अनिवार्य रखा गया है। यदि किसी युवा ने पहले भी किसी सरकारी योजना में प्रशिक्षण ले रखा है तो उसे दूसरा प्रशिक्षण लेने की छूट है। सभी प्रकार का प्रशिक्षण निशुल्क रखा गया है। रजिस्ट्रेशन फीस के रूप में सामान्य वर्ग के युवाओं से 600 रुपये तथा एस सी, एस टी, महिला, ओबीसी, बीपीएल युवाओं से 300 रुपये लिये जायेंगे। यदि कोई युवा चाहेगा तो उसे राज्य से बाहर भी ट्रेनिंग दिलवाई जा सकती है। समस्त प्रशिक्षणों की अवधि से 60 से 80 दिनों की है।
आज की बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर डॉ. भागचंद बधाल, राजेन्द्रसिंह राठौड़, शिवांगी, सहायक निदेशक (रोजगार) पी. आर. नागौरा, डीपीएम गोपाल लाल सुथार, शिवांगी स्वर्णकार आदि अधिकारियों सहित विभिन्न सर्विस प्रोवाइडर्स उपस्थित थे।
मंदिर से करोड़ों की मूर्तियां चोरी
मंदिर से करोड़ों की मूर्तियां चोरी
बस्सी। बस्सी थाना क्षेत्र के जटवाड़ा गांव स्थित प्राचीन जैन मंदिर में बीती रात चोर हाथ साफ कर गए। मंदिर में प्रतिष्ठित करीब 26 मूर्तियां चोरी होने की जानकारी है।
बताया जाता है कि कई मूर्तियां तो दो-तीन सौ साल पुरानी हैं। चोरी की सूचना के साथ ही मौके पर जैन समाज के लोग, ग्रामीण व पुलिस के आलाधिकारी पहुंच गए। वारदात के बाद समाज के लोगों में आक्रोश व्याप्त हो गया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार रात्रि में पुजारी कार्य पूर्ण होने के बाद मंदिर पट के ताला लगाकर घर चला गया। आज सुबह करीब छह बजे पुजारी पहुंचा तो मूर्तियां चोरी होने की सूचना आग की तरह फैल गई।
लोगों के जेहन में सवाल
सुबह जब पुजारी मंदिर पहुंचा तो उसे मुख्य दरवाजे पर लगा ताला यथावत मिला। जैसे ही अंदर प्रवेश किया तो मूर्तियां गायब मिली और सामान इधर-उधर बिखरा हुआ मिला। पुजारी ने हो-हल्ला किया तो आस-पड़ोस से सैकड़ों ग्रामीण एकत्रित हो गए और पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस अभी तक यह पता नहीं लगा सकी है कि चोर अंदर कहां से घुसे और मूर्तियां कैसे ले गए। मामले की जांच के लिए जयपुर से एफएसएल की टीम भी मौके के लिए रवाना हुई है।
करोड़ों की हैं मूर्तियां
स्थानीय लोगों ने बताया कि मंदिर करीब चार-पांच सौ साल पुराना है और मंदिर में प्रतिष्ठित मूर्तियां भी सैकड़ों साल पुरानी है। चोरी हुई मूर्तियों में तीन मूर्तियां पाषाण कालीन और 23 मूर्तियां अष्टधातु की है। साथ ही दो यंत्र भी चोरी हुए हैं। बताया जाता है कि मूर्तियों की कीमत करोड़ों रूपए में हैं। समाज के प्रमुख देवताओं की मूर्तियां मंदिर में प्रतिष्ठित थी और अधिकांश चोरी हो गई।
समाज में व्याप्त रोष
पिछले कई महिनों से शहर व आस-पास के क्षेत्रों में चोरों ने जैन मंदिरों को निशाना बना रखा है। आए दिन मंदिरों में से मूर्ति चोरी होने की घटनाएं हो रही है। ऎसे में समाज के राजेंद्र कासलीवाल, विकास जैन व अन्य पदाधिकारियों ने रोष व्यक्त किया है।
विरोध में बाजार बंद
स्थानीय लोगों ने चोरी के विरोध में जटवाड़ा कस्बे के बाजार बंद करा दिए।
व्यापार मंडल के कोषाध्यक्ष जितेंद्र कुमार जैन ने बताया कि चोरों को जल्द से जल्द पकड़ने और मूर्तियां बरामद करने की मांग को लेकर बंद रखा गया है।
बस्सी। बस्सी थाना क्षेत्र के जटवाड़ा गांव स्थित प्राचीन जैन मंदिर में बीती रात चोर हाथ साफ कर गए। मंदिर में प्रतिष्ठित करीब 26 मूर्तियां चोरी होने की जानकारी है।
बताया जाता है कि कई मूर्तियां तो दो-तीन सौ साल पुरानी हैं। चोरी की सूचना के साथ ही मौके पर जैन समाज के लोग, ग्रामीण व पुलिस के आलाधिकारी पहुंच गए। वारदात के बाद समाज के लोगों में आक्रोश व्याप्त हो गया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार रात्रि में पुजारी कार्य पूर्ण होने के बाद मंदिर पट के ताला लगाकर घर चला गया। आज सुबह करीब छह बजे पुजारी पहुंचा तो मूर्तियां चोरी होने की सूचना आग की तरह फैल गई।
लोगों के जेहन में सवाल
सुबह जब पुजारी मंदिर पहुंचा तो उसे मुख्य दरवाजे पर लगा ताला यथावत मिला। जैसे ही अंदर प्रवेश किया तो मूर्तियां गायब मिली और सामान इधर-उधर बिखरा हुआ मिला। पुजारी ने हो-हल्ला किया तो आस-पड़ोस से सैकड़ों ग्रामीण एकत्रित हो गए और पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस अभी तक यह पता नहीं लगा सकी है कि चोर अंदर कहां से घुसे और मूर्तियां कैसे ले गए। मामले की जांच के लिए जयपुर से एफएसएल की टीम भी मौके के लिए रवाना हुई है।
करोड़ों की हैं मूर्तियां
स्थानीय लोगों ने बताया कि मंदिर करीब चार-पांच सौ साल पुराना है और मंदिर में प्रतिष्ठित मूर्तियां भी सैकड़ों साल पुरानी है। चोरी हुई मूर्तियों में तीन मूर्तियां पाषाण कालीन और 23 मूर्तियां अष्टधातु की है। साथ ही दो यंत्र भी चोरी हुए हैं। बताया जाता है कि मूर्तियों की कीमत करोड़ों रूपए में हैं। समाज के प्रमुख देवताओं की मूर्तियां मंदिर में प्रतिष्ठित थी और अधिकांश चोरी हो गई।
समाज में व्याप्त रोष
पिछले कई महिनों से शहर व आस-पास के क्षेत्रों में चोरों ने जैन मंदिरों को निशाना बना रखा है। आए दिन मंदिरों में से मूर्ति चोरी होने की घटनाएं हो रही है। ऎसे में समाज के राजेंद्र कासलीवाल, विकास जैन व अन्य पदाधिकारियों ने रोष व्यक्त किया है।
विरोध में बाजार बंद
स्थानीय लोगों ने चोरी के विरोध में जटवाड़ा कस्बे के बाजार बंद करा दिए।
व्यापार मंडल के कोषाध्यक्ष जितेंद्र कुमार जैन ने बताया कि चोरों को जल्द से जल्द पकड़ने और मूर्तियां बरामद करने की मांग को लेकर बंद रखा गया है।
जीजा-साली ने चुराई थी 29 अंगुठियां
जीजा-साली ने चुराई थी 29 अंगुठियां
जयपुर। ब्रह्मपुरी थाना इलाके में दिनदहाड़े एक ज्वैलरी शोरूम से अंगूठियाें से भरी ट्रे उड़ाने वाले गिरोह के दो सदस्य नरेश और निर्मला(रिश्ते में जीजा-साली) को जयपुर पुलिस ने अजमेर से गिरफ्तार करते हुए 11 अंगूठियां जब्त कर ली हैं। पुलिस ने हत्थे चढ़े गिरोह की महिला व युवक से पूछताछ के आधार पर बाकी के आरोपियों को पकड़ने के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं।
यह था मामला
पुलिस के अनुसार गत 30 अक्टूबर को तिलक नगर निवासी सुनील जैन ने मामला दर्ज कराया था कि ब्रह्मपुरी थाना इलाका स्थित उनके ज्वैलरी शोरूम पर एक युवक व उसके साथ पांच औरते आई। उन्होंने हीरे व पन्ने की अंगूठियां दिखाने की बात कही। इस पर सेल्समैन ने ट्रे में रखकर अंगूठियां दिखाई। इसी बीच बातों में उलझाकर ठग ट्रे में रखी करीब 29 अंगूठियां लेकर रफूचक्कर हो गए। जांच में सामने आया कि ठग रूट नंबर 29 की बस में सवार होकर गए हैं।
ऎसे आए पकड़ में
जांच अधिकारी मुकेश कुमार ने बताया कि शोरूम पर आए लोगों के हुलिए के आधार पर शक की सूई अजमेर के सांसी गिरोह पर घूमी। इसके बाद अजमेर में रामगंज थाना इलाके की भगवानगंज चौकी इलाके में रहने वाले सांसी गिरोह की मोबाइल लोकेशन की जानकारी जुटाई गई। इसमें कुछ सदस्यों के घटना वाले दिन जयपुर में होने की जानकारी मिली। इसके बाद पुलिस ने अजमेर पहुंच कर गिरोह के नरेश कुमार व उसकी साली निर्मला को गिरफ्तार करते हुए ज्वैलरी शोरूम से चुराई गई 11 अंगूठियां बरामद कर ली। जांच अधिकारी ने बताया कि शेष्ा आरोपियों के अजमेर व अहमदाबाद इलाके में छिपे होने की जानकारी मिली है। पुलिस ने शेष्ा आरोपियों को पकड़ने के लिए टीमों का गठन किया है।
जयपुर। ब्रह्मपुरी थाना इलाके में दिनदहाड़े एक ज्वैलरी शोरूम से अंगूठियाें से भरी ट्रे उड़ाने वाले गिरोह के दो सदस्य नरेश और निर्मला(रिश्ते में जीजा-साली) को जयपुर पुलिस ने अजमेर से गिरफ्तार करते हुए 11 अंगूठियां जब्त कर ली हैं। पुलिस ने हत्थे चढ़े गिरोह की महिला व युवक से पूछताछ के आधार पर बाकी के आरोपियों को पकड़ने के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं।
यह था मामला
पुलिस के अनुसार गत 30 अक्टूबर को तिलक नगर निवासी सुनील जैन ने मामला दर्ज कराया था कि ब्रह्मपुरी थाना इलाका स्थित उनके ज्वैलरी शोरूम पर एक युवक व उसके साथ पांच औरते आई। उन्होंने हीरे व पन्ने की अंगूठियां दिखाने की बात कही। इस पर सेल्समैन ने ट्रे में रखकर अंगूठियां दिखाई। इसी बीच बातों में उलझाकर ठग ट्रे में रखी करीब 29 अंगूठियां लेकर रफूचक्कर हो गए। जांच में सामने आया कि ठग रूट नंबर 29 की बस में सवार होकर गए हैं।
ऎसे आए पकड़ में
जांच अधिकारी मुकेश कुमार ने बताया कि शोरूम पर आए लोगों के हुलिए के आधार पर शक की सूई अजमेर के सांसी गिरोह पर घूमी। इसके बाद अजमेर में रामगंज थाना इलाके की भगवानगंज चौकी इलाके में रहने वाले सांसी गिरोह की मोबाइल लोकेशन की जानकारी जुटाई गई। इसमें कुछ सदस्यों के घटना वाले दिन जयपुर में होने की जानकारी मिली। इसके बाद पुलिस ने अजमेर पहुंच कर गिरोह के नरेश कुमार व उसकी साली निर्मला को गिरफ्तार करते हुए ज्वैलरी शोरूम से चुराई गई 11 अंगूठियां बरामद कर ली। जांच अधिकारी ने बताया कि शेष्ा आरोपियों के अजमेर व अहमदाबाद इलाके में छिपे होने की जानकारी मिली है। पुलिस ने शेष्ा आरोपियों को पकड़ने के लिए टीमों का गठन किया है।
जस-यश भी गडकरी की राह में रोड़ा!
जस-यश भी गडकरी की राह में रोड़ा!
नई दिल्ली। भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे नितिन गडकरी का दोबारा भाजपा अध्यक्ष बनना मुश्किल लग रहा है। पार्टी में उनके खिलाफ स्वर मुखर हो रहे हैं। पार्टी के तीन वरिष्ठ नेताओं ने गडकरी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
राज्यसभा सांसद रामजेठमलानी ने दावा किया है कि पार्टी के कई वरिष्ठ नेता गडकरी को दोबारा भाजपा अध्यक्ष बनाए जाने के खिलाफ है। जसवंत सिंह,यशवंत सिन्हा और शत्रुघ्न सिन्हा चाहते हैं कि गडकरी अपने पद से इस्तीफा दे दें।
एक न्यूज चैनल से बातचीत में जेठमलानी ने यह दावा किया है। जेठमलानी ने कहा कि ये तीनों नेता उनसे संपर्क में हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी के किसी भी नेता ने उनकी राय का अभी तक विरोध नहीं किया है। जेठमलानी अपनी राय पर कायम हैं। जेठमलानी ने अपने बेटे और मशहूर वकील महेश जेठमलानी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्यता से इस्तीफे को सही ठहराया है। जेठमलानी ने कहा कि जो लोग गडकरी का विरोध कर रहे हैं वे जल्द ही खुलकर सामने आएंगे।
महेश जेठमलानी ने मंगलवार को भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। गौरतलब है कि हाल ही में रामजेठमलानी ने गडकरी से इस्तीफे की मांग की थी। जब अरविंद केजरीवाल ने गडकरी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे तब उन्होंने कहा था कि अगर मैं गडकरी की जगह होता तो तुरंत इस्तीफा दे देता। यही नहीं उन्होंने तो यहां तक कह दिया था कि उनके पास भी गडकरी के खिलाफ सबूत हैं।
नई दिल्ली। भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे नितिन गडकरी का दोबारा भाजपा अध्यक्ष बनना मुश्किल लग रहा है। पार्टी में उनके खिलाफ स्वर मुखर हो रहे हैं। पार्टी के तीन वरिष्ठ नेताओं ने गडकरी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
राज्यसभा सांसद रामजेठमलानी ने दावा किया है कि पार्टी के कई वरिष्ठ नेता गडकरी को दोबारा भाजपा अध्यक्ष बनाए जाने के खिलाफ है। जसवंत सिंह,यशवंत सिन्हा और शत्रुघ्न सिन्हा चाहते हैं कि गडकरी अपने पद से इस्तीफा दे दें।
एक न्यूज चैनल से बातचीत में जेठमलानी ने यह दावा किया है। जेठमलानी ने कहा कि ये तीनों नेता उनसे संपर्क में हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी के किसी भी नेता ने उनकी राय का अभी तक विरोध नहीं किया है। जेठमलानी अपनी राय पर कायम हैं। जेठमलानी ने अपने बेटे और मशहूर वकील महेश जेठमलानी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्यता से इस्तीफे को सही ठहराया है। जेठमलानी ने कहा कि जो लोग गडकरी का विरोध कर रहे हैं वे जल्द ही खुलकर सामने आएंगे।
महेश जेठमलानी ने मंगलवार को भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। गौरतलब है कि हाल ही में रामजेठमलानी ने गडकरी से इस्तीफे की मांग की थी। जब अरविंद केजरीवाल ने गडकरी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे तब उन्होंने कहा था कि अगर मैं गडकरी की जगह होता तो तुरंत इस्तीफा दे देता। यही नहीं उन्होंने तो यहां तक कह दिया था कि उनके पास भी गडकरी के खिलाफ सबूत हैं।
हाजी अली दरगाह में महिलाओं पर बैन
हाजी अली दरगाह में महिलाओं पर बैन
मुंबई। मुंबई में सूफी संत हाजी अली की दरगाह में महिलाओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। दरगाह के प्रबंधन ने यह पाबंदी लगाई है। इस दरगाह में हर रोज हजारों की तादाद में लोग आते हैं। इस फैसला का विरोध होना भी शुरू हो गया है। फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े लोगों के अलावा कई और संगठनों ने भी फैसले का विरोध किया है। उन्होंने फैसले को प्रतिगामी बताया है।
दरगाह के ट्रस्टीज का मानना है कि महिलाओं का कब्र पर जाना शरीया कानून के तहत गैर इस्लामिक है। ट्रस्ट का महिलाओं के प्रवेश पर पाबंदी का फैसला अटल है। इसे नहीं बदला जाएगा। आदेश में कहा गया है कि महिलाएं उस पवित्र अहाते में हीं जा सकती जहां 15 वीं शताब्दी के सूफी संत पीर हाजी अली शाह बुखारी
का मकबरा है।
हालांकि महिलाएं दरगाह परिसर में घूम सकती है। मशहूर क्रिमिनल वकील और ट्रस्टी रिजवान मर्चेट का कहना है कि महिलाएं दरगाह परिसर में प्रार्थना और नमाज अदा कर सकती है। वे फूल और शॉल चढ़ा सकती हैं। हम केवल अपनी बहनों से दरगाह में नहीं जाने का अनुरोध कर रहे हैं। यह पवित्र दरगाह वर्ली में अरेबियन समंदर के तट पर 500 चट्टानों के अहाते में स्थित है।
मुंबई। मुंबई में सूफी संत हाजी अली की दरगाह में महिलाओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। दरगाह के प्रबंधन ने यह पाबंदी लगाई है। इस दरगाह में हर रोज हजारों की तादाद में लोग आते हैं। इस फैसला का विरोध होना भी शुरू हो गया है। फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े लोगों के अलावा कई और संगठनों ने भी फैसले का विरोध किया है। उन्होंने फैसले को प्रतिगामी बताया है।
दरगाह के ट्रस्टीज का मानना है कि महिलाओं का कब्र पर जाना शरीया कानून के तहत गैर इस्लामिक है। ट्रस्ट का महिलाओं के प्रवेश पर पाबंदी का फैसला अटल है। इसे नहीं बदला जाएगा। आदेश में कहा गया है कि महिलाएं उस पवित्र अहाते में हीं जा सकती जहां 15 वीं शताब्दी के सूफी संत पीर हाजी अली शाह बुखारी
का मकबरा है।
हालांकि महिलाएं दरगाह परिसर में घूम सकती है। मशहूर क्रिमिनल वकील और ट्रस्टी रिजवान मर्चेट का कहना है कि महिलाएं दरगाह परिसर में प्रार्थना और नमाज अदा कर सकती है। वे फूल और शॉल चढ़ा सकती हैं। हम केवल अपनी बहनों से दरगाह में नहीं जाने का अनुरोध कर रहे हैं। यह पवित्र दरगाह वर्ली में अरेबियन समंदर के तट पर 500 चट्टानों के अहाते में स्थित है।
करोड़ों का निकला कमांडेंट
करोड़ों का निकला कमांडेंट
बीकानेर। श्रीगंगानगर में कार्यरत बोर्डर होमगार्ड के कार्यवाहक कमाण्डेंट सोहनलाल बिश्नोई के समतानगर में मकान पर सोमवार शाम भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने छापा मारा। एसीबी के अपर पुलिस अधीक्षक रविदत्त गौड़ ने बताया कि श्रीगंगानगर से 70 बोर्डर होमगार्ड के जवानों को अलवर में अवैध खनन-परिवहन पर अंकुश लगाने के लिए लगाया हुआ है।
सोमवार को एसीबी की अलवर टीम ने टपूकड़ा के पास आकस्मिक निरीक्षण किया तो इन जवानों से चार लाख 35 हजार रूपए मिले। इसी दौरान पता लगा कि बिश्नोई का बीकानेर में आवास है। यहां एसीबी को उनके समता नगर स्थित ई17 मकान की तलाशी के लिए भेजा गया। तलाशी का काम शाम को शुरू किया गया।
पॉश कॉलोनी में लिफ्ट लगे इस आलीशान मकान में सीसी टीवी कैमरे भी लगे है। मकान आधुनिक सुविधाओं से सुसçज्जत है। उन्होंने बताया कि बिश्नोई ने यह मकान पिछले साल ही बनवाया था। यहां वे पत्नी, दो पुत्र व पुत्रवधुओं के साछ वे रहते हैं। मूल रूप से रायसिंहनगर निवासी सोहनलाल बिश्नोई की सेवानिवृति में करीह 6 माह शेष्ा है। श्रीगंगानगर में उनका पदस्थापन कुछ माह पूर्व ही हुआ था। बीकानेर में सिविल डिफेंस के डिप्टी कंट्रोलर का अतिरिक्त चार्ज भी उनके पास है।
छत पर फेंके ढाई लाख
सीसी टीवी कैमरे से एसीबी टीम के आने का पता चलने पर परिजनों में खलबली मच गई। उन्होंने ढाई लाख के नोटों की गडि्डयां बैग में डाल कर मकान की छत पर फेंक दी,हांलाकि ब्यूरो की टीम ने इसे भी बरामद कर लिया।
यह मिला
कमांडेंट के घर में तलाशी के दौरान एसीबी की टीम को ढाई लाख नगद, लगभग पौन किलो सोना, तीन सौ पच्चीस ग्राम चांदी, स्विफ्ट कार, अम्बेडकर सर्किल के पास एक बीघा जमीन और उदयरामसर गांव में कृçष्ा भूमि के कागजात मिले हैं। आधा दर्जन बैंकों की पास बुक व निवेश के अन्य दस्तावेज भी हैं।
रह गए भौचक्के
समतानगर में कमांडेंट के घर पर एसीबी की कार्रवाई की देख कर लोग भौचक्के नजर आए। लोग दूर से ही मकान पर नजरें गड़ाए रहे चर्चा करते रहे। अपर पुलिस अधीक्षक गौड़ के साथ उप अधीक्षक बचनसिंह मीणा, हवलदार खमाणसिंह, हंसराज, रामप्रताप, बीछवाल थाने के एएसआई रामनिवास, लेडी कांस्टेबल व अन्य सिपाही मकान के एक-एक कोने की तलाशी ले रहे थे। इससे बिश्नोई के परिवार वालों में झुंझलाहट हो रही थी वहीं कार्रवाई में लगी टीम का कौतूहल बढ रहा था। समतानगर निवासी भी उत्सुकता से मकान में चल रही कार्रवाई के बारे में जानकारी ले रहे थे। सोना-चांदी का वजन लेने अधिकृत सुनार को बुलाया गया तब भी उत्सुकता से लोग देख रहे थे।
मुझे साजिश के तहत फंसाया
कार्यवाहक कमाण्डेंट बिश्नोई ने कहा कि उन्हें साजिश के तहत फंसाया जा रहा है। वष्ाü 1973 में होमगार्ड में सिपाही के तौर पर वह इस सेवा में आए थे। विभाग के ही एक अधिकारी से उनकी अदावत चल रही है जो यह सब करा रहे हैं। अलवर में उनकी कंपनी के जवानों से रकम मिलने की बात पर कहा कि उन्हें जानकारी नहीं है।
बीकानेर। श्रीगंगानगर में कार्यरत बोर्डर होमगार्ड के कार्यवाहक कमाण्डेंट सोहनलाल बिश्नोई के समतानगर में मकान पर सोमवार शाम भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने छापा मारा। एसीबी के अपर पुलिस अधीक्षक रविदत्त गौड़ ने बताया कि श्रीगंगानगर से 70 बोर्डर होमगार्ड के जवानों को अलवर में अवैध खनन-परिवहन पर अंकुश लगाने के लिए लगाया हुआ है।
सोमवार को एसीबी की अलवर टीम ने टपूकड़ा के पास आकस्मिक निरीक्षण किया तो इन जवानों से चार लाख 35 हजार रूपए मिले। इसी दौरान पता लगा कि बिश्नोई का बीकानेर में आवास है। यहां एसीबी को उनके समता नगर स्थित ई17 मकान की तलाशी के लिए भेजा गया। तलाशी का काम शाम को शुरू किया गया।
पॉश कॉलोनी में लिफ्ट लगे इस आलीशान मकान में सीसी टीवी कैमरे भी लगे है। मकान आधुनिक सुविधाओं से सुसçज्जत है। उन्होंने बताया कि बिश्नोई ने यह मकान पिछले साल ही बनवाया था। यहां वे पत्नी, दो पुत्र व पुत्रवधुओं के साछ वे रहते हैं। मूल रूप से रायसिंहनगर निवासी सोहनलाल बिश्नोई की सेवानिवृति में करीह 6 माह शेष्ा है। श्रीगंगानगर में उनका पदस्थापन कुछ माह पूर्व ही हुआ था। बीकानेर में सिविल डिफेंस के डिप्टी कंट्रोलर का अतिरिक्त चार्ज भी उनके पास है।
छत पर फेंके ढाई लाख
सीसी टीवी कैमरे से एसीबी टीम के आने का पता चलने पर परिजनों में खलबली मच गई। उन्होंने ढाई लाख के नोटों की गडि्डयां बैग में डाल कर मकान की छत पर फेंक दी,हांलाकि ब्यूरो की टीम ने इसे भी बरामद कर लिया।
यह मिला
कमांडेंट के घर में तलाशी के दौरान एसीबी की टीम को ढाई लाख नगद, लगभग पौन किलो सोना, तीन सौ पच्चीस ग्राम चांदी, स्विफ्ट कार, अम्बेडकर सर्किल के पास एक बीघा जमीन और उदयरामसर गांव में कृçष्ा भूमि के कागजात मिले हैं। आधा दर्जन बैंकों की पास बुक व निवेश के अन्य दस्तावेज भी हैं।
रह गए भौचक्के
समतानगर में कमांडेंट के घर पर एसीबी की कार्रवाई की देख कर लोग भौचक्के नजर आए। लोग दूर से ही मकान पर नजरें गड़ाए रहे चर्चा करते रहे। अपर पुलिस अधीक्षक गौड़ के साथ उप अधीक्षक बचनसिंह मीणा, हवलदार खमाणसिंह, हंसराज, रामप्रताप, बीछवाल थाने के एएसआई रामनिवास, लेडी कांस्टेबल व अन्य सिपाही मकान के एक-एक कोने की तलाशी ले रहे थे। इससे बिश्नोई के परिवार वालों में झुंझलाहट हो रही थी वहीं कार्रवाई में लगी टीम का कौतूहल बढ रहा था। समतानगर निवासी भी उत्सुकता से मकान में चल रही कार्रवाई के बारे में जानकारी ले रहे थे। सोना-चांदी का वजन लेने अधिकृत सुनार को बुलाया गया तब भी उत्सुकता से लोग देख रहे थे।
मुझे साजिश के तहत फंसाया
कार्यवाहक कमाण्डेंट बिश्नोई ने कहा कि उन्हें साजिश के तहत फंसाया जा रहा है। वष्ाü 1973 में होमगार्ड में सिपाही के तौर पर वह इस सेवा में आए थे। विभाग के ही एक अधिकारी से उनकी अदावत चल रही है जो यह सब करा रहे हैं। अलवर में उनकी कंपनी के जवानों से रकम मिलने की बात पर कहा कि उन्हें जानकारी नहीं है।
सदस्यता लें
संदेश (Atom)