नई दिल्ली. दुनिया का सबसे ताकवर देश अमेरिका जहां नया राष्ट्रपति चुन रहा है, वहीं भारत की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी भाजपा को नया अध्यक्ष चुनना पड़ सकता है।
भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। गडकरी के खिलाफ पार्टी में बगावत के सुर तेज हो गए हैं। अध्यक्ष पद को लेकर बीजेपी के भीतर मंथन तेज हो गया है। सियासी पारा चढ़ने के साथ ही सुषमा स्वराज और नितिन गडकरी की मुलाकात हुई है। सुषमा से पहले अरुण जेटली से मिलने वाले गडकरी आज ही लाल कृष्ण आडवाणी से भी मिलने वाले हैं। आडवाणी के घर भाजपा की कोर कमेटी की बैठक है।
इसी बीच विवेकानंद की तुलना दाऊद इब्राहिम से करने वाले बयान पर गडकरी ने लिखित बयान जारी कर माफी मांग ली है। गडकरी ने अपने बयान में कहा है कि उन्होंने विवेकानंद की दाऊद से तुलना नहीं की थी लेकिन फिर भी किसी की भावनाएं आहत हुईं हैं तो वो माफी मांगते हैं।
वहीं टीवी रिपोर्टों के मुताबिक सुषमा ने गडकरी से साफ साफ कह दिया है कि भ्रष्टाचार के आरोपों पर पार्टी अब और उनका बचाव नहीं कर सकती है। माना जा रहा है कि सुषमा ने गडकरी से कहा कि पार्टी के सबसे बुजुर्ग और बुद्धिमान शख्स को अध्यक्ष पद बनाया जाना चाहिए। ऐसे में सुषमा ने इसके संकेत दिए कि यदि गडकरी हटते हैं तो आडवाणी को पार्टी का नया अध्यक्ष बनाया जा सकता है। हालांकि सुषमा ने ट्वीट कर कहा, 'मीडिया में आ रही यह खबर बिल्कुल गलत है कि मैं नितिन गडकरी का समर्थन नहीं कर रही हूं। मैंने हमेशा उनका समर्थन किया है और आज भी इसे दोहराती हूं।'
बेटे महेश जेठमलानी के इस्तीफे के बाद बाद अब खुद राम जेठमलानी भी गडकरी के खिलाफ खुलकर मैदान में आ गए हैं। सीनियर बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद जेठमलानी ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि जसवंत सिंह, यशवंत सिंह और शत्रुघ्न सिन्हा भी गडकरी के इस्तीफे की मांग में उनके साथ हैं।
जेठमलानी के मुताबिक लंदन में उन्होंने गडकरी के मसले पर आरएसएस नेता गुरुमूर्ति से बात की तो उन्होंने शांत रहने के लिए कहा था, लेकिन जब वह दिल्ली लौटे तो गुरुमूर्ति से उनकी मुलाकात ही नहीं हो सकी। उन्होंने कहा, 'मुझे लगा था कि गडकरी अपने आप इस्तीफा दे देंगे, लेकिन वह ऐसा नहीं कर रहे हैं।'
राम जेठमलानी का कहना है कि गडकरी कभी भी कोई वादा नहीं निभाते हैं। उनके मुताबिक, 'बहुत पहले उन्होंने मुझसे मिलने का वादा किया था लेकिन आज तक नहीं मिले।' राम जेठमलानी का कहना है विवेकानंद पर गडकरी के दिए गए बयान के बाद हम उनसे कोई संबंध नहीं रखना चाहते हैं। उनके बेटे महेश जेठमलानी ने भी सोमवार को गडकरी के खिलाफ खुले आम बगावत की थी।सूत्रों का कहना है कि भाजपा के वरिष्ठ नेता जसवंत सिंह और यशवंत सिन्हा की संघ विचारक गुरुमूर्ति के दो घंटे लंबी बातचीत हुई है। बातचीत ऐसे वक्त में हुई, जब कुछ वक्त पहले ही एक चैनल को दिए साक्षात्कार में राम जेठमलानी ने इस बात का खुलासा किया था कि पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेता गडकरी को हटाना चाहते हैं। भाजपा में चल रहे विवाद पर पार्टी की प्रवक्ता निर्मला सीतारमन का कहना है कि मैं नहीं जानती हूं कि क्या हो रहा है। लेकिन जैसे ही पार्टी कोई फैसला लेगी, मीडिया को सूचित कर दिया जाएगा।
बीजेपी नेता विनय कटियार ने कहा कि जेठमलानी के बयानों का कोई महत्व नहीं है इसलिए उन्हें कोई तवज्जो नहीं दी जानी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि नितिन गडकरी के मसले पर बीजेपी में किसी तरह का असंतोष नहीं है।
दूसरी ओर, भाजपा के विवाद पर कांग्रेस महासचिव दिग्गविजय सिंह ने अब चुप्पी साध ली है। उनका कहना है कि यह भाजपा का अंदरुनी मसला है। इसके बारे में मैं कुछ नहीं जानता।
भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। गडकरी के खिलाफ पार्टी में बगावत के सुर तेज हो गए हैं। अध्यक्ष पद को लेकर बीजेपी के भीतर मंथन तेज हो गया है। सियासी पारा चढ़ने के साथ ही सुषमा स्वराज और नितिन गडकरी की मुलाकात हुई है। सुषमा से पहले अरुण जेटली से मिलने वाले गडकरी आज ही लाल कृष्ण आडवाणी से भी मिलने वाले हैं। आडवाणी के घर भाजपा की कोर कमेटी की बैठक है।
इसी बीच विवेकानंद की तुलना दाऊद इब्राहिम से करने वाले बयान पर गडकरी ने लिखित बयान जारी कर माफी मांग ली है। गडकरी ने अपने बयान में कहा है कि उन्होंने विवेकानंद की दाऊद से तुलना नहीं की थी लेकिन फिर भी किसी की भावनाएं आहत हुईं हैं तो वो माफी मांगते हैं।
वहीं टीवी रिपोर्टों के मुताबिक सुषमा ने गडकरी से साफ साफ कह दिया है कि भ्रष्टाचार के आरोपों पर पार्टी अब और उनका बचाव नहीं कर सकती है। माना जा रहा है कि सुषमा ने गडकरी से कहा कि पार्टी के सबसे बुजुर्ग और बुद्धिमान शख्स को अध्यक्ष पद बनाया जाना चाहिए। ऐसे में सुषमा ने इसके संकेत दिए कि यदि गडकरी हटते हैं तो आडवाणी को पार्टी का नया अध्यक्ष बनाया जा सकता है। हालांकि सुषमा ने ट्वीट कर कहा, 'मीडिया में आ रही यह खबर बिल्कुल गलत है कि मैं नितिन गडकरी का समर्थन नहीं कर रही हूं। मैंने हमेशा उनका समर्थन किया है और आज भी इसे दोहराती हूं।'
बेटे महेश जेठमलानी के इस्तीफे के बाद बाद अब खुद राम जेठमलानी भी गडकरी के खिलाफ खुलकर मैदान में आ गए हैं। सीनियर बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद जेठमलानी ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि जसवंत सिंह, यशवंत सिंह और शत्रुघ्न सिन्हा भी गडकरी के इस्तीफे की मांग में उनके साथ हैं।
जेठमलानी के मुताबिक लंदन में उन्होंने गडकरी के मसले पर आरएसएस नेता गुरुमूर्ति से बात की तो उन्होंने शांत रहने के लिए कहा था, लेकिन जब वह दिल्ली लौटे तो गुरुमूर्ति से उनकी मुलाकात ही नहीं हो सकी। उन्होंने कहा, 'मुझे लगा था कि गडकरी अपने आप इस्तीफा दे देंगे, लेकिन वह ऐसा नहीं कर रहे हैं।'
राम जेठमलानी का कहना है कि गडकरी कभी भी कोई वादा नहीं निभाते हैं। उनके मुताबिक, 'बहुत पहले उन्होंने मुझसे मिलने का वादा किया था लेकिन आज तक नहीं मिले।' राम जेठमलानी का कहना है विवेकानंद पर गडकरी के दिए गए बयान के बाद हम उनसे कोई संबंध नहीं रखना चाहते हैं। उनके बेटे महेश जेठमलानी ने भी सोमवार को गडकरी के खिलाफ खुले आम बगावत की थी।सूत्रों का कहना है कि भाजपा के वरिष्ठ नेता जसवंत सिंह और यशवंत सिन्हा की संघ विचारक गुरुमूर्ति के दो घंटे लंबी बातचीत हुई है। बातचीत ऐसे वक्त में हुई, जब कुछ वक्त पहले ही एक चैनल को दिए साक्षात्कार में राम जेठमलानी ने इस बात का खुलासा किया था कि पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेता गडकरी को हटाना चाहते हैं। भाजपा में चल रहे विवाद पर पार्टी की प्रवक्ता निर्मला सीतारमन का कहना है कि मैं नहीं जानती हूं कि क्या हो रहा है। लेकिन जैसे ही पार्टी कोई फैसला लेगी, मीडिया को सूचित कर दिया जाएगा।
बीजेपी नेता विनय कटियार ने कहा कि जेठमलानी के बयानों का कोई महत्व नहीं है इसलिए उन्हें कोई तवज्जो नहीं दी जानी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि नितिन गडकरी के मसले पर बीजेपी में किसी तरह का असंतोष नहीं है।
दूसरी ओर, भाजपा के विवाद पर कांग्रेस महासचिव दिग्गविजय सिंह ने अब चुप्पी साध ली है। उनका कहना है कि यह भाजपा का अंदरुनी मसला है। इसके बारे में मैं कुछ नहीं जानता।
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