करोड़ों का निकला कमांडेंट
बीकानेर। श्रीगंगानगर में कार्यरत बोर्डर होमगार्ड के कार्यवाहक कमाण्डेंट सोहनलाल बिश्नोई के समतानगर में मकान पर सोमवार शाम भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने छापा मारा। एसीबी के अपर पुलिस अधीक्षक रविदत्त गौड़ ने बताया कि श्रीगंगानगर से 70 बोर्डर होमगार्ड के जवानों को अलवर में अवैध खनन-परिवहन पर अंकुश लगाने के लिए लगाया हुआ है।
सोमवार को एसीबी की अलवर टीम ने टपूकड़ा के पास आकस्मिक निरीक्षण किया तो इन जवानों से चार लाख 35 हजार रूपए मिले। इसी दौरान पता लगा कि बिश्नोई का बीकानेर में आवास है। यहां एसीबी को उनके समता नगर स्थित ई17 मकान की तलाशी के लिए भेजा गया। तलाशी का काम शाम को शुरू किया गया।
पॉश कॉलोनी में लिफ्ट लगे इस आलीशान मकान में सीसी टीवी कैमरे भी लगे है। मकान आधुनिक सुविधाओं से सुसçज्जत है। उन्होंने बताया कि बिश्नोई ने यह मकान पिछले साल ही बनवाया था। यहां वे पत्नी, दो पुत्र व पुत्रवधुओं के साछ वे रहते हैं। मूल रूप से रायसिंहनगर निवासी सोहनलाल बिश्नोई की सेवानिवृति में करीह 6 माह शेष्ा है। श्रीगंगानगर में उनका पदस्थापन कुछ माह पूर्व ही हुआ था। बीकानेर में सिविल डिफेंस के डिप्टी कंट्रोलर का अतिरिक्त चार्ज भी उनके पास है।
छत पर फेंके ढाई लाख
सीसी टीवी कैमरे से एसीबी टीम के आने का पता चलने पर परिजनों में खलबली मच गई। उन्होंने ढाई लाख के नोटों की गडि्डयां बैग में डाल कर मकान की छत पर फेंक दी,हांलाकि ब्यूरो की टीम ने इसे भी बरामद कर लिया।
यह मिला
कमांडेंट के घर में तलाशी के दौरान एसीबी की टीम को ढाई लाख नगद, लगभग पौन किलो सोना, तीन सौ पच्चीस ग्राम चांदी, स्विफ्ट कार, अम्बेडकर सर्किल के पास एक बीघा जमीन और उदयरामसर गांव में कृçष्ा भूमि के कागजात मिले हैं। आधा दर्जन बैंकों की पास बुक व निवेश के अन्य दस्तावेज भी हैं।
रह गए भौचक्के
समतानगर में कमांडेंट के घर पर एसीबी की कार्रवाई की देख कर लोग भौचक्के नजर आए। लोग दूर से ही मकान पर नजरें गड़ाए रहे चर्चा करते रहे। अपर पुलिस अधीक्षक गौड़ के साथ उप अधीक्षक बचनसिंह मीणा, हवलदार खमाणसिंह, हंसराज, रामप्रताप, बीछवाल थाने के एएसआई रामनिवास, लेडी कांस्टेबल व अन्य सिपाही मकान के एक-एक कोने की तलाशी ले रहे थे। इससे बिश्नोई के परिवार वालों में झुंझलाहट हो रही थी वहीं कार्रवाई में लगी टीम का कौतूहल बढ रहा था। समतानगर निवासी भी उत्सुकता से मकान में चल रही कार्रवाई के बारे में जानकारी ले रहे थे। सोना-चांदी का वजन लेने अधिकृत सुनार को बुलाया गया तब भी उत्सुकता से लोग देख रहे थे।
मुझे साजिश के तहत फंसाया
कार्यवाहक कमाण्डेंट बिश्नोई ने कहा कि उन्हें साजिश के तहत फंसाया जा रहा है। वष्ाü 1973 में होमगार्ड में सिपाही के तौर पर वह इस सेवा में आए थे। विभाग के ही एक अधिकारी से उनकी अदावत चल रही है जो यह सब करा रहे हैं। अलवर में उनकी कंपनी के जवानों से रकम मिलने की बात पर कहा कि उन्हें जानकारी नहीं है।
बीकानेर। श्रीगंगानगर में कार्यरत बोर्डर होमगार्ड के कार्यवाहक कमाण्डेंट सोहनलाल बिश्नोई के समतानगर में मकान पर सोमवार शाम भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने छापा मारा। एसीबी के अपर पुलिस अधीक्षक रविदत्त गौड़ ने बताया कि श्रीगंगानगर से 70 बोर्डर होमगार्ड के जवानों को अलवर में अवैध खनन-परिवहन पर अंकुश लगाने के लिए लगाया हुआ है।
सोमवार को एसीबी की अलवर टीम ने टपूकड़ा के पास आकस्मिक निरीक्षण किया तो इन जवानों से चार लाख 35 हजार रूपए मिले। इसी दौरान पता लगा कि बिश्नोई का बीकानेर में आवास है। यहां एसीबी को उनके समता नगर स्थित ई17 मकान की तलाशी के लिए भेजा गया। तलाशी का काम शाम को शुरू किया गया।
पॉश कॉलोनी में लिफ्ट लगे इस आलीशान मकान में सीसी टीवी कैमरे भी लगे है। मकान आधुनिक सुविधाओं से सुसçज्जत है। उन्होंने बताया कि बिश्नोई ने यह मकान पिछले साल ही बनवाया था। यहां वे पत्नी, दो पुत्र व पुत्रवधुओं के साछ वे रहते हैं। मूल रूप से रायसिंहनगर निवासी सोहनलाल बिश्नोई की सेवानिवृति में करीह 6 माह शेष्ा है। श्रीगंगानगर में उनका पदस्थापन कुछ माह पूर्व ही हुआ था। बीकानेर में सिविल डिफेंस के डिप्टी कंट्रोलर का अतिरिक्त चार्ज भी उनके पास है।
छत पर फेंके ढाई लाख
सीसी टीवी कैमरे से एसीबी टीम के आने का पता चलने पर परिजनों में खलबली मच गई। उन्होंने ढाई लाख के नोटों की गडि्डयां बैग में डाल कर मकान की छत पर फेंक दी,हांलाकि ब्यूरो की टीम ने इसे भी बरामद कर लिया।
यह मिला
कमांडेंट के घर में तलाशी के दौरान एसीबी की टीम को ढाई लाख नगद, लगभग पौन किलो सोना, तीन सौ पच्चीस ग्राम चांदी, स्विफ्ट कार, अम्बेडकर सर्किल के पास एक बीघा जमीन और उदयरामसर गांव में कृçष्ा भूमि के कागजात मिले हैं। आधा दर्जन बैंकों की पास बुक व निवेश के अन्य दस्तावेज भी हैं।
रह गए भौचक्के
समतानगर में कमांडेंट के घर पर एसीबी की कार्रवाई की देख कर लोग भौचक्के नजर आए। लोग दूर से ही मकान पर नजरें गड़ाए रहे चर्चा करते रहे। अपर पुलिस अधीक्षक गौड़ के साथ उप अधीक्षक बचनसिंह मीणा, हवलदार खमाणसिंह, हंसराज, रामप्रताप, बीछवाल थाने के एएसआई रामनिवास, लेडी कांस्टेबल व अन्य सिपाही मकान के एक-एक कोने की तलाशी ले रहे थे। इससे बिश्नोई के परिवार वालों में झुंझलाहट हो रही थी वहीं कार्रवाई में लगी टीम का कौतूहल बढ रहा था। समतानगर निवासी भी उत्सुकता से मकान में चल रही कार्रवाई के बारे में जानकारी ले रहे थे। सोना-चांदी का वजन लेने अधिकृत सुनार को बुलाया गया तब भी उत्सुकता से लोग देख रहे थे।
मुझे साजिश के तहत फंसाया
कार्यवाहक कमाण्डेंट बिश्नोई ने कहा कि उन्हें साजिश के तहत फंसाया जा रहा है। वष्ाü 1973 में होमगार्ड में सिपाही के तौर पर वह इस सेवा में आए थे। विभाग के ही एक अधिकारी से उनकी अदावत चल रही है जो यह सब करा रहे हैं। अलवर में उनकी कंपनी के जवानों से रकम मिलने की बात पर कहा कि उन्हें जानकारी नहीं है।
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