पूर्व कलक्टर के नाम से दो लाख ठगे
सीकर। नौकरी दिलाने का झांसा देकर किसी ने पूर्व जिला कलक्टर बी एल जैमन के नाम से फोन कर अपर जिला कलक्टर के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी शंकरलाल सैनी से दो लाख रूपए ठग लिए। रूपए देने के बाद भी नौकरी नहीं मिली तो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ने जैमन से उनके आवास पर सम्पर्क किया तो ठगी का खुलासा हुआ। इस संबंध में पीडित बुधवार को जयपुर में ठगी का मामला दर्ज कराएगा।
जयपुर बुलाया
शंकरलाल सैनी ने बताया कि उसके मोबाइल पर 16 अक्टूबर को बी एल जैमन के नाम से फोन आया और फोन करने वाले ने उसके बेटे को नौकरी दिलाने की बात कहीं तथा दो लाख रूपए की मांग की। उसने शंकर को उसके बेटे को दिल्ली में कस्टम विभाग में नौकरी लगाने के लिए आवेदन पत्र भेज दिया तथा जयपुर बुलाया।
इस पर 22 अक्टूबर को शंकर आवेदन पत्र लेकर अपने बेटे के साथ जयपुर चला गया। जयपुर बस स्टैण्ड पर फोन करने वाले ने आवेदन पत्र व दो लाख रूपए लिफाफे में पैक कर एक होटल में देने के लिए कहा। इस पर शंकर ने होटल के प्रबंधक को राशि व आवेदन का लिफाफा दे दिया बाद में शंकर ने जैमन से सम्पर्क किया तो उन्होंने इस तरह की किसी भी बात से इंकार किया। इस वाकये के सामने आने के बाद कलक्ट्रेट के करीब 15 कर्मचारियों ने भी इसी तरह से पूर्व जिला कलक्टर के नाम से मोबाइल आने की जानकारी दी। जिनमें से अधिकतर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी शामिल है।
सीकर। नौकरी दिलाने का झांसा देकर किसी ने पूर्व जिला कलक्टर बी एल जैमन के नाम से फोन कर अपर जिला कलक्टर के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी शंकरलाल सैनी से दो लाख रूपए ठग लिए। रूपए देने के बाद भी नौकरी नहीं मिली तो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ने जैमन से उनके आवास पर सम्पर्क किया तो ठगी का खुलासा हुआ। इस संबंध में पीडित बुधवार को जयपुर में ठगी का मामला दर्ज कराएगा।
जयपुर बुलाया
शंकरलाल सैनी ने बताया कि उसके मोबाइल पर 16 अक्टूबर को बी एल जैमन के नाम से फोन आया और फोन करने वाले ने उसके बेटे को नौकरी दिलाने की बात कहीं तथा दो लाख रूपए की मांग की। उसने शंकर को उसके बेटे को दिल्ली में कस्टम विभाग में नौकरी लगाने के लिए आवेदन पत्र भेज दिया तथा जयपुर बुलाया।
इस पर 22 अक्टूबर को शंकर आवेदन पत्र लेकर अपने बेटे के साथ जयपुर चला गया। जयपुर बस स्टैण्ड पर फोन करने वाले ने आवेदन पत्र व दो लाख रूपए लिफाफे में पैक कर एक होटल में देने के लिए कहा। इस पर शंकर ने होटल के प्रबंधक को राशि व आवेदन का लिफाफा दे दिया बाद में शंकर ने जैमन से सम्पर्क किया तो उन्होंने इस तरह की किसी भी बात से इंकार किया। इस वाकये के सामने आने के बाद कलक्ट्रेट के करीब 15 कर्मचारियों ने भी इसी तरह से पूर्व जिला कलक्टर के नाम से मोबाइल आने की जानकारी दी। जिनमें से अधिकतर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी शामिल है।