भारत-पाक क्रिकेट सीरीज को हरी झंडी
नई दिल्ली। केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने पाकिस्तान क्रिकेट टीम के दिसंबर-जनवरी में भारत के संक्षिप्त दौरे को मंगलवार को मंजूरी दी जिससे दोनों देशों के बीच क्रिकेट संबंध बहाल होने का रास्ता साफ हो गया। गृह मंत्रालय और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अधिकारियों के बीच मंगलवार को यहां हुई बैठक में यह मंजूरी दी गई। पाकिस्तानी टीम को तीन वनडे और दो टवंटी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने के लिए 22 दिसंबर को भारत दौरे पर आना है।
बीसीसीआई के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी रत्नाकर शेट्टी, उपाध्यक्ष और आईपीएल अध्यक्ष राजीव शुक्ला तथा मुख्य कार्यकारी सुंदर रमन ने यहां केन्द्रीय गृह सचिव आरके सिंह से मुलाकात कर इस दौरे के पहलुओं पर चर्चा की। शुक्ला ने बैठक के बाद बताया कि पहला मैच 25 दिसंबर को दिल्ली में खेला जाएगा। उन्होंने बताया कि दो सप्ताह के इस दौरे में तीन वनडे और दो टवंटी-20 मैच खेले जाने हैं। दोनों देशों के बीच 2007 के बाद यह पहली द्विपक्षीय सीरीज होगी। पाकिस्तान ने 2007 के अंत में भारत का दौरा किया था। वनडे मैच दिल्ली, कोलकाता और चेन्नई में होंगे जबकि बेंगलूरू और अहमदाबाद दो टवंटी-20 मैचों की मेजबानी करेंगे।
शुक्ला ने केन्द्रीय गृह सचिव आर के सिंह से मुलाकात कर इस दौरे के बारे में चर्चा की थी। शुक्ला ने कहा कि गृह मंत्रालय ने इस दौरे के सभी पहलुओं पर विचार करने के बाद दौरे को अपनी मंजूरी दे दी है और पाकिस्तानी टीम 22 दिसंबर को भारत पहुंचेंगी। शुक्ला और गृह सचिव ने सुरक्षा के मुद्दों पर भी चर्चा की। गृह मंत्रालय ने बीसीसीआई को इस सीरीज के दौरान स्थल और खिलाडियों को पूरी सुरक्षा देने का आश्वासन दिया।
इस वर्ष जून में बीसीसीआई और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड द्विपक्षीय सीरीज शुरू करने को लेकर सैद्धांतिक रूप से सहमत हुए थे। पीसीबी इसके बाद से लगातार कोशिशों में जुटा रहा था कि दोनों देशों के बीच किसी तरह क्रिकेट संबंध बहाल हो जाएं। भारत और पाकिस्तान के बीच नंबवर 2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमलों के बाद से क्रिकेट संबंध टूटे हुए हैं। हालांकि एकदिवसीय विश्वकप और ट्वंटी-20 विश्वकप में दोनों टीमों के बीच मुकाबले हुए हैं। गत वर्ष पाकिस्तानी टीम ने मोहाली में भारत के खिलाफ एकदिवसीय विश्वकप का सेमीफाइनल खेला था जबकि इस वर्ष बांग्लादेश में एशिया कप और हाल में श्रीलंका में ट्वंटी-20 विश्वकप से पहले दोनों टीमें अभ्यास मैच में और फिर सुपर आठ दौर में भिड़ी थीं।
बीसीसीआई ने पाकिस्तानी की घरेलू ट्वंटी-20 चैंपियन टीम सियालकोट स्टैलियंस को दक्षिण अफ्रीका में चैंपियंस लीग में खेलने की मंजूरी दी थी जिससे दोनों देशों के बीच क्रिकेट संबंध बहाल होने की दिशा में खासी प्रगति हुई थी। अब तो पाकिस्तानी टीम के भारत दौरे का रास्ता ही साफ हो गया है। भारत दौरे पर आई इंग्लैंड टीम टेस्ट सीरीज के बाद क्रिसमस और नए वर्ष की छुियों के लिए स्वदेश लौटेगी और वनडे सीरीज खेलने जनवरी में भारत आएगी। इस दौरान जो अंतराल मिला है बीसीसीआई ने उस मौके का पूरा फायदा उठाते हुए पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय सीरीज रखकर एक तरह से जैकपाट पर हाथ साफ कर दिया है।
नई दिल्ली। केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने पाकिस्तान क्रिकेट टीम के दिसंबर-जनवरी में भारत के संक्षिप्त दौरे को मंगलवार को मंजूरी दी जिससे दोनों देशों के बीच क्रिकेट संबंध बहाल होने का रास्ता साफ हो गया। गृह मंत्रालय और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अधिकारियों के बीच मंगलवार को यहां हुई बैठक में यह मंजूरी दी गई। पाकिस्तानी टीम को तीन वनडे और दो टवंटी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने के लिए 22 दिसंबर को भारत दौरे पर आना है।
बीसीसीआई के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी रत्नाकर शेट्टी, उपाध्यक्ष और आईपीएल अध्यक्ष राजीव शुक्ला तथा मुख्य कार्यकारी सुंदर रमन ने यहां केन्द्रीय गृह सचिव आरके सिंह से मुलाकात कर इस दौरे के पहलुओं पर चर्चा की। शुक्ला ने बैठक के बाद बताया कि पहला मैच 25 दिसंबर को दिल्ली में खेला जाएगा। उन्होंने बताया कि दो सप्ताह के इस दौरे में तीन वनडे और दो टवंटी-20 मैच खेले जाने हैं। दोनों देशों के बीच 2007 के बाद यह पहली द्विपक्षीय सीरीज होगी। पाकिस्तान ने 2007 के अंत में भारत का दौरा किया था। वनडे मैच दिल्ली, कोलकाता और चेन्नई में होंगे जबकि बेंगलूरू और अहमदाबाद दो टवंटी-20 मैचों की मेजबानी करेंगे।
शुक्ला ने केन्द्रीय गृह सचिव आर के सिंह से मुलाकात कर इस दौरे के बारे में चर्चा की थी। शुक्ला ने कहा कि गृह मंत्रालय ने इस दौरे के सभी पहलुओं पर विचार करने के बाद दौरे को अपनी मंजूरी दे दी है और पाकिस्तानी टीम 22 दिसंबर को भारत पहुंचेंगी। शुक्ला और गृह सचिव ने सुरक्षा के मुद्दों पर भी चर्चा की। गृह मंत्रालय ने बीसीसीआई को इस सीरीज के दौरान स्थल और खिलाडियों को पूरी सुरक्षा देने का आश्वासन दिया।
इस वर्ष जून में बीसीसीआई और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड द्विपक्षीय सीरीज शुरू करने को लेकर सैद्धांतिक रूप से सहमत हुए थे। पीसीबी इसके बाद से लगातार कोशिशों में जुटा रहा था कि दोनों देशों के बीच किसी तरह क्रिकेट संबंध बहाल हो जाएं। भारत और पाकिस्तान के बीच नंबवर 2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमलों के बाद से क्रिकेट संबंध टूटे हुए हैं। हालांकि एकदिवसीय विश्वकप और ट्वंटी-20 विश्वकप में दोनों टीमों के बीच मुकाबले हुए हैं। गत वर्ष पाकिस्तानी टीम ने मोहाली में भारत के खिलाफ एकदिवसीय विश्वकप का सेमीफाइनल खेला था जबकि इस वर्ष बांग्लादेश में एशिया कप और हाल में श्रीलंका में ट्वंटी-20 विश्वकप से पहले दोनों टीमें अभ्यास मैच में और फिर सुपर आठ दौर में भिड़ी थीं।
बीसीसीआई ने पाकिस्तानी की घरेलू ट्वंटी-20 चैंपियन टीम सियालकोट स्टैलियंस को दक्षिण अफ्रीका में चैंपियंस लीग में खेलने की मंजूरी दी थी जिससे दोनों देशों के बीच क्रिकेट संबंध बहाल होने की दिशा में खासी प्रगति हुई थी। अब तो पाकिस्तानी टीम के भारत दौरे का रास्ता ही साफ हो गया है। भारत दौरे पर आई इंग्लैंड टीम टेस्ट सीरीज के बाद क्रिसमस और नए वर्ष की छुियों के लिए स्वदेश लौटेगी और वनडे सीरीज खेलने जनवरी में भारत आएगी। इस दौरान जो अंतराल मिला है बीसीसीआई ने उस मौके का पूरा फायदा उठाते हुए पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय सीरीज रखकर एक तरह से जैकपाट पर हाथ साफ कर दिया है।
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