बुधवार, 31 अक्तूबर 2012

सहम गए लोग, घरों से आए बाहर


सहम गए लोग, घरों से आए बाहर


10.52 मिनट पर गडग़ड़ाहट के साथ भूकंप के झटके किए महसूस, शहर व गांवों में भूकंप के झटके के बाद सड़क पर आए लोग

बाड़मेर कुछ लोग नींद में थे तो कुछ सोने की तैयारी में थे, लेकिन जैसे ही भूकंप का झटका आया सभी की नींद उड़ गई। सहमे लोग घरों से बाहर सड़क पर आ गए। करीब एक घंटे तक शहर की गलियों में भूंकप की ही चर्चा होती रही। किसी ने कहा कि 10 सैकंड तक धरती हिली तो किसी ने 20 सैकंड बताया। चर्चाओं के बीच हर व्यक्ति इतना भयभीत था कि बातों में ही रात काटना चाहता था। हर एक के मन में शंका थी कि कहीं फिर से भूंकप का झटका न आ जाए।

रात करीब 10 बजकर 52 मिनट पर जैसे ही गडग़ड़ाहट की आवाज के साथ धरती धूजी तो लोग दौड़ते हुए अपनों घरों से बाहर निकल आए। माजरा समझ में आता इससे पहले लोग सड़कों पर आ गए। शहर में एक बारगी तो अफरा-तफरी मच गई। वहीं गांवों में नींद में सो रहे लोग भूकंप के झटके महसूस होने के बाद बाहर निकल आए। पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 3.5 बताई जा रही है, लेकिन इससे ज्यादा नुकसान के समाचार नहीं है। कुछ मकानों में झटके से दरारें आ गई।

जिले के कई इलाकों में भूकंप से अफरा-तफरी का माहौल बन गया। लोग अपनों घरों से दौड़ते हुए बाहर निकल आए। इसके बाद फोन पर परिजनों व रिश्तेदारों से कुशलक्षेम पूछी। शहर में जैसे ही भूकंप के झटके महसूस हुए तो कोई खाना छोड़कर तो कोई नींद से उठकर बाहर दौड़ पड़ा। कुछ ही मिनट में भूकंप की खबर शहर में आग की तरफ फैल गई। हर जगह भूकंप को लेकर चर्चाएं चल रही थी। शहर की सड़कों पर जगह जगह भीड़ एकत्रित हो गई। हर कोई अपने जान पहचान के लोगों से भूकंप के बारे में फोन पर पता लगाते हुए नजर आए। देर रात तक लोग जागते रहे। बहु मंजिलों इमारतों में झटके जोरदार महसूस किए गए। मुख्य बाजार में स्थित एक बड़े शोरूम में झटके के बाद सारे लोग बाहर सड़क पर आ गए।

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