एडवोकेट राजेंद्र सिंह कंवरली राजस्थानी चिंतन परिषद् के बालोतरा अध्यक्ष
बुधवार, 3 अक्टूबर 2012
एडवोकेट राजेंद्र सिंह कंवरली राजस्थानी चिंतन परिषद् के बालोतरा अध्यक्ष
गुजरात में विकास की बुनियाद कांग्रेस पार्टी ने रखी
राजकोट मोदी के गढ़ में पहुंचीं सोनिया ने कहा कि बड़ी-बड़ी बातें तो बहुत लोग करते हैं, लेकिन गुजरात की उन्न्ाति के लिए जितना कांग्रेस ने किया, उतना किसी ने नहीं किया। लोग बेकार की बातें करते हैं, जिसके कारण अच्छी बातें सामने नहीं आ पाती हैं। उन्होंने कहा कि बापू के आदर्श ही कांग्रेस के आदर्श हैं। गुजरात में विकास की बुनियाद कांग्रेस पार्टी ने रखी। नर्मदा का पानी से लेकर रिफाइनरी तक कांग्रेस ने बनाई।
सोनिया ने कहा, 'मुझे दुख है कि सात साल में नर्मदा का पानी सौराष्ट्र में नहीं पहुंच सका। यहां किसानों की आत्महत्या भी हुई है। सूखे की वजह से फसलों को नुकसान हुआ है। मैं चाहती हूं कि राज्य सरकार जल्द से जल्द इनके बारे में जरूरी आंकड़े इकट्ठा कर केंद्र को भेजे, ताकि मदद भेजी जा सके।' सोनिया ने कहा कि हमें यहां के मछुआरों की समस्याओं का अंदाज है। हमारी सरकार इस पर गंभीर है। यहां तरक्की के लिए केंद्र सरकार सक्रिय है। शिक्षा से लेकर मूलभूत बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए हम गंभीर हैं। कांग्रेस को हमेशा यही विश्वास रहा है कि जब तक किसान और गांव की तरक्की उस गति से नहीं होती, जिस गति से शहरों में हो रही है, तब तक हम सही प्रगति नहीं कर सकते।सोनिया के भाषण में किसान, यूपीए सरकार और मोदी ही रहे। सोनिया ने मोदी का नाम लिए बिना उन पर निशाना साधा।
सोनिया ने महंगाई बढ़ाने के केंद्र सरकार पर लग रहे आरोपों का भी जवाब दिया। उन्होंने सरकार का बचाव करते हुए कहा कि सारी दुनिया भारी आर्थिक मंदी से जूझ रही है। हमें अपनी जरूरत के मुताबिक तेल बाहर से खरीदना पड़ता है। जो तेल 32 रुपए बैरल था, आज वह 140 रुपए हो गया है। बाहर इन चीजों की कीमत बढ़ती है तो हम पर भी असर पड़ता है। फिर भी केंद्र सरकार लोगों को राहत देने की दिशा में बढ़ रही है। उन्होंने मोदी सरकार पर निशाना साधते हु पूछा कि क्या इसमें राज्य सरकारों को भी अपनी भूमिका नहीं निभानी चाहिए? क्यों नहीं राज्य सरकारें वैट कम कर देती हैं। हमने अपनी पार्टी वाली राज्य सरकारों में यह कम किया है। यहां (गुजरात में) सबसे अधिक वैट है।
रिटेल में एफडीआई की मंजूरी क ा बचाव करते हुए सोनिया ने कहा कि किसानों को उनकी फसल का सही दाम मिलेगा। साथ में बिचौलियों से भी उन्हें राहत मिलेगी। सोनिया ने गुजरात सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य में महिलाएं भी सुरक्षित नहीं हैं। गुजरात में दलित अपना अधिकार मांगते हैं तो उन्हें गोली मिलती है।
भ्रष्टाचार के मसले पर सोनिया ने कहा कि यह भाजपा ही थी जिसने लोकपाल बिल को राज्य सभा में पास नहीं होने दिया। आखिर ये किस मुंह से भष्टाचार की बात करते हैं। ये लोग भष्टाचार के खिलाफ नहीं हैं, बल्कि सिर्फ हमारे विरोध में हैं।राजकोट में हुई सोनिया की इस सभा से पहले ही गुजरात में विधानसभा चुनाव के प्रचार अभियान पर निकले मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन पर निशाना साध कर माहौल गरमा दिया था। उन्होंने कहा था कि एक तरफ तो यूपीए सरकार सादगी की बात करती है और दूसरी तरफ सोनिया गांधी की विदेश यात्राओं में जनता की गाढ़ी कमाई के 1880 करोड़ रुपये फूंक दिए जाते हैं। मोदी के इस हमले का जवाब तमाम कांग्रेसियों ने दिया। सोनिया के सिपहसालार दिग्विजय सिंह ने तो यहां तक कह दिया कि नरेंद्र मोदी झूठ बोल रहे हैं और उन्हें आरएसएस ने यह झूठ बोलना सिखाया है।
पिछली बार गुजरात चुनाव के प्रचार के दौरान सोनिया गांधी ने मोदी को मौत का सौदागर कहा था। इसके बाद से मोदी लगातार सोनिया और राहुल पर हमला करते रहते हैं। हाल ही में उन्होंने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा था कि वह इंटरनेशनल लीडर हैं और इटली से भी चुनाव लड़ सकते हैं।
जैसलमेर/विशाक्त भोजन के 300 के करीब छात्र बीमार
विशाक्त भोजन के 300 के करीब छात्र बीमार
3अक्टूबर, जैसलमेर/
मनीष रामदेव
जैसलमेर जिला मुख्यालय से करीब 45 किलोमीटर दूर स्थित पर्यटक स्थल सम गांव में दिल्ली युनिवर्सिटी से घूमने आये करीब 300 छात्र विशाक्त भोजन का सेवन करने से बीमार पड गये जिन्ह
ें वहां स्थित सेना के जवानों द्वारा जिला मुख्यालय स्थित राजकीय चिकित्सालय लाया गया जहां पर अब उनका उपचार चल रहा है।
वीओ-दिल्ली यूनिवर्सिटी से ज्ञानोदय एक्सप्रेस रेल द्वारा कल जैसलमेर आये ये छात्र दोपहर में रेल्वे द्वारा प्रदान किये गये खाने के पैकेट लेकर तनोट माता के दर्शनों के लिये गये थे जहां पर दोपहर में इन छात्रों ने भोजन किया और भोजन करने के बाद एक के बाद एक बीमार पडना आरम्भ हो गये ऐसे में तनोट स्थित सेना चिकित्सकों ने इन्हें प्राथमिक उपचार देकर रवाना किया जहां से ये लोग सम गांव पहुंचे जहां पर इनके रूकने की व्यवस्था की गई थी लेकिन सम पहुंचने के बाद इन छात्रों की हालत और अधिक बिगडने लगी जिसके चलते सम स्थित सेना चिकित्सलय से चिकित्सकों को बुलवाया गया और इन बच्चों का इलाज किया गया लेकिन कुछ बच्चों की हालत बिगडते देख सेना चिकित्सा कर्मियों ने इन बच्चों को जिला मुख्यालय स्थित राजकीय जवाहिर चिकित्सालय रैफर किया गया जहां पर इतनी बडी सख्या में एकसाथ आये मरीजों के लिये चिकित्सालय के सामने पार्किंग स्थल पर बडा सा टेंट लगा कर व्यवस्था की गई है।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस व प्रशासन के अधिकारी भी तत्काल मौके पर पहुंचे व व्यवस्थाओं का जायजा लिया, बीमारों की मदद के लिये जैसलमेर के कई स्वयंसेवी संगठनों के लोग भी सामने आये जिन्होने जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंच कर बीमारों के उपचार में मदद की।
ें वहां स्थित सेना के जवानों द्वारा जिला मुख्यालय स्थित राजकीय चिकित्सालय लाया गया जहां पर अब उनका उपचार चल रहा है।
वीओ-दिल्ली यूनिवर्सिटी से ज्ञानोदय एक्सप्रेस रेल द्वारा कल जैसलमेर आये ये छात्र दोपहर में रेल्वे द्वारा प्रदान किये गये खाने के पैकेट लेकर तनोट माता के दर्शनों के लिये गये थे जहां पर दोपहर में इन छात्रों ने भोजन किया और भोजन करने के बाद एक के बाद एक बीमार पडना आरम्भ हो गये ऐसे में तनोट स्थित सेना चिकित्सकों ने इन्हें प्राथमिक उपचार देकर रवाना किया जहां से ये लोग सम गांव पहुंचे जहां पर इनके रूकने की व्यवस्था की गई थी लेकिन सम पहुंचने के बाद इन छात्रों की हालत और अधिक बिगडने लगी जिसके चलते सम स्थित सेना चिकित्सलय से चिकित्सकों को बुलवाया गया और इन बच्चों का इलाज किया गया लेकिन कुछ बच्चों की हालत बिगडते देख सेना चिकित्सा कर्मियों ने इन बच्चों को जिला मुख्यालय स्थित राजकीय जवाहिर चिकित्सालय रैफर किया गया जहां पर इतनी बडी सख्या में एकसाथ आये मरीजों के लिये चिकित्सालय के सामने पार्किंग स्थल पर बडा सा टेंट लगा कर व्यवस्था की गई है।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस व प्रशासन के अधिकारी भी तत्काल मौके पर पहुंचे व व्यवस्थाओं का जायजा लिया, बीमारों की मदद के लिये जैसलमेर के कई स्वयंसेवी संगठनों के लोग भी सामने आये जिन्होने जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंच कर बीमारों के उपचार में मदद की।
पीर शांतिनाथ को दी अंतिम विदाई देने उमड़े देश-विदेश के संत
जालोर.पीर शांतिनाथ महाराज को मंगलवार दोपहर सिरे मंदिर पर महासमाधि दी गई। इससे पूर्व तिलक द्वार के अंदर स्थित भैरूनाथ अखाड़े में उनकी पार्थिव देह को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। जहां हजारों भक्तों ने उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए। उनके अंतिम दर्शनों के लिए पूरा शहर आतुर दिखा।
उनके ब्रह्मलीन होने के समाचार से भक्त रात को ही सड़कों पर जमा होने लगे। जैसे ही उनकी पार्थिव देह यहां पहुंची हर आंख नम हो गई। जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया अखाड़े के बाहर भक्तों का सैलाब बढ़ता गया। जैसे ही संतों ने उनकी बैकुंठी मठ से बाहर निकाली हर किसी की आंखें आंसुओं से भर आई। उनकी अंतिम यात्रा में करीब 80 हजार भक्त शामिल हुए।
जगह-जगह हुई पुष्प वर्षा
पीरजी की बैकुंठी सुबह ग्यारह बजे रवाना हुई। रास्ते में हर जगह पुष्प वर्षा कर श्रद्धालुओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। सड़कों पर चारों ओर अपार जनसमूह था। घर दुकानों की छतों से लेकर जिसे जहां जगह मिली वह वहीं खड़ा रहा।
प्रदेश-देश के संत हुए शामिल
नाथजी की अंतिम यात्रा में राजस्थान के साथ अन्य प्रदेशों के संत भी शामिल हुए। गोल मठ महंत रावत भारती, थांवला महंत विष्णु भारती, राताडूंडा (नागौर) महंत मंगलनाथ, जागनाथ महंत गंगाभारती, पूनासा महंत बाबूगिरी महाराज, गजीपुरा महंत प्रेमभारती, रणुजा के प्रेमनाथ, रविधाम धानेरा (गुजरात) के महंत सत्यानंद महाराज, वालेरा महंत आशा भारती, धूणिया मठ महंत रघुनाथपुरी, लहरभारती कुटिया सायला के राजभारती महाराज, सिणली (बाड़मेर) के महंत शंकरभारती, महंत शीतलाईनाथ महाराज, मलकेश्वर मठ महंत सेवाभारती, लुर महंत शिवगिरी महाराज, मडवारिया (सिरोही) महंत तीर्थ गिरि, सिरोही के कैलाश भारती, आंबेश्वर के शंभुनाथ महाराज, शिकारपुरा महंत दयाराम महाराज, पालासनी जोधपुर महंत कैलाशनाथ, रेवानाथजी का अखाड़ा, सिरोही के लहरभारती, बुडेश्वर महादेव मंदिर सिरोही महंत लहर गिरि, सुखदेवपुरी, करड़ा महंत काशीनाथ, विधायक रामलाल मेघवाल, सांसद देवजी एम पटेल, पूर्व विधायक जोगेश्वर गर्ग, सिरोही के पूर्व नरेश रघुवीरसिंह, कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष समरजीत सिंह, दीपसिंह, रविंद्र सिंह बालावत, केएन भाटी, अनिल शर्मा, सत्यनारायण अग्रवाल, ग्रेनाइट एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेंद्रबालु अग्रवाल समेत ढाई सौ संत महात्मा और हजारों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।
दर्शनों के लिए भक्तों की लगी कतारें
अलसुबह चार बजे पीर शांतिनाथ महाराज की पार्थिव देह जब जालोर पहुंची तो यह खबर आग की तरह पूरे जालोर में फैल गई। इसके बाद उनके अंतिम दर्शनों के लिए लंबी कतार लग गई। बच्चे, महिलाएं व पुरुषों की एक किलोमीटर लंबी लाइन लगी हुई थी।
उनके ब्रह्मलीन होने के समाचार से भक्त रात को ही सड़कों पर जमा होने लगे। जैसे ही उनकी पार्थिव देह यहां पहुंची हर आंख नम हो गई। जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया अखाड़े के बाहर भक्तों का सैलाब बढ़ता गया। जैसे ही संतों ने उनकी बैकुंठी मठ से बाहर निकाली हर किसी की आंखें आंसुओं से भर आई। उनकी अंतिम यात्रा में करीब 80 हजार भक्त शामिल हुए।
जगह-जगह हुई पुष्प वर्षा
पीरजी की बैकुंठी सुबह ग्यारह बजे रवाना हुई। रास्ते में हर जगह पुष्प वर्षा कर श्रद्धालुओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। सड़कों पर चारों ओर अपार जनसमूह था। घर दुकानों की छतों से लेकर जिसे जहां जगह मिली वह वहीं खड़ा रहा।
प्रदेश-देश के संत हुए शामिल
नाथजी की अंतिम यात्रा में राजस्थान के साथ अन्य प्रदेशों के संत भी शामिल हुए। गोल मठ महंत रावत भारती, थांवला महंत विष्णु भारती, राताडूंडा (नागौर) महंत मंगलनाथ, जागनाथ महंत गंगाभारती, पूनासा महंत बाबूगिरी महाराज, गजीपुरा महंत प्रेमभारती, रणुजा के प्रेमनाथ, रविधाम धानेरा (गुजरात) के महंत सत्यानंद महाराज, वालेरा महंत आशा भारती, धूणिया मठ महंत रघुनाथपुरी, लहरभारती कुटिया सायला के राजभारती महाराज, सिणली (बाड़मेर) के महंत शंकरभारती, महंत शीतलाईनाथ महाराज, मलकेश्वर मठ महंत सेवाभारती, लुर महंत शिवगिरी महाराज, मडवारिया (सिरोही) महंत तीर्थ गिरि, सिरोही के कैलाश भारती, आंबेश्वर के शंभुनाथ महाराज, शिकारपुरा महंत दयाराम महाराज, पालासनी जोधपुर महंत कैलाशनाथ, रेवानाथजी का अखाड़ा, सिरोही के लहरभारती, बुडेश्वर महादेव मंदिर सिरोही महंत लहर गिरि, सुखदेवपुरी, करड़ा महंत काशीनाथ, विधायक रामलाल मेघवाल, सांसद देवजी एम पटेल, पूर्व विधायक जोगेश्वर गर्ग, सिरोही के पूर्व नरेश रघुवीरसिंह, कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष समरजीत सिंह, दीपसिंह, रविंद्र सिंह बालावत, केएन भाटी, अनिल शर्मा, सत्यनारायण अग्रवाल, ग्रेनाइट एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेंद्रबालु अग्रवाल समेत ढाई सौ संत महात्मा और हजारों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।
दर्शनों के लिए भक्तों की लगी कतारें
अलसुबह चार बजे पीर शांतिनाथ महाराज की पार्थिव देह जब जालोर पहुंची तो यह खबर आग की तरह पूरे जालोर में फैल गई। इसके बाद उनके अंतिम दर्शनों के लिए लंबी कतार लग गई। बच्चे, महिलाएं व पुरुषों की एक किलोमीटर लंबी लाइन लगी हुई थी।
बैंक में चोरी के मामले में 400 लोगों से हुई पूछताछ
बैंक में चोरी के मामले में 400 लोगों से हुई पूछताछ
पुलिस के हाथ नहीं लगा एक भी सुराग, चोरी का आंकड़ा पहुंचा 83 लाख तक, एक रैक में ही हुई चोरी, पुलिस ने कई जगह दी दबिश
जैसलमेर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की जैसलमेर शाखा में रविवार रात्रि में हुई चोरी की वारदात का कोईभी सुराग पुलिस को अभी तक हाथ नहीं लगा है। इस संबंध में मंगलवार को पुलिस ने बाहरी राज्यों से आए मजदूरों व बैंक के पास चल रहे निर्माण कार्यों में लगे मजदूरों से पूछताछ की गई। सूत्रों के अनुसार पुलिस ने मंगलवार को करीब 400 से अधिक लोगों से पूछताछ की। वहीं दूसरी तरफ बैंक में चोरी के लिए खोदी गई सुरंग को बंद करवा दिया गया है।
मामले को लेकर आरबीआई अधिकारी रतनलाल और एसबीआई के रीजनल मैनेजर पी.के. मोदी जैसलमेर पहुंचे और घटना के बारे में विस्तृत जानकारी ली। वहीं पुलिस अधीक्षक ममता राहुल विश्नोई ने मंगलवार को घटना स्थल का मौका मुआयना किया। पुलिस अधीक्षक ने शीघ्र ही वारदात का खुलासा करने की बात कही है।
अब 83 लाख का आंकड़ा
बैंक सूत्रों के मुताबिक रविवार की रात्रि में चेस्ट रूम से एक रैक में हुई चोरी के दौरान चोर करीब 83 लाख रुपए चुरा ले गए हैं।
गौरतलब है कि सोमवार को पुलिस को बैंक अधिकारियों ने चोरी की रकम 70 लाख बताई थी। मगर केश की पूरी गिनती के बाद मंगलवार को यह आंकड़ा 70 से बढ़कर 83 लाख हो गया है।
डॉग स्क्वायड से फिर करवाई जांच
मंगलवार को दूसरे दिन भी बीएसएफ के डॉग स्क्वायड से जांच करवाई गई। ट्रेकर डॉग आसपास के क्षेत्रों में ही जा रहे हैं, संभावना जताई जा रही है कि जहां कहीं भी चोर गए थे वहां वहां डॉग पहुंच रहे हैं, लेकिन अभी तक आगे का रास्ता पता नहीं चल पा रहा है।
पुलिस की टीमें सरगर्मी से कर रही है तलाश
पुलिस अधीक्षक ममता राहुल के निर्देश में पुलिस की अलग अलग टीमें गठित की गई है। इन टीमों द्वारा विभिन्न स्थानों पर दबिश देकर व संदिग्ध लोगों से पूछताछ की जा रही है। एसपी के अनुसार शीघ्र ही मामले का खुलासा कर लिया जाएगा।
सुरक्षा में थी खामी
॥ बैंक की सुरक्षा व्यवस्था में खामी थी। कई बार बैंक अधिकारियों को सुरक्षा बंदोबस्त पुख्ता करने की बात कही जाती है, लेकिन उन पर गौर नहीं किया जाता है। चेस्ट रूम में नाइट विजन का सीसीटीवी कैमरा नहीं था और बैंक अधिकारियों का कहना है कि चेस्ट रूम से आवाज बाहर नहीं जाती है, इसलिए बैंक के गार्ड को घटना की जानकारी नहीं मिली जबकि वास्तविकता में चेस्ट रूम से आवाज बाहर जा रही है। इसके अलावा सोमवार को 70 लाख रुपए का आंकड़ा बताया गया था और अब 83 लाख चोरी होना बताया जा रहा है। मामले की जांच चल रही है। शीघ्र ही चोरों तक पुलिस पहुंच जाएगी।
ममता राहुल विश्नोई, एसपी, जैसलमेर
अपूर्व उत्साह, हर ओर गूंजा वंदे मातरम
10 हजार स्वयंसेवकों ने किया पथ संचलन, 20 हजार लोग पहुंचे विराट जनसभा में, अनुशासित, सुनियोजित व सुव्यवस्थित रहा पथ संचलन
अपूर्व उत्साह, हर ओर गूंजा वंदे मातरम
जैसलमेर कदम से कदम मिलाते हुए स्वयंसेवक जब शहर के मुख्य मार्गों से निकले तब शहर का माहौल ही बदल गया। लगभग शहर के हर कोने में स्वयंसेवकों की कदम ताल व बैंड वादन की धुन सुनाई पड़ रही थी। स्वयंसेवकों के पथ संचलन को देखने पूरा शहर उमड़ पड़ा। बाजार में जाम लग गया और कदम रखने तक की जगह नहीं मिली। जगह जगह पुष्प वर्षा और वंदे मातरम व भारत माता जयकारें लगाए जा रहे थे। यह नजारा था राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विविध धारा पथ संचलन का जिसमें हिन्दुओं का रैला शहर के मुख्य मार्गों से निकला। मंगलवार को जैसलमेर में हुआ कार्यक्रम ऐतिहासिक रहा। कई लोगों ने कहा कि ऐसा कार्यक्रम पहले कभी नहीं हुआ।
सारी नीतियों में राजनीति चलती है: मंगलवार की शाम शहर के पूनमसिंह स्टेडियम में 20 हजार से अधिक लोगों की जनसभा को संबोधित करते हुए संघ प्रमुख मोहन भागवत ने विदेशी किराणा निवेश पर बोलते हुए कहा कि सरकार की यह नीति खुदरा विक्रेताओं व किसानों को पीडि़त करने वाली नीति है। उन्होंने कहा कि सारी नीतियों में राजनीति चलती है और राजनीति वोटों के लिए होती है।
सभी मार्गों पर हुई पुष्प वर्षा: शहर के जिन इलकों से पथ संचलन करते स्वयंसेवक निकले वहां वहां पुष्प वर्षा हुई। लोगों ने स्वयंसेवकों का श्रद्धा भाव व आदरपूर्वक स्वागत किया। वहीं भारत माता की जयकार लगाते हुए उनका हौसला बढ़ाया। लोगों ने पहले से ही स्वागत की तैयारियां कर रखी थी।
20 क्विंटल पुष्पों से हुई वर्षा: शहर के फूल विक्रेताओं के अनुसार मंगलवार को पथ संचलन के स्वागत के लिए करीब 20 क्विंटल फूलों की बिक्री हुई। जगह जगह हुए स्वागत से शहर की सड़कों पर पुष्पों की चादर बिछ गई। शहर के हर कोने में पुष्पों की महक छा गई थी। किसी ने छत से तो किसी ने सड़क किनारे खड़े रहकर पथ संचलन पर पुष्प वर्षा की।
शहर में उत्सव का माहौल: मंगलवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक के हिन्दू शक्ति संगम कार्यक्रम के लिए कई दिनों से तैयारियां चल रही थी। मंगलवार को पूरे शहर में उत्सव का माहौल था। गली गली में लोग पथ संचलन का इंतजार कर रहे थे वहीं ग्रामीण क्षेत्रों से हजारों की तादाद में लोग शहर पहुंचे। सुबह से ही शहर में रौनक नजर आ रही थी। हर कोई तैयारियों में जुटा था। शहर के हर कोने में ध्वजाएं लहरा रही थी। विराट जनसभा में करीब 20 हजार लोग पूनमसिंह स्टेडियम में पहुंचे।
एक हजार से अधिक वाहन पहुंचे: जिले के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों से हिन्दू शक्ति संगम कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए हजारों लोग पहुंचे। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों से करीब 1 हजार से अधिक छोटे बड़े वाहनों में भरकर कार्यकर्ता जिला मुख्यालय पहुंचे और कार्यक्रम में हिस्सा लिया। शेष पेज त्न ११
यातायात व्यवस्था नहीं थी: शहर में यातायात व्यवस्था बिल्कुल नजर नहीं आई। एक तरफ 10 हजार से अधिक स्वयंसेवक अनुशासन में चल रहे थे वहीं दूसरी तरफ यातायात व्यवस्था बिल्कुल ही सुचारू नहीं थी। जगह जगह भीड़ एकत्र हो गई। गोपा चौक में तो इतनी भीड़ हो गई कि बड़ी मुश्किल से पथ संचलन के लिए मार्ग रखना पड़ा। इस बीच यातायात पुलिस कहीं नजर नहीं आई।
महिलाओं में दिखा उत्साह
शहर में हिन्दू शक्ति संगम के पथ संचलन को देखने के लिए महिलाओं में भी खासा उत्साह नजर आया। हर इलाके में महिलाओं की भागीदारी सर्वाधिक रही। घरों की छतों व सड़क के किनारे महिलाओं की अच्छी खासी भीड़ रही। वहीं महिलाओं व बालिकाओं ने ही शहर भर में रंगोलियां सजाकर शहर को रंग बिरंगा बना दिया।
शारीरिक प्रदर्शन ने मंत्रमुग्ध किया
पूनम स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में स्वयंसेवकों के शारीरिक प्रदर्शन ने उपस्थित जनसमूह को मंत्रमुग्ध कर दिया। हाथों में दंड लिए स्वयंसेवकों ने अचंभित कर देने वाला प्रदर्शन किया। वहीं इस अवसर पर ध्वजारोहण कार्यक्रम भी हुआ और प्रार्थना भी हुई। सहगीत हिन्दू जगे देश जगे के अलावा सूर्य नमस्कार व काव्य गीत भी प्रस्तुत किया गया।
घर घर से जुटाए भोजन के पैकेट
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने इस कार्यक्रम के लिए बाहर से आने वाले स्वयंसेवकों व कार्यकर्ताओं के लिए घर घर से भोजन के पैकेट जुटाए थे। करीब 30 हजार भोजन के पैकेट एकत्रित किए गए। किसी घर से दो तो किसी घर से 5 पैकेट दिए गए। कार्यक्रम समाप्ति पर बाहर से आए स्वयंसेवकों व कार्यकर्ताओं को भोजन पैकेट वितरित किए गए।
जिला संघ चालक ने जताा आभार
जिला संघ चालक त्रिलोकचंद खत्री ने पूनम स्टेडियम में आयोजित जनसभा में कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी का आभार प्रदर्शित किया। उन्होंने जैसलमेर में संघ के इतिहास पर प्रकाश डाला। उन्होंने उपस्थित जनसमूह का देश की समस्याओं के प्रति ध्यान खींचा। उन्होंने जिला प्रशासन व कार्यकर्ताओं आभार जताया। मंच पर संघ प्रमुख के अलावा ललित कुमार जो. प्रांत संघचालक, शांतिलाल चौपड़ा सहविभाग संघचालक, पुरूषोतम कुमार क्षेत्रीय संघचालक, त्रिलोकचंद खत्री जिला संघचालक व सत्यपाल हर्ष जोधपुर विभाग संघ चालक भी उपस्थित थे।
हर घर के आगे रंगोली
हिन्दू शक्ति संगम के तहत शहर रंग बिरंगा नजर आया। कहीं केसरिया ध्वजाएं लहरा रही थी तो कहीं रंग बिरंगी रंगोलियां आकर्षित कर रही थी। पथ संचलन के सभी मार्गों पर लगभग हर घर के आगे रंगोली सजाई गई। इसके लिए लोगों ने पहले से ही तैयारियां कर रखी थी।
पोकरण से हजारों की संख्या में कार्यकर्ता हुए शामिल
भास्कर न्यूज. पोकरण जिला मुख्यालय पर मंगलवार को आयोजित हुए विश्व हिंदू शक्ति संगम में पोकरण तहसील क्षेत्र के विभिन्न गांवों से हजारों की संख्या में कार्यकर्ताओं ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के जिला सह कार्यवाहक चिरंजीलाल सोनी ने बताया कि पोकरण तहसील क्षेत्र के सभी कार्यकर्ता अपने निर्धारित समय पर पोकरण पहुंचे। वहीं कई कार्यकर्ता उमंग व जोश के साथ अपने गांवों से बसों में सवार होकर पोकरण पहुंचे। जहां इन बसों तथा अन्य वाहनों को नम्बर दिए गए। वहीं सेलवी फांटा के पास प्रभारी चंदनसिंह देवत द्वारा जिला मुख्यालय जा रहे कार्यकर्ताओं के वाहनों का पंजीयन किया गया।
शहर से गुजरा सरसंघचालक भागवत का कारवां
जिला मुख्यालय पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के आह्वान पर आयोजित होने वाले विशाल हिंदू सम्मेलन में शामिल होने के लिए संघ के सरसंघचालक मोहनराव भागवत का कारवां मंगलवार को पोकरण की सड़कों से गुजरते हुए जैसलमेर के लिए रवाना हुआ। सरसंघचालक भागवत की गाडिय़ों के कारवां के पोकरण सीमा में प्रवेश के साथ ही पुलिस थानाधिकारी रमेश कुमार शर्मा के नेतृत्व में मय जाब्ता उनकी सुरक्षा के लिए पहुंचे। वहीं पोकरण शहर में प्रवेश के साथ ही नेशनल हाइवे पर पुलिस के जवानों की तैनातगी देखी गई।
अपूर्व उत्साह, हर ओर गूंजा वंदे मातरम
जैसलमेर कदम से कदम मिलाते हुए स्वयंसेवक जब शहर के मुख्य मार्गों से निकले तब शहर का माहौल ही बदल गया। लगभग शहर के हर कोने में स्वयंसेवकों की कदम ताल व बैंड वादन की धुन सुनाई पड़ रही थी। स्वयंसेवकों के पथ संचलन को देखने पूरा शहर उमड़ पड़ा। बाजार में जाम लग गया और कदम रखने तक की जगह नहीं मिली। जगह जगह पुष्प वर्षा और वंदे मातरम व भारत माता जयकारें लगाए जा रहे थे। यह नजारा था राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विविध धारा पथ संचलन का जिसमें हिन्दुओं का रैला शहर के मुख्य मार्गों से निकला। मंगलवार को जैसलमेर में हुआ कार्यक्रम ऐतिहासिक रहा। कई लोगों ने कहा कि ऐसा कार्यक्रम पहले कभी नहीं हुआ।
सारी नीतियों में राजनीति चलती है: मंगलवार की शाम शहर के पूनमसिंह स्टेडियम में 20 हजार से अधिक लोगों की जनसभा को संबोधित करते हुए संघ प्रमुख मोहन भागवत ने विदेशी किराणा निवेश पर बोलते हुए कहा कि सरकार की यह नीति खुदरा विक्रेताओं व किसानों को पीडि़त करने वाली नीति है। उन्होंने कहा कि सारी नीतियों में राजनीति चलती है और राजनीति वोटों के लिए होती है।
सभी मार्गों पर हुई पुष्प वर्षा: शहर के जिन इलकों से पथ संचलन करते स्वयंसेवक निकले वहां वहां पुष्प वर्षा हुई। लोगों ने स्वयंसेवकों का श्रद्धा भाव व आदरपूर्वक स्वागत किया। वहीं भारत माता की जयकार लगाते हुए उनका हौसला बढ़ाया। लोगों ने पहले से ही स्वागत की तैयारियां कर रखी थी।
20 क्विंटल पुष्पों से हुई वर्षा: शहर के फूल विक्रेताओं के अनुसार मंगलवार को पथ संचलन के स्वागत के लिए करीब 20 क्विंटल फूलों की बिक्री हुई। जगह जगह हुए स्वागत से शहर की सड़कों पर पुष्पों की चादर बिछ गई। शहर के हर कोने में पुष्पों की महक छा गई थी। किसी ने छत से तो किसी ने सड़क किनारे खड़े रहकर पथ संचलन पर पुष्प वर्षा की।
शहर में उत्सव का माहौल: मंगलवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक के हिन्दू शक्ति संगम कार्यक्रम के लिए कई दिनों से तैयारियां चल रही थी। मंगलवार को पूरे शहर में उत्सव का माहौल था। गली गली में लोग पथ संचलन का इंतजार कर रहे थे वहीं ग्रामीण क्षेत्रों से हजारों की तादाद में लोग शहर पहुंचे। सुबह से ही शहर में रौनक नजर आ रही थी। हर कोई तैयारियों में जुटा था। शहर के हर कोने में ध्वजाएं लहरा रही थी। विराट जनसभा में करीब 20 हजार लोग पूनमसिंह स्टेडियम में पहुंचे।
एक हजार से अधिक वाहन पहुंचे: जिले के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों से हिन्दू शक्ति संगम कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए हजारों लोग पहुंचे। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों से करीब 1 हजार से अधिक छोटे बड़े वाहनों में भरकर कार्यकर्ता जिला मुख्यालय पहुंचे और कार्यक्रम में हिस्सा लिया। शेष पेज त्न ११
यातायात व्यवस्था नहीं थी: शहर में यातायात व्यवस्था बिल्कुल नजर नहीं आई। एक तरफ 10 हजार से अधिक स्वयंसेवक अनुशासन में चल रहे थे वहीं दूसरी तरफ यातायात व्यवस्था बिल्कुल ही सुचारू नहीं थी। जगह जगह भीड़ एकत्र हो गई। गोपा चौक में तो इतनी भीड़ हो गई कि बड़ी मुश्किल से पथ संचलन के लिए मार्ग रखना पड़ा। इस बीच यातायात पुलिस कहीं नजर नहीं आई।
महिलाओं में दिखा उत्साह
शहर में हिन्दू शक्ति संगम के पथ संचलन को देखने के लिए महिलाओं में भी खासा उत्साह नजर आया। हर इलाके में महिलाओं की भागीदारी सर्वाधिक रही। घरों की छतों व सड़क के किनारे महिलाओं की अच्छी खासी भीड़ रही। वहीं महिलाओं व बालिकाओं ने ही शहर भर में रंगोलियां सजाकर शहर को रंग बिरंगा बना दिया।
शारीरिक प्रदर्शन ने मंत्रमुग्ध किया
पूनम स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में स्वयंसेवकों के शारीरिक प्रदर्शन ने उपस्थित जनसमूह को मंत्रमुग्ध कर दिया। हाथों में दंड लिए स्वयंसेवकों ने अचंभित कर देने वाला प्रदर्शन किया। वहीं इस अवसर पर ध्वजारोहण कार्यक्रम भी हुआ और प्रार्थना भी हुई। सहगीत हिन्दू जगे देश जगे के अलावा सूर्य नमस्कार व काव्य गीत भी प्रस्तुत किया गया।
घर घर से जुटाए भोजन के पैकेट
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने इस कार्यक्रम के लिए बाहर से आने वाले स्वयंसेवकों व कार्यकर्ताओं के लिए घर घर से भोजन के पैकेट जुटाए थे। करीब 30 हजार भोजन के पैकेट एकत्रित किए गए। किसी घर से दो तो किसी घर से 5 पैकेट दिए गए। कार्यक्रम समाप्ति पर बाहर से आए स्वयंसेवकों व कार्यकर्ताओं को भोजन पैकेट वितरित किए गए।
जिला संघ चालक ने जताा आभार
जिला संघ चालक त्रिलोकचंद खत्री ने पूनम स्टेडियम में आयोजित जनसभा में कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी का आभार प्रदर्शित किया। उन्होंने जैसलमेर में संघ के इतिहास पर प्रकाश डाला। उन्होंने उपस्थित जनसमूह का देश की समस्याओं के प्रति ध्यान खींचा। उन्होंने जिला प्रशासन व कार्यकर्ताओं आभार जताया। मंच पर संघ प्रमुख के अलावा ललित कुमार जो. प्रांत संघचालक, शांतिलाल चौपड़ा सहविभाग संघचालक, पुरूषोतम कुमार क्षेत्रीय संघचालक, त्रिलोकचंद खत्री जिला संघचालक व सत्यपाल हर्ष जोधपुर विभाग संघ चालक भी उपस्थित थे।
हर घर के आगे रंगोली
हिन्दू शक्ति संगम के तहत शहर रंग बिरंगा नजर आया। कहीं केसरिया ध्वजाएं लहरा रही थी तो कहीं रंग बिरंगी रंगोलियां आकर्षित कर रही थी। पथ संचलन के सभी मार्गों पर लगभग हर घर के आगे रंगोली सजाई गई। इसके लिए लोगों ने पहले से ही तैयारियां कर रखी थी।
पोकरण से हजारों की संख्या में कार्यकर्ता हुए शामिल
भास्कर न्यूज. पोकरण जिला मुख्यालय पर मंगलवार को आयोजित हुए विश्व हिंदू शक्ति संगम में पोकरण तहसील क्षेत्र के विभिन्न गांवों से हजारों की संख्या में कार्यकर्ताओं ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के जिला सह कार्यवाहक चिरंजीलाल सोनी ने बताया कि पोकरण तहसील क्षेत्र के सभी कार्यकर्ता अपने निर्धारित समय पर पोकरण पहुंचे। वहीं कई कार्यकर्ता उमंग व जोश के साथ अपने गांवों से बसों में सवार होकर पोकरण पहुंचे। जहां इन बसों तथा अन्य वाहनों को नम्बर दिए गए। वहीं सेलवी फांटा के पास प्रभारी चंदनसिंह देवत द्वारा जिला मुख्यालय जा रहे कार्यकर्ताओं के वाहनों का पंजीयन किया गया।
शहर से गुजरा सरसंघचालक भागवत का कारवां
जिला मुख्यालय पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के आह्वान पर आयोजित होने वाले विशाल हिंदू सम्मेलन में शामिल होने के लिए संघ के सरसंघचालक मोहनराव भागवत का कारवां मंगलवार को पोकरण की सड़कों से गुजरते हुए जैसलमेर के लिए रवाना हुआ। सरसंघचालक भागवत की गाडिय़ों के कारवां के पोकरण सीमा में प्रवेश के साथ ही पुलिस थानाधिकारी रमेश कुमार शर्मा के नेतृत्व में मय जाब्ता उनकी सुरक्षा के लिए पहुंचे। वहीं पोकरण शहर में प्रवेश के साथ ही नेशनल हाइवे पर पुलिस के जवानों की तैनातगी देखी गई।
मंगलवार, 2 अक्टूबर 2012
एम्स का नाम बदलना सरकार का तर्कहीन कदम : जसोल
एम्स का नाम बदलना सरकार का तर्कहीन कदम : जसोल
जोधपुर। भाजपा के वरिष्ठ नेता जसवंत सिंह जसोल ने कहा है कि एम्स से मीरा बाई का नाम हटाना सरकार का तर्कहीन व बुद्धिहीन कदम है, जो आमजन को स्वीकार नहीं है। जनहित की जगह यह जनता के विचारों के साथ खिलवाड़ है, इसका शुद्धिकरण जरूरी है। जसोल सोमवार को अपने फॉर्म हाउस पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस सम्बन्ध में प्रधानमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री से सम्पर्क करेंगे। प्रदेश के मुख्यमंत्री का भी सहयोग चाहेंगे। सभी जन-प्रतिनिधियों को भी इसके लिए प्रयास करने चाहिए। जसोल के अनुसार एम्स के शिलान्यास के लिए उन्होंने केन्द्रीय वित्तमंत्री होने के नाते बजट जारी किया था, यह बजट " मीरां बाई एम्स" के लिए ही जारी हुआ और उसी नाम से शिलान्यास किया गया।
तीन केन्द्रीय मंत्री, तत्कालीन मुख्यमंत्री व सांसद भी शिलान्यास समारोह में आए थे। अब उस नाम को हटाना कतई उचित नहीं है। ऎसा करना राजस्थान की संस्कृति से खिलवाड़ होगा। उन्होंने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के उस बयान को भी गलत बताया जिसमें उन्होंने कहा कि "पैसे पेड़ पर नहीं उगते हैं"। जसोल के अनुसार एफडीआई की मंजूरी से देश के खुदरा व्यापारियों के रोजगार पर संकट आ जाएगा। सब्सिडी कम करनी है तो सरकार को भ्र्रष्टाचार रूपी टैक्स हटाना चाहिए। प्रदेश की राजनीति पर उन्होंने कहा कि यहां न तो राज है और ना ही कोई इसकी नीति।
सौंपा ज्ञापन
भक्त शिरोमणि मीरा बाई एम्स जोधपुर नामकरण जन अधिकार समिति के पदाधिकारियों ने एम्स में मीरा बाई का नाम पुन: जोड़ने के प्रयास करने की मांग को लेकर जसोल का ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा कि मीरा बाई का नाम पुन: रखवाने के लिए प्रदेश के सभी सांसदों का सहयोग लिया जाएगा। समिति ने जसवन्तसिंह जसोल को 1 फरवरी, 2004 को बनाए एक कार्टून को दिखाया, जिस पर उन्होंने अपने हाथ से लिखा था कि"संजीवनी से मीरा बाई के नाम पर आधारित एम्स ईश्वर की कृपा से ही पाया है।"
ये थे मौजूद
ज्ञापन देने वालों में जेएनवीयू, राजस्थानी विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. कल्याणसिंह शेखावत, पूर्व न्यासी शिवसिंह राठौड़, राजस्थान युवा साहित्यकार परिषद् के अध्यक्ष ए.जे. खान, हिन्दू सेवा मंडल के सचिव विष्णु प्रजापति, जितेन्द्र लोढ़ा, देवेन्द्रसिंह परेवड़ी, ईश्वरसिंह, पूर्व पार्षद दलपतसिंह खींची, पूर्व पार्षद गिरीश माथुर, भूपतसिंह व नटवरसिंह शेखावत शामिल थे।
जोधपुर। भाजपा के वरिष्ठ नेता जसवंत सिंह जसोल ने कहा है कि एम्स से मीरा बाई का नाम हटाना सरकार का तर्कहीन व बुद्धिहीन कदम है, जो आमजन को स्वीकार नहीं है। जनहित की जगह यह जनता के विचारों के साथ खिलवाड़ है, इसका शुद्धिकरण जरूरी है। जसोल सोमवार को अपने फॉर्म हाउस पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस सम्बन्ध में प्रधानमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री से सम्पर्क करेंगे। प्रदेश के मुख्यमंत्री का भी सहयोग चाहेंगे। सभी जन-प्रतिनिधियों को भी इसके लिए प्रयास करने चाहिए। जसोल के अनुसार एम्स के शिलान्यास के लिए उन्होंने केन्द्रीय वित्तमंत्री होने के नाते बजट जारी किया था, यह बजट " मीरां बाई एम्स" के लिए ही जारी हुआ और उसी नाम से शिलान्यास किया गया।
तीन केन्द्रीय मंत्री, तत्कालीन मुख्यमंत्री व सांसद भी शिलान्यास समारोह में आए थे। अब उस नाम को हटाना कतई उचित नहीं है। ऎसा करना राजस्थान की संस्कृति से खिलवाड़ होगा। उन्होंने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के उस बयान को भी गलत बताया जिसमें उन्होंने कहा कि "पैसे पेड़ पर नहीं उगते हैं"। जसोल के अनुसार एफडीआई की मंजूरी से देश के खुदरा व्यापारियों के रोजगार पर संकट आ जाएगा। सब्सिडी कम करनी है तो सरकार को भ्र्रष्टाचार रूपी टैक्स हटाना चाहिए। प्रदेश की राजनीति पर उन्होंने कहा कि यहां न तो राज है और ना ही कोई इसकी नीति।
सौंपा ज्ञापन
भक्त शिरोमणि मीरा बाई एम्स जोधपुर नामकरण जन अधिकार समिति के पदाधिकारियों ने एम्स में मीरा बाई का नाम पुन: जोड़ने के प्रयास करने की मांग को लेकर जसोल का ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा कि मीरा बाई का नाम पुन: रखवाने के लिए प्रदेश के सभी सांसदों का सहयोग लिया जाएगा। समिति ने जसवन्तसिंह जसोल को 1 फरवरी, 2004 को बनाए एक कार्टून को दिखाया, जिस पर उन्होंने अपने हाथ से लिखा था कि"संजीवनी से मीरा बाई के नाम पर आधारित एम्स ईश्वर की कृपा से ही पाया है।"
ये थे मौजूद
ज्ञापन देने वालों में जेएनवीयू, राजस्थानी विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. कल्याणसिंह शेखावत, पूर्व न्यासी शिवसिंह राठौड़, राजस्थान युवा साहित्यकार परिषद् के अध्यक्ष ए.जे. खान, हिन्दू सेवा मंडल के सचिव विष्णु प्रजापति, जितेन्द्र लोढ़ा, देवेन्द्रसिंह परेवड़ी, ईश्वरसिंह, पूर्व पार्षद दलपतसिंह खींची, पूर्व पार्षद गिरीश माथुर, भूपतसिंह व नटवरसिंह शेखावत शामिल थे।
अपने बयान के लिए मोदी ने मांगी सोनिया गांधी से माफी
जूनागढ़। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को दावा कि सोनिया की विदेश यात्रा पर 1880 करोड़ रुपए खर्च हुए। शाम होते-होते उन्हें कहना पड़ा, ‘मैंने तो सिर्फ अखबार में छपी खबर ही जनता तक पहुंचाई। यदि वह गलत है तो मैं माफी मांगने को तैयार हूं।’
विवेकानंद यात्रा पर निकले मोदी ने विसावदर तहसील में सुबह आयोजित सभा में सोनिया पर निशाना साधा था। सबूत के तौर पर अखबार की कटिंग भी दिखाई। उन्होंने कहा कि हिसार (हरियाणा) के आरटीआई एक्टिविस्ट रमेश वर्मा ने सोनिया की विदेश यात्राओं पर हुए खर्च की जानकारी मांगी थी। इसी के आधार पर 12 जुलाई को वहां के दैनिक अखबार ने यह जानकारी छापी थी।
इस बयान पर कांग्रेस के नेता बिफर पड़े। पार्टी प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा, ‘जिम्मेदार पदों पर बैठे लोगों को गैर-जिम्मेदाराना बयान नहीं देना चाहिए। हम हर झूठ पर प्रतिक्रिया देकर उसे महिमामंडित नहीं करना चाहते हैं। यह मोदी की कुंठा और बौखलाहट को दर्शाता है।’
इस गोरी के साथ फुटबॉल क्लब चलाते थे अपने 'बापू'
2 अक्टूबर का दिन वैसे तो देश को आजादी दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले महात्मा गांधी का जन्मदिन है, लेकिन देशवासी बापू को याद करने के साथ-साथ इस दिन सरकारी छुट्टी का मजा भी उठाते हैं। आईसीसी ट्वेंटी-20 वर्ल्ड में होने वाले भारत और साउथ अफ्रीका के अहम मुकाबले ने इस छुट्टी का मजा दोगुना कर दिया है।
महात्मा गांधी एक दमदार नेता, बेहतरीन वकील और शानदार इंसान थे, लेकिन उनके मन में देशभक्ति के साथ खेल भावना का भी खास स्थान था।
गांधी जी का सोशल और पॉलिटिकल रूप तो सभी जानते हैं, लेकिन खेल दुनिया से भी उनका खास कनेक्शन रहा। गांधी जी के इस पहलू से बहुत कम लोग ही वाकिफ हैं।
महात्मा गांधी एक दमदार नेता, बेहतरीन वकील और शानदार इंसान थे, लेकिन उनके मन में देशभक्ति के साथ खेल भावना का भी खास स्थान था।
गांधी जी का सोशल और पॉलिटिकल रूप तो सभी जानते हैं, लेकिन खेल दुनिया से भी उनका खास कनेक्शन रहा। गांधी जी के इस पहलू से बहुत कम लोग ही वाकिफ हैं।
प्रदर्शनी में नजर आया बापू का जीवन
प्रदर्शनी में नजर आया बापू का जीवन
बाड़मेर
2 अक्टूबर 1869 े दिन इस दुनिया में आकर विश्व भर में अपने आदशोर और बातो को लेकर हर किसी े लिए आदर्श बन चुे मोहनदास कर्मचंद गांधी को उने जन्म दिवस े अवसर पर जहां भर में याद किया गया। इस पावन दिवस े दिन सीसीडीयू और जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग द्वारा स्थानीय किसान कन्या छात्रावास में महात्मा द वारियर चित्र प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। आगामी दिनो में जिले े हर ब्लॉक में आयोजित होने वाली इस चित्र प्रदर्शनी े उद्घाटन े मौे पर कनिष्ठ अभियंता जन स्वास्थ्य अभियात्रिंकी विभाग महेश शर्मा, ेम्ब्रीज नर्सिग कॉलेज े प्रबन्धक जोगाराम जाखड़, पूर्व प्रतिपक्ष नेता नगरपालिका मुेश जैन, भू जल वैज्ञानिक डॉ शंकरलाल नामा, किसान कन्या छात्रावास वार्डन अमृत कौर, प्रेम परिहार े मुख्य आतिथ्य में बालिकाओं से एक संवाद कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। सीसीडीयू े आईईसी कंसलटेंट अशोकसिंह ने बताया कि 2 अक्टूम्बर का दिन महात्मा गांधी े जन्म दिवस होने े चलते विश्व इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज है। हर बरस 2 अक्टूम्बर की रोज महात्मा गांधी जयन्ति े अवसर पर कई आयोजन आयोजित किये जाते है इसी क्रम में मंगलवार की रोज जन स्वास्थ्य अभियात्रिंकी विभाग और सीसीडीयू े आईईसी अनुभाग द्वारा जिले की सबसे बड़ी चित्र प्रदर्शनी का आयोजन स्थानीय किसान कन्या छात्रावास बलदेव नगर में किया गया। इस चित्र प्रदर्शनी में महात्मा गांधी े जीवन से जुड़े सैकड़ो फोटो लगाये गये और इस प्रदर्शनी को पहले जिला स्तर पर आयोजित किया गया और आगामी दिनो में ब्लॉक स्तर पर इस चित्र प्रदर्शनी का आयोजन किया जायेगा। सीसीडीयू े आईईसी अनुभाग द्वारा महात्मा गांधी े जीवन से जुड़े उने द्वारा शुरू किये गये विीज्ञन्न आन्दोलनों, स्मरणों और जीवन वृन्तान्तों और प्रमुख घटनाओं को बेहद सुन्दरता से आम जनमानस े सामने प्रदर्शित किया जायेगा। इस प्रदर्शनी े आयोजन े पीछे मुख्य उदेश्य वर्तमान परिवेश में महात्मा गांधी े जीवन चरित्र की सार्थकता े साथ में सभी े सामने रखा गया है। इस चित्र प्रदर्शनी में जहां महात्मा गांधी े जीवन से जुड़े कई दुर्लभ फोटो का भी प्रदर्शन किया गया। इस प्रदर्शनी े आयोजन में सोनाराम ढाका, पृथ्वीराज सेवड़, सवाई सिंह गोदारा, उदाराम परिहार, नारायणराम, राजूराम मौजूद रहे। वही इस कार्यक्रम का संचालन मुमताज खां ने किया।
breaking news..जोधपुर देह व्यापर अड्डो पर छापे कई लडके लडकिया पकडे गए कार्यवाही जारी
जोधपुर देह व्यापर अड्डो पर छापे कई लडके लडकिया पकडे गए
कार्यवाही जारी
जोधपुर जोधपुर शहर के इलाको में स्थित सपा सेंटरों पर आज शाम पुलिस ने आकस्मिक कार्यवाही को अंजाम देते हुए स्प सेंटरों पर छपे मै .इन सेंटरों में युवा लडके लडकिया मौज मस्ती कर रहे थे .पुलिस सूत्रों के अनुसार इन सेंटरों में देह व्यापार की सूचना थी जिस पर कार्यवाही की जा रही हें करीब एक दर्जन से अधिक लड़के लडकिय पकडे गए हें ,समाचार लिखे जाने तक कार्यवाही जारी थी
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जजमानों की पोषी लोक कलाएं विदेश में दे रहीं पहचान
बाड़मेर राजस्थान के जजमानों की पोषी गई लोक कलाएं देश के पार अपना रुतबा बढ़ा रही हैं। कभी जजमानों के घर उनकी खुशी के लिए गाने बजाने वाले कलाकार विदेशों में देश की पहचान बन रहे हैं। लंगा, मंगनियार, मेघबाल व कालबेलिया कलाकार लोक कलाओं को सहेजने के लिए जजमानों की शुक्रगुजारी कर थकते नहीं हैं। गुरूवार को शहर में कार्यक्रम देने आए इन कलाकारों ने बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक से खास बातचीत की। जैसलमेर, जोधपुर व बाड़मेर इलाके की लंगा जातियों के वहां के मुसलमान जजमान हैं। मंगनियार जातियां हिंदू राजपूतों के लिए गाती बजाती हैं। मेघबाल सूफी गायक हैं। कालबेलिया नृत्य सपेरों के लिए रोजी का जरिया है। जजमानों के घर शादी, बच्चे के जन्म व त्योहारों के मौके पर यह कार्यक्रम देते हैं। इसके एवज में मिले ईनाम से इनके घर चलते हैं। 20 हजार से ज्यादा परिवारों की रोटी ऐसे ही चलती है। लंगा मंगनियार दल के लीडर खेता खान कहते हैं कि जजमानों के बूते ही यह कलाएं जिंदा रहीं। इन कलाओं को देश के पार पहुंचाने वाले जोधपुर के कोमल कोठारी रहे। उन्होंने सभी जातियों को जोड़कर लोक विधाओं का नया मंच बनाया। वह कहते हैं कि कलाकारों को जजमानों की वंशबेल जुबानी याद रहती है। जजमानों की मेहरबानी न होती तो लोक कलाएं अपनी मौत मर जातीं। खेता खान अपने समूह के साथ यूरोप, अमेरिका, रूस, कनाडा, ब्राजील, स्वीडन, आस्ट्रेलिया, जापान में कार्यक्रम दे चुके हैं।
कालबेलिया सपेरों का लोक नृत्य है। सांप दिखाने पर प्रतिबंध लगने के बाद सपेरों ने बेटियों को सांप की तरह नचा कर मांगना शुरू कर दिया। कालबेलिया नृत्यांगना शरीर में बिजली की गति व लोच के लिए विश्व में मशहूर है। इसकी अंतर्राष्ट्रीय कलाकार सुआ देवी कहतीं है कि यह मां से विरासत में मिला। तब मजबूरी थी। परिवार चलाना था। अब यही कला सम्मान दे रही है। वह कहतीं हैं कि यह कला पुश्तैनी है। 13 साल की बेटी मलिका ने मुझे देख कर सीखा। 5 साल की बेटी भावना साथ रहती है। यह भी सीख रही है। इनके पति सहसनाथ पुंगी (बीन) बजाने में माहिर हैं। वह कहते हैं कि लोक कलाओं के उत्थान के लिए जिले में अलग से महकमा खुले। इनको बड़े फलक पर विस्तार मिलना चाहिए। यह कलाएं देश की धरोहर हैं। इन्हें जिंदा रखने की खास पहल हो।
राजस्थान के सरकारी अस्पतालों में होंगे फ्री टेस्ट
जयपुर। प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में जल्द ही मरीजों के टेस्ट भी फ्री होंगे। राज्य सरकार ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि इस योजना को संभव बनाने के लिए विभिन्न स्तरों पर इसका परीक्षण करवाया जाएगा। इसके अलावा निशुल्क दवाओं की संख्या 400 से बढ़ाकर 600 की जाएगी।
गहलोत ने मंगलवार को मुख्यमंत्री निशुल्क दवा वितरण योजना का एक साल पूरा होने पर आयोजित कार्यक्रम में कहा कि निशुल्क दवा योजना प्रदेश में प्रभावी रूप से लागू हुई है। बड़ी योजना के कारण कहीं-कहीं खामियां रही हैं, लेकिन इन्हें लगातार दूर किया जा रहा है। गहलोत ने कहा कि तीन प्रतिशत आबादी गरीबी रेखा से नीचे इसलिए रही है कि उसका पैसा इलाज में खर्च हो जाता था।
भ्रष्टाचार के अड्डे बन गए थे एमसीआई, डीसीआई: मुख्यमंत्री ने कहा कि एमसीआई, डीसीआई, वीसीआई जैसे 'आईÓ वाले संस्थान भ्रष्टाचार के अड्डे बने हुए थे। कॉलेज खोलने के लिए करोड़ों के सौदे होते थे, यह भी किसी से छुपा नहीं। गहलोत ने कहा कि अब स्थिति बदलने की जिम्मेदारी एमसीआई की है। हमें डॉक्टर भी बेहतरीन तैयार करने पड़ेंगे जिससे सरकारी योजनाओं को बेहतर रूप से क्रियान्वित किया जा सके।
सेवारत चिकित्सकों के लिए स्टेंडर्ड ट्रीटमेंट गाइडलाइन: समारोह में मुख्यमंत्री ने सेवारत चिकित्सकों के लिए स्टेंडर्ड ट्रीटमेंट गाइडलाइन का विमोचन किया। यह सभी डॉक्टरों को मुहैया कराई जाएगी। इसमें राज्य में बहुतायत होने वाली बीमारियों, उनके इलाज के तरीकों सहित अन्य प्रकार की जानकारियां दी गई हैं। गहलोत ने दवा वितरण केंद्रों के कंप्यूटरीकरण, हैल्पलाइन सुविधा की भी शुरूआत की
एक दिन में सिर्फ साढ़े सात किमी ही दौड़ सकेंगी जननी एक्सप्रेस
बाड़मेर .गर्भवती महिलाओं को अस्पताल लाने व वहां से ले जाने के लिए शुरू की जा रही जननी एक्सप्रेस 24 घंटे में केवल साढ़े सात किलोमीटर का रास्ता तय कर पाएगी। इसकी वजह यह है कि सरकार की ओर से पेट्रोल खर्चे के लिए प्रतिमाह मात्र 13 हजार रुपए का बजट तय किया है। लगभग 72 रुपए प्रति लीटर के हिसाब से इस बजट में 180 लीटर पेट्रोल खरीदा जा सकेगा।
विशेषज्ञों के मुताबिक नई एंबुलेंस वैन एक लीटर में 15 किलोमीटर दौड़ सकती है। खास बात यह है कि इन एंबुलेंस पर 30 दिन तक के बच्चों के बीमार होने पर अस्पताल लाने व ले जाने की जिम्मेदारी भी रहेगी। बजट सीमित होने से सुविधा ज्यादा मिलना मुमकिन नहीं लग रहा है। इसके अलावा एक एंबुलेंस पर दो-दो चालक रखे गए हैं जो 12-12 घंटे ड्यूटी देंगे। यदि एक अवकाश पर चला गया तो 12 घंटे गाड़ी खड़ी रह सकती है।
मंगलवार को , जैन अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरुण पुरोहित ने हरी झंडी दिखा कर लोकार्पण किया जननी एक्सप्रेस का
और यहां दवा वितरण योजना के कंप्यूटरों में कनेक्टिविटी नहीं
ठीक एक साल पहले शुरू हुई मुख्यमंत्री निशुल्क दवा वितरण योजना को भी गांधी जयंती पर ऑन लाइन किया जा रहा है लेकिन एसके अस्पताल में दवा वितरण केंद्रों पर लगाए गए कंप्यूटरों की कनेक्टिविटी तक नहीं हुई है। कुछ ऑपरेटर काम छोड़ कर चले गए हैं तो कुछ दो दिन से काम नहीं कर रहे। कुछ प्रिंटर भी खराब हैं।
दस जगह उपलब्ध रहेगी एंबुलेंस
कोछोर, दातरू, कांवट, कूदन, फतेहपुरा, नेछवा, पनलावा, डाबला, गुहाला व मूंडरू में रखी जाएंगी। ये ऐसे इलाके हैं जहां 108 व सामान्य एंबुलेंस मुहैया नहीं है। लोकेशन के लिए जीपीएस नहीं
जननी एक्सप्रेस संचालन के लिए एसके अस्पताल को कंट्रोल रूम के लिए दो लाख रुपए का बजट दिया गया। कंट्रोलरूम अभी तक नहीं बन पाया है। इसके लिए एलसीडी टीवी, दो कंप्यूटर आदि सामान भी सोमवार को ही पहुंचा। देर शाम तक कंट्रोल रूम में मैनेजमेंट इंफॉर्मेशन सिस्टम स्पेशलिस्ट नहीं लग पाया। एंबुलेंस की लोकेशन पता करने के लिए उनमें भी जीपीएस सिस्टम नहीं लगा है।
25 किमी का दायरा
जननी एक्सप्रेस गर्भवती, प्रसूता व तीस दिन तक के बच्चों को अस्पताल तक लाने-ले जाने का काम करेगी। एएनएम अपने इलाके की हर गर्भवती महिला के प्रसव की संभावित तारीख की सूची चालकों को भी देगी। एंबुलेंस 25 किलोमीटर का दायरा कवर करेगी।
परेशानी नहीं आने देंगे : ओला
'योजना के नोडल ऑफिसर का कहना है कि महिलाओं व बच्चों को परेशानी नहीं आने दी जाएगी। एमरजेंसी में 108 एंबुलेंस भी काम करेगी। जीपीएस के माध्यम से जननी एक्सप्रेस में पूरा ध्यान भी रखा जाएगा ताकि पेट्रोल खर्च पर कंट्रोल किया जा सके।'
जैसलमेर.20 साल पहले 'मर चुका' आतंकी अब हुआ गिरफ्तार!
जैसलमेर.दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 20 साल पहले मृत घोषित किए जा चुके खालिस्तानी आतंकी को दो दिन पहले जैसलमेर के रामगढ़-लोंगेवाला रोड से गिरफ्तार किया गया। यह जानकारी स्पेशल सेल के एक अधिकारी ने सोमवार को दी। आतंकी की पहचान सुखविंदर सिंह (45) के रूप में की गई है। यह खालिस्तान कमांडो फोर्स का सदस्य था। उसे 1992 में पंजाब पुलिस ने मृत घोषित कर दिया था।
स्पेशल सेल के कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने बताया कि एक हफ्ते पहले हमारी टीम ने सुखविंदर के साथी और ड्रग डीलर राज कंदोला उर्फ बीएमडब्ल्यू किंग और उसके दो गुर्गो को दिल्ली के महिपालपुर से गिरफ्तार किया था। कंदोला के साथियों की पहचान गगनप्रीत सिंह और प्रदीप कुमार के रूप में हुई है। गगनप्रीत ने कंदोला को दिल्ली में रहने का ठिकाना दिलाया था। प्रदीप कंदोला को नेपाल के रास्ते भारत से भागने में मदद करने वाला था।
ड्रग बेचता था सुखविंदर
श्रीवास्तव ने बताया कि कंदोला ने हमें सुखविंदर के बारे में बताया। सुखविंदर कंदोला को 75 किलो एफीड्रिन (प्रतिबंधित नशीली दवा) बेचना चाहता है। इसके बाद मुंबई, श्रीगंगानगर, बीकानेर और जैसलमेर में छापेमारी की गई। बाद में सुखविंदर के जैसलमेर के रामगढ़ में होने की पुख्ता सूचना प्राप्त हुई।
1986 में बना आतंकी
गिरफ्तारी के बाद की गई पूछताछ में सुखविंदर ने पुलिस को बताया कि उसके पिता एक पब्लिक सेक्टर यूनिट में काम करते हैं। उसने 1985 में होशियारपुर के डीएवी कॉलेज से प्री-इंजीनियरिंग का कोर्स किया था। 1986 में सुखविंदर स्वर्ण मंदिर गया जहां पर उसकी मुलाकात अजीत पाल सिंह से हुई जो स्टूडेंट फेडरेशन का सदस्य था। फिर उसने पढ़ाई छोड़ दी और युवा आतंकी संगठन का सदस्य बन गया। बाद में वह खालिस्तान कमांडो फोर्स के चीफ परमजीत सिंह पंजवार से मिला और उसका सदस्य बन गया।
हत्या सहित कई मामले
सुखविंदर के ऊपर हत्या, हत्या के प्रयास, विस्फोटक एक्ट, आर्म्स एक्ट समेत कई संगीन अपराधों के मामले दर्ज थे। खुद को मृत घोषित करवा दिया। उसके बाद अंडरग्राउंड हो गया। तीन साल बाद वह नई पहचान के साथ पंजाब वापस आया। नया पासपोर्ट बनवाया, टूर एंड ट्रांसपोर्ट कंपनी खोली और शादी की।
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