जालोर.पीर शांतिनाथ महाराज को मंगलवार दोपहर सिरे मंदिर पर महासमाधि दी गई। इससे पूर्व तिलक द्वार के अंदर स्थित भैरूनाथ अखाड़े में उनकी पार्थिव देह को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। जहां हजारों भक्तों ने उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए। उनके अंतिम दर्शनों के लिए पूरा शहर आतुर दिखा।
उनके ब्रह्मलीन होने के समाचार से भक्त रात को ही सड़कों पर जमा होने लगे। जैसे ही उनकी पार्थिव देह यहां पहुंची हर आंख नम हो गई। जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया अखाड़े के बाहर भक्तों का सैलाब बढ़ता गया। जैसे ही संतों ने उनकी बैकुंठी मठ से बाहर निकाली हर किसी की आंखें आंसुओं से भर आई। उनकी अंतिम यात्रा में करीब 80 हजार भक्त शामिल हुए।
जगह-जगह हुई पुष्प वर्षा
पीरजी की बैकुंठी सुबह ग्यारह बजे रवाना हुई। रास्ते में हर जगह पुष्प वर्षा कर श्रद्धालुओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। सड़कों पर चारों ओर अपार जनसमूह था। घर दुकानों की छतों से लेकर जिसे जहां जगह मिली वह वहीं खड़ा रहा।
प्रदेश-देश के संत हुए शामिल
नाथजी की अंतिम यात्रा में राजस्थान के साथ अन्य प्रदेशों के संत भी शामिल हुए। गोल मठ महंत रावत भारती, थांवला महंत विष्णु भारती, राताडूंडा (नागौर) महंत मंगलनाथ, जागनाथ महंत गंगाभारती, पूनासा महंत बाबूगिरी महाराज, गजीपुरा महंत प्रेमभारती, रणुजा के प्रेमनाथ, रविधाम धानेरा (गुजरात) के महंत सत्यानंद महाराज, वालेरा महंत आशा भारती, धूणिया मठ महंत रघुनाथपुरी, लहरभारती कुटिया सायला के राजभारती महाराज, सिणली (बाड़मेर) के महंत शंकरभारती, महंत शीतलाईनाथ महाराज, मलकेश्वर मठ महंत सेवाभारती, लुर महंत शिवगिरी महाराज, मडवारिया (सिरोही) महंत तीर्थ गिरि, सिरोही के कैलाश भारती, आंबेश्वर के शंभुनाथ महाराज, शिकारपुरा महंत दयाराम महाराज, पालासनी जोधपुर महंत कैलाशनाथ, रेवानाथजी का अखाड़ा, सिरोही के लहरभारती, बुडेश्वर महादेव मंदिर सिरोही महंत लहर गिरि, सुखदेवपुरी, करड़ा महंत काशीनाथ, विधायक रामलाल मेघवाल, सांसद देवजी एम पटेल, पूर्व विधायक जोगेश्वर गर्ग, सिरोही के पूर्व नरेश रघुवीरसिंह, कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष समरजीत सिंह, दीपसिंह, रविंद्र सिंह बालावत, केएन भाटी, अनिल शर्मा, सत्यनारायण अग्रवाल, ग्रेनाइट एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेंद्रबालु अग्रवाल समेत ढाई सौ संत महात्मा और हजारों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।
दर्शनों के लिए भक्तों की लगी कतारें
अलसुबह चार बजे पीर शांतिनाथ महाराज की पार्थिव देह जब जालोर पहुंची तो यह खबर आग की तरह पूरे जालोर में फैल गई। इसके बाद उनके अंतिम दर्शनों के लिए लंबी कतार लग गई। बच्चे, महिलाएं व पुरुषों की एक किलोमीटर लंबी लाइन लगी हुई थी।
उनके ब्रह्मलीन होने के समाचार से भक्त रात को ही सड़कों पर जमा होने लगे। जैसे ही उनकी पार्थिव देह यहां पहुंची हर आंख नम हो गई। जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया अखाड़े के बाहर भक्तों का सैलाब बढ़ता गया। जैसे ही संतों ने उनकी बैकुंठी मठ से बाहर निकाली हर किसी की आंखें आंसुओं से भर आई। उनकी अंतिम यात्रा में करीब 80 हजार भक्त शामिल हुए।
जगह-जगह हुई पुष्प वर्षा
पीरजी की बैकुंठी सुबह ग्यारह बजे रवाना हुई। रास्ते में हर जगह पुष्प वर्षा कर श्रद्धालुओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। सड़कों पर चारों ओर अपार जनसमूह था। घर दुकानों की छतों से लेकर जिसे जहां जगह मिली वह वहीं खड़ा रहा।
प्रदेश-देश के संत हुए शामिल
नाथजी की अंतिम यात्रा में राजस्थान के साथ अन्य प्रदेशों के संत भी शामिल हुए। गोल मठ महंत रावत भारती, थांवला महंत विष्णु भारती, राताडूंडा (नागौर) महंत मंगलनाथ, जागनाथ महंत गंगाभारती, पूनासा महंत बाबूगिरी महाराज, गजीपुरा महंत प्रेमभारती, रणुजा के प्रेमनाथ, रविधाम धानेरा (गुजरात) के महंत सत्यानंद महाराज, वालेरा महंत आशा भारती, धूणिया मठ महंत रघुनाथपुरी, लहरभारती कुटिया सायला के राजभारती महाराज, सिणली (बाड़मेर) के महंत शंकरभारती, महंत शीतलाईनाथ महाराज, मलकेश्वर मठ महंत सेवाभारती, लुर महंत शिवगिरी महाराज, मडवारिया (सिरोही) महंत तीर्थ गिरि, सिरोही के कैलाश भारती, आंबेश्वर के शंभुनाथ महाराज, शिकारपुरा महंत दयाराम महाराज, पालासनी जोधपुर महंत कैलाशनाथ, रेवानाथजी का अखाड़ा, सिरोही के लहरभारती, बुडेश्वर महादेव मंदिर सिरोही महंत लहर गिरि, सुखदेवपुरी, करड़ा महंत काशीनाथ, विधायक रामलाल मेघवाल, सांसद देवजी एम पटेल, पूर्व विधायक जोगेश्वर गर्ग, सिरोही के पूर्व नरेश रघुवीरसिंह, कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष समरजीत सिंह, दीपसिंह, रविंद्र सिंह बालावत, केएन भाटी, अनिल शर्मा, सत्यनारायण अग्रवाल, ग्रेनाइट एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेंद्रबालु अग्रवाल समेत ढाई सौ संत महात्मा और हजारों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।
दर्शनों के लिए भक्तों की लगी कतारें
अलसुबह चार बजे पीर शांतिनाथ महाराज की पार्थिव देह जब जालोर पहुंची तो यह खबर आग की तरह पूरे जालोर में फैल गई। इसके बाद उनके अंतिम दर्शनों के लिए लंबी कतार लग गई। बच्चे, महिलाएं व पुरुषों की एक किलोमीटर लंबी लाइन लगी हुई थी।
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