राजकोट मोदी के गढ़ में पहुंचीं सोनिया ने कहा कि बड़ी-बड़ी बातें तो बहुत लोग करते हैं, लेकिन गुजरात की उन्न्ाति के लिए जितना कांग्रेस ने किया, उतना किसी ने नहीं किया। लोग बेकार की बातें करते हैं, जिसके कारण अच्छी बातें सामने नहीं आ पाती हैं। उन्होंने कहा कि बापू के आदर्श ही कांग्रेस के आदर्श हैं। गुजरात में विकास की बुनियाद कांग्रेस पार्टी ने रखी। नर्मदा का पानी से लेकर रिफाइनरी तक कांग्रेस ने बनाई।
सोनिया ने कहा, 'मुझे दुख है कि सात साल में नर्मदा का पानी सौराष्ट्र में नहीं पहुंच सका। यहां किसानों की आत्महत्या भी हुई है। सूखे की वजह से फसलों को नुकसान हुआ है। मैं चाहती हूं कि राज्य सरकार जल्द से जल्द इनके बारे में जरूरी आंकड़े इकट्ठा कर केंद्र को भेजे, ताकि मदद भेजी जा सके।' सोनिया ने कहा कि हमें यहां के मछुआरों की समस्याओं का अंदाज है। हमारी सरकार इस पर गंभीर है। यहां तरक्की के लिए केंद्र सरकार सक्रिय है। शिक्षा से लेकर मूलभूत बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए हम गंभीर हैं। कांग्रेस को हमेशा यही विश्वास रहा है कि जब तक किसान और गांव की तरक्की उस गति से नहीं होती, जिस गति से शहरों में हो रही है, तब तक हम सही प्रगति नहीं कर सकते।सोनिया के भाषण में किसान, यूपीए सरकार और मोदी ही रहे। सोनिया ने मोदी का नाम लिए बिना उन पर निशाना साधा।
सोनिया ने महंगाई बढ़ाने के केंद्र सरकार पर लग रहे आरोपों का भी जवाब दिया। उन्होंने सरकार का बचाव करते हुए कहा कि सारी दुनिया भारी आर्थिक मंदी से जूझ रही है। हमें अपनी जरूरत के मुताबिक तेल बाहर से खरीदना पड़ता है। जो तेल 32 रुपए बैरल था, आज वह 140 रुपए हो गया है। बाहर इन चीजों की कीमत बढ़ती है तो हम पर भी असर पड़ता है। फिर भी केंद्र सरकार लोगों को राहत देने की दिशा में बढ़ रही है। उन्होंने मोदी सरकार पर निशाना साधते हु पूछा कि क्या इसमें राज्य सरकारों को भी अपनी भूमिका नहीं निभानी चाहिए? क्यों नहीं राज्य सरकारें वैट कम कर देती हैं। हमने अपनी पार्टी वाली राज्य सरकारों में यह कम किया है। यहां (गुजरात में) सबसे अधिक वैट है।
रिटेल में एफडीआई की मंजूरी क ा बचाव करते हुए सोनिया ने कहा कि किसानों को उनकी फसल का सही दाम मिलेगा। साथ में बिचौलियों से भी उन्हें राहत मिलेगी। सोनिया ने गुजरात सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य में महिलाएं भी सुरक्षित नहीं हैं। गुजरात में दलित अपना अधिकार मांगते हैं तो उन्हें गोली मिलती है।
भ्रष्टाचार के मसले पर सोनिया ने कहा कि यह भाजपा ही थी जिसने लोकपाल बिल को राज्य सभा में पास नहीं होने दिया। आखिर ये किस मुंह से भष्टाचार की बात करते हैं। ये लोग भष्टाचार के खिलाफ नहीं हैं, बल्कि सिर्फ हमारे विरोध में हैं।राजकोट में हुई सोनिया की इस सभा से पहले ही गुजरात में विधानसभा चुनाव के प्रचार अभियान पर निकले मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन पर निशाना साध कर माहौल गरमा दिया था। उन्होंने कहा था कि एक तरफ तो यूपीए सरकार सादगी की बात करती है और दूसरी तरफ सोनिया गांधी की विदेश यात्राओं में जनता की गाढ़ी कमाई के 1880 करोड़ रुपये फूंक दिए जाते हैं। मोदी के इस हमले का जवाब तमाम कांग्रेसियों ने दिया। सोनिया के सिपहसालार दिग्विजय सिंह ने तो यहां तक कह दिया कि नरेंद्र मोदी झूठ बोल रहे हैं और उन्हें आरएसएस ने यह झूठ बोलना सिखाया है।
पिछली बार गुजरात चुनाव के प्रचार के दौरान सोनिया गांधी ने मोदी को मौत का सौदागर कहा था। इसके बाद से मोदी लगातार सोनिया और राहुल पर हमला करते रहते हैं। हाल ही में उन्होंने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा था कि वह इंटरनेशनल लीडर हैं और इटली से भी चुनाव लड़ सकते हैं।
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