गुरुवार, 16 अगस्त 2012

सरबजीत को जहर देकर मारने की कोशिश

सरबजीत  को जहर देकर  मारने की कोशि



नई दिल्ली। पाकिस्तान की जेल में कैद भारतीय नागरिक सरबजीत सिंह की जान को खतरा है। उसे जहर देकर मारने की कोशिश की जा रही है। सरबजीत ने अपनी बहन को लिखे खत में कहा है कि जेल में दिया जा रहा खाना बहुत घटिया किस्म का है। खाने में जहर मिलाकर उसकी जान ली जा सकती है। सरबजीत की बहन दलबीर कौर तक यह खत वकील अवैस शेख के जरिए पहुंचा।


शेख इस वक्त भारत में हैं। वह भारत-पाक दोस्ती मेला में भाग लेने भारत आए हुए हैं। पत्र में सरबजीत ने लिखा है कि उसके पैर में काफी दर्द है। खाने में मिलावट के कारण ऎसा हुआ है। अपने भाई की जान पर मंडराते खतरे के चलते दलबीर ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को शिकायत की है। दलबीर ने प्रधानमंत्री से मामले में हस्तक्षेप देने की मांग की है।

दलबीर ने प्रधानमंत्री से अपील की है कि वे भारतीय उच्चायोग को निर्देश दें कि वह सरबजीत के हालात का जायजा लें। सरबजीत का मेडिकल परीक्षण कराया जाए। सरबजीत का कहना है कि जेल अधिकारी उसे दवाईयां नहीं दे रहे हैं। न ही वे उसे अन्य भारतीय कैदियों से मिलने दे रहे हैं। इससे पहले हर शनिवार और रविवार को सरबजीत को अन्य भारतीय कैदियों से मिलने की इजाजत थी। सरबजीत ने एक अन्य पत्र कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखा है। इसमें मांग की गई है कि उनके परिवार को वीजा दिया जाए ताकि वे पाकिस्तान आकर उससे जेल में मिल सकें।

पति का दिल नहीं पसीजा, अंदर तक हिलाने वाली घटना





रायपुर।शिकागो में काम करने वाले अपने साइंटिस्ट पति डॉ. विवेक मिश्रा के साथ रहने के सपने संजोए भारत से निकली 25 साल की पायल के साथ वहां जो कुछ हुआ, वह किसी को भी अंदर तक हिलाने के लिए काफी है। पति के साथ रहने का मतलब उसके लिए चार महीने तक घर और बाथरूम के अंदर बंद रहना था। डच्यूटी पर या बाहर जाने के पहले विवेक बाहर से ताला लगाकर रखता था। कई बार उसे पिटाई करने के बाद बाथरूम में घंटों बंद रखता था। वह रोती- गिड़गिड़ाती थी, पर पति का दिल नहीं पसीजता था। भाइयों ने भारत वापस बुलाने के लिए विमान का टिकट भेजा तो विवेक ने उसे रद्द कर कुछ दिन बाद का टिकट खरीदकर दिया। पर जाने के पहले शिकागो के अस्पताल ले जाकर जबर्दस्ती उसका गर्भपात करवा दिया। दिल और शरीर से टूट चुकी पायल को विमान में बैठा दिया गया। चार महीने के अंदर ही शादी के सपने टूट गए। जगदलपुर में रहने वाली पायल की पढ़ाई रायपुर में ही हुई है। पुलिस थाने में एफआईआर के 21 दिन बाद भी पति विवेक समेत किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने से पायल टूटती जा रही है। उसका कहना है कि सारे दस्तावेज, सबूत देने के बाद भी अगर पुलिस इन लोगों को गिरफ्तार नहीं कर पा रही है, तो क्या उम्मीद की जाए। सोमवार दोपहर को भास्कर से बातचीत के दौरान कई बार पायल का दिल भर आया। आवाज भर्रा गई। पायल ने कहा- 17 अक्टूबर 2011 को वह अमेरिका से दिल्ली पहुंची। उसके बाद से आज तक मेरे पति ने यह तक नहीं पूछा कि पायल तू जिंदा या मर गई। वह केवल एक ही सवाल पूछना चाहती है कि विवेक तुमने मेरे साथ ऐसा क्यों किया। मेरे माता-पिता ने तो एनआरआई के लालच में शादी नहीं की थी। दोनों परिवार एक-दूसरे को दो पीढ़ियों से जानते थे। विवेक मेरे भाई का दोस्त भी था।उसके माता-पिता चार-पांच बार शादी का प्रस्ताव लेकर मेरे पापा के दफ्तर और घर आए। लड़का पढ़ा लिखा था। वे परिवार को सालों से जानते थे। अमेरिका पहुंचते ही विवेक की रंगत सामने आ गई।बात-बात में वह बिफर कर सामान फेंकने लगता था। उसके भाइयों को मारने की धमकी दी जाती थी। पति के अलावा ससुराल पक्ष के लोग भी उसे प्रताड़ित करते थे। पेंटिंग, डांस में निपुण पायल को आज भी यह सोचकर झुरझुरी आ जाती है, कि अगर उसके पड़ोस में रहने वाली महिला मदद नहीं करती, तो क्या होता।वह शायद शिकागो में ही मार दी जाती। महिला ने ही पायल के भाइयों को फोन पर सारी स्थिति बताई। सारी बातें पता चलने के बाद भी भाई इकलौती बहन का घर बचाने की कोशिश में लगे रहे। बहन को कुछ दिनों के लिए भारत भेजने के लिए टिकट भेजा, तो विवेक ने फोन पर भी उनके साथ गालीगलौज की।यल ने बताया कि गर्भपात के तीन दिन बाद ही विवेक ने बिना डॉक्टरों से कंसल्ट किए उसे इकानॉमी क्लास में 17 घंटे की उड़ान के लिए विमान में चढ़ा दिया। दिल्ली पहुंचने तक तो वह बेसुध सी हो रही थी। उसे अपना नाम तक याद नहीं आ रहा था। वह पति से रिश्ते ठीक करने के इंतजार में बीते अक्टूबर से अब तक रुकी रही। विवेक और उसके माता-पिता किसी की बात को ही सुनने तैयार नहीं हैं। उसने केस इसलिए किया कि अन्य दूसरी लड़की के साथ ऐसा न हो। पायल के परिजनों का कहना है कि इस केस को हाईकोर्ट में लेकर जाने के बारे में भी वकीलों से चर्चा की जा रही है। विवेक की कंपनी फ्रेंकलिन इंस्टीट्यूट के आला अफसर ने भी यह भरोसा दिलाया है, उसे न्याय दिलाने में पूरी मदद करेंगे।पायल की सास ललिता मिश्रा की जमानत अर्जी खारिज-अमेरिका में रायपुर की पायल पाणिग्रही मिश्रा को बंधक बनाने वाले वैज्ञानिक डॉ. विवेक मिश्रा के परिवार की अग्रिम जमानत की अर्जी कोर्ट ने सोमवार को खारिज कर दी। आरोपी विवेक की मां ललिता मिश्रा की ओर से वकील द्वारा रायपुर के कोर्ट में यह अर्जी लगाई गई थी। ललिता मिश्रा ने जमानत आवेदन में कहा था कि वे ब्लड प्रेशर की मरीज हैं। गिरफ्तारी से उनके स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ने की संभावना है। गिरफ्तारी का उनकी नौकरी पर भी बुरा असर पड़ेगा। सत्र न्यायाधीश प्रज्ञा पचौरी ने आवेदन को खारिज कर दिया। न्यायालय ने कहा कि मामले की अभी जांच चल रही है और आरोपियों की अब तक गिरफ्तारी भी नहीं हुई है। इसलिए इस मामले में अभी जमानत का लाभ नहीं दिया जा सकता। न्यायालय ने इसे खारिज करते हुए उन्हें सरेंडर करने का आदेश दिया है। पुलिस अब भी विवेक और उसके परिवार वालों की तलाश में जुटी है। इस मामले में पुलिस ने सास ललिता मिश्रा, पायल के पति विवेक मिश्रा, विमल, सुप्रिया और कल्याणी मिश्रा को आरोपी बनाया है। एफआईआर के बाद से ये सारे आरोपी फरार हैं। उनकी खोजबीन के लिए कई टीमें बाहर भी भेजी गई हैं। इधर, पुलिस ने आरोपी के खिलाफ ढेर सारे सबूत भी जुटा लिए हैं। इसमें कई दस्तावेज और टेप शामिल हैं।

फौजियों की पोशाक में घुसे आतंकवादियों ने एयरबेस में फेंके हथगोले

फौजियों की पोशाक में घुसे आतंकवादियों ने एयरबेस में फेंके हथगोलेफौजियों की पोशाक में घुसे आतंकवादियों ने एयरबेस में फेंके हथगोलेफौजियों की पोशाक में घुसे आतंकवादियों ने एयरबेस में फेंके हथगोले

इस्‍लामाबाद. पाकिस्‍तान में एक बार फिर सेना के ठिकाने पर हमला हुआ है। पंजाब सूबे के कामरा एयरबेस पर तड़के करीब दो बजे छह आतंकवादियों ने हैंड ग्रेनेड से हमला किया। सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच जारी मुठभेड़ में अब तक छह आतंकवादी मारे गए हैं। दो सुरक्षाकर्मियों की भी मौत हुई है। थोड़ी देर पहले एयरबेस कैंपस में दो भीषण धमाके सुने गए हैं।

स्‍थानीय मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक तहरीके तालिबान पाकिस्‍तान ने हमले की जिम्‍मेदारी ली है। बताया जा रहा है कि ये आतंकी फौजियों की पोशाक और बुलेटप्रुफ जैकेट पहनकर हाई सिक्‍योरिटी वाले इस एयर बेस में घुसने में कामयाब रहे। एयरबेस और आसपास के इलाकों में सघन तलाशी अभियान जारी है।

गौरतलब है कि कामरा एयरबेस पर ही 10 दिसंबर 2007 को भी आतंकवादी हमला हुआ था, जिसमें पांच स्‍कूली बच्‍चे मारे गए थे। 22 मई 2011 को कराची के पास पीएनएस मेहरान बेस पर भी आतंकी हमला हुआ था।

सिरोही जिले के कृष्णगंज कस्बे में कर्फ्यू

सिरोही जिले के कृष्णगंज कस्बे में कर्फ्यू

सिरोही। राजस्थान के सिरोही जिला मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर दूर कृष्णगंज कस्बे में बुधवार को बच्चों के बीच हुए विवाद ने दो समुदायों के बीच हिंसक संघर्ष का रूप ले लिया। हालात इतने बेकाबू हो गए की कर्फ्यू लगाना पड़ा। हुआ यूं था कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर दोपहर को कुछ बच्चे स्कूल परिसर में फुटबाल खेल रहे थे। इस दौरान फुटबाल समुदाय विशेष के एक बच्चे के जा लगी। उसने जब इस बात का उलाहना दिया तो बाकी बच्चों से उसका विवाद हो गया।

बच्चे ने घर जाकर अपने परिजनों को सारी बात बताई। इस पर उसके परिजन हथियारों से लैस होकर एक जीप में सवार होकर खेल के मैदान में जा धमके तथा मैदान में मैच देख रहे लोगों पर हमला बोल दिया। हमले में एक संगठन के प्रांत पदाधिकारी व एक अन्य युवक गंभीर घायल हो गए। ग्रामीणों ने विरोध जताया तो हमलावर मौके पर ही अपने वाहन छोड़ भाग गए। गुस्साए लोगों ने हमलावरों की जीप व दो मोटरसाइकिलों को फूंक दिया तथा पास ही समुदाय विशेष की एक दुकान में आग लगा दी। हालात बेकाबू होने पर पुलिस अधीक्षक लवली कटियार तथा कलक्टर बन्ना लाल मौके पर पहुंचे तथा दोनों पक्षों की समझाइश की। लेकिन एक पक्ष हमलावरों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर अड़ गया तथा स्टेट हाइवे नम्बर 27 पर जाम लगा दिया।

शाम करीब साढ़े पांच बजे समुदाय विशेष के कुछ लोगों ने अपने मोहल्ले फायरिंग कर दी। जिसकी चपेट में आने से तीन जने घायल हो गए। इससे माहौल फिर बिगड़ गया तथा हाइवेजाम लगाए बैठी भीड़ वहां से रवाना हो गई तथा समुदाय विशेष के लोगों के घरों की तरफ बढ़ने लगी। स्थिति बिगड़ते देख कलक्टर के आदेश पर एसपी ने लाठीचार्ज के आदेश दे दिए। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ गए तथा हवाई फायरिंग की गई। शाम करीब साढ़े छह बजे जिला कलक्टर ने कस्बे में कर्फ्यू की घोषणा कर दी। कलक्टर ने बताया कि हमलावरों समेत दोनों पक्षों के 9-9 लोगों को अरेस्ट किया गया है।

इधर, कृष्णगंज में हथियारों के हमले में घायल एक संगठन विशेष के पदाधिकारी व अन्य युवक को जैसे ही उपचार के लिए सिरोही के मुख्य अस्पताल लाया गया तो यहां भी स्थिति तनावपूर्ण बन गई। कुछ हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने शहर में बंद करा दिया तथा हाइवे नम्बर 14 पर जाम लगा दिया। पुलिस ने शाम को बलप्रयोग जाम लगाने वालों को खदेड़ दिया। रात साढ़े नौ बजे जिला मुख्यालय पर भी धारा 144 लागू कर दी गई। गंभीर दोनों घायलों का सिरोही जिला मुख्यालय में उपचार जारी है तथा पुलिस लाठीचार्ज और भीड़ के पथराव में घायल लगभग आधा दर्जन पुलिसकर्मियों समेत 12 लोगों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

अधिक मास 18 से, इन कारणों से खास रहेगा ये महीना

 

हिंदू पंचांग के अनुसार साल 2012 में अधिक मास का योग बन रहा है। ये अधिक मास 18 अगस्त, शनिवार से शुरु होगा। ज्योतिषियों के अनुसार इस बार भादौ का अधिक मास रहेगा। इसके पहले साल 1993 में भादौ का अधिक मास आया था। 18 साल बाद ये संयोग दोबारा बन रहा है। अधिक मास के कारण इस बार चातुर्मास पांच महीनों का रहेगा वहीं गणेश चतुर्थी तथा इसके बाद आने वाले त्योहार एक महीने बाद आएंगे।

धर्म ग्रंथों में अधिक मास को पुरुषोत्तम मास भी कहा गया है, जिसका अर्थ है इस महीने के स्वामी स्वयं भगवान विष्णु हैं। वहीं भादौ मास के स्वामी भी भगवान विष्णु को ही माना जाता है। इस कारण इस बार अधिक मास का महत्व और भी बढ़ गया है। धर्म ग्रंथों के अनुसार देवताओं का शयन काल आषाढ़ शुक्ल एकादशी से कार्तिक शुक्ल एकदाशी तक 4 महीने का होता है। लेकिन इस बार 18 अगस्त से 16 सितंबर तक अधिक मास होने से चातुर्मास 5 माह का होगा। भादौ का अधिक मास होने से इस बार दो भादौ होंगे। ज्योतिषियों के अनुसार 1993 के बाद अब भादौ में अधिक मास के योग बने हैं। इसके बाद 2031 के भादौ में अधिक मास आएगा।

शादियों में होगी देरी

अधिक मास होने से पर्व, त्योहारों की तिथियां आगे बढ़ेंगी। शादी-ब्याह, मांगलिक कार्य देर से शुरु होंगे क्योंकि 24 नवंबर को देव उठने के बाद ही शुभ कार्य प्रारंभ होंगे।

ऐसे लगता है अधिक मास

32 महीने, 16 दिन, 1 घंटा 36 मिनट के अंतराल से हर तीसरे साल अधिक मास आता है। ज्योतिष में चंद्रमास 354 दिन व सौरमास 365 दिन का होता है। इस कारण हर साल 11 दिन का अंतर आता है जो 3 साल में एक माह से कुछ ज्यादा होता है। चंद्र और सौर मास के अंतर को पूरा करने के लिए धर्मशास्त्रों में अधिक मास की व्यवस्था की है।

गुरुवार को बोलें यह चमत्कारी साईं मंत्र..संवर जाएगी किस्मत

PICS: गुरुवार को बोलें यह चमत्कारी साईं मंत्र..संवर जाएगी किस्मत

हिन्दू धर्मशास्त्रों के मुताबिक गुरु ही ईश्वर के ज्ञान स्वरूप व शक्ति हैं। गुरु सेवा, भक्ति या स्मरण मात्र से ही जागे बुद्धि और विवेक जीवन की तमाम परेशानियों से उबारने वाले होते हैं। धर्म परंपराओं में जगतगुरु साई बाबा व उनके उपदेशों का स्मरण ईर्ष्या, द्वेष, स्वार्थ, कलह जैसी सारी बुरी भावनाओं को दूर कर हर काम व कामना को पूरा करना आसान बना देता है।

इसी कड़ी में गुरु उपासना के विशेष दिन गुरुवार को साईं बाबा के सामने शास्त्रों में बताया एक विशेष गुरु मंत्र का ध्यान मनचाहे कामों में आ रही बाधा को दूर करने वाला व भाग्य संवारने वाला माना गया है। तस्वीर के साथ जानिए यह विशेष गुरु मंत्र - नमो गुरुभ्यो गुरुपादुकेभ्यो नमो परेभ्य: परपादुकाभ्यो: आचार्य सिद्धेश्वरपादुकाल्यो नमस्ते लक्ष्मीपति पादुकाभ्य:।। गुरुवार को साईं बाबा की प्रतिमा या तस्वीर पर केसर मिला या पीला चंदन, अक्षत, फूल व यथाशक्ति प्रसाद चढ़ाएं। धूप, दीप जलाकर अगली तस्वीर के साथ बताए विशेष गुरु मंत्र बोलें और सुख-सफलता की मुरादें मांग आरती करें।

pic........जैसलमेर लौद्रवा का जैन मंदिर खूबसूरत कलाकारी के लिए प्रसिद्ध






लौद्रवा का जैन मंदिर कला की दृष्टि से बङ्ें महत्व का है। यह मंदिर अपने खूबसूरत कलाकारी के लिए प्रसिद्ध है। खूबसूरत गढ़ी हुई मूर्तियाँ तथा पत्थर पर की गई नक्काशी, इस मंदिर को जैसलमेर की बहुमूल्य धरोहर बनाती है। दूर से ऊँचा भव्य शिखर तथा इसमें स्थित कल्पवृक्ष दिखाई पङ्ने लगते हैं। इस मंदिर में गर्भगृह, सभा मंडप मुख मंडप आदि है। यह मंदिर काफी प्राचीन है तथा समय-समय पर इसका जीर्णोधार होता रहा है। मंदिर में प्रवेश करते ही चौक में एक भव्य पच्चीस फीट ऊँचा कलात्मक तोरण स्थित है। इस पर सुंदर आकृतियों का रुपांतन पर खुदाई का काम किया गया है। मंदिर के गर्भगृह में सहसफण पार्श्वनाथ की श्याम मूर्ति प्रतिष्ठित है। यह मूर्ति कसौटी पत्थर की बनी हुई है। गर्भगृह के मुख्य द्वार के निचले हिस्से में गणेश तथा कुबेर की आकृतियाँ बनी हुई हैं। इसके खंभे विशाल हैं, जिसपर घट पल्लव की आकृतियां बनी हुई हैं। इस मूर्ति के ऊपर जङा हुआ हीरा मूर्ति के अनेक रुपों का दर्शन करवाता है।

इस मंदिर के चारों कोनों में एक-एक मंदिर बना हुआ है। मंदिर के दक्षिण-पूर्वी कोने पर आदिनाथ, दक्षिण-पश्चिमी कोने पर अजीतनाथ, उत्तर-पश्चिमी कोने पर संभवनाथ तथा उत्तर-पूर्व में चिंतामणी पार्श्वनाथ का मंदिर है। मूल मंदिर के पास कल्पवृक्ष सुशोभित है। मूल प्रासाद पर बना हुआ शिखर बङा आकर्षक है। तोरण द्वार, रंगमंडप, मूलमंदिर व अन्य चार मंदिर तथा उन पर निर्मित शिखर और कल्पवृक्ष सभी की एक इकाई के रुप में देखने पर इन सब की संरचना बङ्ी भव्य प्रतीत होती है। इस मंदिर में एक प्राचीन कलात्मक रथ रखा हुआ है, जिसमें चिंतामणि पाश्वनाथ स्वामी की मूर्ति गुजरात से यहां लाई गई थी।

लौद्रवा जो आज ध्वस्त स्थिति में है। प्राचीन काल में बङा समृद्ध था। यहाँ काल नदी के किनारे प्राचीन शिव मंदिर था। आज लगभग इसका तीन चौथाई भाग भूमिगत हो चुका है। यहाँ पंचमुखी शिवलिंग है। जिसकी तुलना ऐलिफेंटा गुहा व मध्य प्रदेश में मंदसौर से प्राप्त शिवलिंग से की जा सकती है। इसके अतिरिक्त विष्णु, लक्ष्मी, गणपति, शक्ति व कई पशु-पक्षियों की मूर्तियां भी रेत मे डूबी पङ्ी है। प्राचीन कला की दृष्टि से लौद्रवा का आज भी अत्यधिक महत्व है

बुधवार, 15 अगस्त 2012

बीकानेर स्टेशन पर बम की सूचना से हडकंप

बीकानेर स्टेशन पर बम की सूचना से हडकंप
बीकानेर। राजस्थान के बीकानेर जिले के मुख्य रेलवे स्टेशन पर बुधवार शाम करीब पांच बजे बम होने की सूचना मिलने के बाद अफरातफरी मच गई। बम एक नम्बर प्लेटाफार्म पर एक कचरा पात्र में होना बताया जा रहा था।

सूत्रों के पर शाम करीब पांच बजे अचानक जीआरपी और स्थानीय पुलिस का जमावड़ा लग गया। यात्री कुछ समझ पाते इससे पहले ही यात्रियों को तत्काल बाहर जाने को कहा गया। इससे यात्री दहशत में आ गए। थोड़ी देर में सेना और डॉग स्क्वायड के अलावा बम निरोधक दस्ता भी मौके पर पहुंच गया।

गहन जांच और सर्च ऑपरेशन के बाद एक कचरा पात्र को घेर लिया गया तथा उसके इर्द-गिर्द मिट्टी से भरे कट्टे लगा दिए गए। बाद में बम निरोधक दस्ते ने कचरा पात्र से एक पॉलिथीन थैली निकाली लेकिन जांच के बाद उसमें कुछ भी संदिग्ध चीन न होना पाया गया। करीब दो घंटे चले सर्च ऑपरेशन के बाद पुलिस अधीक्षक राकेश सक्सेना ने भी बम होने की घटना को महज अफवाह करार दिया।

हुआ यूं था कि किसी इमरान नामक शख्स ने रेलवे के नम्बर 139 पर सूचना की थी कि बीकानेर रेलवे स्टेशन पर बम है। यह संदेश 5 बजकर 5 मिनट पर रेलवे पूछताछ सेवा के नोएडा स्थित सेंटर को मिला। सूचना मिलने के बाद वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त कमंाडेंड कमल जोथबराल ने बीकानेर जीआरपी को अलर्ट कर दिया। इसके बाद स्टेशन पर शाम 5.15 बजे से 7.15 बजे तक सर्च ऑपरेशन चलाया गया।

स्टेशन पर बम होने की सूचना मिलने के बाद समूचे स्टेशन परिसर को खाली करा लिया गया तथा ट्रेनों का आवागमन रोक दिया गया था। शाम 6.45 बजे स्टेशन से रवाना होने वाली बीकानेर-हावड़ा ट्रेन को भी खाली करा कर उसके यात्रियों को स्टेशन परिसर से बाहर भेज दिया गया। पुलिस की तरफ से क्लीन चिट मिलने के बाद स्टेशन को यात्रियों के लिए खोल दिया गया।

मूक पशुओं की सेहत रक्षा की यह ऎतिहासिक योजना है- हेमाराम चौधरी





मुख्यमंत्री पशुधन निःशुल्क दवा योजना

राजस्व मंत्री ने जैसलमेर में किया शुभारंभ

मूक पशुओं की सेहत रक्षा की यह ऎतिहासिक योजना है- हेमाराम चौधरी


जैसलमेर, 15 अगस्त/ मुख्यमंत्री पशुधन निःशुल्क दवा योजना की जैसलमेर जिले में शुरुआत स्वाधीनता दिवस से हुई।

जैसलमेर जिला मुख्यालय स्थित राजकीय ‘अ’ श्रेणी पशु चिकित्सालय में बुधवार को आयोजित समारोह में प्रभारी मंत्री, प्रदेश के राजस्व ,उपनिवेशन एवं जल संसाधन मंत्री हेमाराम चौधरी ने पशुपालकों को निःशुल्क दवाइयों के पैकेट प्रदान कर इस योजना की शुरुआत की। अतिथियों ने जगदीश, हमीद खां, प्रभातसिंह, थानसिंह, लालसिंह, मूलसिंह आदि पशुपालकों को दवाइयाँ प्रदान कीं तथा पशुपालकों से चर्चा भी की।

समारोह में अतिथियों के रुप में क्षेत्रीय विधायक छोटूसिंह भाटी, जिला कलक्टर शुचि त्यागी, जिला पुलिस अधीक्षक ममता विश्नोई, अतिरिक्त जिला कलक्टर परशुराम धानका,जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बलदेवसिंह उज्जवल, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी देवाराम सुथार, उपखण्ड अधिकारी रमेशचन्द जैन्थ, जैसलमेर प्रधान मूलाराम चौधरी,पूर्व विधायक गोवद्र्धन कल्ला एवं मुल्तानाराम बारूपाल, श्रीमती सुनीता चौधरी आदि उपस्थित थे।

पशुपालन और चिकित्सा को मिलेंगे नए आयाम

इस अवसर पर राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी ने कहा कि अपने दर्द व्यक्त न कर पाने वाले मूक पशुओं की सेवा के लिए राज्य सरकार द्वारा निःशुल्क दवा मुहैया कराना ऎतिहासिक कार्य है एवं इसका लाभ प्रदेश के पशुपालकों को मिलने के साथ ही यह योजना अत्यन्त उपयोगी सिद्ध होगी और इससे राजस्थान में पशु चिकित्सा, पालन एवं सेवा को नए आयाम मिलेंगे। पशुपालकों को चाहिए कि सरकार की इस महत्त्वपूर्ण योजना से अपने पशुओं को लाभान्वित करें।

पशु चिकित्सा सेवाओं पर विशेष जोर

चौधरी ने बीमार पशुओं की सेवा व देखरेख को जरूरी बताया कहा कि जैसलमेर जैसे विषम भौगोलिक परिस्थितियों वाले जिले में पशुओं के लिए संचालित गतिविधियों में विस्तार की जरूरत है व इस पर ध्यान दिया जाएगा।

भूमिहीनों की आवास समस्या समाधान के निर्देश

उन्होंने जैसलमेर जिले में भूमिहीन बीपीएल के लिए आवास की कठिनाई के समाधान के लिए जनप्रतिनिधियों, नगरपरिषद व जिला प्रशासन के सम्मिलित प्रयासों की आवश्यकता बतायी व जिला कलक्टर को निर्देश दिए कि इस प्रकार की समस्या का समाधान जिला स्तर पर नहीं हो सकने की स्थिति में इसे समाधान मूलक सुझाव के साथ राज्य सकार को भिजवायें ताकि वहां से इसके समाधान का प्रयास हो सकें।



जल्द चलेगा प्रशासन शहरों के संग अभियान

राजस्व मंत्री ने बताया कि जल्द ही प्रदेश में ‘प्रशासन शहरों के संग’ अभियान चलाया जाएगा जबकि अगले वर्ष प्रशासन गांवों के संग अभियान भी चलाया जाएगा।

ग्राम्यांचलों में जागरुकता जरूरी

जिला कलक्टर शुचि त्यागी ने अपने उद्बोधन में सुनवाई का अधिकार अधिनियम तथा पशुओं के लिए निःशुल्क दवा वितरण योजना के प्रति ग्राम्यांचलों में व्यापक प्रचार-प्रसार तथा जागरुकता संचार करने का आह्वान किया।

मोबाइल टीमों से पशु चिकित्सा पर ध्यान

त्यागी ने बताया कि जैसलमेर जिले में दूरदराज के इलाकों में पशुओं के लिए मोबाईल चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने पर जोर दिया व कहा कि जिला प्रशासन इसके लिए विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम लगा कर व्यापक प्रयास करेगा। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा यह व्यवस्था की गई है कि सर्वाधिक जरूरत वाली दवाइयों की उपलब्धता प्राथमिकता के आधार पर सुनिश्चित हो ताकि चिकित्सा केन्द्रों पर इनकी पर्याप्त व्यवस्था बनी रह सके।

क्षेत्रफल के अनुपात में पशु चिकित्सा सेवाएं जरूरी

जैसलमेर क्षेत्रीय विधायक छोटूसिंह भाटी ने राज्य सरकार द्वारा पशुओं के लिए दवाइयों की निःशुल्क व्यवस्था के लिए संचालित इस योजना का स्वागत किया। क्षेत्रीय विधायक ने जैसलमेर जिले में व्यापक क्षेत्रफल के अनुपात में पशु चिकित्सा के लिए मोबाईल टीमों की व्यवस्था, पशुपालकों को अपने पशुओं के लिए उपयुक्त आवास की भूमि का प्रावधान करने,ओरण सुरक्षित रखने आदि पर बल दिया।

पशुपालक उठाएं योजना का पूरा लाभ

पूर्व विधायक गोवद्र्धन कल्ला ने सरकार की इस योजना को आम पशुपालकों के लिए महत्त्वपूर्ण बताया व आम पशुपालकों से इसका लाभ उठाने की अपील की।

आरंभ में उपनिदेशक ( पशुपालन ) डॉ.एस.पी.िंसंह ने स्वागत भाषण प्रस्तुत करते हुए मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा वितरण योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

अतिथियों का पुष्पहारों व शाल-साफों से स्वागत उपनिदेशक डॉ. एस.पी.सिंह, सहायक निदेशक डॉ. एस.एस.मीणा, डॉ. वैशाली बिरादरी, डॉ. संजय भौंसले, डॉ. अनिल कुमार, डॉ. वासुदेव गर्ग, मनोज व्यास, जुगतसिंह, प्रदीपसिंह आदि ने किया । समारोह का संचालन साहित्यकार एवं रंगकर्मी विजय बल्लाणी ने किया जबकि आभार प्रदर्शन नोडल अधिकारी डॉ. एस.एस. मीणा ने किया।

photo....जैसलमेर में स्वाधीनता दिवस समारोहपूर्वक मनाया गया







जैसलमेर में स्वाधीनता दिवस समारोहपूर्वक मनाया गया

राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी ने किया ध्वजारोहण

जैसलमेर, 15 अगस्त/स्वतंत्रता दिवस बुधवार को जैसलमेर जिले भर में समारोहपूर्वक मनाया गया।

जैसलमेर जिला मुख्यालय पर शहीद पूनमसिंह स्टेडियम में आयोजित जिलास्तरीय मुख्य समारोह में मुख्य अतिथि राजस्व, उप निवेशन एवं जल संसाधन मंत्री हेमाराम चौधरी ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया, परेड़ का निरीक्षण किया, मार्चपास्ट की सलामी ली और उल्लेखनीय सेवाओें के लिए 18 जनों को प्रशस्ति पत्र एवं पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया। महामहिम राज्यपाल का संदेश वाचन अतिरिक्त जिला कलक्टर परशुराम धानका ने किया।

घूमर नृत्य ने गुंजाया स्टेडियम

समारोह में स्थानीय श्रीमती किशनीदेवी मगनीराम मोहता राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक की लगभग 150 छात्राओं ने साँस्कृतिक समूह नृत्य की मनोहारी प्रस्तुति पर मन मोह लिया। इन छात्राओं ने राजस्थानी लोक नृत्यों की मनोहारी प्रस्तुतियाें से पूरा स्टेडियम गूंजा दिया।

छात्राओं के मनभावन नृत्यों से अभिभूत होते हुए जैसलमेर विधायक छोटूसिंह भाटी एवं जैसलमेर पंचायत समिति के प्रधान मूलाराम चौधरी ने बालिकाओं के लिए इक्कीस सौ-इक्कीस सौ रुपए नगद पुरस्कार प्रदान करने की घोषणा की। जैसलमेर नगर परिषद के आयुक्त रामकिशोर माहेश्वरी ने भी परिषद की ओर से नृत्य प्रस्तुत करने वाली बालिकाओं को पांच हजार एक सौ रुपए पुरस्कार प्रदान करने की घोषणा की।

समारोह में क्षेत्रीय विधायक छोटूसिंह भाटी, जिला कलक्टर शुचि त्यागी, जिला पुलिस अधीक्षक ममता विश्नोई, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बलदेवसिंह उज्जवल,अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी देवाराम सुथार, उपखण्ड अधिकारी रमेशचन्द जैन्थ, पूर्व विधायक गोवद्र्धन कल्ला, मुलतानाराम बारूपाल एवं किशनसिंह भाटी, जैसलमेर प्रधान मूलाराम चौधरी सहित कई जन प्रतिनिधिगण, जिलाधिकारी एवं नागरिक उपस्थित थे। समारोह में उद्घोषक का दायित्व मनोहर महेचा, विजय बल्लाणी एवं हरिवल्लभ बोहरा ने निभाया।

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जिला कलक्टर शुचि त्यागी ने कलेक्ट्रेट पर फहराया तिरंगा

जैसलमेर, 15 अगस्त/ स्वाधीनता दिवस पर जिला कलक्टर शुचि त्यागी ने जैसलमेर जिला कलेक्ट्रेट भवन पर ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर जिलाधिकारियों के साथ ही कलक्ट्री तथा परिसर स्थित कार्यालयों के अधिकारी एवं कार्मिक उपस्थित थे। ध्वजारोहण के बाद जिला कलक्टर की ओर से सभी को लड्डू खिलाकर मुँह मीठा करवाया गया।

PICS: सिद्धपुर के अहमदभाई प्रतिदिन फहराते हैं अपने घर पर तिरंगा

PICS: सिद्धपुर के अहमदभाई प्रतिदिन फहराते हैं अपने घर पर तिरंगाPICS: सिद्धपुर के अहमदभाई प्रतिदिन फहराते हैं अपने घर पर तिरंगा


पाटण। स्वतंत्रता पर्व के अवसर पर हम जहां सिर्फ 15 अगस्त को ही आजादी का जश्न मनाते हैं। वहीं गुजरात, पाटण जिले और सिद्धपुर तहसील के करण गांव में 82 वर्षीय अहमदभाई नांदोलिया प्रतिदिन अपने घर पर झंडा फहराते हैं। यह सिलसिला पिछले 10 वर्षो से जारी है। अहमदभाई प्रतिदिन सुबह अपने बंगले पर झंडा फहराकर सलामी देते हैं और शाम को नियमानुसार झंडा उतार लेते हैं।

देशप्रेमी अहमदभाई का जन्म 1930 में हुआ, 17 वर्ष की उम्र में उन्होंने देश को आजाद होते हुए देखा। 1954 से 1958 तक यानी की 4 वर्ष उन्होंने फौज में भी अपनी सेवाएं दीं।

 इस बारे में खुद अहमदभाई बताते हैं कि वे प्रतिदिन अपने बंगले पर झंडा फहराकर सूर्यास्त से पहले सम्मानपूर्वक उसे उतार भी लेते हैं। यह सिलसिला इनके यहां पिछले 10 वर्षो से जारी है। उनकी गैरहाजिरी में यह काम उनके परिजन या कर्मचारी करते हैं। अहमदभाई कहते हैं मैं अपनी आखिरी सांस तक इस सिलसिले को जारी रखूंगा

सुनीता ने अंतरिक्ष में लहराया तिरंगा

Sunita Williams wishes Indians on Independence Day 

ह्यूस्टन। भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स को भारत से बेहद प्यार है। स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर उन्होंने अंतरिक्ष में तिरंगा लहराकर अपने इस जज्बे का परिचय दिया। उन्होंने भारतीय ध्वज को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आइएसएस) पर फहराया।

इस मौके पर सुनीता ने अपने संदेश में कहा कि भारत एक अद्भुत देश है और मुझे उससे बेहद लगाव है। मुझे गर्व है कि मैं भी भारत से जुड़ी हूं। सुनीता के मुताबिक, 'मैं आधी भारतीय हूं, क्योंकि मेरे पिता गुजराती हैं। इस वजह से मैं भारतीय संस्कृति और रीति रिवाजों से काफी वाकिफ हूं। यही वजह है कि मैं गौरव से आजादी का जश्न मना रही हूं।' सुनीता रूस के यूरी मालेनचेंको और जापान के अकीहिको होशिदे के साथ 15 जुलाई को बैकानूर प्रक्षेपण स्थल से अंतरिक्ष के लिए रवाना हुई थीं।

प्रदेशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं। अशोक गहलोत मुख्यमंत्री, राजस्थान



तीन रंग है हमारी पहचान
स्वतंत्रता है हमारा स्वाभीमान’’

प्रदेशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं।

अशोक गहलोत मुख्यमंत्रीराजस्थान

photo...लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस की झलकियां





















लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस की झलकियां

पंचतत्व में विलीन हुए देशमुख, उमड़ी हजारों की भीड़, हालत बेकाबू


Deshmukh' s body reaches Latur, funeral in evening 
लातूर। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री विलासराव देशमुख का उनके पैतृक गाव में अंतिम संस्कार किया गया। उनके अंतिम दर्शन के लिए लातूर में तीन लाख से ज्यादा लोग पहुंचे हैं। हालात बेकाबू होने के बाद पुलिस को लाठिया भाजने पर भी मजबूर होना पड़ा। देशमुख को श्रद्धाजलि देने व शोक संतप्त परिजनों के प्रति सहानुभूति जताने के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह व काग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाधी देशमुख को अंतिम विदाई देने के लिए लातूर पहुंच गए हैं। महाराष्ट्र के सीएम पृथ्वीराज चव्हाण, डिप्टी सीएम अजित पवार समेत कई बड़े नेता भी लातूर पहुंचे हैं।

 
देशमुख की पार्थिव देह बुधवार को विशेष विमान से उनके गृहनगर लातूर लाई गई। दिवंगत मंत्री के भाई दिलीप देशमुख ने बताया कि दिवंगत नेता की अंत्येष्टि आज शाम उनके पैतृक गाव लातूर जिले के बाभलगाव में की जाएगी।

लातूर हवाई अड्डे पर देशमुख की पार्थिव देह की प्रतिक्षा में उनके कई रिश्तेदारों समेत कई अन्य लोग मौजूद थे। लातूर हवाईअड्डे से उनकी पार्थिव देह को जनता के अंतिम दर्शनों के लिए दयानंद स्कूल ले जाया गया, जहां उसे दोपहर दो बजे तक रखा गया। इसके बाद इसे देशमुख के पैतृक गांव बाभलगांव ले जाया जाएगा, जहां शाम चार बजे उनकी अंत्येष्टि पूरे राजकीय सम्मान के साथ की जाएगी।

गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्री और काग्रेस नेता विलासराव देशमुख का मंगलवार दोपहर चेन्नई के एक अस्पताल में निधन हो गया था। उनका लीवर की बीमारी का इलाज चल रहा था और उनके लीवर का प्रत्यारोपण किया जाना था लेकिन दानदाता की मृत्यु के कारण ऐसा संभव नहीं हो पाया और उनका निधन हो गया।

67 वर्षीय विलासराव देखमुख को छह अगस्त को गंभीर हालत में मुंबई से एयर एंबुलेंस के जरिए चेन्नई के ग्लोबल अस्पताल में ले जाया गया था। उनके परिवार में उनकी पत्नी वैशाली और तीन पुत्र बालीवुड अभिनेता रितेश, विधायक अमित और धीरज हैं।

अस्पताल के अध्यक्ष के रवींद्रनाथ ने बताया कि मंगलवार दिन में 1.40 बजे उनके दिल की धड़कन बंद हो गई। उनके जिगर ने पहले ही काम करना बंद कर दिया था जिसके बाद उनके गुर्दो ने भी काम करना बंद कर दिया और उनके फेफड़ों को सही ढंग से संचालित करने के लिए उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री को बहुत ही गंभीर हालत में यहा लाया गया था।

देशमुख के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित कर दी गई थी। उनके निधन का समाचार लोकसभा में केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने दिया।