हिन्दू धर्मशास्त्रों के मुताबिक गुरु ही ईश्वर के ज्ञान स्वरूप व शक्ति हैं। गुरु सेवा, भक्ति या स्मरण मात्र से ही जागे बुद्धि और विवेक जीवन की तमाम परेशानियों से उबारने वाले होते हैं। धर्म परंपराओं में जगतगुरु साई बाबा व उनके उपदेशों का स्मरण ईर्ष्या, द्वेष, स्वार्थ, कलह जैसी सारी बुरी भावनाओं को दूर कर हर काम व कामना को पूरा करना आसान बना देता है।
इसी कड़ी में गुरु उपासना के विशेष दिन गुरुवार को साईं बाबा के सामने शास्त्रों में बताया एक विशेष गुरु मंत्र का ध्यान मनचाहे कामों में आ रही बाधा को दूर करने वाला व भाग्य संवारने वाला माना गया है। तस्वीर के साथ जानिए यह विशेष गुरु मंत्र - नमो गुरुभ्यो गुरुपादुकेभ्यो नमो परेभ्य: परपादुकाभ्यो: आचार्य सिद्धेश्वरपादुकाल्यो नमस्ते लक्ष्मीपति पादुकाभ्य:।। गुरुवार को साईं बाबा की प्रतिमा या तस्वीर पर केसर मिला या पीला चंदन, अक्षत, फूल व यथाशक्ति प्रसाद चढ़ाएं। धूप, दीप जलाकर अगली तस्वीर के साथ बताए विशेष गुरु मंत्र बोलें और सुख-सफलता की मुरादें मांग आरती करें।
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