सोमवार, 13 अगस्त 2012

हुआ खुलासा! 18 फीसदी गर्भवती महिलाओं को डायबिटीज

भोपाल। देश में कुल गर्भवती महिलाओं में से 18 फीसदी को शुगर (डायबिटीज) होती है। डायबिटीज पीड़ित महिलाओं के बच्चे विकलांग पैदा होते हैं। वहीं, जिन महिलाओं में गर्भावस्था के दौरान शुगर का स्तर बढ़ जाता है, उनके एबॉरशन की आशंका स्वस्थ गर्भवती महिला की अपेक्षा ज्यादा होती है। महिलाओं को इससे बचने के लिए जरूरी है कि वे गर्भावस्था से पहले और गर्भावस्था के दौरान नियमित शुगर की जांच कराएं। 
यह जानकारी रविवार को एमपी नगर स्थित एक होटल में एसोसिएशन ऑफ प्राइवेट मेडिकल प्रैक्टिशनर्स की गर्भावस्था और डायबिटीज पर हुई कार्यशाला में नागपुर के डायबिटोलॉजिस्ट डॉ. सुनील गुप्ता ने दी। उन्होंने बताया कि जिन महिलाओं को डायबिटीज है, उन्हें गर्भावस्था के दौरान स्वयं का वजन और खून में शुगर का स्तर नियंत्रित करना चाहिए। ऐसा नहीं करने पर बीमार बच्चा पैदा होने की आशंका ज्यादा रहती है। कार्यशाला में गांधी मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग के रिटायर्ड एचओडी डॉ. एसएस येशिकर, डायबिटोलॉजिस्ट डॉ. सुशील जिंदल व डॉ. सचिन कुमार गुप्ता, डॉ. राजन खेत्रपाल आदि शामिल हुए।

कुंवारों की चिंता बढ़ी सरकार ने कदम उठाने के निर्देश दिए

कुंवारों की चिंता बढ़ी

जोधपुर। लिंग परीक्षण एवं कन्या भू्रण हत्या से गड़बड़ाए पुरूष व महिला अनुपात ही नहीं सरकार को अब कुंवारपन की चिंता सताने लगी है। असंतुलित लिंगानुपात के चलते आगामी समय में पुरूषों के विवाह की समस्या गहराए, इससे पहले ही सरकार ने कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।

वर्ष 2011 की जनसंख्या रिपोर्ट पुरूषों को चौंकाने वाली है। रिपोर्ट मुताबिक राज्य में पुरूष एवं महिला का अनुपात 1000 : 926 है, जो कि राष्ट्रीय औसत 1000 : 946 से भी कम है। छह वर्ष से कम आयु के बच्चों में यह अनुपात और भी चिंताजनक 1000 : 883 है। जोधपुर जिले के हालात और भी विकट है। यहां वर्ष 2011 की जनसंख्या रिपोर्ट में जिले में लिंगानुपात 1000 पुरूषों की तुलना में 915 है। छह वर्ष से कम वर्ष के बच्चों का लिंगानुपात 890 है।

ग्राम सभाओं में देंगे जानकारी
अगले महीने ग्राम सभाओं की विशेष बैठक आयोजित कर बालक एवं बालिकाओं की जन्म दर में असंतुलन के कारण महिलाओं की घटती संख्या के सामाजिक एवं आर्थिक कुप्रभाव एवं अवैध रूप से लिंग परीक्षण करा कर कन्या भू्रण हत्या की अनैतिकता एवं कानूनों की पालना के बारे में बताया जाएगा। महिला सभाओं का नियमित आयोजन कर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की ओर से प्रति माह गर्भवती महिलाओं व शिशु जन्म पंजीकरण एवं टीकाकरण की जानकारी दी जाएगी।

जनप्रतिनिधि व कर्मचारी रखेंगे निगाह
लिंग परीक्षण एवं कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए बनाए गए कानूनों की पालना के लिए ग्रामीण, ग्राम पंचायत सरपंच एवं सदस्य, स्वयं सेवक व पंचायत में पदस्थ सरकारी कर्मचारी, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा सहयोगिनी आसपास की क्लीनिकों पर निगाह रख पुलिस व मजिस्ट्रेट को दे सकेंगे।

हर माह भेजो रिपोर्ट
ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सी.एस. राजन ने इन आदेशों की पालना इसी साल 15 अगस्त से कराने के निर्देश दिए हैं। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हर माह पंचायती राज सचिव को इस निर्देशों की पालना व समीक्षा की रिपोर्ट भिजवाएंगे।

राहुल गांधी को सौंपा जाएगा एचआरडी, रक्षा या ग्रामीण विकास मंत्रालय!

 

दिल्ली. कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने मनमोहन सरकार के मंत्री के रूप में नई पारी शुरू करने की पूरी तैयारी कर ली है। इस बात की पूरी संभावना है कि वे रक्षा, मानव संसाधन या ग्रामीण विकास मंत्रालय संभाल सकते हैं। 42 वर्षीय राहुल जल्द ही नई जिम्मेदारी संभालेंगे। मनमोहन सरकार में विस्तार और फेरबदल सितंबर के दूसरे सप्ताह में होने की संभावना है। संसद का मानसून सत्र भी इस समय तक खत्म हो जाएगा। साथ ही ज्योतिष में आस्था रखने वाले कांग्रेस नेताओं के हिसाब से भी यह वक्त माकूल है।

राहुल गांधी की भूमिका सरकार में क्या होती है, इसके जवाब में सूत्रों ने बताया कि उन्हें रक्षा या मानव संसाधन विकास मंत्री के तौर पर शामिल किया जा सकता है। अगर राहुल रक्षा मंत्री बनते हैं तो पार्टी की नीति निर्धारण कमेटी यानी कोर गु्रप में भी वह शामिल होंगे और इस मंत्रालय का मंत्री विवादों से भी परे है। अगर वे मानव संसाधन मंत्री बनते हैं तो ज्यादा से ज्यादा शिक्षा संस्थानों में जाएंगे और युवा सोच को आगे बढ़ाने का पार्टी को मौका मिलेगा। इसी तरह अगर वह ग्रामीण विकास की राह पकड़ते हैं तो महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना, जिसमें वे खासी रुचि रखते हैं, को भी नया आयाम मिल सकता है। साथ ही एआईसीसी में महासचिव भी वह बने रहेंगे यानी राहुल अब एक साथ कई पारियों की शुरुआत कर सकते हैं।

तेईस घंटे बाद उठाया शव


सिवाना। रमणिया सरहद में एक व्यक्ति की नृशंस हत्या के मामले ने तूल पकड़ लिया। रविवार को राजपूत समाज के सैकड़ों लोगों ने आक्रोश जताते हुए राजमार्ग पर जाम लगा दिया। टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन करते हुए पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। मामले की निष्पक्ष जांच कर आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग पर अड़े परिजनों व राजपूत समाज के लोगों ने शव लेने से इंकार कर दिया। पुलिस द्वारा एक आरोपी को दस्तयाब करने व मामले की निष्पक्ष जांच करवाने के भरोसे के बाद लोगों ने जाम हटाया तथा पोस्टमार्टम के बाद शव प्राप्त किया।
 
रमणिया निवासी छतरसिंह (35) पुत्र सोहनसिंह की नृशंस हत्या कर उसके शव को मामाजी का थान सरहद में डाल दिया गया था। मृतक के शरीर पर धारदार हथियारों के 35 घाव थे। सिर व चेहरा बुरी तरह से कुचली हालत में था। समझाईश व जद्दोजहद के बाद पुलिस ने शनिवार रात शव को सिवाना मोर्चरी मे रखवाया था। इस वारदात के बाद रविवार को परिजन व ग्रामीण भड़क उठे। उन्होंने राजमार्ग पर जाम लगा दिया।

पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए थानाधिकारी को हटाने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने आरोपियों को गिरफ्तार करने व थानाधिकारी को हटाने की मांग के साथ ही मामले की निष्पक्ष जांच किसी अन्य अधिकारी से करवाने की मांग की। ऎसा नहीं होने पर शव उठाने से इंकार कर दिया। पुलिस उप अधीक्षक रामेश्वरलाल मेघवाल ने सिवाना विधायक कानसिंह कोटड़ी, किसान नेता हमीरसिंह भायल, जेठूसिंह तेलवाड़ा, रामपुरा सरपंच हनवंतसिंह सहित राजपूत समाज के प्रबुद्धजनों से वार्ता कर समझाइश की। हत्याकांड की जांच समदड़ी थानाधिकारी से करवाने, दोषियों को गिरफ्तार करने का भरोसा दिलाने के बाद परिजनों ने शव प्राप्त किया। मेडिकल बोर्ड से शव का पोस्टमार्टम करवाया गया। तेईस घंटे बाद रविवार शाम पांच बजे प्रशासन व पुलिस की मौजूदगी में शव की अंत्येष्टि की गई।

पुलिस के
खिलाफ आक्रोश
हत्या मामले को लेकर राजपूत समाज के लोगों में पुलिस को लेकर काफी आक्रोश नजर आया। उन्होंने सिवाना थानाधिकारी को तत्काल प्रभाव से हटाने की मांग की। मौके पर पहुंचे सिवाना थानाधिकारी को लोगों के आक्रोश को देखते हुए वापिस लौटना पड़ा।

हत्या का मामला दर्ज
उम्मेदसिंह पुत्र सोहनसिंह निवासी रमणिया की ओर से पेश रिपोर्ट पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर कालूराम पुत्र उदाराम निवासी रमणिया को दस्तयाब किया। उससे गहन पूछताछ की जा रही है।
शक के आधार पर युवक दस्तयाब

शक के आधार पर एक युवक को दस्तयाब कर पूछताछ की जा रही है। मामले की जांच समदड़ी थानाधिकारी को सौंपी गई है। रामेश्वरलाल मेघवाल पुलिस उप अधीक्षक, बालोतरा

सरकारी सम्पति चुराने के चार आरोपी गिरफ्तार

गुड़ामालानी. थाना क्षेत्र के आलपुरा ग्राम की सरहद में गत दिनों 30 हैक्टर भूमि से वन विभाग की लौहे की एंगले आदि सरकारी सम्पति चुराने के मामले में पुलिस ने एक कबाड़ी संचालक सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे व कबाड़ी से कुछ एंगले बरामद की है।

थाना प्रभारी गौरव अमरावत ने बताया कि 10 जुलाई को उदाराम पुत्र पोकरराम हाल सहायक वनपाल रेंज- धोरीमन्ना ने मामला दर्ज करवाया कि आलपुरा सरहद पर वनीकरण योजना 2008 के तहत 30 हैक्टर भूमि पर पौधारोपण एवं तारबंदी की गई थी, जिसके तहत 426 एंगल लगा तारबंदी की गई।

इसके बाद 8 जुलाई को निरीक्षण के दौरान पता चला कि अज्ञात चोर सभी एंगल चुरा कर ले गए। इस दौरान 10 जुलाई को दर्ज चोरी के मामले में पुलिस ने अनुसंधान करते हुए चोरों का सुराग लगा पुनमाराम पुत्र भंवराराम, मताराम पुत्र भीमाराम, हरसनराम पुत्र चेलाराम मेग गुड़ामालानी को गिरफ्तार किया गया एवं उनकी निशानदेही पर अलग-अलग जगहों से चोरी की एंगल जब्त की। पुलिस ने कबाड़ी के यहां बेचे गये माल 135 से अधिक एंगल व अन्य चोरी का सामान बरामद कर आरोपियों से पूछताछ शुरू की।

आकाशीय बिजली गिरने से दो मरे

आकाशीय बिजली गिरने से दो मरे

बाड़मेर। बाड़मेर के रामसर क्षेत्र स्थित कोटडिया तला खारा राठौड़ान में रविवार शाम करीब सात बजे आकाशीय बिजली गिरने से दो जनों की मृत्यु हो गई।

रामसर थानाधिकारी नरपतदान ने बताया कि रविवार शाम तेज हवा के साथ हो रही बरसात के दौरान तिलोकाराम (65) पुत्र हमीराराम निवासी कोटडिया तला खारा राठौड़ान अपने रिश्तेदार पाबूराम (20) पुत्र पूनमाराम निवासी रातडिया पोकरण के साथ अपने घर में बने पक्के कमरे में बैठा था। शाम करीब सात बजे आकाशीय बिजली गिरी, जिससे इन दोनों मृत्यु हो गई। बिजली गिरने से कमरे का एक कोना भी ध्वस्त हो गया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहंुची और शव बरामद किए।

रविवार, 12 अगस्त 2012

photo ...rain in barmer on sunday evening







गंगा न सही, धोरों में आम तो उगा

या तो तू बाड़मेर में गंगा ला दे या फिर धोरों में आम उगा दे. बिलकुल यही सुझाया था छोगालाल सोनी को, उनके एक मित्र ने. सोनी ने दार्शनिक अंदाज में पूछा था कि 54 साल के हो चुके हैं, ऐसा क्या काम किया जाए कि लोग याद रखें? 
राजस्थान के बाड़मेर सरीखे धुर रेगिस्तानी इलाके में बैठकर दिया गया सुझाव सचमुच मजाक ही था. पर बात सोनी के दिल पर लग गई. गंगा न सही, धोरों में आम तो उगा ही सकता हूं. सीधे आते हैं 2012 में.

बाड़मेर से नौ किमी दूर मारूड़ी गांव स्थित फलों के अपने बगीचे से सोनी अब 3-4 लाख रु. सालाना कमा रहे हैं. वह भी तब जबकि आने-जाने वालों को फल लेने से वे मना नहीं करते. पाकिस्तान से लगती सीमा को देखने के लिए मुनाबाव जाते वक्त रास्ते में अब यह बगीचा लोगों के लिए कौतूहल की चीज बन गया है. अब 64 के हो चले सोनी के इस भगीरथ प्रयास को देख आंखें फटी की फटी रह जाती हैं. आम, नींबू, मौसमी, अनार, आंवला, शहतूत, चीकू के अलावा समुद्रतटीय इलाकों में पाए जाने वाले नारियल की भी खेती हो रही है सोनी की बगिया में.

लेकिन अपने सपनों के अंखुआने से लेकर फलने-फूलने तक सोनी को कई साल तक सिर्फ श्रम करना पड़ा. वे कलेक्ट्रेट में कनिष्ठ लिपिक थे. नौकरी से जी भर गया तो उसे छोड़ सर्राफे के पुश्तैनी धंधे में आ गए. खूब पैसा भी कमाया. लेकिन रेत में फल उगाने के नए जुनून के तहत सबसे पहले उन्होंने स्थानीय किसानों से गुर लेना चाहा. इस पर उन्हें पागलपन का इलाज कराने जैसी नसीहत मिली. उनका इरादा उलटे और मजबूत हुआ.

2001 में वे जोधपुर गए और वहां एक नर्सरी से 2,000 पौधे खरीदे. गांव आकर सोनी ने सबसे पहले खेत में बड़े, गहरे गड्ढे खुदवाए और खाद/दवा डालकर पौधे लगा दिए. ड्रिप सिस्टम से सींचते रहे. साल भर तक निरंतर सेवा के बाद भी 700 पौधे जल गए. अब उन्होंने युक्ति लगाई. तापमान कम करने के लिए खेत में इन पौधों के आसपास उगने वाली घास को उन्होंने काटा नहीं ताकि धोरे कुछ ठंडे रहें. पानी के लिए एक कुआं खुदवाया गया. अब पौधों का रंग गहराने लगा.

2005 तक सोनी बगीचे पर 12 लाख रु. फूंक चुके थे. अब कुओं में जलस्तर भी तेजी से गिरने लगा. सोनी ने तुरंत खेत में बड़ी-बड़ी 11 टंकियों और कुएं को पानी से भरा. अब पानी सभी पौधों की बजाए जरूरतमंद पौधों को ही दिया जाने लगा. तभी 2006 में बाड़मेर में बाढ़ आ गई. अब दिन फिरे. 52 बीघे में 2,800 पौधों ने फल देना शुरू कर दिया.

बस तभी से लोगों का मोरूड़ी आना जारी है. कभी सरकारी कारिंदे तो कभी आम जिज्ञासु. हाल ही स्थानांतरित होकर बाड़मेर पहुंचे कृ षि विभाग के उपनिदेशक अमरसिंह हैरत से कहते हैं, ''सोनी का प्रयोग धोरों के किसानों के लिए बड़ी प्रेरणा है. इससे साबित होता है कि लगन से सब कुछ संभव है.''

हाल ही में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उन्हें जिले के प्रथम किसान का 25,000 रु. इनाम दिया. दर्जनों इनाम उन्हें पहले ही मिल चुके हैं. सोनी इज्राएल भी हो आए लेकिन अब वे उसी पर सवाल उठा रहे हैं, ''हर साल किसानों को इज्राएल भेजा जाता है पर सरकार कुछ करने को तैयार नहीं तो किसान क्या खाक करेगा?

इज्राएल में सड़कों के दोनों ओर गहरी खाइयां बनाकर बरसात का पानी उसमें बटोरते हैं और सभी खाइयों को किसी तालाब से जोड़ते हैं. यहां प्रशासन को कई बार लिखा कि बरसाती पानी इकट्ठा करने को कुछ किया जाए पर कहीं कोई सुनवाई नहीं.'' देखिए, एक जिज्ञासा और उससे उपजे जुनून ने एक बाबू को कृषि विशेषज्ञ बना दिया.

रामदेव ने जेल भरो आंदोलन के दिए संकेत, अब कल होगी रणनीति की घोषणा



नई दिल्ली. बाबा रामदेव के अनशन की रणनीति की घोषणा का समय लगातार बढ़ता जा रहा है। रामदेव ने प्रधानमंत्री को शाम पांच बजे तक का समय दिया था। शाम पांच बजे के बाद दिए अपने संबोधन में बाबा रामदेव ने जेल भरों आंदोलन की ओर इशारा किया और कहा कि अब अगली रणनीति का खुलासा सोमवार सुबह होगा।
रामदेव ने जेल भरो आंदोलन के दिए संकेत, अब  कल होगी रणनीति की घोषणा 

इससे पहले बाबा रामदेव ने रामलीला मैदान से एक बार फिर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। मंच से अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए रामदेव ने कहा कि काले धन के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए सरकार को पूरा मौका दिया गया। रामदेव ने पीएम को शाम पांच बजे तक का वक्त भी दिया लेकिन पीएम की ओर से कोई जबाव न मिलने के बाद उन्तहोंने 'महाक्रांति' की बात करते हुए जेल भरो आंदोलन के संकेत दिए।


बाबा रामदेव के मंच पर पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल वीके सिंह भी पहुंचे।

PHOTOS:बारिश ने कहीं बिखेरी रंगत तो कहीं बंद कर दिए रास्ते















थार में बारिश  के  नज़ारे 

फेसबुक पर अभद्र टिप्पणी, एक गिरफ्तार

फेसबुक पर अभद्र टिप्पणी, एक गिरफ्तार

चित्तौड़गढ़। सोशियल नेटवर्क साइट फेसबुक पर एक संगठन पर अभद्र टिप्पणियों को लेकर शनिवार को शहर के विभिन्न संगठन विरोध पर उतर आए हैं।

इस बीच कोतवाली पुलिस ने शाम को रमेश बोरीवाल की रिपोर्ट पर एक संगठन के कुछ कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज कर एक जने को गिरफ्तार किया है।

तूफानी हवाओ के साथ जमकर बरसे बदरा

तूफानी हवाओ के साथ जमकर बरसे बदरा


बाड़मेर सीमावर्ती बाड़मेर जिला मुख्यालय सहित आसपास के गाँवो में रविवार शाम तूफानी हवाओं के साथ आंधी ने कहर बरपा दिया .आंधी के बाद तेज़ हवाओ के का साथ बदल जमकर बरसे .तूफानी हवाओ की रफ़्तार सत्तर से अस्सी किलोमीटर थी जिसके चलते बारिश खौफनाक लग रही हें ,तूफानी बारिश से एक बारगी थार वासियों के दिल दहल गए .समाचार लिखे जाने तक तूफानी बारिस जारी हें तीन दिन से जबरदस्त उमस के बाद शाम को बरस रहे बादलो ने शकुन दिया .किसानो की चिंताए भी ख़त्म हो गई .

बॉलीवुड निर्माताओं की इस प्राइम लोकेशन पर अब आसान नहीं होगी शूटिंग

जैसलमेर.फिल्म निर्माताओं को अब जैसलमेर में शूटिंग की परमिशन के लिए इधर उधर चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। जैसलमेर के पर्यटन स्थलों पर शूटिंग के लिए अब उन्हें पर्यटन आयुक्त से स्वीकृति लेनी पड़ेगी। वहां से स्वीकृति मिलते ही वे जैसलमेर में अपनी शूटिंग शुरू कर सकेंगे।  
राजस्थान पर्यटन व्यवसाय अधिनियम 2010 के तहत पर्यटन आयुक्त सभी विभागों के लिए नोडल अधिकारी के रूप में कार्य करेंगे। जहां पहले निर्माताओं को अलग अलग स्थानों के लिए संबंधित अधिकारियों से स्वीकृति लेनी पड़ती थी और इसके अलावा पहले जिला प्रशासन और बाद में जिला प्रशासन के माध्यम से स्वीकृति पत्र जयपुर जाता था, उसके बाद जाकर स्वीकृति मिलती थी।

जैसलमेर प्राइम लोकेशन के रूप में उभरा :

जैसलमेर के पर्यटन स्थल और यहां की विरासत फिल्म निर्माताओं के लिए प्राइम लोकेशन है। अब तक जैसलमेर में दर्जनों बॉलीवुड फिल्मों, एड फिल्मों, रीजनल फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है। मुख्य रूप से रुदाली, टशन, सरफरोश, कृष्णा, कच्चे धागे तथा कोका कोला, बोरो प्लस, पेप्सी व हीरो होंडा जैसी कंपनियों की एड भी यहां हो चुकी है।

पिछले एक दो साल से शूटिंग पार्टियों का रुझान थोड़ा कम नजर आ रहा है, शायद इसका यही कारण है कि यहां स्वीकृति मिलना थोड़ा मुश्किल काम था। लेकिन अब उन्हें इस मुसीबत से छुटकारा मिल गया है जिससे संभावना जताई जा रही है कि एक बार फिर जैसलमेर कई बॉलीवुड फिल्मों व अन्य फिल्मों में नजर आएगा।

नहीं होगी विरासत से छेड़छाड़ :

पर्यटन स्थलों और विरासत के साथ छेड़छाड़ करने वालों के लिए जुर्माने और सजा का प्रावधान भी किया गया है। गत दिनों एक फिल्म पार्टी द्वारा कुलधरा में विरासत से छेड़छाड़ का मामला सामने आया था, कलेक्टर के माध्यम से तत्काल शूटिंग रुकवाई गई और सामान्य कार्रवाई के बाद कुछ भी नहीं हुआ। लेकिन अब ऐसा नहीं हो पाएगा।

जैसलमेर में बढ़ेगा शूटिंग पर्यटन :

शूटिंग की परमिशन आसान हो जाने से यहां कई फिल्म निर्माता आकर अपनी फिल्मों के दृश्य फिल्माएंगे। जिससे जैसलमेर का नाम ऊंचाइयां छूकर विख्यात होगा। जिससे सीधे तौर पर पर्यटन को फायदा मिलेगा। स्वर्णनगरी की पहचान होने पर देश विदेश से सैलानी इसे देखने यहां पहुंचेंगे।

10 लाख जुर्माना और 3 साल सजा

अधिनियम के तहत विरासत व पर्यटन स्थलों को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का प्रावधान है। इस प्रकार के स्थलों को नुकसान पहुंचाने व अतिक्रमण करने पर दस लाख का जुर्माना और तीन साल का कठोर कारावास हो सकता है।

रोजगार भी मिलेगा

जानकारी के अनुसार जैसलमेर में यदि शूटिंग का क्रेज बढ़ता है तो निश्चित तौर पर यहां के लोगों को रोजगार मिलेगा। पूर्व में भी देखा गया है कि जब भी यहां किसी फिल्म की शूटिंग होती है तो डायरेक्ट व इनडायरेक्ट रूप से कइयों को रोजगार मिलता है। ऐसे में शूटिंग का सिलसिला बढ़ने से कई युवाओं को रोजगार मिलने की संभावना है।


'अब शूटिंग के लिए सिर्फ पर्यटन विभाग ही अनुमति देगा। इसके तहत सभी विभागों के लिए नोडल विभाग पर्यटन ही होगा। इसमें विरासत व पर्यटन स्थल को नुकसान पहुंचाने के लिए जुर्माने व सजा का भी प्रावधान है। जैसलमेर जिले को इससे काफी लाभ मिलेगा।'

हनुमानमल आर्य, सहायक निदेशक, पर्यटन

एक अर्श पर तो दूसरा फर्श पर

एक अर्श पर तो दूसरा फर्श पर
नैरोबी। अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को कौन नहीं जानता? दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश का जिम्मा संभालने वाला दुनिया का सबसे ताकतवर शख्स, लेकिन एक नाम जो आपने लगभग नहीं सुना होगा, वह है जॉर्ज हुसैन ओबामा। अफ्रीकी देश केन्या की राजधानी नैरोबी की एक गंदी बस्ती में रहने वाला 30 साल का व्यक्ति। आप के जेहन में सवाल जरूर कौंधेगा कि दोनों ओबामा में क्या समानता? दरअसल, सवाल बिल्कुल दुरूस्त और जायज है। दोनों में समानता यह है कि ये आपस में भाई हैं।

बराक ओबामा अफ्रीकी पिता और अमरीकी माता से हवाई में जन्मे, जबकि जॉर्ज के पिता बराक की तरह एक थे, लेकिन मां अफ्रीकी मूल की थीं और जन्म भी हजारों मील दूर केन्या में हुआ। बराक मेहनत और किस्मत के सहारे अमरीकी राष्ट्रपति बन गए, जबकि जॉर्ज ड्रग्स और शराब के चलते नैरोबी में लगभग बेघर हैं।

पर्दे पर आएगी कहानी
जहरीले रसायनों से बनी शराब पी-पीकर उनका शरीर बेहद कमजोर हो गया है। दोनों ओबामा की यह कहानी अब पर्दे पर और किताब की शक्ल में नजर आएगी। अमरीकी लेखक और बराक ओबामा के मुखर विरोधी डेनिश डिसूजा यह काम कर रहे हैं। इसमें अमरीकी राष्ट्रपति के पारिवारिक इतिहास के बारे में बेहद चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं।

चिढ़ाते हैं बस्ती के लोग
जॉर्ज ने ओबामा के बारे में कुछ भी गलत नहीं कहा है, हां उनकी बस्ती के वाशिंदे उन्हें प्रेसिडेंट ओबामा कहकर चिढ़ाते जरूर हैं।

लव, सेक्स और धोखाः कुछ ऐसी ही है इस लड़की की कहानी


 
हिसार.लव, सेक्स और धोखा। किरतान की एक लड़की की दास्तां भी कुछ ऐसी ही है। इस लड़की ने अपने प्रेमी पर परिवार से ज्यादा भरोसा किया।

घर परिवार को छोड़कर उसके साथ शादी की। मगर शादी के दो महीने में ही वह उसका भरोसा तोड़ कर अकेला छोड़ कर चला गया। गुरुवार को लघु सचिवालय में पीड़ित लड़की एसपी बी सतीश बालन के पास न्याय की गुहार लगाने पहुंची। लड़की ने लड़के के पिता पर भी दुराचार करने के आरोप जड़े हैं। अब मामला एसडीएम के पास है।

किरतान में इस लड़की का पड़ोस के ही एक युवक के साथ प्यार परवान चढ़ा। वह परिवार को छोड़ कर एक दिन उसके साथ चली गई। दोनों ने 14 जुलाई को हाईकोर्ट में शादी कर ली। दोनों ने अपने परिवारों से खतरा बताया। कोर्ट ने उन्हें सुरक्षा के लिए प्रोटेक्शन हाउस में भेज दिया।

वहां कुछ दिन रहने के बाद दोनों जम्मू में रहने लगे। लड़के ने कुछ काम शुरू किया। मगर लड़के के पिता को इसका पता चल गया और वह पांच अगस्त को जम्मू उनके घर पर पहुंच गया। लड़की ने शिकायत में कहा कि वह उस समय घर पर अकेली थी।

उसके ससुर ने घर आते ही उसे धमकाना शुरू कर दिया और उसके साथ संबंध बनाने और उसके बाद घर में आकर रहने की बात कही। उसने जबरदस्ती भी की। दोनों गुरुवार को उसे हिसार कोर्ट में ले आए। वह कोर्ट परिसर में बैठी रही और उसका पति और ससुर उसे वहीं अकेला छोड़ कर भाग गए। लड़की ने कहा कि दोनों ने इस बात की शिकायत को करने पर उसे जान से मारने की धमकी दी। लड़की की शिकायत की अब एसडीएम जांच करेंगे।