सोमवार, 13 अगस्त 2012

कुंवारों की चिंता बढ़ी सरकार ने कदम उठाने के निर्देश दिए

कुंवारों की चिंता बढ़ी

जोधपुर। लिंग परीक्षण एवं कन्या भू्रण हत्या से गड़बड़ाए पुरूष व महिला अनुपात ही नहीं सरकार को अब कुंवारपन की चिंता सताने लगी है। असंतुलित लिंगानुपात के चलते आगामी समय में पुरूषों के विवाह की समस्या गहराए, इससे पहले ही सरकार ने कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।

वर्ष 2011 की जनसंख्या रिपोर्ट पुरूषों को चौंकाने वाली है। रिपोर्ट मुताबिक राज्य में पुरूष एवं महिला का अनुपात 1000 : 926 है, जो कि राष्ट्रीय औसत 1000 : 946 से भी कम है। छह वर्ष से कम आयु के बच्चों में यह अनुपात और भी चिंताजनक 1000 : 883 है। जोधपुर जिले के हालात और भी विकट है। यहां वर्ष 2011 की जनसंख्या रिपोर्ट में जिले में लिंगानुपात 1000 पुरूषों की तुलना में 915 है। छह वर्ष से कम वर्ष के बच्चों का लिंगानुपात 890 है।

ग्राम सभाओं में देंगे जानकारी
अगले महीने ग्राम सभाओं की विशेष बैठक आयोजित कर बालक एवं बालिकाओं की जन्म दर में असंतुलन के कारण महिलाओं की घटती संख्या के सामाजिक एवं आर्थिक कुप्रभाव एवं अवैध रूप से लिंग परीक्षण करा कर कन्या भू्रण हत्या की अनैतिकता एवं कानूनों की पालना के बारे में बताया जाएगा। महिला सभाओं का नियमित आयोजन कर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की ओर से प्रति माह गर्भवती महिलाओं व शिशु जन्म पंजीकरण एवं टीकाकरण की जानकारी दी जाएगी।

जनप्रतिनिधि व कर्मचारी रखेंगे निगाह
लिंग परीक्षण एवं कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए बनाए गए कानूनों की पालना के लिए ग्रामीण, ग्राम पंचायत सरपंच एवं सदस्य, स्वयं सेवक व पंचायत में पदस्थ सरकारी कर्मचारी, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा सहयोगिनी आसपास की क्लीनिकों पर निगाह रख पुलिस व मजिस्ट्रेट को दे सकेंगे।

हर माह भेजो रिपोर्ट
ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सी.एस. राजन ने इन आदेशों की पालना इसी साल 15 अगस्त से कराने के निर्देश दिए हैं। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हर माह पंचायती राज सचिव को इस निर्देशों की पालना व समीक्षा की रिपोर्ट भिजवाएंगे।

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