बाडमेर अभावग्रस्त 315 गांवों में राहत की कोई योजना नहीं
बाडमेर भारत पाकिस्तान की सरहद पर स्थित तीन सौ पन्द्रह गांवों को राजय सरकार ने अभावग्रसत घोशित किऐ लगभग एक माह होने के उपरांत जिला प्रशासन ने इन अभावग्रस्त गांवों में राहत की कोई योजना नही बनाई।बाडमेर जिले के तीन सौ पन्द्रह गांवों को अभावग्रस्त घोशित किया हैं।जिनमें सरहदी रामसर तहसील के एक सौ दो गांवों में पिचहतर से सो फीसदी खराबा,तिरेपन गांवों में पचास से चौहतर फीसदी खराबा,िव तहसील के एक सौ उनचालीस गांवों में पचास से चौहतर फीसदी खराबा तथा गुडा मालानी के चार गांवों में पिचहतर से सो फीसदी खराबा,सत्रह गांवों में पचास से चौहतर फीसदी खराबा माना हैं।अभावग्रस्त गांवों में पेयजल की व्यवस्था के लिऐ पुख्ता प्रबन्ध किऐ गये हैं।पशु ओं के लिऐं चारे की व्यवस्था के लिऐ कोई निर्दो नही मिले।
बाडमेर जिले के शि व तथा रामसर तहसीले अक्सर अभावग्रसत धोशित होती हैं।राज्य सरकारें अभावग्रस्त गांवों में रोजगार ,पेयजल पशुओ के लिऐं चारे पानी के पुख्ता प्रबन्ध के लिऐ कार्ययोजना बनाकर राज्य सरकार को प्रेशित करती हैं।मगर इस बार जिला प्रासन ने अकालग्रस्त लोगो तथा पाुओं के लिऐ कोई कार्ययोजना नही बनाई।अभावग्रस्त गांवों के हालात बदतर होते जा रहे हैं।इन गांवों की मवोी की स्थिति बदतर होती जा रही हैं।गांवों में पाुओ के लिऐं चारे का कोई प्रबन्ध नहीं होने के कारण काळ के गाल में समा रहे हेैं।गा्रमीणों ने बताया कि सरहदी गांवों में पेयजल की सबसे बडी समस्या हैं।जिला प्रायन की और से पानी के टैंकरो की कोई व्यवस्था नही की गई।जिसके कारण पानी के अभाव में पशु दम तोडने लगे हैं।पानी की ऐ मटकी के लिऐ मीलों तक पैदल चलकर व्यवस्था करनी होती हैं।पेसजल योजनाऐं गांवों में रख रखाव के अभाव में ठप्प पडी हैं॥महीनों से इन पेयजल स्त्रोतों में पेयजल आपूर्ति नही हुई।गडरा तहसील के मक्खन का पार गांव निवासी सरादीन खान ने बताया कि गांवो पानी की जोरदार समस्या हैं।प्रासन की ओर से पेयजल टैंकरों की कोई व्यवस्था नही की।ना ही पुओ के लिऐ चारे की व्यवस्था की जिसके कारण गांवो में हालात बिगडते जा रहे हैं।