नागपुर।। अपनी ही बेटी की निर्दयता पूर्वक हत्या करके सबको चकित कर देने के बाद मां ने ट्रेन के आगे कूदकर अपनी जान देने की कोशिश की। शीला नाम की इस महिला ने अपनी चार साल की बेटी वैशाली के सीने में 21 बार छुरा मार कर निर्ममता पूर्वक उसकी जान ले ली। घटना 28 जून की है। नागपुर के रघुजीनगर में हाउसिंग बोर्ड के अपने क्वॉर्टर में महिला ने इस हत्या को अंजाम दिया।
घटना के वक्त महिला का पति बेटे के साथ बाहर गया हुआ था। जांच में लगी पुलिस का मानना है कि शायद इसके पीछे कोई अंधविश्वास या बाबाओं का चमत्कार हो सकता है। शीला के बेटे अभिषेक की मदद से पुलिस ने बाबा सैलानी नाम के एक तांत्रिक को ढूंढ़ भी निकाला है और उससे पूछताछ की जा रही है। अभिषेक से ही पुलिस को यह पता चला कि उसकी मां उसे लेकर अक्सर बाबा के पास जाती थी।
बच्ची का पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों का कहना है कि हत्या के लिए एक सुनियोजित तरीका अपनाया गया था। सभी वार बच्ची के दिल के पास के सीमित दायरे में किए गए। उसके अलावा पूरे शरीर पर कहीं चोट का कोई निशान नहीं है। अंधविश्वास के नाम पर इस तरह की घटनाओं के बारे में डॉक्टरों का कहना है कि इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए सख्त कदम उठाने जाने चाहिए।
पुलिस फिलहाल इसमें बाबा का हाथ होने की बात को सही न मानकर कह रही है कि महिला मानसिक रूप से विक्षिप्त है। असिस्टेंट पुलिस इंसपेक्टर विनोद दिघोरे ने बताया, फॉरेंसिक टीम से बात करने पर पता चला है कि शीला संभवतः मानसिक रूप से पीड़ित है। दिघोरे ने यह भी बताया कि बाबा से पूछताछ में कुछ पता नहीं चला है। बाबा ने माना कि वह शीला को जानता है लेकिन उसने कभी महिला से पैसे की मांग नहीं की।
पुलिस के अनुसार, बाबा से पूछताछ में किसी तरह से इस हत्या में शामिल होने के सबूत नहीं मिले हैं। घटना के समय बाबा शहर में नहीं थे वह कानपुर गए हुए थे। हालांकि शीला के बेटे अभिषेक और परिवार के नजदीकी लोगों का कहना है कि बाबा ने महिला से एक लाख रुपये की मांग की थी और शीला इसके लिए अपना घर बेचना चाहती थी।