धोरीमन्ना.जालोर हादसे के शिकार हुए धोरीमन्ना के कोजा गांव निवासी किशना राम मीरपुर (सांचौर) अपने ससुराल गया था। जहां बेटी व बेटे की शादी का निमंत्रण देकर घर लौट रहा था। उसकी बेटी की शादी 26 जून व बेटे की शादी 28 जून को तय कर रखी थी। किशना अपनी बेटी के हाथ पीले करने के बाद बेटे की शादी रचाने की जिम्मेदारी निभाने को आतुर था, मगर कुदरत को कुछ ओर ही मंजूर था। हादसे में मौत के बाद बेटी की डोली से पहले उसकी अर्थी उठ गई। विलाप करते बेहोश हो गई पत्नी व बेटी. कोजा गांव में किशना राम के घर शादी की तैयारियां चल रही थी। परिवार के सदस्य खुशियां मना रहे थे। जैसे ही किशना राम की मौत की सूचना मिली तो खुशियां का जश्न मातम में बदल हो गया। किशना की पत्नी व बेटी विलाप करते करते बेहोश हो गई। जिसे उपचार के लिए सीएचसी लाया गया। जहां काफी देर बाद दोनों को होश आया।मौत करीब थी, मगर हिम्मत नहीं हारी: दवा लेने गए थे मर्ज लेकर आए. बस में सवार कई यात्री को धनेरा व डीसा से दवा लेने गए थे। जिनका लंबे समय से इलाज चल रहा है। मिठड़ा निवासी भंवराराम ने बताया कि वह डीसा दवा लेने गया था। दवा लेकर बस से घर लौट रहा था। वह बस में फाटक के पास बैठा था। हादसे के बाद फाटक जाम हो गया। वह यात्रियों के पैरों तले दब गया। काफी देर तक होश नहीं आया। बाद में जैसे तैसे भागते हुए अंतिम क्षणों में बाहर निकलने में सफलता मिली। भंसाली हॉस्पिटल सांचौर में भर्ती घायल वीरमाराम ने बताया कि वह अपने तीन साथियों के साथ धमाणा गांव में शोक सभा में गए थे। वहां से वे घर लौट रहे थे। बस हादसे के दौरान वह अपने एक साथी के साथ बस से निकल गए। लेकिन उसके एक साथी के बारे में अभी तक पता नहीं चला है।
रविवार, 17 जून 2012
बेटी की डोली से पहले उठी बाप की अर्थी!
धोरीमन्ना.जालोर हादसे के शिकार हुए धोरीमन्ना के कोजा गांव निवासी किशना राम मीरपुर (सांचौर) अपने ससुराल गया था। जहां बेटी व बेटे की शादी का निमंत्रण देकर घर लौट रहा था। उसकी बेटी की शादी 26 जून व बेटे की शादी 28 जून को तय कर रखी थी। किशना अपनी बेटी के हाथ पीले करने के बाद बेटे की शादी रचाने की जिम्मेदारी निभाने को आतुर था, मगर कुदरत को कुछ ओर ही मंजूर था। हादसे में मौत के बाद बेटी की डोली से पहले उसकी अर्थी उठ गई। विलाप करते बेहोश हो गई पत्नी व बेटी. कोजा गांव में किशना राम के घर शादी की तैयारियां चल रही थी। परिवार के सदस्य खुशियां मना रहे थे। जैसे ही किशना राम की मौत की सूचना मिली तो खुशियां का जश्न मातम में बदल हो गया। किशना की पत्नी व बेटी विलाप करते करते बेहोश हो गई। जिसे उपचार के लिए सीएचसी लाया गया। जहां काफी देर बाद दोनों को होश आया।मौत करीब थी, मगर हिम्मत नहीं हारी: दवा लेने गए थे मर्ज लेकर आए. बस में सवार कई यात्री को धनेरा व डीसा से दवा लेने गए थे। जिनका लंबे समय से इलाज चल रहा है। मिठड़ा निवासी भंवराराम ने बताया कि वह डीसा दवा लेने गया था। दवा लेकर बस से घर लौट रहा था। वह बस में फाटक के पास बैठा था। हादसे के बाद फाटक जाम हो गया। वह यात्रियों के पैरों तले दब गया। काफी देर तक होश नहीं आया। बाद में जैसे तैसे भागते हुए अंतिम क्षणों में बाहर निकलने में सफलता मिली। भंसाली हॉस्पिटल सांचौर में भर्ती घायल वीरमाराम ने बताया कि वह अपने तीन साथियों के साथ धमाणा गांव में शोक सभा में गए थे। वहां से वे घर लौट रहे थे। बस हादसे के दौरान वह अपने एक साथी के साथ बस से निकल गए। लेकिन उसके एक साथी के बारे में अभी तक पता नहीं चला है।
बलात्कारी को दस वर्ष का कठोर कारावास
बलात्कारी को दस वर्ष का कठोर कारावास
नागौर। अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश वी.के. भारवानी ने दो वर्ष पुराने मामले में शनिवार को एक बलात्कारी को दस वर्ष के कठोर कारावास की सजा सुनाई है। उस पर 25 हजार रूपए जुर्माना भी लगाया गया है। इस मामले में अभियोजन की ओर से कुल 15 गवाह, 31 दस्तावेज तथा एक से 11 आर्टिकल पेश किए गए।
भगतावाड़ी निवासी एक व्यक्ति ने 15 अगस्त 2010 को रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि आरोपी विष्णु सोनी (22) ने उसकी छह वर्षीय लड़की को चॉकलेट देने के बहाने बुलाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। करीब 22 माह चले इस मामले में न्यायालय ने आरोपी को बलात्कार का दोषी मानते हुए दस वर्ष की सजा व 25 हजार के जुर्माने की सजा सुनाई। अभियोजन की ओर से अपरलोक अभियोजक गोपालराम गोदारा ने पैरवी की।
भगतावाड़ी निवासी एक व्यक्ति ने 15 अगस्त 2010 को रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि आरोपी विष्णु सोनी (22) ने उसकी छह वर्षीय लड़की को चॉकलेट देने के बहाने बुलाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। करीब 22 माह चले इस मामले में न्यायालय ने आरोपी को बलात्कार का दोषी मानते हुए दस वर्ष की सजा व 25 हजार के जुर्माने की सजा सुनाई। अभियोजन की ओर से अपरलोक अभियोजक गोपालराम गोदारा ने पैरवी की।
कलक्टर रेजिडेंस पर शुरू हुई स्लम्स पाठशाला
कलक्टर रेजिडेंस पर शुरू हुई स्लम्स पाठशाला
पाली। शिक्षा से वंचित बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए शुक्रवार से जिला कलक्टर आवास पर विशेष कोर्स शुरू किया गया। 30 जून तक चलने वाले इस विशेष शिविर में रामलीला मैदान, मस्तान बाबा के आस-पास के क्षेत्र की कच्ची बस्तियों के करीब 100 बच्चों ने पहले दिन भाग लिया। यहां शिक्षा से वंचित बच्चों को विशेष कोर्स के माध्यम से खेल-खेल में शिक्षा दी जा रही है।
एक जुलाई से स्कूल में होगा दाखिला
जिला कलक्टर नीरज के. पवन ने बताया कि स्लम्स के इन बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए यह शिविर शुरू किया है। शिविर 30 जून तक चलेगा। उसके बाद शिक्षा से वंचित स्लम्स के इन बच्चों को स्कूल में दाखिले की भी विशेष व्यवस्था की जाएगी। एक जुलाई से इन बच्चों का शहर के सरकारी विद्यालयों में प्रवेश कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि इन बच्चों का रोजाना स्कूल जाना सुनिश्चित करने के लिए मॉनिटरिंग भी की जाएगी।
खेल-खेल में सीखेंगे आखर ज्ञान
खेल-खेल में ही इन बच्चों को आखर ज्ञान की शिक्षा दी जाएगी। इन बच्चों पर कोई मानसिक दवाब नहीं पड़े और ये शिक्षा से मुख्य धारा से जुड़े रहें इसके लिए कलक्टर आवास पर इनके मनोरंजन और खेलने कूदने की भी व्यवस्था की गई है।
दी जा रही है शिक्षण सामग्री
सर्व शिक्षा अभियान की ओर से इन बच्चों के शिक्षण के लिए कार्य अभ्यास पुस्तिकाएं और शिक्षण अधिगम सामग्री जा रही है। जिसमें कॉपी, किताब, स्लेट आदि पाठ्य सामग्री वितरति की जा रही है।
बच्चों ने उठाया लुत्फ
कलक्टर आवास पर पढ़ाई के बाद स्लम्स के इन बच्चों ने जमकर मनोरंजन किया। कई बच्चों ने फिल्मी गानों पर डांस किया। कई बच्चों के साथ पढ़ाई करने के लिए उनके परिजन भी पहुंचे। उम्र दराज महिलाओं ने भी यहां आखर ज्ञान सीखा।
छात्रा की अनूठी पहल
जिला कलक्टर की इस मुहिम में उदयपुर में कला संकाय तृतीय वर्ष की छात्रा अपेक्षा लसोड़ ने सहभागिता निभाई है। अपेक्षा ने शहर के रामलीला मैदान क्षेत्र, मस्तान बाबा के पीछे वाले क्षेत्र सहित अन्य क्षेत्रों का दौरा किया और 80 बच्चों के परिजनों से बात कर सूची तैयार की है। छात्रा ने भी बच्चों को अक्षर ज्ञान कराया।
पाली। शिक्षा से वंचित बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए शुक्रवार से जिला कलक्टर आवास पर विशेष कोर्स शुरू किया गया। 30 जून तक चलने वाले इस विशेष शिविर में रामलीला मैदान, मस्तान बाबा के आस-पास के क्षेत्र की कच्ची बस्तियों के करीब 100 बच्चों ने पहले दिन भाग लिया। यहां शिक्षा से वंचित बच्चों को विशेष कोर्स के माध्यम से खेल-खेल में शिक्षा दी जा रही है।
एक जुलाई से स्कूल में होगा दाखिला
जिला कलक्टर नीरज के. पवन ने बताया कि स्लम्स के इन बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए यह शिविर शुरू किया है। शिविर 30 जून तक चलेगा। उसके बाद शिक्षा से वंचित स्लम्स के इन बच्चों को स्कूल में दाखिले की भी विशेष व्यवस्था की जाएगी। एक जुलाई से इन बच्चों का शहर के सरकारी विद्यालयों में प्रवेश कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि इन बच्चों का रोजाना स्कूल जाना सुनिश्चित करने के लिए मॉनिटरिंग भी की जाएगी।
खेल-खेल में सीखेंगे आखर ज्ञान
खेल-खेल में ही इन बच्चों को आखर ज्ञान की शिक्षा दी जाएगी। इन बच्चों पर कोई मानसिक दवाब नहीं पड़े और ये शिक्षा से मुख्य धारा से जुड़े रहें इसके लिए कलक्टर आवास पर इनके मनोरंजन और खेलने कूदने की भी व्यवस्था की गई है।
दी जा रही है शिक्षण सामग्री
सर्व शिक्षा अभियान की ओर से इन बच्चों के शिक्षण के लिए कार्य अभ्यास पुस्तिकाएं और शिक्षण अधिगम सामग्री जा रही है। जिसमें कॉपी, किताब, स्लेट आदि पाठ्य सामग्री वितरति की जा रही है।
बच्चों ने उठाया लुत्फ
कलक्टर आवास पर पढ़ाई के बाद स्लम्स के इन बच्चों ने जमकर मनोरंजन किया। कई बच्चों ने फिल्मी गानों पर डांस किया। कई बच्चों के साथ पढ़ाई करने के लिए उनके परिजन भी पहुंचे। उम्र दराज महिलाओं ने भी यहां आखर ज्ञान सीखा।
छात्रा की अनूठी पहल
जिला कलक्टर की इस मुहिम में उदयपुर में कला संकाय तृतीय वर्ष की छात्रा अपेक्षा लसोड़ ने सहभागिता निभाई है। अपेक्षा ने शहर के रामलीला मैदान क्षेत्र, मस्तान बाबा के पीछे वाले क्षेत्र सहित अन्य क्षेत्रों का दौरा किया और 80 बच्चों के परिजनों से बात कर सूची तैयार की है। छात्रा ने भी बच्चों को अक्षर ज्ञान कराया।
ट्रिगर दबा, पेट में लगी गोली
ट्रिगर दबा, पेट में लगी गोली
ब्यावर (अजमेर)। पाली जिले के रायपुर थाना क्षेत्र के ग्राम काणुजा में शनिवार को बंदूक में कारतूस भरते समय अचानक ट्रिगर दबने से चली गोली युवक के पीट को चीरते हुए निकल गई। घायल युवक को अमृतकौर चिकित्सालय में प्राथमिक उपचार के बाद अजमेर के जवाहरलाल नेहरू अस्पताल रेफर कर दिया गया। रायपुर थानाधिकारी यशवन्त सिंह ने बताया कि काणुजा निवासी गिरधारी सिंह (35) शनिवार को बंदूक में कारतूस भर रहा था।
इस दौरान अचानक ट्रिगर दब गया और बंदूक से छूटी गोली उसके पेट को चीरते हुएनिकल गई। गिरधारी को घायलावस्था में अमृतकौर चिकित्सालय में भर्ती करवाया जहां से अजमेर रेफर कर दिया गया। मेडिकल ज्यूरिस्ट डॉ. डी.डी. मक्कड़ ने इसकी सूचना रायपुर थाना पुलिस को दी। सूचना मिलने पर पुलिस छानबीन में जुट गई है।
ब्यावर (अजमेर)। पाली जिले के रायपुर थाना क्षेत्र के ग्राम काणुजा में शनिवार को बंदूक में कारतूस भरते समय अचानक ट्रिगर दबने से चली गोली युवक के पीट को चीरते हुए निकल गई। घायल युवक को अमृतकौर चिकित्सालय में प्राथमिक उपचार के बाद अजमेर के जवाहरलाल नेहरू अस्पताल रेफर कर दिया गया। रायपुर थानाधिकारी यशवन्त सिंह ने बताया कि काणुजा निवासी गिरधारी सिंह (35) शनिवार को बंदूक में कारतूस भर रहा था।
इस दौरान अचानक ट्रिगर दब गया और बंदूक से छूटी गोली उसके पेट को चीरते हुएनिकल गई। गिरधारी को घायलावस्था में अमृतकौर चिकित्सालय में भर्ती करवाया जहां से अजमेर रेफर कर दिया गया। मेडिकल ज्यूरिस्ट डॉ. डी.डी. मक्कड़ ने इसकी सूचना रायपुर थाना पुलिस को दी। सूचना मिलने पर पुलिस छानबीन में जुट गई है।
वापस चाहिए सिंध
वापस चाहिए सिंध
अजमेर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन राव भागवत ने कहा है कि अखंड भारत का पुराना स्वरूप पाने के लिए सिंध को पुन: हासिल करना होगा। भारत को दुनिया का सिरमौर राष्ट्र बनना है लेकिन इसके लिए अपने समस्त अंगों को जोड़कर मजबूती के साथ खड़ा होना आवश्यक है।
शनिवार को पुष्कर रोड स्थित दाहरसेन स्मारक पर सिंधुपति महाराजा दाहरसेन के 1300 वें बलिदान दिवस पर आयोजित श्रद्धांजलि समारोह को संबोधित करते हुए भागवत ने कहा कि भारत एक पंथ, एक भाषा अथवा एक प्रांत नहीं है बल्कि सभी पंथ, सभी प्रदेश एवं समस्त भाषाएं मिलकर भारत बना है। इसके लिए अखंड बनना आवश्यक ही नहीं बल्कि अनिवार्य भी है। उन्होंने कहा कि सिंध में आज भी अनेक सिंधी एवं हिंदू रहते है। इस मायने में वहां आज भी भारत जिंदा है।
वहां के सिंधियों एवं कश्मीरी पंडितों की समस्या पूरे भारत की समस्या है। उन्होंने कहा कि सिंध को वापस हिन्दुस्तान में शामिल करने के लिए संघर्ष करना पड़ा तो वह भी करेंगे। भारत को अखंड बनाने के लिए 50-60 वर्ष और लग सकते है। लेकिन इससे पहले हमें अपनी कमियों को दूर करना होगा। अपने इतिहास, पूर्वजों, संस्कृति एवं सभ्यता की विरासत से जुड़ना होगा एवं नई पीढ़ी को इसकी महत्ता बतानी होगी।
दाहरसेन से लें सीख
भागवत ने कहा कि 1300 वर्ष पूर्व सिंध पर आक्रमण के समय दाहरसेन चाहते तो समझौता कर राजसुख भोग सकते थे लेकिन उन्होंने उसे सनातन धर्म, मानवता एवं हिंदुत्व पर आक्रमण माना और विरासत, सभ्यता एवं अखंड भारत को बनाए रखने के लिए संघर्ष करते हुए पूरे परिवार सहित बलिदान दिया।
दुनिया का सेनापति होगा भारत
उन्होंने कहा कि पूरे विश्व में कट्टरपंथ-उदारता, कपट-सरलता के बीच लड़ाई चल रही है। बाहरी ताकतें पूरी दुनिया को बाजार बनाने का प्रयास कर रही है जबकि भारत पूरी दुनिया को एक परिवार मानता है। संतों के सान्निध्य में चलने वाली भारत की व्यवस्था पूरे विश्व के लिए मार्गदर्शक है। आने वाले समय में भारत को पूरी दुनिया के सेनापति की भूमिका निभानी होगी।
नहीं भूलें भाषा और पूर्वज
भागवत ने कहा कि अक्सर कहा जाता है कि बीती ताहि बिसार दें...। लेकिन इतिहास की अनेक बातों को भूलना नहीं चाहिए। नई पीढ़ी को अपनी भाषा, पूर्वज, भूभाग एवं गौरवशाली इतिहास की विरासत को हमेशा याद रखना होगा। अगर सिंधी अपने प्रदेश सिंध पर बसने का, अपनी भाषा को बचाने का प्रयास कर रहे हैं तो यह भी एकतरह से सम्पूर्ण भारत को बचाने का प्रयास है।
देशभर से आए लोग
भारतीय सिंधु सभा के तžवावधान में पहली बार आयोजित इस समारोह में पूरे देश से सिंधी समाज के प्रतिनिधियों सहित अजमेर शहर से हजारों लोगों ने शिरकत की। श्रद्धांजलि समारोह को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओंकारसिंह लखावत, दादूदयाल पीठ नरेना के पीठाधीश्वर गोपालदास महाराज, हरिसेवा धाम भीलवाड़ा के महंत स्वामी हंसराम महाराज, मसाणिया भैरवधाम राजगढ़ के उपासक चंपालाल महाराज, अखिल
भारतीय सिंधी साधु समाज के अध्यक्ष स्वामी बलराम, भारतीय सिंधु सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लक्ष्मण दास रामचंदानी, प्रदेश अध्यक्ष लेखराज माधो, महामंत्री घनश्याम कुकरेजा ने भी संबोधित किया। समारोह में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष अरूण चतुर्वेदी, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य किरण माहेश्वरी, पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाबचंद कटारिया, घनश्याम तिवाड़ी, सांसद भूपेन्द्र यादव भी मौजूद थे।
अजमेर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन राव भागवत ने कहा है कि अखंड भारत का पुराना स्वरूप पाने के लिए सिंध को पुन: हासिल करना होगा। भारत को दुनिया का सिरमौर राष्ट्र बनना है लेकिन इसके लिए अपने समस्त अंगों को जोड़कर मजबूती के साथ खड़ा होना आवश्यक है।
शनिवार को पुष्कर रोड स्थित दाहरसेन स्मारक पर सिंधुपति महाराजा दाहरसेन के 1300 वें बलिदान दिवस पर आयोजित श्रद्धांजलि समारोह को संबोधित करते हुए भागवत ने कहा कि भारत एक पंथ, एक भाषा अथवा एक प्रांत नहीं है बल्कि सभी पंथ, सभी प्रदेश एवं समस्त भाषाएं मिलकर भारत बना है। इसके लिए अखंड बनना आवश्यक ही नहीं बल्कि अनिवार्य भी है। उन्होंने कहा कि सिंध में आज भी अनेक सिंधी एवं हिंदू रहते है। इस मायने में वहां आज भी भारत जिंदा है।
वहां के सिंधियों एवं कश्मीरी पंडितों की समस्या पूरे भारत की समस्या है। उन्होंने कहा कि सिंध को वापस हिन्दुस्तान में शामिल करने के लिए संघर्ष करना पड़ा तो वह भी करेंगे। भारत को अखंड बनाने के लिए 50-60 वर्ष और लग सकते है। लेकिन इससे पहले हमें अपनी कमियों को दूर करना होगा। अपने इतिहास, पूर्वजों, संस्कृति एवं सभ्यता की विरासत से जुड़ना होगा एवं नई पीढ़ी को इसकी महत्ता बतानी होगी।
दाहरसेन से लें सीख
भागवत ने कहा कि 1300 वर्ष पूर्व सिंध पर आक्रमण के समय दाहरसेन चाहते तो समझौता कर राजसुख भोग सकते थे लेकिन उन्होंने उसे सनातन धर्म, मानवता एवं हिंदुत्व पर आक्रमण माना और विरासत, सभ्यता एवं अखंड भारत को बनाए रखने के लिए संघर्ष करते हुए पूरे परिवार सहित बलिदान दिया।
दुनिया का सेनापति होगा भारत
उन्होंने कहा कि पूरे विश्व में कट्टरपंथ-उदारता, कपट-सरलता के बीच लड़ाई चल रही है। बाहरी ताकतें पूरी दुनिया को बाजार बनाने का प्रयास कर रही है जबकि भारत पूरी दुनिया को एक परिवार मानता है। संतों के सान्निध्य में चलने वाली भारत की व्यवस्था पूरे विश्व के लिए मार्गदर्शक है। आने वाले समय में भारत को पूरी दुनिया के सेनापति की भूमिका निभानी होगी।
नहीं भूलें भाषा और पूर्वज
भागवत ने कहा कि अक्सर कहा जाता है कि बीती ताहि बिसार दें...। लेकिन इतिहास की अनेक बातों को भूलना नहीं चाहिए। नई पीढ़ी को अपनी भाषा, पूर्वज, भूभाग एवं गौरवशाली इतिहास की विरासत को हमेशा याद रखना होगा। अगर सिंधी अपने प्रदेश सिंध पर बसने का, अपनी भाषा को बचाने का प्रयास कर रहे हैं तो यह भी एकतरह से सम्पूर्ण भारत को बचाने का प्रयास है।
देशभर से आए लोग
भारतीय सिंधु सभा के तžवावधान में पहली बार आयोजित इस समारोह में पूरे देश से सिंधी समाज के प्रतिनिधियों सहित अजमेर शहर से हजारों लोगों ने शिरकत की। श्रद्धांजलि समारोह को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओंकारसिंह लखावत, दादूदयाल पीठ नरेना के पीठाधीश्वर गोपालदास महाराज, हरिसेवा धाम भीलवाड़ा के महंत स्वामी हंसराम महाराज, मसाणिया भैरवधाम राजगढ़ के उपासक चंपालाल महाराज, अखिल
भारतीय सिंधी साधु समाज के अध्यक्ष स्वामी बलराम, भारतीय सिंधु सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लक्ष्मण दास रामचंदानी, प्रदेश अध्यक्ष लेखराज माधो, महामंत्री घनश्याम कुकरेजा ने भी संबोधित किया। समारोह में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष अरूण चतुर्वेदी, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य किरण माहेश्वरी, पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाबचंद कटारिया, घनश्याम तिवाड़ी, सांसद भूपेन्द्र यादव भी मौजूद थे।
16 की शिनाख्त, तीन का नहीं लगा पता
16 की शिनाख्त, तीन का नहीं लगा पता
सिवाड़ा सरहद के निकट राष्ट्रीय राजमार्ग पन्द्रह पर बस-ट्रक भिड़ंत में मरे 19 में से सोलह लोगों की शिनाख्त हो गई हैं, जबकि तीन जनों की शिनाख्त नहीं हुई है। पुलिस के अनुसार मृतकों की शिनाख्त अगड़ावा निवासी पीराराम, लंगेरा (बाड़मेर) निवासी शक्तिसिंह व भावेश, पीपराली (बाड़मेर) निवासी किशनाराम व खेताराम, कोजा (बाड़मेर) निवासी किशनाराम, जोजीयाली (जोधपुर) निवासी श्रवणकुमार व हरचन्द, रामजी का गोल (बाड़मेर) निवासी बस कण्डक्टर सुखराम, भुणिया (बाड़मेर) निवासी जमीतबानु, केरिया निवासी विष्णुराम, आईदान व उसकी पत्नी मथरा व उनका पुत्र रोहित, बेसाणिया (बाड़मेर) निवासी अशोककुमार तथा लुखू (बाड़मेर) निवासी विरमाराम के रूप में हुई है।
जनप्रतिनिधियों ने देखा मौका
इधर, शनिवार को राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी, सलाहकार परिषद बोर्ड के अध्यक्ष गफूर अहमदखां, चौहटन विधायक पदमाराम मेघवाल समेत कई जनप्रतिनिधि व प्रशासनिक अधिकारियों ने घटना स्थल का जायजा लिया। उन्होंने अस्पताल पहुंचकर मृतकों के परिजनों को सांत्वना दी।
सिवाड़ा सरहद के निकट राष्ट्रीय राजमार्ग पन्द्रह पर बस-ट्रक भिड़ंत में मरे 19 में से सोलह लोगों की शिनाख्त हो गई हैं, जबकि तीन जनों की शिनाख्त नहीं हुई है। पुलिस के अनुसार मृतकों की शिनाख्त अगड़ावा निवासी पीराराम, लंगेरा (बाड़मेर) निवासी शक्तिसिंह व भावेश, पीपराली (बाड़मेर) निवासी किशनाराम व खेताराम, कोजा (बाड़मेर) निवासी किशनाराम, जोजीयाली (जोधपुर) निवासी श्रवणकुमार व हरचन्द, रामजी का गोल (बाड़मेर) निवासी बस कण्डक्टर सुखराम, भुणिया (बाड़मेर) निवासी जमीतबानु, केरिया निवासी विष्णुराम, आईदान व उसकी पत्नी मथरा व उनका पुत्र रोहित, बेसाणिया (बाड़मेर) निवासी अशोककुमार तथा लुखू (बाड़मेर) निवासी विरमाराम के रूप में हुई है।
जनप्रतिनिधियों ने देखा मौका
इधर, शनिवार को राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी, सलाहकार परिषद बोर्ड के अध्यक्ष गफूर अहमदखां, चौहटन विधायक पदमाराम मेघवाल समेत कई जनप्रतिनिधि व प्रशासनिक अधिकारियों ने घटना स्थल का जायजा लिया। उन्होंने अस्पताल पहुंचकर मृतकों के परिजनों को सांत्वना दी।
कैमरे की नजर में रहेगी "थार"
कैमरे की नजर में रहेगी "थार"
बाड़मेर मुनाबाव-खोखरापार के रास्ते पाकिस्तान जाने वाली एक मात्र अंतरराष्ट्रीय ट्रेन थार एक्सप्रेस की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। भगत की कोठी स्टेशन पर तैयार लोहे के पिंजरेनुमा पिट (स्थान) में थार एक्सप्रेस को रखा जा रहा है। जहां हर वक्त सीसीटीवी कैमरों से नजर रखी जा रही है वहीं 24 घंटे एक सुरक्षाकर्मी भी चौकसी कर रहा है।
यह है नई व्यवस्था
सुरक्षा और संचालन की सुविधा को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने करीब 12 लाख रूपए की लागत से भगत की कोठी स्टेशन पर एक पिंजरेनुमा पिट तैयार करवाया है। यह पिट लोहे की मजबूत जालियों और दीवार से घिरी हुई है। पाकिस्तान से लौटने के बाद थार एक्सपे्रस को इसी में रखा जा रहा है।
पिट पर दोनों तरफ ताले और चारों तरफ चार सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। सीसीटीवी कैमरों का भगत की कोठी स्टेशन स्थित आरपीएफ थाने में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है जहां एक सुरक्षाकर्मी हर पल तैनात रहता है। इसके साथ ही एक सुरक्षाकर्मी पिट पर निगरानी करता है। पाकिस्तान से लौटने के बाद थार एक्सप्रेस को यार्ड में रखा जाता था।
संचालन की रात शुक्रवार को यार्ड में से ट्रेन को भगत की कोठी लाया जाता था। यार्ड में कई चोर रास्ते बने होने की वजह से यहां सुरक्षा व्यवस्था भी मजबूत नहीं थी। जिससे ट्रेन में अनाधिकृत रूप से छिपने या समान रखने का अंदेशा बना रहता था।
और मजबूत होगी सुरक्षा
थार के लिए विशेष स्थान तैयार कर दिया गया है। सीसीटीवी कैमरों व सुरक्षाकर्मी हर पल इसकी चौकसी कर रहे हैं। हम भविष्य में इसकी सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत बनाएंगे।
आशीष मिश्रा, वरिष्ठ मण्डल सुरक्षा आयुक्त, जोधपुर
बाड़मेर मुनाबाव-खोखरापार के रास्ते पाकिस्तान जाने वाली एक मात्र अंतरराष्ट्रीय ट्रेन थार एक्सप्रेस की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। भगत की कोठी स्टेशन पर तैयार लोहे के पिंजरेनुमा पिट (स्थान) में थार एक्सप्रेस को रखा जा रहा है। जहां हर वक्त सीसीटीवी कैमरों से नजर रखी जा रही है वहीं 24 घंटे एक सुरक्षाकर्मी भी चौकसी कर रहा है।
यह है नई व्यवस्था
सुरक्षा और संचालन की सुविधा को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने करीब 12 लाख रूपए की लागत से भगत की कोठी स्टेशन पर एक पिंजरेनुमा पिट तैयार करवाया है। यह पिट लोहे की मजबूत जालियों और दीवार से घिरी हुई है। पाकिस्तान से लौटने के बाद थार एक्सपे्रस को इसी में रखा जा रहा है।
पिट पर दोनों तरफ ताले और चारों तरफ चार सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। सीसीटीवी कैमरों का भगत की कोठी स्टेशन स्थित आरपीएफ थाने में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है जहां एक सुरक्षाकर्मी हर पल तैनात रहता है। इसके साथ ही एक सुरक्षाकर्मी पिट पर निगरानी करता है। पाकिस्तान से लौटने के बाद थार एक्सप्रेस को यार्ड में रखा जाता था।
संचालन की रात शुक्रवार को यार्ड में से ट्रेन को भगत की कोठी लाया जाता था। यार्ड में कई चोर रास्ते बने होने की वजह से यहां सुरक्षा व्यवस्था भी मजबूत नहीं थी। जिससे ट्रेन में अनाधिकृत रूप से छिपने या समान रखने का अंदेशा बना रहता था।
और मजबूत होगी सुरक्षा
थार के लिए विशेष स्थान तैयार कर दिया गया है। सीसीटीवी कैमरों व सुरक्षाकर्मी हर पल इसकी चौकसी कर रहे हैं। हम भविष्य में इसकी सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत बनाएंगे।
आशीष मिश्रा, वरिष्ठ मण्डल सुरक्षा आयुक्त, जोधपुर
दो एएनएम की तबियत बिगड़ी
दो एएनएम की तबियत बिगड़ी
जैसलमेर। स्थानांतरण आदेश के बावजूद जैसलमेर से कार्यमुक्त नहीं करने से गुस्साए चिकित्सा कर्मियों का धरना व बेमियादी अनशन दूसरे दिन शनिवार को भी जारी रहा। यहां डेडानसर मार्ग पर सुनसान स्थल पर सीएमएचओ ऑफिस के बाहर दिए जा रहे नर्सिग कर्मियों के धरने में कविता, कल्पना व भंवरलाल शुक्रवार से बेमियादी अनशन पर हैं और अन्य चिकित्साकर्मी भी उनके समर्थन में धरने स्थल पर मौजूद है।
धरने के दूसरे दिन कविता एवं कल्पना की तबीयत बिगड़ गई। गौरतलब है कि शुक्रवार को कार्यमुक्त नहीं करने से गुस्साए चिकित्साकर्मियों व चिकित्सकों ने सीएमएचओ का घेराव कर उन्हें कक्ष से बाहर नहीं निकलने दिया था। शाम तक सकारात्मक आश्वासन नहीं मिलने के बाद चिकित्साकर्मी सीएमएचओ ऑफिस के बाहर बेमियादी अनशन व धरने पर बैठ गए थे। देर रात को भी वे धरना स्थल पर बैठे रहें। शनिवार शाम तक प्रशासन या चिकित्सा महकमें का कोई प्रतिनिधि वार्ता करने धरना स्थल पर नहीं पहुंचा। उधर, मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आनंद गोपाल पुरोहित का कहना है वे अभी जैसलमेर से बाहर हैं।
रविवार को यहां पहुंचने पर प्रशासन से बातचीत कर मसले का हल निकालने का प्रयास किया जाएगा। इस बीच देर रात को भी महिला चिकित्साकर्मी कार्यमुक्त करने की मांग को लेकर अन्य चिकित्साकर्मियों के साथ धरने पर बैठी रही। इनके साथ छोटे बच्चे भी हैं और सुनसान स्थान पर धरना चलने के बावजूद वहां पुलिस की भी व्यवस्था नहीं की गई हैं। और दिनों तो रोड़ लाइटें भी जल रही थी लेकिन शनिवार रात रोड लाइटें भी बंद रही जिससे धरना स्थल पर धुप अंधेरा छाया रहा।
मैं सम स्वास्थ्य केन्द्र मे प्रयोगशाला तकनीशियन हूं। मेरा स्थानातंरण बूंदी हुआ है, लेकिन अभी तक कार्यमुक्त नहीं किया जा रहा है। हम बार-बार निवेदन कर रहे हैं, लेकिन हमारी बात नहीं सुनी जा रही है।
-रामबाबू नागर, प्रयोगशाला तकनीशियन
लंबे समय से जैसलमेर में सेवाएं देने के बाद मेरा स्थानांतरण बाड़मेर हुआ है। करीब 16 दिन पहले स्थानातंरण आदेश के आने के बावजूद कार्यमुक्त नहीं करने से मानसिक परेशानी झेलनी पड़ रही है।
भंवरूराम, मेलनर्स
हमारी बात नहीं सुने जाने के बाद हमे धरना व अनशन का सहारा लेना पड़ रहा है। मैं नाचना सीएचसी में कार्यरत हूं और मेरा स्थानांतरण अजमेर हो गया है। महिला कर्मियों के साथ छोटे बज्ो भी धरने पर बैठे हैं, लेकिन परवाह किसी को नहीं है।
कविता, नर्स
सभी जिलों में चिकित्साकर्मियों को कार्यमुक्त किया जा चुका है। लेकिन जैसलमेर में ऎसा नहीं किया गया है। चिकित्साकर्मी एक पखवाड़े से आर्थिक व मानसिक रूप से परेशान हो रहे हैं। मुझे मोहनगढ़ से नागौर स्थानांतरण के बावजूद कार्यमुक्त नहीं किया गया है।
कल्पना, नर्स
चिकित्साकर्मी लगातार कलक्टर व सीएमएचओ और निदेशक कार्यालय जयपुर के चक्कर लगा रहे हैं। मजबूरन उन्हें भूख हड़ताल पर बैठना पड़ रहा है। मुझे पांचे का तला से कोटपूतली स्थानांतरित किया गया है। जिले में दोहरी नीति अपनाई जा रही है।
-अनीता, नर्स
जैसलमेर। स्थानांतरण आदेश के बावजूद जैसलमेर से कार्यमुक्त नहीं करने से गुस्साए चिकित्सा कर्मियों का धरना व बेमियादी अनशन दूसरे दिन शनिवार को भी जारी रहा। यहां डेडानसर मार्ग पर सुनसान स्थल पर सीएमएचओ ऑफिस के बाहर दिए जा रहे नर्सिग कर्मियों के धरने में कविता, कल्पना व भंवरलाल शुक्रवार से बेमियादी अनशन पर हैं और अन्य चिकित्साकर्मी भी उनके समर्थन में धरने स्थल पर मौजूद है।
धरने के दूसरे दिन कविता एवं कल्पना की तबीयत बिगड़ गई। गौरतलब है कि शुक्रवार को कार्यमुक्त नहीं करने से गुस्साए चिकित्साकर्मियों व चिकित्सकों ने सीएमएचओ का घेराव कर उन्हें कक्ष से बाहर नहीं निकलने दिया था। शाम तक सकारात्मक आश्वासन नहीं मिलने के बाद चिकित्साकर्मी सीएमएचओ ऑफिस के बाहर बेमियादी अनशन व धरने पर बैठ गए थे। देर रात को भी वे धरना स्थल पर बैठे रहें। शनिवार शाम तक प्रशासन या चिकित्सा महकमें का कोई प्रतिनिधि वार्ता करने धरना स्थल पर नहीं पहुंचा। उधर, मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आनंद गोपाल पुरोहित का कहना है वे अभी जैसलमेर से बाहर हैं।
रविवार को यहां पहुंचने पर प्रशासन से बातचीत कर मसले का हल निकालने का प्रयास किया जाएगा। इस बीच देर रात को भी महिला चिकित्साकर्मी कार्यमुक्त करने की मांग को लेकर अन्य चिकित्साकर्मियों के साथ धरने पर बैठी रही। इनके साथ छोटे बच्चे भी हैं और सुनसान स्थान पर धरना चलने के बावजूद वहां पुलिस की भी व्यवस्था नहीं की गई हैं। और दिनों तो रोड़ लाइटें भी जल रही थी लेकिन शनिवार रात रोड लाइटें भी बंद रही जिससे धरना स्थल पर धुप अंधेरा छाया रहा।
मैं सम स्वास्थ्य केन्द्र मे प्रयोगशाला तकनीशियन हूं। मेरा स्थानातंरण बूंदी हुआ है, लेकिन अभी तक कार्यमुक्त नहीं किया जा रहा है। हम बार-बार निवेदन कर रहे हैं, लेकिन हमारी बात नहीं सुनी जा रही है।
-रामबाबू नागर, प्रयोगशाला तकनीशियन
लंबे समय से जैसलमेर में सेवाएं देने के बाद मेरा स्थानांतरण बाड़मेर हुआ है। करीब 16 दिन पहले स्थानातंरण आदेश के आने के बावजूद कार्यमुक्त नहीं करने से मानसिक परेशानी झेलनी पड़ रही है।
भंवरूराम, मेलनर्स
हमारी बात नहीं सुने जाने के बाद हमे धरना व अनशन का सहारा लेना पड़ रहा है। मैं नाचना सीएचसी में कार्यरत हूं और मेरा स्थानांतरण अजमेर हो गया है। महिला कर्मियों के साथ छोटे बज्ो भी धरने पर बैठे हैं, लेकिन परवाह किसी को नहीं है।
कविता, नर्स
सभी जिलों में चिकित्साकर्मियों को कार्यमुक्त किया जा चुका है। लेकिन जैसलमेर में ऎसा नहीं किया गया है। चिकित्साकर्मी एक पखवाड़े से आर्थिक व मानसिक रूप से परेशान हो रहे हैं। मुझे मोहनगढ़ से नागौर स्थानांतरण के बावजूद कार्यमुक्त नहीं किया गया है।
कल्पना, नर्स
चिकित्साकर्मी लगातार कलक्टर व सीएमएचओ और निदेशक कार्यालय जयपुर के चक्कर लगा रहे हैं। मजबूरन उन्हें भूख हड़ताल पर बैठना पड़ रहा है। मुझे पांचे का तला से कोटपूतली स्थानांतरित किया गया है। जिले में दोहरी नीति अपनाई जा रही है।
-अनीता, नर्स
प्रधान के खिलाफ मामला दर्ज, जांच शुरू
प्रधान के खिलाफ मामला दर्ज, जांच शुरू
जैसलमेर। उपनिवेशन उपायुक्त कार्यालय में एक लिपिक के साथ मारपीट को लेकर मचे बवाल के बाद पुलिस ने आरोपी जैसलमेर पंचायत समिति के प्रधान मूलाराम चौधरी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गणपतलाल ने बताया कि पुलिस ने प्रधान चौधरी के खिलाफ राजकार्य में बाधा पहुंचाने, मारपीट करने व अनुसूचित जाति-जनजाति एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मामले की जांच आरपीएस सुनील पंवार कर रहे हैं। गौरतलब है कि शुक्रवार को उपनिवेशन उपायुक्त कार्यालय में जैसलमेर प्रधान चौधरी द्वारा एक कनिष्ठ लिपिक अनंत कुमार शाही के साथ मारपीट करने के बाद जैसलमेर शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों के उपनिवेशन कार्यालय व उपनिवेशन तहसीलों के कार्मिक भड़क गए थे और उन्होंने काम बंद कर कार्यालयों के ताला भी लगा दिया था।
मामले को बढ़ता देख कोतवाली के सामने डटे कार्मिकों को समझाइश की गई और मामला दर्ज करने के बाद वे शांत हुए। उधर, जैसलमेर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रावताराम पंवार ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन पे्रेषित कर उपनिवेशन उपायुक्त राम अवतार मीणा की कार्यशैली को असंतोषजनक बताते हुए उन्हे हटाने की मांग की है।
जैसलमेर। उपनिवेशन उपायुक्त कार्यालय में एक लिपिक के साथ मारपीट को लेकर मचे बवाल के बाद पुलिस ने आरोपी जैसलमेर पंचायत समिति के प्रधान मूलाराम चौधरी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गणपतलाल ने बताया कि पुलिस ने प्रधान चौधरी के खिलाफ राजकार्य में बाधा पहुंचाने, मारपीट करने व अनुसूचित जाति-जनजाति एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मामले की जांच आरपीएस सुनील पंवार कर रहे हैं। गौरतलब है कि शुक्रवार को उपनिवेशन उपायुक्त कार्यालय में जैसलमेर प्रधान चौधरी द्वारा एक कनिष्ठ लिपिक अनंत कुमार शाही के साथ मारपीट करने के बाद जैसलमेर शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों के उपनिवेशन कार्यालय व उपनिवेशन तहसीलों के कार्मिक भड़क गए थे और उन्होंने काम बंद कर कार्यालयों के ताला भी लगा दिया था।
मामले को बढ़ता देख कोतवाली के सामने डटे कार्मिकों को समझाइश की गई और मामला दर्ज करने के बाद वे शांत हुए। उधर, जैसलमेर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रावताराम पंवार ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन पे्रेषित कर उपनिवेशन उपायुक्त राम अवतार मीणा की कार्यशैली को असंतोषजनक बताते हुए उन्हे हटाने की मांग की है।
एटीएम में चोरी का प्रयास
एटीएम में चोरी का प्रयास
जोधपुर। शिकारगढ़ में उचियारड़ा मार्ग स्थित यूनियन बैंक के एटीएम में चोरी का प्रयास किया गया। संभवत: जाग हो जाने पर चोर वहां से गायब हो गए। पुलिस के अनुसार मिनी मार्केट के पास बैंक का एटीएम स्थित है, जहां गुरूवार रात कुछ व्यक्ति वहां आए और सीसीटीवी कैमरे पर च्यूइंगम चिपका दी। ताकि वे कैमरे में कैद न हो पाएं। इसके बाद औजार से लैस चोरों ने एटीएम मशीन को गैस कटर से काटने का प्रयास किया। काफी मशक्कत के बाद भी वे असफल रहे।
इस प्रयास में मशीन क्षतिग्रस्त भी हो गई। इसी बीच सड़क पर आवाजाही शुरू होने की वजह से वे वहां से भाग निकले। शुक्रवार सुबह बैंक अधिकारियों को जानकारी मिली। शनिवार को उन्होंने पुलिस को सूचना दी। इस पर पुलिस अधिकारी वहां पहुंचे और मौका मुआयना किया।
देर रात तक मामला तक दर्ज नहीं : इस संबंध में बैंक के शाखा प्रबंधक ने पुलिस थाने में चोरी के प्रयास की लिखित शिकायत दी, लेकिन पुलिस ने देर रात मामला दर्ज तक नहीं किया। जबकि आला अधिकारी बार-बार तुरन्त प्राथमिकी करने के निर्देश देते रहे हैं। थाना प्रभारी ने मामला दर्ज करने के निर्देश भी दे दिए, लेकिन मातहत पुलिसकर्मियों ने अनदेखी कर दी।
जोधपुर। शिकारगढ़ में उचियारड़ा मार्ग स्थित यूनियन बैंक के एटीएम में चोरी का प्रयास किया गया। संभवत: जाग हो जाने पर चोर वहां से गायब हो गए। पुलिस के अनुसार मिनी मार्केट के पास बैंक का एटीएम स्थित है, जहां गुरूवार रात कुछ व्यक्ति वहां आए और सीसीटीवी कैमरे पर च्यूइंगम चिपका दी। ताकि वे कैमरे में कैद न हो पाएं। इसके बाद औजार से लैस चोरों ने एटीएम मशीन को गैस कटर से काटने का प्रयास किया। काफी मशक्कत के बाद भी वे असफल रहे।
इस प्रयास में मशीन क्षतिग्रस्त भी हो गई। इसी बीच सड़क पर आवाजाही शुरू होने की वजह से वे वहां से भाग निकले। शुक्रवार सुबह बैंक अधिकारियों को जानकारी मिली। शनिवार को उन्होंने पुलिस को सूचना दी। इस पर पुलिस अधिकारी वहां पहुंचे और मौका मुआयना किया।
देर रात तक मामला तक दर्ज नहीं : इस संबंध में बैंक के शाखा प्रबंधक ने पुलिस थाने में चोरी के प्रयास की लिखित शिकायत दी, लेकिन पुलिस ने देर रात मामला दर्ज तक नहीं किया। जबकि आला अधिकारी बार-बार तुरन्त प्राथमिकी करने के निर्देश देते रहे हैं। थाना प्रभारी ने मामला दर्ज करने के निर्देश भी दे दिए, लेकिन मातहत पुलिसकर्मियों ने अनदेखी कर दी।
शनिवार, 16 जून 2012
जिला कलेक्टर अवेध वाहनों के खिलाफ सख्त .. एक दिन में चार वाहन किये सीज
बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक की खबर का असर
एक दिन में चार वाहन किये सीज
बाड़मेर जिला कलेक्टर डॉ वीणा प्रधान ने सिवादा में हुए दर्दनाक हादसे के बाद अवेध वाहनों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही शुरू कर स्वयं ने एक ही दिन में चार ओवर लोड वाहनों को रुकवा उन्हें मौके पर ही सीज करवा दिया .जिला कलेक्टर डॉ वीणा प्रधान ने आज किसान छात्रावास के समीप बाड़मेर ट्रेवल्स की बस को सड़क पर यातायात अवरूध कर गतिरोध पैदा करते हुए पाए जाने पर पुलिस विभाग के यातायात प्रभारी उगमराज सोनी को तलब कर तत्काल वाहन को सीज करवा दिया ,डॉ वीणा प्रधान ने राष्ट्रीय राजमार्ग पंद्रह पर धोरीमन्ना थाने के सामने तीन ट्रोले ओवर लोड चल रहे थे को रुकवा कर थाना अधिकारी लूण सिंह को तलब कर वाहन सीज कराये .कलेक्टर ने आम जनता से भी अपील की हें की वह इस तरह के अवेध वाहनों में सफ़र ना करे .इस तरह के वाहन में सफ़र कर अपनी जान जोखिम में डालने की बजे सुरक्षित यात्रा करे .कलेक्टर ने अवेध वाहनों के खिलाफ सख्त रवैया अपनाते हुए जिला परिवहन अधिकारी और पुलिस उप अधीक्षक को निर्देश दिए की जिले में चल रहे अवेध वाहनों के खिलाफ धरपकड़ और सख्त कार्यवाही करे
इंदिरा गाँधी नाहर का पानी बाड़मेर पहुंचा ...पानी की टेस्टिंग हुई . ..डॉ वीणा प्रधान
इंदिरा गाँधी नाहर का पानी बाड़मेर पहुंचा ...पानी की टेस्टिंग हुई .
..डॉ वीणा प्रधान
बाड़मेर पानी की सम,अस्या से सदियों से झुंझ रहे बाड़मेर वासियों के लिए आज सुखद खबर हें की लम्बे समय से मीठे पानी का इंतज़ार कर रहे बाड़मेर वासियों का सपना पूर्ण होने के साथ जल्द हिमालय का मीठा पानी पीने को मिलेगा .जिला कलेक्टर डॉ वीणा प्रधान ने बताया की इंदिरा गाँधी नाहर से बाड़मेर जिले वासियों को मीठा पानी उपलब्ध करने के लिए मोहनगढ़ लिफ्ट केनाल योजना का पानी आज बाड़मेर तक पंहुचा इसकिया पहला परिक्षण बाड़मेर में सफलता पूर्वक किया गया .लिफ्ट केनाल का मीठा पानी जल्द बाड़मेर वासियों को मिलेगा तथा पेयजल की समस्या से भी राहत मिलेगी
..डॉ वीणा प्रधान
बाड़मेर पानी की सम,अस्या से सदियों से झुंझ रहे बाड़मेर वासियों के लिए आज सुखद खबर हें की लम्बे समय से मीठे पानी का इंतज़ार कर रहे बाड़मेर वासियों का सपना पूर्ण होने के साथ जल्द हिमालय का मीठा पानी पीने को मिलेगा .जिला कलेक्टर डॉ वीणा प्रधान ने बताया की इंदिरा गाँधी नाहर से बाड़मेर जिले वासियों को मीठा पानी उपलब्ध करने के लिए मोहनगढ़ लिफ्ट केनाल योजना का पानी आज बाड़मेर तक पंहुचा इसकिया पहला परिक्षण बाड़मेर में सफलता पूर्वक किया गया .लिफ्ट केनाल का मीठा पानी जल्द बाड़मेर वासियों को मिलेगा तथा पेयजल की समस्या से भी राहत मिलेगी
पाबूसर सरपंच से वसूली एवं ग्राम सेवक को चार्जशीट
जोधपुर. नरेगा के लोकपाल सीएस चौहान ने शेरगढ़ तहसील के पाबूसर गांव की सरपंच से 1 लाख 62 हजार 650 रुपए वसूल कर सरकारी खजाने में जमा कराने और ग्राम सेवक को चार्जशीट देने की अनुशंसा की है।
नरेगा के लोकपाल चौहान ने बताया कि शेरगढ़ तहसील के पाबूसर सरपंच ने समधन पुरा गांव में डामर रोड से वाया कलरों की ढाणी दासानियां सीमा तक ग्रेवल सड़क निर्माण की स्वीकृति खातेदार की भूमि बिना समर्पित कराए ही दे दी। जबकि कायदे से खातेदार से भूमि समर्पित कराने के बाद भूमि राजस्व रिकार्ड व जमाबंदी करवा कर भूमि इंद्राज करवाने के बाद ही सड़क निर्माण की स्वीकृति जारी करनी थी।लोकपाल ने बताया कि कायदे से स्वीकृति की शर्त के अनुसार यह सड़क निर्माण कार्य राजकीय निर्विवाद भूमि पर ही कराया जा सकता है। उन्होंने बताया कि इस सड़क निर्माण के लिए पटवारी से न तो भूमि चिन्हीकरण कराया गया और ना ही प्रमाण पत्र प्राप्त किया गया। उन्होंने बताया कि कार्य स्वीकृति की शर्त के अनुसार ऐसी किसी भूमि पर जो सरकारी नहीं है, कार्य स्वीकृति देने के लिए कार्यकारी एजेंसी अर्थात सरपंच जिम्मेदार है।
कलेक्टर देंगे चार्जशीट: लोकपाल ने बताया कि जिला कलेक्टर को ऐसे में इस सड़क कार्य पर खर्च राशि 1 लाख 62 हजार 650 रुपए पाबूसर की सरपंच श्रीमती देवी से वसूल कर सरकारी खजाने में जमा कराने और ग्राम सेवक गणेश कुमार के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए चार्जशीट देने की अनुशंसा की है।
नशीला कोल्ड ड्रिंक पिलाया, अश्लील क्लिप बनाई और करता रहा दुष्कर्म
उदयपुर. ननिहाल जाने के लिए बस का इंतजार कर रही एक विवाहिता को कोल्ड ड्रिंक पिलाकर अश्लील क्लिप उतारने और दो माह तक जबरदस्ती यौन संबंध बनाने का मामला सामने आया हैं। मामले में पीडि़ता के सहजाति युवक के खिलाफ शनिवार को खमनोर थाने में मामला दर्ज हुआ है। पुलिस की टीम आरोपी युवक की सरगर्मी से तलाश कर रही हैं। प्रकरण की जांच नाथद्वारा पुलिस उपाधीक्षक राजेश गुप्ता कर रहे हैं।
पुलिस के अनुसार थोरियों का गुड़ा (मचींद) निवासी एक युवती करीब दो माह पूर्व अपने मामा के गांव पांडीर किसी काम से जा रही थी। बरवाड़ा स्टैंड पर बस के इंतजार में खड़ी युवती को कामा निवासी देवीलाल ने यह कहकर लिफ्ट दी कि वह भी उसी गांव जा रहा है।
आरोपी देवीलाल पीडि़ता के पीहर सलोदा के समीपवर्ती गांव कामा का है। वह मुंबई में व्यवसाय करता है। युवक के सहजाति और पास के गांव का होने से युवती बाइक पर बैठ चल दी। रास्ते में युवक ने शीतल पेय में नशीला पदार्थ मिलाकर उसे पिला दिया।
बेहोशी की हालत में युवक देवीलाल ने उसके साथ दुष्कर्म किया और उसकी अश्लील वीडियो क्लिप बना ली। इसी दौरान युवक अश्लील क्लिप सार्वजनिक कर देने की धमकी देकर दो माह तक विवाहिता से यौन संबंध बनाता रहा। देवीलाल ने युवती के परिजनों से क्लिप मिटाने की एवज में दो लाख रुपए भी मांगे।
इसके बाद रुपए नहीं मिलने पर उसने अश्लील वीडियो क्लिप सार्वजनिक कर दी। गांव में लोगों के कम्प्यूटर व मोबाइल पर युवती की क्लिप आने से कहानी का खुलासा हो गया। परेशान पीडि़ता ने परिजनों के साथ शनिवार को खमनोर थाने में एक रिपोर्ट दी। रिपोर्ट पर पुलिस ने पीडि़ता का मेडिकल मुआयना कराया। साथ ही 67 आईटी एक्ट, आईपीसी 376 व 384 के तहत आरोपी देवीलाल के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
अवैध संबंधों से खफा बेटों ने की मां की हत्या
लखनऊ। यूपी की राजधानी के तालकटोरा इलाके में अपने भतीजे के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रह रही एक महिला को उसी के दो बेटों ने मार डाला। उसके साथ सो रहे उसके लिव-इन पार्टनर और चचजे भाई को भी उन्होंने गोली मार मौत के घाट उतार दिया। उल्लेखनीय है कि कथित महिला पंद्रह साल पहले अपने भतीजे के साथ भाग गई थी। गुरूवार को उससे से नाराज उसके दो बेटों ने घर में घुसकर अपनी मां और चचेरे भाई की गोली मार कर हत्या कर दी। दोनों भाईयों ने मां व चचेरे भाई को सोते समय सिर पर गोली मारी। मौके पर ही दोनों की मौत हो गई। पुलिस ने इस मामले में एक हत्यारोपी को गिरतार कर तमंचा बरामद कर लिया है, जबकि उसका बड़ा भाई अभी भी फरार है।पुलिस ने बताया कि पारा के देवपुर गांव निवासी किसान मजदूर 45 वर्षीय जगदीश अपनी सगी चाची 48 वर्षीय कमलेश के साथ पंद्रह सालों से एक कमरे के मकान में रहता था। चाची और भतीजे में काफी साल से प्रेम-प्रसंग चल रहा था और दोनो पति-पत्नी की तरह ही रहते थे। बीती रात जगदीश और कमलेश घर के आंगन में एक ही चारपाई पर सो रहे थे। सुबह करीब चार बजे घर की बाउंड्री फांदकर कमलेश के दो बेटे कल्लू और चंदर घर में घुसे। कल्लू और चंदर ने मच्छरदानी हटायी और अपनी मां और जगदीश के सिर पर गोली मार दी। गोली दोनों के सिरों के आर-पार निकल गयी और दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी कल्लू और उसका छोटा भाई चंदर वहां से फरार हो गए। स्थानीय लोगों ने सुबह इसकी सूचना पारा पुलिस को दी। पुलिस ने छानबीन शुरू की तो मृतक जगदीश के पिता छेदीलाल ने बताया कि उनका बेटा जगदीश अपनी चाची कमलेश को 15 साल पहले भगा लाया था। कमलेश ने अपने पति गंगा प्रसाद और बच्चों को छोड़ दिया था। छेदीलाल ने बताया कि सालों पुरानी इस बात से नाराज कल्लू और चंदर ने ही दोनों की हत्या की है। पुलिस ने इस आधार पर छेदीलाल की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज करते हुए आरोपी चंदर को गिरतार कर लिया। पुलिस कल्लू को तलायश रही है।
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