कलक्टर रेजिडेंस पर शुरू हुई स्लम्स पाठशाला
पाली। शिक्षा से वंचित बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए शुक्रवार से जिला कलक्टर आवास पर विशेष कोर्स शुरू किया गया। 30 जून तक चलने वाले इस विशेष शिविर में रामलीला मैदान, मस्तान बाबा के आस-पास के क्षेत्र की कच्ची बस्तियों के करीब 100 बच्चों ने पहले दिन भाग लिया। यहां शिक्षा से वंचित बच्चों को विशेष कोर्स के माध्यम से खेल-खेल में शिक्षा दी जा रही है।
एक जुलाई से स्कूल में होगा दाखिला
जिला कलक्टर नीरज के. पवन ने बताया कि स्लम्स के इन बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए यह शिविर शुरू किया है। शिविर 30 जून तक चलेगा। उसके बाद शिक्षा से वंचित स्लम्स के इन बच्चों को स्कूल में दाखिले की भी विशेष व्यवस्था की जाएगी। एक जुलाई से इन बच्चों का शहर के सरकारी विद्यालयों में प्रवेश कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि इन बच्चों का रोजाना स्कूल जाना सुनिश्चित करने के लिए मॉनिटरिंग भी की जाएगी।
खेल-खेल में सीखेंगे आखर ज्ञान
खेल-खेल में ही इन बच्चों को आखर ज्ञान की शिक्षा दी जाएगी। इन बच्चों पर कोई मानसिक दवाब नहीं पड़े और ये शिक्षा से मुख्य धारा से जुड़े रहें इसके लिए कलक्टर आवास पर इनके मनोरंजन और खेलने कूदने की भी व्यवस्था की गई है।
दी जा रही है शिक्षण सामग्री
सर्व शिक्षा अभियान की ओर से इन बच्चों के शिक्षण के लिए कार्य अभ्यास पुस्तिकाएं और शिक्षण अधिगम सामग्री जा रही है। जिसमें कॉपी, किताब, स्लेट आदि पाठ्य सामग्री वितरति की जा रही है।
बच्चों ने उठाया लुत्फ
कलक्टर आवास पर पढ़ाई के बाद स्लम्स के इन बच्चों ने जमकर मनोरंजन किया। कई बच्चों ने फिल्मी गानों पर डांस किया। कई बच्चों के साथ पढ़ाई करने के लिए उनके परिजन भी पहुंचे। उम्र दराज महिलाओं ने भी यहां आखर ज्ञान सीखा।
छात्रा की अनूठी पहल
जिला कलक्टर की इस मुहिम में उदयपुर में कला संकाय तृतीय वर्ष की छात्रा अपेक्षा लसोड़ ने सहभागिता निभाई है। अपेक्षा ने शहर के रामलीला मैदान क्षेत्र, मस्तान बाबा के पीछे वाले क्षेत्र सहित अन्य क्षेत्रों का दौरा किया और 80 बच्चों के परिजनों से बात कर सूची तैयार की है। छात्रा ने भी बच्चों को अक्षर ज्ञान कराया।
पाली। शिक्षा से वंचित बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए शुक्रवार से जिला कलक्टर आवास पर विशेष कोर्स शुरू किया गया। 30 जून तक चलने वाले इस विशेष शिविर में रामलीला मैदान, मस्तान बाबा के आस-पास के क्षेत्र की कच्ची बस्तियों के करीब 100 बच्चों ने पहले दिन भाग लिया। यहां शिक्षा से वंचित बच्चों को विशेष कोर्स के माध्यम से खेल-खेल में शिक्षा दी जा रही है।
एक जुलाई से स्कूल में होगा दाखिला
जिला कलक्टर नीरज के. पवन ने बताया कि स्लम्स के इन बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए यह शिविर शुरू किया है। शिविर 30 जून तक चलेगा। उसके बाद शिक्षा से वंचित स्लम्स के इन बच्चों को स्कूल में दाखिले की भी विशेष व्यवस्था की जाएगी। एक जुलाई से इन बच्चों का शहर के सरकारी विद्यालयों में प्रवेश कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि इन बच्चों का रोजाना स्कूल जाना सुनिश्चित करने के लिए मॉनिटरिंग भी की जाएगी।
खेल-खेल में सीखेंगे आखर ज्ञान
खेल-खेल में ही इन बच्चों को आखर ज्ञान की शिक्षा दी जाएगी। इन बच्चों पर कोई मानसिक दवाब नहीं पड़े और ये शिक्षा से मुख्य धारा से जुड़े रहें इसके लिए कलक्टर आवास पर इनके मनोरंजन और खेलने कूदने की भी व्यवस्था की गई है।
दी जा रही है शिक्षण सामग्री
सर्व शिक्षा अभियान की ओर से इन बच्चों के शिक्षण के लिए कार्य अभ्यास पुस्तिकाएं और शिक्षण अधिगम सामग्री जा रही है। जिसमें कॉपी, किताब, स्लेट आदि पाठ्य सामग्री वितरति की जा रही है।
बच्चों ने उठाया लुत्फ
कलक्टर आवास पर पढ़ाई के बाद स्लम्स के इन बच्चों ने जमकर मनोरंजन किया। कई बच्चों ने फिल्मी गानों पर डांस किया। कई बच्चों के साथ पढ़ाई करने के लिए उनके परिजन भी पहुंचे। उम्र दराज महिलाओं ने भी यहां आखर ज्ञान सीखा।
छात्रा की अनूठी पहल
जिला कलक्टर की इस मुहिम में उदयपुर में कला संकाय तृतीय वर्ष की छात्रा अपेक्षा लसोड़ ने सहभागिता निभाई है। अपेक्षा ने शहर के रामलीला मैदान क्षेत्र, मस्तान बाबा के पीछे वाले क्षेत्र सहित अन्य क्षेत्रों का दौरा किया और 80 बच्चों के परिजनों से बात कर सूची तैयार की है। छात्रा ने भी बच्चों को अक्षर ज्ञान कराया।
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