गुरुवार, 7 जून 2012

दही है सबसे बेहतरीन फेयरनेस क्रीम



जयपुर. हेल्दी स्किन का खूबसूरत होना तय है, लेकिन हर खूबसूरत स्किन हेल्दी हो ये जरूरी नहीं। सच यह है कि लोग आज भी खूबसूरत स्किन पाने की चाह रखते हैं हेल्दी की नहीं। यही वजह है कि बाजार में आने वाले उत्पादों को बिना सोचे-समझे अपने पर आजमाते हैं और कई बार उसके विपरीत परिणाम भी सामने आते हैं। ब्यूटी एक्सपर्ट ब्लॉसम कोचर और उनकी बेटी समांथा कोचर ने गुरुवार को कुछ ऐसे ही विचार रखे। उन्होंने शहर के प्रोफेशनल्स को मेकअप और हेयर स्टाइल के टिप्स भी दिए।
 

किचन में हो जाए कुछ मैजिक



किचन में अक्सर आप फल काटते हैं। कई बार किसी की गंध बहुत अच्छी लगती है। ये फीलिंग आपको बहुत हद तक रिलेक्स करती है। ब्लॉसम कहने लगीं, आपकी किचन में ही बहुत सारा अरोमा मैजिक हैं जिसे आप अपने फेस पर इस्तेमाल कर सकती हैं। किचन में पपीता, सेब, खीरा मौजूद होते हैं। इन्हें आप खाने के अलावा पैक के तौर पर भी यूज कर सकती हैं। इसके साथ ही दही का इस्तेमाल भी फेस पर किया जा सकता है। यह स्किन को दो तीन शेड लाइट करने में खासा असरदायक फॉर्मूला है।

निर्मल बाबा की उलटी गिनती शुरू? दिल्ली में होने वाले समागम रद्द

नई दिल्ली.अजीब-ओ-गरीब उपाय बताकर लोगों को दुख दूर करने का दावा करने वाले निर्मलजीत सिंह नरूला उर्फ निर्मल बाबा की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। एक निजी टीवी चैनल ने दावा किया है कि एडवांस में कई महीने तक बुक रहने वाले निर्मल बाबा के चार समागमों को रद्द कर कर दिया गया है। ये समागम दिल्ली में 9, 10, 16, 17 जून होने थे। मीडिया में जब यह खबर आई और एक निजी टीवी चैनल से निर्मल बाबा के वकील से उनका पक्ष और समागम रद्द होने की वजह से जाननी चाही तो उनका फोन स्विच्ड ऑफ मिला।
 
गौरतलब है कि निर्मल बाबा के खिलाफ कानून का शिकंजा कसता जा रहा है। देश के कई थानों में निर्मल बाबा के खिलाफ शिकायतें और एफआईआर दर्ज की गई हैं। बीना की अदालत ने निर्मल बाबा के खिलाफ गिरफ्तारी वॉरंट जारी करने का आदेश जारी करते हुए उन्हें 25 जून को पेश होने को कहा है। बाबा के भक्त सुरेंद्र विश्वकर्मा ने बाबा के खिलाफ आरोप लगाया था कि बाबा की सलाह मानने से उन्हें नुकसान हुआ। साथ ही पिता की तबियत भी बिगड़ गई। विश्वकर्मा ने प्रथम श्रेणी कोर्ट में याचिका दायर की थी।

कुछ दिनों पहले इलाहाबाद हाई कोर्ट ने लखनऊ में निर्मल बाबा के खिलाफ दर्ज मामले में गिरफ्तारी के आदेश पर रोक लगाते हुए कहा था कि अगर उन्होंने जांच में पुलिस का पूरा सहयोग नहीं किया तो गिरफ़्तारी पर रोक के आदेश को निरस्त भी किया जा सकता है। इलाहाबाद हाई कोर्ट में निर्मल बाबा की ओर से दायर रिट याचिका में कहा गया था कि वे एक प्रख्यात धार्मिक व्यक्ति हैं और इस मामले में पूरी तरह निर्दोष हैं। उन्होंने सीजेएम के आदेश को गलत बताते हुए इस एफआईआर को निरस्त करने और इस दौरान गिरफ़्तारी रोकने की मांग की थी। निर्मल बाबा पर सवाल उठने के बाद उनके भक्तों की संख्या और दान में कमी की बात सामने आ रही है।

वैज्ञानिकों ने दी धरती के अंत की चेतावनी

 

लगातार बढ़ रही जनसंख्या अब धरती के अस्तित्व के लिए ही खतरा बन गई है। अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिकों के एक समूह ने धरती के अंत की ओर बढ़ने की चेतावनी देते हुए पानी, जंगल और जमीन के अधिक उपयोग को इसका कारण बताया है।

शोध पत्रिका 'नेचर' में प्रकाशित इस रिपोर्ट में वैज्ञानिकों ने कहा है कि धरती अब उस दिशा में बढ़ रही है जब कई प्रजातियां समाप्त हो जाएंगी और अमूलचूल बदलाव होंगे। ऐसा 12 हजार साल पहले ग्लेशियर रीट्रीट के दौरान हुआ था। ये वो प्रजातियां हैं, जिन पर हम निर्भर हैं। ऐसे में अंतत: हमारा अस्तित्‍व भी संकट में पड़ जाएगा।

वैज्ञानिकों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि हम प्रकृति से टकराव के सबसे बुरे दौर के करीब आ गए हैं और स्थितियां उससे कहीं ज्यादा भयावह है जैसा कि हमने पहले सोचा था।

साइंटिफिक थ्यौरी, इकोसिस्टम मॉडलिंग, पैलियनटोलॉजिकल एविडेंस आदि तरीकों का इस्तेमाल करते हुए विभिन्न क्षेत्रों के माहिर 18 वैज्ञानिकों की टीम ने शोध के बाद कहा है कि धरती पर मौजूद इकोसिस्टम ध्वस्त होने के कगार पर है और इस पतन को रोका नहीं जा सकता।

वैज्ञानिकों ने कहा है कि धरती की जैविक विविधता, मौसम में बदलाव, टोटल एनर्जी बजट में तीव्र बदलाव, और इकोसिस्टम का आपस में संतुलन खतरे के निशान पर है और ऐसा बिंदू करीब आ गया गया है जहां धरती पतन की ओर चली जाएगी।
वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि इकोसिस्टम के ध्वस्त होने का समय इसी शताब्दी के भीतर भी आ सकता है। अगर ऐसा हुआ तो धरती का संतुलन बिगड़ जाएगा और परिस्थितियां पलक झपकते ही पूरी तरह बदल जाएगीं। इससे पहले धरती पर बड़ा बदलाव करीब 12 हजार साल पहले हुआ था जब ग्लेशियर पिघले थे। इससे पहले धरती पर एक लाख साल तक सिर्फ बर्फ की चट्टाने ही थीं।

शोध पत्र की सह लेखिका आर्नी मूअर्स ने कहा, 'एक बार जब धरती पर यह बड़ा बदलाव हुआ था तब तब सिर्फ एक हजार साल के अंदर ही धरती की परिस्थितियां पूरी तरह बदल गईं थी और यह उस स्थिति में आ गई थी जिस स्थिति में अब है। यह एक बच्चे का एक साल के भीतर ही वयस्क होने जैसा था। महत्वपूर्ण बात यह है कि धरती अब इससे भी तेज गति से बदल रही है। अगले बदलाव का मौजूदा मानव सभ्यता पर व्यापक असर होने की संभावना बेहद ज्यादा है। हमे यह याद रखना होगा कि हम जंगली सभ्यता से मौजूदा मार्डन सभ्यता में धरती के सबसे संतुलित समय में आए हैं।'

सेक्‍स सीडी प्रकरण में मरु लहर के संपादक ने सीएम से जांच की मांग की

सेक्‍स सीडी प्रकरण में मरु लहर के संपादक ने सीएम से जांच की मांग की
जोधपुर। दैनिक मरु लहर के सम्पादक महावीर जैन ने मुख्यमंत्री को फैक्स भेज कर बाड़मेर विधायक मेवराम के विरुद्ध आपराधिक षडयंत्र रच कर प्रताडि़त करने का मामला दर्ज दर्ज करने व कथित सीडी प्रकरण की जांच की मांग की है। जैन के ज्ञापन के मुताबिक आपतिजनक सीडी बाड़मेर के कांग्रेस नेता की उजागर होने की खबर प्रकाशित करने पर उनके विरुद्ध ब्लैकमेल करने का झूठा मामला दर्ज करवाया है। उन्होंने लिखा हैं कि यदि विधायक उक्त स्वीकारोक्ति के तहत यह शिकायत दर्ज कराई है कि उनकी सीडी है तो उसकी जांच करवाई जाए।

उन्होंने आरोप लगाया कि जैन भूमाफियाओं व बदमाशों को संरक्षण दे रहे हैं। उनकी लिप्तता के मामले में हाईकोर्ट में जनहित याचिकायें विचाराधीन हैं। महावीर जैन की इन याचिकाओं में स्वयं सरकारी तंत्र ने विधायक को दोषी माना है, उसे आधार बनाया हुआ है। महावीर जैन को उक्त याचिकायें विड्रा करने को मजबूर करने के लिये विधायक अपने चहेतों से ऐसे झूठे मामले स्थानीय पुलिस पर दबाव बनाकर अपेल 2011 में करवा चुके हैं। लेकिन इन चारों मामलों में जोधपुर पुलिस महावीर जैन को बेगुनाह मान के एफआर दे दी।

सम्पादक के मुताबिक विधायक उनकी खबरों, जनहित याचिकाओं से लगातार कुपित हैं व जानलेवा हमला करवाने की धमकियां दे रहे हैं। ऐसी आशंका जताते हुए महावीर जैन ने मुख्यमंत्री को भी कई बार लिखा राजस्थान हाईकोर्ट ने जीवन सुरक्षा की मांग को लेकर दायर रिट पर भी राज्य सरकार को निर्देश दे रखे हैं। सम्पादक ने उक्त सीडी प्रकरण की निष्पक्ष जांच करावाने, विधायक के विरुद्ध प्रताडऩा का मामला दर्ज करवाने तथा विधायक के मोबाइल की कॉल डिटेल की 3 साल की जांच करवाने की मांग की है।

3 साल में 39,000 जवानों का मोहभंग


3 साल में 39,000 जवानों का मोहभंग

नई दिल्ली। अकसर विपरीत हालात में काम करने वाले केंद्रीय सुरक्षाबलों के जवानों के नौकरी छोड़ने का सिलसिला तमाम सरकारी प्रयासों के बावजूद रूकने का नाम नहीं ले रहा है। केंद्रीय सुरक्षाबलों का नियंत्रण करने वाले केंद्रीय गृह मंत्रालय के मुताबिक गत तीन साल में करीब 39 हजार सुरक्षाकर्मी नौकरी छोड़ चुके हैं।

वर्ष 2009 से वर्ष 2011 के बीच कुल 34683 सुरक्षाकर्मियों ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लिया जबकि 3947 जवानों ने विभिन्न निजी कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया। वर्ष 2009 में 12983 सुरक्षाकर्मियों ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली थी जबकि वर्ष 2010 में 10875 और वर्ष 2011 में 10825 जवानों ने यह तरीका अपनाया। नौकरी से इस्तीफा देने वाले केंद्रीय सुरक्षाकर्मियों की संख्या में वर्ष 2009 के 1162 के तुलना में बढ़कर वर्ष 2010 में 1487 पर पहुंच गई। हालांकि पिछले साल 1298 इस्तीफे के साथ इस संख्या में थोड़ी गिरावट दर्ज की गई है।

बीएसएफ से सबसे ज्यादा विदा

स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने वाले अर्द्धसैनिक बलों में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के 17639 सुरक्षाकर्मियों के साथ सबसे आगे है। वर्ष 2009 में बीएसएफ के 6319 जवानों ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली थी जबकि वर्ष 2010 में यह संख्या 5443 और वर्ष 2011 में 5877 रही। इस मामले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) दूसरे स्थान पर है। वर्ष 2009 में 3580, वर्ष 2010 में 2790 और वर्ष 2011 में 2377 सीआरपीएफ कर्मियों ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली।

सीआईएसएफ से ज्यादा मोह भंग

दूसरी तरफ केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) इस्तीफा देने वाले जवानों के हिसाब से सबसे आगे है। वर्ष 2009 में इस बल के 330 जवानों ने नौकरी से त्यागपत्र दिया था और उसके अगले साल यह संख्या बढ़कर 616 तक पहुंच गई। वर्ष 2011 में भी सीआईएफएफ के 446 जवानों ने निजी एवं घरेलू कारणों का हवाला देते हुए नौकरी छोड़ दी।

बढ़ रही सरकार की चिंता

केंद्रीय सुरक्षाबलों के जवानों के इतनी बड़ी संख्या में नौकरी छोड़ने से सरकार की चिंताएं बढ़ती जा रही हैं। इसको ध्यान में रखते हुए सरकार ने विपरीत हालात में काम करने की वजह से सुरक्षाकर्मियों के बीच बढ़ते तनाव को कम करने के लिए समुचित आराम एवं छुट्टी की नीति के रास्ते पर चलना शुरू कर दिया है। इसके अलावा जवानों को अपने परिजनों एवं दोस्तों से बात करने के लिए बेहतर संचार सुविधा भी मुहैया कराई जा रही है। गृह मंत्रालय ने सुरक्षाकर्मियों में तनाव स्तर को कम करने के लिए नियमित रूप से तनाव प्रबंधन कार्यक्रम और योग की कक्षाएं चलाना शुरू किया है। साथ ही खेलकूद और मनोरंजन की सुविधाएं प्रदान करने पर भी जोर है। डयूटी वितरण में भी पारदर्शिता बरतने की कोशिश की जा रही है। इसके अलावा सीमा चौकियों पर तैनात सुरक्षाकर्मियों को बुनियादी सुख-सुविधाएं मुहैया कराने पर भी जोर दिया जा रहा है।

संघ तैयार कर रहा 3000 "सैनिक"

संघ तैयार कर रहा 3000 "सैनिक"

लखनऊ। हिन्दू धर्म, संस्कृत और राष्ट्र की अवधारणा का वाहक राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ (आरएसएस) उत्तर प्रदेश में आधा दर्जन से अधिक स्थानों पर प्रशिक्षण शिविर लगाकर लगभग तीन हजार स्वंय सेवकों को प्रशिक्षित कर रहा है।

उत्तर प्रदेश को छह प्रांतों में बांट कर सात प्रशिक्षण शिविर से अपनी योजनाओं को मूर्तरूप दे रही आरएसएस राजधानी लखनऊ में 400 से ऊपर प्रतिज्ञ (संघ की प्रतिज्ञा लेने वाले) स्वंय सेवक तैयार कर रही है। जिसमें 31 मित्र राष्ट्र नेपाल के विभिन्न क्षेत्रों से आए हैं। यूपी को गोरक्ष (गोरखपुर), काशी (वाराणसी), अवध (लखनऊ), कानपुर, पश्चिम (मेरठ) और वृज (आगरा) क्षेत्र में चल रहे प्रशिक्षण वर्ग में दो हजार से ज्यादा स्वंय सेवक प्रशिक्षित हो रहे हैं। हर जगह प्रथम वर्ष का प्रशिक्षण लगा है, लेकिन काशी क्षेत्र मे दो वर्ग लगा है। एक प्रथम वर्ष का सुल्तानपुर तथा एक विशेष वर्ग का जिसमें 40 से 65 वर्ष के लोग प्रशिक्षण ले रहे हैं। जिन्हें सेवा संबंधी कार्यो का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। अन्य स्थानों पर कठोर शारीरिक प्रशिक्षण देकर उन्हें तपाया जा रहा है। लखनऊ में द्वितीय वर्ष प्रशिक्षण वर्ग में 400 से अधिक प्रतिज्ञ स्वंय सेवक तैयार किए जा रहे हैं। संघ के महिला विंग राष्ट्रीय सेविका समिति के नेतृत्व में 256 महिलाओं को मथुरा में प्रशिक्षण दिया जा रहा है।


गोरखपुर क्षेत्र के सहजनवां प्रशिक्षण शिविर में प्रथम वर्ष के 225, कशी क्षेत्र के सुल्तानपुर में 425, अवध क्षेत्र के रायबरेली में 300, कानपुर क्षेत्र के कन्नौज में 275, प्रश्चिम के मेरठ में 400 एंव वृजक्षेत्र के प्रथम वर्ष के लिए एटा में 325 तथा मथुरा के वृंदावन में द्वितीय वष्ाü के 275 प्रशिक्षार्थी आए हैं।

जिन्हें प्रशिक्षण के बाद प्रतिज्ञा करायी गई है। ये प्रतिज्ञा प्रथम वर्ष के बाद और तृतीय वष्ाü के पहले दिलायी जाती है। जिसमें स्वंय सेवकों को आजीवन राष्ट्र सेवा का व्रत लेना पड़ता है। प्रत्येक शिविर में 22 दिन तक प्रशिक्षण दिया जाता है। प्रथम वष्ाü में 40 वर्ष के नीचे तक के स्वंय सेवकों को शामिल किया गया है। संघ तृतीय वर्ष का प्रशिक्षण अपने मुख्यालय नागपुर में दिलाता है। जहां से प्रशिक्षण के बाद उनमें देश भक्ति का जज्बा इस हद तक भरा जाता है की वो राष्ट्र स्वाभिमान के लिए लेने और देने में न हिचकें।

पिछले दिनों उत्तर प्रदेश दौरे पर आए संघ सुप्रिमों मोहन भागवत ने चीन को भारत का सबसे बड़ा दुशमन बताते हुए भारत सरकार को हिमालय की ओर से भारत की सुरक्षा को लेकर आगाह किया था। इसीलिए इस बार नेपाल से आए 31 प्रशिक्षार्थी यूपी के शिविरों में प्रशिक्षण ले रहे हैं। जिसमें 11 द्वितीय वर्ष लखनऊ तथा 20 वाराणसी में शामिल हुए हैं। दशहरे के पहले इन वर्गो के प्रशिक्षण का असर धरातल पर दिखने लगेगा।

संघ में कराई जाने वाली प्रतिज्ञा :

।।सर्व शक्तिमान श्री परमेश्वर तथा अपने पूर्वजों को स्मरण कर मैं प्रतिज्ञा करता हूं कि अपने पवित्र हिन्दू धर्म, हिन्दू संस्कृत तथा हिन्दू समाज का संरक्षण कर राष्ट्र के संर्वागीण उन्नति के लिए मैं राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ का घटक बना हूं। संघ का कार्य प्रमाणिकता, निस्वार्थ, बुद्धि एंव तन-मन-धन पूर्वक करूंगा और इस व्रत का मैं आजन्म पालन करूंगा। भारत माता की जय।।

मैरिज के नाम पर युवतियों का सौदा

मैरिज के नाम पर युवतियों का सौदा

कोटा। राजस्थान के कोटा शहर में शादी के नाम पर युवतियों की खरीद-फरोख्त करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। यह गिरोह कथित मैरिज ब्यूरो की आड़ में लड़कियों को बेचने का कारोबार चला रहा था। गिरोह के तीन लोगों को मौके से दबोचा गया तथा 11 लोग ऎसे पकड़े गए जो शादी के सिलसिले में आए हुए थे।

गुमानपुरा थाना पुलिस को गुरूवार को ही दो शिकायतें मिली थीं कि कथित मैरिज ब्यूरो की आड़ में कुछ लोग युवतियों की सौदेबाजी में लिप्त हैं। सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आई और प्रशिक्षु आईपीएस विकास शर्मा के नेतृत्व ने वहां दबिश दी गई। मौके पर मैरिज ब्यूरो चलाने वाले त्रिलोक मालपानी को उसके तीन साथियों समेत धर लिया गया। वहां शादी के सिलसिले में आए 11 अन्य लोगों को भी पुलिस ने अरेस्ट कर लिया।

ब्यूरो संचालक ने प्रांरभिक पूछताछ में बताया कि वह बीते तीन साल से कोटा में मैरिज ब्यूरो चला रहा है। पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ कि गिरोह के लोग छत्तीसगढ़, झारखंड, मध्यप्रदेश, बिहार से शादी योग्य युवतियों को यहां लाकर 50 से 70 हजार रूपए में लाकर बेच देते थे। मिलने वाली रकम का बड़ा हिस्सा युवति के परिजनों को पहुंचाया जाता था तथा 10 से 15 हजार रूपए बतौर कमीशन यह गिरोह खुद अपने पास रख लेता था।

अब तक यह गिरोह 100 ये ज्यादा ऎसी युवतियों का शादी के नाम पर सौदा करा चुका है। मालूम हो कि ये ऎसे परिवारों को फांसता था जो आदिवासी गरीब होते थे। उनके यहां शादी योग्य युवतियों को बदले में अच्छी खासी रकम देने का वादा कर सौदा करा दिया जाता था। फिलहाल पुलिस दल आरोपियों से पूछताछ में लगा है। इस गिरोह से कई और लोगों के जुड़े होने की आशंका जताई जा रही है।

सरहद से सरकारी समाचार गुरूवार


दक्षिण पश्चिम मानसून से संभावित बाढ  से बचाव को पुख्ता प्रबन्ध 

सरहद से सरकारी समाचार गुरूवार 


बाडमेर, 7 जून। जिले में आगामी दिनों में दक्षिणी पिचमी मानसून के आगमन पर संभावित अतिवृश्टि अथवा बा के हालात पैदा होने पर बचाव के पुख्ता प्रबन्ध किए गए है। जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने गुरूवार को कलेक्ट्रेट सभागार में सहायता प्रबन्धों की विस्तृत समीक्षा की। 
इस अवसर पर जिला कलेक्टर ने अधिकारी को संभावित अतिवृश्टि से निपटने के लिए सभी आवयक तैयारियां समय से पूर्व पूर्ण करने के निर्दो ताकि ऐसी स्थिति उत्पन्न होने पर हालात से निपटा जा सकें। उन्होने बा के दौरान संचार व्यवस्थाओं को अति महत्वपूर्ण बताते हुए इसे सुचारू रखने के निर्दो दिए तथा अधिकारियों को महत्वपूर्ण टेलीफोन नम्बरों की सूची उपलब्ध रखने के निर्दो दिए। साथ ही जिला मुख्यालय समेत सभी उपखण्ड मुख्यालयों तथा जन सुविधाओं से जुडे प्रमुख विभागों में 15 जून से नियंत्रण कक्ष स्थापित करने तथा उनके दूरभाश नम्बर के व्यापक प्रचार के निर्दो दिए। 
जिला कलेक्टर डॉ. प्रधान ने विभागवार बा की स्थिति से निपटने के लिए की गई तैयारी की समीक्षा की तथा उपलब्ध संसाधनों को दुरस्त रखने के निर्दो दिए। बैठक में रेत के कट्टे, नाव, लाइफ जैकेट, तैराकों की सूची, रेपिड रेस्पोन्स दलों आदि पर विस्तृत चर्चा की गई। उन्होने वशार से पूर्व नालों की सफाई करवाने तथा विद्युत लाईनों को दुरस्त रखने के निर्दो दिए। 
जिला कलक्टर ने लूणी नदी के सभी पुलों व रपटों की सफाई के निर्देश दिए तथा यहां पर चेतावनी बोर्ड लगाने तथा पानी नापने के मीटर गेज लगाने की भी हिदायत दीं। उन्होंने बाड़मेर तथा बालोतरा में कच्ची बस्तियों तथा निचले इलाकों का चिन्हिकरण करने के निर्दो दिए। उन्होने बा की आांका वाले सभी क्षेत्रों में रसद तथा चिकित्सा की पर्याप्त व्यवस्था की हिदायत दी। 
इस मौके पर उन्होने कहा कि बा बचाव तैयारियों के तहत मोटर बोटो का प्रशिक्षण के तौर पर संचालन कर उनको परख लिया जाए। उन्होने उपखण्ड अधिकारियों को तैराकों की सूची अपडेट रखने के निर्दो दिए। साथ ही उन्होने विभागवार बा बचाव के उपायों तथा संसाधनों की जानकारी ली। 
बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी एल.आर. गुगरवाल, अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरूण पुरोहित, अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक रामसिंह मीणा, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामस्वरूप मीणा समेत उपखण्ड अधिकारी, तहसीलदार तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। 
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अवैद्य खनन के विरूद्ध संयुक्त अभियान की समीक्षा 


बाडमेर, 7 जून। जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने गुरूवार को जिले में अवैद्य खनन की रोकथाम के लिए खनिज विभाग, प्रासन तथा पुलिस द्वारा चलाए जा रहे संयुक्त जांच अभियान की प्रगति की समीक्षा की। 
इस अवसर पर जिला कलेक्टर ने निर्दो दिए कि अभियान के दौरान माननीय उच्चतम न्यायालय के आदों की पालना सुनिचत की जाए तथा अवैद्य खनन किसी भी स्थिति में नहीं होने पाए। उन्होने बताया कि संयुक्त अभियान के लिए खनिज विभाग को नोडल विभाग बनाया गया है इसलिए वह सभी से समन्वय कर कार्य योजना के अनुसार अवैध खनन के खिलाफ पुख्ता कार्यवाही करें। 
बैठक में जिला कलेक्टर ने अवैध खनन की रोकथाम के लिए अधिकारियों को मुश्तैदी से कार्य करने के निर्दो देते हुए कहा कि राजकीय भूमि का अवैध खनन होने पर खनन विभाग के साथ साथ राजस्व प्रासन भी अपनी कार्यवाही अमल में लाए। उन्होने खनन की गई सामग्री तथा उपकरणों की जब्तगी के साथ साथ पुलिस में मुकदमा दर्ज कराने को भी कहा। 
बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरूण पुरोहित समेत संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। 
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राज.राज्य एवं अधीनस्थ संयुक्त प्रतियोगी(प्रारम्भिक) परीक्षा 
सुव्यवस्थित रूप से सम्पादित 
कराने के लिए पुख्ता प्रबन्ध 
बाडमेर, 7 जून। राजस्थान राज्य एवं अधीनस्थ संयुक्त प्रतियोगी (प्रारम्भिक) परीक्षा जिला मुख्यालय बाडमेर पर 14 जून को दो सत्रों में प्रातः 9.00 बजे से 11.00 बजे तक एवं दोपहर 2.00 बजे से 4.00 बजे तक आयोजित कराया जाना निचत किया गया है। 
जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने एक आदो जारी कर उक्त परीक्षा को सुव्यवस्थित ंग से सम्पादित कराने हेतु अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरूण पुरोहित को समन्वयक एवं प्रधानाचार्य राउमावि बाछडाउ प्रेम प्रका व्यास को सहायक समन्वयक नियुक्त किया है। इसी प्रकार उपखण्ड अधिकारी बाडमेर सीआर देवासी, उपखण्ड अधिकारी िव नखतदान बारहठ, उपखण्ड अधिकारी चौहटन राको कुमार, उपखण्ड अधिकारी गुडामालानी मु0 बाडमेर जीतेन्द्रसिंह नरूका एवं उपखण्ड अधिकारी बालोतरा कमलो आबूसरिया को उप समन्वयक नियुक्त किया गया है। अनुचित साधनों का उपयोग एवं अनुचित लाभ प्राप्त करने के प्रयासों की रोकथाम हेतु पांच सतर्कता दल गठित किए गए है। साथ ही वाणिज्य कर अधिकारी बाडमेर एवं जिला रसद अधिकारी बाडमेर के नेतृत्व में विोश जॉच दलों का गठन किया गया है। 
डॉ. प्रधान ने बताया कि परीक्षा से संबंधित विधिक जानकारी परीक्षार्थियों को उपलब्ध कराने हेतु जिला कलक्टर कार्यालय में दूरभाश नम्बर 02982 220007 पर दिनांक 12 से 13 जून तक प्रातः 9.30 से सायं 6.00 बजे तक एवं परीक्षा तिथि 14 जून को प्रातः 7.00 बजे से परीक्षा संबंधी सम्पूर्ण कार्यवाही सम्पन्न होने तक नियन्त्रण कक्ष की स्थापना की जाकर कार्मिकों को नियुक्त किया गया है। 
फोटो स्टेट माीन व प्रतिलिपि करने के अन्य साधन रहेंगे प्रतिबन्धित 
जिला कलेक्टर डॉ. वीणा ने बताया कि परीक्षा को निश्पक्ष एवं सुचारू रूप से सम्पन्न करवाये जाने के लिए सार्वजनिक हित को मध्य नजर रखते हुए जिला मुख्यालय बाडमेर पर स्थित समस्त परीक्षा केन्द्रों पर व समस्त फोटो स्टेट व फैक्स करने की दुकानों एवं साईबर कैपे पर 14 जून को प्रातः 8.00 बजे से सायं 5.00 बजे तक फोटो स्टेट माीन एवं प्रतिलिपि करने के अन्य साधनों को प्रतिबन्धित करने के आदो जारी किए गए है। 
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एन.ओ.सी. जारी कराने हेतु कार्यवाही के निर्दश 


बाडमेर, 7 जून। जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान की अध्यक्षता में जालीपा लिग्नाईट परियोजना संबंधी अवाप्त भूमि का कब्जा लेने, भवन तथा भूमि खाली करवाने आदि के कार्य के पर्यवेक्षण बाबत गठित कमेटी की बैठक गुरूवार को कांफ्रेन्स हॉल में आयोजित हुई। 
इस मौके पर जिला कलेक्टर ने भूमि अवाप्ति अधिनियम की धारा 11 (1) के प्रकरणों का भौतिक कब्जा लेने, कपूरडी की 10 ाणियों को खाली करवाने, हाईवे डायवर्जन के लिए ग्राम पंचायत भाडखा की एनओसी जारी कराने, बकाया म्यूटोन भरे जाने सहित विभिन्न बिन्दुओं पर संबंधित अधिकारियों से विस्तार पूर्वक समीक्षा कर भाीध्र कार्यवाही के निर्दो दिए। बैठक में राजवेस्ट पॉवर लिमिटेड भादरेस द्वारा जालीपा लिग्नाईट परियोजना हेतु अवाप्ति की गई भूमि के 6 प्रकरणों में कब्जे लेने भोश होना बताया गया। 
उन्होने जिन जिन कातकारों को मुआवजा राि का भुगतान कर भूमि का कब्जा व रेकर्ड में नामान्तरकरण आरएसएमएम के नाम दर्ज हो चुके है, की भूमियों की ट्रेन्चिंग पूर्ण कराने को कहा। साथ ही जालीपा परियोजना के अन्तर्गत आने वाली सरकारी परिसम्पतियों स्कुलों, बीएसएनएल टॉवर व सरकारी भूमियों के संबंध में संबंधित विभागों को एन.ओ.सी. जारी कराने हेतु भाीध्र कार्यवाही के निर्दो दिए। 
बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरूण पुरोहित, उपखण्ड अधिकारी सी.आर. देवासी, राजवेस्ट पॉवर लिमिटेड के निदोक अनिल सूद सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। 0- 


अनाधिकृत रूप से संचालित इकाईयों को सीज करने के निर्दश  


बाडमेर, 7 जून। जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान की अध्यक्षता में गुरूवार सायं औद्योगिक इकाईयों द्वारा लूनी नदी में रसायनिक पानी छोडे जाने की रोकथाम के संबंध में बैठक आयोजित हुई। 
इस अवसर पर जिला कलेक्टर डॉ. प्रधान ने सीईटीपी से जुडी ईकाईयों की कन्सन्ट टू आपरेट सूची, एवं जो ईकाईया सीईटीपी से जुडी हुई नहीं है, उसकी सूची ट्रस्ट को उपलब्ध कराने के निर्दो दिए। उन्होने प्रदूशण मण्डल को अनाधिकृत रूप से संचालित की जा रही ईकाईयों को भाीध्र सीज करने की कार्यवाही के निर्दो दिए। बैठक में बताया गया कि सीईटीपी ट्रस्ट बालोतरा, बिठुजा एवं जसोल में 40 प्रतित क्षमता का टेक्सटाइल उद्योग चलाने का निर्णय प्रासन का न होकर स्वयं ट्रस्ट का है। 
जिला कलेक्टर ने सीईटीपी ट्रस्ट तथा प्रदूशण मण्डल द्वारा संयुक्त रूप से सर्वे कर ट्रस्ट की अनुमति से अधिक माीनरी पाए जाने एवं उद्योग परिसर में बोरवेल, टयुबवेल पाए जाने पर उसे भाीध्र हटाने के निर्दो दिए। बालोतरा, बिठुजा एवं जसोल में लगभग सभी जल प्रदूशणकारी वस्त्र उद्योग के संचालन के संबंध में राज्य सरकार से मार्ग दार्न हेतु पत्र लिखने के राजस्थान प्रदूशण मण्डल बालोतरा को निर्दो दिए गए। 
जिला कलेक्टर ने रात्रि में उद्योगों के संचालित किये जाने पर प्रदूशिर्त पानी को सीईटीपी के अतिरिक्त अन्य स्थान पर डालने की रोकथाम के लिए ट्रस्ट द्वारा निगरानी रखने के निर्दो दिए। इसी प्रकार बिठुजा क्षेत्र मे जो उद्योग सिमेन्ट की होदियों पर धुलाई का कार्य कर रहे है, उनको जीगर पर धुलाई करने के लिए पाबन्द करने के ट्रस्ट एवं प्रदूशण नियन्त्रण मण्डल को निर्दो दिए गए। उन्होने बारि होने पर औद्योगिक इकाईयों से प्रदूशिर्त जल लूनी नदी में प्रवाहित न हो, इसकी सुनिचतता करने के ट्रस्ट को निर्दो दिए। 
बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरूण पुरोहित, उपखण्ड अधिकारी कमलो आबूसरिया, सीईटीपी बालोतरा के अध्यक्ष रूपचन्द सालेचा, सीईटीपी जसोल के अध्यक्ष डूंगरचन्द सांलेचा, सीईटीपी बालोतरा के सदस्य सचिव जुगलकिोर, सीईटीपी ट्रस्टी गनी मोहम्मद, लक्ष्मणराम चौधरी, सहायक पर्यावरण अभियन्ता राको कुमार धीगडा, क्षेत्रीय प्रबन्धक रीको एस.एन. रामदेव सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। 
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गोल्डन कटार सड़क सुरक्षा सप्ताह 
के अन्तर्गत दुपहिया वाहन रैली का आयोजन 
बाडमेर, 7 जून। जालीपा सैन्य छावनी में मनाये जा रहे गोल्डन कटार सड़क सुरक्षा सप्ताह के अन्तर्गत गुरूवार को दुपहिया वाहन रैली का आयोजन किया गया। 
जिला पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट ने रैली कप्तान को हेलमेट प्रदान किया तत्पचात जालीपा सैन्य छावनी के स्टोन कमाण्डर एवं पुलिस अधीक्षक ने हरी झण्डी दिखाकर रैली को रवाना किया। इस रैली में 65 मोटर साइकिल सवारों को कीर्ति मोटर्स के सौजन्य से 15 मोटर साइकिल उपलब्ध कराई गई। इस रैली का मुख्य उदे्य सुरक्षित समाज की आवधारणा प्राप्त करने के लिए सेना के चिरस्थायी संकल्प को मजबूत बनना तथा सैन्य परिवारों के साथसाथ स्थानीय नागरिकों में सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करना और सुरक्षित यातायात के बारे में अपनी जिम्मेदारी को समझाना है। यह रैली जालीपा सैनिक स्टोन से प्रारम्भ होकर कलेक्ट्रेट परिसर से होते हुए रेल्वे स्टोन एवं भाहर के विभिन्न इलाकों से निकली। इस दौरान जवानों द्वारा सड़क सुरक्षा से सम्बन्धी पेम्पलेट ड्राइवरों, राहगीर और बच्चों को बॉटी गई। 
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गोल्डन कटार सड़क सुरक्षा सप्ताह दुपहिया वाहन रैली का आयोजन



गोल्डन कटार सड़क सुरक्षा सप्ताह दुपहिया वाहन रैली का आयोजन 

बाडमेर, 7 जून। जालीपा सैन्य छावनी में मनाये जा रहे गोल्डन कटार सड़क सुरक्षा सप्ताह के अन्तर्गत गुरूवार को दुपहिया वाहन रैली का आयोजन किया गया। 
जिला पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट ने रैली कप्तान को हेलमेट प्रदान किया तत्पचात जालीपा सैन्य छावनी के स्टोन कमाण्डर एवं पुलिस अधीक्षक ने हरी झण्डी दिखाकर रैली को रवाना किया। इस रैली में 65 मोटर साइकिल सवारों को कीर्ति मोटर्स के सौजन्य से 15 मोटर साइकिल उपलब्ध कराई गई। इस रैली का मुख्य उदे्य सुरक्षित समाज की आवधारणा प्राप्त करने के लिए सेना के चिरस्थायी संकल्प को मजबूत बनना तथा सैन्य परिवारों के साथसाथ स्थानीय नागरिकों में सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करना और सुरक्षित यातायात के बारे में अपनी जिम्मेदारी को समझाना है। यह रैली जालीपा सैनिक स्टोन से प्रारम्भ होकर कलेक्ट्रेट परिसर से होते हुए रेल्वे स्टोन एवं भाहर के विभिन्न इलाकों से निकली। इस दौरान जवानों द्वारा सड़क सुरक्षा से सम्बन्धी पेम्पलेट ड्राइवरों, राहगीर और बच्चों को बॉटी गई। 
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बाड़मेर जिला कलेक्टर सहित 3 को नोटिस जारी

पचपदरा तहसील के तहत ग्राम पंचायत मुगड़ा में कब्रिस्तान के लिए भूमि आवंटन मामला
जोधपुर। हाईकोर्ट ने बाड़मेर जिलांतर्गत पचपदरा तहसील के ग्राम मुगड़ा में प्रस्तावित कब्रिस्तान के लिए भूमि आवंटन बाबत बाड़मेर जिला कलेक्टर द्वारा पहले आवंटन आदेश जारी करने व बाद में कतिपय लोगों के दबाव के चलते आदेश को निरस्त करने पर जिला कलेक्टर सहित प्रमुख सचिव राजस्व विभाग तथा बालोतरा एसडीएम को नोटिस जारी करते हुए दो सप्ताह में जवाब तलब किया है।

यह आदेश अवकाश कालीन न्यायाधीश एनके जैन द्वितीय ने प्रार्थी जेराला ग्राम निवासी नेमिचंद व अन्य की ओर से दायर याचिका की सुनवाई में दिए। याचिकाकर्ताओं की ओर से अधिवक्ता आरएस सलूजा ने कहा कि ग्रामपंचायत मुगड़ा ने 3 अक्टूबर 2011 को ग्राम सभा आयोजित कर गांव के खसरा नंबर 6 में गैरमुमकिन तलार भूमि की 16.2 बीघा भूमि को कब्रिस्तान के लिए आरक्षित करने का प्रस्ताव पारित किया।
इस प्रस्ताव की पटवारी से मौका रिपोर्ट प्राप्त करने के बाद एसडीएम बालोतरा ने अनुशंसा सहित जिला कलेक्टर के पास भेज दिया, जिसने 28 मार्च 2012 को पंचायती राज एक्ट 1956 के सेक्शन 92 में प्रदत्त शक्तियों के आधार पर उक्त भूमि ग्रामसभा के नाम आवंटित कर दी। लेकिन बाद में कुछ कतिपय लोगों ने जिला कलेक्टर पर इस बात का दबाव बनाया कि गांव में खसरा नंबर 10 में पहले से ही कब्रिस्तान के लिए भूमि आवंटित है तथा अब नई जगह पर कब्रिस्तान बनाने से धार्मिक संकट खड़ा हो सकता है। इस पर जिला कलेक्टर ने इस बाबत जारी पूर्व के आदेश को निरस्त कर दिया। इसी से त्रस्त हो कर याचिका दायर की गई।


हाईकोर्ट की टीम ने माना, हां...पार हुईं हैवानियत की सभी हदें



रोहतक.बहुचर्चित ‘अपना घर’ मामले की जांच करने बुधवार को रोहतक पहुंची हाईकोर्ट द्वारा गठित टीम ने पूरे मामले में पुलिस प्रशासन की भूमिका पर गंभीर सवाल उठाए हैं। टीम सदस्यों ने कहा कि ‘अपना घर’ में हैवानियत की सभी हदें पार हुई हैं। इससे पहले, टीम ने शहर के तीन आश्रमों का मुआयना कर वहां रह रहे बच्चों व महिलाओं से बातचीत की।

 


जांच टीम के सदस्य और जनहित याचिका दायर करने वाले पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में वकील उत्सव बैंस ने कहा कि हरियाणा पुलिस व स्थानीय प्रशासन द्वारा की जा रही जांच पर भरोसा नहीं किया जा सकता। हाईकोर्ट ने ‘अपना घर’ में रही सभी महिलाओं और बच्चों की पीजीआई चंडीगढ़ में जांच कराने को कहा था।



इसके बावजूद महज 8 चुनिंदा बच्चों की जांच करवाई गई। इनमें से दो के शारीरिक शोषण की पुष्टि हुई है। यह भी सामने आया है कि जसवंती बच्चियों को नशीले पदार्थ भी देती थी। उन्होंने कहा कि प्रशासन इस मामले को दबाने का प्रयास कर रहा है। पुलिस के लोग स्वयं ‘अपना घर’मामले में संलिघ्त हैं, इसलिए उनसे जांच या कार्रवाई की उम्मीद नहीं करनी चाहिए।



‘अपना घर’ के 21 सदस्यों का हाल पूछा

एडवोकेट उत्सव बैंस, अनिल मल्होत्रा, सुदीघ्ति शर्मा और पुनिता सेठी की टीम ने शहर की श्रीनगर कॉलोनी स्थित जन सेवा संस्थान में रह रही 10, गांधी कैंप स्थित सहारा आश्रम सेवा दल में 6 व गोहाना अड्डा स्थित लखीराम अनाथालय में 5 महिलाओं व बच्चों से पूछताछ की। टीम ने बुधवार को गुड़गांव, बहादुरगढ़ का दौरा किया। टीम ‘अपना घर’ से भिवानी में भेजी गई महिलाओं और बच्चियों से पूछताछ करेगी। इससे पहले इस मामले में यमुनानगर, पानीपत, सोनीपत व करनाल में जांच हो चुकी है।



वीवीआईपी सुविधाओं पर उठे सवाल

टीम के सदस्य बैंस ने मीडिया से बातचीत में कहा कि जेल में बंद आरोपी जसवंती को कथित वीवीआईपी सुविधाएं दी जा रही हैं। इससे साफ है कि उसके संपर्क बड़े स्तर पर हैं। एडवोकेट उत्सव बैंस ने मांग की कि इस मामले की जांच की प्रगति रिपोर्ट हर सप्ताह हाईकोर्ट में पेश होनी चाहिए।



प्रकरण में विशेष जांच दल गठित

पुलिस महानिदेशक रंजीव सिंह दलाल ने कहा कि रोहतक के अपना घर प्रकरण में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था एमएस मान की अध्यक्षता में विशेष जांच दल गठित किया गया है, यह दल रोहतक पुलिस की जांच अपने कब्जे में लेकर कार्रवाई करेगा। दलाल चंडीगढ़ में पत्रकारों से मुखाबित थे।



बाल गृहों की जांच के लिए राज्य स्तरीय कमेटी

राज्यपाल जगन्नाथ पहाड़िया ने किशोर न्याय (बाल संरक्षण एवं देखभाल) अधिनियम 2009 के तहत बाल गृहों की जांच के लिए राज्य स्तरीय व जिला स्तरीय समितियों का गठन किया है। इन समितियों का कार्यकाल पांच वर्ष का होगा। महिला एवं बाल विकास विभाग के वित्तायुक्तएवं प्रधान सचिव कमेटी के अध्यक्ष होंगे।

सरहद से अपराध समाचार ...आज की अपडेट्स

सरहद से अपराध समाचार ...आज की अपडेट्स 

अवेध शराब सहित एक गिरफ्तार
बाड़मेर राहुल बारहट, पुलिस अधीक्षक जिला बाड़मेर के निर्देशानुसार जिले में अवेध शराब की रोकथाम बाबत चलाये जा रहे अभियान के तहत श्री वभूतसिंह स.उ.नि. मय पुलिस पार्टी थाना बालोतरा द्वारा मुलजिम श्रवण पुत्र जसराज माली निवासी बालोतरा को दस्तयाब कर उसके कब्जा से अवेध व बिना लाईसेन्स की 14 बोतल बीयर बरामद कर पुलिस थाना बालोतरा पर आबकारी अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज करने में सफलता सफलता हासिल की।


जुआ खेलते दो गिरफ्तार


बाड़मेर हिन्दुसिंह हैड कानि. मय पुलिस पार्टी पुलिस थाना चौहटन द्वारा कस्बा चौहटन में सार्वजनिक स्थान पर जुआ खेलकर एक को लाभ व दुसरे का हानि पहुंचाते हुए मुलजिम राजूसिंह पुत्र मानसिंह राणा राजपूत निवासी चौहटन वगेरा 2 को दस्तयाब कर इनके कब्जा से ताश पत्ती, पेन, पर्ची व 1120/रूपये जुआ राशि बरामद कर पुलिस थाना चौहटन पर जुआ अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज करने में सफलता प्राप्त की गई।




पिछले 24 घण्टो में दर्ज प्रकरण
1.प्रार्थी श्री हरीसिंह पुत्र राणसिंह निवासी जसोल ने मुलजिम प्रेमसिंह पुत्र अर्जुनसिंह निवासी झिझनियाली के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम द्वारा मुस्तगीस की पुत्री को बहला फुसलाकर ले जाकर उसके साथ बलात्कार करना वगेरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना बालोतरा पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।
2.प्रार्थी श्री सोकत पुत्र सुलेमान मुसलमान नि. नई सियाई ने मुलजिम जेसा पुत्र आमद मुसलमान नि. नई सियाई वगेरा 4 के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम द्वारा एक राय होकर मुस्तगीस के घर में प्रवेश कर मारपीट करना वगेरा पर मुलजिमान के विरूद्व पुलिस थाना रामसर पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।
3.प्रार्थी श्री पेमाराम पुत्र चेतनराम जाट नि. बालोतरा ने मुलजिम भेराराम पुत्र लुम्भाराम जाट नि. बायतु पनजी विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम द्वारा बोलेरो नम्बर आरजे 04 टीए 2239 को तेजगति व लापरवाही से चलाने से वाहन पल्टी खाना जिससे मुस्तगीस के चोटे आना वगेरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना पचपदरा पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।

अब गूगल ला रहा शहरों के 3 डी नक्शे

अब गूगल ला रहा शहरों के 3 डी नक्शे



सैन फ्रेंसिस्को। दुनिया का डिजीटल नक्शा तैयार करने की अपनी नई महत्वाकांक्षी व विवादास्पद योजना के तहत गूगल कई शहरों के ऊपर कैमरायुक्त छोटे विमान तैनात कर रहा है। गूगल की कई शहरों का थ्री डी नक्शा इस साल के अंत तक जारी करने की योजना है।

गूगल ने इन शहरों के नाम बताने से इनकार कर दिया लेकिन उसने सैन फ्रेंसिस्को का एक 3 डी नक्शा पेश किया। गूगल में इंजीनियरिंग के उपाध्यक्ष ब्रायन मैकक्लेडन के अनुसार ये मैप इस प्रकार से तैयार किया गया है कि यूजर को भ्रम होता है कि वह शहर के ऊपर उड़ रहा है, बिल्कुल वैसे ही जैसे कि आप अपने हेलिकॉप्टर में हों। गूगल के अनुसार उसने इस कार्य के लिए विमानों का पूरा बेड़ा लगा रखा है।

ये 3 डी मैप गूगल अर्थ का हिस्सा होंगे जो मोबाइल सेवा के लिए उपलब्ध होंगे। कुछ ही हफ्तों में यह सेवा एंड्रोएड और दूसरे स्मार्ट फोन्स पर उपलब्ध होगी।

नए गूगल मैप में 3 डी फीचर हैं। साथ ही गलियों के विस्तृत नक्शों को और बेहतर बनाया गया है। इसमें स्मार्ट फोन के लिए बिना इंटरनेट कनेक्शन के गूगल मैप मुहैया करवाने का भी प्रावधान है।

कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच चले लात-घूसे

शिक्षा मंत्री ब्रज किशोर शर्मा और सांसद महेश जोशी के समर्थकों ने जमकर किया हंगामा 

जयपुर। शहर कांग्रेस की बैठक में गुरुवार को कार्यकर्ताओं के बीच लात-घूसे चले और जमकर हंगामा हुआ। सुबह 11.30 बजे अजमेर पुलिया के पास एक होटल में आयोजित बैठक की शुरुआत हंगामेदार रही। हंगामे की शुरुआत मीनाक्षी चंद्रावत की भाषण से हुई। चंद्रावत ने कहा कि बैठक में अन्य लोग प्रवेश कर गए हैं। इस बात पर हवामहल के कार्यकर्ताओं हंगामा शुरू कर दिया। हवा महल के कार्यकर्ताओं का कहना था कि शहर अध्यक्ष मनमानी कर रहा है और हमे दरकिनार किया जा रहा है।
कुछ यूं हुई हंगामे की शुरुआत: शहर कांग्रेस की बैठक के दौरान शिक्षा मंत्री ब्रज किशोर शर्मा और सांसद महेश जोशी के समर्थकों ने जमकर हंगामा किया। दोनों नेताओं के समर्थकों के बीच धक्का मुक्की हुई।
जिस वक्त पार्टी कार्यकर्ता आपस में भिड़ रहे थे उस समय प्रभारी जुबेर खान और मीनाक्षी चंद्रावत चुपचाप बैठे थे। बैठक में ब्रज किशोर शर्मा और महेश जोशी मौजूद नहीं थे। जयपुर महापौर ज्योति खंडेलवाल और प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष राजीव अरोड़ा और शहर अध्यक्ष सलीम कागजी बैठक में मौजूद थे।

बताया जा रहा है कि मीनाक्षी चंद्रावत की भाषण के दौरान विवाद हुआ। कहा गया कि बैठक में कुछ बाहरी समर्थक मौजूद हैं। इस पर जोशी समर्थकों ने आपत्ति जताई। विरोध में शर्मा समर्थक टेबल और कुर्सियों पर खड़े हो गए। उन्होंने शहर अध्यक्ष सलीम कागजी के खिलाफ नारेबाजी की।
बैठक में मौजूद लोगों ने उनको शांत कराने की कोशिश की लेकिन वे नहीं माने। शर्मा समर्थक तबादलों में मंत्री का नाम बदनाम करने के साथ-साथ हवामहल क्षेत्र की कार्यकारिणी को भंग किए जाने से नाराज दिखाई दे रहे थे। सांसद महेश जोशी, विधायक प्रतापसिंह खाचरियावास और शहर अध्यक्ष सलीम कागजी का आरोप है कि उनकी ओर से भेजी गई डिजायर को महत्व नहीं दिया गया है।

अवैध संबंध में आड़े आया ससुर, पुत्रवधु ने प्रेमी से मिल की हत्या

पाली। जोजावर कस्बे में रिटायर चिकित्साकर्मी धनाराम हीरागर (62) की हत्या करने के मामले का राजफाश कर पुलिस ने मृतक की पुत्रवधु रेखा और उसके प्रेमी मेहबूब को बुधवार की देर रात को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस का कहना है कि दोनों ने मिलकर घटना वाली रात को कूट से हमला कर वृद्ध की हत्या की और बाद में शव लाकर घर के बाहर पटक दिया। मृतक को इन दोनों के प्रेम प्रसंग की जानकारी थी, जिसका वह कई बार विरोध भी कर चुका है। इसी के चलते दोनों ने उसे रास्ते से हटाने के लिए उसकी हत्या कर दी।

एसपी केबी वंदना ने बताया कि मारवाड़ जंक्शन के काजीपुरा के रहने वाले धनाराम हीरागर (62) स्वास्थ्य विभाग में मलेरिया इंस्पेक्टर के पद से रिटायर हो चुका है। वह कुछ दिनों से जोजावर में अपने छोटे पुत्र के यहां रह रहा था। जबकि उसका बड़ा पुत्र मारवाड़ में रहता है। जोजावर में रहने वाला उसका पुत्र कैलाश किसी काम के सिलसिले में 4 जून को घर से गया था। जबकि उसकी पत्नी रेखा व तीन बच्चों के साथ पिता धनाराम घर पर ही था। 5 जून को सुबह घर के बाहर ही धनाराम का शव पड़ा मिला। शव के चेहरे व शरीर पर जाहिर चोटों के निशान पाए गए, जिससे यह मामला हत्या में दर्ज किया। संदेह के दायरे में आई मृतक की पुत्रवधु रेखा तथा मारवाड़ जंक्शन में मृतक के घर के सामने रहने वाले उसके प्रेमी मेहबूब से पूछताछ की। दो दिन की पूछताछ के बाद दोनों आरोपी टूट गए और कूट से वृद्ध की हत्या करने की बात कबूल कर ली।
पूर्व में की थी मारने की कोशिश
पूछताछ में पता चला है कि मारवाड़ जंक्शन के काजीपुरा में धनाराम के घर में सामने रहने वाले मेहबूब का आना-जाना पसंद नहीं था। आरोपी मेहबूब व अपनी पुत्रवधु के बीच नाजायज तालुकात का धनाराम ने कई बार पूर्व में विरोध भी किया था। इसी से नाराज होकर मेहबूब ने डेढ़ साल पूर्व भी धनाराम को जान से मारने की नीयत से हमला किया था। सरकारी सेवा से रिटायर होने के बाद धनाराम ने अपने पुत्र व पुत्रवधु को जोजावर में शिफ्ट कर दिया, लेकिन आरोपी वहां भी आता-जाता था। इसको लेकर वह कई बार आरोपी व अपनी पुत्रवधु को फटकार लगा चुका है। इसी से नाराज होकर दोनों ने उसकी हत्या कर दी।