रातभर ढूंढ़ते रहे दुल्हन सुबह बैरंग लौटे
चला(सीकर)। दो दूल्हे बारात के साथ रातभर दुल्हन और उसके परिजनों को ढूंढ़ते रहे, लेकिन न दुल्हनें मिली और न उनके परिजन। निराश बारात बैरंग ही लौट आई।
मामला नीमकाथाना क्षेत्र के चला गांव का है। चला निवासी मांगीलाल के बेटे सुभाष और रामसिंह का विवाह भरतपुर निवासी बदनसिंह की बेटी सुमन व शशि के साथ शुक्रवार 1 जून को तय था।
वधुपक्ष का घर नहीं मिला
यह रिश्ता गोविन्दपुरा निवासी दुर्गाराम, उसके बेटों ने तय करवाया था। इस पर शुक्रवार को चार छोटी गाडियों और एक बस में सवार होकर बारात भरतपुर के नांगल बदला गांव पहुंच गई। वहां निर्धारित स्थान पर वधुपक्ष का घर नहीं मिला। बाद में बारात बिचौलिए दुर्गाराम के घर लौट आई। वर पक्ष के लोगों ने बिचौलिए के घर के बाहर टैंट लगवा लिया डट गए। मांगीलाल ने बताया कि बिचौलियों ने विवाह करवाने के लिए उससे छह लाख 65 हजार रूपए लिए हैं।
चला(सीकर)। दो दूल्हे बारात के साथ रातभर दुल्हन और उसके परिजनों को ढूंढ़ते रहे, लेकिन न दुल्हनें मिली और न उनके परिजन। निराश बारात बैरंग ही लौट आई।
मामला नीमकाथाना क्षेत्र के चला गांव का है। चला निवासी मांगीलाल के बेटे सुभाष और रामसिंह का विवाह भरतपुर निवासी बदनसिंह की बेटी सुमन व शशि के साथ शुक्रवार 1 जून को तय था।
वधुपक्ष का घर नहीं मिला
यह रिश्ता गोविन्दपुरा निवासी दुर्गाराम, उसके बेटों ने तय करवाया था। इस पर शुक्रवार को चार छोटी गाडियों और एक बस में सवार होकर बारात भरतपुर के नांगल बदला गांव पहुंच गई। वहां निर्धारित स्थान पर वधुपक्ष का घर नहीं मिला। बाद में बारात बिचौलिए दुर्गाराम के घर लौट आई। वर पक्ष के लोगों ने बिचौलिए के घर के बाहर टैंट लगवा लिया डट गए। मांगीलाल ने बताया कि बिचौलियों ने विवाह करवाने के लिए उससे छह लाख 65 हजार रूपए लिए हैं।