कांग्रेस का नेता था इसीलिए कार्यवाही नहीं हुई ...नक़ल कराने का था आरोप
बाड़मेर शनिवार को संपन तृतीय श्रेणी शिक्षक भारती परीक्षा के दौरान एक निजी विद्यालय स्थित परीक्षा केंद्र पर प्रश्न पत्र केंद्र से बाहर पहुँचाने वाला शख्स कांगेस का ही एक नेता था .इस नेता को प्रशासन की रिपोर्ट पर पुलिस ने हिरासत में भी लिया था मगर बाद में कांग्रेस के नेताओं के फोन आने तथा प्रशासन पर अतिरिक्त दबाव आने के कारण प्रशासन ने उसको छुड़वा दिया यह राज नेता वर्तमान में सरपंच पति हें तथा यह शख्स पूर्व में जिला परिषद् सदस्य तथा सरपंच रह चुका हें तथा स्थानीय विधायक तथा एक मंत्री के काफी करीब माना जता हें यह इतना प्रभावशाली हें की इसके खिलाफ गत चार सौ दस दिनों से धरने पर बेठे ग्रामीणों की कोई सुनवाई तक नहीं हो रही ना ही इसके खिलाफ कोई कार्यवाही हो रही .मजे की बात हें की यह नेता नक़ल की व्यवस्था अपनी बहू के लिए कर रहा था जो इस केंद्र पर परीक्षा दे रही थी .आखिर इस छुटभैये नेता के आगे प्रशासन के दावे क्यों हवा हो गए .यह बाद बोला नेता हें जिसको मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसके गाँव में आयोजित प्रशासन गाँवो की और कार्यक्रम में घुड़की डी थी .प्रशासन ऐसे भ्रष्ट नेताओं को सहयोग देने वाले नेताओं को उजागर करे .आखिर प्रशासन ने इसके खिलाफ कोई कार्यवाही क्यों नहीं की शायद इसीलिए की यह कोई लात साहब हें जिसके पीछे वरिष्ठ नेताओं के हाथ हें
बाड़मेर शनिवार को संपन तृतीय श्रेणी शिक्षक भारती परीक्षा के दौरान एक निजी विद्यालय स्थित परीक्षा केंद्र पर प्रश्न पत्र केंद्र से बाहर पहुँचाने वाला शख्स कांगेस का ही एक नेता था .इस नेता को प्रशासन की रिपोर्ट पर पुलिस ने हिरासत में भी लिया था मगर बाद में कांग्रेस के नेताओं के फोन आने तथा प्रशासन पर अतिरिक्त दबाव आने के कारण प्रशासन ने उसको छुड़वा दिया यह राज नेता वर्तमान में सरपंच पति हें तथा यह शख्स पूर्व में जिला परिषद् सदस्य तथा सरपंच रह चुका हें तथा स्थानीय विधायक तथा एक मंत्री के काफी करीब माना जता हें यह इतना प्रभावशाली हें की इसके खिलाफ गत चार सौ दस दिनों से धरने पर बेठे ग्रामीणों की कोई सुनवाई तक नहीं हो रही ना ही इसके खिलाफ कोई कार्यवाही हो रही .मजे की बात हें की यह नेता नक़ल की व्यवस्था अपनी बहू के लिए कर रहा था जो इस केंद्र पर परीक्षा दे रही थी .आखिर इस छुटभैये नेता के आगे प्रशासन के दावे क्यों हवा हो गए .यह बाद बोला नेता हें जिसको मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसके गाँव में आयोजित प्रशासन गाँवो की और कार्यक्रम में घुड़की डी थी .प्रशासन ऐसे भ्रष्ट नेताओं को सहयोग देने वाले नेताओं को उजागर करे .आखिर प्रशासन ने इसके खिलाफ कोई कार्यवाही क्यों नहीं की शायद इसीलिए की यह कोई लात साहब हें जिसके पीछे वरिष्ठ नेताओं के हाथ हें
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